अस्ताचलगामी भगवान को अर्घ्य देने के साथ तीसरे दिन का अनुष्ठान संपन्न
Chhapra: आस्था का महापर्व छठ के चारदिवासीय अनुष्ठान के तीसरे दिन वर्तियों ने नदी में खड़े होकर अर्घ्य दिया. रविवार को संध्या समय में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को वर्तियों ने अर्घ्य देकर तीसरे दिन का अनुष्ठान पूरा किया.
अर्घ्य को लेकर व्रतियों के साथ उनके परिवार के सदस्य भी मौजूद थे. महापर्व छठ पर शहर से लेकर गांव तक नदी घाट, तालाब पोखर और जलाशयों में लोगों की भारी भीड़ जुटी थी. इसके अलावा लोगों ने अपने घर की छतों पर भी कृत्रिम जलाशयों का निर्माण कर भगवान को अर्घ्य दिया.
छठ महापर्व पर सारण जिले के सोनपुर से लेकर शीतलपुर, दिघवारा, डोरीगंज, छपरा के शहरी इलाकों के साथ साथ रिवीलगंज और मांझी, मकेर, पानापुर, तरैया के नदी घाट पर अर्घ्य देने के लिए व्रती जुटे थे.
शहर से सटे तेलपा, रोजा, रावल टोला, सीढ़ी घाट, सोनार पट्टी, दहियांवा, गुदरी, दौलतगंज के नदी किनारे व्रतियों की भारी भीड़ जुटी थी.
व्रतियों ने नदी में खड़े होकर भगवान अस्ताचलगामी को अर्घ्य दिया. अर्घ्य देने के साथ ही तीसरे दिन का अनुष्ठान संपन्न हो गया. इसके बाद सोमवार को व्रती भगवान भास्कर को अर्घ्य देगे.
महापर्व छठ में शामिल होने के लिए लोग दूर दूर से अपने घर आते है. पूरे वर्ष में एक बार ही सही लेकिन छठ में अपने घर आना लोग नही भूलते है. परिवार के लोगों को आपस में जोड़ने का भी छठ एक सशक्त माध्यम है. जिसमे सभी मिल जुलकर इस पर्व का आनंद उठाते है.