• आने-जाने वाले यात्रियों का किया जा रहा है कोविड-19 टेस्ट
• एंटीजन टेस्ट किट से किया जा रहा है जांच
• कोरोना से बचाव के लिए किया जा रहा है जागरूक
• स्वास्थ्य विभाग की पहल को यात्रियों ने की सराहना
Chhapra: त्यौहारों के मद्देनजर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना टेस्ट के लिए कमर कस ली है। स्टेशन पर आने जाने वाले सभी यात्रियों की कोविड-19 का जांच किया जा रहा है। इसके लिए छपरा जंक्शन पर अस्थाई कोविड जांच सेंटर की स्थापना की गयी है। इस सेंटर पर प्रशिक्षित कर्मियों को ड्यूटी पर लगाया गया है। रैपिड एंटिजन किट के माध्यम से सैंपल कलेक्शन कर जांच किया जा रहा है। प्रतिदिन 250 से 300 यात्रियों का जांच किया जा रहा है। पर्व-त्यौहार के मद्देनजर अधिक से अधिक जांच कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। कोशिश है कि शहर में आने वाले ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की जांच हो ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। वहीं रेलवे की कोशिश है कि कोई भी संक्रमित व्यक्ति ट्रेन में सफर न करे ताकि बाक़ी यात्रियों की सुरक्षा हो सके। इसलिए स्टेशन के अंदर आने वाले या जाने वाले हर व्यक्ति की कोरोना संक्रमण की जांच की जाती है।
प्रतिदिन 250 से 300 यात्रियों की हो रही है जांच
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला अनुश्रवण सह मूल्यांकन पदाधिकारी भानू शर्मा ने बताया कि छपरा जंक्शन पर बने अस्थायी कोविड जांच सेंटर में प्रतिदिन 250 से 300 यात्रियों की कोरोना की जांच की जा रही है। अधिक से अधिक लोगों को जांच कराने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। सभी यात्रियों से अपील की जा रही है कि वे अपना जांच आवश्य कराएं। खुद को सुरक्षित रखें और दूसरों को भी सुरक्षित रखें। ट्रेन में सफर के दौरान कोविड 19 से बचाव के लिए जारी मानकों का पालन करें।
यात्रियों को जा रहा है जागरूक
डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि रेलवे स्टेशन आने व जाने वाले सभी यात्रियों को बैनर पोस्टर के माध्यम से कोरोना से बचाव के प्रति जागरूक किया जा रहा है। स्वास्थ्यकर्मियों के द्वारा भी यात्रियों को इससे बचाव की जानकारी दी जा रही है। सभी को मास्क का प्रयोग, शारीरिक दूरी का पालन, हाथों की नियमित के बारे में जानकारी दी जा रही है। बिना हाथ धोए आंख, नाक, कान को न छुएं। बुखार,फ्लू के मरीजों के पास मुंह ढककर जाएं। हाथ को कम से कम 40 सेकेंड तक धोएं। छींकते वक्त मुंह पर रूमाल जरूर रखें।
यात्रियों ने की सराहना
छपरा से दिल्ली का यात्रा कर रहे यात्री राणा प्रताप ने बताया कि यह स्वास्थ्य विभाग की अच्छी पहल है। इससे कोरोना संक्रमण के प्रसार में काफी हद तक रोक लगायी जा सकती है। वहीं मुजफ्फरपुर की यात्रा करने के लिए आये यात्री अमित कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के द्वारा शुरू की गयी पहल काफी सराहनीय है। त्यौहारों के मौके काफी संख्या में लोग यात्रा कर रहें है। ऐसे समय में कोरोना का जांच कराना आवश्यक है। ताकि त्यौहारों के रौनक फिकी न पड़ जाये। अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो गया तो पूरा परिवार हो सकता है। इसलिए सभी को यहां जांच कराकर हीं आगे की यात्रा करना चाहिए।
कैसे होता है रैपिड एंटीजन टेस्ट
सीएस डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि रैपिड एंटीजन टेस्ट के लिए नाक में एक पतली से नली से सैंपल ली जाती है। नाक से लिए गए उस लिक्विड को टेस्ट किट में डाला जाता है। यह किट थोड़ी ही देर में बता देती है कि जिसका सैंपल डाला गया है। वो कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं। ये किट उसी तरह होती है, जैसे प्रेग्नेंसी टेस्ट किट होती है। सैंपल डालने के बाद अगर दो रेड लाइन आती है तो इसका मतलब है कि व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है और अगर सिर्फ एक लाइन आती है तो मतलब व्यक्ति कोरोना नेगेटिव है।