छपरा: जिले में बढ़ी चोरी और डकैती की घटनाओं में बांग्लादेशियों की संलिप्तता उजागर हुई है. ऐसे में छपरा के कई इलाकों में रहने वाले बांग्लादेशी जो फेरी लगाकर सामान बेचने का काम करते है. उन्हें लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है. सोमवार 14 मार्च को सीवान में पांच बांग्लादेशी चोरी के सामान और हथियार के साथ पकड़े गए थे. डकैती और चोरी की बड़ी घटनाओं में बांग्लादेशियों की संलिप्तता से पुलिस की बेचैनी बढ़ी है और अब जिले में पुलिस फेरी करने वाले बांग्लादेशियों को लेकर गंभीर हो गई है.
कौन हैं ये फेरी वाले
*बांग्लादेश से आये कई ऐसे लोग जो शहर और गांव में घूम-घूम कर फेरी करते है.
*दर्जनों की संख्या में एक साथ निकलते है और देर रात तक करते है फेरी
*जिले के दाउदपुर, रसूलपुर, ताजपुर, डोरीगंज, परसा, गड़खा, अमनौर, तरैया, पानापुर, कोपा, मांझी, रिविलगंज समेत कई गांव में किराये के मकान में रहते है बांग्लादेशी फेरी वाले
*शहर के तेलपा, कटहरी बाग़, खनुवा इलाके में भी है इनका किराये का ठिकाना
*फेरी के दौरान ही कर लेते हैं घरों की रेकी और रात में देते है घटना को अंजाम
*साथ में सामान होने पर नहीं करता कोई शक
*ज्यादा किराया का लालच देकर मकान मालिकों को करते हैं आकर्षित
*कई बांग्लादेशियों ने धोखे से बनवा लिया है मतदाता पहचान पत्र
*पहले भी बांग्लादेशियों की संलिप्तता कई मामलों में उजागर हुई है
क्या कहते है पुलिस कप्तान
सारण पुलिस कप्तान सत्यवीर सिंह का कहना है कि चोरी और डकैती की घटनाओं में बांग्लादेशियों की संलिप्तता जाहिर होने के मामले को लेकर पुलिस काफी गंभीर है. किराये पर रह रहे बांग्लादेशियों को चरित्र सत्यापन कराने का निर्देश दिया गया है. इसका पालन नही करने वाले मकान मालिकों पर भी संरक्षण देने के आरोप में करवाई की जाएगी.