Chhapra: कोविड काल ऑनलाइन पेमेंट फर्जीवाड़ा संबंधित मामलों में बड़ा इजाफा हुआ है. शहर के दुकानदार अब ऑनलाइन फ़्रॉड का में सबसे ज्यादा फंस रहे हैं. शहर में इस तरह के अब तक कई मामले विभिन्न दुकानदारों के साथ हुए हैं. जहां दुकानदारों से ऑनलाइन सामान आर्डर करा कर शहर के बाहर डिलीवरी कराई जा रही है. वहीं फर्जी पेमेंट का स्क्रीनशॉट भेज कर उन्हें लाखों रुपये ठगने का काम किया जा रहा है.
ताजा मामला शहर के ए टू जेड सुपर मार्केट का है. जहां एक महिला ने 93 हज़ार रुपये ठगी करने की कोशिश की. लेकिन मैनेजर के सूझबूझ से यह ठगी नाकाम रही. मैनेजर ने बताया कि महिला ने काल करके पहले लगभग 93 हज़ार रुपये के खाने पीने व अन्य सामानों की लिस्ट लिखवाई इसके बाद सामानों को सिवान में डिलीवरी करने को कहा. इस फ्रॉड को अंजाम देने के लिए उसने ऑनलाइन गाड़ी भी छपरा से ऑनलाइन ही बुक की थी. फिर फर्जी स्क्रीनशॉट भेजकर पेमेंट कंफर्म करा दिया. स्टोर के कर्मियों ने सारा सामान गाड़ी में लोड कर जैसे ही उसे रवाना करने की वाले थी कि पता चला पैमेंट स्क्रीन शॉट फर्जी है. हालांकि स्टोर कर्मियों के सूझबूझ से लाख रुपये का फ़्रॉड होते होते बच गया.
वहीं कुछ दिन पहले एक अन्य मामले में शहर के प्रसिद्ध एक किराना स्टोर से किसी ने 40 हज़ार रुपये के ड्राई फ्रूट्स ऑनलाइन ऑर्डर किया. फिर फर्जी पैमेंट स्क्रीनशॉट भेजकर सामान की डिलीवरी रांची करा ली. बाद में जब दुकानदार के खाते में पैसे नहीं आया तो बैंक से इसकी शिकायत की. फिर बैंक से जानकारी मिली कि स्क्रीनशॉट ही फर्जी था. इन दोनों। मामले में दुकानदारों को एचडीएफसी बैंक के नेटबैंकिंग का स्क्रीन शॉट्स भेजे गए थे. वहीं इन मामलों को लेकर छपरा एचडीएफसी बैंक के मैनेजर ने बताया कि दुकानदारों को ऑनलाइन पेमेंट सम्बंधित मामलों में सतर्क रहने की जरूरत है. ऑनलाइन फ़्रॉड से सम्बंधित मामले काफी बढ़ गए हैं.
क्या करें दुकानदार
फर्जी पैमेंट स्क्रीनशॉट भेजकर दुकानदारों को ठगने का काम लगातार चल रहा है. दुकानदारों को समान देने या डिलीवरी से पहले बैंक स्टेटमेंट चेक करके ही डिलीवरी देनी चाहिए. कई बार पेमेंट का स्क्रीनशॉट देखकर ही उसपर भरोसा कर लेते हैं. उन्हें यह नहीं पता होता कि यह फर्जी है. ऐसे में फ़्रॉड से बचने के लिए दुकानदारों अकॉउंट स्टेटमेंट चेक करके पैमेंट वेरीफाई कर सकते हैं.