अश्लील गीतों के शोर के बीच हुआ माँ सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन

अश्लील गीतों के शोर के बीच हुआ माँ सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन

हे हंसवाहिनी ज्ञान दायिनी हमें सदबुद्धि दें’ जैसे गीतों एवं मंत्रोच्चारण के साथ शुरू हुए माँ सरस्वती पूजनोत्सव का समापन आज अश्लील गीतों के शोर के बीच हुआ.

 

शहर में विद्या की देवी माँ सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन जोर-शोर के साथ किया गया.विभिन्न पूजा पंडालों में स्थापित माँ सरस्वती की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान ‘ रतिया कहाँ बीतइल ना और पातर हो जइबू जैसे अश्लील भोजपुरी गीतों पर युवाओं ने जमकर डान्स किया.

शहर के विभिन्न चौक-चौराहों से गुजरते हुए सरयू नदी और तालाबों में प्रतिमा को विसर्जित किया गया.इस दौरान पुलिस-प्रशासन पूरी तरह सक्रिय दिखा.सभी प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी.

 

हालाँकि शहर में प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों द्वारा शांति पूर्वक सम्मान के साथ माँ सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन किया गया.इस अवसर पर लोगों ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाया और सबने एक स्वर में कहा ‘जय माँ सरस्वती’

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