Chhapra: बिहार के हक का पानी भी चोरी किया जा रहा है. पिछले 50 वर्षों में हमारा लगभग 48 लाख क्यूसेक पानी चोरी किया गया है. पर्याप्त पानी नहीं मिलने के कारण सिवान, गोपालगंज और सारण के लगभग 2 करोड़ किसानों के लिए संबंधित क्षेत्र में सिंचाई की गंभीर समस्या बनी हुई है. उक्त बातें कहते हुए लोकसभा में आज शून्यकाल के तहत गंडक परियोजना का मुद्दा उठाते हुए सारण सांसद राजीव प्रताप रुडी ने बिहार के हक की बात की.

उन्होंने सदन को बताया कि गंडक परियोजना के समझौते के तहत बिहार को पूरा पानी नहीं दिया जा रहा है. भारत सरकार की नेपाल सरकार से समझौते के अनुसार भारत को 15665 क्यूसेक पानी मिलना तय हुआ था. इसके तहत उत्तर प्रदेश को लगभग 7500 और बिहार को 8530 क्यूसेक पानी मिलना निर्धारित किया गया था. परन्तु पश्चिम नहर का केवल 2500-3000 क्यूसेक पानी ही बिहार में आता है. बाकी का पानी कहाँ जाता है इसकी जांच होनी चाहिए और हमारा पानी हमे वापस मिलना चाहिए.

श्री रुडी ने बताया कि गंडक परियोजना से निकले नहर का अंतिम सीमा सारण में पहुंचता है, सारण प्रमंडल के तहत पड़ने वाले तीन जिले गोपालगंज, सिवान और सारण में गंडक परियोजना की नहरें हैं पर, इसके बावजूद जहां नवम्बर माह में हमें 6000 क्यूसेक और दिसम्बर में 5600 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए था वहीं नहर में एक बूंद पानी भी नही है.

सांसद श्री रुडी ने सदन के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट करते हुए बताया कि सारण जिला भारत सरकार के 154 जिलों की सूची में पानी की कमी वाला जिला (Water Deficient District) घोषित किया गया है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के लगभग 112 किलोमीटर और बिहार के 65 किलोमीटर की भूमि को सिंचित करने के उदेश्य से मुख्य पश्चिमी नहर का निर्माण किया गया था. पर, बिहार में इसका उदेश्य पूरा ही नहीं हो पाता है क्योंकि हमारे हिस्से का पानी हमें नहीं मिल पाता है.

श्री रुडी ने मुद्दा उठाते हुए सरकार से तीन मांगे की. उन्होंने सरकार से मांग की कि दो माह के भीतर इस विषय पर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराया जाय, समझौते के अनुसार सारण, सिवान और गोपालगंज जिला को पानी उपलब्ध कराया जाय और साथ ही गंडक नहर के जीर्णोद्धार एवं विस्तार के लिए भारत सरकार AIPB (त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम) योजना के तहत बिहार सरकार द्वारा भेजी गई वित्तीय प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान करें. 

सदन के बाहर श्री रुडी ने बताया कि गंडक नदी, गंगा नदी की चौथी सबसे बड़ी सहायक नदी है. गंडक नदी को नेपाल की पहाड़ियों में काली या कृष्णा गंडकी और नेपाल तराई में नारायणी के नाम से भी जाना जाता है. भारतीय ग्रंथों में इसका नारायणी नदी के रूप में उल्लेख मिलता है. सारण और चंपारण जिले में कृषि के लिए आजादी के लगभग 50 वर्ष पूर्व सन 1900 ई॰ से पहले सारण तटबंध व चंपारण और तिरहुत तटबंध का निर्माण अंग्रेजों द्वारा किया गया था. सन 1914 ई॰ में चंपारण जिले (गंडक के पूर्व) में सिंचाई के लिए त्रिवेणी नहर प्रणाली को पूरा किया गया जो कि स्वतंत्रता के बाद भी चलता रहा. हालाँकि, सारण जिले में सिंचाई के लिए जल निकासी नहरों का भी निर्माण किया गया था, लेकिन इस उद्देश्य की पूर्ति करने में वे असफल रहे और बाद में योजना को ब्रिटिश सरकार ने छोड़ दिया. आजादी से पहले, बिहार और बिहार राज्य की प्रांतीय सरकार ने अपने-अपने राज्यों में सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए गंडक नदी के पार दो अलग-अलग डायवर्सन संरचनाओं का प्रस्ताव रखा था. बाद में, भारत सरकार ने पहल की और नेपाल सरकार से नेपाल में गंडक में एक बैराज के निर्माण के लिए पहल की.

श्री रुडी ने बताया कि यह बिहार और उत्तर प्रदेश की संयुक्त परियोजना है. गंडक नदी पर सूरतपुरा (नेपाल) में हाइड्रो  बिजली  का  उत्पादन किया जाता है. ये बांध बिहार में भैसलोतन (वाल्मीकि नगर) में बनाया गया है. वर्ष 1959 ई॰ के समझौते के आधार पर नेपाल को भी गंडक परियोजना से लाभ मिल रहा है. इस परियोजना के अंतर्गत वाल्मीकि नगर (बिहार) में त्रिवेणी घाट नाम स्थान पर बाँध निर्मित किया गया है. यह बाँध बिहार तथा नेपाल में विस्तृत है. इसलिए इसे त्रिवेणी नहर प्रणाली भी कहते हैं. इस परियोजना के अंतर्गत दो मुख्य नहर का निर्माण किया गया है.

सांसद के इस प्रयास से स्थानीय किसानों में हर्ष की लहर है और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले कुछ महीने में उनके नहर में पानी होगा और उनके हिस्से का पानी उनके खेतों में पहुंच सकेगा.

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Chhapra: दाउदपुर बनवार में अति पिछड़ा समाज के द्वारा जदयू प्रदेश अध्यक्ष पिछड़ा प्रकोष्ठ संतोष कुमार महतो और जिलाध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू का नागरिक अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया.

अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष संतोष कुमार महतो ने कहा कि नीतीश कुमार के सरकार में बिहार का चौतरफा विकास हुआ है. अति पिछड़ा और दलितों को पंचायत चुनाव में आरक्षण देकर समाज को मजबूत बनाने का हर प्रयास किया है. साथ ही पूरा बिहार में पुल -पुलिया, गली-नाली सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है.

श्री महतो ने कहा कि आने वाले समय में 2020 में अति पिछड़ा समाज को पूरी निष्ठा के साथ नीतीश कुमार को वोट देकर उनके हाथों को मजबूत करने के की जरूरत है.

अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अल्ताफ आलम राजू ने कहा की नीतीश कुमार के राज में सभी वर्गों को सम्मान मिला है. बिहार में नीतीश कुमार का कोई विकल्प नही है. कार्यकर्ता पूरी तरह से 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हैं.

सभा को संबोधित करने वाले मे ईश्वर राम, चंद्रभूषण पंडीत, गुड्डू चंद्रवंशी, छठीलाल साह, रंगलाल महतो, बिन्दा महतो, विकास चौहान, दीलिप महतो, गोलू सिंह, भोला सिंह, उमेश महतो, पूर्व मुखिया उमेश सिंह आदि मौजूद थे.

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Chhapra: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम ने सारण में कालाजार उन्मूलन अभियान की जांच की. पहले दिन टीम ने गड़खा प्रखंड व जिला मुख्यालय सदर अस्पताल में जांच किया. टीम ने इस दौरान अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं तथा संसाधनों की समीक्षा की. साथ ही चिकित्सकों तथा कर्मचारियों के कार्यों की भी जांच की गयी.

केंद्रीय टीम के द्वारा दो दिनों तक जिले के विभिन्न प्रखंडों में की जायेगी जांच
टीम में नेशनल वेक्टर बॉर्न डिजीज प्रोग्राम अधिकारी तथा डब्ल्यूएचओ के अधिकारी शामिल थे. केंद्रीय टीम के द्वारा दो दिनों तक जिले के विभिन्न प्रखंडों में कालाजार उन्मूलन अभियान की जांच की जायेगी.

पहले दिन गड़खा व सदर अस्पताल में किया जांच
भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की व डब्लयूएचओ की ज्वाइंट टीम ने पहले दिन सारण जिले के गड़खा प्रखंड व सदर अस्पताल में उपलब्ध संसधानों व सुविधाओं के बारे में जानकारी लिया. अभियान के जांच करने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है, जिसमें मुख्य रूप से छपरा सदर अस्पताल, अमनौर, पानापुर, तरैया गरखा प्रखंडों का भी टीम के द्वारा जायजा लिया जायेगा.

कालाजार पर काबू पाने में मिली सफलता
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि कालाजार उन्मूलन अभियान को विशेष रुप से सारण जिले में चलाया जा रहा है. यह जिला कालाजार से अत्यधिक प्रभावित रहा है, जिसके कारण राज्य सरकार तथा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की विशेष नजर है. इस जिले में कालाजार पर काबू पाने में काफी सफलता मिली है, जिसे समझने के लिए केंद्रीय टीम ने सर्वेक्षण किया है.

मरीजों व परिजनों से लिया फिडबैक
केंद्रीय टीम के अधिकारियों द्वारा गड़खा प्रखंड के गांवों व अस्पतालों में मरीजों से फिडबैक लिया गया. जिसमें अधिकारियो के द्वारा अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों तथा सुविधाओ के बारे में फिडबैक लिया गया. वहीं सरकार द्वारा मरीजों को दी जाने वाली राशि के बारे में भी जानकारी ली गयी.

पदाधिकारियों के साथ समीक्षा
टीम ने दिन भर जांच करने के बाद शाम में पदाधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान टीम ने पदाधिकारियों को कई आवश्यक-दिशा निर्देश भी दिए. मरीजों द्वारा मिले फिडबैक के आधार पर सुविधाओं में सुधार लाने का निर्देश दिया गया.

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Chhapra: पहले चरण के 5 प्रखंडों के 21 पैक्सों में से 18 पैक्स अध्यक्ष पद का गिनती संपन्न हो चुका है. मतगणना के बाद निर्वाचित पदाधिकारी द्वारा नामों की घोषणा की गई. 3 पैक्स अध्यक्ष निर्विरोध चुने गए. जिनमें तेजपुरवा से वकील प्रसाद यादव, गौरा से रामपुकार राय और हथिसार से मनोज कुमार सिंह है. 18 पैक्स अध्यक्ष का चुनाव सोमवार को हुआ था.

विजेता प्रत्याशियों की लिस्ट इस प्रकार है

रामपुर- उदय प्रसाद सिंह
भावलपुर- सीमा ओझा
अंवारी- काशीनाथ राय
मुबारकपुर- कन्हैया राय
भूआलपुर- अरुण कुमार सिंह
रसूलपुर- चंदन कुमार
बरदहिया- नागेंद्र राय
नरहरपुर- सुदामा राय
सलिमापुर- राजकुमार तिवारी
शिल्हौड़ी- अभिषेक और जुगनू राय
अगहरा- मकेश्वर नाथ यादव
माधोपुर- शुभनारायण राय
इसरौली- राजकुमार प्रसाद
नौतन- दीपक राज
बहुआरापट्टी- विजेंद्र कुमार राय
मिर्जापुर- भगवान लाल शाह
हथिसार- मनोज कुमार सिंह
गौरा- रामपुर का राय
तेजपुरवा- वकील प्रसाद यादव

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Chhapra: सारण प्रमण्डलीय आयुक्त आर.एल. चोंग्थु ने प्रमंडल के तीनों जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर 19 जनवरी 2020 को बनने वाले मानव श्रृँखला की तैयारी पर विचार-विमर्श किया.

बैठक में आयुक्त ने कहा कि मानव श्रृँखला राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल-जीवन-हरियाली, नशामुक्ति, बाल विवाह समाप्ति एवं दहेज उन्मूलन पर केन्द्रित रहेगा. जिसमें समाज के सभी वर्गों का सहयोग अपेक्षित है. इस मानव श्रृँखला को ऐतिहासिक बनाना है. इसके लिए एक जिला से दूसरे जिले के संधि स्थलों पर एवं मार्ग के निर्जन स्थलांे पर विशेष तैयारी करनी होगी.

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आयुक्त ने कहा कि आवश्यकतानुसार विशेष टीम भी वहाँ लगानी होगी ताकि श्रृँखला लगातार हो. आयुक्त ने कहा कि जिले के सभी जन प्रतिनिधियों की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. सभी वार्ड सदस्य, मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, जिला पार्षद अपने-अपने क्षेत्रांे में नेतृत्वकारी भूमिका में रहेंगे. सभी सरकारी कर्मी, संविदागत कर्मी, सरकारी एवं गैरसरकारी, उच्च विद्यालय, उच्चतर विद्यालय, महाविद्यालय के शिक्षक, कर्मी, जीविका दीदी, आशा दीदी, सेविका सहायिका, छात्र-छात्राएँ मानव श्रृँखला के निर्माण में पूर्णं भागीदारी करेंगी.

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आयुक्त ने कहा कि मानव श्रृँखला के लिए मार्ग का निर्धारण कर लिया जाय तथा 2018 में बनी श्रृँखला की कुल मार्ग लम्बाई में 20 प्रतिशत अतिरिक्त लम्बाई में मार्ग का निर्धारण किया जाय. मानव श्रृँखला की मार्ग पर सभी लोग आपस में हाथ से हाथ जोड़कर सड़क पर बाँयी ओर कतारवद्ध होकर खड़े रहेंगे एवं सरकार की महत्वाकाक्षी योजना पर एकजुटता प्रदिर्शित करेंगे.

मानव श्रृँखला के प्रचार-प्रसार हेतु जागरूकता अभियान चलायी जाय तथा इससे संबंधित सभी गतिविधियांे की दस्तावेजीकरण, फोटोग्राफी, विडियोग्राफी करायी जाय. इसके जिलाधिकारी अपने स्तर से एक दल का गठन करेंगे. मानव श्रृँखला के दिन यातायात व्यवस्था सुचारू बनाये रखने का प्रयास किया जाय ताकि किसी को कोई कठिनायी नहीं हो.

जिलाधिकारी सारण सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि मानव श्रृँखला की तैयारी से संबंधित पदाधिकारियांे के साथ बैठक कर जरूरी निदेश दिया गया है. पूर्व के वर्षों में जिस मार्ग पर मानव श्रृँखला बनायी गयी थी उसी मार्ग का चयन इस वार भी किया गया है.

आयुक्त के साथ सारण जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, सिवान की जिलाधिकारी रंजीता, गोपालगंज के जिलाधिकारी अरशद अजीज सहित आयुक्त के सचिव अजय कुमार सिन्हा भी उपस्थित थे.

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Chhapra: अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सोशल सर्विस एक्सप्रेस की महिला इकाई ऐंजल द हेल्पिंग हैंड्स द्वारा मानवाधिकार की पाठशाला का आयोजन एकमा के कौशल विकास केंद्र में किया गया. जहाँ छात्र-छात्राओं को मानवाधिकारों की जानकारी दी गई.

मानवाधिकार की पाठशाला कार्यक्रम के तहत सोशल सर्विस एक्सप्रेस के अध्यक्ष भवर किशोर ने बताया कि आज समाज में सभी को सशक्त, स्वावलंबी व मानवाधिकार के प्रति सबल बनाकर ही मानवाधिकार को संरक्षित किया जा सकता है.

श्री किशोर ने पाठशाला में बच्चों को अपने अधिकारों के लिये आवाज़ उठाने का भी पाठ पढाया. कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सक्रीय भागीदारी निभाई.

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Chhapra: देवंती देवी एजुकेशनल एंड सोशल ट्रस्ट द्वारा संचालित शिव ज्योति अस्पताल परसा सारण के सौजन्य से वीआईपी आवास मुकेरा छपरा के प्रांगण में विशाल नेत्र शिविर का आयोजन किया गया. यह शिविर वीआईपी स्कूल के निदेशक सह प्रखंड प्रमुख राहुल राज के सानिध्य में आयोजित किया गया. इसके अंतर्गत प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न ग्राम के लोगों का नेत्र इलाज कराने के संबंध में तांता लगा रहा. इस शिविर में कई अनुभवी और योग्य चिकित्सक मौजूद थे. जो आंख से जुड़ी हर रोगों का सफल इलाज करके सभी रोगियों को संतुष्टि प्रदान कर रहे थे. शिविर में कुशल नेतृत्व द्वारा नेत्र संबंधी सभी लोगों का पूर्ण अत्याधुनिक जापानी मशीनों के द्वारा जांच किया गया तथा आवश्यकता अनुसार मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चुने गए रोगियों का निशुल्क रजिस्ट्रेशन भी कराया गया.


इतना ही नहीं मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयनित रोगियों को विशिष्ट शिविर स्थान तक ले जाने के लिए आने की व्यवस्था दवा, रहना इत्यादि निशुल्क कराने हेतु उन्हें आश्वस्त किया गया. यह सब कुछ प्रखंड सह प्रमुख वीआईपी स्कूल के निदेशक राहुल राज के प्रयास से संभव हो पाया. राहुल राज ने कहा कि वह शुरू से जरूरतमंद लोगों की मदद करते आये हैं और वह करते रहेंगे. जितने भी निर्धन है उन सभी का निशुल्क आंख का ऑपरेशन व अन्य उचित सुविधाएं दी जाएंगी.

शिविर में डॉक्टर बी के सिंह डॉक्टर आर कुमार डॉक्टर एनके सिंह तथा डॉ हेम कुमार समेत अन्य अनुभवी कुशल नेत्र विशेषज्ञ उपस्थित थे.

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Chhapra: अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव का ख्याल आते ही गोवा या अन्य बड़े शहरों का ख्याल आता है. ऐसे आयोजन छपरा जैसे शहर में होना सपने के सामान था पर अब यह सपना साकार हो चुका है. विगत 3 और 4 सिसम्बर को छपरा में पहली बार एक अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह का आयोजन हुआ. यह आयोजन स्थानीय सांस्कृतिक संस्था मयूर कला केंद्र, रेडियो मयूर व फ्रेमज़ोमेनिया प्रोडक्शन्स प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले किया गया.

महोत्सव के दो दिनों में 8 देशों की कुल 40 फ़िल्में प्रदर्शित की गईं. जिनमें 35 प्रतियोगिता के लिए व 5 स्पेशल स्क्रीनिंग्स के लिए रखी गईं थी.

यह पहला ऐसा मौका था जब बिहार के किसी छोटे से शहर में एक भव्य अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह का आयोजन किया गया था. समारोह के दौरान कई सत्र भी आयोजित किये गए.

समारोह में मुख्य अतिथि व ब्रांड एम्बेसडर मशहूर सिने अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्रा थे. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि युवा ही सिनेमा और कला के भविष्य हैं. समाज में जो मानसिक विकास की कमी है वो सिर्फ सिनेमा से दूर किया जा सकता है और छपरा से ये पहल बेहद ज़रूरी थी. हमारा सपना यहाँ पूरा हुआ है जो मैं वर्षों से देख रहा था.

 

फेस्टिवल डायरेक्टर अभिषेक अरुण ने कहा कि ये आयोजन मेरे लिए एक सपना था और आज ये पूरा हो रहा है. हम लोग बाहर जाते थे दूसरे फ़िल्म समारोह में तो सोचते थे कि काश हमारे यहाँ भी ऐसा कार्यक्रम होता. तीन साल से प्लानिंग चल रही थी और आज ये सफलता पूर्वक हो गया.

 

ईस्राइल से आये हुए निर्देशक एरिक मोरान और नावेल ने कहा कि ये अपने आप मे एक शानदार और अनूठा फेस्टिवल है जो कि छपरा में हुआ है. बिहार में हम पहली बार आये हैं और हमें यहाँ बहुत अच्छा लग रहा है. सिनेमा ही एक माध्यम है जो दूरियों को घटा कर एक दूसरे की सस्कृति से रूबरू करवाता है.

महोत्सव के दौरान पुरस्कार वितरण हुआ जिसमें निम्नलिखित केटेगरी में अवार्ड्स दिए गए.

बेस्ट शार्ट फिक्शन इंटरनेशनल – द ओपेक(सिंगापुर)

बेस्ट शार्ट फिक्शन नेशनल – कुक्ली(ओड़िशा),तरंग (मुंबई)

बेस्ट डॉक्यूमेंट्री इंटरनेशनल- एजुकेशन ऑन बोट(बांग्लादेश)

बेस्ट डॉक्यूमेंट्री नेशनल – इन थंडर लाइटनिंग एंड रेन (कोच्ची)

बेस्ट डॉक्युमेन्ट्री नेशनल -झरिया ( झारखण्ड)

स्पेशल ज्यूरी अवार्ड – बघवा (छत्तीसगढ़)

सिफ्फ़ बोर्ड अवार्ड – अरोरा बोरिएलिस (कोलकाता)

सारण जिला मुख्यालय छपरा में पहली बार आयोजित यह कार्यक्रम निश्चित ही भविष्य की राह दिखा गया. साथ ही ऐसे आयोजन को अपने शहर में कराने वाले आयोजकों को भी नई ऊर्जा दे गया. सारण के लोगों अपने आप में खास और अनन्य इस महोत्सव का भरपूर आनंद लिया.

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परसा: थाना क्षेत्र के बहलोलपुर की स्कूली छात्रा को तेज गति से आ रही स्कूली बस ने टक्कर मार दी. वही ग्रामीणों के सहयोग से उसे निजी क्लीनिक में उपचार के लिए भर्ती कराया गया. जंहा चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया.

मृत छात्रा परसा प्रखंड के बलिगांव पंचायत स्थित बहलोलपुर गांव निवासी अशोक शर्मा की 14 वर्षीय पुत्री नित्या बताई जाती है.

शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुई स्कूली बस को जब्त कर लिया है. जबकी चालक मौके से फरार हो गया. घटना के बाद से इलाके में मातम का माहौल हैं.

मौके पर पहुंची पुलिस ने कहा कि मामले की गंभीरता से लेते हुए कानूनी कार्रवाई की जा रही है. इधर घटना को लेकर परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है.

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Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने परिचलन की सुगमता एवं यात्रियों की सुविधा हेतु वाराणसी मंडल के छपरा ग्रामीण जंक्शन- खैरा बायपास रेल लाइन का संरक्षा निरीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त मोहम्मद लतीफ़ खान ने शनिवार को किया.

वाराणसी के वरिष्ठ प्रचार निरीक्षक हिमांशु राव ने बताया कि सुरक्षा पदाधिकारियों ने खैरा स्टेशन से 11 बजे मोटर ट्राली से छपरा ग्रामीण के लिए प्रस्थान किया और करीब 3:20 बजे छपरा ग्रामीण जंक्शन पर पहुंचे.

इस दौरान उन्होंने खैरा स्टेशन पर उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया और विभिन्न तकनीकी पहलुओं की जांच की.

इस कार्य को लेकर रेलवे प्रशासन की ओर से व्यापक स्तर पर तैयारी की गयी थी. पदाधिकारियों द्वारा सबसे पहले खैरा स्टेशन से ट्रेनों के परिचालन और सिगनल इंटरलॉकिंग से संबंधित जानकारी ली. रेल संरक्षा आयुक्त ने मोटर ट्राली से गहन निरीक्षण करते हुए खैरा- छपरा रेल खंड पर पड़ने वाले रेलवे ट्रैक के स्टैंडर्ड मानकों के अनुसार नई लाइन पर संस्थापित नये सिगनलो, टर्न आउट्स, ब्लास्टिंग एवं पैकिंग, कर्वेचर पर पर्याप्त क्लियरेंस, पॉइंट्स एंड क्रासिंग, रेलवे ट्रैक लाइन फिटिंग्स, कलर लाइट सिगनल,लॉक एण्ड ब्लाक ब्लाक इंस्टूमेंट, लाइन फिटिंग्स एवं रेल ज्वाइंट्स आदि का निरीक्षण किया.

उन्होंने इस खंड में पड़ने वाले सभी समपार फाटकों एवं माइनर ब्रीज नंबर 5, मेजर ब्रीज नंबर 3, समपार फाटक संख्या 2ए , कर्वेचर संख्या 03 और छपरा ग्रामीण जंक्शन का भी विधिवत निरीक्षण किया.

उसके बाद रेल संरक्षा आयुक्त अपनी स्पेशल से छपरा ग्रामीण जंक्शन 04:29 बजे स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल करते हुए प्रस्थान किये और 04:39 बजे खैरा स्टेशन पहुंचे.

स्पीड ट्रायल के दौरान निरीक्षण स्पेशल ट्रेन ने 105 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति को छुआ.

इस मौके पर पूर्वोत्तर रेलवे के उप मुख्य संरक्षा आयुक्त बलवीर सिंह, प्रमुख मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) सुधान्शु शर्मा, मुख्य सिगनल इंजीनियर बी के राय, मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार पंजियार, मुख्य सिग्नल इंजिनीयर (निर्माण) निलाम महेश, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर 2 पी के पाठक, वरिष्ठ मंडल सिग्नल इंजिनीयर2 त्रयंबक तिवारी, मंडल परिचालन प्रबंधक सचिन तिवारी समेत मंडल एवं निर्माण संगठन के विभिन्न वरिष्ठ शाखा अधिकारीगण उपस्थित थे.

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Chhapra: बिहार से उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाले अति महत्वपूर्ण जय प्रभा सेतु के जर्जर होने के मामले को महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने संसद में उठाया है.

सांसद सिग्रीवाल ने संसद का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि पिछले 5 सालों से जयप्रभा सेतु की सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है. सेतु का रेलिंग महीनों से टूटा हुआ है. सड़क पर अनेक असंख्य गढ्ढे है जिसमें गिरकर आए दिन लोग जख्मी और मौत के शिकार हो रहे है.

उक्त पुल जर्जर होने के कारण दुर्घटना में एक वर्ष में लगभग 24 लोगों की जाने जा चुकी है. उन्होंने इस पुल की जल्द से जल्द मरम्मती की मांग की है. जिससे आम लोगों को दिक्कतों का सामना नही करना पड़े.

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Chhapra: समाज सेवा में अग्रणी अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था लायंस इंटरनेशनल की स्थानीय युवा इकाई लियो क्लब छपरा के द्वारा लगातार रक्तदान जैसे सेवा कार्यों से प्रेरित होकर दो युवाओं ने आगे आकर सदर अस्पताल ब्लड बैंक में जरूरतमंद के लिए रक्तदान किया.

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अध्यक्ष लियो अमरनाथ एवं लियो सचिव आलोक गुप्ता ने बताया कि लियो क्लब छपरा के द्वारा प्रतिदिन रक्तदान लियो सदस्यों के सहयोग से जरूरतमंद मरीजों के लिये की जाती है. यह बहुत हीं खुशी की बात है कि लियो क्लब के सामाजिक सेवा कार्यों से प्रेरित हो कर अन्य युवा भी स्वंय रक्तदान करने हेतू आगे आ रहें हैं जो कि समाजहित हेतू एक बहुत ही बेहतर संदेश है.

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इस मौके पर लियो क्लब के अध्यक्ष अमरनाथ, लियो पिन्टू गुप्ता, लियो सूरज, लियो जयंत लियो चंदन आदि मौजूद थे. उक्त जानकारी लियो क्लब के सचिव लियो आलोक गुप्ता ने दी.

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