Chhapra: छपरा शहर के काशी बाजार में स्थित के. आर. नर्सिंग कॉलेज में अब जी.एन.एम. एवं बी.एस.सी. (नर्सिंग) की प्रशिक्षण के लिए स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार एवं बी.एन.आर.सी. से मान्यता प्रदान मिल गयी है. यह जानकारी संस्थान के निदेशक विनोद कुमार एवं सचिव पद्मावती देवी ने दी.

उन्होंने बताया कि सारण जिले में पहली बार स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार ने जी.एन.एम. एवं बी.एस.सी. (नर्सिंग) की मान्यता प्रदान की है I मालूम हो कि सत्र 2018 से इस संस्था को पहले से ए.एन.एम. की मान्यता प्राप्त है.  जिले का यह एकमात्र संस्थान है जिसमे एक साथ इन तीनो पाठ्यक्रम ए.एन.एम., जी.एन.एम. एवं बी.एस.सी. (नर्सिंग) की पढ़ाई होगी.  यह संस्था रामचंद्र प्रसाद मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा संचालित है, जिसमे सभी पाठ्यक्रम का संचालन आर्यभट नॉलेज विश्वविद्यालय, बी.एन.आर.सी. पटना एवं भारतीय उपचार्या परिषद (INC)) के नियमानुसार होगा.

संस्थान के सचिव ने बताया की बिहार में नर्सिंग स्टाफ की संख्या काफी कम है. जिसके एवज में यह पाठ्यक्रम को शुरू किया जा रहा.  इन नर्सिंग पाठ्यक्रमो को पूरा करने के उपरांत आप नर्सिंग ट्यूटर, प्रोफेसर, नर्सिंग ऑफिसर एवं सरकारी व निजी अस्पताल में नौकरी कर सकें.

नामांकन लेने हेतु जो छात्र/छात्रा इंटरमीडिएट किसी भी विषय से पास है, वो ए.एन.एम. एवं जी.एन.एम. नर्सिंग पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते है एवं बी.एस.सी. (नर्सिंग) के लिए बायोलॉजी के साथ अंग्रेजी विषय अनिवार्य .  संस्थान के निदेशक ने कहा जी.एन.एम. एवं बी.एस.सी. (नर्सिंग) कोर्स में स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड की सुविधा भी बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई है.  उन्होंने कहा प्रशिक्षण के दौरान नर्सिंग प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए पीएचसी, सीएचसी, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल एवं छपरा सदर अस्पताल से भी अनुमति मिल गयी है. संस्थान का हेल्पलाइन नंबर 8434488994, 9430496162 और वेबसाइट www.krnursingcollege.com है.

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बिहार बोर्ड ने इंटर की प्रैक्टिकल परीक्षा 2023 के लिए प्रवेश पत्र किए जारी, ऐसे करें चेक

Chhapra: बिहार बोर्ड बीएसईबी 12वीं प्रैक्टिकल परीक्षा एडमिट कार्ड 2023 अब ऑनलाइन उपलब्ध है। आपको बता दें कि बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर बिहार बोर्ड बीएसईबी 12वीं प्रैक्टिकल परीक्षा 2023 के एडमिट कार्ड जारी कर दिया हैं। जो भी छात्र बीएसईबी द्वारा 10 जनवरी 2023 से 20 जनवरी 2023 तक बिहार बोर्ड बीएसईबी 12वीं प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, वो सभी छात्र अपना एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर से प्राप्त कर सकते है।

बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षा 2023 के लिए एडमिट कार्ड 10 जनवरी 2023 तक बिहार बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगा इसके बाद इस एडमिट कार्ड ऑफिशियल वेबसाइट से हटा दिया जाएगा। अतः स्कूल के प्राचार्य द्वारा सभी अभ्यर्थी 10 जनवरी 2023 से पहले अपना एडमिट कार्ड अवश्य डाउनलोड कर ले।

बिहार बोर्ड द्वारा हर साल इंटरमीडिएट फाइनल वार्षिक परीक्षा से पहले प्रैक्टिकल परीक्षा का आयोजन किया जाता है। इस बार भी समिति द्वारा बिहार बोर्ड इंटर प्रैक्टिकल परीक्षा तिथि 2023 की घोषणा की गई है। आपके जानकारी के लिए बता दें की, बिहार बोर्ड इंटर प्रैक्टिकल परीक्षा (Bihar Board Inter Practical Exam 2023) का आयोजन 10 जनवरी 2023 से 20 जनवरी 2023 तक की जाएगी। बीएसईबी प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड (Bihar Board Inter Practical Admit Card 2023) को डाउनलोड करने का डायरेक्ट लिंक नीचे उपलब्ध करा दिया गया है।

बीएसईबी इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल एडमिट कार्ड बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से इंटरमीडिएट शैक्षणिक संस्थान के स्कुल/कॉलेज के प्राचार्य द्वारा डाउनलोड किया जा सकता है। स्कुल/कॉलेज के प्राचार्य अपने यूजर आईडी और पासवर्ड के माध्यम से इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल एडमिट कार्ड (Bihar Board Inter Practical Admit Card 2023) डाउनलोड करेंगे और उस पर हस्ताक्षर कर सभी छात्रों को सौंप कर देंगे, यानी की सभी छात्र अपने अपने स्कूल/कॉलेज में जाकर के प्राचार्य से एडमिट कार्ड (Inter Practical Admit Card 2023) प्राप्त कर सकते हैं।

बिहार बोर्ड 12वीं प्रैक्टिकल एडमिट कार्ड 2023 डाउनलोड कैसे करे

1. सबसे पहले बिहार बोर्ड के ऑफिशियल वेबसाइट को ओपन करें।

2. बिहार बोर्ड की ऑफिशल वेबसाइट लिंक नीचे उपलब्ध है।

3. इसके बाद स्टूडेंट्स सेक्शन पर क्लिक करें।

4. अब एडमिट कार्ड डाउनलोड लिंक पर क्लिक करें।

5. इसके बाद यूजर आईडी और पासवर्ड की मदद से इंटर प्रैक्टिकल एडमिट कार्ड डाउनलोड करें।

6. अब प्रैक्टिकल एडमिट कार्ड का प्रिंट आउट कर ले।

इटरमीडिएट शैक्षणिक संस्थान के प्रमुख द्वारा प्रदान की गई यूजर आईडी और पासवर्ड की सहायता से बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करके, सभी उम्मीदवारों का प्रवेश पत्र डाउनलोड किया जाएगा और संबंधित उम्मीदवारों को उनके हस्ताक्षर और मुहर के साथ दिया जाएगा।

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एचएम के प्रयास से मध्य विद्यालय के डिजिटल क्लास में पढ़ेंगे छात्र, बाल दिवस पर हुआ उद्घाटन

Chhapra: सरकारी विद्यालय में स्मार्ट क्लास में पढ़ना वहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए सपना सा लगता है. देश भले ही आजादी के 75वी वर्षगांठ मना रहा हो लेकिन सरकारी स्कूलों में आज भी बच्चें प्लास्टिक के बोरियों पर बैठ कर ही पढ़ते है, उनके लिए आज भी सीमेंट और चावल, आटे की बोरियां झोला (बैग) है. जहां प्रतिवर्ष विद्यालय के विकास के नाम पर 75 हजार रुपए की राशि मिलती हो ऐसे सैकड़ों विद्यालयों में शिक्षकों की मेहरबानी से आज छात्रों के लिए बुनियादी सुविधाएं नदारद है. लेकिन इस व्यवस्थाओं के बीच कई ऐसे भी शिक्षक है जो जन भागीदारी और सीमित संसाधनों में अपने विद्यालय को सुसज्जित कर निजी विद्यालयों को टक्कर दे रहे है.

सारण जिले के नगरा प्रखण्ड स्थित लोहा छपरा सरकारी विद्यालय में सोमवार को बाल दिवस के अवसर पर बच्चों को स्मार्ट क्लास समर्पित किया गया. जिले का यह पहला मध्य विद्यालय होगा जहां स्मार्ट क्लास में छात्र शिक्षा लेंगे.

उत्क्रमित मध्य विद्यालय लोहा छपरा में बने स्मार्ट क्लास का उद्घाटन नगरा प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि योगेंद्र प्रसाद चौरसिया, कोरेयाँ पंचायत के मुखिया ललित कुमार यादव, खैरा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि सह पैक्स अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से फिता काटकर किया.

वही इस मौके पर प्रभारी प्रधानाध्यापक विजयेंद्र विजय ने बताया कि स्मार्ट क्लास से बच्चों को नई शिक्षा पद्धति के द्वारा क्लास चलाने में सहूलियत होगी. शैक्षणिक गतिविधि आधारित शिक्षा में सहयोग प्रदान होगा साथ ही डिजिटल इंडिया का सपना साकार होगा.

विजेंद्र विजय ने बताया कि यूनियन बैंक के प्रबंधक अनुज कुमार राजन द्वारा स्मार्ट टीवी का सहयोग दिया गया है.

वही प्रमुख प्रतिनिधि चौरसिया ने कहा कि नगरा प्रखंड के लिए यह एक पहला प्राथमिक पाठशाला है जहां स्मार्ट टीवी से पढ़ाई होने जा रहा है.

इस विद्यालय की बुनियादी सुविधा में वृद्धि को लेकर हर संभव हम मदद करेंगे और इस विद्यालय को मॉडल विद्यालय के रूप में स्थापित किया जाएगा.

स्थानीय मुखिया ललित प्रसाद यादव ने कहा कि जल्द ही विद्यालय में ईटाकरण एवं विद्यालय में बेंच अपने स्तर उपलब्ध कराएंगे.

वही गणेश शाह पंचायत समिति प्रतिनिधि कोरेयां ने 5 जोड़ी बेंच देने का वादा किया.

बताते चले कि मध्य विद्यालय लोहा छपरा में सभी बच्चें और शिक्षको के लिए ड्रेस कोड निर्धारित है. सभी के पास परिचय पत्र उपलब्ध है वही बेहतर बागवानी भी कराई गई है. अन्य विद्यालयों की तरह भले ही बेंच ना हो लेकिन यहां बच्चों के बैठने के लिए दरी उपलब्ध है. प्रधान शिक्षक का कहना है कि सरकार राशि उपलब्ध कराती है जितना कार्य हो सकता है वह किया जाता है लेकिन जनभागीदारी और सहयोग से सरकारी विद्यालय को और भी बेहतर बनाया जा सकता है जरूरत कुछ कर गुजरने की जिसके लिए सभी को संकल्प लेना होगा.

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जेईई-नीट कोचिंग फिजिक्स वाला अब छपरा में

Chhapra: 2014 में फिजिक्स गुरु अलख पांडे द्वारा स्थापित फिजिक्स वाला 2020 और 2021 में जेईई / एनईईटी छात्रों के लिए लोकप्रिय विकल्प बनकर उभरा. फिजिक्स वाला की सफलता का कारण न्यूनतम शुल्क पर गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने की उनकी प्रतिबद्धता थी.

ऑनलाइन शिक्षा को सुलभ बनानेके बाद, 2022 में फिजिक्स वाला ने पाठशाला सेंटर और विद्यापीठ सेंटर स्थापित करके उसी मिशन के साथ ऑफ़लाइन शिक्षा में कदम रखा.

पटना, भागलपुर, दरभंगा, पूर्णिया में कोचिंग सेंटर स्थापित करने के बाद फिजिक्स वाला ने छपरा में स्कूल इंट्रीग्रेटेड सेंटर स्थापित करेगा.

हाल ही में फिजिक्स वाला ने 2023-24 सन के लिए छपरा में सेंटर स्थापित करने के लिए रितजय चैरिटेबल फाउंडेशन के साथ करार किया है.

आरसीएफ निदेशक अनीता सिंह ने हमें बताया कि छपरा जिले से हर साल पांच हजार से अधिक छात्र सीबीएसई की दसवीं बोर्ड पास करते है. लेकिन इनमें से कुछ ही छात्र को उच्च शुल्क और गुणवत्ता पूर्ण कोचिंग विकल्पों के आभाव के कारण जेईई एनआईटी की तैयारी करने का मौका मिल पाता है.

परिणामस्वरूप अधिकांश छात्र विशेष रूप से लड़कियां खुद सीबीएसई की बारहवी और विश्विद्यालय प्रवेश परीक्षाओं तक सीमित रह जाती है.

शहर से ऑनलाइन माध्यम में तैयारी करने वाले छात्रों को भी निरंतरता और अनुशासन की कमी, डाउट क्लियरेंस का अभाव, प्रतिस्पर्धा की कमी और पाठ्यक्रम के बैकलॉग के कारण किठनाइयों का सामना करना पड़ता है. यहां तक कि जो माता-पिता अपने छात्रों को शहर से बाहर पढ़नेके लिए भेजते है.उन्हें भी तीन लाख रुपए तक की कोचिंग फीस और औसतन 10,000 रूपये के मासिक खर्च का सामना करना पड़ता है. इसी वजह से पछले तीन वर्ष में जेईई-नीट की तैयारी के लिए शहर से बाहर जाने वाले छात्रों में कमी आई है.

फिजिक्स वाला सेंटर के निदेशक अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि ऐसे समय में जब कोचिंग उद्योग को पैसा कमाने का पर्याय माना जाता है. फिजिक्स वाला स्कूल इंट्रीगेटेड सेंटर केवल योग्यता के आधार पर नामांकन लेकर अपनी पहचान बनाएगा. छात्र को सेंटर द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के आधार पर ही दाखिला दिया जायेगा और सभी भाग लेने वाले उम्मीदवारों के परिणाम प्रकाशित किए जायेगे. यदि कोई माता- पिता यह निर्धारित करना चाहते है कि उनके बेटी को जेईई / एनईईटी की तैयारी करनी चाहिए या नहीं तो वह अपने बेटे बेटियो को आगामी सीईईटी में भाग लेना चाहिए.

मेरिट के आधार पर प्रवेश लेने का उनमें यह सुनिश्चित करना है कि माता पिता की फीस का भुगतान तभी करें जब जेईई-एनईईटी की तैयारी के लिए सक्षम हो. सेंटर एलिजिबिलिटी एवं एंट्रेस परीक्षा दसवीं (2022-23) के छात्रों के लिए 11 दिसंबर 2022 और 21 जनवरी 2023 को ए एन डी हाई स्कूल भिखारी चौक, तेलपा में आयोजित की जाएगी. सेंटर निदेशक अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि स्कूल इंट्रीगेटेड कई मायनो में जेईई-नीट कोचिंग से अलग होगा. जेईई – नीट की कक्षाएं ऑनलाइन माध्यम के साथ-साथ ऑफलाइन माध्यम में भी आयोजित की जाएंगी.

इंटीक्टिव स्मार्ट क्लास के माध्यम से दिल्ली के फिजिक्स वाला के विशेषज्ञों द्वारा लाइव क्लासेज और डाउट क्लास लिए जायेगे. वही ऑफलाइन क्लास और डाउट क्लास भी शिक्षको द्वारा ली जाएगी. जिन्होंने पहले कोटा, दिल्ली और पटना जैसे शहरों में पढ़ाया है. सभी छात्रों को फिजिक्स वाला की अन्य सेंटर पर उपलब्ध कराए जाने वाले स्टडी मटेरियल और अन्य सामान सुविधाएं दी जाएगी. इसके अलावे छात्रों को स्टडी मटेरियल एवं टेस्ट सीरीज जो की जेईई नीट टॉपर्स के द्वारा तैयार किया जाता है. इसके साथ साथ छात्रों को बेहतर वातावरण में शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से एसी क्लास, लाइब्रेरी, लैब, हॉस्टल, वाहन सुविधा भी उपलध कराई जाती है. इस संबंध में किसी भी तरह की जानकारी के लिए छात्र या अभिभावक ए एन डी स्कूल में संपर्क कर सकते है.

 

 

 

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के सोशल साइंस ब्लॉक में आर एस ए की सदस्यता अभियान सातवें दिन प्रारंभ की गई। छात्र संगठन आर एस ए से जुड़ने के लिए गजब का उत्साह छात्र-छात्राओं में दिखा।

सदस्यता अभियान काउंटर पर छात्र-छात्राओं की लंबी भीड़ लगी रही। संगठन के नेता प्रकाश नारायण ने कहा कि सदस्यता अभियान आर एस ए संगठन का महापर्व अभियान है। आर एस ए पढ़ाई के साथ लड़ाई अभियान एवं छात्रों में सामाजिक व राष्ट्रनिर्माण के प्रति समर्पण की भावना विकसित करती है।

सदस्यता प्रभारी राहुल यादव ने कहा कि सदस्यता अभियान में नए छात्रों को राष्ट्रीयता एवं राष्ट्रप्रेम का बोध कराने का काम शुरू किया गया है। महाविद्यालय, विश्वविद्यालय एवं नगर के अलावा गांव में प्रखंडों में विभिन्न इकाइयों में जाकर छात्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया जा रहा है। विश्वविद्यालय अध्यक्ष सौरभ कुमार गोलू ने कहा कि ठीक करेंगे चार काम प्रवेश,पढ़ाई,परीक्षा और परिणाम के लिए लगातार संगठन संघर्ष कर रही है। इस लड़ाई को और धारदार बनाने हेतु सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। इस वर्ष 40000 छात्र-छात्राओं को सदस्य बनाया जाएगा।

 

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ABVP की छात्रा कार्यकारिणी की हुईं बैठक

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की छात्रा कार्यकर्ताओं की बैठक राजेंद्र महाविद्यालय में आयोजित हुई. जिसमें संगठन कार्य में छात्रा सहभागिता पर विशेष चर्चा हुई.

मौके पर उपस्थित अपराजिता सिंह व मधु शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि विद्यार्थी परिषद सर्वव्यापी, सर्वस्पर्शी सिद्धांत पर कार्य करती है.

संगठन में सबकी सहभागिता महत्वपूर्ण है. इसलिए आने वाले समय में आधी आबादी को संगठन से जोड़ने का विशेष कार्य किया जाएगा.

 

छात्राओं से संबंधित समस्याओं को प्राथमिकता देकर उसके समाधान के लिए प्रयास किए जाएंगे. विद्यार्थी परिषद आगामी महीनों में ऋतूमती व मिशन साहसी जैसे महिलाओं के लिए कार्यक्रम आयोजित करेगी. इसके माध्यम से महिला स्वास्थ्य, सुरक्षा के हित में होगा.

वही जयप्रकाश विश्वविद्यालय में फैले शैक्षणिक अराजकता व भ्रष्टाचार को लेकर भी छात्राओं ने चर्चा किया.

इसके विरुद्ध आवाज उठाने के भी रणनीति बनाई जाएगी. इस मौके पर माधुरी शर्मा, कविता कुमारी, मनीषा कुमारी, अनुकृति कुमारी, खुशी कुमारी, सुमन कुमारी, श्रेया श्रुति, अंजली कुमारी, आदित्या कुमारी आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की बैठक गंगा सिंह महाविद्यालय परिसर में आयोजित हुई. जिसमें नए सत्र की कॉलेज इकाई गठन की घोषणा की गई.

इस प्रकार है:- 1. कॉलेज अध्यक्ष: हिमांशु कुमार 2. कॉलेज उपाध्यक्ष: रोहित कुमार, पूर्वा कुमारी 3.कॉलेज मंत्री प्रवीण कुमार4. कॉलेज सह मंत्री पल्लवी कुमारी, नीलू कुमारी ,कुंदन कुमार 5.एनएसएस कार्य प्रमुख दिव्या 6.एसएफएस कार्य प्रमुख मनीषा कुमारी 7.एसएफडी कार्य प्रमुख रोमी कुमारी 8. कार्यकारिणी सदस्य:- सौरभ कुमार, दीपक कुमार, आदित्य राज, बिट्टू कुमार, नेहा कुमारी, रिंकी कुमारी अजीत, विकास, स्वीटी कुमारी जुली कुमारी, पिंकी कुमारी काजल कुमारी, गौरी कुमारी निकिता कुमारी का नाम शामिल है. इस मौके पर विभाग संगठन मंत्री पुरुषोत्तम कुमार नगर मंत्री मुख्य रविशंकर कुमार उपस्थित थे.

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मानसिक दिवालियापन के शिकार है कुलपति, नैतिकता के आधार पर दे इस्तीफा :ABVP

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित की गई. जिसमें जयप्रकाश विश्वविद्यालय में स्नातक तृतीय वर्ष के परीक्षा तिथि में लगातार हो रहे बदलाव को लेकर परिषद के कार्यकर्ताओं ने चिंता जताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है.

लागातार हो रहे परीक्षा तिथि में बदलाव एवं झूठा आश्वासन देकर छात्रों को बरगलाया जा रहा है. विश्वविद्यालय प्रशासन के उदासीन रवैया के कारण सारण प्रमंडल के छात्र त्रस्त हैं तथा नए सत्र में छात्र दूसरे विश्वविद्यालय की ओर पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कान में रुई और आंख में पट्टी बांधकर बैठी हुई है.

छात्र नेताओं ने कहा कि जिस प्रकार से छात्रों को बरगलाया जा रहा है इससे स्पष्ट होता है कि कुलपति मानसिक दिवालियापन के शिकार हो चुके हैं. अगर कुलपति में थोड़ी सी भी नैतिकता बची हो तो अपने सारे सुख सुविधा की चिंता छोड़ते हुए छात्र हितों में कि वह अपने पद से इस्तीफा दे दें.

बैठक में विभाग संगठन मंत्री पुरुषोत्तम कुमार, विश्वविद्यालय संयोजक रजनीकांत सिंह, रवि पांडेय, राजन सिंह, रविशंकर आदि उपस्थित थे.

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3 महीनों से वेतन की टकटकी लगाए शिक्षकों की उम्मीद पर फिरा पानी, दुर्गपुजा के बाद ही वेतन के आसार

Chhapra: सरकारी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक वेतन को लेकर टकटकी लगाए रहते है. एक तरफ सरकार जहां सूबे में रोजगार को लेकर बड़े बड़े वादे कर रही है वही दूसरी ओर कार्यरत कर्मचारियों के वेतन के लाले पर रहे है. कर्मियो की हालत ऐसी हो चली है कि बच्चों की पढ़ाई और अन्य खर्चे को कौन कहे दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो चला है. दो महीने से वेतन की टकटकी लगाए समग्र शिक्षा से वेतन पाने वाले शिक्षकों को एक बार फिर से निराशा हाथ लगी है. अब उनकी दुर्गापूजा भी फीकी रहेगी.

राज्य के शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मियों की लापरवाही के चलते शिक्षकों को दशहरा के मौके पर भुगतान नहीं होने जा रहा है. ऐसे में राज्य के लाखों शिक्षकों की उम्मीद फिर से धराशाई हो गई है.

दो महीनो से वेतन की आस में टकटकी लगाए शिक्षकों को इस दुर्गापूजा में वेतन की आस थी. वेतन की प्रक्रिया भी चल ही रही थी जिससे शिक्षक खुश थे कि बच्चों का मेला का आनंद लेगे. लेकिन विभाग के कर्मियो की लापरवाही के चलते उनकी उम्मीदों पर पानी फिर चुका है जिसके चलते अब दुर्गापूजा के बाद ही वेतन की आस है.

बताया जा रहा है कि शिक्षा विभाग के राज्य कार्यालय द्वारा समग्र शिक्षा से वेतन पाने वाले शिक्षकों का आवंटन जारी किया जाना था. लेकिन आवंटन बिल में गड़बड़ी होने के कारण पूरी संचिका वापस हो गई. अब इस संचिका को दुरुस्त कर नए सिरे से आवंटन बिला तैयार किया जाएगा जिसमे 3 से 4 दिन का समय लगेगा. पूरी प्रक्रिया में एक से डेढ़ सप्ताह का समय लगेगा तब जाकर शिक्षकों के वेतन की राशि जिले के प्राप्त होगी. इन प्रक्रियाओं के बीच में ही बैंक दुर्गापूजा के लिए बंद हो जायेगे जो पूजा बाद खुलेगे. इन प्रक्रियाओं के आधार पर अगर सबकुछ ठीक रहा तो दुर्गापूजा बाद ही शिक्षको को वेतन नसीब होगा.

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-67 कॉलेजों के 79 यूजी प्रोग्रामों में होंगे दाखिले, तीन चरणों में चलेगी दाखिला प्रक्रिया

नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय ने सोमवार को शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए अपने स्नातक कार्यक्रमों में सीयूईटी परीक्षा के माध्यम से प्रवेश के लिए पोर्टल लॉन्च किया है। पोर्टल के तहत पंजीकरण प्रक्रिया शुरू होती है, छात्र एक फॉर्म भरकर डीयू और उससे संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं। छात्रों को फॉर्म के लिए 250 रुपये का शुल्क देना होगा। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 100 रुपये है। डीयू ने आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए 30 फीसदी अतिरिक्त सीटें भी आरक्षित की हैं।

डीयू कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने सीएसएएस-2022 (एलोकेशन-कम-एड्मिशन पोलिसिस) पोर्टल को लॉन्च करते हुए बताया कि इस वर्ष 67 कॉलेजों, विभागों और केंद्रों में 79 यूजी प्रोग्रामों में दाखिले दिये जाने हैं जिनमें बीए प्रोग्रामों के लिए 206 संयोजन (कंबिनेशन) शामिल हैं। यह प्रक्रिया इसी पोर्टल के माध्यम से ही सम्पूर्ण होगी।

कुलपति ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि देश भर से करीब 6 लाख 14 हजार विद्यार्थियों ने डीयू को अपनी प्राथमिकताओं में शामिल किया है। उन्होंने बताया कि सीएसएएस-2022 तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा जिसमें पहले चरण में दिल्ली विश्वविद्यालय में आवेदन करना होगा, दूसरे चरण में वरीयता भरना और तीसरे चरण में सीट आवंटन-सह-प्रवेश होगा।

कुलपति ने बताया कि रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास रहेगा कि स्पॉट राउंड से पहले दो अलाटमेंट राउंड रखे जाएं ताकि किसी भी इच्छुक विद्यार्थी को दिक्कत न रहे। उन्होंने आवेदकों से आह्वान किया वे अधिक से अधिक विकल्प भरें ताकि अपनी पसंद के कालेज और विषयों के अलाटमेंट में उन्हें कोई दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि हमने पॉलिसी को इस प्रकार से बनाया है कि परेशानियों को कम से कम किया जा सके, इसके बावजूद भी हमने मिड एंट्री दाखिलों का भी प्रावधान किया ताकि किसी कारण वश जो आवेदक छूट गए हैं उनको भी मौका मिल सके।

कुलपति ने बताया कि ईसीए और स्पोर्ट्स कोटे के विद्यार्थियों के लिए ट्रायल 10 अक्टूबर के बाद होंगे और विद्यार्थियों की कक्षाएं संभवत: एक नवंबर से शुरू कर दी जाएंगी। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि रिजर्व कैटेगरी के दाखिलों को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह से संजीदा है इसीलिए रिजर्व कैटेगरी के लिए पहले राउंड में ही 30 प्रतिशत अतिरिक्त दाखिलों का प्रावधान रखा गया है। इस अवसर पर उनके साथ दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ विकास गुप्ता, डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी और पीआरओ अनूप लाठर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।

इस अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय की डीन एडमिशन प्रो. हनीत गांधी ने दाखिला प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया पहले चरण के तहत सीएसएएस-2022 के लिए एससी, एसटी और पीडबल्यूबीडी वर्ग के आवेदकों के लिए 100 रुपये और यूआर, ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस वर्ग के लिए 250 रुपये का एकमुश्त आवेदन शुल्क देना होगा जोकि नॉन-रिफ़ंडेबल होगा। दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के इच्छुक उम्मीदवारों को सीएसएएस-2022 आवेदन पत्र के माध्यम से ही आवेदन करना होगा। सीएसएएस-2022 में आवेदन करने के लिए सीयूईटी (यूजी)-2022 की आवेदन संख्या अनिवार्य होगी। आवेदक द्वारा सीयूईटी (यूजी)-2022 के दौरान प्रस्तुत किए गए व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, फोटो और हस्ताक्षर आदि सीएसएएस-2022 में स्वतः एकीकृत हो जाएंगे।

उन्होंने कहा कि उम्मीदवार अपने व्यक्तिगत विवरण, श्रेणियां, उप-श्रेणियां, जाति जमा करने में सावधानी बरतें क्योंकि एक बार सबमिट होने के बाद ये विवरण बदले नहीं जा सकेंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय से सभी संचार केवल सीएसएएस-2022 आवेदन पत्र में भरी गई ईमेल आईडी पर ही किए जाएंगे। उम्मीदवारों को उन सभी विषयों के अंक भी सबमिट करने होंगे जिनमें उन्होंने बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की है। उम्मीदवार बारहवीं कक्षा के अंक भरते समय अत्यधिक सावधानी बरतें क्योंकि यदि मेरिट टाई हो जाती है तो ये अंक उसको तोड़ने का आधार बनेंगे।

प्रो. गांधी ने बताया कि सीएसएएस का दूसरा चरण सीयूईटी (यूजी)-2022 के परिणाम घोषित होने के बाद शुरू होगा। इस चरण में, उम्मीदवारों को अपने प्रोग्राम और कॉलेज संयोजन का चयन करना होगा और अपनी वरीयताएं भरनी होंगी। प्रोग्राम और कॉलेज संयोजन के चयन का क्रम भी सीटों के आवंटन के लिए वरीयता क्रम का निर्धारण करेगा। इसलिए, उम्मीदवार को वरीयता क्रम में प्रोग्राम और कॉलेज संयोजनों की वरीयता को ध्यान से प्राथमिकता देनी चाहिए। अंत में, उम्मीदवारों को वरीयता भरने के चरण के अंतिम दिन पर या उससे पहले ‘सबमिट’ पर क्लिक करके प्रोग्राम और कॉलेज संयोजनों के लिए वरीयता क्रम की पुष्टि करनी होगी। समय सीमा समाप्त होने के बाद प्रोग्राम और कॉलेज संयोजन वरीयता सूची के बदलाव की अनुमति नहीं दी जाएगी।

एक बार किसी विशेष राउंड में सीट आवंटित हो जाने के बाद, उम्मीदवार को दिए गए आवंटन राउंड के लिए निर्दिष्ट अंतिम तिथि व समय से पहले उसे आवंटित सीट को ‘स्वीकार’ करना होगा। किसी विशेष आवंटित सीट की स्वीकृति का प्रावधान केवल उसी दौर के लिए मान्य होगा जिसमें उम्मीदवार को सीट आवंटित की गई थी। आवंटित सीट के लिए गैर-स्वीकृति के रूप में कार्रवाई नहीं की जाएगी। इसे अनंतिम रूप से आवंटित सीट में डिकलाइन के रूप में माना जाएगा और उम्मीदवार अब सीएसएएस-2022 के बाद के दौर में भाग लेने में सक्षम नहीं होगा। यदि किसी उम्मीदवार को किसी विशेष राउंड में कई सीटों की पेशकश की जाती है, तो उसे केवल एक सीट को ही स्वीकार करना चाहिए। एक बार जब उम्मीदवार अनंतिम रूप से आवंटित सीट को “स्वीकार” कर लेता है, तो संबंधित कॉलेज उम्मीदवार द्वारा अपलोड की गई पात्रता और दस्तावेजों की जांच करेगा। सत्यापन के बाद, कॉलेज उम्मीदवार की अनंतिम रूप से आवंटित सीट को ‘स्वीकृति’ या ‘अस्वीकार’ करेगा। एक बार कॉलेज की मंजूरी के बाद, उम्मीदवार को ‘प्रवेश शुल्क’ का भुगतान करना होगा। प्रवेश शुल्क का सफल प्रेषण उम्मीदवार के आवंटित कॉलेज और प्रोग्राम में अनंतिम प्रवेश की पुष्टि करेगा।

अस्वीकृति, रद्दीकरण और नाम वापसी के कारण खाली हुई सीटों की उपलब्धता के आधार पर, विश्वविद्यालय कई आवंटन राउंड घोषित कर सकता है। प्रत्येक आवंटन राउंड से पहले विश्वविद्यालय अपनी दाखिला वेबसाइट (admission.uod.ac.in) पर रिक्त सीटों को प्रदर्शित करेगा। सीएसएएस -2022 के लिए आवेदन करने वाले सभी उम्मीदवार सभी आवंटन राउंड के लिए पात्र होंगे, सिवाय उन आवेदकों के जिनकी आवंटित सीट/ दाखिला किसी भी कारण से रद्द कर दिया गया हो। जो उम्मीदवार “अपग्रेड” का विकल्प चुनते हैं, उन पर सीटों की उपलब्धता के अनुसार बाद के सीएसएएस-2022 आवंटन राउंड में विचार किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने ऐसा प्रावधान भी किया है जिसके माध्यम से आवेदक अनुमोदन के दौरान कॉलेज द्वारा उठाए गए किसी भी प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं।

अपग्रेड किए गए उम्मीदवार को अपग्रेड की गई सीट को ‘स्वीकार’ करना होगा और अपग्रेड आवंटित सीट पर प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यदि कोई उम्मीदवार अपग्रेड की गई सीट पर कोई गतिविधि नहीं करता है, तो इसे डिफ़ॉल्ट रूप से रद्द माना जाएगा और उम्मीदवार सीएसएएस-2022 से बाहर हो जाएगा। यदि कोई उम्मीदवार अपग्रेड नहीं होता है, तो उसकी पिछली सीट पर प्रवेश बरकरार रखा जाएगा। जिस उम्मीदवार ने आवंटित सीट पर दाखिला ले लिया हो और इसे जारी रखना चाहता है, उसे अपने डैशबोर्ड के माध्यम से ‘फ्रीज’ को स्विच करना चाहिए। ‘फ्रीज’ का चयन करने के पश्चात उम्मीदवार को “अपग्रेडेशन” का विकल्प चुनने की अनुमति नहीं मिलेगी।

टाई की स्थिति में उसे तोड़ने के लिए निम्नलिखित नियमों का प्रावधान भी किया गया है। इनके तहत बारहवीं कक्षा के सर्वश्रेष्ठ 3 विषयों में कुल अंकों का उच्च प्रतिशत; बारहवीं कक्षा के सर्वश्रेष्ठ 4 विषयों में कुल अंकों का उच्च प्रतिशत; बारहवीं कक्षा के सर्वश्रेष्ठ 5 विषयों में कुल अंकों का उच्च प्रतिशत व उम्मीदवार की आयु को शामिल किया गया है। प्रो. हरनीत गांधी ने बताया कि नियमित सीएसएएस-2022 राउंड के पूरा होने के बाद, यदि सीटें खाली रहती हैं, तो विश्वविद्याय प्रवेश के स्पॉट राउंड की घोषणा कर सकता है।

मिड-एंट्री का भी है प्रावधान
निर्धारित समय के दौरान किन्ही कारणों से सीएसएएस-2022 के लिए आवेदन करने में विफल रहे उम्मीदवारों के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय मिड-एंट्री का प्रावधान भी कर रहा है। ऐसे उम्मीदवार सीएसएएस-2022 में मिड-एंट्री शुल्क के रूप में 1000 रुपये का भुगतान करके भाग ले सकते हैं। हालांकि, मिड एंट्री एडमिशन के लिए केवल तभी विचार किया जा सकता है जब उन सभी उम्मीदवारों के सीट आवंटन हो चुके हों जिन्होंने पहले आवेदन किया था और न्यूनतम घोषित स्कोर से अधिक योग्यता अंक आवंटित किए गए थे। (बी.ए. (बी.ए.) ऑनर्स) म्यूजिक, बीएससी फिजिकल एजुकेशन, हेल्थ एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स), ईसीए और स्पोर्ट्स सुपरन्यूमेरी कोटा जैसे प्रदर्शन-आधारित प्रोग्रामों के लिए मिड एंट्री प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

प्रदर्शन-आधारित प्रोग्रामों में सीट आवंटन
प्रदर्शन-आधारित प्रोग्रामों में सीट आवंटन के लिए 50 प्रतिशत सीयूईटी स्कोर से और 50 प्रतिशत वेटेज प्रफ़ोर्मेंस टेस्ट स्कोर से दिया जाएगा। ईसीए और स्पोर्ट्स सुपरन्यूमेरी कोटा के तहत प्रवेश के लिए 25 प्रतिशत सीयूईटी स्कोर और 75 प्रतिशत वेटेज सर्टिफिकेट और ट्रायल को दिया जाएगा। ईसीए और खेल दोनों के लिए 1 अप्रैल 2017 से 30 जून 2022 की समयावधि के बीच जारी किए गए प्रमाणपत्रों पर ही विचार किया जाएगा। ईसीए और स्पोर्ट्स सुपरन्यूमेरी कोटा में प्रवेश के लिए सीट आवंटन का आधार संयुक्त ईसीए मेरिट (सीईएम) और संयुक्त स्पोर्ट्स मेरिट (सीएसएम) के अनुसार होगा।

पहले राउंड में होंगे अतिरिक्त एलोकेशन
दिल्ली विश्वविद्यालय ने यह भी निर्णय लिया है कि सीट आवंटन के पहले दौर में प्रत्येक कॉलेज के प्रत्येक प्रोग्राम में यूआर, ओबीसी-एनसीएल, ईडब्ल्यूएस श्रेणियों में 20 प्रतिशत और एससी, एसटी, पीडब्ल्यूबीडी श्रेणियों में 30 प्रतिशत अतिरिक्त एलोकेशन (आवंटन) किया जाएगा। डीन एडमिशन श्रीमती डॉ. हनीत गांधी ने आवेदकों को सलाह दी कि वे प्रवेश से संबंधित सभी अपडेट, शेड्यूल और दिशानिर्देशों के लिए नियमित रूप से विश्वविद्यालय की प्रवेश वेबसाइट और उनके डैशबोर्ड को देखते रहें।

उन्होंने कहा कि आवेदक सतर्क रहें और केवल दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट (www.admission.uod.ac.in) पर प्रकाशित जानकारी पर ही भरोसा करें। सभी प्रामाणिक सूचनाओं, घोषणाओं और कार्यक्रम के लिए उम्मीदवारों को केवल दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जाना चाहिए। ध्यान रखें कि विश्वविद्यालय केवल “du.ac.in” के साथ समाप्त होने वाले डोमैन की ईमेल आईडी के माध्यम से मेल करता है।

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Chhapra: प्रभुनाथ महाविद्यालय, परसा में हिंदी विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी दिवस के अवसर पर पुरस्कार वितरण व समापन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता रहे विद्यार्थियों को किताबें देकर पुरस्कृत किया गया।

सर्वप्रथम महाविद्यालय की परंपरा के अनुसार सभी अतिथियों को पौधा और अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत किया गया। फिर हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. कुमार वरुण ने अपने स्वागत भाषण से अतिथियों का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया।

विदित हो कि समापन समारोह में ख्याति प्राप्त, साहित्य अकादमी और भारत भारती जैसे सम्मान से सम्मानित विदुषी पद्मश्री उषा किरण खान ने बतौर मुख्य वक्ता के रूप में अपने एकल व्याख्यान से बच्चों को हिंदी की महत्ता से परिचित कराया। अपने व्याख्यान में राज भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये बच्चों को हिंदी के प्रति जागरूक करने की कोशिश कीं। उन्होंने बताया कि हिंदी पढ़ कर कई प्रशासनिक क्षेत्रों में अपनी सेवा दे सकते हैं। हिंदी सिर्फ़ पढ़ने-पढ़ाने तक ही सीमित नहीं है, अपितु हिंदी का फलक काफ़ी व्यापक है।

विशिष्ट अतिथि,विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. रवि प्रकाश `बब्लू´ ने हिंदी,जीवन और दर्शन को एक साथ जोड़ते हुये मानवीय जीवन के उद्देश्यों से विद्यार्थियों को रूबरू कराया। अंत में कुल सचिव महोदय ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के इस दोहे से बच्चों को हिंदी की महत्ता को समझाने का सफल प्रयास किया –

” निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।
विविध कला शिक्षा अमित, ज्ञान अनेक प्रकार।
सब देसन से लै करहू, भाषा माहि प्रचार।।”

वहीं मुख्य अतिथि की भूमिका में जयप्रकाश विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. फारूक अली ने बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी निज भाषा के प्रति हमेशा संवेदनशील होना पड़ेगा। भाषा का काम आपस में भेद पैदा करना नहीं है, भाषा तो लोगों को जोड़ने का काम करती है। अतः हमें उर्दू-हिंदी या हिंदी-अंग्रेजी के भेद से बचना होगा,तभी सही मायनों में मानवीय मूल्यों की स्थापना संभव है।

सम्मानित अतिथि के तौर शिरकत कर रहे प्रो. हरिश्चन्द्र ने हिंदी की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार रखें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुष्पराज गौतम ने इस अपूर्व आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए अपनी बातें कहीं।

धन्यवाद ज्ञापन जंतु विज्ञान विभाग की अध्यक्षा डॉ. इंदु कुमारी ने किया जबकि मंच सञ्चालन हिंदी विभाग के अविनाश भारती ने की। मौके पर डॉ. संजय सिंह, डॉ. अनिल कुमार, संजय कुमार राय,डॉ. अनीता कुमारी,डॉ. शमीम मालिक, चंदन प्रकाश, विकास रंजन, सौरभ भट्टाचार्य, दीपा मुख़र्जी, उषा कुमारी, डॉ. अजय कुमार, पंकज कुमार, गुड्डी कुमारी, मनीषा कुमारी, बबिता कुमार, अमोद कुमार दास, दिलीप कुमार चंद्रा, डॉ. यू. एन. झा, सिकन्दर कुमार राय आदि मौजूद थे।

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सीसीटीवी की निगरानी में 14 से 20 सितम्बर 2022 के बीच आयोजित होगी डी.एल.एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2022

Chhapra: जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा बताया गया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना द्वारा आयोजित होने वाली डी.एल.एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2022 दिनांक 14.09.2022 से 20.09.2022 तक छपरा शहर के तीन परीक्षा केन्द्र पर आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा पूर्णतः कम्प्यूटर बेसिक टेस्ट पर अधारित होगी। परीक्षा के लिए निलकंठ इन्फोटेक, अम्बिका आई.टी.आई. के नजदीक, बहुरिया कोठी, कटरा छपरा, वी. भार्गव प्रा. लि0, साहिल हुंडई के उपर बसाढ़ी भवन, ध्रुवदेव नगर, बाईपास रोड, रामनगर छपरा एवं रौशनी इन्टीच्युट ऑफ मैनेजमेंट एवं टेक्नॉलोजी, बैंक ऑफ बड़ौदा के पास, दहियावॉ टोला छपरा, बाईपास रोड पानी टंकी के पास, छपरा को केन्द्र बनाया गया है। परीक्षा का आयोजन तीन पालियों में किया जाएगा। प्रथम पाली पूर्वाह्न 08ः00 बजे से पूर्वाह्न 10ः30 बजे, द्वितीय पाली दोपहर 12ः00 बजे से अपराह्न 2ः30 बजे तक एवं तृतीय पाली अपराह्न 04ः00 बजे से अपराह्न 6ः30 बजे तक आयोजित हागी। परीक्षा हेतु अभ्यर्थियों को परीक्षा प्रारंभ होने के एक घंटा पूर्व रिर्पोटिंग करना आवश्यक होगा।

जिला पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि परीक्षा का आयोजन सी.सी.टी.वी के निगरानी में होगा। प्रत्येक केन्द्र पर परीक्षा प्रारंभ होने के आधा घंटा पूर्व से सी.सी.टी.वी कैमरा सक्रिय कर दिया जाएगा तथा परीक्षा समाप्ति के दो घंटा तक सक्रिय रहेगा साथ ही परीक्षा के पूरे आयोजन का वीडियोग्राफी भी होगी ताकि परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराया जा सके। परीक्षा के शांतिपूर्ण आयोजन हेतु परीक्षा केन्द्र पर पुलिस पदाधिकारी, गश्ती दण्डाधिकारी एवं 1-4 सशस्त्र बल एवं महिला सिपाही की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है जो परीक्षा प्रारंभ तिथि को परीक्षा प्रारंभ होने के दो घंटा पूर्व अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुँच कर परीक्षा समाप्ति के उपरांत तक विधि व्यवस्था को संधारित करेंगे। उड़नदस्ता दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी को सतत भ्रमणशील रहकर परीक्षा का संचालन कराते हुए विधि व्यवस्था को संधारित करने का निदेश दिया गया है।

यह परीक्षा बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम, 1981 के अंतर्गत आने के कारण परीक्षा प्रारंभ अवधि में अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा के द्वारा परीक्षा तिथि को केन्द्रों के 500 गज परिधि में दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत निषेद्याज्ञा लागू करने का आदेश जारी किया गया है। इस दौरान केन्द्र के 500 गज परिधि में शांति भंग करने के उद्वेष्य से पाँच या उससे अधिक व्यक्तियों को

एकत्रित होना प्रतिबंधित रहेगा। किसी व्यक्ति के द्वारा लाठी, भाला एवं अन्य घातक, विस्फोटक लेकर चलने, ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग को प्रतिबंधित किया गया है। परीक्षा प्रारंभ होने से पूर्व पूरे परीक्षा कक्ष को सेनीटाइज किया जाएगा। सभी के लिए कोविड-19 के अंतर्गत जारी दिशा-निर्देश का पालन करना अनिवार्य होगा। परीक्षार्थी मात्र एडमिट कार्ड के साथ परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेंगे। परीक्षा केन्द्र में कैलकुलेटर, मोबाईल फोन, कॉपी किताब, इलेक्ट्रॉनिक गजट आदि के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध होगा।

परीक्षा के लिए अनुमंडल कार्यालय, सदर छपरा के परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका नं0- 06152-242444 है जो परीक्षा के दिन प्रातः 06ः30 बजे से 7ः00 बजे संध्या तक कार्यरत रहेगा। जिस पर परीक्षा से संबंधित सूचना दी जा सकेगी। नियंत्रण कक्ष के प्रभार में सतेन्द्र चौधरी, सहायक निदेशक, पौधा संरक्षण सारण, मोबाइल नं0-9470020919 रहेंगे। इसके अलावे आकस्मिक स्थिति में जिला शिक्षा पदाधिकारी सारण मोबाईल नम्बर 8544411907, अनुमंडल पदाधिकारी सदर छपरा, मोबाईल नम्बर-9473191269 एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर छपरा, मोबाईल नम्बर- 94318000075 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

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