व्यापक है हिंदी का फलक: पद्मश्री उषा किरण खान

व्यापक है हिंदी का फलक: पद्मश्री उषा किरण खान

Chhapra: प्रभुनाथ महाविद्यालय, परसा में हिंदी विभाग एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में हिंदी दिवस के अवसर पर पुरस्कार वितरण व समापन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता रहे विद्यार्थियों को किताबें देकर पुरस्कृत किया गया।

सर्वप्रथम महाविद्यालय की परंपरा के अनुसार सभी अतिथियों को पौधा और अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत किया गया। फिर हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ. कुमार वरुण ने अपने स्वागत भाषण से अतिथियों का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया।

विदित हो कि समापन समारोह में ख्याति प्राप्त, साहित्य अकादमी और भारत भारती जैसे सम्मान से सम्मानित विदुषी पद्मश्री उषा किरण खान ने बतौर मुख्य वक्ता के रूप में अपने एकल व्याख्यान से बच्चों को हिंदी की महत्ता से परिचित कराया। अपने व्याख्यान में राज भाषा की महत्ता पर प्रकाश डालते हुये बच्चों को हिंदी के प्रति जागरूक करने की कोशिश कीं। उन्होंने बताया कि हिंदी पढ़ कर कई प्रशासनिक क्षेत्रों में अपनी सेवा दे सकते हैं। हिंदी सिर्फ़ पढ़ने-पढ़ाने तक ही सीमित नहीं है, अपितु हिंदी का फलक काफ़ी व्यापक है।

विशिष्ट अतिथि,विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. रवि प्रकाश `बब्लू´ ने हिंदी,जीवन और दर्शन को एक साथ जोड़ते हुये मानवीय जीवन के उद्देश्यों से विद्यार्थियों को रूबरू कराया। अंत में कुल सचिव महोदय ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के इस दोहे से बच्चों को हिंदी की महत्ता को समझाने का सफल प्रयास किया –

” निज भाषा उन्नति अहै, सब उन्नति को मूल।
बिन निज भाषा-ज्ञान के, मिटत न हिय को सूल।।
विविध कला शिक्षा अमित, ज्ञान अनेक प्रकार।
सब देसन से लै करहू, भाषा माहि प्रचार।।”

वहीं मुख्य अतिथि की भूमिका में जयप्रकाश विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. फारूक अली ने बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी निज भाषा के प्रति हमेशा संवेदनशील होना पड़ेगा। भाषा का काम आपस में भेद पैदा करना नहीं है, भाषा तो लोगों को जोड़ने का काम करती है। अतः हमें उर्दू-हिंदी या हिंदी-अंग्रेजी के भेद से बचना होगा,तभी सही मायनों में मानवीय मूल्यों की स्थापना संभव है।

सम्मानित अतिथि के तौर शिरकत कर रहे प्रो. हरिश्चन्द्र ने हिंदी की वर्तमान स्थिति पर अपने विचार रखें।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. पुष्पराज गौतम ने इस अपूर्व आयोजन को ऐतिहासिक बनाने के लिए सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए अपनी बातें कहीं।

धन्यवाद ज्ञापन जंतु विज्ञान विभाग की अध्यक्षा डॉ. इंदु कुमारी ने किया जबकि मंच सञ्चालन हिंदी विभाग के अविनाश भारती ने की। मौके पर डॉ. संजय सिंह, डॉ. अनिल कुमार, संजय कुमार राय,डॉ. अनीता कुमारी,डॉ. शमीम मालिक, चंदन प्रकाश, विकास रंजन, सौरभ भट्टाचार्य, दीपा मुख़र्जी, उषा कुमारी, डॉ. अजय कुमार, पंकज कुमार, गुड्डी कुमारी, मनीषा कुमारी, बबिता कुमार, अमोद कुमार दास, दिलीप कुमार चंद्रा, डॉ. यू. एन. झा, सिकन्दर कुमार राय आदि मौजूद थे।

0Shares
A valid URL was not provided.

छपरा टुडे डॉट कॉम की खबरों को Facebook पर पढ़ने कर लिए @ChhapraToday पर Like करे. हमें ट्विटर पर @ChhapraToday पर Follow करें. Video न्यूज़ के लिए हमारे YouTube चैनल को @ChhapraToday पर Subscribe करें