Chhapra: सारण जिले का सुप्रसिद्व शैक्षिक संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के परिसर में सोमवार को विद्यालय का 7वां भव्य वार्षिकोत्सव दिवस सह पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के कर कमलों द्वारा महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, जिला अध्यक्ष भाजपा रामदयाल शर्मा, पूर्व मंत्री उदित राय, जिला परिषद उपाध्यक्ष प्रियंका सिंह, निदेशक डॉ० राहुल राज, अध्यक्ष बिपिन कुमार सिंह की अध्यक्षता में संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया।

विद्यालय के निदेशक डॉ० राहुल राज के द्वारा मुख्य अतिथि का अभिवादन अंगवस्त्र, बुके तथा मोमेंटो के साथ किया गया। ततपश्चात विद्यार्थियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। उन्होंने अपने मंतव्यों में विद्यालय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह छपरा का एकमात्र ऐसा विद्यालय है जो अच्छी शिक्षा का केंद्र तो है ही साथ ही अच्छे संस्कार देने वाला भी है। यह विषय की शिक्षा के अलावा सामाजिक शिक्षा, व्यवहार की शिक्षा, संस्कार की शिक्षा, अनुशासन की शिक्षा सहित देश भक्ति की शिक्षा का केंद्र भी है।उन्होंने कहा कि शिक्षा नहीं मिले तो किसी का जीवन पूर्ण नही होता हैं और जीवन की पूर्णता के लिए यह जरूरी है की बहुयामी शिक्षा दी जाए और बच्चो में सर्वांगीण विकास किया जाए। उन्होंने कहा कि अच्छे लोग हमेशा अच्छे कार्य करते हैं। उन्होंने विद्यालय के निदेशक डॉ राहुल राज की भावनाओ की सराहना की। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो परीक्षा से पूर्व परीक्षार्थियों से मिलते हैं और उनका मनोबल बढ़ाते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत अब विश्व गुरु बनने के कगार पर है जिसमे विवेकानन्द इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल भी अपनी अहम भूमिका अदा कर रहा है।

महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने इस हर्षित बेला में शिक्षकों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि शिक्षक केवल बच्चों को पढ़ाते ही नहीं बल्कि राष्ट्र का निर्माण भी करते हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा के साथ चरित्र निर्माण भी जरूरी है। जिला अध्यक्ष भाजपा रामदयाल शर्मा ने कहा कि विद्यार्थी के लिए विद्यालय दूसरा घर के समान है। वही शक्तिशाली व्यक्ति या राष्ट्र है,जिसके पास शिक्षा रूपी अस्त्र है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बदौलत बड़ा से बड़ा कार्य किया जा सकता है। विद्यालय के डायरेक्टर डॉ राहुल राज ने कहा कि शिक्षा सभी स्तर पर अपना एक विशेष स्थान रखता है।

कार्यक्रम के दौरान छोटे-बड़े सभी वर्ग के बच्चों द्वारा एक से बढ़ कर एक नृत्य जैसी भव्य प्रस्तुति की गई। इतना ही नही कार्यक्रम के दौरान विद्यालय में विगत दिनों मे आयोजित हए जी० के०/जी० एस० प्रतियोगिता में उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों को प्रथम श्रेणी के अंतर्गत रेंजर साईकल, द्वितीय श्रेणी से उतीर्ण प्रतिभागी को स्पेशल डिजिटल बोर्ड तथा तृतीय श्रेणी से उतीर्ण प्रतिभागियों को क्रिकेट किट के रूप में पुरस्कार वितरण किया गया। यही नही इसके अतिरिक्त चारों ग्रुपों से 20-20 बच्चों को सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किया गया। साथ ही विद्यालय से उतीर्ण सारण जिला टॉपर 2022 श्रेया कुमारी समेत दर्जनों उत्तीर्ण बच्चों को एवं उसके अभिभावक को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन का कार्य विद्यालय के शिक्षक सन्तोष कार्की, गौरव अग्रवाल एवं दीक्षा मिस के द्वारा किया गया। विद्यालय की प्राचार्या महोदया ने भी सभी शिक्षक/शिक्षिकाओं को सम्मानित करने के उपरांत अपने मंतव्य में सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

कार्यक्रम के मौके पर मांझी सी० ओ०, रिविलगंज बी० डी० ओ० एवम सी० ओ०, सारण के एस० डी० एम०, एस० डी० पी० ओ०, थाना अध्यक्ष रिविलगंज, कोपा, मुखिया मनोज कुमार, मुखिया मनोककामना सिंह, बुलबुल मिश्रा, नागेंद्र राम, मुन्ना सिंह, जिला महामंत्री शांतनु, डब्लू, अजीत, पंकज एवं शिक्षक नेता राजा जी राजेश, पुनीत रंजन, प्रमंडल अध्य्क्ष शंकर यादव, मनोज कुमार, मुन्ना राम, राजेश राय उर्फ करीमन राय,अमित सिंह,मुंशी राजनरायण यादव, गुप्ता,शंभूनाथ पांडेय,अरुण मिश्रा,चरण दास सहित हजारो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।।

 

 

 

आज का पंचांग | राशिफल | फाल्गुन शुक्ल नवमी

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Chhapra: इंटरमीडिएट परीक्षा 2023 के मूल्यांकन के लिए शहर में 6 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। केन्द्रो पर मूल्यांकन का कार्य और पूर्वाह्न 09 बजे से 09:00 बजे रात्रि तक दो पाली में दिनांक 24 फरवरी से 5 मार्च 2023 के बीच होगा। साथ ही वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2023 का मूल्यांकन भी 01 मार्च से 12 मार्च 2023 तक पूर्वाह्न् 09 बजे से 09 बजे रात्रि तक शहर के 08 मूल्यांकन केंद्रो पर होगा।

मूल्यांकन के सफल आयोजन हेतु जिला पदाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक में अनुमंडल पदाधिकारी,सदर, छपरा के द्वारा विधि-व्यवस्था संधारण हेतु मूल्यांकन केन्द्रों पर असामाजिक तत्वों एवं अन्य कानून विरोधी व्यक्तियों द्वारा बाधा उत्पन्न करने की संभावना के मद्देनजर निर्धारित तिथि को मूल्यांकन केन्द्र के बाहरी चारदीवारी से सभी दिशाओं में 200 गज की परिधि के अंतर्गत दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत प्रदत शक्तियों का प्रयोग करते हुए निषेधाज्ञा लगायी है। निषेधाज्ञा के फलस्वरुप भारतीय दण्ड प्रक्रिया संहिता में परिभाषित किसी को भी अपराध करने, शांति भंग करने के उदेश्य से पाँच या पाँच से अधिक व्यक्तियों का एक जगह एकत्रित होने पर प्रतिबंध रहेगा। कोई भी व्यक्ति अग्नेयास्त्र, तीर-धनुष, लाठी, भाला, गड़ासा एवं मानव शरीर के लिए घातक कोई भी हथियार का प्रदर्शन नहीं करेंगे। सुबह 09 बजे से रात्रि 10 बजे तक ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग नही होगा। मूल्यांकन अवधि में मूल्यांकन कार्य में लगे सभी लोगों का मोबाइल पूर्णतः बंद रहेंगे। यह आदेश सरकारी पदाधिकारी, पुलिस बल, सैन्य बल के कर्मचारियों जो मूल्यांकन कार्य के संचालन में नियुक्त है। सरकार तथा प्रशासन द्वारा निर्गत पासधारियों, मूल्यांकन कार्य में लगे कर्मियों एवं शव यात्रा, धार्मिक जुलूस एवं शादी विवाह के कार्यक्रम पर लागू नहीं होगी।

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23 फरवरी को एनआइओएस क्षेत्रीय कार्यालय पटना का घेराव करेंगे शिक्षक

बेगूसराय: रिजल्ट प्रकाशन तिथि के नाम पर एनआइओएस प्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन में कटौती की साजिश से शिक्षकों में आक्रोश गहराता जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि सरकार न्यायालय के आदेश की गलत व्याख्या करते हुए विभागीय आदेश निकाल कर शिक्षकों को प्रताड़ित करने की साजिश रच रहा है।

बिहार के प्राथमिक शिक्षा निदेशक के पत्रांक-12, दिनांक पांच जनवरी 2023 द्वारा एनआइओएस से प्रशिक्षित शिक्षकों के 22 मई 2019 की तिथि को ही प्रशिक्षण तिथि मानते हुए ऐसे सभी शिक्षकों की पिछली सेवा अवधि को नगण्य मानते हुए, प्रशिक्षण तिथि से नवनियुक्त मान कर उनका वेतन का पुनर्निर्धारण करने की बात कही गई है। जिसके कारण जिले के करीब दो हजार शिक्षक प्रभावित हो रहे हैं। उनका वेतन वर्तमान में मिल रहे वेतन से दस से 12 हजार तक कम हो जा रहा है।

उपरोक्त मामले पर जिले के एनआइओएस प्रशिक्षित शिक्षकों की बैठक मंगलवार को शिक्षक संघ गोपगुट जिला कार्यालय में आयोजित की गई। बैठक को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष मुकेश कुमार मिश्र ने कहा कि शिक्षा अधिकार अधिनियम की धारा 23(2) के तहत सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में कार्यरत सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों को 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षित होना अनिवार्य था। इसी अधिनियम को ध्यान में रखते हुए मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आदेशानुसार एनआइओएस के द्वारा 2017-19 सत्र में संपूर्ण भारत में कार्यरत अप्रशिक्षित शिक्षकों का 18 महीने का विशेष सेवाकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया।

उक्त प्रशिक्षण की परीक्षा सहित सभी गतिविधि भी संपन्न करा ली गई थी। लेकिन प्रशिक्षित शिक्षकों का परिणाम 22 मई 2019 को घोषित किया गया|श। जबकि एनआईओएस के उप निदेशक (मूल्यांकन) के द्वारा दस मार्च 2022 को स्पष्ट किया जा चुका था कि सेवाकालीन प्रशिक्षण की सारी प्रक्रिया 31 मार्च 2019 तक पूरी करा ली गई और प्रमाण पत्र पर अंकित तिथि 22 मई 2019 केवल प्रिंटिंग डेट है। जिला महासचिव ज्ञानप्रकाश एवं उपाध्यक्ष रामकरण चौरसिया ने कहा कि इस मसले पर राज्यस्तरीय संघर्ष के दौरान 23 फरवरी को एनआइओएस क्षेत्रीय कार्यालय पटना का घेराव किया जाएगा।

जब तक विभाग अपने आदेश में संशोधन नहीं करेगी, तब तक शिक्षकों की लड़ाई जारी रहेगी। बैठक के बाद स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के नाम पत्र उनके प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर को सौंपा गया। इसके साथ ही अन्य जनप्रतिनिधि से भी शिक्षकों ने गुहार लगाई है।

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देश का पहला भोजपुरी विश्वविद्यालय पश्चिम चंपारण में स्थापित करने की सरकार से की मांग

बेतिया: सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार में अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों बुद्धिजीवियों एवं छात्र छात्राओं ने भाग लिया।

इस अवसर पर सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल ,डॉ अमित कुमार लोहिया एवं डॉ शाहनवाज अली शोधार्थी इतिहास विभाग बिहार विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से मातृभाषा की रक्षा करते हुए विश्व भर में विभिन्न घटनाओं में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के रूप में विश्व भर में मनाया जाता है।

वर्ष 2000 से यूनेस्को ने प्रतिवर्ष 21 फरवरी को भाषाई और सांस्कृतिक विविधता तथा बहुभाषावाद के विषय में जागरूकता को बढ़ावा देने के लियए अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने की शुरुआत की। बांग्लादेश में मातृभाषा भाषा आंदोलन मे शहीदों की याद में 21 फरवरी को प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। 21,1952 को ढाका में बंगला को आधिकारिक भाषा बनाने के लिए ढाका मेडिकल कॉलेज छात्रों एवं बुद्धिजीवियों द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा था ।जिस पर पुलिस कर्मियों ने अंधाधुंध गोलियां चलाई ।जिस में आठ व्यक्ति शहीद हुए।

इस अवसर पर वक्ताओं ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने की मांग सरकार से पुनः करते हुए कहा कि सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा बरसों से सरकार से भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं सूची में सम्मिलित करने एवं देश का पहला भोजपुरी विश्वविद्यालय बेतिया पश्चिम चंपारण में स्थापित करने के लिए गुहार लगाई जाती रही है ।भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष पूरा देश मना रहा है ।इस शुभ बेला में सरकार द्वारा चंपारण के शहीदों एवं स्वतंत्रता सेनानियों प्रति यही होगी सच्ची श्रद्धांजलि।

इस अवसर पर वक्ताओं ने नई पीढ़ी की युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि अपनी मातृभाषा की संरक्षण के लिए आगे आएं साथ ही वक्ताओं ने भोजपुरी को संविधान की आठवीं सूची में सम्मिलित करने की मांग सरकार से की भारत की स्वाधीनता की 75 वीं वर्षगांठ आजादी का अमृत महोत्सव पर सरकार द्वारा यही होगी सच्ची श्रद्धांजलि।

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मैट्रिक की परीक्षा के चौथे दिन 2 परीक्षार्थी हुए निष्कासित

Chhapra: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा 2023 के चौथे दिन सारण जिले में कुल नकल के आरोप में 2 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया । बताते चलें कि नकल पर नकेल कसने के लिए जिले के सभी वरीय पदाधिकारी परीक्षा केंद्रों का दौरा करते हुए नजर आए । परीक्षा के चौथे दिन दोनों पालियों में अंग्रेजी विषय की परीक्षा संपन्न हुई। जिसमें सारण जिले में प्रथम पाली में 38280 परीक्षार्थियों में से 37621 उपस्थित हुए तथा 659अनुपस्थित रहे। वहीं द्वितीय पाली में 38007 परीक्षार्थियों में से 37323 उपस्थित रहे तथा 684 अनुपस्थित रहे।

वहीं चौथे दिन की परीक्षा में प्रथम पाली में सदर अनुमंडल में 1 परीक्षार्थी को नकल के आरोप में निष्कासित किया गया तो द्वितीय पाली में सदर अनुमंडल में 1 परीक्षार्थी को नकल के आरोप में निष्कासित किया गया।

बताते चलें कि प्रथम पाली में सदर अनुमंडल में 29638 परीक्षार्थियों में से 29072 उपस्थित रहे तथा 566 अनुपस्थित रहे वही सोनपुर अनुमंडल में 3019 परीक्षार्थियों में से 2982 परीक्षार्थी उपस्थित रहे तथा 37 अनुपस्थित रहे। मढ़ौरा अनुमंडल में 5623 परीक्षार्थियों में से 5567 उपस्थित एवं 56 अनुपस्थित रहे। चौथे दिन की द्वितीय पाली की परीक्षा में सदर अनुमंडल में 29519 परीक्षार्थियों में से 28927 उपस्थित रहे तथा 592 अनुपस्थित रहे। सोनपुर अनुमंडल में 2953 में से 2923 उपस्थित एवं 30 अनुपस्थित रहे तथा मढ़ौरा अनुमंडल में 5553 में से 5473 उपस्थित तथा 684 अनुपस्थित रहे।

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जलालपुर: प्रखंड के उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय. देवरिया हसुलाही में एकीकृत जिला शिक्षा सूचना प्रणाली प्लस के लिए शैक्षणिक सत्र 2022- 23 हेतु डाटा संकलन प्रपत्र को भरने के लिए विद्यालय प्रधानो की कार्यशाला आयोजित की गई.

कार्यशाला में उपस्थित 125 से अधिक प्राथमिक, मध्य तथा उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापको को मास्टर ट्रेनर प्रशांत कुमार, मनीष कुमार तथा मनिंद्र पांडेय ने बुनियादी स्कूल प्रोफाइल, स्कूल सुरक्षा, पीजीआई और अन्य संकेतक, प्राप्तियां और व्यय,भौतिक सुविधाएं, उपकरण ,कंप्यूटर और डिजिटल पहल.

शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक कर्मचारी का विवरण ,छात्र विवरण से संबंधित आंकड़ों को भरने के लिए प्रोजेक्टर के द्वारा समझाया. कार्यशाला में सभी विद्यालय प्रधानों को निर्देश दिया गया कि वे एक सप्ताह में यू डायस प्लस को भरकर अपने अपने संकुल संसाधन केंद्रों के संचालकों के पास इसे जमा कर दें| जिससे यू डायस प्लस का सूक्ष्म अवलोकन किया जा सके.

कार्यशाला के अंत में दर्जनभर विद्यालयों में समग्र शिक्षा के लिए विद्यालय विकास हेतु राशि का अब तक आवंटन नहीं किया जाने पर विद्यालय प्रधानों ने शिकायत की. इस संबंध में उत्क्रमित मध्य विद्यालय. जलालपुर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिश्रवलिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय मंगोलापुर मठिया, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनकटा सहित दर्जनभर विद्यालय के प्रधानों ने बताया कि उनके विद्यालयों में 3 साल से कोई राशि नहीं दी गई है.

वहीं विद्यालय के रंग रोगन के लिए भी दर्जनभर विद्यालयों में राशि प्राप्त नहीं हुई है. राशि के अभाव में विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य संचालन में भी परेशानी हो रही है.

मौके पर डीडीओ प्रशांत कुमार पांडेय, उमेश कुमार सिंह, अम्बस्ट गूंजन, जितेंद्र कुमार मिश्र. संजय कुमार सिंह, बसंत कुमार प्रसाद, रामजी तिवारी विद्यार्थी, अखिलेश्वर पांडेय, सुरेश कुमार सिंह,धर्मनाथ सिंह , संजय कुमार राय, उत्तम कुमार साह, मिंटू कुमार प्रसाद, सुधाकर मिश्र,दिलीप कुमार यादव, परशुराम यादव,मुकेश यादव, दिलीप कुमार सिंह. जगलाल हरिजन कुमारी रेणुका, गांधी पांडेय, सोनू कुमार,अमित प्रकाश गिरी जय लाल राय सहित 125 से अधिक विद्यालयों के प्रधान उपस्थित थे.

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Chhapra: बिहार शिक्षा मंच के संयोजक तथा सम्बद्ध महाविद्यालय शिक्षक संघर्ष समिति के संरक्षक प्रो रणजीत कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री को पत्र भेजकर वित्तरहित शिक्षण संस्थानों की चिरलम्बित समस्याओं के स्थायी समाधान हेतु निर्णायक कदम उठाने का आग्रह किया है।  जिससे वित्तरहित शिक्षा नीति रूपी कलंक को मिटाया जा सके।

प्रो रणजीत ने पत्र में आगे लिखा है कि सम्बद्धता प्राप्त वित्तरहित एवम अनुदानित शिक्षण संस्थानों में कार्यरत शिक्षकगण वर्षों से आर्थिक बदहाली एवम दुश्वारियों का सामना कर रहे हैं। सरकार द्वारा प्रवर्तित परीक्षाफल आधारित अनुदान की अपनी सीमाएं हैं। माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों को शैक्षणिक सत्र 2014-15 तक का ही अनुदान विमुक्त किया गया है। इसी तरह बिहार के अन्य विश्वविद्यालयों के सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को 2014 तक तथा जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के सम्बद्ध महाविद्यालयों को तो 2010 तक का ही अनुदान आबंटित हुआ है।

समय पर अनुदान नहीं मिलने से शिक्षकों की माली हालत बहुत खराब है। इन संस्थानों में कार्यरत शिक्षकों को सामाजिक आर्थिक सुरक्षा की छतरी भी हासिल नहीं है।सैकड़ों शिक्षक आर्थिक बदहाली की वजह से समुचित इलाज के अभाव में असमय कालकवलित हो रहे हैं।वस्तुतः अनुदान की व्यवस्था नीतिगत एवम क्रियान्वयन-दोनों स्तरों पर विफल हो चुकी है। सरकार के हालिया निर्णय से प्रतीत होता है कि सरकार परोक्ष रूप से इन शिक्षण संस्थाओं को धीरे धीरे बंद करना चाहती है।पहले सरकार ने सीट बढ़ोतरी वापस ले लिया, फिर प्रत्येक पंचायत में मध्य विद्यालयों को अपग्रेड कर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बना दिया और वहां बिना शिक्षक के ही नामांकन का आदेश निर्गत कर दिया। पुनः अचानक 600 से अधिक माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों की संबद्धता समाप्त कर दी गई।

शिक्षक संगठनों के मुखर विरोध के बाद स्थायी सम्बद्धता देने के बदले अवधि विस्तार किया गया। अभी भी जांच के नाम पर 138 इंटर कॉलेजों में जांच के नाम पर नामांकन लेने पर रोक जारी है। इसी प्रकार शिक्षा विभाग ने एक शैक्षणिक सत्र में डिग्री कॉलेजों के लिए अधिकतम डेढ़ करोड़ अनुदान निर्धारित कर दिया गया है जिससे शिक्षकों को आर्थिक नुकसान हो रहा है।

प्रो कुमार ने पत्र में आगे कहा है कि सरकारी उदासीनता एवम लालफीताशाही की वजह से अनुदानित शिक्षण संस्थान बंदी के कगार पर पहुँच गए हैं। अतः यदि सरकार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति गंभीर है तो वित्तरहित शिक्षण संस्थानों का बकाया अनुदान एकमुश्त विमुक्त करे तथा अनुदानित माध्यमिक एवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों का अधिग्रहण किया जाए । इससे सरकार को मुफ्त में भूमि, भवन, टीचर एवम फर्नीचर भी मिल जाएगा। इसी तरह सम्बद्ध डिग्री कॉलेजों को परीक्षाफल आधारित अनुदान के बदले वेतनमान दिया जाए। वर्तमान समय में इन शिक्षण संस्थानों को आन्तरिक स्रोत से प्राप्त आय तथा सरकार द्वारा प्रदत्त अनुदान की राशि को जोड़ दिया जाए तो मात्र 20 प्रतिशत राशि की बढ़ोतरी कर वित्तरहित शिक्षा रूपी कलंक को मिटाया जा सकता है।

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Chhapra: सारण जिले के छपरा में स्थित सुप्रसिद्व शिक्षण-संस्थान “विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल (10+2), मुकरेड़ा” में सारण जिले के सभी विद्यालय के बच्चों के सर्वांगीण विकास एवं उनकी योग्यता को ध्यान में रखते हुए दिनांक 12 फरवरी 2023 (रविवार) को विद्यालय प्रांगण में ही जी० के०/जी० एस० प्रतियोगिता का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस प्रतियोगिता में विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के अतिरिक्त अन्य विद्यालयों के भी यू० के० जी० से 11वीं कक्षा तक के बच्चे भाग ले सकते हैं। प्रतिभागी बनने हेतु आप विद्यालय से प्रतियोगिता फॉर्म प्राप्त कर सकते हैं। फॉर्म लेने की अंतिम तिथि 11 फरवरी 2023 है। यह प्रतियोगिता परीक्षा दिनांक 12 फरवरी 2023 को आयोजित होगी तथा इसका परीक्षा परिणाम विद्यालय के वार्षिकोत्सव दिवस को प्रसारित किया जाएगा।

प्रतियोगिता सम्बंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए विद्यालय में सम्पर्क करें। प्रतियोगिता अंर्तगत चारो ग्रुप से अलग-अलग प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण प्रतिभागी को “रेंजर साईकल”, द्वितीय श्रेणी वाले को “स्पेशल डिजिटल बोर्ड” तथा तृतीय श्रेणी वाले को “स्पोर्ट्स किट” पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यही नही इसके अतिरिक्त 20 अन्य प्रतिभागियो को सांत्वना पुरस्कार (घड़ी, कैलक्यूलेटर आदि) तथा प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही सभी उत्तीर्ण 23 प्रतिभागियों को विद्यालय प्रबंधन द्वारा एक मुफ्त नामांकन का ऑफर भी प्रदान किया जाएगा। विद्यालय के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ० राहुल राज का विद्यालय में इस प्रतियोगिता को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसी भी क्षेत्र के बच्चे जिनमे प्रतिभाएँ छिपी हुई हैं, वे उजागर नही कर पाते या परिस्थितिवश वे विवश है,वे सभी प्रतिभावान बच्चे इस प्रतियोगिता के माध्यम से अपनी क्षमता एवं योग्यता का आकलन एवं मूल्यांकन इस प्रतियोगिता परीक्षा में बैठकर स्वयं कर सकें तथा साथ ही उन्हें इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से नया अनुभव भी प्राप्त हो ताकि वे अपने उज्ज्वल भविष्य हेतु अपने जीवन को एक नया आयाम दे सकें। इस प्रतियोगिता के भव्य आयोजन को लेकर विद्यालय परिवार के सभी सदस्यगण समेत सभी अन्य लोगों में एक विशेष प्रकार का उत्साह एवं रुझान देखने को मिल रहा है।।

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उच्च विद्यालय में बहाल होंगे 7300 कंप्यूटर शिक्षक

Patna: पटना में आयोजित कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए. कैबिनेट ने कुल 18 एजेंडों पर अपनी मुहर लगाई.

कैबिनेट की बैठक में हाई स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षक के पदों की स्वीकृति दी गई है. सरकार ने राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रति विद्यालय एक कंप्यूटर शिक्षक की दर से 7360 उच्च माध्यमिक कंप्यूटर शिक्षक बहला करने का निर्णय लिया है.

इसके लिए इन पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है.

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JEE Mains Result: जेईई मेन-2023 के पहले चरण की परीक्षा का रिजल्ट जारी, बिहार के बच्चों का बेहतर प्रदर्शन, ऐसे करें चेक

PATNA: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेइइ मेन-2023 के पहले सत्र का फाइनल परिणाम के साथ ही सोमवार की देर रात रिजल्ट भी जारी कर दिया. कैंडिडेट अपना रिजल्ट वेबसाइट jeemain.nta.nic.in पर जाकर देख सकते हैं.

इस साल कुल नौ लाख स्टूडेंट्स ने जेइइ मेन के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. जिसमें 2.6 लाख से ज्यादा लड़कियां और छह लाख से ज्यादा लड़के शामिल हैं. जानकारी के अनुसार इस बार फिर बिहार के बच्चों का प्रदर्शन बेहतर रहा. बता दे प्रोविजनल आंसर-की पर स्टूडेंट्स ने 12 पालियों के 30 प्रश्नों पर आपत्ति जतायी थी जिसके बाद एनटीएन ने आपत्ति वाले 10 प्रश्नों को भी हटा दिया है.

मालूम हो कि एक फरवरी को पहली पाली में केमिस्ट्री के एक, दूसरी पाली में केमिस्ट्री के एक और मैथ के दो प्रश्नों को हटाया है. फिर 25 जनवरी को पहली पाली में मैथ के प्रश्न में हिंदी के स्टूडेंट्स के लिए आंसर बदल दिया है. और 25 जनवरी को दूसरी पाली में मैथ के एक प्रश्न को हटाया गया है. बाद में 29 जनवरी को पहली पाली में मैथ के एकऔर दूसरी पाली में मैथ के दो प्रश्नों, साथ ही 30 जनवरी को दूसरी पाली में मैथ के एक और 31 जनवरी के दूसरी पाली में भी मैथ के एक प्रश्न को एनटीए ने हटाया है.

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Chhapra: सारण शिक्षक निर्वाचन उपचुनाव के भावी प्रत्याशी धर्मेंद्र कुमार सिंह ने मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद सारण, सिवान एवं गोपालगंज का ध्यान आकृष्ट कराया की जिला परिषद नगर निगम, नगर परिषद, नगर पंचायत विद्यालयों में कार्यरत माध्यमिक उच्च माध्यमिक एवं पुस्तकालयध्यक्ष का स्थानांतरण का मामला कई वर्षों से लंबित है।  सेवा शर्त नियमावली में स्पष्ट निर्देश है कि पूरे सेवाकाल के दौरान नियोजित शिक्षक दो बार स्थानांतरण ले सकते है।

शिक्षा विभाग बिहार सरकार के पत्र के आलोक में कुछ माह पूर्व जिला परिषद में कार्यरत सभी कोटि के शिक्षकों से स्थानांतरण हेतु आवेदन पत्र सिवान और सारण में लिया गया। लेकिन विगत 6 माह बीत जाने के उपरांत भी उस पर आज तक कार्यवाही नहीं की गई। जो काफी दुखद और खेद पूर्ण है।

शिक्षक नेता धर्मेन्द्र सिंह ने जिला परिषद के अध्यक्ष सारण, सिवान और गोपालगंज का ध्यान आकृष्ट कराते हुए यह मांग की है कि अगर अति शीघ्र जिला परिषद में कार्यरत सभी कोटि के शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं होगा तो निश्चित रूप से इसके विरोध आंदोलन खड़ा करने का कार्य किया जाएगा।

शिक्षक नेता ने आरोप लगाते हुए यह बताया कि मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी एवं जिला परिषद के अध्यक्ष के द्वारा ध्यान नहीं देने के कारण नियोजित शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं हो रहा है ।इन दोनों पदाधिकारी की मनसा सही रहती तो जिला परिषद में कार्यरत सभी शिक्षकों का स्थानांतरण निश्चित रूप से अभी तक हो गया रहता । अगर समय रहते स्थानांतरण नहीं होता है तो हम सभी इस की लड़ाई सड़क से सदन तक करेंगे।

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Chhapra: जिले के 70 परीक्षा केंद्रों पर इंटरमीडिएट वार्षिक (सैद्धांतिक) परीक्षा 2023 का आयोजन हो रहा है. कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण आयोजन को लेकर सभी तैयारियां की गई हैं.

इंटर परीक्षा दिनांक 01 फरवरी से 11 फरवरी 2023 की बीच आयोजित की जाएगी. शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन को लेकर सदर अनुमंडल क्षेत्र में 55, सोनपुर अनुमंडल क्षेत्र के 06 एवं मढ़ौरा अनुमंडल क्षेत्र के 09 परीक्षा केन्द्र बनाए गए है. परीक्षा का आयोजन दो पालियों में होगा.

कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन हेतु परीक्षा केन्द्र के बाहर एवं अन्य आवश्यक स्थलों पर सी. सी. टी. वी. लगाया गया है. इसके साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों की विडियोग्रॉफी कराने का निदेश दिया गया. कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किये गये अभिभावकों, परीक्षार्थियों एवं वीक्षकों के विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी.

परीक्षा केन्द्रों के 500 गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू रहेगी. इस परीक्षा के लिए सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष संख्या-06152-242444 है.

यह नियंत्रण कक्ष परीक्षा के दौरान प्रतिदिन प्रातः 07:00 बजे से संध्या 05:30 बजे तक कार्यरत रहेगा. नियंत्रण कक्ष के प्रभार में शकुन्तला कुमारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सह नोडल पदाधिकारी, बिहार स्टूडेन्ट क्रेडिट कार्ड योजना, सारण मोबाईल नम्बर- 9798167843 रहेंगी.

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