पटना, 26 दिसंबर (हि.स.)। इस वर्ष के आखिरी दिनों में नीतीश सरकार ने बिहार के नियोजित शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया है। अब राज्य के नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा मिलेगा। सचिवालय में मंगलवार को हुई नीतीश कैबिनेट की बैठक में शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव पर मुहर लग गयी है। साथ ही कैबिनेट की बैठक में कुल 29 एजेंडों पर मुहर लगी है।

लंबे समय से नियोजित शिक्षक संघ की मांग को राज्य सरकार का मान लेना लोकसभा चुनाव से ठीक पहले इसे नीतीश सरकार का बड़ा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। कैबिनेट की बैठक में सरकार ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 को मंजूरी दे दी है। अब बिहार के सभी नियोजित शिक्षक विशिष्ट शिक्षक कहलाएंगे। उन्हें बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से आयोजित एक मामूली परीक्षा को पास करना होगा। इसके बाद सरकार उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा दे देगी।

पिछले माह ही किया था एलान

पिछले माह गांधी मैदान में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया था कि बिहार के सभी नियोजित शिक्षकों को एक सामान्य परीक्षा लेकर सरकारी राज्यकर्मी का दर्जा दे दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने मंच से ही शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक को खाली पदों पर दो महीने के भीतर भर्ती करने का निर्देश दिया था और कहा था कि राज्य के सभी नियोजित शिक्षकों को सरकारी कर देंगे।

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नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर एसीएस ने बनाया प्लान, अब इतने तारीख को मिल जायेगा वेतन

Patna: बिहार के नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने नया मास्टर प्लान तैयार किया है. अगर सबकुछ योजना के अनुरूप हुआ तो शिक्षकों को अब वेतन के लिए इंतजार नहीं करना होगा.

बिहार में शिक्षा की तस्वीर धीरे-धीरे ही सही लेकिन बदल रही है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए विभाग दिन रात लगा हुआ है. विभाग के एसीएस के के पाठक खुद सुबह से शाम तक स्कूलों की स्थिति से अवगत होने के लिए जिला और प्रखंड स्तर तक निरीक्षण कर रहे हैं.

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने नियोजित शिक्षकों के ससमय वेतन को लेकर मास्टरप्लान तैयार किया है. उनका कहना है कि शिक्षकों को हर हाल में ससमय वेतन का भुगतान किया जाएगा ताकि शिक्षकों को वेतन को लेकर किसी भी तरह की समस्या न हो.

के के पाठक ने एक आदेश जारी कर कहा है कि नियोजित शिक्षकों के वेतन हेतु राशि जिला आवंटन प्रतिमाह के 25 तारीख तक कर दिया जाए इसमे किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नही की जाएगी.

अपर मुख्य सचिव ने जिलों को आदेश दिया है कि राज्य के सभी नियोजित शिक्षकों को प्रतिमाह के 5 तारीख को उनके वेतन में भुगतान कर दिया जाए. नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान में किसी भी तरह की कोताही होने या ससमय वेतन का भुगतान ही करने शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ विभागीय करवाई की जाएगी.

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Chhapra: सारण जिले के के० आर० नर्सिंग कॉलेज को एoएनoएमo, जीoएनoएमo एवं बीoएसoसीo नर्सिंग के प्रशिक्षुओ को स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार से क्लिनिकल प्रशिक्षण ट्रेनिंग के लिए सदर अस्पताल छपरा, रेफरल अस्पताल बनियापुर, रेफरल अस्पताल मढ़ौरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जलालपुर एवं रिविलगंज सारण में क्लिनिकल व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान किये जाने हेतु आदेश जारी किया गया है।

इस आदेश के अनुसार सभी अस्पताल एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में छात्र – छात्राओ का प्रशिक्षण शुरु हुआ।  सभी छात्रो का रोस्टर ड्यूटी के अनुसार ओ.पी.डी, इमरजेंसी, वार्ड, ब्लड बैंक, मेडिसिन विभाग, सर्जरी विभाग, स्त्री एवं प्रस्तुति रोग विभाग, शिशु रोग विभाग एवं टीकाकरण में ड्यूटी लगाया गया है ।

मालूम हो कि नर्सिंग काउंसिल के सिलेबस में थ्योरी के साथ – साथ क्लिनिकल प्रशिक्षण देना अनिवार्य होता है। जिसके आलोक में यह प्रशिक्षण चल रहा है।

संस्थान के सचिव ने बताया कि अब नर्सिंग प्रशिक्षण लेने के लिए विद्यार्थी को जिले से बाहर जाने की जरूरत नही है। अब जिले में ही प्रशिक्षण होगी। उन्होंने कहा कि  जी.एन.एम. एवं बी.एस.सी. (नर्सिंग) कोर्स में स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड से लोन लेने की सुविधा भी बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई है एवं सभी पाठ्यक्रम मे बिहर पोस्ट मैट्रिक स्कलरशिप से छात्रवृत्ति लेने की सुविधा उपलब्ध है। जिले का यह एकमात्र संस्थान है जिसमे एक साथ इन तीनो पाठ्यक्रम ए.एन.एम., जी.एन.एम. एवं बी.एस.सी. (नर्सिंग) की पढ़ाई होगी।  सभी पाठ्यक्रम का संचालन भारतीय उपचार्या परिषद (INC)) नई दिल्ली के नियमानुसार स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार, आर्यभट नॉलेज विश्वविद्यालय, बी.एन.आर.सी. पटना एवं बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से होगा। संस्थान के सचिव ने बताया की बिहार में नर्सिंग ऑफिसर व स्टाफ की संख्या काफी कम है, जिसके एवज में यह पाठ्यक्रम को शुरू किया जा रहा है।  इन नर्सिंग पाठ्यक्रमो को पूरा करने के उपरांत आप नर्सिंग ट्यूटर, प्रोफेसर, नर्सिंग ऑफिसर एवं सरकारी व निजी अस्पताल में नौकरी कर सकेंगे।

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कई वार्डों में बैठक आयोजित कर वार्ड इकाई का गठन किया गया.

नगर मंत्री युवराज रंजन ने बताया कि वार्ड 1, 2, 7, 9, 10, 12 और 38 का गठन किया गया. सभी वार्डों में अलग-अलग वार्ड संयोजक सहसंयोजक सहित कार्यकारिणी बनाई गई है.

जिसमें छात्रों को राष्ट्रहित, समाजहित और छात्रहित में कार्य करने के लिए दायित्व दिया गया. वार्ड ईकाई में अमृत रंजन, शिवम पांडेय, आयुष दुबे, अजय कुमार, प्रेम गुप्ता, शुभम सिंह, सुमित सिंह, आदित्य सिंह, जतिन सिंह, अमन यादव, सचिन कुमार, आकाश सिंह, शैलेष कुमार मांझी, अनुराग सिंह, प्रियांशु सिंह, आशीष कुमार, अभिषेक कुमार, आदर्श सिंह, नंदिनी पांडेय, मुकेश कुमार, महेंद्र प्रताप सिंह को दायित्व सौंपा गया.

जिसमें मुख्य रूप से प्रांत एसएफएस सह प्रमुख आशीष कुमार, नगर मंत्री युवराज रंजन नगर सह मंत्री आदर्श राज, आर्यन कुमार सिंह, ऋतिक कुमार सिंह, हिमांशु यादव, राजवीर सिंह, गोविंदा कुमार यादव आदि उपस्थित थे।

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सारण में खुले में बच्चों को बैठाकर पढ़ाने वाली दो शिक्षिकाओं का वेतन बंद

Chhapra: शिक्षा विभाग में इन दिनों शैक्षणिक गुणवत्ता को लेकर सख्ती दिख रही है. वरीय से लेकर कनीय तक द्वारा लगातार विद्यालयों की जांच की जा रही है.

ऐसे में अब शिक्षकों को खुले आसमान के नीचे बच्चों को पढ़ाना महंगा पड़ गया. सारण के इसुआपुर में वर्ग कक्ष की उपलब्धता के बावजूद खुले में बैठकर शैक्षणिक कार्य करने वाले दो महिला शिक्षकों का वेतन डीपीओ ने बंद करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है.

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी माध्यमिक शिक्षा संजय कुमार द्वारा विगत 14 दिसंबर को इसुआपुर के प्राथमिक विद्यालय दरवा पुरसौली का निरीक्षण किया गया. इस दौरान विद्यालय की दो शिक्षिकाओ द्वारा विद्यालय में वर्ग कक्ष की उपलब्धता के बावजूद वर्ग 4 से 6 तक के बच्चे खुले में बैठाकर शैक्षणिक कार्य किया जा रहा था. जो अध्यापन कार्य की खानापूर्ति है. इससे ना सिर्फ शिक्षा के अधिकार से वंचित करना तथा सरकारी कार्य के विरुद्ध आचरण एवं विभागीय निर्देशों की अवहेलना बताया गया है.

डीपीओ ने दोनों शिक्षिकाओं और प्रधान शिक्षक से दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण का जवाब मांगा है. साथ ही यह भी कहा है कि क्यों नहीं दोनों शिक्षिकाओं के विरुद्ध निलंबन एवं अनुशासनिक कार्यवाई के लिए सक्षम प्राधिकार को लिखने की बात कही गई है.

डीपीओ ने दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण की मांग करते हुए जवाब की समीक्षा उपरांत वेतन स्थगित रखने का निर्देश दिया है.

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शहर के 27 केंद्रों पर दो पालियों में पुलिस अवर निरीक्षक के लिए आयोजित परीक्षा में शामिल होंगे 24 हजार 660 परीक्षार्थी

परीक्षा शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न करायें:  जिलाधिकारी

Chhapra :जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा आगामी रविवार 17 दिसंबर को आयोजित होने वाली पुलिस अवर निरीक्षक के पद हेतु आयोजित परीक्षा की ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए उपस्थित केन्द्राधीक्षक, प्रेक्षक, पुलिस पदाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी को परीक्षा को शांतिपूर्ण ढंग से कदाचारमुक्त संपन्न कराने हेतु आवश्यक निदेश दिया गया।

ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा आयोजित पुलिस अवर निरीक्षक के पद हेतु परीक्षा दिनांक 17.12.2023 रविवार को दो पालियों में छपरा मुख्यालय के 27 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित होगी। परीक्षा हेतु प्रथम पाली 10 बजे पूर्वाह्न से 12:00 बजे मध्याह्न तक तथा द्धितीय पाली 02:30 बजे अपराह्न से 04:30 बजे अपराह्न तक ही होगी। परीक्षार्थी को परीक्षा प्रारंभ होने के 1:30 घंटे पूर्व रिपोटिंग करना आवश्यक होगा। इस परीक्षा में प्रथम पाली में 12330 एवं द्धितीय पाली में 12330 परीक्षार्थी भाग लेंगे।

बताया गया कि पुलिस अवर निरीक्षक की परीक्षा के सफल आयोजन हेतु आयोग द्वारा दिये गये दिशा-निर्देश के शत-प्रतिशत अनुपालन हेतु स्टैटिक दंडाधिकारी-सह-प्रेक्षक, जोनल दण्डाधिकारी-सह-समन्वयक, उड़नदस्ता दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं 1-4 सशस्त्र बल, महिला पुलिस की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल परीक्षा प्रारंभ होने से दो घंटा पूर्व से अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल ग्रहण पर उपस्थित रहेंगे। साथ ही परीक्षा के समाप्ति के बाद भी केन्द्र पर उपस्थित रहकर विधि-व्यवस्था संधारित करेंगे। निर्देशित किया गया कि प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी एवं उड़नदस्ता दल दण्डाधिकारी संबंधित केन्द्रों पर भ्रमणशील रहकर परीक्षा को स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संचालित करना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि परीक्षा के सफल संचालन में सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मी विशेष सर्तकता रखते हुए अपनी जवाबदेही निभाएंगे।

परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर ही केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके ई-प्रवेश पत्र एवं फोटो की पहचान कर ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश करने देंगे। बताया गया कि प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर बॉयोमेट्रिक फिंगर प्रिंट एवं फोटोग्राफी की व्यवस्था की गयी है। सभी परीक्षा केन्द्रों की विडियोग्रॉफी कराने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा सभी केन्द्राधीक्षक को निर्देश दिया गया कि सीट प्लान इस तरह किया जाय कि परीक्षार्थी के बीच की दूरी कम से कम तीन फीट अवश्य हो तथा उसकी एक प्रति परीक्षा कक्ष के अलावे परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्शित करने का भी निर्देश दिया गया है ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके। परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष के अंदर मोबाईल, ब्लूटूथ, पेजर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिभाईस चिट, चाकू, माचिस, ब्लेड आदि ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा।

परीक्षा केन्द्र पर मूलभूत सुविधाएं यथा शौचालय, पेयजल, पर्याप्त लाईटिंग व्यवस्था कराने का भी निर्देश दिया गया। सभी अनुमंडलों में अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा परीक्षा केन्द्रों के 500 गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू किया गया है।

इस परीक्षा सफल निरीक्षण हेतु नियंत्रण कक्ष की स्थापना सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में की गयी है। जो परीक्षा तिथि को दूरभाष संख्या 06152-242444 पर प्रातः 07:30 बजे से संध्या 05:30 बजे तक कार्यरत रहेगा। नियंत्रण कक्ष के प्रभार में श्रीमती आई.वी. मोरगेन, कार्यपालक दण्डाधिकारी, सदर मोबाईल नम्बर-9304259750 रहेंगी। किसी भी आकस्मिक स्थिति में जिला शिक्षा पदाधिकारी मोबाईल नम्बर-9430979194, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, मोबाईल नम्बर 9473191269 एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर, छपरा, मोबाईल नम्बर 9431800075 पर परीक्षा से संबंधित शिकायत की जा सकती है।

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विद्यालय के 15 किमी की परिधि में शिक्षकों को आवासन का देना होगा शपथ पत्र, वर्ना नही मिलेगा वेतन

Patna: राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत विद्यालय अध्यापक और नियोजित शिक्षकों को विद्यालय के 15 किलोमीटर की परिधि में आवासन का शपथ पत्र देना होगा. शिक्षा विभाग ने इसके लिए पत्र जारी कर दिया है.

जारी पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी शिक्षकों से आगामी 31 जनवरी तक आवासन संबधी शपथ पत्र प्राप्त कर लिया जाए साथ ही यह भी कहा गया है कि शपथ पत्र देने वाले शिक्षकों को ही फरवरी 24 का वेतन दिया जाएगा.

जारी पत्र में यह कहा गया है कि अक्सर देखा जा रहा है कि शिक्षकों का आवासन दूर होने के कारण वह विलंब से विद्यालय आ रहे है और पूर्व ही विद्यालय से वापस चले जा रहे है. जिससे शैक्षणिक गतिविधि में विभागीय आदेश के अवहेलना हो रही है.

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सरकारी विद्यालयों में निरीक्षण का बदला समय एवं तरीका, स्कूलों से भागने वाले शिक्षकों की खैर नहीं

Patna: शिक्षा विभाग में इन दिनों लगातार एक के बाद एक बदलाव किए जा रहे है, ऐसे में एसीएस द्वारा नया आदेश जारी किया गया है जिसमे विद्यालय के निरीक्षण में बदलाव किया गया है.

एसीएस के अन्य निर्देश के बारे में कहा गया है कि पूर्व में विद्यालय का निरीक्षण दिन में एक ही बार करते हैं । कुछ अनुशासनहीन शिक्षकों के बारे में यह पता चला है कि वह निरीक्षण होने के बाद समय से पहले 02.00 या 03.00 बजे के बीच ही विद्यालय से नदारत हो जाते हैं। ऐसे कुछ मामले पदाधिकारियों ने पकड़े भी हैं, जब ये शिक्षक / प्रधानाध्यापक जिस समय भाग रहे थे और उसी समय हमारी निरीक्षण टीम पहुंच गई। शिक्षकों में यह प्रवृत्ति इसलिए देखी जा रही है, क्योंकि वे जानते हैं कि विद्यालयों का निरीक्षण अमूमन दिन में एक ही बार होता है। यानि विद्यालय निरीक्षण का समय के बारे में सारे लोग समझ गए हैं। ऐसे में हमें अब inspection की predictability को देखना होगा .हमें इसे “unpredictable” बनाना होगा। ऐसा करने के लिए आपको निरीक्षण रोस्टर को सुधारना होगा और विद्यालयों को तीन श्रेणियों में रखना होगा।

KK पाठख ने कहा है कि श्रेणी क वाले स्कूलों में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण पहली पाली में हो, वह निरीक्षण सुबह 9 से 12 बजे के बीच हो. श्रेणी-ख वाले में वैसे विद्यालय, जहां निरीक्षण दूसरी पाली यानि 02 बजे से 05 बजे के बीच में हो। श्रेणी ग- वैसे विद्यालय, जहां उपरोक्त दोनों पालियों में निरीक्षण हो। ऐसा करने से हम School Inspection की unpredictability को बढ़ा सकते हैं। शिक्षकों में यह संदेश चला जाना चाहिए कि हम उनके विद्यालय में कभी सुबह की पाली में या कभी दोपहर की पाली में या कभी दोनों पालियों में पहुंच सकते हैं। ऐसे में आपके विद्यालय के निरीक्षण के रोस्टर को random रखना होगा। साथ ही उसे गोपनीय रखना होगा, ताकि कोई शिक्षक यह अनुमान नहीं लगा सके कि उनके विद्यालय का निरीक्षण कब और किस समय होने वाला है। अब निरीक्षण रोस्टर मासिक न बनाकर, साप्ताहिक रूप से बनाया जाय। जो विद्यालय पिछले सप्ताह श्रेणी-क में थे उसे श्रेणी-ख अथवा श्रेणी-ग में रखा जाय। इसी प्रकार रोस्टर को प्रत्येक सप्ताह randomise किया जाए।

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शिक्षकों की ‘छुट्टी’ को लेकर KK पाठक हुए, व्हाट्सएप पर आवेदन नही होगा मान्य

पटना: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने एक बार फिर से सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखा है। केके पाठक ने स्कूलों के निरीक्षण को लेकर सभी जिलाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए हैं। केके पाठक ने शिक्षकों की छुट्टी को लेकर और सख्ती बरतने का आदेश दिया है। साथ ही स्कूलों में निरीक्षण कभी भी हो, इसके लिए विशेष तौर पर जिलाधिकारियों को टास्क दिया गया है।

केके पाठक का फरमान whats app पर भेजे आवेदन पर नहीं मिलेगी छुट्टी

जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में केके पाठक ने कहा कि 01 जुलाई 2023 से विभागीय अनुश्रवण व्यवस्था की गई है। इसके काफी बेहतर परिणाम सामने आए हैं।शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ी है और विद्यालय समय से खुल भी रहे हैं। इस व्यवस्था के तहत लगभग 40 हजार विद्यालयों का प्रतिदिन निरीक्षण हो रहा है। अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों/अध्यापकों का वेतन काटा जा रहा है। कई प्रधानाध्यापकों पर भी कार्रवाई हुई है। लेकिन इस निरीक्षण में कई बातों का पता चला है। देखा जा रहा है कि अनुपस्थित शिक्षकों द्वारा whats app पर ही अपना अवकाश का आवेदन भेजा जाता है। यह स्वीकार्य नहीं है। उन्हें अपना अवकाश का आवेदन भौतिक रूप से विद्यालय पहुंचना चाहिए, ताकि निरीक्षी पदाधिकारी यह देख सकें कि आवेदन किस तारीख को दिया गया है और किस तारीख को स्वीकृत / अग्रसारित हुआ है। ऐसे में सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को सूचित करें कि किसी भी शिक्षक / अन्य कर्मी / पदाधिकारी का आवेदन whats app पर नहीं लिया करें।

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Chhapra: पुस्तक विमोचन सह सम्मान समारोह का आयोजन 10 दिसंबर 2023, दिन रविवार अपराह्न 1.30 बजे से स्वामी विवेकानन्द सभागार, रामकृष्ण मिशन आश्रम में होगा।

इस अवसर पर (डॉ) अमर नाथ प्रसाद, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष, जगदम कॉलेज, छपरा द्वारा रचित अंग्रेजी कविता ‘THE PRIEST OF NATURE’ जो महाराष्ट्र के संत बाबा गाडगे युनिवर्सिटी, अमरावती के B.A. Part 2 Semester III के सिलेबस में शामिल किया गया है, का लोकार्पण और सम्मान समारोह का आयोजन साहित्य – संस्कृति- शिक्षा की संस्था “प्रायाणिक ” की ओर से आहूत किया गया है।

“प्रायाणिक” संस्था के अध्यक्ष प्रो (डॉ) एम. के. शरण और महासचिव ब्रजेंद्र कुमार सिन्हा ने दी जानकारी। 

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Chhapra: सेहत केंद्र, रेड रिबन क्लब एवम राष्ट्रीय सेवा योजना, राजेंद्र महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस के उपलक्ष्य में सर्वप्रथम प्रभात फेरी का आयोजन किया गया.

जिसे प्राचार्य प्रो सुशील कुमार श्रीवास्तव ने हरी झंडी दिखाकर भेजा। यह रैली कॉलेज प्रांगण से प्रारंभ होकर महाविद्यालय के आस पास स्थित समुदायों एवम राष्ट्रीय सेवा योजना की गोद ली बस्ती में गई एवम आस पास के लोगो को एड्स से संबंधित जरूरी जानकारी से अवगत कराई। पुनः प्राचार्य ने छात्रों को संबोधित कर इस वर्ष वर्ल्ड एड्स डे की थीम लेट कम्यूनिटीज लीड (Let Communities Lead) के बारे में अवगत कराया, जिसका उद्देश्य एड्स से प्रभावित लोगों को अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए अपनी आवाज उठाने में सक्षम बनाने के साथ ही बीमारी को रोकने के लिए समाज की अहम भूमिका के बारे में लोगों को जागरूक करना हैं।

साथ ही, साथ इसका मुख्य उद्देश्य एड्स के बचाव में समाज ने जो महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं, उनकी सराहना करना भी है।फिर कॉलेज प्रांगण में मानव श्रृंखला का निर्माण करवाया गया,एवम एक सेहत प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। प्रश्नोत्तरी में मुख्य रूप से एड्स सहित अन्य संक्रमण आधारित बीमारियों पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे गए।

एड्स आधारित इन सभी कार्यक्रमों में सेहत केंद्र की नोडल पदाधिकारी डा जया कुमारी पांडेय, रेड रिबन क्लब के नोडल पदाधिकारी डा देवेश रंजन, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारी डा अनुपम कुमार सिंह, डॉ कन्हैया प्रसाद, डा ज्योति कुमारी ने छात्रों को एड्स जानकारी ही बचाव से संबंधित छोटे छोटे ज्ञानवर्धक विषयो से लाभान्वित किया। पियर एजुकेटर रूपेश कुमार निषाद, अरूणिमा, अनुप्रिया, सचिन कुमार चौरसिया, आस्था कुमारी सहित कई छात्र छात्रों ने अपनी सक्रिय उपस्थिति से कार्यक्रम से लाभान्वित हुए एवम उन्होंने शिक्षकों से संबंधित विषयों से कई प्रश्न पूछे, जिनका उन्होंने सहज एवम सरल में उत्तर दिया।

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युवा एवं भावी मतदाताओं को जागरूक बनाने का स्कूलों में चला अभियान, एसडीएम संजय कुमार राय दिखे शिक्षक की भूमिका में

Chhapra: युवा एवं भावी मतदाताओं का पंजीकरण बढ़ाने और जेंडर रेशियो को संतुलित करने के अभियान में छपरा सदर के एसडीएम सह ईआरओ संजय कुमार राय पूरी गंभीरता से लगे हुए हैं. उन्होंने अभियान का कमान स्वयं सम्भाल रखा है. एसडीएम श्री राय शनिवार को युवाओं से इंटरैक्शन के लिए शहर के इम्पीरियल पब्लिक स्कूल और सीसीएस पहुंचे. एक दक्ष शिक्षक की भूमिका अपनाते हुए उन्होंने प्रश्नोत्तरी से अपनी बात प्रारम्भ की.

उन्होंने युवाओं की जनसंख्या और मतदाता सूची में उनकी कम प्रतिशत का आंकड़ा सामने रखते हुए छात्रों का ध्यानाकर्षण किया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का प्रयास है कि लोकतंत्र के महापर्व में युवाओं की भागीदारी बढ़े. ताकि एक बेहतर सरकार और प्रशासन का निर्माण हो.

उन्होंने मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम की जानकारी देते हुए युवा एवं भावी मतदाताओं को पंजीकरण कराने का आह्वान किया. उन्होंने युवा होने की जिम्मेदारी लोकतंत्र में भागीदारी की थीम पर युवाओं को बताया कि वे मोबाइल ऐप के माध्यम से हाई टेक तरीका अपना कर स्वयं वोटर बन सकते हैं. इसपर युवाओं में उत्सुकता के साथ हर्ष, उत्साह व उमंग का संचार हो उठा. जब उन्होंने यह सुना कि यदि उनकी उम्र कम है तब भी वे अपना पंजीकरण करा सकते हैं. 18 वर्ष की अहर्ता तिथि पूरा होते ही उनके नाम स्वतः वोटर लिस्ट में शामिल हो जायेंगे. तो उनकी खुशी दुगनी हो गई. एसडीएम श्री राय एक शिक्षक की तरह बड़े ही रोचक ढंग से युवा छात्र छात्राओं को जागरूक मतदाता बनने के लिए प्रेरित किया. साथ ही अपने परिवार, पड़ोस में छूटे हुए लोगों का नाम मतदाता सूची में बीएलओ या स्कुल के माध्यम जोड़वाने की अपील की. बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कृत करने और स्कुल को सम्मानित करने की घोषणा की. किशोरों को वोटर हेल्पलाइन मोबाईल ऐप और पोर्टल की जानकारी पम्फलेट के माध्यम से दी गयी. इम्पीरियल के प्रिंसिपल नीरज कुमार और सीसीएस के प्रिंसिपल संतोष कुमार समेत शिक्षकों ने अतिथियों का स्वागत किया.

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