छपरा: जिले के तमाम नियोजित शिक्षकों के समस्याओं और मांगो को लेकर बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश सचिव ने एक लिखित आवेदन जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकिशोर सिंह को सौंपा.

इस आवेदन में नियोजित शिक्षकों के तीन माह से बकाया वेतन को जल्द से जल्द भुगतान करने की मांग की गयी. संघ ने इसके ज़रिए बताया कि इस समस्या पर न ही सरकार और न ही विभाग गंभीरतापूर्वक विचार कर रहा है.

जिला संघ ने यह निर्णय भी लिया है कि यदि रमजान के पहले पूर्व के बकाया का भुगतान नही होता है तो शिक्षक संघ आन्दोलन करेगा. इसके अलावे संघ ने और भी कई मांग रही है. जिसमे सातवें वेतनमान के अनुसार वेतन संधारण के साथ सर्विस बुक अद्यतन करने. पूर्व में बहाल नियोजित शिक्षकों को स्नात्तक अहर्ता रखने वाले शिक्षकों को स्नात्तक ग्रेड में समायोजन. इसके साथ साथ भीषण गर्मी को देखते हुए छात्र हित में समय में बदलाव या छुट्टी घोषित करने की भी मांगें शामिल थी.

लिखित ज्ञापन देने वालों में ज़िलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह, जिला कोषाध्यक्ष दिलीप गुप्ता, संयोजक ज़हीर अहमद, सचिव राकेश रंजन सिंह आदि उपस्थित थे.

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छपरा: स्थानीय होली किड्स इंटरनेशनल स्कूल के प्रांगन में विनीत एजुकेशन एवं वेलफेयर सोसाइटी के तत्वावधान में शैक्षणिक सेमिनार का आयोजन किया गया.

सेमिनार का उद्घाटन मुख्य अतिथि जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने किया. वहीँ मुख्य वक्ता डॉ उदय शंकर ओझा एवं रामदयाल शर्मा ने सेमिनार को संबोधित किया. श्री सिंह ने कहा कि सिर्फ किताबी ज्ञान एवं उच्च अंक शिक्षित होने की निशानी नही है. जीवन की सफलता अच्छी नौकरी एवं उच्च पदस्थ होने से ज्यादा माननोचित होने पर है.

इस अवसर पर सेमिनार में विद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राएं से साथ शिक्षक उपस्थित थे.

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छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में शिथिल पड़ी परीक्षा प्रणाली को लेकर आखिरकार छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा.

आरएसए और छात्र संघ युवा जदयू के बैनर तले विविश्विद्यालय में प्रदर्शन करने लगें. छात्र इतने उग्र थे कि उन्होंने प्रदर्शन के दौरान अपना कपड़ा भी उतार दिया और कुलसचिव के कक्ष में प्रवेश कर उन्हें 3 घंटे तक बंधक बना लिया.

हालांकि इस दौरान विवि में छात्रों और विवि पदाधिकारी के बीच नोकझोक भी हो गयी लेकिन कर्मियों और अन्य पदाधिकारियों के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ और वार्ता की पहल शुरू हुई.

छात्र संघ ने छात्रों की लंबित परीक्षाओं को अविलंब कराने की मांग रखी जिसपर वीसी ने 10 दिनों का समय मांगा. इस बाबत छात्रों ने उन्हें 15 दिनों का समय यह कहकर दिया कि अगर 15 दिनों के अंदर परीक्षाओं का आयोजन नही होता है तो छात्र संघ छात्रों से झूठ बोलने के लिए वीसी और रजिस्ट्रार पर मुकदमा भी दायर करेंगे.

छात्रों का कहना है कि विवि में अब सिर्फ बाते हो रही है पदाधिकारी छात्रहित में कोई काम नही कर रहे है.जिससे छात्र का भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है.

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छपरा: अप्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए चलाई जा रहे ODL प्रशिक्षण के चौथे सेमेस्टर की कक्षा समाप्त हो गयी. रविवार को चतुर्थ और आख़िरी सेमेस्टर की कक्षाओं के समापन सभी अध्ययन केंद्रों पर हो गया. प्रशिक्षण कक्षा के आखिरी दिन SCERT के निदेशक डॉ मोइन द्वारा दर्जनों केंद्रों का निरीक्षण किया गया.

इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण को लेकर आवश्यक निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की. दो वर्षीय ODL प्रशिक्षण के द्वितीय समूह का चौथे सेमेस्टर के कक्षा समापन को लेकर पूर्व में पत्र जारी किया गया था.

24 कक्षाओं के संचालन के बाद अब अप्रशिक्षित शिक्षक परीक्षा उतीर्ण करने के साथ ही प्रशिक्षित बन जायेंगे.

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पटना: बिहार शिक्षक प्रारंभिक (प्रशिक्षित) परीक्षा की तिथि में बदलाव किया गया है. 11 जून को होने वाली परीक्षा अब 29 जून की ली जाएगी.

बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बीसीईसीई की परीक्षाएं 11 जून हो होनी है इसलिए परीक्षा केंद्र उपलब्ध नही हो सका है. इसलिए परीक्षा तिथि में बदलाव किया गया है. उन्होंने कहा कि जिन अभ्यर्थियों के आवेदन में कुछ त्रुटि राह गयी है उनको एक मौका और दिया गया है.

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छपरा (कबीर की रिपोर्ट): छात्रों को अगर किसी बात की चिंता सताती है तो वो है उनका करियर. जब उसी के साथ खिलवाड़ हो तो ये कहाँ तक जायज है. जिस साल उनके हाथ में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए थी. उस साल अब तक उन्हें प्रथम वर्ष के रिजल्ट को कौंन पूछे एडमिट कार्ड भी नही मिला है.

छात्र छात्राएं अपनी गलती ना होते हुए भी अपने किस्मत को कोसते नज़र आ रहे है. वही इससे अभिभावक भी परेशान है. जहाँ चार छात्र-छात्राएं खड़े होते है वहीँ अपने भविष्य को लेकर चर्चा शुरू हो जाती है.

हम बात कर रहे है सारण प्रमंडल के छात्रों की जिंदगी से खिलवाड़ करने वाली जयप्रकाश विश्वविद्यालय की. जहाँ राजनीति, ट्रान्सफर, पोस्टिंग तो जरुर होती है पर शिक्षा नहीं होती है और ना ही समय पर परीक्षा. जिस उद्देश्य से विश्वविद्यालय की स्थापना हुयी उसी जयप्रकाश विश्वविद्यालय से आज शैक्षणिक व्यवस्था नदारद है. छात्र अपने भविष्य के लिए लगातार चिंतित है और उनकी सुनने वाला कोई नहीं.

 

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छात्र टकटकी लगाकर देख रहे कि आख़िर परीक्षा की तिथि कब घोषित होगी. वर्ष 2017 चल रहा है और सत्र 2014-15. स्नातक के छात्रों का प्रथम खंड की परीक्षा भी अब तक नही हुयी.

सबसे बड़ा सवाल है कि इन छात्रों के बर्बाद 3 वर्षो की भरपाई कैसे होगी ? इसका जिम्मेवार कौन है? इन छात्रों के स्वर्णिम भविष्य को वापस कौन लौटाएगा ?

अब देखने वाली बात यह है कि विश्वविद्यालय प्रशासन की गहरी नींद कब टूटेगी ? छात्रों की चिंता उन्हें कब तक होती है.

हालांकि कुलपति प्रो.हरिकेश सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद लंबित परीक्षाओं को आयोजित कराने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जताई है और कुछ परीक्षाएं हुई भी है पर स्नातक पार्ट वन की परीक्षा को लेकर अबतक कोई सार्थक कदम नही उठाया जा सका है.

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पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) द्वारा जल्द ही 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम का ऐलान किया जा सकता है.

विश्वस्त सूत्रों की माने तो आगामी 25 मई तक परिणाम घोषित किया जा सकता है. परीक्षार्थी अपने परिणाम बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकेंगे.

विदित हो कि 10वीं बिहार बोर्ड की परीक्षाएं मार्च महीने में आयोजित की गई थी. वहीं 12वीं की परीक्षा फरवरी में आयोजित की गई थी.

सूबे के 38 जिलों से 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 16 लाख और 12 वीं की परीक्षा लगभग 13 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. दोनों ही परीक्षाओं में इस बार नकल रोकने के लिए कई उपाय किए गए थे. नकल न हो इसके लिए वीडियोग्राफी भी कराई गई थी साथ ही CCTV भी केंद्रों पर लगाये गए थे.

BSEB द्वारा पहली बार इन परीक्षाओं में बार कोडिंग सिस्टम भी शुरू किया गया था.

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छपरा: लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा आयोजित 30वें प्रांतीय खेल कूद प्रतियोगिता में स्थानीय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर छपरा के बच्चों ने अपनी श्रेष्ठा सिद्ध की. इस प्रतियोगिता में पूरे उत्तर बिहार से लगभग 1000 बच्चे-बच्चियों ने भाग लिया.

ज्ञातव्य हो कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर ने अपना दबदबा कायम रखते हुए कुल 8 प्रतिस्पर्धा में से 4 में स्वर्ण पदक अपने नाम किया. किशोर वर्ग की बच्चियों की खो-खो टीम ने पूर्णिया और महाराजगंज को 4-17 से भारी अंतर से पराजित कर प्रथम स्थान प्राप्त किया. बाल वर्ग मैं खो-खो में खगड़िया, पूर्णिया, बिहारगंज को हराकर प्रथम स्थान प्राप्त किया.

 किशोर वर्ग कबड्डी में बेतिया, सिवान, किशनगंज और योगापट्टी को हराते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया. बाल वर्ग बच्चियों की कबड्डी टीम ने रसड़ा, सिवान, और महाराजगंज को हराकर प्रथम स्थान हासिल किया.

इस भारी सफलता से गदगद खेल प्रशिक्षक विजय रंजन, कुंदन एवं निकी ने बच्चों के कठिन मेहनत व लगन को इस जीत का श्रेय दिया. विद्यालय समिति के सचिव सुरेश प्रसाद सिंह एवं प्रधानाचार्य मनोज कुमार सिंह ने बच्चों को निरंतर मेहनत करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर विद्यालय छपरा का नाम रोशन कर हमेशा आगे बढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया. उन्होंने इस जीत का श्रेय उनके कठिन परिश्रम को दिया. विद्यालय परिवार की ओर से प्रशिक्षक आचार्य को स्वर्णिम उपलब्धि हेतु स्वहृदय से धन्यवाद दिया.

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पटना: राज्य के प्रारंभिक स्कूलों की भी ग्रेडिंग की जायेगी. स्कूली बच्चों के वार्षिक मूल्यांकन के आधार पर यह ग्रेडिंग की जायेगी. इसके लिए शिक्षामंत्री डॉ अशोक चौधरी ने प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को निर्देश दिया है.

यह ग्रेडिंग जिलावार होगी. स्कूलों को ए, बी, सी और डी ग्रेडिंग दिया जायेगा. जिला में बेहतर ग्रेड वाले तीन स्कूलों को और राज्य स्तर पर बेहतर तीन ग्रेड वाले स्कूलों को भी पुरस्कृत किया जायेगा. प्रदेश के जिन स्कूलों का मूल्यांकन रिपोर्ट 60 फीसदी से ज्यादा होगा, उन्हें ए ग्रेड, 50 से 60 फीसदी रिपोर्ट वाले स्कूलों को बी ग्रेड, 40-50 प्रतिशत के बीच वाले को सी ग्रेड अौर 30 से 40 प्रतिशत के बीच मूल्यांकन रिपोर्ट आने वाले स्कूलों को डी ग्रेड दिया जायेगा.

ग्रेडिंग के बाद उन स्कूलों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा, जिन्हें बी,सी या डी ग्रेड मिला है. वहां यह देखा जायेगा कि किन कमियों की वजह से स्कूल की ग्रेडिंग खराब आयी. विभाग उन कमियों को दूर करेगा और सारे संसाधन मुहैया करायेगा जिससे स्कूल की ग्रेडिंग बेहतर हो सके. इसके बाद 2018 में हुए मूल्यांकन के आधार पर फिर से ग्रेडिंग होगी. इसमें अगर शिक्षक व संसाधन देने के बावजूद स्कूलों के ग्रेड में सुधार नहीं हुआ या फिर ग्रेड में गिरावट आयी तो वहां के शिक्षकों से जवाब तलब किया जायेगा. स्कूल की ग्रेडिंग सुधारने की जिम्मेदारी स्कूल के शिक्षकों की होगी.

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छपरा: आगामी 15 से 25 मई 2017 तक संचालित होने वाली फौकानिया एवं मौलवी की परीक्षा के सफल संचालन हेतु सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गयी है. किसी भी परिस्थिति में परीक्षा में कदाचार नहीं होने दिया जाएगा और जो कोई भी इसमें लिप्त पाए जाएंगें उनके विरूद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई होगी. उक्त बातें जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने कही.

उन्होंने कहा कि परीक्षा के कदाचारमुक्त संचालन के लिए ने जिले के 4 परीक्षा केन्द्र बनाये गए है. जिनमे अब्दुल क्यूम अंसारी उ0 वि0 छपरा, मदरसा मोहम्मदिया, छोटा तेलपा छपरा, डाॅ सैयद महम्मुद उर्दू बालिका उ0 वि0 महम्मुद चैक छपरा एवं मदरसा फैयाजुल, उलूम, दादा साहेब मजार, नबीगंज शामिल है.

मौलवी की परीक्षा हेतु मदरसा वारिस उलूम नई बाजार, छपरा, गांधी उच्च विद्यालय, दौलतगंज छपरा एवं साधुलाल पृथ्वीचंद उच्च विद्यालय छपरा को मौलवी की परीक्षा के लिए केन्द्र बनाये गये है.

फोकनिया एवं मौलवी की परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी. प्रथम पाली 08.45 बजे पूर्व0 से 12.00 बजे मध्य तक एवं द्वितीय पाली 01.45 बजे अप0 से 05.00 बजे अप0 तक संचालित होगी. सभी पालियों में 15 मिनट का आरंभिक समय परीक्षार्थी को प्रश्नों को पढ़ने और समझने के लिए दिया गया है.

उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में परीक्षा हर हाल में स्वच्छ, शांतिपूर्ण वातावरण मे कदाचारमुक्त संचालित होगी. इसके लिए पदाधिकारी/दंडाधिकारी, पुलिस बल आदि की प्रतिनियुक्ति की जा चुकी है. सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी/दंडाधिकारी, पुलिस बल अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर परीक्षा शुरू होने के 30 मिनट पूर्व में ही अपना स्थान ग्रहण कर लेंगे. सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों/पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे निर्धारित समय से पहले अपने परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचकर परीक्षार्थियों की सघन जांच कराकर परीक्षा हाॅल में इन्ट्री कराएंगे.

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छपरा: जिले के प्रारंभिक विद्यालयों में 12 मई को शब-ए-बारात की छुट्टी घोषित की गई है. इस आशय से सम्बंधित पत्र जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जारी कर दिया है.

जारी पत्र में जिला शिक्षा पदाधिकारी राज किशोर सिंह ने कहा कि जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा प्राप्त आवेदन के आधार पर शब-ए-बारात की छुट्टी 12 मई को निर्धारित की गई है.

पूर्व में शब-ए-बारात की छुट्टी 11 मई को निर्धारित थी. 11 मई को ही शब-ए-बारात है इस कारण छुट्टी की तिथि में बदलाव किया गया है.

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पटना: चिलचिलाती धूप और तेज चल रही लू को देखते हुए ग्रीष्मावकाश की छुट्टी को लेकर बदलाव किया गया हैं.

पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने आगामी 14 मई से जिले के निजी एवं सरकारी विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश की छुट्टी घोषित करने का आदेश जारी किया है.

शनिवार को जारी किए गए पत्र में यह कहा गया है कि वर्तमान समय मे भीषण गर्मी और लू की स्थिति बनी है. जिसको लेकर बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति अभिभावकों में चिंता हैं.

दोपहर में देर तक बाहर रहने से छात्रों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है इसको देखते हुए आगामी 14 मई से ग्रीष्मावकाश घोषित करने का निर्देश जारी किया गया है.

उन्होंने कहा कि जून माह में ग्रीष्मावकाश घोषित है लेकिन गर्मी को देखते हुए पूर्व के निर्धारित ग्रीष्मावकाश की अवधि की गणना 14 मई से की जाय.

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