Chhapra: राम जयपाल महाविद्यालय इकाई आर एस ए के द्वारा जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति का पुतला दहन महाविद्यालय के गेट पर किया गया. पुतला दहन कार्यक्रम के बाद चेतावनी सभा को संबोधित करते हुए. संगठन के महासचिव परमजीत कुमार सिंह ने कहा कि आज का आंदोलन विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से लिए गए निर्णय स्नातक प्रथम खंड सत्र 2019 22 मैं नामांकन पर रोक को चालू कराने हेतु है.

उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के माध्यम से चेतावनी देना चाहते हैं कि विश्वविद्यालय प्रशासन कान खोल कर सुन ले 10,000 सीट अभी रिक्त है उसको फुल फील करते हुए. सीट बढ़ोतरी करके जितने भी छात्र-छात्राएं नामांकन के लिए आवेदन किया है. उन सभी छात्र-छात्राओं का नामांकन होना चाहिए, अन्यथा दशहरा पूजा बाद विश्वविद्यालय प्रशासन से आर पार की लड़ाई लड़ेगी संगठन.

विश्वविद्यालय अध्यक्ष विकास सिंह सेंगर ने चेतावनी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को बतलाना होगा कि 10,000 सीट बचने के बाद ऐसी कौन सी मजबूरी आ गई की नामांकन को क्लोज कर दिया गया? जबकि हजारों छात्र रोड पर उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए भटक रहे है. यह पूरी रूप से साजिश है कि सारण प्रमंडल के छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाएं. विश्वविद्यालय प्रशासन चार माह नामांकन प्रक्रिया चलाया 4 माह में त्रुटिपूर्ण मेघा सूची का प्रकाशन किया गया. विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द इस पर निर्णय ले अन्यथा जो छात्र छात्राएं जो असंतोष के ज्वालामुखी पर बैठे हैं.

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को जिस तरह से भी हो 10,000 सीटें भरा जाए. उसके साथ-साथ राज्य सरकार को लिखा जाए सीट बढ़ोतरी की जाए. संगठन ने पहले सीट बढ़ोतरी के लिए आवेदन दिया था. सीट बढ़ोतरी तो नहीं हुआ उसके विपरीत 10000 सीटों को खाली छोड़ दिया गया. जो न्याय संगत नहीं है.

कार्यक्रम में प्रमुख रूप से जिया सिंह, कुंदन कुमार, नंदन कुमार, दीपक कुमार, छोटू कुमार राम, सौरभ कुमार, अभिषेक कुमार, विवेक कुमार, नवनीत कुमार, मुन्ना कुमार आदि थे.

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Chhapra: अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् के विश्वविद्यालय संयोजक रितेश रंजन ने प्रेस वार्ता में कहा कि स्नातक प्रथम खंड सत्र- 2019-20 में नामांकन की प्रक्रिया विश्वविद्यालय द्वारा बंद कर दिया गया. लेकिन इस वर्ष इंटरमीडिएट में सारण प्रमंडल से लगभग एक लाख छात्र छात्राएं उर्त्तीण हुए हैं. लगभग 64 हजार विधार्थी स्नातक प्रथम खंड के लिए आवेदन दिए हैं. इस प्रक्रिया में मात्र 22 हजार विधार्थियों का नामांकन हुआ और 42 हजार विधार्थी नामांकन से वंचित रह गए हैं.

वहीं विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष स्नातक के नामांकन में जो प्रक्रिया BSEB द्वारा अपनाई गई और स्पोर्ट प्रक्रिया के आधार पर नामांकन लिया गया ठीक उसी तर्ज पर आवेदन किए गए सभी विधार्थियों का नामांकन लिया जाए. राज्य सरकार द्वारा भी निर्देश है कि किसी भी छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा से वंचित नहीं रखा जाएगा. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन विधार्थियों को रिक्त सिट रहने के उपरांत भी उच्च शिक्षा से वंचित रखा जा रहा है. जो विधार्थी परिषद इस मुद्दों पर कतई बर्दाश्त नहीं करेगी.

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उन्होंने कहा कि अभाविप द्वारा पूर्व से इस मुद्दों को विश्वविद्यालय प्रशासन के समक्ष उठा कर अवगत कराया गया. किन्तु इस संदर्भ में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं करना उनकी दिवालिया मानसिकता को दर्शाती है. उन्हें छात्र-छात्राओं के भविष्य से कोई मतलब नहीं हैं.

जिला संयोजक बंशीधर कुमार ने कहा कि अभाविप इस पत्रकार वार्ता के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन से यह मांग करती है कि रिक्त सिटों पर अतिशिघ्र छात्रहित में नामांकन ली जाए. अन्यथा अभाविप विश्वविद्यालय से जुड़े सभी मुद्दों को लेकर सड़क से सदन तक आंदोलन करने पर बाध्य होगी.

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Chhapra: शहर के RDS Public School में महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर विद्यालय में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. साथ ही साथ सभा को संबोधित करते हुए विद्यालय के शिक्षकों ने गांधीजी के अमूल्य विचारों को रेखांकित किया.

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शिक्षक चंचल कुमार सिंह ने गांधीजी की प्रसिद्ध उक्ति ‘प्रकृति हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति करती है ना कि लालच को’ रेखांकित किया. शिक्षक सौरव कुमार ने गांधी जी के सत्याग्रह संबंधित विचारों एवं सब के साथ प्रेम करने को अपने विचारों में प्रमुखता दी.

वहीं प्राचार्य अशोक ठाकुर ने वर्तमान परिवेश में गांधी जी के विचारों को प्रासंगिक एवं अतुलनीय बताया. अपने धन्यवाद ज्ञापन में प्राचार्य अखिलेश्वर तिवारी ने गांधी जी के विचारों को जीवन में अंगीकार करने की आवश्यकता पर बल दिया.

इस अवसर पर विद्यालय के संरक्षक रामाधार सिंह, निदेशक जगदीश सिंह समेत तमाम शिक्षक उपस्थित थे.

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Chhapra: निजी विद्यालयों में ड्राइवर की नौकरी करना आसान नही होगा. वाहन चालकों को अब नौकरी पाने के लिए पहले अपना पुलिस वेरिफिकेशन कराना होगा उसके बाद ही उन्हें विद्यालयों में ड्राइवर की नौकरी मिल पाएगी. हालांकि यह निर्देश उनके लिए भी है जो फिलहाल विद्यालयों में वाहन चलाने का काम कर रहे है.

वाहन चालकों के पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर अनिवार्य रूप से अपने जिले के सभी निजी और सरकारी विद्यालयों में लागू करने का निर्देश दिया है.

श्री सिंह द्वारा भेजे गए पत्र के आलोक में डीपीओ समग्र शिक्षा द्वारा पत्र निर्गत कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को इसके पालन का निर्देश दिया है.

निदेशक के जारी पत्र में कहा गया है कि आये दिन विद्यालय आने जाने के क्रम में बच्चो के साथ दुर्व्यवहार की घटनाये सामने आ रही है. इसलिए वह सभी कार्य किये जायें जिससे कि बच्चो के साथ दुर्व्यवहार की घटना ना हो. इसके लिए सबसे जरूरी कार्य वाहन चालक का चरित्र एवं उनके पूर्वजों के पुलिस सत्यापन का कार्य महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. इस प्रकार चालक और सहायक के चरित्र को पुलिस सत्यापन के बाद ही कार्य पर रखा जाए.

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Chhapra: सारण जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि बारिश और जलजमाव के मद्देनजर 1 अक्टूबर तक सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालय (हाई स्कूल तक) को बंद रखने का आदेश दिया है. इससे पहले डीएम ने 30 सितंबर तक का बंद रखने का आदेश दिया था.

मौसम विभाग द्वारा जारी भारी वर्षा के Alert को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी सारण ने जिला के सभी सरकारी/निजी स्कूलों और आंगनवाड़ी केन्द्रों को दिनांक 1/10/19 को बन्द करने का आदेश जारी किया है.

जिलाधिकारी ने पिछले दिनों पत्र निर्गत करते हुए सभी अंचलाधिकारी और अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का निर्देश जारी किया था.

बताते चलें कि छपरा में बुधवार की रात्रि से ही लगातार तीन दिनो तक हुई बारिश और जगह-जगह हुए जलजमाव को लेकर जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. गर्मी से राहत तो मिली है लेकिन बारिश अब मुसीबत बनी हुई है. कई इलाकों में जलजमाव से लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है.

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Chhapra: छपरा के सराय बक्स स्थित सेंट जोसेफ एकेडमी में “मेरा बचपन और गांधी जी का बचपन” पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें छपरा के साथ साथ के पटना के भी विभिन्न विद्यालयों के बच्चे सम्मिलित हुए. प्रतियोगिता का प्रारंभ सन्त जोसेफ के निदेशक देव कुमार सिंह व अन्य अथितियों ने गांधी जी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर प्रारंभ किया गया. इस प्रतियोगिता का  निर्णायक राम दयाल शर्मा एवं सीमा सिंह को बनाया गया था.

इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान शक्ति शांति एकेडमी के आयुषी सिंह को एवम द्वितीय पुरस्कार सेंट जोसेफ एकेडमी की सालवी सिंह एवं स्कॉलरर्स एबोड पटना की छात्रा वेदिका सिन्हा तथा तृतीय पुरस्कार सेंट जोसेफ एकेडमी की ही रितिका कुमारी एवं
स्कॉलर एबोड स्कूल पटना की हर्षिता अग्रवाल को मिला.

इस कार्यक्रम को लेकर डॉ देव कुमार सिंह ने बताया कि पाटलिपुत्र सहोदया स्कूल कंपलेक्स जो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत काम करती है इसी के तत्वधान में पूरे पटना जोन में गांधीजी के 150वीं जयंती पर आधारित उनके जीवनी पर 350 प्रसंग जो 150 नोडल सेंटर बनाकर किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि पाटलिपुत्र सहोदया स्कूल कंपलेक्स का उद्देश्य इस आयोजन के माध्यम से बच्चों में गांधी जी के आदर्शों को पालन करने हेतु प्रेरित करना है , जिससे प्रभावित होकर एक दूसरा गांधी का अवतरण हो सके.

इस कार्यक्रम के दौरान अतिथियों का स्वागत सेंट जोसेफ एकेडमी के प्राचार्य राहुल कुमार ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के सचिव डॉक्टर देव कुमार सिंह ने किया. वहीं भाषण प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया गया. इस मौके पर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा सिंह भी मौजूद रहीं.

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Chhapra: जिले में प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में शिक्षक नियोजन का रोस्टर प्रकाशित नही जारी करने पर मंगलवार को डीईओ कार्यालय में तालाबंदी की. टेट पास अभ्यर्थियों सुबह में ही डीईओ कार्यालय पहुंच गये थे और एकजुटता का परिचय देते हुए कार्यालय में तालाबंदी कर दी. तालाबंदी के बाद जमकर प्रदर्शन किया.

इस दौरान अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री से लेकर शिक्षा मंत्री, डीईओ और डीपीओ के खिलाफ नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि प्राथमिक शिक्षा विभाग बिहार सरकार द्वारा जारी संसोधित समय तालिका के अनुसार 16 सितम्बर तक रोस्टर का प्रकाशन करना था. आवेदन प्रक्रिया 18 सितंबर से शुरू होनी थी परंतु शिक्षा विभाग के सुस्त एवं लापरवाह रवैये के कारण एक सप्ताह बाद भी आवेदन प्रक्रिया तो दूर अब तक रोस्टर का प्रकाशन भी नही किया गया है.

इस सम्बंध में टीईटी अभ्यर्थी पहले भी डीपीओ स्थापना , डीईओ और डीएम को आवेदन दे चुके है परंतु अब तक रोस्टर प्रकाशन के सम्बंध में कोई करवाई नही की गई है. रोस्टर के बारे में सही जानकारी भो नही दी जा रही है. इस कारण अभ्यर्थियों में भारी रोष है. शिक्षा विभाग के अफसर बैक डोर से बहाली को बढ़ावा देने के लिए लगे हुए हैं. डीईओ गलत बयानी कर रहे हैं. वे डीएम के पास संचिका लंबित रखने की बात कह रहे हैं.

संघ के जिलाध्यक्ष ब्रजेश कुमार सिंह व जिला सचिव जयप्रकाश सिंह ने कहा कि बिहार सरकार द्वारा 2017 में सात वर्ष बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन किया गया , जिसमे लगभग 50 हज़ार अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की. समान काम समान वेतन केस के कारण दो वर्ष बाद बहाली प्रक्रिया शुरू की गई है जिसमे सरकार द्वारा एक लाख शिक्षकों की बहाली की घोषणा की गई थी. परन्तु सबसे दुख की बात है कि वर्ष 2019 में सरकार द्वारा 2014 के रिक्त पदों पर ही बहाली कर रही है, इससे काफी संख्या में योग्य अभ्यर्थी भी नियुक्ति से वंचित हो जाएंगे.

तालाबंदी में विवेक सिंह, सन्देश शर्मा, सुनील ठाकुर, मुकुल कुमार, साबिर हुसैन, दीपक कुमार, चन्द्रभूषण कुमार, आशुतोष कुमार, अरविंद कुमार, अजय पूरी, पुष्पेंद्र आर्य, अभय पांडेय, प्रवीण कुमार सहित अन्य अभ्यर्थी शामिल थे.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के सचिव एवं सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के भावी प्रत्याशी प्रो रणजीत कुमार ने बिहार के शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर माँग किया है कि दस साल की सेवा पूरी कर चुके नियोजित शिक्षकों को नियमानुसार एक वेतन वृद्धि का लाभ देने के संबंध में तत्काल निर्देश जारी किया जाए.

प्रो कुमार ने मंत्री का ध्यान आकृष्ट कराते हुए लिखा है कि बिहार जिला परिषद माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक शिक्षक (नियोजन एवं सेवा शर्त) संशोधित नियमावली 2012 में स्पष्ट लिखा हुआ है कि 10 साल की न्यूनतम सेवा के आधार पर वरीय स्नातक एवम स्नातकोत्तर शिक्षकों की सूची तैयार कर उन्हें एक वेतन वृद्धि का लाभ दिया जाएगा. विदित हो कि माध्यमिक विद्यालयों में 2006 से नियोजन का कार्य प्रारंभ हुआ है. इस तरह वर्ष 2006 से 2009 तक नियुक्त शिक्षकों को 10 साल की सेवा पूरी करते ही नियमावली के अनुसार अनुमान्य एक वेतन वृद्धि का लाभ मिल जाना चाहिए था लेकिन आज तक इस दिशा में कोई सकारात्मक पहल जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय द्वारा नहीं किया गया है.

फलतः अल्प वेतनभोगी नियोजित शिक्षकों को आर्थिक नुकसान तो हो ही रहा है, सरकार द्वारा शिक्षकों को उनके घोषित वैधानिक अधिकारों से भी वंचित रखा जा रहा है. गौरतलब है कि पूर्ण वेतनमान वाले पुराने शिक्षकों के लिए सरकार ने हाल में ही सुनिश्चित वृति प्रोन्नति योजना ACP को मंजूरी प्रदान किया है जिसमें 10, 20 एवं 30 साल की सेवा के उपरांत प्रोन्नति का प्रावधान है.

सरकार के उक्त आदेश के आलोक में पुराने शिक्षकों की प्रोन्नति, तदनुसार वेतन निर्धारण एवं एरियर भुगतान की प्रक्रिया जारी है, लेकिन प्रावधान रहने के वाबजूद नियोजित शिक्षकों को अनुमान्य वेतन वृद्धि के लाभ से आज तक वंचित रखा गया है. शिक्षा विभाग का दोहरा मापदंड समझ से परे है. इसलिए शिक्षा मंत्री से आग्रह है कि 10 साल की सेवा पूरी कर चुके नियोजित शिक्षकों को एक वेतन वृद्धि का लाभ देने हेतु बिहार के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को अविलंब निदेशित किया जाए ताकि शिक्षकों को उनका वाजिब हक मिल सके.

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Chhapra: अखिल भारतीय विधार्थी परिषद्, छपरा विश्वविद्यालय इकाई द्वारा जय प्रकाश विशवविद्यालय में हो रहे नामांकन व व्याप्त शैक्षणिक समस्याओं के संदर्भ में विश्वविद्यालय परिसर में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कुलपति का पुतला दहन किया गया.

पुतला दहन से पूर्व विधार्थियों को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय संयोजक रितेश रंजन ने कहा कि अभाविप छात्रहित, शिक्षाहित व समाजहित में कार्य करनेवाला देश का अग्रणी छात्रसंगठन है. अभाविप शिक्षा व छात्रों से जुड़े मुद्दों के समाधान हेतु सदैव प्रयासरत रहता है. आज इसी कड़ी में विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ आम छात्र आंदोलन करने को मजबूर हैं. अभाविप द्वारा पूर्व में दिए ज्ञापन को नजरअंदाज करना कुलपति कि मानसिकता को दर्शाती हैं. उन्हें छात्रों के मुद्दों से कुछ भी लेना-देना नहीं है. छात्र परेशान होकर विश्वविद्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर हैं.

उपस्थित विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने कहा कि इस विशवविद्यालय के नामांकन प्रक्रिया में घोर अनियमितता हो रही है. इस बजह से हजारों-हजार छात्र-छात्राएं कई प्रकार की समस्याओं को झेलने पर मजबूर हैं. कुलपति छात्र के मुद्दे को पुलिस का खोफ दिखाकर अवाज को सदैव दवाने का प्रयास किया जाता है. अभाविप हरसंभव छात्रहित के मुद्दों को गंभीरता से उठाने के लिए तत्पर है. अगर विशवविद्यालय प्रशासन छात्र कि समस्याओं को अतिशीघ्र समाधान नहीं करती हैं तो अभाविप आगे भी आंदोलन करने को बाध्य होगी.

इस मौके पर विभाग संयोजक रवि पांडेय, जिला संयोजक बंशीधर कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अंकित सिंह, सिनेट सदस्य अखिलेश मांझी सहित राजाबाबू, प्रशांत कुमार, शुभम यादव, राकेश कुमार, सचिन चौरसिया, अमरजीत पांडेय, गुलशन कुमार, अमर सिंह, सुमित कुमार, राजू महत्तो, आदित्य कुमार, रत्नेश, प्रित कुमार, जयनंदन पंडित, अभिमन्यु कुमार समेत सैकड़ों विधार्थी मौजूद थे.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में के पदाधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यों पर कुलपति हरिकेश सिंह ने ही प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है. कुलपति ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर विश्वविद्यालय की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कि पदाधिकारी और कर्मचारी समय से काम नहीं कर रहे हैं, जिस कारण से छात्रों के कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिग्रियां उन्हें समय पर उपलब्ध कराने में कठिनाई आ रही है. उन्होंने कहा कि छात्रों के हित में प्रयास करते हुए डिग्रियों के आवेदन ऑनलाइन करने का प्रावधान किया गया है. इससे छात्रों को फायदा पहुंच रहा है हालांकि विश्वविद्यालय के कार्यशैली के कारण कुछ छात्र अभी परेशान है.

कुलपति ने किया परीक्षा विभाग का औचक निरीक्षण
प्रेस वार्ता के दौरान कुलपति ने सीधे तौर पर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों पर निशाना साधते हुए उनके कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया और मीडिया की उपस्थिति में विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग समेत विभिन्न विभागों का निरीक्षण किया. इस दौरान परीक्षा विभाग में जमीन पर पड़ी डिग्रियों को देखकर कुलपति बिफर गए और उन्होंने वहां मौजूद कर्मचारी से इसको लेकर सवाल जवाब किए. कर्मचारी के पास कोई जवाब ना होने की स्थिति में उन्होंने परीक्षा नियंत्रक अशोक कुमार सिंह से स्थिति के बारे में जानकारी ली.

छात्रों ने कुलपति को सुनाई फरियाद
कुलपति के निरीक्षण के दौरान डिग्री के लिए वहां मौजूद छात्रों ने लगातार विश्वविद्यालय में आने और कार्य का ना होने की बातें कही. छात्रों ने अपने समस्याओं से कुलपति को अवगत कराया.

https://www.facebook.com/chhapratoday/videos/386218705389857/?t=193

 

संसाधनों और कर्मचारियों की है कमी: परीक्षा नियंत्रक
परीक्षा विभाग में जमीन पर डिग्रियों के रखे जाने के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए परीक्षा नियंत्रक डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में कर्मचारियों और संसाधनों की कमी है. एक सवाल के जबाब में उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी कुलपति को भी है. उन्हें ही इसकी व्यवस्था करनी है. उन्होंने कहा कि अबतक 64 परीक्षाएं कराई जा चुकी है. लगातार परीक्षाओं से दबाब है और कर्मचारियों की कमी से कार्य धीमा हो रहा है. उन्होंने कहा कि यदि कार्य नही हो रहे है तो 64 परीक्षाएं कैसे हो गयी.

इस दौरान परीक्षा नियंत्रक, पीआरओ समेत विश्वविद्यालय के पदाधिकारी मौजूद थे.

 

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Chhapra: शहर के जिला स्कूल में रविवार को बिहार मैथमेटिकल सोसायटी के तत्वावधान में टैलेंट सर्च टेस्ट इन मैथमेटिक्स का पहली बार आयोजन हुआ. जिसमें काफी संख्या में छात्र -छात्राओं ने भाग लिया.

प्रतियोगिता हेतु जिला स्तर पर मिशन गुणवत्ता शिक्षा समिति बनाई गई है. प्रतियोगिता के संयोजक नसीम अख्तर ने बताया कि टैलेंट सर्च टेस्ट इन मैथमेटिक्स का मुख्य उद्देश्य छात्र-छात्राओं के बीच गणितीय फोबिया को दूर करने से है. उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा. इस वर्ष कक्षा छः से नवम तक के छात्र छात्राओं के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है.आगामी वर्ष से इस प्रतियोगिता का आयोजन वृहत्त पैमाने पर किया जाएगा, साथ ही साथ उच्च कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को भी मौका मिलेगा.

 

प्रमंडलीय स्तर पर जिला स्कूल में आयोजित इस परीक्षा में कुल 485 बच्चों ने हिस्सा लिया इस दौरान छपरा सीवान गोपालगंज के विभिन्न छात्र-छात्रा मौजूद रहे.

इस कार्यक्रम के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को अध्यक्ष, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी SSA को उपाध्यक्ष एवं गणित शिक्षक नसीम अख्तर , बी.बी. राम उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय, नगरा को संयोजक बनाया गया है. वहीं इस मौके पर राजन कुमार, शिक्षक एवं बलवंत कुमार शिक्षक उप संयोजक एवं मिशन गुणवत्ता समिति के अन्य सभी सदस्य मौजूद थे.

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Chhapra: शहर के मुकरेरा स्थित स्वामी विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में एक दिवसीय मिलन समारोह सह भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. कार्यक्रम को विवेकानंद के शिकागो सम्मेलन एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आने वाली 150वीं जयंती को पूर्ण रूप से समर्पित किया गया. 

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कार्यक्रम में जेपीयू कुलपति हरिकेश सिंह, एसडीएस के प्राचार्य अरुण कुमार सिंह, जेपीयू के प्रोफेसर एचके वर्मा समेत तमाम गणमान्य लोग उपस्थित थे. कार्यक्रम का उद्घाटन सभी विशिष्ट अतिथियों व विद्यालय के निदेशक सह रिवीलगंज प्रखंड प्रमुख राहुल राज ने दीप प्रज्वलित करके किया.

इस मौके पर विशिष्ट अतिथियों का स्वागत विद्यालय के निदेशक ने अंगवस्त्र देकर किया. इस भाषण प्रतियोगिता कार्यक्रम में विद्यालय के होनहार बच्चों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुति के साथ सभी श्रोताओं का दिल जीत लिया.

सभी प्रतिभागियों ने स्वामी विवेकानंद और महात्मा गांधी से जुड़े तथा उनके द्वारा किए गए अतुलनीय कार्य को अपने विचारों के माध्यम से दर्शाया. कुछ बच्चों ने उनसे जुड़ी कविताओं और गीतों को भी वादन किया. किसि ने गांधीजी के योगदान की चर्चा की तो किसी ने भारत व विश्व को दिए उनके सत्य के विचार के कारण उनको एक मसीहा बताया.

निर्णायक की भूमिका में जेपीयू कुलपति प्रोफेसर हरिकेश सिंह तथा प्रोफेसर एसके वर्मा व प्रोफेसर देवेंद्र सिंह ने निर्णायक की भूमिका निभाई. बच्चों की प्रतिभा को ध्यान में रखते हुए उनमें से प्रथम, द्वितीय, तृतीय श्रेणी के विजेताओं को घोषित किए. इसके अतिरिक्त सभी प्रतिभागियों को विशिष्ट अतिथियों द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया तथा विजेताओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया.

विद्यालय की प्राचार्य इंजीनियर नीलम सिंह ने सभी उपस्थित अभिभावकों एवं विशिष्ट अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया तथा विद्यालय की स्थापना के उद्देश्य उपलब्धियों को रेखांकित कर प्रतिभागी को ध्यान केंद्रित कर पढ़ाई करने की बात कही.

प्रोफेसर एचके वर्मा ने अपने मंतव्य द्वारा धर्म की परिभाषा बताते हुए कहा कि कोई भी धर्म छोटा या बड़ा नहीं होता तथा बिना आपस में भेदभाव की एकजुटता के साथ जीवन यापन व्यतीत करने की प्रेरणा दी. इसके अतिरिक्त कुलपति ने अपने भाषण में विवेकानंद के विचारों का समर्थन किया था तथा गांधी जी द्वारा बताए गए मार्ग दर्शन का अनुसरण करने को अभी प्रेरित किया.उन्होंने सभी बच्चों को अपना सुभाषिस प्रदान करते उन्होंने अनुशासित तथा आत्मविश्वास होने का संदेश दिया.

कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागी रक्षा, अलीशा मीनाक्षी, अमन श्रेया अंकित ने हिंदी भाषा प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया. कार्यक्रम का संचालन संतोष एवं गौरव अग्रवाल ने किया.

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