Chhapra: निजी विद्यालयों में ड्राइवर की नौकरी करना आसान नही होगा. वाहन चालकों को अब नौकरी पाने के लिए पहले अपना पुलिस वेरिफिकेशन कराना होगा उसके बाद ही उन्हें विद्यालयों में ड्राइवर की नौकरी मिल पाएगी. हालांकि यह निर्देश उनके लिए भी है जो फिलहाल विद्यालयों में वाहन चलाने का काम कर रहे है.
वाहन चालकों के पुलिस वेरिफिकेशन को लेकर राज्य परियोजना निदेशक संजय सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजकर अनिवार्य रूप से अपने जिले के सभी निजी और सरकारी विद्यालयों में लागू करने का निर्देश दिया है.
श्री सिंह द्वारा भेजे गए पत्र के आलोक में डीपीओ समग्र शिक्षा द्वारा पत्र निर्गत कर सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को इसके पालन का निर्देश दिया है.
निदेशक के जारी पत्र में कहा गया है कि आये दिन विद्यालय आने जाने के क्रम में बच्चो के साथ दुर्व्यवहार की घटनाये सामने आ रही है. इसलिए वह सभी कार्य किये जायें जिससे कि बच्चो के साथ दुर्व्यवहार की घटना ना हो. इसके लिए सबसे जरूरी कार्य वाहन चालक का चरित्र एवं उनके पूर्वजों के पुलिस सत्यापन का कार्य महत्वपूर्ण कदम हो सकता है. इस प्रकार चालक और सहायक के चरित्र को पुलिस सत्यापन के बाद ही कार्य पर रखा जाए.