Chhapra: शहर में अतिक्रमणकारियों के खिलाफ प्रशासन ने एक बार फिर से अभियान चलाया है. सदर एसडीओ लोकेश मिश्र के नेतृत्व में जिला प्रशासन ने शहर के मुख्य सड़कों पर अभियान चलाया. इस दौरान नगरपालिका चौक समेत सभी प्रमुख चौक चौराहों पर ठेला आदि लगाने पर चालान काटा गया.

इस दौरान लाउडस्पीकर से उद्घोषणा कर के दुकानदारों से अपनी दुकान के सामने वाहन या ठेला खोमचा ना लगाने देने की अपील की जा रही थी. ऐसा नही करने पर दुकानदारों के ही चालान काटने की बातें कही गयी. वही कुछ ठेला खोमचा वालों को ऑन द स्पॉट चालान काटा गया.

मौके पर सदर सीओ, डीपीसी सहित दर्जनों पुलिस कर्मी तैनात थे.

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(प्रो कुमार वीरेश्वर सिन्हा)

मुझे याद आता है आज का वह दिन जब इस युग के अजातशत्रु स्व० राजेन्द्र बाबू अपनी इहलीला समाप्त होने के कुछ ही दिनों पहले, पहली बार राजेन्द्र कालेज छपरा में पधारे थे और उसी अपराह्न फूटबाल ग्राउंड (वर्तमान राजेन्द्र स्टेडियम) में अपना अंतिम भाषण देना चाहा था. अपने छपरा जिले के लोगों को और वह भी अपनी बोली, भोजपुरी में.

वे अपने देश पर चीनी आक्रमण के दिन थे और अपनी बात उन्होंने उसी से शुरू भी की थी, पर अवश्य ही अपने लोगों से बहुत कुछ कहना चाहते होंगे राजेन्द्र बाबू. पर आजमे (दमा) ने उसी पल उन्हें रोक दिया और फिर कुछ ही दिनों बाद अजल ने उन्हें ही छीन लिया.

मैं उस साल राजेन्द्र कालेज का विद्यार्थी था और हम सभी ने कालेज से हवाई अड्डे तक कतारबद्ध यात्रा कर अपने कुलदेवता की अगवानी की थी. राजेन्द्र बाबू को उस दिन मैंने पहली और अंतिम बार देखा था. उनकी अस्वस्थता के कारण NCC के तत्कालीन कैडेटों ने उन्हें पूरा
कैंपस आराम कुर्सी पर बैठे 
घुमाकर दिखाया था. कॉलेज के मैदान में एक बड़ी सभा हुई थी जिसमे चीन की लड़ाई के सहयोग में सभी शिक्षकों और छात्रों ने दिल खोलकर दान दिए थे. और मैंने राजेंद्र बाबू के आखों की अद्भुत चमक और स्मित मुस्कान देखी थी. सचमुच पूजनीय थे हमारे कुलदेवता. 

मुझे याद आता है आज के दिन सारण का वह पहला सरस्वती मंदिर, छपरा जिला स्कूल जहां देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र बाबू ने अपनी माध्यमिक शिक्षा ग्रहण की थी. मेरे पितामह और मातामह राजेन्द्र बाबू के अग्रज महेन्द्र बाबू के सहपाठी थे. आगे चल कर मेरे पिता और मैं भी वहीँ के छात्र हुए और मुझे इस स्कूल के शताब्दी वर्ष 1954 का विद्यार्थी होने का सौभाग्य मिला. यह स्कूल जिसने अविभाजित बंगाल के कलकत्ता यूनिवर्सिटी में राजेन्द्र बाबू को प्रथम स्थान दिलाने का कीर्तिमान स्थापित किया था आज अपनी बदहाली पर जार जार रो रहा है और यह सरकारी स्कूल सरकारी अतिक्रमण की मार झेलने को विवश बन बिहार में माध्यमिक शिक्षा की बदहाली का इस्तहार बन बैठा है.

अब तक के सबसे बड़े कीर्तिमान (पहले तो होम एकजामिनेशन में एक परीक्षा में उत्तीर्ण होने के साथ डबल प्रोमोशन पाना, फिर अंत में पूरे अविभाजित बंगाल में प्रथम स्थान पाना) के प्रतीक राजेन्द्र बाबू की प्रतिमा इतने बड़े प्रांगण के एक वीरान पड़े कोने में दुबकी पड़ी है.

Yes, he stands cornered there. और इसे सम्मान का इस्तहार कहा जाय या तिरस्कार का साथ साथ मुझे यह भी याद आ गया आज के दिन. मुझे याद आ रहा है राजेन्द्र बाबू के नाम पर स्थापित पहला शिक्षण संस्थान राजेन्द्र कालेज छपरा जो शुरू से ही उत्तर बिहार ही नहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रमुख हुआ करता था, जो आज अपने ही प्रांगण में उपजे जंगल झाड़ की सफाई या तो मीडिया वालों की दखल के बाद करता है या फिर आज जैसे किसी दिन या अपने माननीय के आने पर ही करता है. अब तो वहां राजेन्द्र जयंती का वेनू तक बदल दिया गया है. राजेन्द्र वंदना का सुर बदल गया है और यह प्रीमियर कालेज आज के बिहार की उच्च शिक्षा की वस्तुस्थिति का एक और इस्तहार.

मुझे याद आ रहा है आचार्य शिवपूजन सहाय की पहल से बना दौलतगंज का राजेन्द्र पुस्तकालय जो अब नहीं रहा, बस एक नेमपलेट है, अपने इतिहास पर रोने को. बिहार के वर्तमान का एक और इस्तहार.

उन्हीं के नाम पर स्थापित कुछ समाप्त हो गया है और उन्ही की जयंती मना रहे हैं लोग. मुझे लगता है कहीं राजेन्द्र कॉलेज का भी यही हाल न हो जाय एक दिन.

कुछ लोग याद आते हैं और कुछ याद किये जाते हैं. याद आना स्वतः होता है और याद किया जाना आज की राजनीति है जो निहितार्थ होती है. राजेन्द्र बाबू स्वतः याद आने वालों में हैं, पर उनको याद किये जाने की आज की राजनीति में न तो इधर फायदा, और न उधर फायदा. राजेन्द्र बाबू देश के उन इने गिने नेताओं में थे जिनके बारे में कहा जा सकता है कि साधु की जाति ना पूछो कोई. पर यह कौन सोचता है आज जब भगवान के अवतारों का भी जाति निर्धारण किया जाने लगा है.

अस्तु, मैंने न तो भगवान को देखा है न किसी संत को, पर मुझे फक्र है कि मैंने राजेन्द्र को देखा है और यही आज के दिन का मेरा शब्द सुमन है उस महामना को..


(लेखक राजेंद्र कॉलेज के पूर्व छात्र व अंग्रेजी विभाग के सेवानिवृत्त प्राध्यापक है.)

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के बिहार प्रदेश कार्यालय पर शुक्रवार को आधी रात हुई छापेमारी के विरोध में विद्यार्थी परिषद् की छपरा इकाई के कार्यकर्त्ताओं ने शहर के नगरपालिका चौक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का पुतला जलाकर विरोध जताया.

इस दौरान अभाविप बिहार प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वंसीधर कुमार ने कहा कि ‘मर जाऊँगा पर शराब से समझौता नहीं करूँगा’ कहने वाले हमारे सुशासन बाबू ने शराब कारोबारी के बेटे को ही पटना विवि छात्र संघ चुनाव में अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बना दिया और जब हार नजर आने लगी तो सत्ता का दुरुपयोग खुलेआम चालू कर दिया. किसी कुख्यात अपराधी को पकड़ने के लिए भी जिस पुलिस ने कभी छापे नहीं मारे वो आधी रात को एक छात्र संगठन ABVP के कार्यालय पर छापे मार रही है. जो निंदनीय है.

वहीं नगर संगठन मंत्री अभिमन्यु कुमार ने कहा कि अभाविप के कार्यालय पर छापा मरवा कर बिहार सरकार और मुख्यमंत्री ने अपने मानसिक दिवालियापन का परिचय दिया है और इन सब के बाद भी सूबे के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी और नंदकिशोर यादव जैसे नेता धृतराष्ट्र बने बैठे हैं. जबकि उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत ही ABVP से हुई है.

मौके पर नगर सह मंत्री हर्षवर्धन सिंह, दीपक मधेसिया, रामजयपाल कॉलेज छात्र संघ महाविद्यालय प्रतिनिधि शुभम कुमार, जगदम कॉलेज अध्यक्ष सुमित सिंह, नगर कार्यालय प्रभारी कुमार सौरभ, प्रकाश राज, जगलाल चौधरी कॉलेज अध्यक्ष सुबोध शर्मा, धर्मेंद्र सिंह, सुधाकर कुमार, अनमोल पांडेय, विश्वजीत कुमार, नीरज कुमार, गुलशन कुमार समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद थें.

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Chhapra: प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर जिले में कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. शहर के नगरपालिका चौक पर स्थापित देशरत्न की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया. इस अवसर डीआईजी विजय कुमार वर्मा, एसपी हरकिशोर राय, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कामेश्वर सिंह, शिक्षक नेता समरेन्द्र बहादुर, राजद जिलाध्यक्ष जिलानी मोबिन समेत अन्य लोगों ने माल्यार्पण किया.

वही इस अवसर पर राजेन्द्र स्मारक ट्रस्ट में राष्ट्रध्वज फहराया गया. यहाँ कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने ध्वजारोहण किया.

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि संविधान सभा के अध्यक्ष रहे राजेन्द्र बाबू की जयंती पर उन्हें तिरस्कृत किया जा रहा है. उनकी जयंती के अवसर पर छुट्टी होनी चाहिए. राजेन्द्र बाबू की जयन्ती राष्ट्रीय समारोह के रूप में मनाई जानी चाहिए. सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. दूसरे नेताओं की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है पर संविधान सभा के अध्यक्ष के रूप में भी प्रथम राष्ट्रपति की जयंती ना मनाया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.    

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जबकि परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेन्द्र बहादुर ने केंद्र और राज्य सरकार से छुट्टी की मांग करते हुए कहा कि आज ही केंद्र सरकार और राज्य सरकार को छुट्टी की घोषणा करनी चाहिए.

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Chhapra: देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की जयंती के अवसर पर जिला स्कूल में कई कार्यक्रमों का आयोजन हुआ.

सबसे पहले जिला स्कूल परिसर में स्थापित प्रथम राष्ट्रपति की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया. तत्पश्चात राजेंद्र वाटिका में प्राचार्य संजय शेखर दिवेदी के नेतृत्व में पौधारोपण किया गया.

जिला स्कूल में पौधारोपण करते गणमान्य लोग और बच्चे 

प्राचार्य ने बताया कि इस वर्ष एग्जाम के कारण बड़ा आयोजन नहीं हो सका है. अगले वर्ष राजेंद्र जयंती के अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती छात्रों के द्वारा मेडिकल कैंप भी लगाया गया जिसमें पूर्ववर्ती छात्र डॉक्टर आरसी ठाकुर और डॉ एस के पांडे ने मेडिकल जांच की.

देखिये VIDEO 

बताते चलें कि प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा छपरा जिला स्कूल से ही ग्रहण की थी. वे अविभाजित सारण के जीरादेई (अब सीवान जिला) के निवासी थे.

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Chhapra: रविवार को दोपहर ऑटो ने एक व्यक्ति को टक्कर मार दी. जिससे उसकी मौत हो गई. घटना शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रामनगर ढाला के समीप की है. जहां दीनदयाल नगर निवासी सेवानिवृत डाककर्मी हरिश्चंद्र प्रसाद श्रीवास्तव को एक ऑटो ने ठोकर मार दी. मौके पर मौजूद आसपास के लोगों ने घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया. इसी दौरान रास्ते मे ही उनकी मौत हो गयी.

घटना के बाद लोगों ने ऑटो वाले को पकड़ लिया. साथ ही डाककर्मी की मौत की सूचना मिलने के बाद लोगों ने बाईपास रोड भी जाम कर दिया. इसी बीच इस जाम में सारण एसपी की गाड़ी भी फंस गयी. घटना की सूचना मिलने पर मुफस्सिल थाना की पुलिस पहुंची और जाम को हटाया. इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

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2 दिसम्बर के दिन छपरा से हाजीपुर की ओर जाने वाली ट्रेनों को रेलवे ने शिड्यूल किया है. हाजीपुर-मुजफ्फरपुर रेल खण्ड पर घोसवार एवं गोरौल स्टेशनों पर 02 दिसम्बर पावर एवं टैफिक ब्लाक लिये जाने के फलस्वरूप ट्रेनों को रि-शिड्यूल एवं रेगुलेट कर चलाया जायेगा

रि-शिड्यूलिंग-
इसके तहत मौर्या एक्सप्रेस गोरखपुर से 5 घण्टे 30 मिनट की देरी से खुलेगी. इसके अलावें छपरा से टाटा जाने वाली छपरा टाटा एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 3 घण्टे 50 मिनट की देरी से खुलेगी. वहीं गोरखपुर से प्रस्थान करने वाली पूर्वांचल एक्सप्रेस 150 मिनट लेट से चलेगी.

वहीं छपरा से बलिया की ओर जाने वाली ट्रेनें भी 1 से 6 घण्टे लेट से खुलेगी. इसके तहत 2 दिसम्बर को जयनगर अमृतसर सरयू यमुना एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 6 घण्टे देरी से जाएगी. वहीं दरभंगा से प्रस्थान करने वाली पवन एक्सप्रेस 2 घण्टे लेट से प्रस्थान करेगी.

ट्रैफिक ब्लॉक को लेकर नयी दिल्ली से 1 दिसम्बर को वैशाली एक्सप्रेस को 4 घण्टे 35 मिनट नियंत्रित कर चलाई जाएगी. साथ ही नई दिल्ली जयनगर स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस को 4 घण्टे 10 मिनट नियंत्रित कर चलायी जाएगी. वहीं 1 दिसम्बर को डिब्रूगढ़ से लालगढ़ जाने वाली अवध असम एक्सप्रेस को 1 घण्टे नियंत्रित कर चलाई जाएगी.

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Chhapra: सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियोजित शिक्षकों के सातवें वेतन बकाया राशि के भुगतान को लेकर आस जगी है. विगत महीनों से परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह के प्रयास पर आखिरकार शिक्षा विभाग की स्थापना शाखा द्वारा पहल की गई.

विगत दिनों सातवें वेतन के अंतर राशि के भुगतान को लेकर मिले आश्वासन पर शनिवार को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना दिलीप कुमार सिंह द्वारा अंतर वेतन राशि के भुगतान को लेकर एक कमिटी का निर्माण किया गया है.

डीपीओ स्थापना द्वारा बनाई गई इस कमेटी में एकमा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मिथिलेश कुमार, नगरा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्विजेंद्र राय, स्थापना कार्यालय के लिपिक अनिल कुमार मिश्र, मनमोहन सिंह, नीरज कुमार सिंह एवं नागेंद्र राय शामिल है.

इस कमेटी द्वारा आगामी 20 दिसंबर तक सातवें वेतन अंतर भुगतान की राशि के विपत्रों की जांच की जानी है. डीपीओ ने कमेटी से कहा है कि वह 15 दिसंबर तक जांच प्रतिवेदन सौंप दे.

डीपीओ ने यह भी कहा है कि इस अंतराल में लगातार विपत्र जांच कार्य की मॉनिटरिंग की जाएगी जिससे कि जल्द से जल्द कार्य को पूरा किया जा सके.

उधर परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि विगत दिनों से लगातार सातवें वेतन के अंतर राशि भुगतान को लेकर डीपीओ स्थापना से आग्रह किया जा रहा था. विगत दिनों उनके द्वारा 1 दिसंबर की तिथि निर्धारित करते हुए अंतर राशि बकाया का भुगतान करने का आश्वासन दिया गया था.

शनिवार को पुनः हुई वार्ता में जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के संयुक्त आदेशानुसार दिसंबर माह की समाप्ति के पूर्व ही जांच उपरांत सातवें वेतन के अंतर बकाया राशि का भुगतान करने का लिखित आश्वासन दिया गया है.

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Chhapra: अंतरराष्ट्रीय संस्था थियोसॉफिकल सोसाइटी के मुख्य हाल में तीन दिवसीय अध्यात्मिक अध्ययन शिविर का आयोजन शनिवार को किया गया. शिविर का उद्घाटन संस्था के सचिव सुरेश प्रसाद श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित करके किया.

अध्यात्मिक अध्ययन शिविर के मुख्य वक्ता सह थियोसोफिकल के राष्ट्रीय व्याख्याता शिखर अग्निहोत्री ने कहा कि विचारों को व्यक्त करने के लिए प्रतीकों का प्रयोग सभी धर्मों द्वारा किया जाता है, लेकिन समय के साथ ही प्रतीकों के पीछे के विज्ञान विलुप्त होता जा रहा है. वर्तमान दौड़ में शिवलिंग के प्रतीकों के वैज्ञानिक पक्ष को समझने की जरूरत है.
श्री अग्निहोत्री सिंमबोलौजी ऑफ शिवलिंग विषय पर व्याख्यान दे रहे थे. उन्होंने कहा कि शिवलिंग कल्याण के प्रतीक है जहां से जगत का उद्गम होता है. वहां परम तत्व शिव शक्ति तत्व में विभाजित होता है शिवलिंग प्राकृतिक प्रतीक है और इसलिए इस पर ध्यान करने से साधक जगत के उत्तम का समस्त ज्ञान प्राप्त कर सकता है.

थियोसोफिकल के तीन दिवसीय अध्ययन शिविर के प्रथम दिन कर्म नियम पर व्याख्यान देते हुए श्री अग्निहोत्री ने कहा कि समस्त जगत नियमों पर आधारित होता है कर्म नियम का कारण प्रभाव का नियम शाश्वत है, नियम ही ईश्वर हैं और ईश्वर ही नियम है.

नियम को बंद करके मनोवांछित फल पाने संयम से संभव है. अध्ययन शिविर में दुर्गा सप्तशती पर व्याख्यान देते हुए बंधु अग्निहोत्री ने कहा कि शिव एवं प्रकृति से पूरी दुनिया चल रही है. दुर्गा नारी शक्ति एवं सामूहिक जीवन जीने की प्रतीक के रूप में दुनिया में स्थापित हैं. अध्यात्मिक अध्ययन शिविर में विषय प्रवेश करते हुए थियोसोफिकल के सह सचिव सह पूर्व सैन्य अधिकारी अमृत प्रियदर्शी ने कहा कि अध्ययन शिविर से अध्यात्म एवं वैज्ञानिक पक्षों को सरल भाषा में समझा जा सकता है.

अध्ययन शिविर की अध्यक्षता जगदम कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो कृष्ण कुमार द्विवेदी ने किया.

इस मौक पर राजकिशोर प्रसाद, प्रो.मृदुल शर्मा, मनोरंजन कुमार सिंहा, मुरारी शरण वर्मा, प्रो. पशुपतिनाथ, प्रो.रामबाबू अनिल कुमार श्रीवास्तव, मोहन पांडे, राजीव कुमार तिवारी, मंजू कुमारी वर्मा, आर्यन उत्कर्ष समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे.

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Chhapra: विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने शनिवार को उर्दू कन्या मध्य विद्यालय करीमचक का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने विद्यालय के विभिन्न समस्याओं को विस्तार से जाना.

विधायक डॉ गुप्ता ने स्वंय बच्चों से मीड डे मील के बारे जानकारी ली. उन्होंने बच्चों से आज के दिन का मीनू जाना.

इस दौरान बच्चों से विधायक ने उनके पढ़ाई के बारे में जाना और स्वयं बच्चों को पढ़ाया भी. इसके बाद विद्यालय के प्राचार्य से विभिन्न समस्याओं के बारें में जानकारी ली.

विधायक ने प्राचार्य से पूछा कि अभी तक बिजली क्यों नही लगी, इस पर प्राचार्य के अटपटे जबाब को सुनकर विधायक भड़क गए. विधायक ने कहा कि जब सभी सुविधा बच्चों को सरकार दे रही है तो आप कटौती करने वाले कौन है. इस दौरान विधायक ने दूरभाष से विद्युत विभाग के तेलपा जेई को अविलंब बिजली सुविधा विद्यालय में बहाल करने का आदेश दिया.

विद्यालय की 2014 की छात्रवृत्ति की समस्या भी सामने आई जिसपर विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष वार्ड पार्षद नाजिया सुल्ताना को विधायक ने उनके लैटर पैड पर विस्तृत जानकारी मांगी.

इस दौरान वार्ड 29 के पार्षद पति पप्पू चौहान आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: शहर के विभिन्न समस्याओं को लेकर स्थानीय विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के साथ जिलाधिकारी कक्ष में बैठक की।इस दौरान सदर एसडीओ लोकेश मिश्रा, सदर सीओ पंकज कुमार भी उपस्थित थें. इस दौरान विधायक ने बिंदुवार प्रत्येक समस्याओं पर जिलाधिकारी से चर्चा की.

सर्वप्रथम वार्ड 30 में विगत कई महीनों से बंद पानी की समस्या से विधायक ने जिलाधिकारी को अवगत कराया, विधायक ने कहा कि आखिर नगर निगम क्यों अपनी जिम्मेदारी से भाग रहा है और जल की समस्या को दूर करने में आजतक क्यों कोताही बरते हुए है, इस मुद्दे को तुरंत संज्ञान में लेते हुए नगर आयुक्त को अविलंब जल की समस्या को दूर करने का निर्देश डीएम ने दूरभाष पर दिया.

इसके बाद विधायक ने ओवरब्रिज पर बंद पड़े लाइट को जलाने की बात कहीं, विधायक ने डीएम से कहा कि आए दिन अनेकों घटनाएँ ओवरब्रिज पर हो रही है फिर भी क्यों लाइट की समस्या बनी हुई है, इसपर डीएम श्री सेन ने अविलंब कारवाई का भरोसा दिया. विधायक ने डीएम से पूछा कि आखरी शहर की निचली सड़क का निर्माण हुआ है जो जाम से काफी हद तक निजात दिलाता है, फिर भी वहॉ अतिक्रमण जगह-जगह है आखिर वो कब हटेगा, इसपर बैठक में उपस्थित सदर सीओ को फोर्स लेकर अविलंब अतिक्रमण हटाने का निर्देश डीएम ने दिया.

विधायक डॉ गुप्ता ने शहर के लगभग हर मुहल्ले मे एवं मुख्य सड़क पर नाले उड़ाही की बात कहीं विधायक डॉ गुप्ता ने डीएम से कहा कि आप कुछ चिन्हित जगहों पर जाए तो देखेगें की वहॉ सालोंभर पानी लगा रहता है कारण काफी हद तक अच्छे से नाली की उड़ाही भी नहीं होना है. इसपर डीएम ने तुरंत कारवाई कर इसे ठीक करने की बात कहीं. विधायक ने चिल्ड्रेन पार्क की भी समस्या को डीएम के समक्ष रखते हुए पूछा कि इसकी बदहाली का जिम्मेदार कौन है, जब हमलोग विकास का कोई कार्य वहॉ करते है तो एनओसी का मामला आता है और ना ही जिला प्रशासन या नगर निगम कुछ स्वंय कर रहा है तो आखिर कबतक ह्रदयस्थली में बसे इस शिशु पार्क का कायाकल्प होगा. इन सभी मुद्दों पर डीएम ने विधायक डॉ सी एन गुप्ता से शीघ्र ही समुचित ठोस उपाय करने की बात कही.

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Chhapra: शहर के प्रतिष्ठित राजेन्द्र कॉलेज की दुर्दशा की खबर से हमने आपको अवगत कराया था. आपके छपरा टुडे डॉट कॉम ने 21 नवम्बर को ‘अपनी दुर्दशा पर रो रहा राजेन्द्र कॉलेज, मुख्य परिसर में जम गया जंगल’ शीर्षक से इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इस कॉलेज के मुख्य परिसर (आंगन) में जंगल जम आये थे. जिससे इसकी सूरत बिगड़ गयी थी.

छपरा टुडे डॉट कॉम पर खबर प्रकाशित होने के बाद कॉलेज प्रशासन की नींद टूटी है. कॉलेज के मुख्य प्रांगन की साफ़ सफाई करायी गयी है. यहाँ जमे बड़े बड़े जंगल-झाड़ को साफ़ कराया गया है. जिससे परिसर की रौनक बढ़ी है.

अपनी दुर्दशा पर रो रहा राजेन्द्र कॉलेज, मुख्य परिसर में जम गया जंगल

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