Chhapra: पूर्व प्रधानमंत्री स्व अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के मौके पर एस डी एस पब्लिक स्कूल परिवार की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया.

सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में आयोजित इस शिविर का उद्धघाटन प्राचार्य अरुण कुमार सिंह ने किया. उन्होंने कहा की रक्तदान इस संसार का सबसे बहुमूल्य दान है, स्वस्थ व्यक्ति को साल में कम से कम दो बार रक्तदान जरूर करना चाहिए. रक्त में कोई छुआ छुत नही होती, रक्त का कोई मजहब नही होता. हम सब के पूर्व प्रधानमंत्री आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर आयोजित शिविर में रक्तदान करने वाले युवा अपने आप मे महान है मै इनके हौसले को प्रणाम करता हूँ.

रक्तदान करने वालो में कुँवर जयसवाल, बुफान अंसारी, नीतीश सिंह, प्रतीक कुमार सहित कई युवा शामिल थे. इस अवसर पर रक्तदान करने वाले युवाओं को अंगवस्त्र देकर एस डी एस पब्लिक स्कूल के निर्देशक डॉ राकेश कुमार सिंह ने सम्मानित किया.

रक्तदान शिविर आयोजित करने मकेसर पंडित, सत्यानंद कुमार, आशुतोष बाबा, आदित्य सिंह का अहम योगदान रहा.

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Chhapra: कोविड-19 टीकाकरण की तैयारी में गांवों पर विशेष जोर दिया जा रहा है. यही कारण है कि राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी चिकित्सा केंद्रों के प्रभारी को टीकाकरण के लिए टास्कफोर्स गठन करने का निर्देश दिया है. राज्य स्वास्थ्य समिति ने जिला से लेकर प्रखंड तक सरकारी स्कूलों, पंचायत भवनों, सामुदायिक भवनों, नगर पालिका भवन को वैक्सीनेशन बूथ बनाने का भी फैसला किया है. इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि आउटरिच में टीकाकरण के लिए आवश्यकता पड़ने पर टेंट लगाकर अस्थाई टीकारकरण बूथ बनाया जायेगा. टीकाकरण स्थल का चयन पहले से की जायेगी और टीकाकरण दल को सूचित किया जायेगा.

पहले चरण में निजी व सरकारी स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाया जायेगा. इसके लिए गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. गाइडलाइन के अनुसार सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल व सदर अस्पताल में ही टीकाकरण का कार्य किया जायेगा.

केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देश के अनुसार निजी स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण के लिए ऐसे निजी अस्पतालों में टीकाकरण बूथ बनाया जायेगा, जहां पर 100 से अधिक स्वास्थ्य कर्मी कार्यरत रहेंगे. टीकाकरण केंद्र बनाते समय इस बात का भी ध्यान रखा जायेगा कि रोगी के देखभाल वाले क्षेत्र से अलग हो. ताकि संक्रमण की संभावना न रहे.

गाइडलाइन के अनुसार टीकाकरण कक्ष में एक बार में सिर्फ एक व्यक्ति की ही एंट्री होगी. टीकाकरण कक्ष में छह फीट की दूरी सुनिश्चित करने हुए बैठने की व्यवस्था की जायेगी. कोविड पर संचार सामग्रियों को टीकाकरण कक्ष में प्रदर्शित किया जायेगा. पेयजल और शौचालय की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए. टीकाकरण के बाद लाभार्थी 30 मिनट तक इंतजार करेंगे इसलिए अधिक स्थान की आवश्यकता होगी.

गाइडलाइन के अनुसार जहां वैक्‍सीन दी जाएगी, वहां तीन कमरे होंगे. पहला वेटिंग रूम होगा, दूसरा वैक्सीनेशन रूम और तीसरा ऑब्‍जर्वेशन रूम. तीनों जगह सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन करना होगा. वैक्‍सीन देने वाली टीम में एक वैक्‍सीन ऑफिसर और चार वैक्‍सीनेशन कर्मी होंगे. टीकाकरण रूम में किसी महिला को वैक्‍सीन मिलते वक्‍त एक महिला स्‍टाफ मेंबर की मौजूदगी अनिवार्य होगी.टीकाकरण की एक साइट पर दिनभर में केवल 100 लोगों को टीका लगेगा.

आरंभिक चरण में कोविड-19 के टीके स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर काम करने वाले प्राथमिकता समूह को दिए जाएंगे. टीके की उपलब्धता के आधार पर 50 से ज्यादा उम्र वालों को भी इसकी खुराक दी जा सकती है. चिन्हित लोगों को टीकाकरण और उसके समय के बारे में उनके मोबाइल नंबर पर सूचना दी जाएगी.

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Chhapra: मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग कृत संकल्पित है. हर रोज नये-नये उपकरण लगाये जा रहे हैं. सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार किया जा रहा है. इसके साथ ही मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराया जा रहा है. इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति ने मरीजों की समस्याओ को ध्यान में रखते हुए एक नया मोबाइल एप लंच किया है.जिसके तहत राष्ट्रीय 102 एंबुलेंस सेवा की निगरानी की जायेगी. इस एप्लीकेशन से अधिकारी एम्बुलेंस की रियल टाइम ट्रैकिग कर सकेंगे. 102 एंबुलेंस अब आसानी से हर किसी के लिए सुलभ होगी. लाइव लोकेशन ट्रेस करने के लिए इन्हें मोबाइल एप से जोड़ा जा रहा है. इसके माध्यम से पल-पल की जानकारी कंट्रोल रूम के साथ ही एंबुलेंस के लिए कॉल करने वालों को मिलती रहेगी. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र लिखकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है.इस संबंध पीडीपीएल ने सभी एंबुलेंस चालक व ईएमटी को पत्र जारी कर निर्देश दिया है.

एंबुलेंस का रेस्पांस टाइम कम करने के लिए यह कवायद की गई है.मरीज को समय से एम्बुलेंस मिल सके, इसके लिए भी यह एप तैयार किया गया है.सभी एंबुलेंस को जीपीएस से लैस कर एप से जोड़ा गया है.एप से जब मरीज के तीमारदार को एंबुलेंस की लोकेशन दिखने लगेगी तो वह बार-बार फोन करके एंबुलेंस के बारे में अपडेट नहीं लेगा.इससे जानकारी देने वाला कर्मचारी भी डिस्टर्ब नहीं होगा साथ ही तीमारदार को भी सुविधा होगी.

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कई बार एंबुलेंस मरीज तक नहीं पहुंच पाती है, जिससे मरीज को समय से इलाज नहीं मिल पाता है. ऐसे में मरीज या तीमारदार को बार-बार फोन करना पड़ता है, लेकिन फोन रिसीव करने वाला व्यक्ति भी उन्हें एंबुलेंस की सही लोकेशन नहीं बता पाता था.अब एप की सुविधा शुरू होने के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी.

जैसे ही कोई मरीज या परिजन 102 एंबुलेंस के लिए कॉल करेगा, संबंधित के पास मैसेज चला जाएगा.इसमें चालक, टेक्नीशियन के मोबाइल नंबर, एंबुलेंस के नंबर लिंक होंगे. इस लिंक को खोलने पर एंबुलेंस की लाइव लोकेशन मिलती रहेगी. टेक्नीशियन को भी मरीज के पास पहुंचने पर संबंधित जानकारी एप पर डालनी होगी.साथ ही किस अस्पताल में ले जा रहे हैं, यह भी विवरण दर्ज कराना होगा. एंबुलेंस में पहले से जीपीएस लगा है.मोबाइल एप से निगरानी और बेहतर होने का दावा है.

मोबाइल एप की सफल एंव सुगम संचालन के लिए केयर इंडिया के द्वारा एंबुलेंस चालकों व ईएमटी को प्रशिक्षण दिया जायेगा.मोबाइल एप संचालन के लिए पीडीपीएल के द्वारा एंड्रवायड मोबाइल भी उपलब्ध कराया जायेगा.मोबाइल एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की खरीदारी प्रक्रियाधीन है.तब तक चालक व ईएमटी को अपने फोन में ही मोबाइल एप इंस्टाल करना होगा. इसके लिए सभी को प्रशिक्षित किया जायेगा.

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• टीकाकरण कार्य में मीडिया की भूमिका पर हुई चर्चा
• जिले में प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा टीका
• 7500 सरकारी व 1720 निजी स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तैयार
• 7000 आईसीडीएस कर्मियों का भी डाटा तैयार
• सीफार के सहयोग से मीडिया कार्यशाला का आयोजन

Chhapra: जिला प्रतिरक्षण कार्यालय सभाकक्ष में जिला प्रतिरक्षण कार्यालय व सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के सहयोग से कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियों को लेकर एक दिवसीय मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा व प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कोविड-19 टीकाकरण को लेकर विभाग की ओर से तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है। यहां पर 9000 लीटर के क्षमता वाला वाल्क इन कुलर की स्थापना की जाएगी । कोविड टीका के रखरखाव को लेकर सभी आवश्यक तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है। जिले में कोविड-19 टीकाकरण की तैयारी अपने अंतिम चरण में है। जिलास्तर से लेकर प्रखंडस्तर तक टास्क फोर्स का गठन कर दिया गया है। कोविड-19 टीकाकरण की तैयारियों की प्रत्येक सप्ताह समीक्षा की जा रही है। प्रथम चरण में निजी व सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों को टीकाकरण किया जाना है। कोविड-19 टीकाकरण का कार्य भारत एवं राज्य सरकार से प्राप्त मार्ग निर्देश के अनुसार प्रारंभ होगा। इस मौके पर प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ. रंजितेष कुमार, यूनिसेफ के एसएमसी आरती त्रिपाठी, सीफार के राज्य कार्यक्रम प्रबंधक रणविजय कुमार, सीफार के प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गणपत आर्यन, कोल्ड चैन मैनेजर अंशुमन पांडेय समेत अन्य मौजूद थे। आगत अतिथियों का स्वागत प्रमंडलीय कार्यक्रम समन्वयक गणपत आर्यन ने किया, वही धन्यवाद ज्ञापन राज्य कार्यक्रम प्रबंधक रणविजय कुमार ने किया।

7500 सरकारी व 1720 निजी स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तैयार

प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया जिले में अब 7500 सरकारी व 1720 निजी स्वास्थ्य कर्मियो का डाटा तैयार कर लिया गया है। इन सभी लोगों का डाटा कोविन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। इसी तरह से आईसीडीएस के करीब 7000 कर्मियों का डाटा बेस तैयार किया गया है। जिनका प्रथम चरण में टीकाकरण कार्य किया जाना है।

कोविड-19 टीकाकरण कार्य में मीडिया की भूमिका अहम

प्रभारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कोविड-19 संक्रमण के जोखिम को कम करने एवं आमजनों को इससे बचाव के उपाय सम्बन्धी जागरूकता के प्रचार-प्रसार में मीडिया के भूमिका का विशेष महत्व है। इस कोरोना काल में मीडिया के प्रतिनिधियों ने भी कोरोना वारियर एवं कोरोना फाइटर की पंक्ति में अपनी विशेष पहचान बनाई है। टीकाकरण कार्यक्रम के कवरेज में मीडिया की भूमिका भी अहम रहेगी। अतः इसी उद्देश्य से इस मीडिया सेंसिटाईजेसन कार्यशाला का आयोजन किया गया है।

प्रखंड स्तर पर दिया जा रहा है प्रशिक्षण

यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी ने बताया कोविड-19 टीकाकरण को लेकर कर्मियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। राज्य से लेकर जिलास्तर पर प्रशिक्षण का कार्य किया जा रहा है। इसके मास्टर ट्रेनरों के द्वारा टीकाकरण को लेकर प्रशिक्षित किया जा रहा है। कोविड-19 की पड़ने वाली वैक्सीन को लेकर जिले में सभी स्तर के कर्मियों को तैयार किया जा रहा है। स्वास्थ विभाग में काम कर रहे हैं आशा कार्यकर्ता, एएनएम, जीएनएम स्तर के भी कर्मियों को कोविड-19 के टीकाकरण को लेकर जिला स्वास्थ विभाग तैयारी पूरी कर रही है।

तीन कमरों का होगा टीकाकरण स्थल 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के एसएमओ डॉ रंजितेश कुमार ने बताया प्रथम फेज में स्वास्थकर्मी को टीका लगाए जाने की योजना है। टीकाकरण के लिए जो साइट चिन्हित होगा। उसमें तीन कमरे होंगे पहला कमरा में जिसका रजिस्ट्रेशन हो चुका है, उसका पोर्टल पर वेरिफिकेशन किया जाएगा। वेरीफिकेशन संपुष्टि होने पर उसे वैक्सीनेशन रूम में भेजा जाएगा और वैक्सीन लगाया जाएगा, उसके बाद व्यक्ति को तीसरे कमरे में ऑब्जरवेशन के लिए भेजा जाएगा। जहां आधा घंटा के लिए उन्हें रखा जाएगा। ताकि किसी तरह का यदि रिएक्शन होता है। तो तत्क्षण उनका इलाज किया जा सके और आधे घंटे के बाद उन्हें भेज दिया जाएगा।

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Chhapra: छपरा शहर में जाम की समस्या अब दिन पर दिन बढती जा रही है. जाम से निजाद दिलाने के नाम पर प्रशासन के द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर फुटपाथ पर दुकानदारों को हटाया जाता है और कोरम को पूरा कर अपनी जबाबदेही जता दी जाती है. इसके बाद भी जाम की समस्या जस की तस बनी रहती है.

शहर के आम लोगों का कहना है कि फूटपाथ के दुकानदारों को हटा कर प्रशासन अपना कोरम पूरा कर लेती है, जबकि इस समस्या का मुख्य जड़ कुछ और ही है.

बैंकों और प्रतिष्ठानों के सामने सड़क पर पार्क हुए वाहन

शहर के अधिकांश बैंकों, प्रतिष्ठानों, रेस्टोरेंट्स, होटलों  के पास अपनी पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण यहाँ आने वाले ग्राहक, खरीदार रोड पर वाहन पार्क करने को विवश है. साथ ही नगर निगम के द्वारा भी शहर के किसी भी भीड़ भाड़ वाले बाज़ार में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं है. जिससे की लोग अपने वाहन सड़क पर ना लगाये.

सड़क पर जैसे तैसे खड़े वाहनों से जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. बाज़ार आने वालों को पार्किंग की जगह नहीं मिलती, सड़क पर खड़े वाहनों से जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है, साथ ही इस जाम के कारण व्यापारियों या यूँ कहें की उन बड़े दुकानदारों के व्यापार पर भी इसका असर पड़ता है. जिनके सामने बेतरतीब तरीके से वाहनों को पार्क किया जाता है.

इसके उलट प्रशासन हमेशा छोटे व्यापारियों, फूटपाथ दुकानदारों के विरुद्ध अपनी ऊर्जा  खर्च कर केवल खानापूर्ति करती है. इस समस्या के समाधान का उसके पास को व्यापक मास्टर पालन नहीं दीखता.

विगत दिनों की बात करें तो पूर्व के जिलाधिकारी के द्वारा बैंकों और बड़े प्रतिष्ठानों से बैठक कर पार्किंग की व्यवस्था बनाने की बाते की गयी थी. जो वर्तमान में कही भी नहीं दिखती है.

फुटपाथी विक्रेता कृष्ण कुमार आर्य ने बताया कि हर बार शहर में जाम की समस्या का जिम्मेवार फूटपाथी दुकानदारों को ठहरा कर अतिक्रमणकारी बताकर उनसे उनके रोजगार को छीन लिया जाता है. हालांकि जाम की समस्या को हल करने की ओर प्रशासन का कोई ध्यान नहीं रहता है. फूटपाथ के दुकानदारों को प्रशासन के द्वारा हमेशा से परेशान किया जाता है. उन्होंने बताया कि नगर निगम के द्वारा उन सभी को वेंडर के रूप में घोषित किया गया है इसके बावजूद भी कोई व्यवस्था नहीं की जाती है. उन्होंने कहा कि पटना उच्च न्यायालय के द्वारा आदेश में कहा गया है जी जबतक फूटपाथी दुकानदारों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था ना हो उनको ना हटाया जाए. इसके बाद भी प्रशासन के द्वारा हर बार फूटपाथ के दुकानदारों को प्रताड़ित किया जाता है. जो सरासर गलत है.   

शहर के अतिक्रमण हटवाते सदर एसडीओ

इसके साथ ही नगर निगम के उदासीन रवैये से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. जिस प्रकार शहर में जाम की स्थिति रहती है वैसे में आगे आने वाले समय में स्थिति और भी ख़राब हो सकती है.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ फारूक अली ने गुरुवार को राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा गणतंत्र दिवस परेड में प्रतिनिधित्व करने के लिए चयनित छात्रा जाहीन फातिमा को सम्मानित किया.

कुलपति ने छात्रा को एनएसएस के माध्यम से ब्लेजर एवं बुके देकर सम्मानित किया. इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय की छात्रा का गणतंत्र दिवस परेड के लिए चयन होना सभी के लिए गर्व की बात है.

बता दें कि जाहीन फातिमा ने बालिका वर्ग में द्वितीय स्थान प्राप्त कर परेड में शामिल होने की जगह बनायीं है. वे जेड ए इस्लामिया कॉलेज, सीवान की रसायनशास्त्र प्रथम वर्ष की छात्रा है.

इस अवसर पर परीक्षा नियंत्रक डॉ अनिल कुमार सिंह, पीआरओ डॉ हरीश चन्द्र, वित्तीय सलाहकार एके पाठक आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: मांझी थाना क्षेत्र में छठ पूजा के दिन घाट पर फायरिंग करने वाला मुख्य अभियुक्त प्रणव कुमार सिंह उर्फ नौटंकी सिंह को छपरा की पुलिस टीम के लाइनअप के आधार पर दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है. एसआईटी टीम छपरा द्वारा गिरफ्तार अभियुक्त प्रणव कुमार उर्फ नौटंकी सिंह एवं बम भोला सिंह उर्फ संजीव सिंह को दिल्ली से गिरफ्तार कर छपरा लाया गया तथा गिरफ्तार अभियुक्त नौटंकी सिंह के निशानदेही पर छठ घाट पर प्रयुक्त किया गया अवैध 12 बोर का देशी बंदूक एवं 12 बोर पांच कारतूस को बरामद किया गया.

प्रेस वार्ता कर एसडीपीओ ने बताया कि प्रणव कुमार सिंह उर्फ नौटंकी सिंह एवं बम भोला सिंह उर्फ संजीव सिंह कुख्यात अपराधी को गुरफ्तार किया गया है. दोनों अपराधी कई गंभीर अपराधिक घटनाओं में संलिप्त रहे हैं. कई अपराधिक मामलों में जेल जा चुका हैं. पकड़े गए दोनों अपराधियों के विरुद्ध कई अपराधिक मामले दर्ज हैं. छापेमारी टीम में शामिल पुलिसकर्मी में मांझी थाना अध्यक्ष ओमप्रकाश चौहान, सुधीर कुमार, शिवनाथ राम, गयूर अली असगर आदि थे.

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छत्तीसगढ़ की लड़की को फेसबुक पर एक लड़के से प्यार हुआ और फिर शादी हुई. पति ने शादी के समय जीने मरने की कसमें खाई थीं और सात जन्मों तक साथ-साथ रहने का वादा किया था. कुछ दिनों में ही पति को दूसरी औरत से प्यार हो गया. पति अपनी जीवन संगिनी और बच्चे को अकेला छोड़कर भाग गया. अब पत्नी अपने पति को ढूंढने के लिए शासन प्रशासन के दरवाजे पर दर-दर की ठोकरें खा रही है.

जी हां, ये किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि किसी की असल जिंदगी का हिस्सा है. दरअसल, ये मामला छत्तीसगढ़ के रामगढ़ जिले का है. जहां की रहने वाली किरण बेदिया नाम की युवती को वहीं के एक युवक अजय बेदिया से फेसबुक के माध्यम से प्यार हो गया.

इसके बाद उन लोगों ने प्रेम विवाह कर लिया और दोनों साथ जीने मरने की कसमें खाते हुए साथ रहने लगे. लेकिन लड़की को नहीं पता था कि उसका ये प्यार उसे धोखा देकर जाएगा. शादी के कुछ समय बाद ही युवक के किसी दूसरी लड़की के साथ प्रेम संबंध बन गए और युवक बिना कुछ बताए अपनी पत्नी और 3 साल के बच्चे को बेसहारा छोड़कर भाग गया. अब युवती अपने बच्चे के साथ इंसाफ के लिए भटक रही है.

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इंदौर में एक 12 साल की लड़की को सेल्फी लेने के चक्कर अपनी जान गंवानी पड़ी. बताया जा रहा है कि बच्ची अपने घर में कुर्सी पर खड़े होकर गले में फंदा लगाते हुए सेल्फी ले रही थी. इसी दौरान उसका बैलेंस बिगड़ा और फंदा उसके गले में कस गया और उसकी जान चली गई. यह मामला इंदौर के मां वैष्णोदेवी नगर का है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और इस मामले की जांच में जुट गई है.

पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त बच्ची के पिता घर पर ही मौजूद थे. जब बच्ची काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकली तब परिजनों ने उसके कमरे में जाकर देखा तो वो फंद पर लटकी हुई थी. घबराकर परिजनों ने पड़ोसियों को बुलाया और बच्ची को नीचे उतारा गया. लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं. फिर इसकी जानकारी पुलिस को दी गई.

मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा. प्राथमिक जांच में पुलिस ने पाया कि फांसी लगाने के कारणों का तो पता नहीं चल पाया है. मौके से कोई साक्ष्य न होने से ऐसे लग रहा है कि बच्ची की मौत का कारण सेल्फी ही थी.

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Patna: पटना से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां पर मंगलवार रात कई बदमाशों ने एक 22 साल की लड़की का घर में घुसकर हथियारों के बल पर किडनैप कर लिया. जिस लड़की का अपहरण हुआ है वो टीचर है और पड़ोस में घर पर ट्यूशन पढ़ाने जाया करती थी.

बताया जा रहा है कि कार सवार बदमाश 15 की संख्या में आए और इस घटना को अंजाम दिया. सभी हाथों में हथियार लिए थे और मुंह पर मास्क लगा हुआ था. इस घटना के दौरान लड़की के घरवालों के शोर मचा कर और स्थानीय लोगों ने अपराधियों को भगाने की पूरी कोशिश की, लेकिन बदमाश 5 से 6 राउंड फायरिंग करते हुए मौके से फरार हो गए. इस वारदात के बाद इलाके में सनसनी फैल गई.

इस सनसनीखेज घटना के बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल है. परिजनों ने अपहरण का आरोप पड़ोस में रहने वाले पर लगाया गया है. पुलिस को घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज में कार सवार बदमाशों के भागने की तस्वीरें भी मिली हैं.

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Chhapra: महान स्वतंत्रता सेनानी, कौमी एकता के प्रतिक व बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रथम अध्यक्ष मौलाना मजहरुल हक की 134 वीं जयन्ती के पूर्व संध्या पर कौमी एकता मंच छपरा के द्वारा पेंटिंग व क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. जिस के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया.

इस अवसर मशहूर सायर जना ऐनुल हक ने बच्चों के बीच मौलाना साहब के व्यक्ति व उन की जिन्दगी पर चर्चा की. विजेताओं को प्रमाणपत्र व पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जिसमें क्विज में इसमत गुफराना व नर्गिस प्रविन प्रथम नमा कफ़ील व नाज प्रविन दितिये व उजमा प्रविन व शादिया प्रविन को तिसरा पुरस्कार मिला वहीं पेंटिंग में हफसा खान व सैयदा आलिया बुतुल को प्रथम कायनात खानम को दितिये व अरिब खान को तिसरा पुरस्कार मिला.

संस्थान के सचिव व कांग्रेस नेता नदीम अख्तर अंसारी ने कहा इस प्रतियोगिता के जरिए युवा पीढ़ी को मौलाना साहब के जिवन व उन के द्वारा किए गए कामों बताने के सांथ ही प्रतियोगिता के माध्यम से उन्होंने एक मंच देने कि भी कोशिश है. उन्होंने बताया कि मौलाना साहब के जयंती के दिन यानी 22 दिसंबर 2020 पूर्वाहन 11 बजे  स्थानीय रिट कम्प्यूटर के नई बाजार शाखा में पुरस्कृत किया गया.
प्रतियोगिता को सफल बनाने में सानु खान, हैदर आली, प्रवेज खान व एहसास कफील ने अहमद वसिम अखतर अप्पू ने अहम भुमिका निभाई.

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Chhapra: सारण जिला राजद द्वारा देश के पूर्व प्रधानमंत्री सह किसान नेता चौधरी चरण सिंह की 118 वीं जयंती समारोह पूर्व विधायक स्व यदुवंसी राय के आवास पर उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर मनाई गई. जिला राजद अध्यक्ष सुनील राय के अध्यक्षता में राजद नेताओं ने स्व चौधरी चरण सिंह के व्यक्तिव व कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला.

राजद प्रवक्ता हरेलाल यादव ने प्रेस को बताया कि गरखा विधायक सुरेंद्र राम ने कहा कि आज के समय मे देश के किसानों को चौधरी चरण सिंह जैसे नेताओं की आवश्यकता है. दूसरी ओर जिलाध्यक्ष सुनील राय व महासचिव सागर नौशेरवाँ ने कहा कि राजद किसानों के हक़ हकूक की लड़ाई लड़ते आया है और इस किसान आंदोलन में पूरी ईमानदारी के साथ खड़ा है. राजद प्रवक्ता ने कहा कि चौधरी चरण सिंह सर्व प्रथम उत्तर प्रदेश के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री सह किसन नेता ने कहा था कि जबतक किसानों की दशा नहीं सुधरेगी तबतक देश प्रगति की ओर अग्रसर नहीं होगा.

जयंती सह किसान संगोष्ठी में मुख्यरूप से पूर्व उपसभापति सलीम परवेज, पूर्व प्रत्यासी सिपाही लाल महतो, वरीय नेता शंकर प्रसाद यादव, जिलानी मोबिन, मुखलाल महतो, रामाशीष यादव, राधेकृष्ण प्रसाद, श्याम जी प्रसाद, विक्की आनंद, लक्ष्मण राम डॉ चंद्रावती कयूम अंसारी, इंजीनियर संजय राय, प्रखंड अध्यक्ष सुरेंद्र राय इत्यादि उपस्थित थे. धन्यवाद ज्ञापन दलित नेता कर्मबीर भारती ने किया.

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