औंधे मुंह गिरे सब्जियों के दाम किसान परेशान

Chhapra: अगर आप हरी सब्जियों के शौकीन है तो इन दिनों आपको हरी सब्जियां खरीदने के लिए ज्यादा जेब ढीली नही करनी होगी. आसमान छूने वाले सब्जियों के दाम इन दिनों औंधे मुंह गिरे पड़े है आलम यह है कि किसानों को उनके मेहनत की राशि भी नही मिल रही है, लागत तो दूर की बात है. सब्जियों की खेती करने वाले किसान सिर्फ फसलों को खेतों से निकलकर किसी तरह उन्हें बेच रहे है जिससे कि खेत भी साफ होती रहे है और कुछ मेहनताना निकल जाए.

शहर से लेकर गांव तक सब्जियों के दाम लगभग एकसमान है. हालाकि छोटे छोटे ग्रामीण बाजारों में तो सब्जियों के दाम एक दम कम है.

वर्तमान में सब्जियों के दाम

नेनुआ 3 से 5 रूपये किलो

कुंदरी 10 रूपये किलो

भिंडी 7 से 10 रूपये किलो

लौकी 10 रूपये प्रति पीस 

बोरो 10 से 15 रूपये किलो

परवल 20 रूपये किलो

बैगन 15 रूपये किलो

टमाटर 40 रुपए किलो

नींबू 1 से 2 रूपये प्रति पीस 

0Shares

अंतरजिला मोटरसाईकिल चोरी गिरोह के 4 अपराधी गिरफ्तार, 5 बाइक, मास्टरचाभी बरामद

Chhapra: सारण पुलिस ने जिला के एकमा थानान्तर्गत विगत 2 जून को परसा बाजार से एक प्लेटिना बाईक की चोरी के दर्ज मामले पर कारवाई करते हुए सारण पुलिस अधीक्षक द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर / अंचल पुलिस निरीक्षक, एकमा अंचल तथा थानाध्यक्ष, एकमा थाना, सारण को कांडों के अनुसंधान एवं त्वरित कार्रवाई करने हेतु दिशा – निर्देश दिया गया.

जिसके आलोक में एकमा थाना द्वारा कांड का त्वरित अनुसंधान एवं कार्रवाई कर कांड में संलिप्त अभियुक्त विकास कुमार राम , पे0 मोतीलाल राम, सा0 चतरा पतिला , थाना कोपा, जिला सारण को गिरफ्तार कर चोरी की गई प्लेटिना मोटरसाईकिल को बरामद किया गया.

अनुसंधान एवं पूछ-ताछ के क्रम में गिरफ्तार अभियुक्त विकास कुमार राम के द्वारा इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की गई है तथा इनके निशानदेही के आधार पर इस कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्त दीपक कुमार यादव, पिता – श्यामदेव यादव, सा0 इजरा, थाना हसनपुरा, जिला सिवान, गोलू कुमार महतो, पिता – मुखदेव महतो, सा0 लगूनी, थाना एकमा, संदीप यादव, पिता – बालचंद राय, सा0 फुट्टी कला, थाना एकमा जिला सारण को 04 माटस्टचाभी के साथ गिरफ्तार किया गया तथा इनके निशानदेही के आधार पर चोरी की गई 04 मोटरसाईकिल को बरामद किया गया.

अनुसंधान एवं पूछ – ताछ के क्रम में गिरफ्तार सभी अभियुक्तों के द्वारा इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की गई है तथा इनके निशादेही के आधार के पर इस कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों के गिरफ्तारी हेतु लगातार छापामारी / कार्रवाई की जा रही है.

0Shares

छुट्टी पर आए सीआरपीएफ जवान को चाकू मारकर किया घायल

Chhapra: सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र के एकारी गांव में मंगलवार की सुबह छुट्टी पर आये सीआरपीएफ जवान को उसके पट्टीदारों के द्वारा चाकू मारकर घायल कर दिया. मिली जानकारी के अनुसार पट्टीदारों द्वारा मामूली कहासुनी के बाद चाकू मारकर घायल कर दिया गया.

घायल सीआरपीएफ कोबरा जवान विनय कुमार सिंह उर्फ आदित्य राज हैं. इस दौरान बीच बचाव में उनकी पत्नी रत्ना देवी भी घायल हो गयी हैं. जिनका उपचार एकमा के एक निजी नर्सिंग होम में किया गया.

घटना के संबंध में सीआरपीएफ जवान की पत्नी रत्ना देवी ने एकमा थाने में दिए गए आवेदन में बताया है कि उसके पति सीआरपीएफ में कार्यरत है. फिलहाल कोबरा बटालियन छत्तीसगढ़ में तैनात हैं.

उन्होंने बताया है कि मंगलवार की सुबह वह लोग घर से ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए किराए के ऑटो में बेडिंग समेत अन्य सामान लोड कर लिए थे. इसी बीच पट्टीदार शेखर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह और उनके पुत्र द्वारा उसके पति की बांयी जांघ में चाकू मारकर जख्मी कर दिया गया. वहीं वे भी बचाने गयी तो एक हाथ की कलाई में चोट आ गयी है.

मशरक में पति ने अपनी ही पत्नी को खुरपी से काट काटकर किया घायल, पीएमसीएच रेफर

घटना की जानकारी के बाद पुलिस हिरासत में लिए गए दो जख्मी लोगों का भी प्राथमिक उपचार कराया गया. पुलिस ने वारदात को पुरानी रंजिश बताया है. फिलहाल पुलिस मामले की पड़ताल में जूट गई है.

0Shares

Chhapra: यक्ष्मा उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के द्वारा पूरे भारत को वर्ष 2025 तक यक्ष्मा उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। सारण जिले को भी वर्ष 2025 तक यक्ष्मा उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित है। जिसके लिए यह आवश्यक है कि जन समुदाय में यक्ष्मा रोग से संबंधित मरीजों को सुगमतापूर्वक यक्ष्मा की दवा प्राप्त हो सके । इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। सिविल सर्जन ने निर्देश दिया है कि ओपीडी काउंटर पर हीं यक्ष्मा की दवा वितरण करना सुनिश्चित किया जाये। ताकि यक्ष्मा मरीजों को भी एक ही स्थान से ससमय यक्ष्मा की दवा प्राप्त हो सके। अगर इस संबंध में वाह्य कक्ष से संबंधित कर्मचारी को प्रशिक्षण की आवश्यकता हो तो आपके यहाँ पदस्थापित यक्ष्मा सुपरवाइ जर से आवश्यक प्रशिक्षण प्राप्त करा दी जाय।

टीबी मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास:
सीडीओ डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा। टीबी मरीजों को इलाज के दौरान पोषण के लिए 500 रुपये प्रतिमाह दिए जाने वाली निक्षय पोषण योजना बड़ी मददगार साबित हुई है। नए मरीज मिलने के बाद उन्हें 500 रुपये प्रति माह सरकारी सहायता भी प्रदान की जा रही है। यह 500 रुपये पोषण युक्त भोजन के लिए दिया जा रहा है। टीबी मरीज को 6 महीने तक दवा चलती है। इस अवधि तक प्रतिमाह पांच 500-500 रुपये दिए जाते हैं ।

बलगम की सीबीनॉट से जांच:

सीडीओ ने बताया कि जो मरीज पहले से दवा खाये रहते हैं उनकी बलगम की सीबीनॉट से जांच की जाती है । इस जांच से एमडीआर-टीबी यानी मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट टीबी का पता चलता है जिससे मरीजों के इलाज में सहूलियत होती है । टीबी शरीर के कई हिस्सों में हो सकता है जैसे छाती, फेफड़ों, गर्दन, पेट, आदि । टीबी की सही समय पर जाँच होना बहुत ही आवश्यक होता है । तभी हम इस घातक बीमारी से बच सकते हैं । टीबी उन्मूलन में प्राइवेट डॉक्टर भी सहयोग कर रहे हैं। टीबी उन्मूलन में प्राइवेट डॉक्टर मरीजों को इलाज के साथ उनके कोर्स को पूर्ण करने के लिए भी मरीज को प्रेरित करें।

ये हैं टीबी बीमारी के प्रारंभिक लक्षण :
• 15 दिन या इससे अधिक दिनों तक लगातार खांसी या बुखार रहना
• बलगम में खून आना
• एक माह या इससे अधिक दि:नों तक सीने में दर्द रहना
• लगातार शरीर वजन कम होना एवं कमजोरी महसूस होना

0Shares

तेलपा में युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के बिचला तेलपा मोहल्ला में मंगलवार को एक किशोर का शव फंदे से लटकता हुआ पाया गया. मृतक छपरा शहर के नगर थाना क्षेत्र के बिचला तेलपा निवासी योगेंद्र पंडित का 15 वर्षीय पुत्र अभिषेक कुमार बताया गया है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि घरलू आपसी विवाद को लेकर युवक ने ऐसा कदम उठाया है.

मृतक का शव घर के सीढी घर में कर्कटनुमा छत के बांस में प्लास्टिक की रस्सी लगाकर फंदा लगाया गया था. फंदे पर लटकते देखकर घर वालों में कोहराम मच गया वही आनन-फानन में घर वालों ने उसे फंदे से उतारकर छपरा सदर अस्पताल पहुंचाया. जहां ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक के द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया.

जिसके बाद सदर अस्पताल में मौजूद भगवान बाजार थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा किए जाने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

इस मामले में मृतक के भाई अभय कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. जिसमें बताया गया है कि उसके फांसी लगाकर खुदकुशी किया गया है. वही पुलिस मामले की जांच कर रही है.

0Shares

Chhapra: जिले में बाढ़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन एक जून से सात जून-2022 तक किया गया। जिलाधिकारी राजेश मीणा के निर्देशानुसार प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा गंगाकान्त ठाकुर ने बताया कि  बाढ़ सुरक्षा सप्ताह में बाढ जैसे भीषण आपदा के समय स्वयं अथवा परिवार की सुरक्षा हेतु फ्लैक्स एवं अन्य कार्यक्रम के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है ताकि अधिक से अधिक इस भीषण आपदा में अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके।

प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा, सारण के द्वारा बताया गया कि बाढ़ से पूर्व, बाढ़ के दौरान एवं बाढ़ के बाद बचाव के उपायों को अपनाकर बाढ़ से होने वाली क्षति को कम किया जा सकता है। बाढ़ से सुरक्षा के लिए बाढ़ के समय हमें हैलोजेन (क्लोरीन) टेबलेट की एक गोली 20 लीटर पानी में डालकर लगभग 30 मिनट बाद पानी का उपयोग पीने के लिए करना चाहिए। कोशिश करना है कि पानी को उबाल कर ही पिया जाय। पीने के पानी व भोजन को हमेशा ढक कर रखें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। सांप के काटे व्यक्ति को तुरन्त अस्पताल ले जाये। सांप काटे व्यक्ति का हौंसला बढाये रखें। शौच के बाद हाथों को साबुन या मिट्टी या राख से अच्छी तरह साफ करना चाहिए। बाढ़ के समय नदी में नाविक के निर्देशों का पालन अवश्य करें।

उन्होंने कहा कि बाढ़ में डूबे चापाकल, कुआँ का पानी न पियें। बाढ़ के समय फैले माहवारी के समय सफाई का विशेष ख्याल रखें। प्रसव के लिये गांव की आशा बहन से संपर्क कर आवश्यकतानुसार एम्बुलेन्स की सहायता से नजदीकी अस्पताल पर जायें। तेज बुखार हो जाने पर शरीर को पानी से पोछते रहे व डाक्टर से संपर्क करें। पशुओं को ऊंचे एवं सुरक्षित स्थान पर पहुँचा दें। बाढ़ के बाद पशुओं को कीड़े की दवा अवश्य दें। अपने एवं अपने पशुओं के लिए एक आपातकालीन किट तैयार रखें। अपने पशुओं को पर्याप्त चारा, पानी, पशु चिकित्सा देखभाल प्रदान करें। हर हाल में बीमार पशुओं को अन्य पशुओं से अलग रखें ताकि अन्य पशुओं को बीमार होने से बचाया जा सके।

बाढ़ से आपदा में कभी भी पीने के पानी में हाथ नही डालें। भोजन एवं पानी को खुला न रखें। गीला कपड़ा न पहनें। बहुत जरुरी होने पर रात को बाहर जाये। रात में बाहर जाते समय बिना टार्च, लाठी या डण्डे के न जाए। सांप के काटने पर झाड़-फूंक न करायें। नाव पर क्षमता से ज्यादा बोझ न दें। बिना घुले हुए कपड़े न पहनें। कूड़े कचरे को नाला में न फेंके। अपनी सुरक्षा के उपाय किये बिना, डूबते हुए को बचाने का प्रयास न करें। डूबने से बचाए हुए व्यक्ति को बिना डाक्टर की सलाह के कोई दवा न दें। प्रसव के दौरान किसी भी गन्दी वस्तु जैसे कपड़ा, पुराना ब्लेड आदि का प्रयोग बिल्कुल न करें। तेज बुखार के दौरान व्यक्ति को चादर, कम्बल न ओढ़ायें। कीचड़ वाले स्थान पर पशुओं को न बाँधे। पशुओं को अलग-अलग बाँधे। पशुओं को सड़ा एवं पहले का भीगा हुआ भूसा न खिलायें। इस तरह की सावधानियों को अपना कर हम स्वयं एवं अपने परिवार सहित समाज को भी बाढ़ जैसे आपदा के समय आवश्यक मदद कर सकते है।

0Shares

Chhapra: मछली खिलाने के बहाने पड़ोस की सात वर्षीय नाबालिग को घर से बुलाकर ले जाने व उसके साथ दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के उपरांत उसकी हत्या का प्रयास किये जाने के मामले के आरोपित को न्यायालय ने सश्रम कैद व जुर्माने की सजा सुनाई है. मामला रसूलपुर थाना क्षेत्र का है जहां तीन वर्ष पूर्व एक युवक द्वारा उक्त घटना को अंजाम दिया गया था. सोमवार को एडीजे षष्टम सह पोक्सो के विशेष न्यायाधीश सुमन कुमार दिवाकर ने रसूलपुर थाना कांड संख्या 50/19 के पोक्सो वाद संख्या 31/19 में सजा की बिंदु पर सुनवाई की. अभियोजन की ओर से लोक अभियोजक सह पॉक्सो के विशेष पीपी सुरेंद्र नाथ सिंह व उनके सहायक अधिवक्ता अश्वनी कुमार ने आरोपित को कठोर से कठोर सजा सुनाए जाने का न्यायालय से अनुरोध किया, वहीं बचाव पक्ष के अधिवक्ता के द्वारा आरोपित की पहली गुनाह बताते हुए उसके पक्ष में बहस किया गया.

दोनो पक्षो की बहस सुनने के बाद न्यायाधीश ने आरोपित रुजुल कुमार को पोक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत उम्रकैद व 25 हजार जुर्माना एवं भादवि की धारा 307 के तहत 5 वर्ष सश्रम कैद व 25 हजार व जुर्माना की सजा सुनाई है. साथ ही न्यायाधीश ने पीड़िता की सहायता के लिए सरकार को दस लाख रुपये देने का आदेश दिया है. पीड़िता की मां ने 29 मार्च 2019 को अपने पड़ोसी युवक के विरुद्ध पीएमसीएच में अपना फर्द बयान दर्ज कराया था. आरोप में कही थी कि 28 मार्च की रात 8 बजे रुजूल उनके घर आया और मेरी पुत्री को यह कह कर की उसकी दादी उसे मछली खाने को बुला रही है अपने साथ ले गया. बहुत देर तक जब बच्ची नहीं आयी तो वे युवक के घर पुत्री को लाने गयी. वहां सबो ने कहा कि उनकी पुत्री तो यहां आयी ही नहीं है और रुजूल भी घर पर नही है. पूरी रात सबो ने बच्ची को ढूंढ़ा परन्तु वह नही मिली. अहले सुबह लोंगो ने शोर मचाया की एक बच्ची चंवर में नग्न अवस्था में पड़ी हुई है. सूचना पर उसके पति गये तो देखा कि उक्त बच्ची उनकी पुत्री है जो गम्भीर रूप से जख्मी हालत में पड़ी हुई है. उसे लेकर एकमा अस्पताल गये जहां डाक्टर ने सदर अस्पताल भेज दिया. सदर अस्पताल के डाक्टर भी बच्ची की हालत को गम्भीर बताते हुये उसे पीएमसीएच रेफर कर दिये. अधिवक्ता अश्विनी कुमार ने बताया कि पुलिस ने अभियुक्त को घटना के अगले दिन ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था तब से वह जेल में है. अभियोजन ने इस मामले में सूचक, पीड़िता, कांड के आईओ चिकित्सक समेत 7 साक्षियों का कोर्ट में साक्ष्य पेश किया.

0Shares

छात्रों की मांगों को लेकर विश्वविद्यालय में ABVP का कुलपति कार्यालय के समक्ष दिया धरना

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल लंबित पड़े परीक्षाओं की तिथि घोषित करने व परीक्षा परिणामों मे सुधार न होने को लेकर वार्ता करने विश्वविद्यालय पहुंची.

जयप्रकाश विश्वविद्यालय की स्नातक स्नातकोत्तर कई वर्षों व सेमेस्टर की परीक्षाएं लंबित है. कई के परीक्षा परिणाम भी लंबित हैं, कई के परीक्षा परिणाम में घोर धांधली हुई है. इस विषय को लेकर विद्यार्थी को शांतिपूर्ण आंदोलन भी किया था.

इस दौरान कुलपति के गोलमोल रवैया को लेकर कुलपति व अभाविप कार्यकर्ताओं की वार्ता असफल रही. इसके बाद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे गए और नारेबाजी शुरू कर दी. इसके बावजूद कुलपति के द्वारा पहल ना करते देख अभाविप कार्यकर्ताओं ने कुलपति कार्यालय के अंदर जाकर नारेबाजी शुरू कर दी.

लगभग 2 घंटों तक कुलपति कार्यालय के अंदर अभाविप कार्यकर्ताओं और कुलपति के बीच नोकझोंक हुई. इस दौरान मामले को बढ़ता देख स्थानीय थाने की पुलिस टीम भी दल बल के साथ पहुंचे, लेकिन विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का गुस्सा परीक्षा तिथि घोषित करने के लिखित आश्वासन उसके बाद ही शांत हुआ हुआ.

विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने कहा कि जल्द से जल्द आश्वासन का खेल समाप्त करें अन्यथा बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

जयप्रकाश विश्वविद्यालय प्रतिनिधिमंडल में रजनीकांत सिंह, पुरुषोत्तम कुमार, रवि पांडे, रवि शंकर कुमार, अनीश कुमार, अभिषेक पांडे इत्यादि उपस्थित थे.

0Shares

फुलवारीशरीफ: पैसा डबल करने के नाम पर लोगों से ठगी करने का मामला फुलवारीशरीफ थाने में आया है. पति-पत्नी और देवर ने 50 फीसदी तक मुनाफा देने के नाम पर पटना में 11 लोगों से साढ़े 32 लाख रुपये लेकर फरार हो गये हैं. तीनों ने केवल पटना ही नहीं, बल्कि रांची में भी अपने ही परिवार के लोगों से 1.21 करोड़ रुपये मुनाफा दिलाने के नाम पर उठाये और फिर फरार हो गये.

इस संबंध में फुलवारीशरीफ की वृंदावन कॉलोनी के रोड नंबर-2 के रहने वाले अंबरीष कुमार ने फुलवारीशरीफ थाने में आरोपित पति सुधीर सिंह और पत्नी नीतू सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. फुलवारीशरीफ थानाध्यक्ष ने बताया कि रांची अरगोड़ा थाने की पुलिस ने पटना के गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के यारपुर निवासी पति सुधीर सिंह को शिवाजीनगर से गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी है. वहीं, पत्नी और देवर की तलाश में भी पटना और रांची में छापेमारी चल रही है.

मिली जानकारी के अनुसार पीड़ित अंबरीष की आरोपितों से मुलाकात उसके एक दोस्त के यहां हुई थी. बातचीत के दौरान नीतू कुमारी ने बताया कि मैं शेयर मार्केट में हूं. शेयर मार्केट में रुपये लगाये हैं. इससे आपको पांच से 50 प्रतिशत तक का फायदा होगा. नीतू का पति भी साथ में मौजूद था. पति-पत्नी की बातों में आकर कुल 11 लोगों ने 32 लाख 52 हजार रुपये दे दिये. इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब पति-पत्नी ने फोन उठाना बंद कर दिया. इसके बाद मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया. यही नहीं, जब लोग आरोपित के घर पहुंचे, तो पति-पत्नी ने सभी के साथ मारपीट भी की. इसके बाद लोगों ने फुलवारी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी.

0Shares

Chhapra : विद्यार्थियों की सुविधाओं को देखते हुए जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर फारूक अली ने गोरखपुर पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से उन्होंने जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के समीप स्थित छपरा ग्रामीण स्टेशन पर गाड़ियों के ठहराव को ले अनुरोध किया है.

पत्र के माध्यम से उन्होंने कहा है कि छपरा ग्रामीण स्टेशन जयप्रकाश विश्वविद्यालय से काफ़ी सेमी है तथा समपार संख्या 39 सी के द्वारा जुड़ा हुआ है. इस स्टेशन पर किसी भी यात्री गाड़ी के ठहराव नहीं होने के कारण आसपास के क्षेत्रों के लोगों एवं छात्र-छात्राओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. हालांकि छात्र प्रतिनिधियों द्वारा ठहराव के लिए लगातार मांग उठाई जा रही है.

0Shares

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा के द्वारा मोदी सरकार के 8 सालों के शासन काल में सेवा सुशासन एवं गरीब कल्याण अभियान के तहत महिला सम्मान सम्मेलन महिला उद्यमी जनप्रतिनिधि एवं प्रधानमंत्री योजनाओं से लाभान्वित महिलाओं को सम्मानित करते हुए भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के शासनकाल में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिला। आज हमारे देश में मातृशक्ति बढ़-चढ़कर हर क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हो आज उसी का परिणाम है कि देश विश्व में एक महाशक्ति के रूप में उभर रहा है। आज महिलाओं को संबोधित करते हुए

उन्होंने महिलाओं और माताओं तथा बहनों को साधुवाद दिया तथा छपरा जिला महिला मोर्चा की अध्यक्ष अनु सिंह को इतने भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद एवं बधाई दिया। महिलाओं को संबोधित करते हुए महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कहा कि भाजपा सदैव मातृशक्ति का सम्मान करती है देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं के विकास एवं सशक्तिकरण के लिए वचनबद्ध है। उनके शासनकाल में महिलाओं का हर क्षेत्रों में पूर्ण विकास हुआ उन्होंने महिलाओं के हितों के लिए तीन तलाक जैसे गंभीर मुद्दों को बंद करने का कार्य किया। भारत में महिलाएं और स्वतंत्र और निर्भय होकर कार्य करती है, क्योंकि महीलाओं को विश्वास है देश में नरेंद्र मोदी जी की सरकार है, जो महिलाओं के विकास के लिए प्रतिबद्ध है , पार्टी के मुख्य सचेतक एवं तरैया विधायक जनक सिंह ने कहा कि भाजपा में महिलाओं का हमेशा ही मान सम्मान बढ़ाने का काम किया आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है यह मोदी सरकार की ही देन है। भाजपा एवं मोदी जी की सरकार महिलाओं के विकास के लिए वचनबद्ध है। अमनौर के विधायक कृष्ण कुमार मंटू ने कहा की मोदी सरकार की ही देन है कि आज राजनीति एवं उद्योग के क्षेत्र में महीलाओं आगे बढ़ रही है। गरखा पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी ने कहा कि कि आज मोदी सरकार में दलित पिछड़े महिलाओं का भी पूर्ण विकास हुआ और इस सरकार में गरीब महिलाओं पर विशेष ध्यान दिया है। जिला अध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा की महिलाएं भी हर क्षेत्र में उद्योग हो या राजनीति आगे बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है। यह मातृशक्ति के सशक्तिकरण की ही निशानी है जो मोदी सरकार की ही देन है। आज के महिला सम्मेलन की अध्यक्षता महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष अनू सिंह ने किया मंच का संचालन जिला उपाध्यक्ष पूजा शर्मा ने किया इस कार्यक्रम में छपरा विधायक डॉक्टर सीएन गुप्ता, महिला मोर्चा महामंत्री नेहा यादव, सुषमा सोनी, सुनीता यादव, सरिता यादव, महिला मोर्चा के नगर अध्यक्ष ममता मिश्रा, एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला के अध्यक्ष राम दयाल शर्मा ,पूर्व अध्यक्ष गोपालगंज के प्रभारी अशोक कुमार सिंह ,बंशीधर तिवारी, वेद प्रकाश उपाध्याय, भाजपा नेत्री राखी गुप्ता, जिला उपाध्यक्ष कार्यक्रम संयोजक बृजमोहन सिंह, महामंत्री शांतनु कुमार रामा शंकर मिश्र शांडिल्य, जिला प्रवक्ता एवं कार्यक्रम प्रभारी विवेक कुमार सिंह, भाजपा युवा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल, जिला मंत्री सत्यानंद सिंह बलवंत सिंह , तारा देवी, बबलू मिश्रा ,वाणिज्य प्रकोष्ठ के संयोजक हेम नारायण सिंह, उपाध्यक्ष संजय सिंह , अमरजीत सिंह, तथा बड़ी संख्या में महिलाएं उपस्थित थी।

0Shares

• लक्षणों की पहचान कर करायें जरूरी इलाज
• नियमित दवा सेवन है जरूरी

Chhapra:  टीबी एक संक्रामक रोग है। यह रोग संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलता है। खांसने या छींकने से मुंह और नाक से निकलने वाली बूंदों में मौजूद बैक्टीरिया स्वस्थ्य व्यक्ति तक पहुंच कर उसे संक्रमित करता है। बच्चों में भी टीबी यानि ट्यूबरक्लोसिस संक्रमण की संभावना होती है। स्वस्थ्य बच्चे टीबी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो उनके भी टीबी संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है। टीबी आनुवांशिक भी हो सकता है। ऐसे घर में जहां टीबी के मरीज हो वहां बच्चों में संक्रमण की संभावना होती है। टीबी की उच्च दर वाले क्षेत्र में रहने वाले बच्चों में टीबी की संभावना बढ़ जाती है। टीबी की रोकथाम के लिए समुदाय में जागरूकता जरूरी है। इसके लिए टीबी के लक्षणों की जानकारी रखना महत्वपूर्ण हो जाता है। संचारी रोग अधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया टीबी माइक्रोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस जीवाणु के कारण होता है। सामान्य तौर पर टीबी से फेफड़ा प्रभावित होता है। बच्चों में टीबी के साठ फीसदी मामले फेफड़ों के मिलते हैं। कम उम्र के बच्चों में बलगम नहीं बनता है। ऐसे में टीबी जांच नहीं हो पाती है। इसके लिए बच्चों के बीमार रहने संबंधी जरूरी जानकारी प्राप्त कर उनका इलाज किया जाता है। साथ ही टीबी स्किन टेस्ट किया जाता है। स्वस्थ्य बच्चों की तुलना में कुपोषित बच्चों में टीबी संक्रमण की संभावना बहुत अधिक होती है।

टीबी के लक्षणों की जानकारी रखना महत्वपूर्ण

बच्चों में टीबी के लक्षणों में हमेशा खांसी रहना, कमजोरी तथा शारीरिक गतिविधियों में हिस्सा नहीं लेना, वजन कम होना, भूख की कमी, बुखार और रात में पसीना चलना आदि है। बच्चों को दो हफ्तों से अधिक खांसी रहने पर उनकी जांच कराना आवश्यक हो जाता है। बच्चों में ऐसे लक्षणों के दिखने पर तुरंत चिकित्सीय परामर्श लेना जरूरी है। कमजोर इम्युनिटी वाले बच्चे तथा गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर या एचआईवी से ग्रसित बच्चों को टीबी का सबसे अधिक जोखिम होता है। टीबी की पहचान होने पर उन्हें चार, छह तथा नौ माह तक एंटी टीबी दवाइयां दी जाती हैं, जिसका नियमित सेवन करना जरूरी है। टीबी की दवा का नियमित सेवन नहीं करने पर यह रोग बच्चे पर पुन’ हावी हो जाता है।

टीबी की रोकथाम के लिए बीसीजी टीकाकरण

शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप यादव ने बताया कि टीबी संक्रमण से बचाव के लिए बच्चों को बीसीजी का टीका दिया जाता है। यह टीबी रोकने के लिए कारगर है। यह टीका बच्चों में टीबी और मैनिनजाइटिस से सुरक्षित रखने के लिए लगाया जाता है। वैक्सीनेशन शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता और टीबी रोगाणु से लड़ने में सक्षम बनाता है। छह साल से कम उम्र के बच्चों को बीसीजी का टीका लगाया जाता है। इस टीके की सुई बच्चे को उसकी बांह के ऊपरी हिस्से में दी जाती है। शिशु के जन्म के छह माह तक बीसीजी का टीका लगाया जाना जरूरी है। टीकाकरण शिशु रोग विशेषज्ञ की निगरानी में ही कराना चाहिए। बच्चा छह साल की उम्र से कम है तो शिशु रोग विशेषज्ञ की सलाह से बीसीजी का टीकाकरण अवश्य करायें।

0Shares