Chhapra: सारण के मुबारकपुर में युवकों की हुई हत्या के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूंका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला. इस अवसर पर भाजपा नेता अशोक सिंह ने कहा कि निर्दोष युवकों की पिटाई की गई जिससे उनकी मौत हो गई। सरकार पीड़ित के परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजा दे।  वही रंजीत सिंह ने कहा कि  उच्च स्तरीय जांच कराना चाहिए। इस अवसर पर जिला महामंत्री शांतनु कुमार ने कहा कि इस घटना को जातीय उन्माद से नया जोड़ा जाए और हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ़्तारी सुनिश्चित की जाए।

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Chhapra: माध्यमिक वार्षिक (सैद्धांतिक) परीक्षा 2023 के कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण आयोजन हेतु जिलाधिकारी सारण राजेश मीणा के द्वारा प्रतिनियुक्त केंद्राधीक्षक, स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्तीदल दण्डाधिकारी, उड़नदस्ता दल दण्डाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी, सुपर जोनल दण्डाधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा है कि परीक्षा दिनांक 14 फरवरी से 22 फरवरी 2023 की बीच संपन्न होगी।

शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त परीक्षा के आयोजन हेतु सारण जिला में 68 परीक्षा केन्द्र बनाये गये है। जिसमें सदर अनुमंडल क्षेत्र में 53, सोनपुर अनुमंडल क्षेत्र के 06 एवं मढ़ौरा अनुमंडल क्षेत्र के 09 परीक्षा केन्द्र शामिल है। परीक्षा का आयोजन दो पालियों में होगा। प्रथम पाली पूर्वाहन 9:30 बजे से अपराह्न 12:45 बजे तक तथा द्वितीय पाली का आयोजन अपराह्न 2.00 से अपराह्न 05:15 बजे अपराहन तक होगी। बताया गया कि परीक्षा को स्वच्छ, शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त वातावरण में संपन्न कराने हेतु आवश्यक तैयारी पूरी कर ली गयी है।

वार्षिक माध्यमिक (सैद्धांतिक) परीक्षा 2023 को कदाचारमुक्त, निष्पक्ष, स्वच्छ संचालन एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु आयोग के निर्धारित मानक के अनुरूप प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर 1-4 सशस्त्र पुलिस बल / महिला पुलिस बल, स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्ती दण्डाधिकारी एवं जोनल दण्डाधिकारी-सह-उड़नदस्ता दण्डाधिकारी / सुपर जोनल दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल परीक्षा प्रारंभ होने से 2 घंटा पूर्व अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल ग्रहण कर लेंगे एवं परीक्षा के समाप्ति के बाद भी केन्द्र पर उपस्थित रहकर विधि-व्यवस्था संधारित करेंगे। परीक्षार्थी परीक्षा केन्द्र में जूता-मोजा पहन कर प्रवेश नहीं करेंगे। परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर ही केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र को देख कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेने देंगे। कदाचार मुक्त परीक्षा संचालन हेतु परीक्षा केन्द्र के बाहर एवं अन्य आवश्यक स्थलों पर सी. सी. टी. वी. लगाया जाएगा ताकि बाहर से परीक्षा में बाधा पहुँचाने वालों पर नजररखी जा सके। इसके साथ ही सभी परीक्षा केंद्रों की विडियोग्रॉफी कराने का निदेश दिया गया। सभी केन्द्राधीक्षक परीक्षा की सफाई प्रत्येक पाली में परीक्षा शुरु होने से पूर्व सुनिश्चित करायेंगे।
सभी दण्डाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षक को निदेश दिया गया कि वें परीक्षार्थियों के लिए सीट प्लान आयोग के द्वारा निर्धारित मानकों को ध्यान में रखते हुए करेंगे। सीट प्लान को परीक्षा कक्ष के अलावे परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्शित करने का भी निदेश दिया गया है ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके। एक बैंच पर दो परीक्षार्थी ही बैठेंगे। परीक्षा कक्ष में प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र में न्यूनतम दो वीक्षक रहेंगे। परीक्षा के अवधि में सभी के लिए मास्क का प्रयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करना अनिवार्य होगा।

परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष के अंदर मोबाईल, ब्लूटूथ, पेजर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिभाईस चिट, चाकू, माचिस, ब्लेड आदि ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। परीक्षा केन्द्र पर मूलभूत सुविधाएं यथा शौचालय, पेयजल, पर्याप्त लाईटिंग व्यवस्था कराने का भी निदेश दिया गया। कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किये गये अभिभावकों, परीक्षार्थियों एवं वीक्षकों के विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक महत्त्वपूर्ण परीक्षा है, जिसके सफल संचालन में सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मी विशेष सर्तकता रखते हुए अपनी जवाबदेही निभाएँगे।

सभी अनुमंडल पदाधिकारी को अपने क्षेत्र अंतर्गत परीक्षा केन्द्रों के 500 गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू करने हेत निर्देशित किया गया है। इस परीक्षा के अवसर पर सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष संख्या-06152-242444 है। यह नियंत्रण कक्ष परीक्षा के दौरान प्रतिदिन प्रातः 07:00 बजे से संध्या 05:30 बजे तक कार्यरत रहेगा। नियंत्रण कक्ष के प्रभार में श्रीमती कुमारी शीला, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, सारण मोबाइल नंबर- 6202907340 रहेंगी। किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में जिला शिक्षा पदाधिकारी मोबाईल नम्बर 8544411907. अनुमंडल पदाधिकारी, सदर छपरा, मोबाईल नम्बर 9473191269, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर छपरा मोबाईल नम्बर 9431800075 से संपर्क परीक्षा से संबंधित सूचना दी जा सकती है। इसके अलावे अनुमंडल पदाधिकारी मढौ़रा, मोबाईल नम्बर 9471191270, अनुमंडल पदाधिकारी सोनपुर मोबाईल नम्बर 9431800071 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है।

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पटना: बिहार में 10वीं बोर्ड यानी मैट्रिक परीक्षा की शुरुआत 14 फरवरी से शुरू हो रही है. परीक्षा 22 फरवरी तक चलेगी. दो पालियों में होने वाली परीक्षा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बड़ा बदलाव किया है. समिति ने मैट्रिक की दूसरी पाली में होने वाली परीक्षा का समय संशोधित कर दिया है. परिवर्तित समय के अनुसार वैसे विषय जिनकी परीक्षा की समयावधि दोपहर 1.45 बजे से 5 बजे तक है उनका समय संशोधित करते हुए अब दोपहर 2 बजे से 5.15 बजे तक किया गया है. वहीं दूसरी पली के अन्य विषय जिनकी परीक्षा की समयावधि दोपहर 1.45बजे से शाम 4.30 बजे तक है उसे संशोधित करते हुए दोपहर 2 बजे से 4.45 तक निर्धारित किया गया है. यानी दूसरी पाली की परीक्षा अब दोपहर 2 बजे से शुरू होगी. साथ ही परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले ही प्रवेश करना होगा. यानी दोपहर 2 बजे से होने वाली परीक्षा से आधे घंटे पहले 1.30 बजे परीक्षा केंद्र में प्रवेश करना होगा.

मैट्रिक परीक्षा में राज्य में 16,37,414 परीक्षार्थी हैं।इनमें 8,31,213 छात्राएं एवं 8,06,201 छात्र हैं. परीक्षा में 10 सेटों में सवाल पूछे जाएंगे। इसमें ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी, एच, आई और जे सेट होंगे। परीक्षार्थियों को सवाल हल करने में परेशानी न हाे इसके लिए ऑब्जेक्टिव से सब्जेक्टिव तक में दोगुने विकल्प मिलेंगे। जिले में 75 हजार से अधिक परीक्षार्थी हैं। 76 केंद्र बनाए गए हैं। स्टूडेंट्स की संख्या अधिक होने से एक-एक विषय की परीक्षा दो-दाे पालियों में होगी।

समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि पहली पाली की परीक्षा के लिए सुबह 9 बजे प्रवेश करना होगा और परीक्षा सुबह 9.30 से शुरू होगी. पहली पाली की परीक्षा 12:45 बजे समाप्त होगी. इस बार 14 फरवरी 2023 – गणित, 15 फरवरी 2023 – विज्ञान, 16 फरवरी 2023 – सामाजिक विज्ञान, 17 फरवरी 2023 – अंग्रेजी, 20 फरवरी 2023 – मातृभाषा, 21 फरवरी 2023 – द्वितीय मातृभाषा और 22 फरवरी 2023 – इलेक्टिव विषय की परीक्षा होगी. परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में 15 मिनट का अतिरिक्त समय प्रश्न पत्र, उत्तरपुस्तिका, ओएमआर उत्तर पत्रक, आदि को पढ़ने एवं समझने के लिए दिया जाएगा. परीक्षा केन्द्र में कैलकुलेटर, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, ईयरफोन या अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स आदि लाना / प्रयोग करना वर्जित है.

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सारण गौरव यात्रा को लेकर बैठक आयोजित

Chhapra: सारण में अलौकिक स्थलों को पर्यटक के मानचित्र स्थापित करने के लिए सारण के लोगों ने संकल्प लिया है. आमी स्थित माता अंबिका भवानी मंदिर परिसर में युवा ब्राह्मण चेतना मंच की पहल पर छपरा के विभिन्न धार्मिक सामाजिक संगठन समस्त सनातन धर्मावलंबियों ने सारण को पर्यटक के मानचित्र पर स्थापित करने के लिए बैठक आयोजित की गई.

बैठक में उपस्थित सैकड़ों की संख्या में लोगों ने यह संकल्प लिया श्रृंगी ऋषि का आश्रम सिमरिया, गौतम ऋषि का आश्रम गोदना रिविलगंज, महर्षी दधिचि आश्रम दहियावां छपरा चय्वन ऋषि राजा मोरध्वज चिरांद, मार्कंडेय ऋषि राजा सूरत एवं वैश्य समाधि स्थल अंबिका भवानी एवं हरिहर क्षेत्र सोनपुर को धार्मिक पौराणिक स्थल को पर्यटक बनाने के लिए प्रयासरत हैं.

बैठक की अध्यक्षता मानस मर्मज्ञ शिव वचन सिंह शिवम ने किया. इस अवसर पर मंदिर के मुख्य पुजारी नीलू बाबा, पूर्व जिला पार्षद जनार्दन सिंह चौहान, सिपाही राय, पप्पू सिंह अभिमन्यु सिंह, सुनील तिवारी, मनोज तिवारी, रितेश तिवारी, श्रीकांत तिवारी, अजय कुमार सिंह, कृष्ण कुमार वैष्णवी, डायरेक्टर विनोद कुमार सिंह, विमलेश तिवारी उर्फ बबलू बाबा, अरुण पुरोहित, डॉ सुभाष पांडे, संजय पाठक, मानस मधुकर संदीपाचार्य, तारकेश्वर प्रसाद, मुख्य रूप से उपस्थित रहे.

सारण गौरव यात्रा स्थानीय कमेटी का निर्माण भी हुआ. इस अवसर पर अरुण पुरोहित ने कहा कि ऋषि ऋण से उऋण होने के लिए अपने पूर्वजों को जाने हम सब ऋषियो की संतान है.

सारण के धार्मिक सामाजिक धरोहर को बचाने के लिए के लिए समस्त सारणवासी सारण गौरव यात्रा में तन मन धन से सहयोग करें. मंच संचालन विमलेश तिवारी और धन्यवाद ज्ञापन श्यामसुंदर मिश्रा ने किया.

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मुबारकपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी का भाई सिवान से गिरफ्तार

Chhapra: जिले के मांझी थाना क्षेत्र के मुबारकपुर गांव में तीन युवकों की पिटाई के बाद दो लोगों की हत्या मामले में पुलिसिया कार्रवाई तेज है. इस मामले में गठित एसआईटी टीम द्वारा लगातार इस मामले में नामजद और अप्राथमिक अभियुक्तों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी जारी है.

सारण पुलिस ने मुख्य आरोपी विजय यादव के भाई अजय यादव को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अजय यादव को जिले के सिसवन प्रखंड के भागर दियारा से गिरफ्तार किया है. छपरा के मुबारकपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी के भाई को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी विजय यादव के भाई अजय यादव को सीवान पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

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रोटरी सारण छपरा के द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का हुआ आयोजन

Chhapra: रोटरी सारण के द्वारा सोहन गुप्ता की अध्यक्षता और अजय कुमार के संयोज़कत्व में छपरा कचहरी स्टेशन के समीप नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों लोगों का बीपी शुगर आदि बीमारियों की जांच करके उन्हें समुचित दवाइयां दी गईं।

इस स्वास्थ्य जांच शिविर में डॉक्टर आशुतोष, डॉक्टर सोहेल, डॉक्टर मदन प्रसाद आदि डॉक्टरों के द्वारा अपनी सेवाएं नि:शुल्क प्रदान की गईं।

इस सामाजिक स्वास्थ्य जांच शिविर में राजेश फैशन, पंकज कुमार गुप्ता, अजय प्रसाद एलआईसी, महेश प्रसाद, अजय कुमार गुप्ता, मनोज कुमार गुप्ता, अशोक कुमार, बासुकी प्रसाद, भोला जी, छठी लाल प्रसाद, वीरेंद्र साह मुखिया, डॉ हरिओम प्रसाद आदि ने सहयोग किया.

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Chhapra: सारण जिले के मांझी थाना में मुबारकपुर में घटित घटना एवं संबंधित कांडों की समीक्षा अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) संजय सिंह द्वारा की गई ।

अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था)  ने मांझी थन में शनिवार को मांझी थाना कांड संख्या – 38/23 (हत्या)में अब तक गिरफ्तार व कुर्की किये गये अभियुक्तों के विरोध शीघ्र आरोप पत्र समर्पित कर स्पीडी ट्रायल चलाने का निर्देश दिया। साथ ही किसी भी असमाजिक तत्व के द्वारा विधि- व्यवस्था बिगाड़ने अथवा तनाव फैलाने का प्रयास करने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

सारण पुलिस के डावर मांझी थाना कांड संख्या 38/23 (हत्या) में कुर्की किये गये 04 अभियुक्तों के विरोध धारा- 174(A) भा0 द0 वि0( द0प्र0स0 की धारा- 82 के अधीन उद्धोषणा पर भी हाजिर न होना) के तहत मांझी थाना कांड संख्या- 45/23, दिनांक-11/02/23 दर्ज किया गया है।

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर राजनीति विज्ञान विभाग में प्राध्यापक तथा बिहार शिक्षा मंच के संयोजक प्रो रणजीत कुमार ने शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर को पत्र भेजकर बिहार के विभिन्न माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों तथा महाविद्यालयों में तीन साल तक सेवा दे चुके अतिथि शिक्षकों की सेवा नियमित करने की मांग किया है।

विदित हो कि शिक्षकों की कमी को देखते हुए इन शिक्षण संस्थानों में हजारों अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई है जो नियमित एवम स्थायी रूप से नियुक्त नियोजित शिक्षकों एवम सहायक प्राध्यापकों के समान ही योग्यता रखते हैं और इनकी नियुक्ति प्रक्रिया में सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों का पालन किया गया है लेकिन अतिथि शिक्षकों की सेवा शर्त पूर्णतः अमानवीय एवम शोषणकारी है।

इन शिक्षकों को नियमित शिक्षकों को हासिल मूलभूत सुविधाओं एवम अधिकारों से वंचित रखा गया है। इन्हें न तो आकस्मिक अवकाश मिलता है और न ही बीमार होने पर चिकित्सा अवकाश की सुविधा हासिल है। इनकी सेवा निरंतरता भी संबंधित शिक्षण संस्थान के प्रधान की भलमनसाहत एवम रहमोकरम पर आधारित है। इस वजह से तमाम विद्वता एवम योग्यता के बावजूद अतिथि शिक्षक हीन भावना एवम कुंठा के शिकार हो रहे हैं। शिक्षण संस्थानों में भी इनके साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता है और सामाजिक स्तर पर भी ये प्रताड़ना के शिकार हैं। चूंकि अहर्ता और योग्यता के स्तर पर नियमित एवम अतिथि शिक्षकों में कोई अंतर नहीं है इसलिए वैसे अतिथि शिक्षक जो तीन साल की सेवा अवधि पूरी कर चुके हैं, उनकी सेवा नियमित कर दिया जाए । इससे सरकार को योग्य शिक्षक मिल जाएंगे और अतिथि शिक्षकों की सेवा संबंधी अनिश्चितता भी समाप्त हो जाएगी। न्याय के आधार पर विकास के लिए प्रतिबद्ध सरकार से इन शिक्षकों को बहुत उम्मीद है।

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Chhapra: सारण जिले के मांझी प्रखण्ड के मुबारकपुर गाँव में तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई और हत्याकांड मामले में शुक्रवार को बिहार विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। इसके बाद छपरा परिसदन में उन्होंने कहा कि घटना घटी ये अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. भारतीय जनता पार्टी की पूरी टीम संवेदना व्यक्त करने आई थी.

उन्होंने कहा कि सरकार के दबाब में जिला प्रशासन धारा 144 का उल्लंघन कर रही है। अपराधी ने अपराध किया है। अपराधी को पकड़ कर जेल में डाला जाए और उसे स्पीडी ट्रायल चलाकर एक महीने में फांसी की सजा दिलाने का काम किया जाए.

उन्होंने कहा कि प्रशासन कुर्की के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। उन्हे कुछ तो बगल के राज्य से सीख लेना चाहिए. अपराधीको यदि ध्वस्त नहीं करेंगे तो कोई अपराधी सरेंडर करेगा क्या? अपराधी के घरों को ध्वस्त कीजिए. ये खानापूर्ति से सरकार नहीं चलने वाली है। उन्होंने कहा कि हम सड़क से लेकर सदन तक इस मुद्दे को उठाएंगे।

उन्होंने कहा कि ये सरकार पूरी तरह लापरवाह है। क्योंकि सरकार का इकबाल खत्म हो गया है और जिला प्रशासन भी उसी राह पर चल रही है। मृतक के परिवार को सरकारी नौकरी देने, मृतक के परिवार को पच्चीस लाख रुपया मुआवजा देने की मांग उन्होंने राज्य सरकार से की।

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा, रंजीत सिंह , विधायक डॉ सीएन गुप्ता, जनक सिंह, कृष्ण कुमार उर्फ मंटू समेत अन्य लोगों उपस्थित थें।

 

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निक्षय मित्र बने सारण के जिलाधिकारी, टीबी के 5 मरीजों को लिया गोद

मरीजों के इलाज तथा पोषण का रखेंगे ख्याल

निक्षय मित्र बनकर टीवी मरीजों का सहयोग करें समाज के सक्षम लोग

Chhapra: प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत निक्षय मित्र योजना में सारण के जिलाधिकारी ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते हुए 5 मरीजों को गोद लिया है। शुक्रवार को जिलाधिकारी राजेश मीणा ने अपने कार्यालय कक्ष में गोद लिए 5 और टीबी मरीजों के बीच पोषण सामग्री का वितरण किया। 6 माह तक टीबी के मरीजों को इलाज में सहयोग किया जाएगा। इस दौरान सभी टीबी के मरीजों के खानपान तथा दवा का ख्याल रखा जाएगा।हाल ही में देश में प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान चलाया गया है। इस अभियान को जन आंदोलन बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में निक्षय मित्र योजना से टीबी के खिलाफ जनभागीदारी सुनिश्चित करके अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि एक हजार रुपये तक की राशि के फूड बास्केट में टीबी मरीजों के लिए आटा, दाल, खाद्य तेल, चना, बादाम, अंडा, सोयाबीन, आदि शामिल किया गया है। इन टीबी मरीजों को यह फूड बास्केट अगले छह माह तक दिये जायेंगे।

जिलाधिकारी राजेश मीणा ने पांच टीबी के मरीजों को गोद लिया है। जिसमें छपरा शहर के दहियावां निवासी रजनी कुमारी, अंजु कुमारी, शिव बाजार निवासी कुंती देवी, माला निवासी अवधेश माझी, जान टोला निवासी बिंदु देवी शामिल है।

जिला पदाधिकारी ने कहा कि समाज का प्रत्येक सक्षम व्यक्ति टीबी रोगियों की सहायता के लिये नि-क्षय मित्र बनने का संकल्प लें और इस राष्ट्रीय अभियान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सच्ची मित्रता निभायें। इस अभियान में सभी सरकारी विभागों, निर्वाचित प्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों और कॉपोर्रेट्स संस्थानों का सहयोग अपेक्षित है।

राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2025 तक जिले से टीबी का पूरी तरह से उन्मूलन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके लिए सरकार और विभाग अपने स्तर से पूरी तरह से प्रयासरत है। लेकिन, अब जरूरत है लोगों के जागरूक होने की। ताकि, टीबी के खिलाफ लड़ाई जीती जा सके। जिले के सभी सरकारों अस्पतालों में इसके इलाज को लेकर जांच तक की मुफ्त व्यवस्था है। साथ ही, दवाओं के साथ टीबी के मरीज को पौष्टिक भोजन के लिए पांच सौ रुपये प्रतिमाह सहायता राशि भी दी जाती है। इसके बावजूद देखा जा रहा है कि कुछ लोग इलाज कराने के लिए बड़े निजी अस्पताल या फिर बड़े शहर की ओर जाते हैं। फिर वहां से निराश होकर जिले के सरकारी अस्पतालों का चक्कर काटना पड़ता है। ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं है। जैसे ही टीबी के बारे में पता चले तो पहले नजदीकी सरकारी अस्पताल ही जाएं। जिले में अब टीबी के इलाज के साथ मुकम्मल निगरानी और अनुश्रवण की व्यवस्था की जाती हैं।

निक्षय मित्र बनने के लिए अपने जिला यक्ष्मा केंद से संपर्क किया जा सकता है। निक्षय मित्र बनने के लिए communitysupport.nikshay. in पर लॉगिन कर प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान पर क्लिक कर निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर क्लिक कर कर अपनी पूरी जानकारी देकर इस अभियान से जुड़ा जा सकता है। इसके अलावा इस निक्षय हेल्प लाइन नंबर 1800116666 पर कॉल कर के विस्तृत जानकारी ली जा सकती है। वहीं निक्षय मित्र बनने के लिए टीबी से ग्रसित मरीजों की सहमति लेकर पोषण के लिए उन्हें सहायता उपलब्ध करानी होगी। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रत्नेश्वर प्रसाद, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार सिंह, डीपीएम अरविंद कुमार, डीपीसी टीबी हिमांशु शेखर समेत अन्य मौजूद थे।

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फाइलेरिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत जिलाधिकारी ने स्वयं दवा खाकर की

सदर अस्पताल में जिलाधिकारी ने किया मरीजों के लिए सहायता केन्द्र का उद्घाटन

छपरा : आज से प्रारंभ होने वाले फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा सदर अस्पताल में स्वयं फाइलेरिया से बचाव हेतु दवा खाकर इस अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सिविल सर्जन-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सकों द्वारा भी फाइलेरिया से बचाव हेतु दवा का सेवन किया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि फाइलेरिया उन्मूलन अभियान 10 फरवरी से 24 फरवरी के बीच आयोजित किया गया है। जिलाधिकारी के द्वारा सारणवासियों से अपील की गयी कि सभी लोगों को फाइलेरिया की दवा का सेवन करना चाहिए केवल दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिला एवं गंभीर रुप से बीमार व्यक्ति को इसकी खुराक नही देनी है। सभी लोग स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों की देख रेख में दवा का सेवन करेंगे। इसके दुष्प्रभावों की चर्चा करते हुए जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि फाइलेरिया बीमारी बढ़ने के साथ-साथ शारीरिक अपंगता बढ़ती चली जाती है और दिव्यांगता बढ़ने के साथ ही प्रभावित व्यक्ति कामकाज में पूरी तरह अक्षम हो जाता है। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है कि सभी लोग इस दवा का सेवन निश्चित रूप से करें।

जिलाधिकारी के द्वारा सदर अस्पताल में ही आज जीविका स्वास्थ्य सहायता केन्द्र का उद्घाटन भी किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन-सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य स्वास्थ विभाग के चिकित्सकों, कर्मियों के साथ बड़ी संख्या में जीविका दीदियाँ उपस्थित थी।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जीविका परिवार से जुड़े लोंगों के सुलभ ईलाज में सहायता हेतु इस केन्द्र का शुभारंभ किया गया है। इस केन्द्र के माध्यम से जीविका परिवार से जुड़े बीमार व्यक्तियो के उचित ईलाज हेत यह केन्द्र बहुत ही मददगार साबित होगा एवं ससमय उचित ईलाज मिल सकेंगा। इसके साथ ही अस्पताल में आने वाले सभी मरीजों को भी यह केन्द्र उनके उचित ईलाज हेतु मार्गदर्शन करेगा। इस तरह उन्हें अस्पताल में इधर-उधर भटकना नही पड़ेगा।

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Chhapra: जनता के दरबार मे जिलाधिकारी कार्यक्रम अंतर्गत जिलाधिकारी राजेश मीणा ने समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में जिले भर से आए परिवादियों से मिलकर उनकी समस्यायों को सुना,एवं संबधित अधिकारियों को उसका त्वरित निष्पादन का निर्देश दिया। प्रत्येक शुक्रवार को होने वाले जनता के दरबार में जिलाधिकारी कार्यक्रम के आयोजन के दौरान आज 55 परिवादी मिलने आए। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए परिवादी गणों ने विभिन्न विभागों से संबंधित शिकायतों एवं समस्याओं के साथ अपने निजी समस्यायों के निराकरण हेतु जिला पदाधिकारी महोदय से गुहार लगाई।

इस मौके पर उपस्थित जिलाधिकारी ने न केवल परिवादियों की शिकायतों को ध्यानपूर्वक सुना, बल्कि उनकी शिकायतों के त्वरित निस्पादन हेतु संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।

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