Chhapra: छपरा में लगभग डेढ़ महीने बाद ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर आदि की दुकानें खुली तो व्यापारियों ने थोड़ी राहत की सांस ली.

शुक्रवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान बाजार स्थित प्रताप ऑटोमोबाइल, राजेंद्र सरोवर स्थित अंबे होंडा, गरखा स्थित प्रेम ऑटोमोबाइल आदि गाड़ियों के शो रूम में बाइक व स्कूटी खरीदने ग्राहक पहुंचे.

इस दौरान प्रेम ऑटोमोबाइल के मनोज कुमार ने बताया कि 46 दिन बाद आज दुकान खुली है. इक्का दुक्का ग्राहक आज गाड़ी खरीदने पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि आज स्टाफ भी पहुंचे और शोरूम में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है. यहां आने वाले ग्राहकों को हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है. शोरूम में जितनी भी गाड़ियां हैं. उन सभी को सैनिटाइज करा दिया गया है.

अंबे होंडा में किया जा रहा टेम्परेचर स्क्रीनिंग

छपरा के राजेंद्र सरोवर स्थित अंबे होंडा के नीतीश ने बताया कि आज सिर्फ दो गाड़ियां बिकी हैं. शो रूम में आने वाले ग्राहकों की स्क्रीनिंग की जा रही है. शोरूम को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है प्रत्येक कर्मियों के टेंपरेचर स्क्रीनिंग के बाद ही शो रूम में प्रवेश करने दिया जा रहा है. जैसे-जैसे लॉक डाउन में सरकार ढील देगी तैसे-तैसे कारोबार भी सुधरने की उम्मीद है. इस दौरान शुक्रवार को सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक 5 घंटे के लिए ऑटोमोबाइल दुकानें खुली. जिला प्रशासन ने सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सप्ताह में 3 दिन के लिए ही ऑटोमोबाइल दुकानों को खोलने की अनुमति दी है.

इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ेगी मांग

ऑटोमोबाइल्स की दुकानें खुलने के बाद इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग बढ़ सकती है. प्रताप ऑटोमोबाइल के मालिक ने बताया कि जिस तरह से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हैं. ऐसे में इलेक्ट्रिक गाड़ियां बेहतर विकल्प हैं. इलेक्ट्रिक स्कूटी लोगों को पसंद भी आ रही है, जो लोग ऑटो आदि में सवारी करके एक दूसरे जगह जाते हैं वैसे लोगों को सोशल डिस्टनसिंग का पालन करने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटी बेहतर विकल्प है. आने वाले दिनों में इसकी मांग बढ़ेगी.

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Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर Lockdown जारी है. तीसरे चरण के Lockdown की समाप्ति 17 मई को होगी लेकिन इसके बावजूद भी राज्य सरकार ने दुकानों को खोलने का निर्देश जारी किया था. जिसमे स्पष्ट किया था कि जिला पदाधिकारी द्वारा जारी दिशा निर्देश ही अंतिम रूप से मान्य होगा.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा जिले में घोषित कंटेन्मेंट जोन को छोड़कर आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त अन्य प्रतिष्ठान, दुकानों को खोलने का आदेश दिया गया है. परन्तु उसके लिए तिथि, समय एवं शर्तें निर्धारित की गयी है. जिसका अनुपालन प्रतिष्ठान, दुकान संचालक को करनी होगी.

जिलाधिकारी के द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि ऑटोमोबाईल्स, टायर एवं ट्यूब्स, लुब्रीकेन्ट (मोटर वाहन,मोटर साईकिल, स्कूटर मरम्मत सहित) दिन के 9ः00 बजे से 2ः00 बजे तक केवल सोमवार, बुधवार, एवं शुक्रवार को.

निर्माण सामग्री के भंडारण एवं बिक्री से संबंधित प्रतिष्ठान यथा, सीमेंट, स्टील, बालू, स्टोन, गिट्टी सीमेंट ब्लॉक, ईट, प्लास्टिक पाईप, हार्डवेयर, सैनिटरी फिटिंग, लोहा, पेंट, शटरिंग सामग्री की दुकाने 10ः00 से 1ः00 बजे तक प्रतिदिन.

ऑटोमोबाईल, स्पेयर पार्ट्स की दुकानें 9ः00 बजे से 2ः00 बजे तक केवल सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को.

गैरेज, साईकिल, मोटर साईकिल मरम्मत एवं वर्कशॉप 9ः00 बजे से 2ः00 तक केवल सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को

इलेक्ट्रिक गुड्स पंखा, कुलर, एयर-कंडीशनर्स (विक्रय एवं मरम्मत) 3ः00 बजे से 6ः00 बजे तक केवल मंगलवार, गुरूवार, एवं शनिवार को,

इलेक्ट्रिॉनिक गुड्स-यथा, मोबाईल, कम्प्यूटर, लैपटॉप, युपीएस एवं बैट्री (विक्रय एवं मरम्मत) 3ः00 बजे से 6ः00 बजे तक केवल मंगलवार, गुरूवार, एवं शनिवार को

हाई सेक्युरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट की दुकान 11ः00 बजे से 2ः00 तक प्रति दिन खुलेगी लेकिन इसके लिए जिला परिवहन पदाधिकारी, सारण से अनुमति प्राप्त कर जिला में केवल एक सेंटर खोला जाना है. प्रदूषण जाँच केन्द्र 11ः00 बजे से 2ः00 बजे तक प्रतिदिन.

बाल काटने के लिए दुकान, सैलून, स्पा 7ः00 बजे से 11ः00 बजे तक केवल रविवार, सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को.

कॉपी, किताब तथा स्टेशनरी की दुकान 11ः00 बजे से 2ः00 तक मंगलवार गुरूवार एवं शनिवार खुलेंगे.


इसके लिए शर्ते भी निर्धारित की गयी है. शॉपिंग कॉम्पलेक्स, मार्केट कॉम्पलेक्स एवं शॉपिंग मॉल में अवस्थित कोई भी दुकाने नहीं खुलेंगी. ताकि एक ही परिसर में दुकानों के खुलने से भीड़ नहीं हो. कांटेमेन्ट जोन में दुकान खोलने की अनुमति नहीं होगी. दुकानदार ग्राहकों के इच्छानुसार टेनीफोन पर ऑर्डर लेने एवं होम डिलेवरी की व्यवस्था करेंगे ताकि भीड़ को नियंत्रित रखा जा सके.

सभी प्रतिष्ठानों, दुकानों के संचालक सभी कर्मियों के द्वारा अनिवार्य रूप से मास्क, सेनिटाईजर, हैंडवास का उपयोग करते हुए कार्य करेंगे. सभी प्रतिष्ठान, दुकानों के संचालकों को कार्य स्थल पर कार्य करने वाले कर्मियां के द्वारा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्गत सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन स्वयं करना होगा तथा ग्राहकों से भी करवाना होगा. प्रत्येक दुकानदार अपने स्तर से दुकान के काउन्टर एवं उपयोग में आने वाली सामग्रियों को सेनिटाईज करने की व्यवस्था रखेंगें. कार्य स्थल पर तम्बाकू का सेवन एवं यत्र तत्र थूकने पर दंड के भागी होगें. कार्य स्थल पर कर्मियों का टेम्परेचर स्क्रीनिंग तथा सैनिटाइजर, साबुन की पर्याप्त व्यवस्था रखना होगा. कार्य स्थल पर कोरोना से बचाव हेतु “क्या करें और क्या न करें“ का फलैक्स बोर्ड लगाना अनिवार्य होगा.

एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि दुकानों को खोलने के आदेश के साथ पूर्व की तरह बिना अनुमति के प्राईवेट वाहन (मोटर साईकिल और सभी चौपहिया वाहन) के परिचालन पर रोक जारी रहेगी. पूर्व की तरह शाॅपिंग काम्पलैक्स, शाॅपिंग माॅल इत्यादि में स्थित सभी दुकानों पर रोक जारी है.

साथ ही इसमें ध्यान दें कि पूर्व से छूट प्राप्त सेवाओं का समय पूर्व के सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे को 1 घंटा घटाकर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे  तक किया गया है.

यहां पढ़ें कौन कौन सी दुकानें किस दिन खुलेंगी. Letter no-1661(C) Dt-07-05-2020 (1)

 

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Chhapra: कोविड-19 वायरस की वजह से लॉक डाउन के कारण शादी विवाह के आयोजन टाले जा रहे हैं. छपरा में MAY 2020 महीने में होने वाली लगभग शादियां टल गई हैं. विभिन्न विवाह भवनों की बुकिंग भी लोगों ने कैंसिल करा दी है.

सरकार के निर्देश के अनुसार लॉक डाउन के दौरान किसी भी तरह का शादी विवाह का भव्य आयोजन भी नहीं होना है. इस वजह से लोगों की शादियां टल रही है. इससे पहले March और April 2020 में भी होने वाली शादियों को टाल दिया गया है. इसी बीच ज़िले में इक्का-दुक्का जगह शादियों की खबरें आई लेकिन वो सभी बिना बैंड बाजा और बारात के.

MAY महीने था खूब लगन, लगभग शादियां टली
मई महीने के 1, 2, 3, 4, 6, 7, 9, 10, 11, 12, 17, 18, 23, 24 तारीख के विवाह मुहूर्त में जिले में हजारों शादियां होने वाली थी. लेकिन लगभग शादियों को टाल दिया गया है. लोग लॉक डाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं. हालांकि लोगों का इंतजार लंबा होते जा रहा है.

इसी बीच जून में भी होने वाली शादियों पर भी संशय बना हुआ है. लोगों को यह अंदाजा नहीं है कि जून में भी लॉक डाउन खुल सकेगा या नहीं.  ऐसे में शादी विवाह के आयोजनों के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ेगा. इस साल अब नवंबर में शुभ मुहूर्त शादियों के लिए बन रहा है.

जून तक विवाह भवनों की बुकिंग कैंसल
शादी विवाह की तिथियों को आगे बढ़ने के कारण ज़िले में सैकड़ों विवाह भवन की बुकिंग कैंसिल होने से मालिकों को काफी घाटा हुआ है. छपरा के नेहरू चौक स्थित राज भवन विवाह भवन के मालिक उत्कर्ष राज ने बताया कि अप्रैल में जो भी बुकिंग थी लोगों ने कैंसिल करा ली थी. मई की भी सारी बुकिंग कैंसिल हो चुकी है. जून में भी कुछ बुकिंग थी वह भी लोग कैंसिल करा रहे हैं. ऐसे में इस साल घाटा हो गया.

हालांकि उन्होंने कहा कि लोगों के लिए पहले स्वास्थ्य सुरक्षा जरूरी है. लोग अभी अपने स्वास्थ्य की रक्षा पर ध्यान दें. सरकार के निर्देश आने के बाद ही भव्य रूप से शादी विवाह के आयोजन हो सकेंगे. 

वहीं दूसरी तरफ विभिन्न विभिन्न आयोजनों में खाना बनाने वाले हलवाईयों की भी हालत खस्ता हो गई है. हलवाईयों की भी बुकिंग कैंसिल होने से आर्थिक बोझ बढ़ गया है. जो किसी तरह अपना गुजारा कर रहे हैं. ऐसे में देश में लॉक डाउन 3.0 अब 17 May 2020 को समाप्त हो रहा है. लेकिन देश में कोरोना के बढ़ते आंकड़ो से लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं. ऐसे में शादी विवाह के आयोजन के लिए अभी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है.

कम खर्चे में हो रही लॉक डाउन वाली शादियां
हालांकि जहां भी अभी शादियां हो रही हैं. उसमें बस परिवार वाले लोग ही सम्मिलित हो रहे हैं. हाल ही में हुई दो तीन जगह शादियों में देखा गया कि मुश्किल से 10 लोग की उपस्थिति में वर-वधू शादी के जोड़ों में बंधे हैं. ऐसी शादियों में खर्चा भी काफी कम हुआ है.

ऐसे में सोशल मीडिया पर लोग फोटो शेयर करके संदेश दे रहे हैं कि लॉक डाउन में जिस तरह से शादियां हो रही हैं अगर आगे भी वैसे ही तरीके से शादियां हो तो लोग काफी पैसे बचा सकते हैं. हालांकि देश मे शादियां भव्य रूप से होती हैं. हर जगह शादियां बेहद धूमधाम से आयोजित होते हैं. जिसमें लाखों रुपये खर्च होते हैं. लॉक डाउन से लोग पैसे बचाने की भी सीख ले सकते हैं. 

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Chhapra: सारण के सर्राफा व्यवसायियों से जुड़ी समस्या को लेकर कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के जिलाध्यक्ष वरुण प्रकाश ने बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात रखी.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में श्री प्रकाश ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों के बाद लोगों में फैलने वाले भ्रम और असमंजस की स्थिति से पुलिस महानिदेशक को अवगत कराया. साथ ही डीजीपी को सुझाव देते हुए मांग किया कि राज्य सरकार द्वारा बुलेटिन के माध्यम से प्रतिदिन एक समय तय कर जानकारी दी जाए. जिससे लोगों का भ्रम दूर हो सके.

इस के जबाब में डीजीपी ने सवाल की सराहना करते हुए कहा कि इसको लेकर मैं काफी एक्टिव हूं और जब भी केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा दिशा निर्देश जारी किया जाता है तो मेरे फेसबुक पेज द्वारा लाइव आकर या वीडियो बनाकर इसको स्पष्ट किया जाता है. अगर कोई भी भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है तो मेरे फेसबुक पेज आईपीएस गुप्तेश्वर पांडेय के माध्यम से आप जानकारी ले सकते है.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में देश एवं राज्य के सर्राफा एवं स्वर्णकार संघ के सदस्य, पदाधिकारी के साथ बिहार के प्रदेशध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा, अशोक अलंकार के प्रोपराइटर और सारण कैट के उपाध्यक्ष अश्वनी कुमार गुप्ता आदि उपस्थित थे.

 

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Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में बैंकर्स के साथ बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बैंको में आने वाले ग्राहकों को कम-से-कम एक मीटर की दूरी पर बैठाने की व्यवस्था करायी जाय ताकि सोशल डिस्टेंसिग मेंटेन हो सके.

उन्होंने कहा कि वैसे बैंक जहाँ अंदर में जगह की कमी है वहाँ बैंक के बाहर में ही पंडाल लगाया जाय तथा उसमें कुर्सी एवं पेयजल की व्यवस्था करायी जाय.साथ ही लोग लाईन में नहीं लगें इसको लेकर टोकन व्यवस्था अपनायी जाय. ग्राहकों की सुविधा के लिए अलग से एक बैंक कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय जो लोगों को जरूरी जानकारी उपलब्ध कराते रहें.

सीएसपी केंद्र का सुबह 6 से शाम 6 बजे तक होगा संचालन
जिलाधिकारी ने बैंक से सम्बद्ध सीएसपी संचालकों को सीएसपी केन्द्र का संचालन सुबह के छः बजे से संध्या के छः बजे तक ही कराने का आदेश दिया है. इसके साथ ही सीएसपी संचालक केन्द्र पर आने वाले लोगों को यह बतायें कि वे अपना पैसा बिना भीड़ लगाये सुविधानुसार निकालें. सीएसपी संचालक अपने स्तर से वोलेन्टीयर्स रखें जो सीएसपी केन्द्र पर सोसल डिस्टेंसिंग को मेंटेन कराये.

जिलाधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर लोगों की परेशानी बढ़ी है. उसे सामुहिक प्रयास से दूर करना है.

पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भी निकाल सकते है पैसा
बैठक में उपस्थित प्रधान डाकघर छपरा के सीनियर सुपरिटेंडेंट ने बताया कि किसी भी बैंक का पैसा डाकघर से भी निकाला जा सकता है वषर्ते ग्राहक का आधार नम्बर बैंक लिंक्ड हो. डाकघर भी बैंक की तरह कार्य कर रहे हैं.

सीनियर सुपरिन्टेंडेंट ने कहा कि सारण जिला के प्रत्येक पंयाचत में ग्रामीण डाक सेवक मौजूद हैं जिनके माध्यम से सरकार के किसी भी योजना की राशि का भुगतान प्राप्त किया जा सकता है. जरूरतमंद व्यक्ति अपने ग्रामीण डाक सेवक से सम्पर्क करें. उन्होने कहा कि योजनाओं की राशि का भुगतान उप डाकघरों से प्राप्त किया जा सकता है चाहें खाता किसी भी बैंक में हो केवल आधार नम्बर बैंक लिंक्ड होना चाहिए.A valid URL was not provided.

उन्होंने कहा कि यदि कि किसी बैंक में अधिक भीड़ लग रही है तो वहाँ पोस्ट आफिस सहयोग करेगा. वहाँ पोस्टआफिस का एक कर्मी जाकर काउण्टर लगायेगा और लोगों का भुगतान करेगा. उन्होने कहा कि प्रधान डाकघर छपरा में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जो 06152-242131 पर कार्यरत है. इस नम्बर पर भी सूचना दी जा सकती है.

बैठक में जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक हर किषोर राय, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, उप समाहर्त्ता बैंकिंग, अग्रणी बैंक प्रबंधक सहित सभी बैंकों के प्रबंधक उपस्थित थे. जानकारी जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी ने दी.

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Gorakhapur: रेल मंत्री से प्राप्त निर्देशों के अनुसार प्रत्येक क्षेत्रीय रेलवे द्वारा प्रतिदिन अपने क्षेत्र में एक पार्सल स्पेशल गाड़ी का संचलन किया जाना है. इससे लोगो को आवश्यकता के अनुसार कम मात्रा में भी सामान पहुचाने या मांगने में सुविधा मिलेगी.

पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा मंडुवाडीह से काठगोदाम के बीच एक पार्सल स्पेशल गाड़ी 8 अप्रैल से 15 अप्रैल 2020 तक प्रतिदिन चलाई जायेगी जिसमें एक वी.पी.यू. तथा एक एस.एल.आर. होगा.

ट्रेन के परिचालन का यह है समय

पार्सल ट्रेन नंबर- एन. ई. आर.01

मंडुवाडीह- काठगोदाम पार्सल विशेष गाड़ी 8 अप्रैल, 10 अप्रैल, 12 अप्रैल एवं 14 अप्रैल 2020 को मंडुवाडीह से 6 बजे प्रस्थान कर
गाजीपुर सिटी से 07.05 बजे,  बलिया से 08.05 बजे,
छपरा से 09.25 बजे,
सीवान से 10.20 बजे,
देवरिया सदर से 11.25 बजे, गोरखपुर से 12.25 बजे,
बस्ती से 13.15 बजे,
गोंडा में 14.20 बजे,
लखनऊ (उत्तर रेलवे) से 16.30 बजे,
बरेली से 19.30 बजे,
रामपुर से 20.15 बजे,
रुद्रपुर सिटी से 21.05 बजे तथा लालकुआं से 21.35 बजे छूटकर काठगोदाम 22.00 बजे पहुंचेगी.

वही एन.ई.आर.02

काठगोदाम- मंडुवाडीह पार्सल विशेष गाड़ी 9 अप्रैल, 11अप्रैल, 13 अप्रैल एवं 15 अप्रैल, 2020 को
काठगोदाम से 06 बजे, लालकुआं से 06.30 बजे,
रुद्रपुर सिटी से 07.00 बजे, रामपुर से 07.50 बजे,
बरेली से 08.40 बजे,
लखनऊ ( उत्तर रेलवे) से 11.40 बजे,
गोंडा में 13.45 बजे,
बस्ती से 14.50 बजे,
गोरखपुर से 15.45 बजे,
देवरिया सदर से 16.40 बजे, सीवान से 17.45 बजे,
छपरा से 19.05 बजे,
बलिया से 20.00 बजे तथा गाजीपुर सिटी से 21.00 बजे छूटकर मंडुवाडीह 22.00 बजे पहुंचेगी.

यह सुविधा पूर्वोत्तर रेलवे के सभी प्रमुख शहरों जैसे कि वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, गोरखपुर, गोण्डा, लखनऊ, बरेली, रामपुर इत्यादि में उपलब्ध होगी.

इसी प्रकार दक्षिण पश्चिम रेलवे द्वारा संचालित 00608 गोरखपुर- यशवन्त पुर पार्सल विशेष गाड़ी गोरखपुर से 8 एवं 15 अप्रैल 2020 को 13.00 बजे प्रस्थान कर पटना, दीन दयाल उपाधयाय ज., सतना जबलपुर, इटारसी, नागपुर बल्लारशाह, सिरपुर, कागजनगर, विजयवाड़ा, गुदुर, चेन्नई, जोलापैट होते हुए तीसरे दिन यशवंतपुर पहुंचेगी.

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Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉक डाउन में खेतीबाड़ी करने वालो पर संकट गहराने लगा है. खेतों में काम करने वाले मजदूर नही मिल रहे है और फसल धीरे धीरे बर्बाद हो रही है.

सब्जी की खेती करने वालो की स्थिति और भी खराब है. सब्जियों की खेती करने वालो का कहना है कि लॉक डाउन में सभी लोग अपने घरों में है. खेतों में सब्जियां लगी है. उपज भी हो रही है लेकिन उपज के अनुसार खपत नही हो रही है. उनका कहना है कि खेतों से सब्जियों को लेकर थोक बाजार में बेचा जा रहा है लेकिन जिस अनुपात में पूर्व में सब्जियों को बेची जाती थी उस अनुपात में बाजारों में खरीददार कम है. बाजार जाने में भाड़ा भी इन दिनों ज्यादा लग रहा है. सब्जियों का उत्पाद ज्यादा है और खपत कम जिसके कारण इसके भाव गिर गए है.उधर थोक विक्रेताओं का कहना है कि मुख्य बाजार मौना चौक पर फिलहाल बाजार लगाने की मनाही है, इस कारण सैकड़ो दुकानदार सब्जी नही बेच रहे है. प्रशासन ने ठेले पर सब्जी बेचने का निर्देश जारी किया है जिनके पास ठेला है वही सब्जियों की खरीददारी कर बेच रहे है. जितनी सब्जियों की जरूरत है उतना ही सब्जियों की खरीददारी किसानों से की जा रही है और बेची जा रही है. सब्जियों के भाव मे इन दिनों गिरावट आई है.खुदरा बाजार में भिंडी 30 रुपये किलो, करेला 30 रुपये किलो, परवल 40 से 50 रुपये किलो, टमाटर 15 से 20 रुपये किलो, हरी मिर्च 40 से 60 रुपये किलो, सेम 30 से 40 रुपये किलो, सहजन 40 से 60 रुपये किलो, आलू 20 से 25 रुपये किलो, प्याज 25 से 28 रुपये किलो गलियों में घूम घुमघुमकर बेचा जा रहा है.

हालांकि फलों के भाव मे उछाल है दुकानदारों का कहना है कि फल की गाड़ियां कम आ रही है. गाड़ियों का भाड़ा भी अधिक है. ऐसी स्थिति में उनके दामों में उछाल है. फलों की बिक्री भी कम हो गयी है.

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Chhapra: लॉक डाउन की घोषणा के बाद शहर के लोग अचानक से बाजारों में निकल पड़े, हर तरफ सिर्फ जनता खरीददारी में जुटी थी. देखते ही देखते बाजारों में खाद्य सामग्री के दाम आसमान छूने लगे. एक दिन पहले जो आटे, दाल, आलू, चावल का भाव था उसपर दुकानदारों द्वारा अचानक 10 से 50 रुपये तक भाव बढ़ा दिया गया. जिला प्रशासन से जनता ने इसकी शिकायत की और प्रशासन द्वारा कालाबाजारी पर बंदिश लगाते हुए कई दुकानदारों के ऊपर कार्रवाई की गई.

बाजारों में कालाबाजारी को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा खाद्य सामग्री का रेट तय किया गया. बुधवार को जारी किए जिला प्रशासन के खाद्य सामग्री रेट चार्ट में सभी तरह के खाद्य पदार्थो का रेट तय किया गया है. रेट चार्ट में आटा, चावल, दाल, आलू, दूध, तेल सभी के दाम खुदरा एवं थोक दर भी निर्धारित किये गए है. जिसपर आम जनता को खरीददारी करने तथा इस तय रेट से ज्यादा राशि लेने पर प्रशासन को सूचित करने का निर्देश जारी किया गया है. जिला प्रशासन ने तो अपना काम कर दिया लेकिन मार्केट कुछ और ही कह रहा है.

बुधवार को इस संदर्भ में मौना चौक के कई किराना दुकानदारों से बात की गई. दुकानदारों ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि खाद्य सामग्री का रेट निर्धारण जनता के हित के लिए है. लेकिन समस्या यह है कि दुकानदार थोक भाव मे जो खरीद रहा है उसपर अपना खर्च निर्धारित कर बेच रहा है. जिसका रेट तय रेट से ज्यादा हो रहा है. छपरा की मंडी में फिलहाल खाद्य सामग्री आ नही रही है. मुख्य समान सरसों तेल, आटा, दाल, चावल आपूर्ति मंडी में पूरी तरफ ठप्प है. खाद्य समानों से लदे ट्रक रास्तों में फसें पड़े है.

दुकानदारों का कहना है कि जब समान आएगा ही नही तो निश्चित तौर पर थोक बाजार में समान का दाम चढ़ेगा. खरीददारी के अनुसार ही समानों की बिक्री त रेट निर्धारित होगा.

दुकानदारों का कहना है कि वह आपदा की घड़ी में जनता के साथ है, सरकार और प्रशासन खाद्य सामग्री का आयात सुनिश्चित करें. थोक बाजार में निर्धारित रेट के अनुसार दुकानदारों को समान मुहैया कराए वह लागत मूल्य पर जनता को समान बेचने के लिए तैयार है.

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Chhapra: छपरा में लॉक डाउन का फायदा उठाकर कालाबाज़ारी कर रहे दुकानदारों क्व खिलाफ SDM अभिलाषा शर्मा ने अभियान चलाया. सदर SDM अभिलाषा शर्मा ने विभिन्न किराना दुकानों में छापा मारा, SDM ने साहेबगंज व अन्य स्थानों पर स्थित राशन दुकानों में उन्होंने छापा मारा. इस दौरान साहेबगंज चौक समीप स्थित दुकान व दहियावां में स्थित दो दुकानों के मालिकों को मूल्य से अधिक दाम में सामान बेचते हुए पकड़ लिया. इसके बाद SDM ने कारवाई करते हुए दुकानदारों के ऊपर FIR भी किया.

SDM ने बताया कि कई किराना दुकानदारों के विरुद्ध आटा के कालाबाजारी करने एवं अधिक दर लेने की शिकायत प्राप्त हुई थी.इसके बाद इन जगहों पर छापेमारी की गई है. यही नहीं साहेबगंज स्थित आटा मिल के मालिक पर भी मनमानी दाम में आटा बेचने पर FIR कराया गया.

दुकानदारों द्वारा दाल 140 रुपये प्रति किलो, व 25 किलो का आटा 825 रुपये में बेचा रहा था जो मूल दाम स्व काफी ज्यादा था. SDM ने बताया कि दुकानदारो की मनमानी बर्दास्त नही की जायेगी प्रतिदिन छापेमारी कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी.

प्रखंड स्तर पर भी टीम बनाकर जांच एवं कार्रवाई कराई जा रही है. जांच के समय अनुमंडल पदाधिकारी, सदर छपरा के साथ जिला आपूर्ति पदाधिकारी सारण, अंचल अधिकारी सदर छपरा एवं प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी छपरा दल बल के साथ मौजूद थे.

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Chhapra: लोगों में कोरोना वायरस का डर दिख रहा है. प्रशासन के जागरूकता के अनुसार लोग सतर्क दिख रहे है. हालांकि कोरोना को लेकर तरह तरह की भ्रांतियां भी तेजी से फैल रही है. जिससे लोगो मे इस वायरस के प्रति डर फैल रहा है.

शहर में अचानक से मांसाहारी खाद्य पदार्थ के दामों में गिरावट आई है. लोगों का ध्यान साक सब्जियों पर ज्यादा दिख रहा है. कोरोना वायरस के कारण अचानक से मुर्गा के बिक्री में गिरावट आई है. आलम यह है कि मुर्गा पॉल्ट्री फार्म वाले की अब लागत भी नही निकल पा रही है. वह किसी तरह से अपनी लागत का कुछ रकम निकालने को विवश है.खैरा में इन दिनों मुर्गा 50 रुपये किलो बिक रहा है.इसके बावजूद भी लोग इसके तरफ आकर्षित नही दिख रहे है. उधर इन कारणों से सब्जियों के भाव भी धीरे धीरे आसमान छू रहे है. आलू, प्याज, कटहल, परवल, गोभी के दामों में थोड़ी बहुत उछाल है, और दिन प्रतिदिन इसमें तेजी दिख रही है.इसके बावजूद भी लोग शाकाहारी की तरफ ध्यान दे रहे है.विदित हो कि कुछ दिनों पूर्व यह अफवाह फैली थी कि मुर्गा से ही कोरोना वायरस फैल रहा है. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने भी अपना पक्ष रखते हुए इस तरह की बातों से इनकार किया था जिसमे मुर्गा में कोरोना वायरस की बात कही गयी थी.

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Chhapra: अब जरूरी नहीं कि क्रेडिट कार्ड होने पर ही आप EMI पर फोन खरीद सकते हैं, अब डेबिट कार्ड से भी आसानी से लोन पर स्मार्टफोन खरीदा जा सकता है. छपरा का यंत्रम मोबाइल अपने ग्राहकों के लिए इस सुविधा का लाभ दे रहा है.

यंत्रम के अनिकेत ने जानकारी दी कि अब छपरा में डेबिट कार्ड(ATM) पर भी लोन की सुविधा उपलब्ध हो गई है. डेबिट कार्ड यानी ATM पर लोन पे स्मार्टफोन लेने के लिए कई सारे बैंक्स हैं जोकि डीलर्स को ऑफर कर रहे हैं.

अनिकेत कश्यप ने बताया कि DEBIT कार्ड से यदि EMI पर स्मार्टफोन लेना है तो इसके लिए छह बैंक लिस्टेड है, इनमें सएक मे खाता होना जरूरी है. जिनके जरिए ग्राहक लोन पर फोन खरीद सकते हैं.यह EMI 6 महीने से लेकर के 18 महीने तक का हो सकता है.

क्रेडिट कार्ड में लिमिट का झंझट होता है लेकिन डेबिट कार्ड के जरिये बिना लिमिट के ब्लॉक किये बिना ये लोन 5 मिनट में उपलब्ध कराया जा रहा है.जिसमे किसी भी ब्रांड के स्मार्टफोन ग्राहक खरीद सकते है. फिलहाल ये सुविधा सिर्फ Yantram मोबाइल में ही उपलब्ध है.

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स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों बड़ी राहत दी है. SBI ने बैंक खातों पर लगने वाले मिनि‍मम बैलेंस चार्ज को पूरी तरह खत्‍म कर दिया है. यही नही बैंक ने Sms शुल्क को भी माफ करने का फैसला किया है.

यानि कि अब स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया के सेविंग खाताधारकों को मिनिमम बैलेंस चार्ज नहीं देना पड़ेगा. अब बैंक के ग्राहक अकाउंट में अपने हिसाब से बैलेंस रख सकेंगे. बैंक की ओर से इस पर किसी भी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा. इसके अलावा

दरअसल स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया की मिनिमम बैलेंज चार्ज वसूली को लेकर काफी आलोचना हो रही थी. इसस्व आम लोगो का काफी नुकसान हो रहा था.

फिलहाल SBI के अलग- अलग कैटेगरी के बचत खाता धारकों को मिनिमम बैलेंस के तौर पर 1000 रुपये से लेकर 3000 रुपये तक मेंटेंन करना होता है. मेट्रो सिटी में रहने वाले को कम से कम 3000 रुपये, सेमी-अर्बन वालो को 2000 रुपये और ग्रामीण इलाके के सेविंग अकाउंट होल्‍डर्स को 1000 रुपये रखना होता है.

अगर आपने इसे मेंटेन नहीं किया तो बैंक की ओर से पेनल्‍टी लिया जाता है. इस पेनल्‍टी में टैक्‍स भी जुड़ता है. SBI के चेयरमैन रजनीश कुमार के मुताबिक नए ऐलान के बाद ग्राहकों का भरोसा बढ़ेगा. उन्‍होंने कहा कि मिनिमम बैलेंस चार्ज को खत्‍म करना बैंक का एक और महत्वपूर्ण कदम है. यह ग्राहकों को अधिक सुविधाजनक एवं बेहतर बैंकिंग अनुभव के लिए उठाया गया है.

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