आरा: वर्षो से गंगा किनारे के अनसर्वे जमीन को लेकर किसानों के बीच सर्वे और सीमांकन को ले चल रहे संघर्ष पर अब केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार की सक्रियता के बाद अब एक टीम भोजपुर में सर्वे करने पहुंच चुकी है। इस टीम के आरा पहुंचने और सर्वे का कार्य शुरू कर दिए जाने से गंगा किनारे के इलाकों से जुड़े भोजपुर और सारण जिलों के किसानों के बीच उम्मीद की किरण जग गई है और किसान अपनी जमीन के सीमांकन को ले आशान्वित हो उठे हैं।
गंगा किनारे भोजपुर और सारण जिलों की करीब पचास हजार एकड़ अनसर्वे जमीन के सर्वे को लेकर केंद्र सरकार ने एक टीम आरा भेजी है।इस टीम ने शुक्रवार से भोजपुर और सारण इलाको में पहुंच कर गंगा किनारे की हजारो एकड़ जमीन का सर्वे करने का कार्य शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार के आदेश पर देहरादून से एमएस जिओकनो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और एमएस हिमालयन हेली सर्विस प्राइवेट लिमिटेड की टीम बीते शाम आरा के मझौआं हवाई अड्डे पर उतरी। यही टीम भोजपुर और सारण जिलों में अनसर्वे जमीन का एरियल सर्वे करेगी। गंगा किनारे के अनसर्वे जमीन के हवाई सर्वे को लेकर नेशनल हाइड्रोलॉजी प्रोजेक्ट एवं मिशन क्लीन गंगा प्रोजेक्ट के अंतर्गत सर्वे का कार्य अब शुरू कर दिया गया है। 
भोजपुर और सारण जिलों में एरियल सर्वे को लेकर भोजपुर के जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने हेलीकॉटर उतारने,उसमे ईंधन भरने,उसकी सुरक्षा करने और पार्किंग करने को ले आदेश दे दिया है और आरा सदर एसडीओ वैभव श्रीवास्तव और भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को इसके लिए जिम्मेदारी सौंपी है। बता दें कि भोजपुर और सारण जिलों में हजारो एकड़ जमीन का वर्षो से सर्वे नही होने से सीमांकन को ले किसानों की परेशानियां बढ़ी हुई है।
Input हिन्दुस्थान समाचार
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बलिया: आजादी के महानायक अमर शहीद मंगल पाण्डेय पहले ऐसे क्रन्तिकारी थे, जिन्होंने अंग्रेजी साम्राज्यवाद की चूलें हिला दी थीं। उनके बलिदान दिवस पर गुरुवार को जिले में जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए।
मंगल पांडेय का जन्म बलिया जिले के नगवा गांव में 30 जनवरी 1831 को हुआ था। मंगल पाण्डेय सन 1849 में महज 18 साल की उम्र में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में शामिल हो गए थे। 1857 में उन्होंने अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह कर दिया था। जिसके बाद पूरे देश में विद्रोह की ज्वाला धधक उठी थी। 
दरअसल, विद्रोह का प्रारम्भ एक बंदूक की वजह से हुआ। बंदूक भरने के लिये कारतूस को दांतों से काट कर खोलना पड़ता था और उसमे भरे हुए बारुद को बंदूक की नली में भर कर कारतूस को डालना पड़ता था। कारतूस के बाहरी आवरण में चर्बी होती थी जो कि उसे पानी की सीलन से बचाती थी। इधर, सिपाहियों के बीच अफवाह फैल चुकी थी कि कारतूस में लगी हुई चर्बी सुअर और गाय के मांस से बनायी जाती है।
बैरकपुर परेड मैदान कलकत्ता (अब कोलकाता) के निकट मंगल पाण्डेय ने 29 मार्च को रेजीमेण्ट के अफसर मेजर ह्यूस्टनपर हमला कर दिया। इसके बाद मंगल पांडेय को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया लेकिन जमादार ने मना कर दिया। सिवाय एक सिपाही शेख पलटू को छोड़ कर सारी रेजीमेण्ट ने मंगल पाण्डेय को गिरफ्तार करने से मना कर दिया। 
वहीं, मंगल पाण्डेय ने अपने साथियों को खुलेआम विद्रोह करने के लिये कहा लेकिन किसी के नहीं मानने पर उन्होने अपनी बंदूक से अपने प्राण लेने का भी प्रयास किया। हालांकि, वे इस प्रयास में केवल घायल हुए। छह अप्रैल 1857 को मंगल पाण्डेय का कोर्ट मार्शल कर दिया गया। आठ अप्रैल को उन्हें फांसी दे दी गयी। मंगल पांडेय के बलिदान दिवस पर जिले भर में कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें नमन किया जा रहा है। शहर के कदम चौराहा स्थित मंगल पांडेय की प्रतिमा पर एसपी डा. विपिन ताडा ने माल्यार्पण कर सलामी दी।
हि.स.
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PATNA: मधुबनी हत्याकांड में घायल मनोज सिंह से पटना के एक निजी अस्पताल में पहुँच महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने मुलाकात कर हालचाल जाना.

सांसद ने हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया तथा डाक्टरो से स्वास्थ्य संबंधित स्थिति के बारे में जानकारी ली. अस्पताल प्रबंधन से बेहतर से बेहतर इलाज के विषय में बात किया.

सांसद ने अस्पताल में परिजनों से मिलकर हर संभव मदद व न्याय दिलाने की बात कही. मुख्यमंत्री से आग्रह कर आपराधियो पर स्पीडी ट्रायल चलाकर सख्त से सख्त सजा दिलाने की बात कही.

इसे भी पढ़ें: मधुबनी नरसंहार का मुख्य आरोपी प्रवीण झा समेत 5 गिरफ्तार

 

मधुबनी के मोहम्मदपुर हत्याकाण्ड में घायल श्री मनोज सिंह जी का डाक्टरो से स्वास्थ्य संबंधित स्थिति के बारे में जानकारी …

Posted by Janardan Singh Sigriwal on Wednesday, 7 April 2021

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PATNA: मधुबनी जिले के महम्मदपुर में होली के दिन दिनदहाड़े अंधाधुंध फायरिंग कर पांच लोगों की निर्मम हत्या मामले में मुख्य आरोपी रावण सेना प्रमुख प्रवीण झा को पुलिस ने 9वें दिन गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने प्रवीण झा समेत 5 अभियुक्तों को नेपाल से गिरफ्तार ने किया है. एसपी डॉ सत्यप्रकाश ने इसकी पुष्टि की है.

इस नरसंहार से बिहार की सरकार पर लगातार सवाल उठ रहे है. वही आरोपियों की गिरफ़्तारी ना होने से विपक्ष भी सरकार पर लगातार दबाब बनाये हुए था. मंगलवार को विधानसभा में विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने भी महमदपुर का दौरा किया था और दोषियों के अबिलम्ब गिरफ्तारी की मांग की थी. इतना ही नही तेजस्वी ने मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रूपया की मदद भी की थी. तेजस्वी के दौरे के 24 घंटे के अंदर प्रवीण झा और उसके गुर्गे की गिरफ्तारी को अपनी जीत बतलाते हुए तेजस्वी ने जहां मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा है. वहीं अब तक राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार से किसी के नहीं मिलने पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.

खैर जो भी हो फिलहाल इन अभिय़ुक्तों की गिरफ्तारी से पीड़ित परिवार के परिजनों को भी न्याय की आस जगी है.

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में सपन्न हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में मंगलवार को कुल आठ एजेंडों पर मुहर लगी। बिहार के अतिथि शिक्षकों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राज्य सरकार ने गेस्ट फैकल्टी के मानदेय बढ़ाने के फैसले पर मुहर लगा दी है।

बैठक में बिहार के विभिन्न महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों के मानदेय में बढ़ोत्तरी पर मुहर लगी है। इनकी नियुक्ति के लिए गठित होने वाली चयन समिति और इनकी नियुक्ति संबंधित सेवा शर्त में संसोधन की स्वीकृति मिली है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के कबाड़ की गाड़ियों को बेचने के लिए ई-निविदा मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉरपोरेशन की गठन पर स्वीकृति मिली है। मुख्यमंत्री वृद्धजन आश्रय स्थल योजना की स्वीकृति दी गई है। प्रत्येक जिला मुख्यालय में वृद्ध जनों के लिए 100 बेड, अनुमंडल में 50 बेड के 6,950 आवासन क्षमता वाले आश्रय स्थल की स्वीकृति दी गई है।

इसके अलावा सामान्य प्रशासन विभाग में 32 पदों के सृजन की स्वीकृति मिली है। बिहार तकनीकी सेवा आयोग में विधि पदाधिकारी का एक पद, बिहार तकनीकी सेवा आयोग में राज्य पत्र और राजपत्रित 28 पद और बिहार सूचना आयोग में तीन वाहन चालक के पद किन स्वीकृति दी गई है। राज्य के बिजली उपभोक्ताओं को बिजली उपभोग के विरुद्ध में दी जाने वाली सब्सिडी में इस वर्ष राज्य सरकार 6043 करोड़ रुपये खर्च करेगी। साथ ही राज्य के सभी जिला मुख्यालय व अनुमंडलों में वृद्धाश्रम खोलने का प्रस्ताव भी मंत्रिमंडल ने स्वीकृत किया।

उल्लेखनीय है कि गत सप्ताह बुधवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में नौकरी का पिटारा खुला था। राज्य के विभिन्न विभागों में हजारों पदों पर बहाली की स्वीकृति मिली थी। गृह विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अलावा पटना मेट्रो में भी बहाली की स्वीकृति मिली थी। राज्य सरकार ने विभिन्न विभागों में लगभग 5,800 से अधिक पदों को सृजित करने की स्वीकृति दी थी।

हि.स.

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बेगूसराय: लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को बिहार में मंगलवार को जबरदस्त झटका लगा है। बिहार में लोजपा के एकलौते विधायक बेगूसराय जिला के मटिहानी विधानसभा क्षेत्र के विधायक राजकुमार सिंह ने मंगलवार को लोजपा छोड़कर जदयू ज्वाइन कर लिया। राजकुमार सिंह ने ना केवल पार्टी से इस्तीफा दिया है, बल्कि लोजपा विधायक दल का ही जदयू विधायक दल में विलय कर दिया।

उन्होंने मंगलवार को पटना में सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मंत्री विजय कुमार चौधरी एवं अशोक चौधरी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष जदयू की सदस्यता ग्रहण कर ली। राजकुमार सिंह ने विधानसभा सचिवालय को पत्र लिखकर लोक जनशक्ति पार्टी विधायक दल का जनता दल यूनाइटेड के रूप विधायक दल में विलय होने की सूचना देते हुए जदयू विधायक दल के सदस्य के रूप में मान्यता देने का अनुरोध किया।
इसके बाद जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा एवं सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार की स्वीकृति बाद उन्हें जदयू विधायक दल सदस्य के रूप में मान्यता दे दी गई है। लोजपा को बिहार में यह अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। वहीं, राजकुमार सिंह के जदयू ज्वाइन कर लेने से जिले की राजनीतिक सरगर्मी अचानक उफान पर आ गई। उम्मीद जताई जा रही है कि उन्हें किसी ना किसी विभाग का मंत्री पद दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विगत विधानसभा चुनाव में काफी भीषण मुकाबले में उन्होंने जदयू के बोगो सिंह सिंह को हराकर मटिहानी का चर्चित चुनाव जीता था। इसके बाद से वह अपने क्षेत्र के विभिन्न समस्याओं को लेकर विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री से मिलते रहे तथा उनका रुझान जदयू की ओर हो गया। बिहार विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव में लोजपा ने कोई गाइडलाइन जारी नहीं किया था। जिसके कारण राजकुमार सिंह ने जदयू के एनडीए के उम्मीदवार महेश्वर हजारी को वोट किया था। उनके इस वोटिंग पर लोजपा ने स्पष्टीकरण मांगा था और इससे दुखी होकर राजकुमार सिंह लोजपा को अलविदा कह दिया।
 हि.स.
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Chhapra: बिहार पुलिस एवं यूपी पुलिस के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने एवं दोनो प्रदेशों (बिहार, यूपी) में आगामी पंचायत चुनाव 2021 तथा बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम के पूर्णतः क्रियान्वयन को दृष्टिगत रखते हुए दोनों राज्यों के पुलिस पदाधिकारियों की समन्वय बैठक आयोजित की गई.

बलिया जिले के चांद दियर ओपी अन्तर्गत जेपी ट्रस्ट में सारण जिला से अंतर्राज्यीय सीमा साझा करने वाले बलिया जिला (उ0प्र0) के साथ अंतर्राज्यीय सीमा समन्वय की बैठक मे पुलिस अधीक्षक बलिया, पुलिस अधीक्षक सारण, क्षेत्राधिकारी बैरिया, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर, सारण एवं थानाध्यक्ष मांझी/रिविलगंज बैरिया शामिल हुए.

बैठक के दौरान अवैध हथियार, पैसा, शराब की आवाजाही पर रोक लगाने, सूचना संकलन कर आदान-प्रदान करने, वांछित अपराधकर्मियों की सूची का आदान-प्रदान एवं गिरफतारी में सहयोग करने, आगामी पंचायत चुनाव में संभावित नक्सल, राजनीतिक साम्प्रदायिक व जातीय तनाव इत्यादि समस्याओं पर विचार-विमर्श की गई.

बैठक में सीमावर्ती थानों के थानाध्यक्ष, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के मोबईल नम्बर सहित सूची, बाॅर्डर चेक पोस्ट की सूची, कांड के वांछित अभियुक्तों, वारंटियों की सूची का भी आदान प्रदान किया गया जिससे कि दोनों ही सीमावर्ती इलाकों में अपराध और आपराधिक गतिविधि पर लगाम लगाई जा सके.

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Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से राज्य में #COVID19 की तैयारियों को लेकर सभी जिलाधिकारियों एवं आरक्षी अधीक्षकों के साथबैठक हुई.

बैठक में स्वास्थ्य मंत्री, प्रधान सचिव व अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

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मधुबनी: जिला के बेनीपट्टी थानाध्यक्ष को कर्तव्यहीनता के आरोप में सोमवार को निलंबित कर दिया गया। निलंबित थानाध्यक्ष को एसपी डॉ. सत्य प्रकाश ने निलंबित आदेेश के साथ ही  लाइन हाजिर किया है।

बेनीपट्टी थाना क्षेत्र के मोहमदपुर गांव में होली के दिन हुई गोली कांड में पांच लोगों की मौत हो गई। विपक्ष संगीन आरोप  पुलिस प्रशासन पर लगा रही है।विरोधियों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन समय रहते मामला को गंभीरता से नही लिया। 

मछली मारने को लेकर पूर्व से दोनो पक्ष में विवाद की गुत्थी सुलझाने में यहां पुलिस तत्पर नही हुई। पुलिस प्रशासन कदम- कदम पर विफल रही।विगत होली के दिन सुबह से तनातनी यहां बनी थी। पुलिस लापरवाह बनी रही। दोनो पक्षों के बीच होली के दिन किये गए भीषण नरसंहार में गोली चलती रही। जिसमें पांच जाने चली गईं।

पुलिस महकमा पर लापरवाही का गम्भीर आरोप पीड़ित परिवार द्वारा भी लगाया जा रहा है। जिसमें जिला पुलिस प्रशासन को भारी फजीहत का सामना करना पर रहा। पीड़ित परिवार वालों को घटना के बाद भी पूर्ण संरक्षण नहीं देने का आरोप है। विरोधियों ने आरोप लगाया  कि घटनास्थल पर पुलिस प्रशासन 3 घंटा बाद पहुंची। घटना के 8 वें दिन पुलिस अधीक्षक मधुबनी ने बेनीपट्टी थाना के निवर्तमान थानाध्यक्ष महेंद्र कुमार सिंह को निलंबित कर दिया। निलंबित थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर होने का आदेश दिया गया। प्रशिक्षु डीएसपी राजेश कुमार रंजन को बेनीपट्टी थाना का स्थायी थानाध्यक्ष का प्रभार दिया गया है।

 हि.स.

 

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Patna: बिहार में कोरोना की दूसरी लहर के बाद प्रदेश सरकार की जारी गाइडलाइन के विरोध में आज रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में कोचिंग बंद कराने गए प्रशासन की टीम पर छात्रों और संचालकों ने हमला बोल दिया। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए।

छात्रों ने जिलाधिकारी कार्यालय में घुसकर यहां तोड़फोड़ करते हुए यात्री शेड को आग के हवाले कर दिया। दो घंटे तक छात्रों ने बवाल काटा। साथ ही शहर के पोस्ट ऑफिस चौराहा और गौरक्षणी बाजार में छात्रों ने जमकर तोड़फोड़ की। इसके जवाब में पुलिस को आंसू गैस छोड़नी पड़ी। इस दौरान नगर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। तोड़फोड़ की इस घटना में सात लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

छात्रों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने फायरिंग की है। हालांकि पुलिस ने फायरिंग की बातों को अफवाह बताया है। सासाराम नगर थाना के पुलिसकर्मियों का कहना है कि स्थिति को काबू में कर लिया गया है। उपद्रवी छात्रों को चिन्हित किया जा रहा है। उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उपद्रव के दौरान कई छात्रों ने चेहरे पर नकाब लगा लिया था। वे टोली बनाते हुए शहर के अलग-अलग मोहल्लों में घुसने लगे। प्रदर्शनकारियों का उत्पात देख स्थानीय लोगों ने दुकानें बंद कर लीं। यही नहीं लोगों ने घरों का दरवाजा और खिड़कियों को भी बंद कर लिया था। 

सरकार के फैसले पर जाहिर की नाराजगी-

इससे पहले शैक्षणिक संस्थानों को बंद किये जाने से कोचिंग एसोसिएशन ऑफ बिहार ने रविवार को आक्रोश जाहिर किया था। राज्य सरकार के फैसले से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा गया कि शिक्षण संस्थान नियमों का पालन करते हुए सब कुछ कर रहे हैं। इसके बावजूद सरकार हमेशा शैक्षणिक संस्थानों को टारगेट कर रही है। इससे बिहार की शिक्षा समाप्त हो जाएगी। कोचिंग एसोसिएशन ऑफ़ भारत (बिहार) के तत्वावधान में रविवार को बैठक हुई। इसमें पटना, दानापुर से लेकर फतुहा से आए सैकड़ों शिक्षकों ने एक स्वर में सरकारी फरमान के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए यह संकल्प लिया कि छात्रों के हितों की रक्षा के लिए कोचिंग संस्थान खुले रखेंगे। एसोसिएशन के सचिव सुधीर सिंह समेत सभी शिक्षकों ने सरकार से गुहार लगाई कि समाज के सबसे सुलझे शिक्षक समुदाय के ऊपर अनर्गल और थोपे गए आदेश को शीघ्र निरस्त करें।

क्या है बिहार सरकार की नई गाइडलाइन –

  1. सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधिक्षक सुनिश्चित करेंगे कि कार्यस्थल,धार्मिक स्थल,शॉपिंग माॅल, होटल, रेस्टोरेंट आदि का संचालन केन्द्र सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश अक्षरश: व कड़ाई से अनुपालन करेंगे।

2.भीड़-भाड़ वाले स्थान जैसे-फूड कोर्ट, जलपान गृह, सब्जी मंडी, बस स्टैंड, रेहड़ी आदि स्थानों पर लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अधिक से अधिक पुलिस की तैनाती की जाएगी।

  1. पांच अप्रैल से खुलने वाले सभी शैक्षिणक संस्थान जिसमें-स्कूल,कॉलेज,कोचिंग, स्किल डेवलपमेंट सेंटर, ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट अब 12 अप्रैल को खुलेंगे।

4.सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार के आयोजनों पर सरकारी व निजी पर रोक रहेगी। उक्त रोक विवाह, श्राद्ध एवं पारिवारिक कार्यक्रम पर लागू नहीं होगा।

5.श्राद्ध में 50 और शादी में कम से कम 100 और अधिकतम 250 लोग प्रशासनिक अनुमति के बाद ही शामिल हो सकते हैं। साथ ही, कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा अन्यथा इंडियन एपिडेमिक एक्ट (Indian Epidemic Act) तहत कार्रवाई की जाएगी।

6.सरकारी ऑफिस में सामान्य लोगों के प्रवेश पर रोक रहेगी। कार्यालय प्रधान अपने विवेक से अपने ऑफिस का समय व उपस्थिति निश्चित करेंगे। यह व्यवस्था 30 अप्रैल तक  जारी रहेगी।

  1. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में अधिकतम पचास फीसदी क्षमता से ज्यादा किसी भी परिस्थिति में नहीं रहने दिया जाएगा। यह व्यवस्था 15 अप्रैल तक लागू रहेगी। जिला प्रशासन सुनिश्चित करें कि कोविड नियमों का पालन किया जाए।

हि.स.

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पटना: बिहार के पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से सटे सीमांचल के जिलों में आज रात 9:00 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.4 मापी गई है। इस दौरान लोग अपने घरों से बाहर निकल आये।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार अररिया, मुंगेर, सुपौल, मधेपुरा और कटिहार के कुछ भागों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। अभी तक कहीं से भी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। भूकंप का केंद्र सिक्किम-भूटान बॉर्डर पर बताया गया है। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.4 मापी गई है। राजधानी पटना में भूकंप का आंशिक असर रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक विवेक सिन्हा ने बताया कि बिहार के सीमांचल के इलाके में इसकी तीव्रता ज्यादा महसूस हुई है।
जानकारी के अनुसार कोसी-सीमांचल और पूर्वी बिहार के कई जिलों में सोमवार रात 8.55 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। चंद सेकेंड के दरम्यान दो बार धरती डोली। कई इलाकों में लोग घरों से बाहर निकल गए। भागलपुर से सटे झारखंड के साहिबगंज जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
हि.स.
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जलालपुर: प्रखंड के सम्होता निवासी और विनर्स स्पोर्टिंग क्लब के सक्रिय सदस्य रहे सम्होता मठियापर निवासी मुकेश यादव उर्फ जई यादव की मौत कोविड 19 के कारण गुजरात के सूरत में सोमवार को दोपहर में हो गई. वह 100 तथा 200 मीटर दौड़ का जयप्रकाश विश्व विद्यालय चैम्पियन तथा स्टेट चैंपियन एथलेटिक्स था. उसकी अचानक हुई मौत से खेल प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई.

विनर्स स्पोर्टिंग क्लब सम्होता के सभी खिलाड़ियों ने इस महान खिलाड़ी के असामयिक निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. इस दु:खद खबर को सुनते ही महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने मुकेश के परिजनों से फोन पर बात की तथा अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए ईश्वर से परिवार वालो को दुःख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की.

वहीं राष्ट्रीय कोच और विनर्स स्पोर्टिंग क्लब सम्होता के संस्थापक एन आई एस संजय कुमार सिंह ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मुकेश एक प्रख्यात धावक था. अचानक हुई मौत से हम सभी सदमे में हैं. उसकी मौत से हमने एक स्टेट चैम्पियन को खो दिया है. मुकेश के पीछे उसकी पत्नी रामरानी एक पुत्री तथा 3 पुत्र है. वहीं अन्य संवेदना व्यक्त करने वालों में दिलीप कुमार सिंह, राज कुमार सिंह, डब्ल्यू सिंह, जनक यादव, सुजीत दूबे, मुकेश सिंह सहित कई अन्य भी शामिल है.

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