बिहारशरीफ: बिंद थाना क्षेत्र के अमावां गांव में शुक्रवार की रात्रि शादी का माहौल  मातमी सन्नाटा में उस वक्त पसर गया जब शादी समारोह के दौरान छत का छज्जा गिर जाने से 2 लोगों के दबने से मौत हो गई। वही 28 लोग जख्मी हो गए। ग्रामीणों ने मलवा को हटाकर सभी को निकाला।इसके बाद सभी को ट्रैक्टर से इलाज के लिए अस्थावां रेफरल अस्पताल भेजा है। जहां सभी का इलाज चल रहा है। गगौर गांव निवासी राजन का पुत्र 8 वर्षीय रंजन कुमार  और अमावां गांव निवासी कर्मु बिंद का पोता 10 वर्षीय शिवम कुमार की मौत हो गयी।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि कईलू बिंद की पोती की शादी में हरनौत थाना क्षेत्र के किचनी गांव से बारात आई थी।  शादी की रस्म चल रही थी कि एकाएक छत का छज्जा नीचे गिर पड़ा और नीचे खड़े लोग उसमें दब गए।जिसमें बच्चे बड़े सभी शामिल हैं। घटना की सूचना ग्रामीणों को मिलते हैं बांस बल्ली से मलवा को हटाया गया और सभी जख्मी को निकाल कर कुछ स्थानीय अस्पताल और कुछ जख्मी को ग्रामीण चिकित्सकों के यहां भर्ती कराया गया। घटना की सूचना बिंद थाना पुलिस को दी गई जो घटनास्थल पर जाकर स्थिति का मुआयना करते हुए दोनों शव को  पोस्टमार्टम के लिए बिहारशरीफ सदर अस्पताल भेजा।
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Patna: जाप सुप्रीमों पप्पू यादव के पटना से गिरफ्तार होने के बाद से ही हालत खराब होती चली जा रही है. वे डीएमसीएच की आइसीयू में भर्ती हैं. शुक्रवार को मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा पर उनकी कई तरह की जांच कराई गई. सरकारी खर्च पर ही शहर के एक निजी अस्पताल में यह जांच कराई गई. जिसकी रिपोर्ट देर शाम मिलने के बाद डीएमसीएच के अधीक्षक के नेतृत्व में मेडिकल बोर्ड ने इसका गहन अवलोकन किया. जिसमें उनकी स्थिति को बेहतर नहीं पाते हुए आगे के इलाज के लिए पटना रेफर करने का फैसला किया गया. प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें शनिवार को पटना भेजा जा सकता है.

पप्पू यादव की मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया उनकी किडनी में स्टोन है. हार्ट में परेशानी के कारण पैदल चलने से उनका दम फूलता है. लिपिड प्रोफाइल भी बढ़ा हुआ है. ऐसी स्थिति में उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया गया है. इससे पहले पूर्व सांसद पप्पू यादव की एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और इको जांच सरकारी खर्चे पर शहर के एक निजी अस्पताल में कराया गया. जांच रिपोर्ट की समीक्षा के बाद मेडिकल बोर्ड ने यह फैसला लिया.उन्हें DMCH के गहन चिकित्सा कक्ष में रखा गया है. चिकित्सक उनके इलाज को लेकर 24 घंटे तैनात हैं प्रशासनिक प्रक्रिया के बाद उन्हें पटना ले जाया जाएगा. डीएमसीएच में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को पीएमसीएच पटना ले जाने की तैयारी की जा रही है.

File photo DMCH

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पटना: कोरोना की दूसरी लहर के बीच बिहार में पिछले 24 घंटों के दौरान ब्लैक फंगस के नौ मामलों का पता चला है. इसमें से पटना में छह,भागलपुर में दो और एक मुजफ्फरपुर में एक मरीज ब्लैक फंगस से पीड़ित बताए गए हैं.

पटना के एक निजी अस्पताल और सरकारी अस्पतालों में ब्लैक  फंगस से संक्रमित छह मरीज मिले हैं।वे कोविड सर्वाइवर थे. एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने के लिए एक मरीज की सर्जरी की. डॉक्टर ने  दावा है कि अगर वह 24 घंटे की देरी होती तो, तो वह बच नहीं पाता.

पटना, एम्स के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल के अनुसार  कम प्रतिरक्षा वाले व्यक्ति ब्लैक फंगस के शिकार हो सकते हैं. आंखों में सूजन और दर्द, नाक में सूखापन, कम आंखों का दिखना कुछ सामान्य लक्षण म्युकर्माइकोसिस के हैं. उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे कोरोना सर्वाइवर को उच्च आर्द्रता, धूल भरे क्षेत्रों, एयर कंडीशनिंग सिस्टम आदि से बचना चाहिए.

उल्लेखनीय है कि ब्लैक फंगस या म्यूकोर्मिकोसिस एक कवक रोग है, जो स्टेरॉयड के साइड इफेक्ट के कारण कोरोना सर्वाइवर में दिखाई देता है.

महामारी के चरण के दौरान, कई मरीज़ स्टेरॉयड का उपयोग कर रहे हैं जैसे डेक्सोना जिससे यह बीमारी बाहर आती हैं.

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पटना: बिहार में लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमितों की संख्या 8000 से नीचे दर्ज की गई है. प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 7494 कोरोना संक्रमण के नए मामलों की पहचान हुई है. वहीं, रिकवरी दर भी 85.38 प्रतिशत पहुंच गई है.

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कुल 108316 सैम्पल की जांच हुई है। अब तक कुल 5,44,445 मरीज ठीक हुए हैं.

वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मरीजों की संख्या 89,563 है. बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 85.63 है.

पटना को छोड़कर बिहार के किसी भी जिले में आज 500 से ज्यादा नए कोरोना संक्रमित नए मरीज नहीं मिले है.

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Chhapra: दिघवारा स्टेशन के समीप शुक्रवार को एक बड़ा रेल हादसा होते होते टल गया. दिल्ली से आ रही वैशाली एक्सप्रेस के पहिया में अचानक आग लग गयी. गार्ड ब्रेक में आग लग गयी. ब्रेक से आग की लपट निकलता देख तुरंत इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी गयी. घटना से मौके पर अफरा तफरी मच गयी. सूचना मिलते ही आरपीएफ और फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पा लिया. आग पूरी तरह बुझने के बाद ही ट्रेन को वहां से आगे के लिए चलाया गया.

दिघवारा के स्टेशन मास्टर मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि वैशाली एक्सप्रेस दिल्ली से आ रही थी. शुक्रवार की दोपहर 1:25 में दिघवारा स्टेशन के अजय कुमार यादव ने देखा कि ट्रेन का पहिया घिस रहा है और उससे आग की चिंगारी निकल रही है. स्टेशन मास्टर ने उसी वक्त दिघवारा स्टेशन को सूचना दिया. चंद मिनट में ट्रेन का एक पहिया आग की जद में आ गया. इस दौरान चक्के से आग की तेज लपटें निकल रही थी. कर्मियों ने कुछ ही देर बाद आग पर काबू पा लिया गया.

उन्होंने बताया कि ट्रेन को सोनपुर ले जाया गया. सोनपुर रेलवे स्टेशन पर केरेज विभाग के कर्मियों की मदद से ट्रेन का ब्रेक भान काट कर हटा दिया गया. इसके बाद शाम 4: 45 बजे ट्रेन को छोड़ा गया. इस दौरान यात्री काफी डरे सहमे रहे.

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दरभंगा: लॉकडाउन उल्लंघन के अलावा 32 साल पुराने अपहरण के एक मामले को लेकर पटना में गिरफ्तार किये गए पूर्व सांसद और जाप संरक्षक पप्पू यादव को गुरुवार शाम तकरीबन सात बजे सुपौल जिले के वीरपुर जेल से डीएमसीएच लाया गया. उन्हें डीएमसीएच आईसीयू स्थित डॉ. यूसी झा की यूनिट में भर्ती कराया गया है.

इस दौरान उनके एम्बुलेंस के साथ भारी संख्या में समर्थक भी साथ थे.यहां पहुंचने पर पप्पू यादव ने बताया कि मैं लगातार कोरोना पीड़ितों की सेवा व सहूलियत के लिए उनलोगों तक खाना और ऑक्सीजन पहुंचा रहा हूं. जो कुछ लोगों के नजरोंं में अब खटकने लगा है. मेरी तबीयत ठीक नहीं रहती. दो महीने पहले मेरे गॉल ब्लाडर का ऑपरेशन हुआ है फिर भी जरूरतमंद लोगों का यथासंभव सहयोग कर रहा हूं.मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह करना चाहता हूं कि आप मुझे काम करने दें, मैं आपका सहयोग करूंगा. मैं जबतक जिंदा रहूंगा, लोगों तक खाना और ऑक्सीजन पहुंचाता रहूंगा.

बताया जाता है कि ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने उन्हें ढाई महीने के लिए आराम की सलाह दी है. जेल में नॉर्मल पानी पीने और शरीर का वजन अधिक होने की वजह से इंडियन टॉयलेट का उपयोग करने के कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद डॉक्टरों ने मेडिकल टीम का गठन कर उन्हें बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर कर दिया.

डीएमसीएच अधीक्षक डॉ. मणिभूषण शर्मा ने बताया कि पप्पू यादव को मेडिसिन विभाग के आईसीयू में डॉ. यूसी झा के यूनिट में भर्ती किया गया है. उनका रूटीन चेकअप कर लिया गया है.अभी वो क्लीनिकली नॉर्मल हैं. ऑपरेशन वाली जगह पर थोड़ा टेंडरनेस लग रहा है. उनको डायबिटीज की भी शिकायत है. उनका रूटीन ब्लड टेस्ट भी किया जा रहा है. रिपोर्ट आने पर समुचित इलाज किया जाएगा.

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Patna: कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, लोग इलाज करवा रहे हैं, ठीक हो रहे हैं और मौत का सिलसिला भी जारी है. इसी बीच एक नई बीमारी ब्लैक फंगस का फैलाव शुरू हो गया है. पोस्ट कोविड इफेक्ट के रूप में ठीक होने वाले लोगों को देखने और सांस लेने में दिक्कतें हो रही है. साथ ही साथ उन्हें दूसरी शारीरिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है. आईसीएमआर के अनुसार लोगों को यह परेशानी म्यूकोरमायकोसिस या ब्लैक फंगस के कारण हो रहा है.

डॉ. अभिषेक कुमार ने बताया कि म्यूकोरमायकोसिस एक फंगल इंफेक्शन है. यह मुख्यतः उन लोगों पर असर करता है, जिनकी किसी अन्य बीमारी का इलाज चल रहा होता है. जिससे उनकी पर्यावरणीय रोगजनकों (एनवायरनमेंटल पैथोजन) के प्रति प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. म्यूकोरमायकोसिस होने का सर्वाधिक खतरा अनियंत्रित डायबिटीज के मरीजों में, अधिक स्टेरॉयड के उपयोग के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हुए मरीजों में, लंबे समय तक आईसीयू में रहने वाले मरीजों में, को-मोरबिडायटिस (सह बीमारी) से पीड़ित मरीजों में, प्रत्यारोपण और अस्वच्छ वातावरण में रहने वाले मरीजों में होता है.

म्यूकोरमायकोसिस का लक्षण

म्यूकोरमायकोसिस इंफेक्शन से आंख तथा नाक के आसपास दर्द और लाली दिखने लगता है. बुखार, सिरदर्द, कफ तथा सांस लेने में कठिनाई होती है. सांस के साथ फंगस के कण का फेफड़े में जाने के कारण गंभीर स्थिति में रक्त युक्त उल्टी होनेे लगती है. मानसिक स्थिति में बदलाव हो जाता है. बंद नाक, गालों की हड्डियों में दर्द, चेहरे के एक तरफ सूजन तथा दर्द, दांत में दर्द, छाती में दर्द के साथ-साथ कमजोरी भी अधिक महसूस होता है.

म्यूकोरमायकोसिस से बचने के लिए क्या करें

म्यूकोरमायकोसिस से बचने के लिए धूल भरे स्थानों पर मास्क का प्रयोग करें. लंबे ट्राउजर, लंबी बांह वाली शर्ट, जूते, दस्ताने पहनकर ही मिट्टी, खाद या काई को छुएं. व्यक्तिगत साफ-सफाई और स्वच्छता को मेंटेन रखें. डायबिटीज नियंत्रित करने के उपायों को अपनाएं. अनावश्यक स्टेरॉयड डेकसोना, प्रेडनीसोलोन, मीथाइल प्रेडनीसोलोन, बेटनिसोल आदि के प्रयोग से बचें। एसी के उपयोग से बचें. बिना डॉक्टर से सलाह लिए एंटीफंगल दवाई फ्लूकोनाजोल, कीटोकोनाजोल, इट्रोकोनाजोल आदि का प्रयोग नहीं करें। शरीर में पानी की उचित मात्रा को बनाये रखें.

फंगस होने पर क्या करें, क्या नहीं करें-हायपरगलायसेमिया नियंत्रित करेंं, रक्त में ग्लूकोज के स्तर पर ध्यान देते रहें. उचित समय, मात्रा और तरीके से ही स्टेरॉयड का सेवन करें. ऑक्सीजन थेरेपी के समय नमी के लिए स्वच्छ और बैक्टीरिया रहित पानी का उपयोग करें. एंटीबायोटिक और एंटीफंगल का उपयोग उचित तरीके से करें. संबंधित चेतावनी और लक्षणों के प्रति लापरवाही नहीं बरतें, इलाज में देरी नहीं करें. कोरोना से ठीक होने वाले प्रत्येक रोगी में म्यूकोरमायकोसिस नहीं होता है, इसलिए घबराएं नहीं. लक्षण की शंका होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.

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Shekhpura: जिले में भीषण सड़क हादसे में 3 लोगों की मौत हो गयी. सड़क हादसे में एक ही परिवार के चाचा-भतीजा और एक अन्य की मौत हो गयी है. घटना शेखपुरा-जमुई एनएच के करंडे थाना क्षेत्र की है. बताया जाता है कि बाइक सवार तीनों लोग बारात जा रहे थे.

मृतकों में करांडे थाना के तियाय गांव निवासी चाचा-भतीजा टुन्नी और गोलू के साथ लखीसराय के हलसी थाना के प्रतापपुर गांव निवासी विजय भी शामिल थे. तीनों की उम्र 12 से 18 साल के बीच बतायी जा रही है. तीनों एक ही बाइक पर सवार होकर बहुआरा से बल्लापुर बारात जा रहे थे. तभी करांडे थाना क्षेत्र के भिखनी के पास सामने से आ रहे ट्रक की तेज रोशनी की वजह से बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई.

जिससे दो लोग सड़क पर गिर गये और ट्रक की चपेट में आ गये. इस हादसे में चाचा-भतीजे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि तीसरे युवक विजय ने सदर अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है. पुलिस का कहना था कि एक बाइक पर तीन लोग सवार थे जिन्होंने हेलमेट तक नहीं पहन रखा था. जिसके चलते उन्हें गंभीर चोटें आने से मौत हो गयी. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. वही ट्रक की पहचान करने की कोशिश की जा रही है.

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 सहरसा: जिले में प्रतिदिन जहां कोरोना संक्रमण के नये मामलों का मिलना जारी है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अधिक उम्र के होने के बावजूद कोरोना संक्रमित होकर ठीक हो रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला 97 वर्षीया गीता देवी के साथ हुआ जो इतनी उम्र के बाद भी कोरोना को मात देने में सफ़ल हुई हैं।

वह पिछले 25 अप्रैल को कोविड पाजिटिव हो गई थीं लेकिन इस महामारी को हराने का अत्मविश्वास उनमें कूट-कूट कर देखने को मिला। वह पाजिटिव होने पर थोड़ा भी न घबरायीं, बल्कि अपने आपको होम आइसोलेट करते हुए चिकित्सकों द्वारा दिये गये दवाओं का उनके परामर्श अनुरूप सेवन करती रहीं और पिछले 11 मई को उनका कोविड टेस्ट निगेटिव पाया गया।
 97 वर्षीय गीता देवी बताती हैं की 25 अप्रैल को किये गये अपने कोविड टेस्ट के परिणाम से पूर्व उन्हें बुखार और कमजोरी महसूस हो रही थी। जिसे देखते हुए उन्होंने अपना कोविड टेस्ट कराने का निर्णय लिया। परिवार के अन्य सदस्य भी इसे आवश्यक समझ रहे थे। कोविड टेस्ट पाजिटिव आने के बाद उनमें संक्रमण के गंभीर लक्षण नहीं थे।
वह कहती है की वे एवं उनके परिवार के लोगों ने यह तय किया कि वह होम आइसोलेशन में रहते हुए चिकित्सीय परामर्श अनुरूप दवाओं का सेवन करते रहेगें। उन्होंने बताया उनके संक्रमित होने की सूचना परिवार के लोगों को मिलने पर काफी चिंतित थे। उनकी अधिक उम्र उनके चिंता का मुख्य कारण था। इस दौरान परिवार के लोगों से लगातार उनकी बातचीत होती रहती थी। सभी से बात कर उन्होंने अपने आपको कभी अकेला महसूस नहीं किया। लेकिन उन्हें इस बात की काफी चिंता रहती कि उनसे मिलने आ रहे लोग कहीं उनसे संक्रमित न हो जायें। इसलिए वह सभी से समाजिक दूरी बनाये रखने का बार-बार अपील करती रही।  अपने आहार के संबंध में बताते हुए गीता देवी कहतीं है कि वह नियमित रूप से पौष्टिक आहार के साथ-साथ फलों का भी सेवन करती रही। साथ ही उचित मात्रा में तरल पौष्टिक आहार का भी समय समय पर लेना जारी रखी ताकि कमजोरी न होने पाये।
कोरोना संक्रमण से ग्रसित लोगों से अपील करते हुए गीता देवी कहती है कि संक्रमित होने के बाद अपनी हिम्मत न हारें। कोरोना संक्रमित होने के बाद आपके मजबूत इरादे आपको बचाये रखने में काफी मददगार हैं।
अपनों से बात चीत करते रहें ताकि आपका मन लगता रहे। आजकल मोबाइल से सभी लोगों की बात चीत होती रहती है। ऐसे में यह आपको सामाजिक दूरी बनाये रखते हुए अपनों से मिलने का एक अच्छा जरिया साबित होता है। इससे आप अपने आपको एकांकी होने बचाये रहेंगे। यदि आप अपने घरों में आइसोलेट होकर अपनी चिकित्सा जारी रखें हुए हैं तो अपने कपड़ों,बर्तनों, विस्तर, शौचालय आदि को दूसरे को उपयोग न करने दें। चिकित्सकों द्वारा दिये गये दवाओं का सेवन समय पर करते रहे और इस दौरान कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाये रखें जैसे- मास्क अवश्यक पहने, हाथों को बार-बार साबुन पानी से धोते रहें, लोगों से शारीरिक दूरी बनाये रखें आदि।
उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए हवादार कमरों को उपयोग में लायें, उपयोग में लाये गये मास्क को उचित तरीके से नष्ट करें, अपने कपड़ों को गर्म पानी से धोयें और धूप में सुखायें,अपने दैनिक उपयोग के लिए बर्तनों को अलग रखें, अपने द्वारा उपयोग में लाये जा रहे शौचालय का दूसरे उपयोग में न लायें, दवाओं का ससमय सेवन अनिवार्य करें और पौष्टिक आहर के साथ तरल भोज्य पदार्थों का सेवन भी करते रहे।
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पटना: जन अधिकार पार्टी अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव को जेल भेजने के मामले में उनकी पत्नी व कांग्रेस पार्टी की पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने पटना में प्रेसवार्ता कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी और ड्रग्स माफिया के खिलाफ गुरुवार को  जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि अगर दो दिनों में पप्पू यादव की रिहाई नहीं हुई तो वे मुख्यमंत्री, राजीव प्रताप रूडी और भाजपा को सड़क पर खड़ा करेंगी।
रंजीता रंजन ने कहा कि महामारी में राजनीति-राजनीति खेलने का वक्त नहीं है।इस वक्त हम सभी को एक दूसरे का सपोर्ट करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि पप्पू यादव का कौन सा अपराध था, जिसमें जेल भेजा गया।
पूर्व कांग्रेस सांसद ने मुख्यमंत्री से पूछा कि आपको आखिर हो क्या गया है। इतने अपंग क्यों हो गए हैं। ऐसी कौन सी चीजें हैं जिसके दबाव में आप वो सबकुछ कर रहे हैं, जो बिहार को गंवारा नहीं। 89 के जिस कांड में पप्पू यादव पर केस हुआ। उस कांड के सूचक, आज तीनो लोगों का वीडियो चल रहा है कि केस फर्जी है। 32 साल बाद पुराना केस महामारी के वक्त याद आया क्यों? इसी में सब छुपा है।
उन्होंने राजीव प्रताप रूडी से सांकेतिक रूप से पूछा कि वे पायलट थे, किसके आशीर्वाद से मंत्री बने, कैसे राजनीति में आये। उत्तराखंड फार्म हाउस, बिहार, दिल्ली से लेकर जितने भी स्टाफ हैं, उसकी सैलरी कहां से दे रहे हैं। उन्हें जब कॉन्स्टीट्यूशन क्लब का इंचार्ज बनाया गया, तब कितना घोटाला हुआ। स्किल इंडिया के मिनिस्टर थे। मोदी साहब ने क्यों हटाया। स्किल इंडिया में एंबुलेंस ड्राइवर को ट्रेनिंग देनी थी, क्यों नहीं दी। ये सब आप बताएं।
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Patna: बिहार में Lockdown 10 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया है. अब 16 से 25 मई, 2021 तक लॉकडाउन रहेगा.

इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ट्वीटर के माध्यम से दी. उन्होंने लिखा कि मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा और लॉकडाउन का सकारात्मक प्रभाव दिखने के बाद निर्णय लिया गया है.  

इसके साथ ही अब 25 मई तक बिहार में लॉकडाउन रहेगा. इस दौरान जरुरी कार्यों पर छूट जारी रहेगी.  

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वैशाली: जाप सुप्रीमो पप्पू यादव को पुराने मामले में पटना से गिरफ्तार कर मधेपुरा ले जाने के दौरान वैशाली जिले के हाजीपुर पासवान चौक पर जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा गाड़ी को रोका गया.

इस दौरान कार्यकर्ता गाड़ी के आगे सड़क पर सो गए और गाड़ी पर भी चढ़ गए थे. जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा पप्पू यादव की गिरफ्तारी को लेकर आक्रोश व्याप्त था. इस मामले में औद्योगिक थाना के जमादार के बयान पर पुलिस ने सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने और लॉक डाउन उल्लंघन करने सहित कई धाराओं में मामला दर्ज किया है.

जिसमें एक नामजद और 30 अज्ञात पर मामला दर्ज कर किया गया है. मामला दर्ज करने के बाद वीडियो फुटेज के आधार पर अज्ञात जाप समर्थकों के पहचान में पुलिस जुट गई है वही नामजद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ छापेमारी भी शुरू कर दी है.

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