97 साल की गीता देवी ने कोरोना को दिया मात

 सहरसा: जिले में प्रतिदिन जहां कोरोना संक्रमण के नये मामलों का मिलना जारी है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अधिक उम्र के होने के बावजूद कोरोना संक्रमित होकर ठीक हो रहे हैं। कुछ ऐसा ही मामला 97 वर्षीया गीता देवी के साथ हुआ जो इतनी उम्र के बाद भी कोरोना को मात देने में सफ़ल हुई हैं।

वह पिछले 25 अप्रैल को कोविड पाजिटिव हो गई थीं लेकिन इस महामारी को हराने का अत्मविश्वास उनमें कूट-कूट कर देखने को मिला। वह पाजिटिव होने पर थोड़ा भी न घबरायीं, बल्कि अपने आपको होम आइसोलेट करते हुए चिकित्सकों द्वारा दिये गये दवाओं का उनके परामर्श अनुरूप सेवन करती रहीं और पिछले 11 मई को उनका कोविड टेस्ट निगेटिव पाया गया।
 97 वर्षीय गीता देवी बताती हैं की 25 अप्रैल को किये गये अपने कोविड टेस्ट के परिणाम से पूर्व उन्हें बुखार और कमजोरी महसूस हो रही थी। जिसे देखते हुए उन्होंने अपना कोविड टेस्ट कराने का निर्णय लिया। परिवार के अन्य सदस्य भी इसे आवश्यक समझ रहे थे। कोविड टेस्ट पाजिटिव आने के बाद उनमें संक्रमण के गंभीर लक्षण नहीं थे।
वह कहती है की वे एवं उनके परिवार के लोगों ने यह तय किया कि वह होम आइसोलेशन में रहते हुए चिकित्सीय परामर्श अनुरूप दवाओं का सेवन करते रहेगें। उन्होंने बताया उनके संक्रमित होने की सूचना परिवार के लोगों को मिलने पर काफी चिंतित थे। उनकी अधिक उम्र उनके चिंता का मुख्य कारण था। इस दौरान परिवार के लोगों से लगातार उनकी बातचीत होती रहती थी। सभी से बात कर उन्होंने अपने आपको कभी अकेला महसूस नहीं किया। लेकिन उन्हें इस बात की काफी चिंता रहती कि उनसे मिलने आ रहे लोग कहीं उनसे संक्रमित न हो जायें। इसलिए वह सभी से समाजिक दूरी बनाये रखने का बार-बार अपील करती रही।  अपने आहार के संबंध में बताते हुए गीता देवी कहतीं है कि वह नियमित रूप से पौष्टिक आहार के साथ-साथ फलों का भी सेवन करती रही। साथ ही उचित मात्रा में तरल पौष्टिक आहार का भी समय समय पर लेना जारी रखी ताकि कमजोरी न होने पाये।
कोरोना संक्रमण से ग्रसित लोगों से अपील करते हुए गीता देवी कहती है कि संक्रमित होने के बाद अपनी हिम्मत न हारें। कोरोना संक्रमित होने के बाद आपके मजबूत इरादे आपको बचाये रखने में काफी मददगार हैं।
अपनों से बात चीत करते रहें ताकि आपका मन लगता रहे। आजकल मोबाइल से सभी लोगों की बात चीत होती रहती है। ऐसे में यह आपको सामाजिक दूरी बनाये रखते हुए अपनों से मिलने का एक अच्छा जरिया साबित होता है। इससे आप अपने आपको एकांकी होने बचाये रहेंगे। यदि आप अपने घरों में आइसोलेट होकर अपनी चिकित्सा जारी रखें हुए हैं तो अपने कपड़ों,बर्तनों, विस्तर, शौचालय आदि को दूसरे को उपयोग न करने दें। चिकित्सकों द्वारा दिये गये दवाओं का सेवन समय पर करते रहे और इस दौरान कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाये रखें जैसे- मास्क अवश्यक पहने, हाथों को बार-बार साबुन पानी से धोते रहें, लोगों से शारीरिक दूरी बनाये रखें आदि।
उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन के लिए हवादार कमरों को उपयोग में लायें, उपयोग में लाये गये मास्क को उचित तरीके से नष्ट करें, अपने कपड़ों को गर्म पानी से धोयें और धूप में सुखायें,अपने दैनिक उपयोग के लिए बर्तनों को अलग रखें, अपने द्वारा उपयोग में लाये जा रहे शौचालय का दूसरे उपयोग में न लायें, दवाओं का ससमय सेवन अनिवार्य करें और पौष्टिक आहर के साथ तरल भोज्य पदार्थों का सेवन भी करते रहे।
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