पटना एम्स में तीन बच्चों पर किया गया है कोवैक्सीन टीके का ट्रायल

तीनों स्वस्थ, 28 दिन बाद लगेगी दूसरी डोज : डा. संजीव
पटना: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पटना के कोविड-19 प्रभारी डॉक्टर संजीव कुमार ने गुरुवार को बताया कि बच्चों पर भारत बायोटेक के देसी टीके कोवैक्सीन का ट्रायल किया गया। हालांकि ट्रायल की प्रक्रिया बहुत धीमी है। गत मंगलवार को तीन बच्चों को  कोवैक्सीन की डोज लगाई गई जिसमें अभी तक उन्हें किसी भी तरह का साइड इफेक्ट नजर नहीं आया है।
डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि 12 से 18 वर्ष की उम्र के बच्चों पर यह परीक्षण शुरू किया गया है। बच्चों पर कोवैक्सीन के  ट्रायल के पहले दिन तीन बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई। ये तीनों 12 से 18 साल की आयु के हैं और पटना के ही निवासी हैं। तीनों स्वस्थ हैं। किसी पर कोई दुष्प्रभाव नहीं देखा गया है।
उन्होंने बताया कि एम्स प्रबंधन ने तीनों के माता-पिता को एक डायरी दी है और उनसे उनके स्वास्थ्य की निगरानी करने को कहा है। अगर इस दौरान बच्चों को कोई भी दिक्कत होती है तो उन्हें फौरन पटना एम्स से संपर्क करने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि तीनों बच्चों को 28 दिन के अंतराल के बाद कोवैक्सीन की दूसरी डोज दी जाएगी। एक बार उनका टीकाकरण पूरा हो जाने पर टीके के किसी भी दुष्परिणाम के लिए बच्चों की पूरी तरह से जांच की जाएगी। पटना एम्स ने बच्चों को उनकी उम्र के आधार पर ट्रायल के लिए तीन समूहों में बांटा है। ये तीन आयु वर्ग 2-5 साल, 6-12 साल और 12-18 साल हैं।
उल्लेखनीय है कि गत 28 मई से पटना एम्स में बच्चों के टीकाकरण को लेकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हुई थी । इसमें पहले दिन 42 बच्चों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। स्वेच्छा से अबतक 108 बच्चों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें से 15 बच्चों का क्लिनिकल परीक्षण किया गया तो तीन को ही ट्रायल के लायक पाया गया।

 

0Shares
A valid URL was not provided.