सीवान के लाल ज्ञानेश को प्रधानमंत्री ने स्वर्ण पदक देकर किया सम्मानित

सीवान के लाल ज्ञानेश को प्रधानमंत्री ने स्वर्ण पदक देकर किया सम्मानित

सीवान(नवीन सिंह परमार, DNMS): आजादी से पूर्व सीवान के जिरादेई निवासी राजेन्द्र बाबू ने जो शानदार शैक्षणिक रिकार्ड बनाने व स्वर्ण पद प्राप्त करने की सिलसिला शुरू किया था. उसे आगे बढाते हुए सीवान नगर के रामनगर वाड नंबर 5 के निवासी डॉ शिवाकांत उपाध्याय के पुत्र ज्ञानेश उपाध्याय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो स्वर्ण पदक व प्रशस्ति पत्र प्राप्त कर के जिले का मान बढाया है.

गौरतलब हो कि पिछले 22 फरवरी को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के शताब्दी वर्ष दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने जिन 40 प्रतिभावान छात्र, छात्राओं को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया उन मे ज्ञानेश उपाध्याय भी एक थे.

ज्ञानेश के इस उपलब्धि पर पुरे जिले के लोगों को गर्व है. वही उनके माता-पिता भी ज्ञानेश के उपलब्धि से काफी खुश नजर आ रहे है. उन्होंने भी ज्ञानेश को इसके लिए बधाई तथा आर्शीवाद दिया. जबकि इस दीक्षांत समारोह में ज्ञानेश के माता पिता भी उपस्थित थे.
विदित हो कि ज्ञानेश अभी काशी हिन्दू विश्व विद्यालय में आचार्य वर्ग अध्ययनरत है. उन्होंने यह सम्मान सत्र 2015 में संस्कृत विद्या धर्म के विज्ञान संकाय के शुक्ल यजुर्वेद में अच्छे अध्ययन के साथ अच्छे अंक की प्राप्ति के लिए मिला है. इस उपलब्धि कें बारें में जब उनके बड़े भाई ज्ञान केशरी उपाध्याय उपाख्य भोलू जी के माध्यम से ज्ञानेश उपध्याय से बात की तो उन्होंने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि माननीय प्रधानमंत्री के हाथों मुझे सम्मानित किया गया. एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहां कि संस्कृत भाषा देववाणी है. इस भाषा से ही हमारे देश की पहचान जुड़ी है. वही अच्छे को अपनाना और बुरे को पीछे छोडना ये हमे वेद सिखाता है. यही वजह है कि मैने पढाई के लिए संस्कृत व वेद विषय को चुना है और आगे मैं वेद पर ही शोध करना चाहता हॅू

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