PATNA: गोपालगंज जिले में नव निर्मित सत्तरघाट पुल के संपर्क पुल के पथ के बाढ़ में बहने का मामला अब तूल पकड़ चूका है. राजनितिक गलियारे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू है. इसी बीच एक ओर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसे संगठित भ्रष्टाचार बताया है और बिहार के पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की है.
उन्होंने ट्वीट किया है कि “263 करोड़ से 8 साल में बना लेकिन मात्र 29 दिन में ढ़ह गया पुल। संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे। बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है।”
263 करोड़ से 8 साल में बना लेकिन मात्र 29 दिन में ढ़ह गया पुल। संगठित भ्रष्टाचार के भीष्म पितामह नीतीश जी इस पर एक शब्द भी नहीं बोलेंगे और ना ही साइकिल से रेंज रोवर की सवारी कराने वाले भ्रष्टाचारी सहपाठी पथ निर्माण मंत्री को बर्खास्त करेंगे। बिहार में चारों तरफ लूट ही लूट मची है। pic.twitter.com/EIcQYPEHn8
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) July 16, 2020
वही दूसरी ओर पथ निर्माण मंत्री नन्द किशोर यादव ने तेजस्वी यादव पर प्रहार करते हुए कहा है कि नेता प्रतिपक्ष नेता प्रतिपक्ष सत्तर घाट पुल के क्षतिग्रस्त होने की झूठी खबर फैला रहे हैं. इस मामले में सही तथ्य यह है कि सत्तर घाट मुख्य पुल से लगभग दो किमी दूर गोपालगंज की ओर एक 18 मी लम्बाई के छोटे पुल का पहुँच पथ कट गया है. यह छोटा पुल गंडक नदी के बांध के अन्दर अवस्थित है. गंडक नदी में पानी का दबाव गोपालगंज की और ज़्यादा है. इस कारण पुल के पहुँच का सड़क का हिस्सा कट गया है. यह अप्रत्याशित पानी के दबाब के कारण हुआ है. इस कटाव से छोटे पुल की संरचना को कोई नुक़सान नहीं हुआ है. मुख्य सत्तर घाट पुल जो 1.4 किमी लंबा है वह पूर्णतः सुरक्षित है. उन्होंने कहा कि पानी का दबाव कम होते ही यातायात चालू कर दिया जाएगा. यह प्राकृतिक आपदा है.
नेता प्रतिपक्ष #सत्तर_घाट_पुल के क्षतिग्रस्त होने की झूठी खबर फैला रहे हैं।
इस मामले में सही तथ्य निम्नवत है।
सत्तर घाट मुख्य पुल से लगभग दो किमी दूर गोपालगंज की ओर एक 18 मी लम्बाई के छोटे पुल का पहुँच पथ कट गया है। यह छोटा पुल गंडक नदी के बांध के अन्दर अवस्थित है। @ANI pic.twitter.com/GwUe5RS6iK
— Nand Kishore Yadav (@nkishoreyadav) July 16, 2020
गंडक नदी में पानी का दबाव गोपालगंज की और ज़्यादा है । इस कारण पुल के पहुँच का सड़क का हिस्सा कट गया है।
यह अप्रत्याशित पानी के दबाब के कारण हुआ है।
इस कटाव से छोटे पुल की संरचना को कोई नुक़सान नहीं हुआ है।
मुख्य सत्तर घाट पुल जो १.४ किमी लंबा है बह पूर्णतः सुरक्षित है।#Bihar— Nand Kishore Yadav (@nkishoreyadav) July 16, 2020
पानी का दबाव कम होते ही यातायात चालू कर दिया जाएगा।
यह प्राकृतिक आपदा है।
विभाग पूरी तरह मुस्तैद है।
— Nand Kishore Yadav (@nkishoreyadav) July 16, 2020
आपको बता दें कि बिहार के गोपालगंज जिले के सत्तर घाट में गंडक नदी पर 264 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण हुआ है. इसका उद्घाटन एक महीने पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की थी.
ये है सत्तरघाट पुल जो पूर्वी चम्पारण के केसरिया में गंडक नदी पर स्थित है। मीडिया द्वारा इसके टूटने की खबर चलायी जा रही है जो पूरी तरह झूठी और भ्रामक है। आप देख सकते हैं यह पुल पूरी तरह सुरक्षित है।#SattarghatBridge@RCD_Bihar@amritlalmeena89https://t.co/whqQetcDO1
— IPRD Bihar (@IPRD_Bihar) July 16, 2020