मंदिर में शादी, थाने से हुई विदाई शिक्षिका और प्रिंसिपल के प्यार के बाद अनोखी हुई शादी
Bhagalpur: कहते है प्यार जब परवान चढ़ता है तो अपनी सभी बंदिशों को लांघ जाता है. बिहार के भागलपुर में एक महिला शिक्षिका को अपने प्रिंसिपल से ही प्यार हो गया. लेकिन प्यार को शादी में बदलने के लिए उन्हें पुलिस का सहारा लेना पड़ा. अंत में प्यार की जीत हुई और दोनों हमेशा हमेशा के लिए जीवन साथी बन गए.
हालांकि इस पूरी शादी में सबसे मजेदार बात यह रही कि मंदिर में उन दोनों की शादी हुई और विदाई थाने से हुई.
पूरा मामला भागलपुर के इशाकचक थाने का है. मिली जानकारी के मुताबिक प्रिंसिपल सरोज वर्मा ईश्वरनगर में एक स्कूल चलाते हैं. उनके स्कूल में गोड्डा की रहने वाली शुभांगी प्रियदर्शनी टीचर के रूप में काम करती है. इन दोनों कोच पांच वर्ष पहले एक दूसरे से प्यार हो गया.
दोनों के दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाने लगे. लेकिन शुभांगी के परिजनों को यह मंजूर नहीं था. इस वजह से करीब चार साल से दोनों एक दूजे के नहीं हो पा रहे थे. लेकिन ईश्वर को जब मंजूर हुआ तो दोनों विवाह के पवित्र बंधन में बंध गए.
पिछले दिनों सरोज वर्मा और शुभांगी ने जब शादी का फैसला किया तो फिर से उनके परिजन विरोध में आ गए. उसके बाद किसी की परवाह किए बगैर दोनों ने मंदिर में शादी रचा ली. दोस्तों ने इसका फोटो सोशल मीडिया पर डाला तो इशाकचक थाने में दोनों पक्ष के परिजन भी पहुंच गए. लड़की वाले इस शादी का विरोध कर रहे थे लेकिन दुल्हा-दुल्हन की सहमति होने के बाद इशाकचक थानेदार ने दोनों को शादी करने से रोकने से इनकार कर दिया. पति पत्नी को थाने पर जाना पड़ा जहां शादी की कागजी कार्रवाई पूरी की गयी. पुलिस का सहयोग मिलने के बाद विरोध कर कर परिजन लौट गए उसके बाद प्रेमी युगल से पति पत्नी बने प्रिंसिपल और टीचर खुशी-खुशी अपने घर गए.