राजकुमार शुक्ल, कर्पूरी ठाकुर और दशरथ मांझी को भारत रत्न की सिफारिश

Patna: महात्मा गांधी के चंपारण सत्याग्रह के सूत्रधार राजकुमार शुक्ल, जननायक कर्पूरी ठाकुर और माउंटेन मैन दशरथ मांझी को भारत रत्न देने की बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से सिफारिश की है.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इन तीनों महापुरुषों को मंरोपरांत देश का शीर्ष सम्मान देने की सिफारिश राज्य सरकार के गृह विभाग ने केंद्र सरकार को दी है.

राजकुमार शुक्ल

राजकुमार शुक्ल चंपारण सत्याग्रह के लिए गांधी जी को बिहार लेकर पहुंचे थे. कांग्रेस के 1916 के लखनऊ अधिवेशन में उन्होंने गांधी जी को बिहार के किसानों की दुर्दशा से अवगत कराया था.

कर्पूरी ठाकुर
स्वतंत्रता सेनानी व शिक्षक कर्पूरी ठाकुर दो बार बिहार के मुख्य मंत्री रहे. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पिछड़ों के लिए कई कार्य किये थे. जिनमे पिछड़ों के लिए 27 फीसदी आरक्षण शामिल है. राजनीति में सेवा भावना के कगलते उन्हें जननायक कहा जाता है.

दशरथ मांझी
गया जिले के गहलौर के दशरथ मांझी ने पहाड़ों को काट कर रास्ता बनाया ताकि गांव वालों को किसी भी कार्य के लिए दूर के रास्ते से शहर जाने से बचाया जा सके. उन्होंने 360 फिट चौड़े 25 फुट ऊंचे पहाड़ को काट कर रास्ता बनाया. इसके लिए उन्हें 22 साल का समय लगा. उनके इस कार्य से वैश्विक स्तर पर उनकी पहचान बनी.

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