मधेपुरा में इलेक्ट्रिक इंजनों के उत्पादन पर फ़्रांस और भारत के बीच हुआ करार

मधेपुरा में इलेक्ट्रिक इंजनों के उत्पादन पर फ़्रांस और भारत के बीच हुआ करार

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के बीच बातचीत के बाद रेल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के उद्देश्य से दो समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. अलस्ताम और भारतीय रेलवे ने बिहार में मधेपुरा में 800 इलेक्ट्रिक इंजनों के उत्पादन के लिए एक ‘शेयरधारिता समझौते’ पर हस्ताक्षर किए. समझौते के मुताबिक, मधेपुरा कारखाने में अगले 11 वर्षों के दौरान 12,000-12,000 हॉर्सपावर के 800 इलेक्ट्रिक इंजनों का विनिर्माण किया जाएगा.

इलेक्ट्रिक इंजनों की मौजूदा क्षमता 6,000 हॉर्सपावर की है. इस परियोजना में 1,300 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश शामिल है जिसे रेल क्षेत्र में एक बड़ा निवेश माना जा रहा है. अलस्ताम पर कारखाना स्थापित करने, लोकोमोटिव का विनिर्माण करने एवं उसका रखरखाव करने की जिम्मेदारी होगी.

रेलवे ने मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव परियोजना का ठेका अलस्ताम को देने का निर्णय नवंबर में किया था.

दूसरे समझौते के तहत फ्रांस अंबाला और लुधियाना स्टेशनों के आधुनिकीकरण में अपनी विशेषज्ञता उपलब्ध कराएगा. फ्रांस से एक विशेषज्ञ आएगा और इन दो स्टेशनों का अध्ययन करेगा और उसकी रिपोर्ट के आधार पर एक रूपरेखा तैयार की जाएगी. अंबाला और लुधियाना रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण में मदद करेगा और अग्रणी फ्रांसीसी कंपनी अलस्ताम 1,300 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश से 800 इलेक्ट्रिक इंजनों का विनिर्माण करेगी जिसकी क्षमता भारत में मौजूदा इंजनों से दोगुने हॉर्सपावर की होगी.

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