पटना: वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी में 4.50 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से गोपालगंज-बेतिया महासेतु के आगे एप्रोच पथ ध्वस्त हो गया. माइनर ब्रिज के पास दोनों तरफ करीब 20-20 मीटर तक एप्रोच पथ पानी के तेज धार में बह गया, जिससे गोपालगंज-बेतिया पथ पर परिचालन ठप हो गया है.
बिहार के 10 जिलों की 765191 आबादी बाढ़ से प्रभावित हो गयी है जिनमें से 36448 लोगों को सुरक्षित ठिकानों तक पहुंचाया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 10 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण एवं खगडिया जिले के 64 प्रखंडों के 426 पंचायतों की 636311 आबादी बाढ से प्रभावित है. जहां से हटाये गए 13877 लोग 28 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं.
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्रू डू ने बताया कि 147 सामुदायिक रसोई चलायी जा रही है, जिनमें 80 हजार से अधिक लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि सबसे अधिक दरभंगा में 98 सामुदायिक रसोई चलायी जा रही. इसके अतिरिक्त 10 राहत शिविरों में चार हजार लोग रह रहे हैं.