Madhubani , 23 मई (हि.स.)। बिहार में मधुबनी जिल के मधेपुर प्रखंड निवासी मिथिला की बेटी अर्चना सिंह ने पुनः एक इतिहास रच डाला है। अर्चना सिंह को शुक्रवार को ‘द वन शो 2025’ में ‘बेस्ट ऑफ़ शो’ का सर्वोच्च सम्मान न्यूयॉर्क में मिला ।

अर्चना विश्व प्रसिद्ध विज्ञापन पुरस्कार ‘द वन शो’ ‘बेस्ट ऑफ़ शो’ जीतने वाली पहली भारतीय बन गई

मिथिला और देश के लिए यह गर्व का पल है। मधेपुर ड्योढी निवासी डॉ टीपी सिंह व शीला सिंह की बेटी, अर्चना विश्व प्रसिद्ध विज्ञापन पुरस्कार ‘द वन शो’ ‘बेस्ट ऑफ़ शो’ जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं।वर्ष 1975 में स्थापित दी वन शो को वैश्विक रचनात्मक उद्योग में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार माना जाता है। प्रत्येक साल दुनिया भर से हज़ारों प्रविष्टियों में से केवल एक को यह शीर्ष सम्मान दिया जाता है। ऐसे काम को, जो न सिर्फ़ रचनात्मक रूप से उत्कृष्ट हो, बल्कि समाज में वास्तविक बदलाव लाने की ताक़त भी रखता हो।

अर्चना ने यह सम्मान अपनी दादी को समर्पित किया 

अर्चना सिंह का विजयी अभियान यूएन महिला के लिए तैयार किया गया था। यह एक साधारण सी लगने वाली शादी का निमंत्रण पत्र जैसा दिखा। परन्तु यह सम्मान एक गंभीर सच्चाई उजागर करता है। बाल विवाह पर आधारित यह काम उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बेहद खास था। प्रेरणा मिली उनकी अपनी दादी स्व. झाड़ीलता बहुआसिन, धर्मपत्नी स्व राम नंदन सिंह, की कहानी से, जिन्हें बचपन में विवाह के बंधन में बांध दिया गया था। अर्चना ने यह सम्मान अपनी दादी को समर्पित करते हुए कहा यह मेरे वंश की और उन तमाम स्त्रियों की आवाज़ है, जिनकी कहानियां कभी सुनाई ही नहीं गईं।

मधुबनी बिहार की रहने वाली अर्चना दुबई में कार्यरत हैं 

दुबई में कार्यरत, और मूल रूप से मिथिला के मधेपुर मधुबनी बिहार की रहने वाली अर्चना, उन जगहों में जन्म लेने वाली बेटियों के लिए एक नई कहानी लिख रही हैं। जहां आज भी उनका जन्म अक्सर चुपचाप स्वीकारा जाता है।

अर्चना ने इस उपलब्धि पर कहा कि- 

यह हर उस लड़की की जीत है, जिसे बोलने से पहले ही चुप करा दिया गया। हर उस महिला की, जिसकी कहानी सुनने लायक़ है। जहां आज भी बेटियों के जन्म पर सन्नाटा पसरा होता है। वहां की एक बेटी ने अब पूरी दुनिया को अपनी आवाज़ से हिला दिया है।

अर्चना अपनी इस सफलता का सम्पूर्ण श्रेय अपनी दो वर्ष की बेटी अमैरा सिंह भारद्वाज, अपने जीवनसाथी अनूप भारद्वाज, और अपने पंखों को उड़ान देने वाले अपने माता-पिता को देती हैं।अर्चना को बाल्यकाल से ही अपनी नानी जी व दादी जी से अप्रतिम कौलिक संस्कार मिलता रहा है।

Chhapra: गृह रक्षक सिपाही भर्ती के अंतर्गत हो रही शारीरिक दक्षता परीक्षा केंद्र का संयुक्त रूप से पुलिस उप महानिरीक्षक, सारण नीलेश कुमार एवं पुलिस अधीक्षक, सारण डॉ कुमार आशीष के द्वारा निरीक्षण किया गया।

परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद

निरीक्षण के दौरान अधिकारी द्वय ने परीक्षा केंद्र की व्यवस्थाओं, सुरक्षा प्रबंधों तथा अभ्यर्थियों की सुविधा हेतु किए गए इंतजामों का जायज़ा लिया। अभ्यर्थियों को ना हो असुविधा उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि परीक्षा प्रक्रिया पूर्ण पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ संपन्न हो, साथ ही अभ्यर्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने बताया कि परीक्षा प्रक्रिया को निष्पक्ष, पारदर्शी और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद है।

26 मई 2025 को नियोजन कैम्प का होगा आयोजन

Chhapra: नियोजन पदाधिकारी, अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अवर प्रादेशिक नियोजनालय (पता-बाजार समिति, साढ़ा, प्रेम नगर, काजरिया टाईल्स के सामने), छपरा के द्वारा दिनांक 26.05.2025 को एक दिवसीय नियोजन कैम्प का आयोजन नियोजन कार्यालय, छपरा में किया जाएगा।

इस नियोजन कैम्प में GSA Foundation के द्वारा जॉब लोकेशन अहमदाबाद गुजरात के खुल रिक्त 45 पदों पर पात्र अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। नियोजन कैम्प में भाग लेने हेतु शैक्षणिक योग्यता 10 वीं पास होना आवश्यक है। वेतन -15720 से 25000 रुपये होगा ।

नियोजन कैम्प में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए आवश्यक है कि उनका निबंधन नियोजनालय में हो। नियोजनालय में निबंधन की प्रक्रिया ऑनलाईन कर दी गयी है जो कि भारत सरकार के पोर्टल (www.ncs.gov.in) के माध्यम से होता है। कोई भी अभ्यर्थी घर बैठे अपना निबंधन इस पोर्टल के माध्यम से कर सकता है। साथ ही अवर प्रादेशिक नियोजनालय, छपरा कार्यालय में भी ऑनलाईन निबंधन हेतु संपर्क किया जा सकता है। अभ्यर्थी अपना नियोजनालय निबंधन इस पोर्टल पर आवश्यक रूप से करा लेंगे। नियोजन कैम्प में भी ऑनलाईन नियोजनालय निबंधन की व्यवस्था रहेगी।

रोजगार के इच्छुक अभ्यर्थी इस नियोजन कैम्प में भाग लेकर रोजगार प्राप्त कर सकते हैं।

शारदीय खरीफ महा अभियान कार्यशाला का जिलाधिकारी ने किया शुभारंभ

Chhapra: शहर के भिखारी ठाकुर आर्ट गैलरी में आयोजित जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी अमन समीर, संयुक्त कृषि निदेशक राकेश रंजन, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग की असिस्टेंट डायरेक्टर और पटना की नोडल पदाधिकारी शगुफ्ता शफी, कृषि विज्ञान केंद्र प्रमुख वैज्ञानिक एसके राय, जिला कृषि पदाधिकारी एस बी सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला डेरी ऑफिसर,सहायक निदेशक हॉर्टिकल्चर, सहायक निदेशक मिट्टी जांच, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण आदि ने संयुक्त रूप से किया।

कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंडों के कृषि पदाधिकारी, ऐसी, एटीएम, बी टी एम, कृषि सलाहकार, जिले में योगदान दिए सभी प्रशिक्षु प्रखंड कृषि पदाधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे जिन्होंने कार्यशाला का लाभ लिया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि हर किसान तक कृषि की योजनाएं पहुचनी चाहिये इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि कृषि में बेहतर विकास के लिए जिले के सभी 318 पंचायत की क्रॉपिंग इंटेंसिटी तैयार की जाएगी। इसके लिए जिला कृषि पदाधिकारी को अभी से ही लग जाना होगा। इतना ही नहीं प्रत्येक पंचायत की मिट्टी जांच होनी चाहिए ताकि पता लग सके की मिट्टी की गुणवत्ता क्या है। इसके लिए सैंपल लिया जाना चाहिए। नियमित रूप से खेती किसानी परिचर्चा आयोजित होनी चाहिए। कृषि परिचर्चा में एजेंडा हर पंचायत का अलग-अलग और स्पेसिफिक होनी चाहिए। कृषि चौपाल के लिए भी बेहतर एजेंडा होना चाहिए ताकि इसका लाभ किसानों तक पहुंचे। किसानों की मदद के लिए मौसम पूर्वानुमान को लेकर भी समय-समय पर जानकारी दी जानी चाहिए।उन्होंने कहा कि खाद की उपलब्धता हमेशा बफर स्टॉक के रूप में किया जाना चाहिए ताकि कभी भी किसानों को परेशानी नहीं हो।आकस्मिक फसल बीमा योजना और सरकार की किसानों के लिए जो विभिन्न योजनाएं हैं उनका व्यापक प्रचार प्रसार करने का आदेश दिया। जिलाधिकारी ने कृषि से संबंधित अनेक महत्वपूर्ण बिंदु पर सुझाव और निर्देश दिए।

उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कृषि की योजनाएं आम किसानों तक पहुंचे इसके लिए जिला से लेकर प्रखंड स्तर के कृषि पदाधिकारी को जुट जाना होगा।किसी तरह की लापरवाही होती है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

कार्यक्रम को संयुक्त कृषि निदेशक, जिला कृषि पदाधिकारी समेत अन्य अधिकारियों ने भी संबोधित किया।

खरीफ महाअभियान कार्यशाला प्रखंड स्तर पर भी होगा, इसके लिए कैलेंडर जारी कर दिया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि

26 मई को सदर प्रखंड, दिघवारा प्रखंड और दरियापुर प्रखंड में,

27 को जलालपुर प्रखंड में, परसा प्रखंड में और रीविलगंज प्रखंड में,

28 को मकेर प्रखंड में, अमनौर प्रखंड में और तरैया प्रखंड में,

29 को नगरा प्रखंड में, एकमा प्रखंड में, मांझी प्रखंड में,

30 को मढ़ौरा, सोनपुर और गरखा प्रखंड में,

31 को बनियापुर, लहलादपुर, इसुआपुर प्रखंड में,

1 जून को पानापुर और मशरख प्रखंड में कार्यशाला का आयोजन होगा.

कार्यक्रम में खरीफ शंकर धान बीज वितरण कार्यक्रम, खरीफ वर्ष 2025- 26, मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना अंतर्गत धान बीज वितरण के लिए प्रखंड द्वारा प्रस्तावित लक्ष्य के बारे में जानकारी दी गई, चतुर्थ कृषि रोड मैप के अंतर्गत खाद्य एवं पोषण सुरक्षा दलहन योजना अंतर्गत अरहर फसल को बढ़ावा देने के लिए भौतिक एवं वित्तीय जिलावार वार्षिक कार्य योजना आदि के बारे में जानकारी दी गई।

  • सारण के सभी पंचायतों में विशेष अभियान चलाकर बनाया जायेगा आयुष्मान कार्ड
  • 26 से 28 मई तक चलेगा विशेष अभियान
  • 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों का बनेगा आयुष्मान कार्ड
  • डेडिकेटेड काउंटर की होगी स्थापना

Chhapra: सरकार का उद्देश्य राज्य के हर नागरिक को बिना पैसे के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराना है। प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना एंव मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने को लेकर जिले के सभी पंचायतों में विशेष अभियान चलाया जायेगा। अभियान के तहत सभी पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जायेगा। इसको लेकर मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने सभी जिला पदाधिकारियों को आदेश जारी किया है। निर्देश में कहा गया है कि बिहार सरकार द्वारा आयुष्मान भारत–प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना (MM-JAY) के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड उपलब्ध कराने के लिए एक “विशेष अभियान” चलाया जा रहा है। यह अभियान 26 मई से 28 मई 2025 तक राज्यभर में आयोजित किया जाएगा।

डेडिकेटेड काउंटर की होगी स्थापना:

आयुष्मान भारत के प्रभारी जिला समन्वयक अभिनय कुमार ने बताया कि ग्राम सभा, पंचायत बैठक और विशेष शिविरों के माध्यम से योजना के प्रचार-प्रसार और जागरूकता को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रत्येक पंचायत स्तर पर एक समर्पित हेल्प डेस्क / काउंटर की स्थापना की जाएगी जहाँ कार्ड बनाए जाएंगे। पंचायत स्तर पर शिविर आयोजन हेतु आवश्यक मानव संसाधन और संसाधनों की सूची बनाकर माइक्रो प्लान तैयार करने का निर्देश दिया गया है। शिविर सुबह 6:30 से 9:30 तक लगाए जाएंगे ताकि अधिक से अधिक बुजुर्ग लाभ उठा सकें। अभियान शुरू होने से पहले हर पंचायत में ग्राम सभा, पंचायत समिति, आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की बैठक के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाएगा। लाभार्थियों की पहचान सुनिश्चित करने हेतु सूची तैयार की जा रही है।

70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों का बनेगा कार्ड:

सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों को योजना से जोड़ना और उन्हें मुफ्त चिकित्सा सुविधा दिलाना है। इस अभियान में 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्ति का कार्ड बनाया जायेगा, चाहे उसकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति जैसी भी हो। इसके तहत योग्य लाभार्थियों को 5 लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी। कॉमन सर्विस सेंटर, पंचायत स्तर पर कार्यरत प्रतिनिधियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की मदद से विशेष शिविरों का आयोजन किया जायेगा। आयुष्मान ऐप और पोर्टल के माध्यम से “Beneficiary Login” की प्रक्रिया को भी सरल बनाने के लिए जागरूकता फैलाई जाएगी। वरिष्ठ नागरिकों के लिए पंचायत भवन, ब्लॉक ऑफिस, सीएससी केंद्रों, अनुमंडल कार्यालय, जिला अस्पताल, सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों एवं निजी सूचीबद्ध अस्पतालों में डेडिकेटेड काउंटर स्थापित किए जाएंगे।

जिले में 12 लाख से अधिक लाभार्थियों का बना कार्ड:

सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि जिले में 27 लाख 61 हजार 472 लाभार्थियों का कार्ड बनाने का लक्ष्य विभाग ने तय किया है। अब तक 12 लाख 32 हजार 472 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जा चुका है। वहीं अब तक 70 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 7406 लाभार्थियों का कार्ड बन चुका है। अभियान के ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों का कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है।

Chhapra: विद्या भारती विद्यालय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वारा ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्घाटन विशिष्ट अतिथि के रूप में लोक शिक्षा समिति, बिहार की अध्यक्षा सुधा बाला, विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सचिव सुरेश प्रसाद सिंह, विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ, अभिषेक कुमार (ताइक्वांडो प्रशिक्षक ) ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया।

विभिन्न विद्याओं में कौशल को विकसित करने की योजना
विभिन्न प्रवक्ताओं ने ग्रीष्मकालीन शिविर के महत्व को बताया । विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ ने बताया कि सीबीएसई के पाठ्यक्रम के अंतर्गत भैया, बहनों को विभिन्न विद्याओं में कौशल को विकसित करने की योजना है। इसलिए ग्रीष्मावकाश में दो दिवसीय विभिन्न विधाओं जैसे+ तैराकी, कला, सुलेख, बेकार पदार्थों से विभिन्न प्रकार के सजावटी सामानों का निर्माण, योग, स्पोकन इंग्लिश, ताइक्वांडो इत्यादि को भैया, बहनों में कौशल के रूप में विकसित करना है।

ग्रीष्मकालीन शिविर में भैया, बहनों ने बढ़-चढकर हिस्सा लिया। छोटे-छोटे भैया बहनों ठंडे पेय पदार्थ का सेवन करते हुए स्विमिंग पूल में स्नान करने एवं तैरने का लुत्फ़ उठाते हुए नजर आए। वहीं बहनें आत्मरक्षा हेतु ताइक्वांडो का अभ्यास करते हुए नजर आईं। विभिन्न विद्याओं में भैया, बहनों ने हर्ष एवं उमंग के साथ भाग लिया।

इस ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वर नाथ के नेतृत्व में विभिन्न विधाओं के प्रमुख राजेश कुमार, राजेश कुमार पाठक, अनिल कुमार आजाद, मणि भूषण सिंहा, राकेश कुमार के दिशा निर्देश में प्रारंभ हुआ।

इस ग्रीष्मकालीन शिविर के आयोजन में आचार्य बंधु, भगिनी जय प्रकाश द्विवेदी, आशुतोष कुमार दर्शना सिंह, नीलू कुमारी, रंजीता रंजन, रिचा गुप्ता, विशाल कुमार, इंदु कुमारी, गीतांजलि कुमारी, स्वाति कुमारी, अंजलि कुमारी, शुभम कुमार, मनीष कुमार इत्यादि ने बढ़- चढ़ कर भाग लिया।

Bollywood:  मनोरंजन जगत से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। बॉलीवुड अभिनेत्री अथिया शेट्टी ने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कहने का फैसला कर लिया है। इस बात की पुष्टि खुद उनके पिता सुनील शेट्टी ने की है। अथिया के इस फैसले से उनके प्रशंसकों को बड़ा झटका लगा है।

 

2015 में अथिया ने फिल्म ‘हीरो’ से बॉलीवुड में कदम रखा था

साल 2015 में अथिया ने फिल्म ‘हीरो’ से बॉलीवुड में कदम रखा था और अब महज 32 साल की उम्र में उन्होंने ग्लैमर वर्ल्ड को छोड़ने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि हाल ही में मां बनने के बाद अथिया ने पूरी तरह से मातृत्व की जिम्मेदारियों को अपनाने का फैसला किया है और इसी कारण उन्होंने अभिनय से दूरी बनाने का रास्ता चुना है।

दियासुनील शेट्टी ने अपनी बेटी अथिया शेट्टी के फिल्म इंडस्ट्री से दूर होने के फैसले को लेकर खुल कर बात की है

अथिया ने हमेशा के लिए बॉलीवुड छोड़ दियासुनील शेट्टी ने अपनी बेटी अथिया शेट्टी के फिल्म इंडस्ट्री से दूर होने के फैसले को लेकर खुल कर बात की है। उन्होंने बताया कि यह निर्णय अथिया ने पूरी तरह अपने मन से लिया है। सुनील ने कहा, “अथिया ने अपनी आखिरी फिल्म के बाद कई प्रस्ताव ठुकरा दिए। एक दिन वह मेरे पास आई और बोली, ‘पापा, मैं अब फिल्मों में काम नहीं करना चाहती और बस, वह चली गई।” उन्होंने आगे कहा, “मैं उसके फैसले का पूरा सम्मान करता हूं। सबसे अच्छी बात यह है कि उसने दूसरों की नहीं बल्कि अपने दिल की सुनी।” इस तरह सुनील शेट्टी ने साफ किया कि अथिया ने फिल्मों दुनिया से दूरी बनाने का फैसला सोच-समझकर लिया है।

अथिया का करियर

अथिया शेट्टी ने जनवरी 2023 में भारतीय क्रिकेटर के.एल. राहुल से शादी रचाई थी। मार्च 2025 में दोनों एक प्यारी-सी बेटी के माता-पिता बने, जिसका नाम उन्होंने ‘इवारा’ रखा है। सुनील शेट्टी ने एक मां के रूप में अथिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा, “आज वह अपने जीवन की सबसे खूबसूरत भूमिका निभा रही है, मातृत्व। वह इस नई यात्रा को पूरी तरह जी रही है और हर पल का आनंद ले रही है।” हालांकि अथिया के एक्टिंग करियर को अलविदा कहने का फैसला उनके प्रशंसकों के लिए चौंकाने वाला रहा, लेकिन कई लोग उनके इस फैसले की तारीफ भी कर रहे हैं और उनके नए जीवन को शुभकामनाएं दे रहे हैं, अथिया ने 2015 में फिल्म ‘हीरो’ से अपने करियर की शुरुआत की और उसके बाद दो फिल्मों ‘मुबारकां’ (2017) और ‘मोतीचूर चकनाचूर’ (2019) में काम किया। हालाँकि, इन फिल्मों को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। फिर भी लोगों ने अथिया के प्रदर्शन की प्रशंसा की।

काठमांडू, 22 मई (हि.स.)। आतंकवादियों की घुसपैठ की खुफिया सूचना के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है। दोनों देशों के सुरक्षाकर्मी 24 घंटे संयुक्त निगरानी में जुटे हुए हैं। भारतीय खुफिया एजेंसी के नेपाल में रह रहे 37 पाकिस्तानी और बांग्लादेशी आतंकवादियों के भारत में प्रवेश करने के प्रयास की जानकारी साझा करने के बाद सीमा पार करने वाले एक-एक व्यक्ति की सख्ती से जांच की जा रही है।

नेपाल में आईएसआई के स्लीपर सेल के एक्टिव होने की जानकारी मिली है

दिल्ली में गिरफ्तार नेपाली नागरिक अंसारुल मियां अंसारी की गिरफ्तारी के बाद उसने जो खुलासा किया है उसके बाद नेपाल में आईएसआई के स्लीपर सेल के एक्टिव होने की जानकारी मिली है जिसे भारतीय इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) ने नेपाली सुरक्षा बलों के साथ साझा किया है। इसके बाद से ही नेपाल पुलिस के विशेष ब्यूरो और एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड उनको ढूंढने के प्रयास में जुटे हैं।

नेपाल के सशस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ) के साथ सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है

उधर नेपाल भारत खुली सीमा पर भारतीय एसएसबी और नेपाल के सशस्त्र प्रहरी बल (एपीएफ) के साथ सीमा पर निगरानी बढ़ा दी है। एपीएफ सीमा सुरक्षा के प्रभारी डीआईजी कमल गिरी ने कहा कि सीमा क्षेत्र के दोनों तरफ हाई अलर्ट जारी किया गया है। इस समय एसएसबी और एपीएफ की टीम सीमा पर कड़ी निगरानी कर रही है। डीआईजी ने बताया कि 24×7 सीमा सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

चंडीगढ़, 22 मई (हि.स.)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे क्षेत्रों में कार्रवाई करते हुए एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी आरोपित के पास से पाकिस्तानी करेंसी मिली है। इसके अलावा बीएसएफ जवानों ने दो पाकिस्तानी ड्रोन बरामद किए हैं।

एक पाकिस्तानी घुसपैठिया  गिरफ्तार

बीएसएफ द्वारा जारी जानकारी के अनुसार अमृतसर जिले में कार्रवाई करते हुए एक पाकिस्तानी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया है। उसके पास 330 रुपये पाकिस्तानी करेंसी मिली। पूछताछ के बाद उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया।

बीएसएफ ने  02 डीजेआई माविक 3 क्लासिक ड्रोन बरामद किए

इसके अलावा दो अलग-अलग ऑपरेशनों में खुफिया सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करते हुए बीएसएफ के जवानों ने फिरोजपुर सीमा के पास 02 डीजेआई माविक 3 क्लासिक ड्रोन बरामद किए। इनमें एक पाल्हा मेघा गांव के पास एक खेत से बरामद किया गया है जबकि दूसरा गांव गेंडू किलचा के पास सीमा पर लगी बाड़ में फंसा हुआ पाया गया। माना जा रहा है कि दोनों ड्रोन बीएसएफ द्वारा तैनात मजबूत इलेक्ट्रॉनिक एंटी ड्रोन सिस्टम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हुए।

Patna, 22 मई (हि.स.)। बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (वीटीआर) में गुरुवार यानी 22 मई को वन प्रमंडल-2 के हरनाटाड़, कक्ष संख्या एन-3 में एक चार वर्षीय बाघिन का शव मिला है।

सुबह गश्त पर निकले वनकर्मियों ने शव देखा। शरीर पर कई जगह गहरे जख्म पाए गए।

वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ. नेशामणि ने बताया कि प्रथम दृष्टया बाघिन की मौत किसी अन्य बाघ के साथ क्षेत्रीय वर्चस्व की भिड़ंत में होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि भिड़ंत में शामिल दूसरा बाघ भी घायल हो सकता है, जिसकी तलाश और निगरानी के लिए वनकर्मियों की टीम तैनात की गई है। गंभीर जख्म होने पर दूसरे बाघ की भी मौत का खतरा बना हुआ है।

पिछले पांच वर्षों में छह से अधिक बाघों की मौत हो चुकी है

वीटीआर के अधिकारियों ने शिकार की संभावना को खारिज किया है, लेकिन क्षेत्र में बाघों की सुरक्षा और निगरानी बढ़ा दी गई है। यह घटना वीटीआर में बाघों की लगातार हो रही मौतों की कड़ी में ताजा मामला है। वीटीआर में पिछले पांच वर्षों में छह से अधिक बाघों की मौत हो चुकी है, जो बिहार के एकमात्र टाइगर रिजर्व के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

बाघिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है

घटनास्थल पर वन संरक्षक, डीएफओ पीयूष बरनवाल, रेंजर शिवकुमार राम, वेटनरी डॉ. मनोज कुमार टोनी, बॉयोलॉजिस्ट सौरभ कुमार और अन्य वनकर्मियों की टीम ने पहुंचकर जांच शुरू की। बाघिन के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और नमूने भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईवीआरआई), बरेली और वन्यजीव संस्थान (डब्लूआईआई) देहरादून भेजे जाएंगे ताकि मौत के सटीक कारण का पता लगाया जा सके।

वीटीआर में अब तक हुए बाघों की मौत की आंकड़ा

1. तीस जनवरी 2021 को गोबर्धना वनक्षेत्र में धारदार जाल में फंसकर एक बाघ की मौत हुई थी।

2. फरवरी 2021 में बाघिन टी-3 का शव कीड़े लगे हालत में मिला, जिसे इलाज के लिए पटना ले जाते समय उसकी मौत हो गई।

3. 13 अक्टूबर 2021 को बाघों की भिड़ंत में एक बाघ मारा गया।

4. 06 जनवरी 2021 को वाल्मीकिनगर में नेपाली बाघिन से भिड़ंत में आठ माह के बाघ की मौत।

5. 01 मार्च 2022 को गोनौली में करंट लगने से बाघ की मौत हुई और 8 अक्टूबर 2022 को आठ लोगों को मारने वाले बाघ को गोबर्धना में गोली मार दी गई।

6. 09 फरवरी 2023 को रमपुरवा सरेह में रॉयल बंगाल टाइगर की मौत दर्ज की गई।

Cannes Film Festiva: 78वें Cannes Film Festival में ऐश्वर्या राय बच्चन ने एक बार फिर अपने शाही अंदाज़ से सभी का ध्यान खींचा। 22वीं बार इस प्रतिष्ठित समारोह में शिरकत करते हुए, उन्होंने इस बार एक पारंपरिक बनारसी साड़ी पहनकर भारतीय संस्कृति और फैशन का अद्भुत मेल प्रस्तुत किया।

मशहूर डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा द्वारा डिज़ाइन की गई इस हाथ से बुनी कढ़वा बनारसी साड़ी

मशहूर डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा द्वारा डिज़ाइन की गई इस हाथ से बुनी कढ़वा बनारसी साड़ी में गुलाबी और चांदी के ज़री का बारीक काम था, जिसे सोने और चांदी की ज़रदोज़ी दुपट्टे के साथ पहना गया। उनका लुक 500 कैरेट के मोज़ाम्बिक रूबी और अनकट हीरों से बने 18 कैरेट गोल्ड के हार और बोल्ड स्टेटमेंट रिंग से और भी निखर उठा ।

इस लुक ने सोशल मीडिया पर नई चर्चाओं को जन्म दिया। 

इस बार की सबसे खास बात थी उनके माथे पर सजा हुआ गहरा लाल सिंदूर, जिसने सोशल मीडिया पर नई चर्चाओं को जन्म दिया। कुछ लोगों ने इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर’—भारतीय सेना की हालिया सैन्य कार्रवाई—के प्रति समर्थन का प्रतीक माना, जबकि अन्य ने इसे अभिषेक बच्चन संग उनके रिश्ते को लेकर चल रही अफवाहों का खंडन करने का एक सशक्त संदेश बताया ।

ऐश्वर्या ने ‘The History of Sound’ फिल्म की स्क्रीनिंग में हिस्सा लिया

रेड कार्पेट पर ऐश्वर्या ने ‘The History of Sound’ फिल्म की स्क्रीनिंग में हिस्सा लिया, जिसमें पॉल मेस्कल और जोश ओ’कॉनर मुख्य भूमिकाओं में हैं । उनकी बेटी आराध्या भी उनके साथ थीं, जो पिछले कई वर्षों से उनके साथ इस समारोह में शामिल होती रही हैं ।ऐश्वर्या के इस पारंपरिक और ग्लैमरस लुक की तुलना कई फैंस ने रेखा से की, जिन्हें भारतीय सिनेमा में पारंपरिक सौंदर्य और शालीनता का प्रतीक माना जाता है ।

 ऐश्वर्या ने  भारतीय परंपरा और फैशन को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया

कुल मिलाकर, ऐश्वर्या राय बच्चन ने इस साल के कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपने लुक से न केवल भारतीय परंपरा और फैशन को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत किया, बल्कि अपने व्यक्तिगत जीवन को लेकर चल रही चर्चाओं पर भी एक सशक्त और गरिमामय संदेश दिया।

सुरेमनपुर स्टेशन का वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे उद्घाटन

Suremanpur : भारतीय रेल पर आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को देखते हुये रेलवे स्टेशनों पर विश्वस्तरीय यात्रा सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु उनके पुनर्विकास का कार्य कार्य तेजी से किया गया है।
इसी क्रम में, 22 मई, 2025 को राजस्थान के बीकानेर के पालना से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कर कमलों द्वारा अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत भारतीय रेल के 103 पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों उद्घाटन करेगें। इसी कार्यक्रम के बलिया जिला में स्थित सुरेमनपुर पूर्वोत्तर रेलवे के सुरेमनपुर स्टेशन का भी उद्घाटन वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया जायेगा।

इस अवसर पर सांसद लोकसभा (बलिया) सनातन पाण्डेय, सांसद राज्यसभा नीरज शेखर, विधायक (बैरिया) जयप्रकाश अंचल, सदस्य विधान परिषद रविशंकर सिंह (पप्पू) सहित नगर के गणमान्य नागरिक इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।

बलिया जनपद में स्थित सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन अपने आस-पास के क्षेत्रों के लिए रेल यातायात की सुविधा प्रदान करता है। औड़िहार-छपरा रेल खण्ड पर स्थित सुरेमनपुर स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे का एन.एस.जी-4 श्रेणी का एक प्रमुख स्टेशन है जो सीधी ट्रेन सेवा से लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, कोलकाता, दरभंगा, अहमदाबाद, दिल्ली, अमृतसर, मुम्बई, सूरत, अम्बाला, रायपुर आदि नगरों से जुड़ा है। विकसित भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से अग्रसर भारतीय रेल ने आगामी पांच दशक की आवश्यकताओं को देखते हुये ‘अमृत स्टेषन योजना‘ के अन्तर्गत रू. 12.41 करोड़ की लागत से सुरेमनपुर स्टेशन को पुनर्विकसित कर उन्नत यात्रा सुविधायें उपलब्ध कराई गई।

स्टेशन भवन का नवीनीकरण कर फसाड में सुधार कर इसे आकर्षक स्वरूप दिया गया है। यात्रियों को धूप एवं वर्षा से बचाने के लिये स्टेशन के सभी 03 प्लेटफार्मों पर 34 बे के यात्री छाजन का कार्य पूर्ण किया गया है। स्टेशन परिसर में 2824 वर्गमीटर में सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार एवं विकास किया गया। एप्रोच रोड में सुधार के साथ ही नया प्रवेश द्वार बनाया गया है, जिससे यात्रियों को स्टेशन पहुंचने में काफी सुविधा हुई है। प्लेटफार्म संख्या 01 एवं 02 का उच्चीकरण एवं विस्तार, फुल लेंथ प्लेटफार्म बनाने के साथ ही इसके सतह में सुधार कर ग्रेनाइट लगाया गया है। यहाँ पर 658 वर्गमीटर में प्रतीक्षालय में सुधार एवं वी.आई.पी. लाउन्ज बनाया गया। प्लेटफार्मों पर यात्रियों के बैठने हेतु 39 स्टील तथा 90 कांक्रीट की बेंचें उपलब्ध कराई गई हैं। यात्रियों को एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर जाने के लिये एक पैदल उपरिगामी पुल तथा 2 लिफ्ट का कार्य पूर्ण किया गया है तथा एक नया प्रसाधन केन्द्र बनाया गया है। स्टेशन पर दिव्यांगजनों के अनुकूल सभी सुविधाएं विकसित की गई है।

स्थानीय संस्कृति के अनुरूप स्टेशन परिसर में सीमेंट के मुराल बनाये गये हैं तथा आकर्षक वाल पेंटिंग की गई है। यात्रियों की सहायता हेतु सहयोग काउंटर सुविधाजन्य तरीके से टिकट वितरण के 04 टिकट काउण्टर, पीने के पानी हेतु पर्याप्त नल की उपलब्धता के साथ एवं वाटरबूथ बनाया गया है। पूरे स्टेशन परिसर में उन्नत प्रकाश व्यवस्था के साथ ही आधुनिक फसाड़ लाइटिंग लगाई गई है। अन्तर्राष्ट्रीय मानक के साइनेज तथा टेªन डिस्प्ले बोर्ड लगाया गया है। स्टेशन आने वाले दो एवं चार पहिया वाहनों के पार्किंग का प्रावधान किया गया है।