केरल में मानसून ने दी दस्तक, तय समय से 8 दिन पहले आगमन

केरल में मानसून ने दी दस्तक, तय समय से 8 दिन पहले आगमन

New Delhi , 24 मई (हि.स.)। झमाझम बारिश के साथ मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है। भारत की मुख्य भूमि पर पिछले 16 साल में मानसून का सबसे पहले आगमन हुआ है। इस बार अपने तय समय से 8 दिन पहले मानसून ने दस्‍तक दे दी है, जो 2009 के बाद से भारतीय मुख्य भूमि पर इसका सबसे जल्दी आगमन है।

पिछली बार राज्य में मानसून इतनी जल्दी 2009 और 2001 में आया था

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की तरफ से शनिवार को जारी बयान में कहा गया है कि दक्षिण-पश्चिमी मानसून केरल पहुंच गया, जो 2009 के बाद से भारतीय मुख्य भूमि पर इसका सबसे जल्दी आगमन है। मौसम विभाग के मुताबिक पिछली बार राज्य में मानसून इतनी जल्दी 2009 और 2001 में आया था, जब यह 23 मई, 2029 को केरल पहुंचा था।

आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है

देश में मानसून का जल्दी आना आमतौर पर सभी क्षेत्रों के लिए काफी लाभकारी होता है, विशेषकर कृषि क्षेत्र में जो भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून 1 जून तक केरल में दस्तक देता है, जबकि 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। विभाग के मुताबिक यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है। आईएमडी की तरफ से जारी आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल 30 मई को दक्षिणी राज्य केरल में मानसून आया था। वहीं, साल 2023 में 8 जून को, 2022 में 29 मई को, 2021 में 3 जून को, 2020 में 1 जून को, 2019 में 8 जून को और 2018 में 29 मई को मॉनसून की एंट्री हुई थी।

 

आईएमडी ने अप्रैल महीने में साल 2025 के मानसून सीजन में सामान्य से ज्‍यादा वर्षा का अनुमान लगाया था

मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून के आगमन की तारीख और देशभर में इस मौसम में होने वाली कुल बारिश के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। केरल में मानसून के जल्दी आगमन या देरी से पहुंचने का मतलब यह नहीं है कि ये देश के अन्य हिस्सों में भी इसी तरह पहुंचेगा। एक अधिकारी ने बताया कि यह बड़े पैमाने पर परिवर्तनशीलता और वैश्विक, क्षेत्रीय और स्थानीय विशेषताओं की निर्भर करता है। आईएमडी ने अप्रैल महीने में साल 2025 के मानसून सीजन में सामान्य से ज्‍यादा वर्षा का अनुमान लगाया था। इसके साथ ही आईएमडी ने अल नीनो की स्थिति की संभावना को खारिज कर दिया था, जो भारतीय उपमहाद्वीप में सामान्य से कम वर्षा के लिए जिम्मेदार होता है।

उल्‍लेखनीय है कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्‍ली में न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो मौसम के औसत से 1.7 डिग्री कम है। इसके अलावा आईएमडी ने शनिवार और रविवार को बारिश के साथ आंधी का अनुमान जताया है, जबकि अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की उम्मीद है।

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