Entertainment: काफी वक्त से दर्शक बेसब्री से मनोज बाजपेयी की चर्चित वेब सीरीज़ ‘द फैमिली मैन’ के तीसरे सीजन का इंतज़ार कर रहे हैं। इस बार कहानी और भी दिलचस्प होने जा रही है, क्योंकि सीजन-3 में जयदीप अहलावत और निमरत कौर की एंट्री हो चुकी है, जिससे उत्साह और भी बढ़ गया है। कुछ दिन पहले मेकर्स ने ‘द फैमिली मैन-3’ का पहला वीडियो टीज़र रिलीज़ किया था, जिसमें मनोज बाजपेयी समेत कई प्रमुख किरदारों की झलक देखने को मिली थी। अब खुद मनोज बाजपेयी ने बताया है कि यह सीरीज कब तक दर्शकों के सामने आने वाली है।

मनोज बाजपेयी ने खुलासा किया है कि ‘द फैमिली मैन-3’ की शूटिंग पूरी हो चुकी है

रिपोर्ट्स के मुताबिक मनोज बाजपेयी ने खुलासा किया है कि ‘द फैमिली मैन-3’ की शूटिंग पूरी हो चुकी है और यह बहुप्रतीक्षित सीरीज़ इस साल अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले हफ्ते में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर रिलीज की जा सकती है। मनोज ने कहा, “शूटिंग खत्म हो गई है। जब हमने इस सफर की शुरुआत की थी, तब अंदाज़ा नहीं था कि ‘द फैमिली मैन’ को इतना ज़बरदस्त प्यार मिलेगा। क्या यह मेरा सबसे लोकप्रिय काम है? मैं कहूंगा, हां, बिल्कुल।”

मनोज बाजपेयी ने आगे कहा, “फिलहाल मैं इतना ही कहूंगा कि अगर आपको ‘द फैमिली मैन’ के पहले और दूसरे सीजन पसंद आए हैं, तो तीसरा सीजन आपको बिल्कुल भी निराश नहीं करेगा। इस बार सीरीज की जान जयदीप अहलावत हैं। मैं हमेशा से ऐसे कलाकारों के साथ काम करना चाहता था।” ‘द फैमिली मैन-3’ में एक बार फिर प्रियामणि और शारिब हाशमी भी अहम भूमिकाओं में नजर आएंगे। इस सीरीज़ का निर्माण राज और डीके की मशहूर जोड़ी ने अपने बैनर डी2आर फिल्म्स के तहत किया है, जो इससे पहले भी शो को बड़ी सफलता दिला चुके हैं।

Lucknow, 14 जुलाई (हि.स.)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने सोमवार को बिहार की गठबंधन सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गई है। मुख्यमंत्री का एक करोड़ नौकरियां देने का वादा महज़ एक जुमला और चुनावी छलावा है।

एक करोड़ रोजगार देने का ऐलान ‘अच्छे दिन’ की तरह एक जुमलाबाज़ी है: ​मायावती

मायावती ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदहाल है। राज्य की घटनाओं पर राष्ट्रीय स्तर पर हो रही चर्चाओं के बीच लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बिहार की गठबंधन सरकार ने घोषणा की है कि अगर चुनाव के बाद उनकी सरकार बनती है, तो वे अगले पांच सालों में एक करोड़ लोगों को नौकरी और रोज़गार देंगे। मायावती ने लिखा कि उनका मानना है कि नीतीश कुमार ने लोगों को नौकरी और रोज़गार देने की घोषणा वास्तविकता से कोसों दूर है। यह ‘अच्छे दिन’ की तरह एक जुमलाबाज़ी और चुनावी जुमला ज़्यादा है। जनता विभिन्न राजनीतिक दलों के चुनावी वादों, घोषणाओं और छल-कपट के साथ-साथ कानून-व्यवस्था और क्रियाकलापों आदि के बारे में उनके चाल, चरित्र और चेहरे से भली-भांति परिचित हैl फिर भी छल-कपट और कपटपूर्ण राजनीति की अपनी आदत से मजबूर विपक्षी दल चुनाव से पहले ऐसे अनेक लोकलुभावन वादे करने से ज़रा भी नहीं डरते या घबराते हैं।

उन्होंन कहा कि बिहार की वर्तमान गठबंधन सरकार का नौकरी और रोज़गार का वादा उनके अन्य वादों से कहीं अधिक मेल खाता है, जिसे जनता वास्तव में अपने अब तक के अनुभव के आधार पर जानती है। निश्चित रूप से बिहार की जनता सोच-समझकर एक गरीब-हितैषी और जन-हितैषी सरकार चुनेगी, बशर्ते चुनाव पूरी तरह स्वतंत्र और निष्पक्ष हों, बाहुबल, धनबल और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग से मुक्त हों। सभी गरीबों, मज़दूरों और अन्य मेहनतकश लोगों को मतदान का उचित अवसर मिले। उम्मीद है कि चुनाव आयोग इसका पूरा ध्यान ज़रूर रखेगा।

Chhapra: जिले में सिपाही भर्ती परीक्षा को शांतिपूर्ण और कदाचारमुक्त माहौल में सपन्न कराने को लेकर आज जिलाधिकारी अमन समीर एवं पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने संयुक्त रूप से बिफ्रिंग की. यह बिफ्रिंग केंद्रीय चयन पर्षद द्वारा आयोजित होने वाली लिखित परीक्षा के आयोजन को लेकर की गई. परीक्षा जिले २६ परीक्षा केंद्रों पर 16, 20 ,23 27 30 जुलाई तथा 3 अगस्त को आयोजित की जाएगी.

इस अवसर पर सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों तथा पुलिस पदाधिकारियों एवं अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए। अधिकारियों को बताया गया कि परीक्षा के दौरान पूरी सतर्कता बरती जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि परीक्षा पूरी तरह से पारदर्शी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हो।

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने सभी अधिकारियों से समन्वय बनाकर कार्य करने की अपील की, ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो और अभ्यर्थियों को एक स्वच्छ वातावरण में परीक्षा देने का अवसर मिले।

Chhapra: जिलाधिकारी सारण अमन समीर द्वारा जिला भू अर्जन पदाधिकारी, अपर जिला भू अर्जन पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सदर/सोनपुर, सभी संबंधित अंचलाधिकारी तथा NHAI के अभियंताओं के साथ सारण जिले में विभिन्न परियोजनाओं से संबंधित भू-अर्जन के कार्यों की समीक्षा की गई.

विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं यथा शेरपुर – दिघवारा रिंग रोड, मानिकपुर – बाकरपुर भारतमाला परियोजना, जे पी सेतु के समानान्तर पुल का निर्माण परियोजना, रामजानकी पथ निर्माण, परसा बाईपास, गड़खा बाईपास, अमनौर बाईपास, छपरा बाईपास इत्यादि के अद्यतन स्थिति के संबंध में VC के माध्यम से तथा भौतिक रूप से समीक्षा की गई. समीक्षा के दौरान संबंधित पदाधिकारियों तथा अभियंताओं को सभी परियोजनाओं में लगातार कैम्प का आयोजन कर सम्बन्धित रैयतों को मुआवजा राशि का भुगतान सुनिश्चित कराने को कहा गया. साथ ही निर्माण कार्य में तेजी लाने का आदेश दिया गया ताकि सभी परियोजनाओं में निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि में पूर्ण कराया जा सके.

dm

Chennai, 14 जुलाई (हि.स.)। तमिल सिनेमा ने एक महान हस्ती को खो दिया है। दिग्गज अभिनेत्री बी. सरोजा देवी का 87 वर्ष की उम्र में सोमवार को बेंगलुरु के मल्लेश्वरम स्थित उनके निवास पर उम्र से संबंधित बीमारियों के कारण निधन हो गया। सात जनवरी 1938 को बेंगलुरु में जन्मी सरोजा देवी दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग, विशेष रूप से तमिल और कन्नड़ सिनेमा में एक जाना-माना नाम थीं। छह दशकों से अधिक के अपने करियर में, उन्होंने लाखों प्रशंसकों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी।

सरोजा देवी ने अपने करियर में 200 से ज्यादा फिल्में की थीं

सरोजा देवी ने अपने करियर में कन्नड़, तमिल, तेलुगु और हिंदी भाषाओं में 200 से ज्यादा फिल्में की थीं। वह तमिल सिनेमा की प्रमुख अभिनेत्री थीं, जिन्होंने नडोडी मन्नन (1958), थाई सोल्लई थट्टाधे और एंगा वीट्टू पिल्लई जैसी उल्लेखनीय फिल्मों में काम किया। उन्होंने एम.जी. रामचंद्रन के साथ लगातार 26 हिट फिल्में दीं। उन्होंने कम उम्र में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से जल्दी ही प्रसिद्धि हासिल की। उन्होंने कई प्रतिष्ठित फिल्मों में काम किया और अपने समय के दिग्गज अभिनेताओं के साथ जोड़ी बनाई। उनकी ऑन-स्क्रीन मौजूदगी और बहुमुखी प्रतिभा ने उन्हें व्यापक प्रशंसा दिलाई और वह अपने युग की सबसे प्रसिद्ध अभिनेत्रियों में से एक बन गईं।

सिनेमा में अपने योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए

अपने शानदार करियर के दौरान सरोजा देवी ने सिनेमा में अपने योगदान के लिए कई पुरस्कार और सम्मान प्राप्त किए, जिनमें 1969 में पद्म श्री, 1992 में पद्म भूषण और बैंगलोर विश्वविद्यालय से मानद डॉक्टरेट उपाधि शामिल हैं। उनकी विरासत आज भी उभरते हुए अभिनेताओं और अभिनेत्रियों को प्रेरित करती है और उनकी फिल्में आज भी सराही जाती हैं।

उनके निधन की खबर ने फिल्म उद्योग में शोक की लहर दौड़ा दी है। प्रशंसक, सहकर्मी और शुभचिंतक उनके उल्लेखनीय जीवन और करियर को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। दिग्गज अभिनेता रजनीकांत ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, ‘लाखों प्रशंसकों के दिलों पर राज करने वाली महान अभिनेत्री सरोजा देवी अब हमारे बीच नहीं रहीं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।’

New Delhi, 14 जुलाई (हि.स.)। उदयपुर फाइल्स फिल्म की रिलीज पर रोक का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती दी गई है। साेमवार काे वकील गौरव भाटिया ने जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच के मामले की जल्द सुनवाई की मांग की। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर जल्द सुनवाई का भरोसा दिया।

फिल्म पूरी तरह से आपत्तिजनक है और इसमें एक समुदाय विशेष को टारगेट किया गया है: वकील कपिल सिब्बल 

दिल्ली हाई कोर्ट ने 10 जुलाई को फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को रिलीज करने पर अंतरिम रोक लगा दी थी। चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय की अध्यक्षता वाली बेंच ने याचिकाकर्ता को निर्देश दिया था कि वो फिल्म को लेकर केंद्र सरकार के समक्ष 14 जुलाई तक अपनी आपत्ति दर्ज कराएं। कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि याचिकाकर्ता की आपत्ति मिलने के बाद उस पर एक हफ्ते में फैसला करें। हाई कोर्ट ने कहा था कि केंद्र सरकार के फैसला आने तक फिल्म की रिलीज पर अंतरिम रोक जारी रहेगी।

हाई कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के दौरान सेंसर बोर्ड ने कहा था कि उसने फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ के आपत्तिजनक हिस्से को हटा दिया है। सेंसर बोर्ड की इस सूचना के बाद हाई कोर्ट ने फिल्म और उसके ट्रेलर की याचिकाकर्ता और सेंसर बोर्ड के वकीलों के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग करने का आदेश दिया था। साेमवार काे सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से पेश वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि ये फिल्म पूरी तरह से आपत्तिजनक है और इसमें एक समुदाय विशेष को टारगेट किया गया है।

हाई कोर्ट में याचिका जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने दायर की थी

हाई कोर्ट में याचिका जमीयत-उलेमा-ए-हिंद ने दायर की थी। जमीयत के वकील फुजैल अहमद अययुबी ने कहा था कि फिल्म के ट्रेलर में पैगम्बर मोहम्मद और उनकी पत्नियों के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी की गई है। फिल्म के ट्रेलर में नूपुर शर्मा का विवादित बयान भी शामिल है। जमीयत ने आरोप लगाया था कि फिल्म के ट्रेलर में पैगम्बर मोहम्मद और उनकी पत्नियों के बारे में की गई आपत्तिजनक टिप्पणी देश के अमन-चैन को बिगाड़ सकती है। फिल्म में देवबंद को कट्टरवाद का अड्डा बताया गया है और वहां के उलेमा के विरुद्ध जहर उगला गया है।

फिल्म को सेंसर बोर्ड से प्रमाण पत्र जारी होने के बाद 11 जुलाई को रिलीज किया जाना था

याचिका में कहा गया था कि यह फिल्म एक विशेष धार्मिक समुदाय को बदनाम करती है, जिससे समाज में नफरत फैल सकती है और नागरिकों के बीच सम्मान तथा सामाजिक सौहार्द को गहरा नुकसान हो सकता है। फिल्म में ज्ञानवापी मस्जिद जैसे मामलों का भी उल्लेख है, जो वर्तमान में वाराणसी की जिला अदालत और सुप्रीम कोर्ट में लंबित हैं। फिल्म को सेंसर बोर्ड से प्रमाण पत्र जारी होने के बाद 11 जुलाई को रिलीज किया जाना था। याचिका में केंद्र सरकार, सेंसर बोर्ड, जॉनी फायर फॉक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड और एक्स कॉर्प्स को पक्षकार बनाया गया है, जो फिल्म के निर्माण और वितरण से जुड़े हैं। याचिका में कहा गया था कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का दुरुपयोग करते हुए फिल्म में ऐसे दृश्य दिखाए गए हैं जिनका इस्लाम, मुसलमानों और देवबंद से कोई लेना-देना नहीं है। ट्रेलर से साफ झलकता है कि यह फिल्म मुस्लिम-विरोधी भावनाओं से प्रेरित है।

फिल्म का 2 मिनट 53 सेकंड का ट्रेलर जारी किया गया था। फिल्म में 2022 में उदयपुर में हुई एक घटना को आधार बनाया गया है। याचिका में कहा गया था कि ट्रेलर से ही यह स्पष्ट हो जाता है कि फिल्म का मकसद एक विशेष धार्मिक समुदाय को नकारात्मक और पक्षपाती रूप में पेश करना है, जो उस समुदाय के लोगों के सम्मान के साथ जीने के मौलिक अधिकारों का सीधा उल्लंघन है।

Ujjain (Madhya Pradesh), 14 जुलाई (हि.स.)। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में सात दिन में (13 जुलाई तक) 11 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे। इस अवधि में सुबह छह बजे से रात्रि पट बंद होने तक कुल 11,06,270 भक्तों ने भगवान महाकालेश्‍वर के दर्शन किए। साथ ही लगभग 26,996 भक्तों ने भस्म आरती के दर्शन किए। यह जानकारी श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक एवं अपर कलेक्टर प्रथम कौशिक ने दी।

उन्‍होंने कहा कि आज श्रावण माह के प्रथम सोमवार पर 4,498 श्रद्धालुओं ने श्री महाकालेश्वर भगवान की भस्म आरती में दर्शन किये। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने दर्शनार्थियों के लिए सुगम दर्शन की व्यवस्था की है। कौशिक ने कहा कि दर्शन, अन्य जानकारी एवं शिकायत के लिए श्री महाकालेश्वर मंदिर टोल फ्री नंबर 18002331008 पर संपर्क किया जा सकता है।

Chhapra: शहर के भगवान बाजार थाना क्षेत्र स्थित शाह बनवारी लाल सरोवर से एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया है। शव की पहचान दिलीप साह के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, छपरा भेज दिया है।

सारण पुलिस ने जानकारी दी कि 12 जुलाई को एक महिला द्वारा सूचना दी गई थी कि उसके पति दिलीप साह दिनांक 12.07.25 की रात्रि 1:30 बजे से लापता हैं। इस मामले में भगवानबाजार थाना कांड संख्या-394/25, दिनांक-13.07.25, धारा-137(2)/140(3) बी०एन०एस० के तहत प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया था।

अनुसंधान के क्रम में भगवानबाजार थाना को सूचना प्राप्त हुई कि राजेन्द्र कॉलेज के पास स्थित पोखरा में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए भगवानबाजार थाना की पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुँची और निरीक्षण कर शव को पोखरा से बाहर निकाला।

बाद में शव की पहचान लापता व्यक्ति दिलीप साह के रूप में की गई। फिलहाल पुलिस इस घटना से जुड़े सभी पहलुओं की गहन जांच कर रही है।

 

#SundayMotivation: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त विभागाध्यक्ष प्रोo (डॉ) विजय कुमार सिन्हा ने अपने घर में बच्चों के लिए बनाया #RAINBOW क्लब, प्रत्येक रविवार निःशुल्क होती है प्रतियोगी परीक्षाओं की पढ़ाई।
देखिए VIDEO

 

#Motivational #Education #SocialService #Chhapra #Saran #ChhapraToday

Chhapra: दरियापुर थाना क्षेत्र में रविवार बिसाही ग्राम में मोटरसाइकिल सवार 2 अज्ञात नकाबपोश अपराधकर्मी द्वारा एक कार पर तबातोड फायरिंग कर दो व्यक्तियों को जख्मी कर दिया।

इलाज के क्रम में संतोष राय की मृत्यु हो गयी

घटना की सूचना पर कार्रवाई करते हुए दरियापुर थाना पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुँचकर बिसाही गांव निवासी घायल संतोष राय एवं कमलेश राय को इलाज हेतु नजदीकी पीएचसी, परसा में भर्ती करवाया गया। जहाँ उनके बेहतर इलाज हेतु पी०एम०सी०एच०, पटना रेफर किया गया। जहाँ इलाज के क्रम में संतोष राय की मृत्यु हो गयी। वहीं घटनास्थल का निरीक्षण अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सोनपुर तथा थानाध्यक्ष दरियापुर द्वारा किया गया। पुलिस ने घटनास्थल से 4 खोखा एवं 3 जिन्दा कारतूस बरामद किया है।

वरीय पुलिस अधीक्षक ने किया निरीक्षण

इसी क्रम में वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष द्वारा घटनास्थल पर पहुँचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया तथा घटना के त्वरीत उद्भेदन एवं अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु संबंधित पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया गया है।

घटनास्थल की जाँच एफएसएल टीम द्वारा की गयी है।

दरियापुर थाना पुलिस टीम द्वारा घटना से संबंधित सभी पहलुओं की जाँच कर रही है। सभी आवश्यक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी है। वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने कहा कि शीघ्र हीं दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जायेगी।

Nalanda, 13 जुलाई (हि.स.)। जिले के सिलाव थाना अंतर्गत एकसारी गांव में रविवार की सुबह प्रेमी की दबाबाजी से आहत हो प्रेमिका ने फांसी लगाकर जान दे दी।

युवक ने प्रेमिका को फोन कर कहा कि शादी के लिए पापा से दो बीघा जमीन रजिस्ट्री कराओ या जान दे दो। प्रेमी की बात से आहत युवती ने इहलीला समाप्त कर ली। मृतका की पहचान एक सारी गांव निवासी निरंजन महतो की 19 वर्षीया पुत्री विद्या भारती के रुप जमें हुई है।

मृतिका के पिता ने बताया कि वह गुजरात में रहते हैं। बेटी गांव में रहकर पार्ट वन में पढ़ाई कर रही थी। बेटी का गांव के युवक छोटू से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। वह बेटी की खुशी के लिए छोटू के घर शादी की बात करने गए थे। युवक के पिता शादी के लिए राजी हो गए जबकि, मां शादी के विरोध में थीं। लड़के वालों की नजर उनकी संपत्ति पर थी।छोटू के घर से लौटने पर युवक बेटी के मोबाइल पर कॉल कर कहा- पापा से दो बीघा जमीन लिखाओ नहीं तो खुदकुशी कर लो मैं तुमसे शादी नहीं करने वाला हूं।

युवक की बात सुन बेटी सदमे में आ गई।इसी बात से आहत हो बेटी ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटनाक्रम कि जानकारी सिलाव थाना पुलिस को दी गयी। पुलिस घटनास्थल पर जाकर मामले की जांच करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बिहारशरीफ भेज दिया है।सिलावट थानाध्यक्ष इरफान खान ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के हवाले कर दिया गया। लिखित शिकायत मिलने पर अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।

Mumbai, 13 जुलाई (हि.स.)। दक्षिण भारतीय सिनेमा के प्रतिष्ठित अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव का निधन हो गया है। उन्होंने 83 वर्ष की आयु में आज सुबह करीब 4 बजे अंतिम सांस ली। वे उम्र संबंधी कई स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। उनके निधन की खबर से फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।

अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव के निधन से न सिर्फ साउथ भारतीय सिनेमा, बल्कि पूरी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को गहरा सदमा लगा है। आंध्र प्रदेश के कांकीपाडु में जन्मे श्रीनिवास एक प्रतिष्ठित परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनके पिता, डॉ. सीता राम अंजनेयुलु, एक जाने-माने चिकित्सक थे। हालांकि श्रीनिवास का झुकाव शुरू से ही अभिनय की ओर था। विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कॉलेज के दिनों में थिएटर के प्रति अपने जुनून को जीवित रखते हुए स्टेट बैंक में नौकरी भी की, लेकिन अभिनय का प्रेम इतना गहरा था कि वे जल्द ही रंगमंच और फिर सिनेमा की दुनिया में पूरी तरह रम गए।

श्रीनिवास विजयवाड़ा ईस्ट सीट से आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधायक भी रहे थे

भारतीय सिनेमा के चमकते सितारे कोटा श्रीनिवास राव का फिल्मी और राजनीतिक सफर एक प्रेरणा की मिसाल है। वे ऐसे कलाकार थे, जिन्होंने न सिर्फ पर्दे पर अभिनय का जादू बिखेरा, बल्कि थिएटर, राजनीति और निजी जीवन में भी चुनौतियों को स्वीकार कर उन्हें अपना जीवन दर्शन बना लिया। वर्ष 1999 से 2004 तक उन्होंने विजयवाड़ा ईस्ट सीट से आंध्र प्रदेश विधानसभा में विधायक भी रहे थे। एक सच्चे जनप्रतिनिधि और समर्पित अभिनेता के रूप में श्रीनिवास ने समाज के विविध पहलुओं को नज़दीक से देखा और उन्हें अपनी अदाकारी के माध्यम से सजीव रूप में प्रस्तुत किया। उनका सफर, संघर्षों से भरा होते हुए भी असाधारण उपलब्धियों से सजा रहा।

कोटा श्रीनिवास राव को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री सहित राज्य के प्रतिष्ठित नंदी पुरस्कार समेत कई बड़े सम्मान प्राप्त हुए। अपने चार दशकों से भी लंबे करियर में उन्होंने 700 से अधिक फिल्मों में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। महेश बाबू, जूनियर एनटीआर, प्रभास और अल्लू अर्जुन जैसे दिग्गज कलाकारों के साथ काम करते हुए उन्होंने हर पीढ़ी के दर्शकों को प्रभावित किया। अपने हर किरदार में पूरी तरह डूब जाने की उनकी कला ने उन्हें खास बनाया। सिर्फ तेलुगु सिनेमा ही नहीं, श्रीनिवास ने कई हिंदी फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। सरकार, डार्लिंग, बागी और लक जैसी फिल्मों में उनका अभिनय आज भी याद किया जाता है।