Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बिहार प्रदेश के आह्वान पर पूरे प्रदेश भर में बिहार सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने हेतु सद्बुद्धि महायज्ञ का आयोजन किया गया. जिसमें छात्र-छात्राओं ने हवन कर ईश्वर से सरकार को सद्बुद्धि देने हेतु प्रार्थना किया. इसी क्रम में छपरा इकाई के द्वारा भी सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया.

इस संबंध में जय प्रकाश विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय संयोजक रवि पांडेय ने कहा कि बिहार सरकार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (STET) परिणाम को रद्द कर हजारों छात्रों के भविष्य को कुचलने का काम किया है. यह मामला कोर्ट में भी था, पर कोर्ट का निर्णय आने से पहले ही परीक्षा रद्द करने का नोटिस जारी कर दिया गया, जो बिहार सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करता है.

इसके अलावा कोविंड-19 के इस भीषण महामारी के समय एक ओर छात्र, अभिभावक आर्थिक तंगी से जूझ रहे है, तो दूसरी ओर किराएदार वह निजी शिक्षण संस्थान के मालिक शुल्क जमा करने का दबाव बना रहे हैं. इस परिस्थिति में सरकार का मौन रहना शर्मनाक है.

सुशासन के 15 वर्षों के शासनकाल में भर्ती हेतु जो परीक्षाएं हुई हैं उसमें से 95% से अधिक परीक्षाएं विवादों में रहा आखिर इसके कौन है जिम्मेदार. स्कूल, कॉलेज विश्वविद्यालय शिक्षक विहीन होते जा रहे हैं. बिना शिक्षक का छात्र कैसे पढ़ रहे हैं. इसके जिम्मेदार कौन है ना समय से परीक्षा हो रही है ना समय से परिणाम आ रहे हैं, समय से वर्ग का संचालन हो रहे हैं आखिर इसके जिम्मेदार कौन हैं?

सरकार के गलत नीति, हठधर्मी, राजनीतिक द्वेष के कारण हजारों छात्र युवाओं का भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहे हैं. आखिर उच्च स्तरीय जांच का आदेश क्यों नहीं. दोषी बोर्ड के अध्यक्ष को क्यों नही हटाया गया. भ्रष्ट पदाधिकारियों के ऊपर करवाई क्यों नहीं किया गया. पदाधिकारियों को बचाने में सरकार क्यों लगी है. अपने निर्णय पर सरकार पुनर्विचार करें. अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चरणबध्द आंदोलन जारी रहेगा.

Patna: बिहार सरकार द्वारा मांगे गए सुझाव के जवाब में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने अपनी 13 सूत्री मांगों व सुझावों को सरकार के समक्ष रखा है. प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने बिहार सरकार से 1 जुलाई से सभी निजी स्कूलों में कक्षाएं शुरू कराने की अनुमति देने की मांग की है. इसके अलावा 15 जून से सभी स्कूलों के कार्यालयों को खोलकर एडमिशन प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति भी मांगी है.

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किस्तों में फी जमा करें अभिभावक

संघ ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा है कि विद्यालयों के बंद रहने की वजह से बहुत सारे विद्यालयों के शिक्षक तथा संचालक दयनीय स्थिति में आ चुके हैं. उनकी स्थिति में सुधार लाने के लिए अभिभावकों को यह निर्देश दिया जाए की लॉक डाउन की अवधि के फीस किस्त के रूप में विद्यालयों में जमा करें. जिससे शिक्षकों तथा अन्य कर्मचारियों को वेतन मिल सके.

दरअसल शुक्रवार को प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने बिहार के शिक्षा मंत्री बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा मांगी गई परामर्श के अंतर्गत 13 सूत्री सुझाव दिए है.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 के इस महामारी के दौर में बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है, साथ ही साथ इसमें स्कूल संचालकों और उससे जुड़े हुए तमाम शैक्षिक और गैर शैक्षिक कर्मचारियों की अनदेखी नहीं की जा सकती वहीं विद्यालय बंद होने से बच्चों की पढ़ाई ठप पड़ी हुई है. लॉक डाउन के कारण प्राइवेट स्कूलों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है बच्चों के वार्षिक परीक्षा नहीं हो पाई नामांकन की प्रक्रिया नहीं शुरू हो पाई ऑफिस को भी बंद रखना पड़ा.

स्कूलों का सरकार से मांग व सुझाव

1) सर्वप्रथम विद्यालयों को अति शीघ्र 15 जून से ही विद्यालय कार्यालय खोलने की तथा नामांकन प्रारंभ करने की अनुमति दी जाए.

2) विद्यालयों को विद्यालय खुलने से 10 दिन पहले अग्रिम सूचना दी जाए ताकि विद्यालय में सैनिटाइजेशन सोशल डिस्टेंसिंग के लिए रूपरेखा तैयार की जा सके

3) विद्यालयों के वाहनों को सरकार के द्वारा श्रमिकों के लाने ले जाने में उपयोग किया गया है अतः उसे सरकार के द्वारा सैनिटाइज किया जाए।

4) विद्यालयों में कक्षा का संचालन 1 जुलाई से क्रमबद्ध तरीके से हो, पहले कक्षा 6 से कक्षा 12th की अनुमति मिले, 10 जुलाई से कक्षा 1 से 5 तक की अनुमति मिले.

5) जिन विद्यालयों में छात्र विद्यालय वाहन से आते हैं उन्हें जिस प्रकार सरकार ने सार्वजनिक परिवहनो के लिए सिर्फ सीट के संख्या अनुसार बच्चों को बैठने की अनुमति हो.

6) विद्यालय प्रवेश से पूर्व प्रत्येक छात्र छात्रा, शिक्षक, तथा अन्य कर्मचारीयों के पास फेस मास्क, सैनिटाइजर की छोटी बोतल, पेपर सोप अथवा पॉकेट हैंड वॉश अनिवार्य हो अन्यथा उनका प्रवेश वर्जित हो.

7) 5 फीट की बेंच पर केवल दो बच्चों को बैठने की अनुमति होगी.

8) विद्यालय में प्रार्थना सत्र खेलकूद तथा किसी प्रकार के सांस्कृतिक और गैर शैक्षिक कार्य स्थगित रखे जाए।
9) विद्यालय में कक्षा का संचालन 50% बच्चों के साथ दो पारी (शिफ़्ट) में किया जाए.

10) शनिवार को पूरे दिन तथा महीने के दो रविवार को कक्षा संचालन की अनुमति मिले.

11) बच्चों के बीच कोरोना को लेकर जागरूकता फैलाई जाए तथा उनको अपने लंच बॉक्स, वाटर बोतल, पुस्तके कॉपी इत्यादि को एक दूसरे के बीच बांटने से रोका जाए.

12) किसी भी बीमार बच्चे, शिक्षक अभिभावक अथवा किसी अन्य कर्मचारी का विद्यालय में प्रवेश वर्जित हो.

13) लंबे समय तक विद्यालय बंद रहने की वजह से विद्यार्थियों का पढ़ाई का बहुत नुकसान हो चुका है अतः किसी भी पर्व त्यौहार के मौके पर लंबी छुट्टी से परहेज किया जाए तथा अन्य तरह की किसी भी प्रकार के अनवांछित छुट्टियों को रद्द किया जाए.

Chhapra: सारण में अपराधियों का बड़ा गैंग सारण पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. पुलिस ने एक साथ 11 अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. इस दौरान इन अपराधियों के पास से चोरी की 7 मोटरसाइकल, लूट की 2 बाइक व अपराध में प्रयुक्त कुल 2 बाइक सहित कूल 11 बाइक व लूट का मोबाइल भी बरामद हुआ है.

गरखा में अपराध की बना रहे थे योजना

मिली जानकारी के अनुसार गरखा थाना क्षेत्र में भैंसमारा चँवर के पास अपराध की योजना बनाते हुए अपराधियों को कट्टा, गोली व मोटरसाइकिल के साथ गिरफ्तार किया. पकड़े गए अपराधियों से पूछताछ में पता चला कि गरखा में 20 मई व 30 मई को इनके द्वारा लूट की घटना को अंजाम दिया गया था.

पुलिस द्वारा गिरफ्तार अपराधी खैरा का संजय सिंह, रणजीत कुमार, छपरा का राजन कुमार, प्रकाश कुमार उर्फ मनु ने इस लूट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार भी की. पुलिस ने इन दोनों घटना में लूटी गयी बाइक व मोबाइल भी बरामद कर लिया गया.

वहीं इस घटना में प्रयुक्त पल्सर बाइक व स्प्लेंडर बाइक भी बरामद कर लिया गया.

गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर 7 चोरी की बाइक भी बरामद की गई है. वहीं गिरफ्तार अपराधी संजय व रणजीत पहले भी जेल जा चुके हैं. सारण एसपी ने जानकारी दी कि इनके द्वारा किये गए अन्य कांडों के उदभेदन की संभावना है.

गिरफ्तार अपराधियों का विवरण

1. खैरा थाना के संजय कुमार सिंह के पास से देशी कट्टा एक गोली व लूट में प्रयुक्त बाइक

2. रणजीत कुमार के पास से देशी कट्टा, 2 गोली व लूटी गयी बाइक

3. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के राजन के पास से चोरी की बाइक

4. प्रकाश कुमार उर्फ मनु के पास से चोरी की बाइक

5.मुफस्सिल थाना के इटेसिया का
भूषण साह के पास से लूटी गयी बाइक,

6. जलालपुर के पुष्पक कुमार के पास से लूटी गयी बाइक

7. गरखा थाना के सरगट्टी के जितेंद्र कुमार राय के पास से चोरी की तीन बाइक

8. गरखा थाना बरबकपुर का गुड्डा साह के पास से चोरी की तीन बाइक

9. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नरहरिया का रजनीश कुमार,

10.आशीष कुमार

11. जलालपुर थाना क्षेत्र से मोहित कुमार को गिरफ्तार किया गया है.

इन अपराधियों की गिरफ्तारी में गरखा थाना अध्यक्ष विकास कुमार के साथ पुलिस टीम शामिल रही.

Chhapra: विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर लगभग 150 फलदार व छायादार पौधों को कोल्हुआँ के ग्रामीणों के द्वारा लगाया गया.

ग्रामीणों के द्वारा पर्यावरण संतुलन के संदेश के साथ पौधारोपण किया गया. इस दौरान बीरेंद्र ओझा, ध्रुप ओझा,टिंकू ओझा, तुषार ओझा, दीपक ओझा, आनंद राज, आकाश ओझा, सतीश ओझा, मंटू ओझा, सुधन ओझा, अमित पंडित, मनीष पंडित आदि लोग थे.

Chhapra: विश्व पर्यावरण दिवस पर जय प्रकाश महिला कॉलेज में जन जागरूकता पर आधारित ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

प्राचार्य डॉ मधु प्रभा सिंह की अध्यक्षता में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.  इस कार्यक्रम की समन्वयक डॉ शबाना परवीन मल्लिक. आयोजन की सचिव मुग्धा पांडे और संयुक्त-सचिव नम्रता कुमारी रही.

इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को 25 सवालों के जवाब देने थे और 40 प्रतिशत से अधिक अंक पाने वालों को ऑनलाइन प्रमाण पत्र से सम्मानित भी किया जा रहा था.  छात्रों, शिक्षकों और आम जनता ने भी इस प्रतियोगिता में बढ़-चढ़कर भाग लिया और पर्यावरण के प्रति अपने प्रेम और जागरूकता को दर्शाया. 

महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ.मधु प्रभा सिंह ने इस प्रतियोगिता के माध्यम से वैश्विक महामारी कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए,’ विश्व पर्यावरण दिवस’ पर यह संदेश देना चाहा है कि अगर प्रकृति है तो हमारा अस्तित्व है. जिन परिस्थितियों से आज पूरा विश्व गुज़र रहा हैं, उसके कहीं ना कहीं जिम्मेदार हम स्वयं ही हैं. इसलिए पर्यावरण का संरक्षण हमारे लिए बेहद आवश्यक और महत्वपूर्ण है.

Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के ब्रह्मपुर में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद इसके आसपास के इलाकों को कंटेमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निदेश पर संक्रमित व्यक्ति के आवास से पूरब में राजकीय मध्य विद्यालय श्यामचक तक, पश्चिम में अजायबगंज पुल, उत्तर में ब्रह्मपुर पुल व दक्षिण में गढ़ तक के इलाके को सील करने  दिया गया है.Sha

कंटेन्मेंट जोन में किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, छपरा सदर को निदेशित किया गया है कि समस्त आवागमन मार्गां को वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध कर देगें. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेष किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निर्देश दिया गया है. इसका दायित्व संजय कुमार उपाध्याय, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम को दिया गया है. जबकी सेनेटाइज गतिविधियों का अनुश्रवण डॉ० दिलीप कुमार सिंह, जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है.

ऑनलाइन  वायरल हुए विडियो को 1 करोड़ से अधिक लोगों ने देखा
Saran:
सारण के एक युवक के गाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद वह युवक रातों-रात इंटरनेट सेंसेशन बन गया है. पेशे से इंजीनियर चंदन कुमार गुप्ता नाम के युवक के गाने के वीडियो को 1 करोड़ से अधिक बार देखा जा चुका है. जिसके बाद से युवक इंटरनेट पर एक चर्चित व्यक्ति बन गया है. आपको बता दें कि सारण के चंदन कुमार गुप्ता ने बाहुबली फिल्म का एक गाना गुनगुना जिसके जिसके बाद यह गाना सोशल मीडिया पर पूरी तरह वायरल हो गया. जिसके बाद लोग युवक की तुलना कैलाश खेर से करने लगे और लोगों ने यहां तक कह दिया कि वह भारत के दूसरा कैलाश खेर हैं.

साऊथ के फिल्मो में भी गाया गाना 

सारण के मकेर प्रखंड के कौतुका गांव के रहने वाले चंदन कुमार गुप्ता साउथ की फिल्मों में गाना गाकर अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हैं. चंदन कन्नड़ और तेलुगु फिल्मों में कुछ गाने भी गाए हैं. लेकिन उन्हें पहचान नहीं मिकी.

जिसके बाद हाल ही में जब उनका वीडियो वायरल हुआ तो चारों तरफ लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं. चंदन के इस वीडियो को अब तक करोड़ों लोग देख चुके हैं वीडियो के सामने आने के बाद चंदन इंटरनेट पर छा गए हैं. चंदन  बाहुबली फिल्म का गाना, “कौन है वो कौन है कहां से तू आया” गुनगुना रहे हैं. चंदन की जादुई आवाज को लोग काफी पसंद कर रहे हैं. इंटरनेट पर गाने का वीडियो वायरल होने के बाद उनकी किस्मत की चमक गई है. लॉक डाउन में चंदन के असली हुनर सामने आया है, चंदन ने बताया कि वह बॉलीवुड की हिंदी फिल्मों के लोकगीत गाने की तमन्ना है.

विश्व पर्यावरण दिवस प्रत्येक वर्ष 5 जून को मनाया जाता है. यह दिवस धरती पर लगातार बेकाबू होते जा रहे प्रदुषण और ग्लोबलवार्मिंग जैसे कारणों से निपटने के लिए धरती और मानव जाति के बीच तालमेल बनाने के लिए मनाया जाता है.

इस दिवस को प्रत्येक साल अलग अलग थीम के साथ मनाया जाता है. इस बार की थीम ‘Time for Nature’ है.

संयुक्त राष्ट्र ने पर्यावरण के प्रति वैश्विक स्तर पर लाने के लिए 1972 में इस दिवस को मानाने की घोषणा की थी. इसे संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण सम्मेलन में चर्चा के बाद शुरू किया गया था. पहला विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 1974 को मनाया गया था.

चलो करें वृक्षारोपण
पर्यावरण का हो संरक्षण।

आइये हम सब मिलकर पर्यावरण को बचाये, पेड़ लगाए, अपनी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण दें।

छपरा टुडे डॉट कॉम की इस मुहिम से जुड़े, पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण कर हमसे शेयर करें अपनी सेल्फी.

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(प्रशांत सिन्हा) 

मेरे पिताजी अक्सर जयप्रकाश आंदोलन की चर्चा अपने मित्रों से करते थे और मैं उनके पास बैठ कर उनकी बातें सुना करता था। मेरा विद्यालय जयप्रकाश बाबू के घर के ठीक सामने था। मैं हमेशा उन्हें धूप में किताबें पढ़ते हुए देखा करता था। शिक्षकगण भी उनके विषय में चर्चा किया करते थे। जयप्रकाश बाबू के घर पर देश विदेश के गणमान्य लोगों का आना जाना लगा रहता था। इससे अनजाने में ही जयप्रकाश बाबू में लगाव हो गया। उनके विषय में कहीं भी चर्चा होती थी मैं ध्यान से सुना करता था। उनके व्यक्तित्व और उनके द्वारा दिए गए नारा “ सम्पूर्ण क्रांति “ से मैं बहुत प्रभावित हुआ।

मैं राजनीति में नहीं हूँ लेकिन अछूता भी नहीं हूँ क्योंकि पटना या बिहार की राजनीति का तापमान हमेशा ऊँचा रहता है। बिहार में राजनीतिक जागरूकता देश के दूसरे राज्यों से ज़्यादा है। ये सभी को मालूम है जयप्रकाश बाबू चिंतक भी थे और सामाजिक आंदोलन के ऐसे पुरोधा भी थे कि इन्दिरा गांधी की सत्ता हिली ही नहीं वे ख़ुद भी हार गयीं। यह कोई मामूली घटना नहीं थी। जयप्रकाश बाबू को विश्व के कोने कोने के लोग जानते थे। अपनी अपनी तरह से विचारकों ने उनका मूल्याँकन भी किया था। भारत में स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर सम्पूर्ण आंदोलन तक का जेपी का योगदान जगज़ाहिर है।

राजनीति एवं सत्ता दोनो अलग अलग है ये मैंने जयप्रकाश बाबू को थोड़ा जानने के बाद जाना। अधिकांश लोग राजनीति और सत्ता को एक मानते हैं। लोग राजनीति में आते हैं  और सत्ता दौड़ में शामिल हो जाते हैं। जयप्रकाश नारायण ने इस नियम को तोड़ा। वे अपनी ज़िंदगी के आख़िरी क्षण तक राजनीति में रहें लेकिन सत्ता को ठुकराया। वे चाहते तो सत्ता के शिखर तक आसानी से पहुँच जाते। भारत के राजनीतिक आकाश पर लोकनायक जयप्रकाश नारायण ध्रुवतारे की तरह बने रहेंगे।
लोगों ने पूरे मन से उन्हें “लोकनायक” की उपाधि दी। वह ऐतिहासिक क्षण था 5 जून 1975 । जगह – पटना का गांधी मैदान । यह मैदान अनेक घटनाओं का जीता जागता गवाह है। पूरे बिहार से लोग विधान सभा भंग करने की माँग को लेकर पटना में जुटे थे। जेपी उस जुलूस की अगुवाई कर रहे थे। दस लाख से भी ज़्यादा लोगों की जुलूस थी। उस भीड़ से गांधी मैदान छोटा पड़ गया था। गांधी मैदान की सभा में उनके सिर पर लोगों ने “लोक नायक “ का ताज रख दिया जो हमेशा लगा रहा। यहाँ पर जयप्रकाश नारायण ने भी लोगों से अपील की।
उन्होंने कहा था “ दोस्तों , ये संघर्ष सीमित उद्देश्यों के लिए नहीं हो रहा है। इसके उद्देश्य दूरगामी है। भारतीय लोकतंत्र को वास्तविक और सूधृढ़ बनाना और जनता का सच्चा राज क़ायम करना है। एक नैतिक, सांस्कृतिक, तथा शैक्षणिक क्रांति करना, नया बिहार बनाना और नया भारत बनाना है। यह सम्पूर्ण क्रांति है – टोटल रेवलूशन ( total revolution ) उसके बाद यह नारा निकला 
     
       “सम्पूर्ण क्रांति अब नारा है,
         भावी इतिहास हमारा है”
सम्पूर्ण क्रांति का अर्थ प्रत्येक दिशा में सतत विकाश ही समग्र क्रांति है। आचार परिवर्तन, विचार परिवर्तन, व्यवस्था परिवर्तन एवं शिक्षा में परिवर्तन कर के उन्हें जीवनपयोगि बनाने की आवश्यकता है। ग्राम स्तर से राष्ट्र स्तर तक जनसमिति एवं छात्र समिति बना कर छात्र जन-समस्याओं का निराकरण करते हुए तथा स्वच्छ छवि वाले जनप्रतिनिधियों को भेजना सुनिश्चित करना होगा। जन विरुद्ध कार्य करने पर प्रतिनिधि वापसी का अधिकार का उपयोग करते हुए उन्हें पदच्युत करना ताकि जनजीवन उन्नत एवं सरस बनाया जा सके।
जयप्रकाश जी ने सम्पूर्ण क्रांति के आंदोलन में अंतर्जातिय विवाह और जनेउ तोड़ने का कार्यक्रम अपनाया था। इसके साथ ही उन्होंने जाति और सम्प्रदाय से ऊपर उठकर राष्ट्रहित में काम करने के लिए लोगों को युवकों एवं युवतियों को संगठित करना शुरू कर दिया था।साथ ही बिना तिलक दहेज के सादगी के साथ शादी विवाह का कार्यक्रम भी शुरू कर दिया था।
जयप्रकाश नारायण की दृष्टि में सम्पूर्ण क्रांति का अर्थ :  सम्पूर्ण क्रांति का मतलब समाज में परिवर्तन हो – सामाजिक,आर्थिक,राजनैतिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक,और नैतिक परिवर्तन। सामाजिक परिवर्तन ऐसा हो कि सामाजिक कुरीतियाँ दूर हो। इसमें से नया समाज निकले जिसमें सभी सुखी हों। अमीर ग़रीब का जो आकाश पाताल का भेद है वह नहीं रहे। शोषण न हो इंसाफ़ हो।
आर्थिक परिवर्तन ऐसा हो कि जो सबसे नीचे के लोग हैं जो सबसे ग़रीब हैं – चाहे वे किसी जाति या धर्म के हों ऊपर उठे। सांस्कृतिक परिवर्तन है – समाज में त्याग, बलिदान,प्रेम, अहिंसा, भाई चारा आदि सदगुणों का विकास करना।
जयप्रकाश शुरू से ही युवा हृदय सम्राट के रूप में विख्यात थे। नौजवानों की उनके ऊपर अटूट आस्था थी। इसी आस्था और प्यार के चलते अपने जीवन के चौथेपन में भी करोड़ों युवक, किशोरों का नेतृतव कर सके।
आज के युवकों को लोक नायक जयप्रकाश की  ” सम्पूर्ण क्रांति” को समझने की आवश्यकता है ।
 

Chhapra: छपरा शहर में फिर से कोरोनावायरस के दो संक्रमित मरीज मिले हैं. इसमें एक मरीज दहियावां टोला और दूसरा ब्रह्मपुर का है. इन दोनों की टेस्टिंग पूल सैम्पलिंग के तहत की गई थी, छपरा के सिविल सर्जन माधेश्वर झा ने इसकी जानकारी दी और बताया कि यहां कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हुआ है कि नहीं इसकी भी  टेस्टिंग शुरू है.

उन्होंने बताया कि दहियावां टोला और ब्रह्मपुर से 2 लोगों का सैंपल लिया गया था. दोनों का रिपोर्ट पॉजिटिव आया है. उन्होंने बताया कि या दोनों युवा बाहर से आए थे. पहला युवक सूरत से लौटा था तो दूसरा युवक पुणे से लौटा था.

उन्होंने जानकारी दी कि सारण में अब पूल सैम्पलिंग का कार्य शुरू हो गया है. इसके तहत कोरोना वायरस की टेस्टिंग और तेजी में की जाएगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों के लोगों की टेस्टिंग हो सकेगी ताकि यह पता चल सकेगा कि यहां हम कम्युनिटी ट्रांसमिशन फेज में पहुंचे हैं या नहीं.

इस तरह अब सारण में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 88 पहुंच गई है। छपरा में लगातार कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहें हैं. वहीं 29 लोग अब तक ठीक हो कर घर जा चुके हैं.

हथिनी की मौत पर Sand Artist ने अपनी कलाकृति के माध्यम से जताई संवेदना

 

इसुआपुर: मौसम में बदलाव के बाद समय अनुसार किसान धान की खेती करने के मूड में है. लेकिन विभागीय लेटलतीफी इनकी उम्मीदों पर पानी फेर रही है. किसान विभागीय पोर्टल पर धान के बीज के लिए आवेदन करने के बाद OTP के लिए टकटकी लगाए है. जिससे कि बीज मिलने पर समय से खेती हो सकें लेकिन मुमकिन होते नही दिख रहा है.

किसान एकता मंच के संयोजक अजय राय ने कहा कि बिहार राज्य बीज निगम की साइट पर किसान बीज की खरीदारी कर ओ.टी.पी का इंतज़ार कर रहे है लेकिन अब तक ओ.टी.पी मोबाइल पर नही आया. समय की नजाकत को देखते हुए किसान खुले बाजार से बीज महंगे दामों पर खरीदने को मजबूर है. सरकार की दमनकारी नीति से किसानों का आर्थिक शोषण हो रहा है. किसानों को अनुदानित बीज उपलब्ध कराया जाए. जिससे किसानों को आर्थिक बोझ कम पड़े.

उनका कहना है कि सरकार समय पर बीज मुहैया नही करा पाएगी तो बाद में बिचौलिए इसकी कालाबाजारी कर मोटी रकम बनाएंगे.

Chhapra: देशभर में केरल में गर्भवती हथिनी की मौत से लोग गुस्से में है. सभी अपने अपने तरीके से इस घटना की भर्त्सना कर रहे है.

सारण के Sand Artist अशोक कुमार ने अपनी कला के माध्यम से अपनी संवेदना जाहिर की है. अशोक ने हथिनी की कलाकृति को सैंड पर उकेरा है. साथ में एक स्लोगन लिखा है जो हथिनी के साथ इंसानों के ‘विश्वासघात’ को बताता है.

कैसे उसे भोजन की जगह अनानास में बारूद खिला दिया गया. जिससे उसकी मौत हो गयी. इस घटना के सामने आने के बाद पूरे देश में लोग गुस्से में है.

अशोक कुमार इससे पहले भी अपनी कला के माध्यम से लोगों का ध्यान खिंच चुके है. कुछ दिन पहले उन्होंने प्रवासियों की मदद में जुटे अभिनेता सोनू सूद की कलाकृति बना कर उनका आभार जताया था. वे समय समय पर अपनी कलाकृति बनाते रहते है.