Sonpur: सारण की उभरती हुई बाल कलाकार श्रीआंशी प्रकाश ने एक बार फिर से दर्शकों का दिल जीत लिया. सोनपुर मेले में सारण ज़िला प्रशासन द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्रीआंशी ने शानदार नृत्य पेश किया. इस दौरान उन्होंने अपनी प्रस्तुति से हज़ारों दर्शकों की खूब वाह वही बटोरी. प्रस्तुति के बाद उन्हें पर्यटन विभाग की ओर से ताज पहनाकर सम्मानित किया गया.

शहर के साहेबगंज निवासी वरुण प्रकाश की पुत्री श्रीआंशी को हाल ही में सारण ज़िला प्रशासन की ओर से सारण की उभरती हुई बाल कलाकार के रूप में सम्मानित किया गया था. ज़िले के बाल कलाकारों को बढ़ावा देने के लिए सोनपुर मेले में भी बाल कलाकारों को प्रस्तुति देने का मौका मिला था.

Sonpur: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला शुरू हो चुका है यह एशिया भर का सबसे बड़ा पशु मेला बाजार माना जाता रहा है. जिसको लेकर इन दिनों घोड़ा बाज़ार में  रौनक बढ़ गयी है.

छपरा से सोनपुर मेला लायी गयी यह घोड़ी इन दिनों लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. मारवारी नस्ल की इस घोड़ी की लम्बाई 65 इंच है. दिखने में बेहद खूबसूरत और दौड़ते समय में हवा से बातें करती है. घोड़ी के मालिक अशोक राय बताते हैं कि लोग इसे रानी कहकर बुलाते हैं. मारवारी नस्ल बहुत कम पाया जाता है. इस नस्ल की मांग भी ज्यादा होती है. इसके रख रखाव में प्रतिदिन हजारों रूपए खर्च हो जाते हैं. इसकी कीमत भी हैरान कर देने वाली है. इस घोड़ी की कीमत 25 लाख रूपए रखी गयी है.

छपरा/सोनपुर: हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के उद्घाटन के अवसर पर मशहूर पार्श्वगायिका अलका याग्निक ने अपने गीतों से समां बांध दिया.

अलका याग्निक ने कार्यक्रम की शुरुआत फिल्म कुछ-कुछ होता है के गीत तुम पास आये, यूँ मुस्कुराये से की. उनकी मखमली आवाज सुनते ही दर्शकों ने जोरदार तालियों से उनका स्वागत किया. उन्होंने दर्शकों से भोजपुरी में पूछा ‘कईसन बानी लोग’.

पार्श्वगायिका अलका याग्निक की गीतों पर झूमते श्रोता
पार्श्वगायिका अलका याग्निक की गीतों पर झूमते श्रोता

लगभग दो घंटे की अपनी प्रस्तुति के दौरान उन्होंने कई फिल्मों के लोकप्रिय गीतों को गाया. लाल दुपट्टा गिर गया रे, गजब का है दिन, किसी रोज तुमसे मुलाकात होगी आदि गीतों को गया. उन्होंने जैसे ही जख्म फिल्म का गाना, तुम आये तो आया मुझे याद, गली में आज चाँद निकला गाया दर्शक झुमने लगे. सभी उनकी आवाज की तारीफ करते सुने गए.

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अपने मोबाइल में यादगार पल को कैद करते लोग
अपने मोबाइल में यादगार पल को कैद करते लोग

पर्यटन विभाग के द्वारा सोनपुर मेला को लोकप्रिय बनाने के लिए इस बार कई बड़े कलाकारों को आमंत्रित किया गया है. जिनमे लोक गायिका तृप्ति शाक्या, पार्श्वगायिका कविता पौडवाल, कुमार विशु, अमित पॉल, मनोरंजन ओझा, अभिजीत सावंत, जावेद अली आदि शामिल है.

छपरा/सोनपुर: विश्वप्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र मेला का उद्घाटन सूबे की पर्यटन मंत्री अनीता देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर जन समूह को संबोधित करते हुए मंत्री अनीता देवी ने कहा कि सोनपुर का हरिहर क्षेत्र मेला देश ही नही बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है. सबसे बड़े पशु मेले में दूर दूर से लोग आते है. बदलते परिवेश में मेला भी बदला है.  मेला को विकसित और भव्य बनाया जायेगा.

उन्होंने कहा कि बिहार में मंगलराज है. अपने प्रदेश में सभी को मान सम्मान मिल रहा है. हर क्षेत्र में बिहार आगे बढ़ रहा है. मेले को अन्तराष्ट्रीय स्तर का बनाने में हर जरुरी कदम उठाये जा रहे है. 

गौरवशाली है अपना बिहार

कला संस्कृति मंत्री शिव चंद्र राम ने कहा कि हमारा इतिहास स्वर्णिम है. उसे विरासत के रूप में सजा संवार कर रखने की जरुरत है. सरकार विकास के लिए कृत संकल्पित है. सरकार इसके प्रगति के लिए कार्य कर रही है. मेले में बड़े बड़े कलाकार के साथ स्थानीय कलाकार आ रहे है. सभी को प्राथमिकता दी जा रही है. सभी का सम्मान हो रहा है. हमारा बिहार गौरवशाली बिहार है.

वही खनन एवं भूतत्व मंत्री मुनेश्वर चौधरी ने कहा कि हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के धार्मिक महत्व को देखते हुए सरकार ने इसके विकास के लिए कार्य कर रही है. प्रतिवर्ष मेला का स्वरुप और भव्य हो रहा है. बिहार के आर्थिक विकास के लिए मेला महत्वपूर्ण है. मेला के अंतराष्ट्रीय ख्याति के लिए सभी को मिल कर काम करने की जरुरत है.

पर्यटन विभाग की सचिव हरजोत कौर ने कहा कि पशुओं के मामले में विश्व का सबसे बड़ा मेला पहले राजस्व विभाग का मेला था. अब पर्यटन विभाग का हो गया है. ऐसा पर्यटन को बढ़ने के लिए किया गया है. विगत 5 वर्षो से सोनपुर मेले का आयोजन पर्यटन विभाग कर रहा है. पर्यटन बिहार का महत्वपूर्ण है बिहार की जीडीपी पर्यटन से जुडी है. पर्यटकों की संख्या सूबे में निरंतर बढ़ रही है. पर्यटन विभाग के सचिव ने कहा कि जिसने बिहार नहीं देखा, उसने कुछ नहीं देखा.

छपरा विधायक सी एन गुप्ता ने अपने संबोधन में सोनपुर मेले की ख्याति के साथ साथ रिविलगंज के गोदना सेमरिया मेले को भी विकसित करने की मांग की. 

सारण के जिलाधिकारी दीपक आनंद ने धन्यवाद ज्ञापन करने के दौरान कहा कि मेला को हाई-टेक किया जा रहा है. सरकार की सभी योजनाओं की जानकारी स्टाल के माध्यम से दी जा रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि 1000, 500 के नोट वाली समस्या मेले में नहीं आएगी. सभी बैंकों को एटीएम के लिए निर्देश दिए गए है. कई महीनों से सभी द्वारा किये गए कठिन परिश्रम से मेला सफल हो पाता है।

इस अवसर पर मेला दर्पण का लोकार्पण किया गया साथ ही आम जनता के लिए सोनपुर मेला का एक मोबाइल App भी लांच किया गया है. जिससे मेले में आने में लोगो को जानकारी प्राप्त करने में सहूलियत होगी.

उद्घाटन सत्र के दौरान मंच पर आयुक्त नर्मदेश्वर लाल, डीआईजी अजित कुमार राय, एसपी पंकज कुमार राज, जिला परिषद की अध्यक्ष मीणा अरुण, तरैया विधायक मुद्रिका राय, अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी सहित वैशाली और सारण जिले के दर्जनों जिला प्रशासन के पदाधिकारी मौजूद थे.

उद्घाटन के बाद बिहार गौरव गान का आयोजन हुआ. वही मशहूर पार्श्वगायिका अलका याग्निक ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को झुमने को मजबूर कर दिया.

छपरा(सुरभित दत्त): हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला, एशिया का सबसे बड़ा मेला है. लगभग 5 से 6 किलोमीटर के क्षेत्र में मेला लगता है. इस मेले को लेकर एक बात मशहूर है कि यहाँ सुई से लेकर हाथी तक बिकता है.

वैसे तो हाथियों की खरीदारी पर सरकार ने रोक लगा रखी है. बावजूद इसके मेला में हाथी आकर्षण का केंद्र होते है. मेला में पशुओं की बिक्री होती है. जिनमे खास तौर पर घोड़ा, बैल, भैस, कुत्ते आदि शामिल है. मेला में पक्षी मेला भी लगता है. हरिहर क्षेत्र मेले का एक बड़ा आकर्षण मीना बाजार भी होता है. यहां देश के विभिन्न स्थानों से व्यापारी अपने सामनों के साथ पहुंचते है.

पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सोनपुर मेला उसी स्थान पर लगता है जहां कभी गज और ग्राह में भयंकर युद्ध हुआ था. ऐसी मान्यता है कि गज को बचाने के लिए विष्णु स्वयं यहां आए थे. वही सोनपुर में हरिहरनाथ मंदिर दुनिया का इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हरि (विष्णु) और हर (शिव) की एकीकृत मूर्ति है. इसके मंदिर के बारे में कहा जाता है कि कभी ब्रह्मा ने इसकी स्थापना की थी.

एक महीने चलता है मेला

कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के साथ शुरू होने वाला सोनपुर मेला एक महीने चलता है. गंगा स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है. पहले आधिकारिक तौर पर मेला सिर्फ 15 दिनों का होता था. लेकिन इस बार 32 दिनों तक चलेगा.

बड़ी संख्या में पहुंचते है विदेशी सैलानी

सोनपुर मेला की प्रसिद्धि इतनी है कि विदेशों से सैलानी इस मेले को देखने बड़ी संख्या में पहुंचते है. मेले में सैलानियों के ठहरने के लिए खास इंतजाम किये जाते है. snp2

 मेले में आने वाले विदेशी मेहमानों के रहने और पर्यटकों के लिए अन्य जरुरी तैयारी की जा रही है. 

12 नवम्बर से 13 दिसंबर तक चलेगा मेला
सोनपुर मेला को लेकर तैयारियां अब अंतिम चरण में है. इस बार मेला का उद्घाटन 12 नवम्बर को होगा. सूबे की पर्यटन मंत्री अनीता देवी मेले का उद्घाटन करेंगी. उद्घाटन सत्र में मशहूर पार्श्व गायिका अलका याग्निक प्रस्तुति देंगी.  मेले का समापन 13 दिसम्बर को होगा. सोनपुर मेला को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का उत्कृष्ट मेला बनाने के लिए तैयारियां जोरो पर है.  

सांस्कृतिक कार्यक्रम की होगी प्रस्तुति 

कला-संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार एवं सूचना जनसम्पर्क विभाग बिहार के द्वारा प्रतिदिन मुख्य पंडाल में राष्ट्रीय, अंतराष्ट्रीय, स्थानीय कलाकारो के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति होगी. मेले में एडवेंचर स्पोर्ट्स की व्यवस्था भी की गयी है.

कैसे पहुंचे सोनपुर मेला
सड़क मार्ग:
राजधानी पटना से 25 किलोमीटर
हाजीपुर से 3 किलोमीटर
जिला मुख्यालय छपरा से 50 किलोमीटर

हवाई मार्ग
नजदीकी एयरपोर्ट, पटना

ट्रेन
हाजीपुर स्टेशन से 3 किलोमीटर
सोनपुर स्टेशन से 1 किलोमीटर
पटना जंक्शन से लगभग 25 किलोमीटर

छपरा(सुरभित दत्त): विश्व प्रसिद्द हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला इस वर्ष 12 नवम्बर से शुरू हो रहा है एक महीने तक चलने वाले इस मेले को लेकर सारण जिला प्रशासन और बिहार पर्यटन ने तैयारियां लगभग पूरी कर ली है. मेले में पर्यटकों के आगमन, आदर सत्कार से लेकर प्रचार-प्रसार पर खास ध्यान दिया जा रहा है. 

मेले के बेहतर प्रचार प्रसार के लिए जिलाधिकारी दीपक आनंद के निर्देश पर सारण जिला प्रशासन के द्वारा कई कार्य किये जा रहे है. ऐसे में सोशल मीडिया की लोकप्रियता को देखते हुए SONPUR MELA 2016 के नाम से फेसबुक पेज भी बनाया गया है. इस पेज के माध्यम से लोगों को सोनपुर मेला से जुडी जानकारियाँ उपलब्ध करायी जा रही है. सोशल मीडिया पर युवाओं के बढ़ते क्रेज और उन तक मेले की जानकारी पहुँचाने के लिए पहल की गयी है.

जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी राम भगवान सिंह ने छपरा टुडे डॉट कॉम से बताया कि सोशल साइट्स पर एक्टिव लोगों को मेला की हर जानकारी पहुँचाने के उद्देश्य से ऐसी पहल की गयी है. उन्होंने कहा कि सोशल साइट्स और वेबसाइट के माध्यम से जिले के बाहर दूर देश में बैठे लोग भी मेला से जुड़ी नवीनतम जानकारी को जान सकेंगे. इसके लिए एक वेबसाइट को भी लांच किया जायेगा.

आपको बता दें कि सारण जिला प्रशासन द्वारा सोनपुर मेला के प्रचार प्रसार के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जाता रहा है. लोगों ने इस पहल की खूब सराहना भी की है.