सुरभित दत्त

क्या लोग देश में आई कोरोना संकट को गंभीरता से ले रहे है? ऐसा सवाल इसलिए क्योंकि शहर की मंडियों, गलियों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है की लोग गंभीर नही है. ऐसे लोग अपने घर तक इस बीमारी को आमंत्रित कर रहे है. ऐसे लोगों को लग रहा है कि महामारी से वे बच के रह सकेंगे. लेकिन वे नही जानते की उनकी यह गलती केवल उन पर ही नही बल्कि उनके परिवार और समाज पर भारी पड़ेगी.

लोगों को दिक्कत ना हो इसके लिए सरकार ने मंडियों को खोलने के आदेश दिए थे. इसके साथ ही एडवाइजरी भी दी थी की सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा जाए. इसके बावजूद लोग मानने को तैयार नही है. सामान बेचने वाले से लेकर खरीदने वाले लोग भी सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नही रख रहे है.

सोशल डिस्टेंसिंग शब्द बोलते हुए आपको लोग दिख जायेगे पर उनके व्यवहार से यह अब भी बाहर है. WHO के ताजा रिपोर्ट के अनुसार महामारी के और बढ़ने की संभावना है. ऐसे में भारत में लोगों की लापरवाही सरकार के सभी प्रयाशों पर पानी फेर सकती है. बिहार में जिस प्रकार पिछले एक हफ्ते में कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ें है वैसे में यह आने वाले बड़े खतरे की आहात है.  

सुबह होते ही जिस प्रकार घरेलू सामान खरीदने और बेचने वाले लोगों की भीड़ मंडियों में देखी जा रही है वह अलार्मिग है. बीमारी से किसी एक के संक्रमित होने पर भीड़ और आपस के संपर्क के कारण यह सैकड़ों लोगों तक कुछ पल में पहुंच सकता है. लोग अपने को सेफ मां रहे है और सड़क पर निकलना बंद नही कर रहे है. कभी दवाई, कभी सब्जी, कभी अन्य जरूरत के सामानों की खरीदारी के नाम पर सड़क पर घूमने वाले इस बीमारी के जद में आने के बाद पछतायेंगे और अपने साथ साथ परिवार के लोगों को भी आफत में डालेंगे.

इन दिनों जरूरतमंद लोगों को राहत की जरूरत है. कुछ लोगों ने बीड़ा भी उठाया है. लेकिन इस दौरान भी Social Distancing केवल एक शब्द के रूप में ही दिख रहा है व्यवहार में गायब है. हालांकि कुछ मामलों में पुलिस साथ रहने पर इसे मेंटेन कराया जा रहा है. जबकि छोटे स्तर पर राहत पहुंचाने वाले लोग इसका ख्याल रख रहे है पर लेने वालों में धैर्य की कमी दिखने से भीड़ बढ़ रही है और साथ ही बीमारी का खतरा भी उतना ही बढ़ रहा है. वही कुछ लोग घर घर राशन पहुंचाकर इसका पालन भी कर रहे है.

कोरोना वायरस के बढ़ते आंकड़ों ने अब देश में चिंता को बढ़ा दिया है. इस लिए सभी को मिलकर इससे निपटने में सहयोग करने की जरूरत है. ताकि इस महामारी को अब और बढ़ने से किसी भी तरह रोका जाए. जिससे की एक बार पुनः देश की व्यवस्था सही हो सके और हम सभी पूर्व के जैसे आराम से रह सकें.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में बैंकर्स के साथ बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बैंको में आने वाले ग्राहकों को कम-से-कम एक मीटर की दूरी पर बैठाने की व्यवस्था करायी जाय ताकि सोशल डिस्टेंसिग मेंटेन हो सके.

उन्होंने कहा कि वैसे बैंक जहाँ अंदर में जगह की कमी है वहाँ बैंक के बाहर में ही पंडाल लगाया जाय तथा उसमें कुर्सी एवं पेयजल की व्यवस्था करायी जाय.साथ ही लोग लाईन में नहीं लगें इसको लेकर टोकन व्यवस्था अपनायी जाय. ग्राहकों की सुविधा के लिए अलग से एक बैंक कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय जो लोगों को जरूरी जानकारी उपलब्ध कराते रहें.

सीएसपी केंद्र का सुबह 6 से शाम 6 बजे तक होगा संचालन
जिलाधिकारी ने बैंक से सम्बद्ध सीएसपी संचालकों को सीएसपी केन्द्र का संचालन सुबह के छः बजे से संध्या के छः बजे तक ही कराने का आदेश दिया है. इसके साथ ही सीएसपी संचालक केन्द्र पर आने वाले लोगों को यह बतायें कि वे अपना पैसा बिना भीड़ लगाये सुविधानुसार निकालें. सीएसपी संचालक अपने स्तर से वोलेन्टीयर्स रखें जो सीएसपी केन्द्र पर सोसल डिस्टेंसिंग को मेंटेन कराये.

जिलाधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर लोगों की परेशानी बढ़ी है. उसे सामुहिक प्रयास से दूर करना है.

पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भी निकाल सकते है पैसा
बैठक में उपस्थित प्रधान डाकघर छपरा के सीनियर सुपरिटेंडेंट ने बताया कि किसी भी बैंक का पैसा डाकघर से भी निकाला जा सकता है वषर्ते ग्राहक का आधार नम्बर बैंक लिंक्ड हो. डाकघर भी बैंक की तरह कार्य कर रहे हैं.

सीनियर सुपरिन्टेंडेंट ने कहा कि सारण जिला के प्रत्येक पंयाचत में ग्रामीण डाक सेवक मौजूद हैं जिनके माध्यम से सरकार के किसी भी योजना की राशि का भुगतान प्राप्त किया जा सकता है. जरूरतमंद व्यक्ति अपने ग्रामीण डाक सेवक से सम्पर्क करें. उन्होने कहा कि योजनाओं की राशि का भुगतान उप डाकघरों से प्राप्त किया जा सकता है चाहें खाता किसी भी बैंक में हो केवल आधार नम्बर बैंक लिंक्ड होना चाहिए.A valid URL was not provided.

उन्होंने कहा कि यदि कि किसी बैंक में अधिक भीड़ लग रही है तो वहाँ पोस्ट आफिस सहयोग करेगा. वहाँ पोस्टआफिस का एक कर्मी जाकर काउण्टर लगायेगा और लोगों का भुगतान करेगा. उन्होने कहा कि प्रधान डाकघर छपरा में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जो 06152-242131 पर कार्यरत है. इस नम्बर पर भी सूचना दी जा सकती है.

बैठक में जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक हर किषोर राय, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, उप समाहर्त्ता बैंकिंग, अग्रणी बैंक प्रबंधक सहित सभी बैंकों के प्रबंधक उपस्थित थे. जानकारी जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी ने दी.