Chhapra: एसएफआई के केन्द्रीय कमिटी के आह्वान पर छपरा जिले के विभिन्न प्रखण्डों मे एसएफआई के युनिटों द्वारा सोशल डिस्टेशिंग का पालन करते हुए अभियान #ProtestfromHome के तहत घर के छतों एवं बालकोनियों से हस्तलिखित पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शन किया गया.

पोस्टर प्रदर्शन के दौरान एसएफआई के राज्याध्यक्ष शैलेन्द्र यादव ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारें लाकडाउन का दौरान परेशानी झेल रहे छात्रों एवं प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर पुरी तरह से संवेदनहीन बनी हुई है. सरकार को सिर्फ अपने मंत्रियों और विधायकों के लाडलों की चिंता है. एक तरफ सांसद एवं विधायकों के लाडलो को घर बुलाने के लिए स्पेशल गाडी की व्यवस्था की जा रही है तो दूसरे तरफ छात्रावावासों एवं नीजी मकानो मे फंसे छात्रों के साथ साथ प्रवासी मजदूर एव उनके परिवार भूखमरी की मार झेल रहे है.

उन्होने कहा कि हद तो तब हो जाती है जब इस वैश्विक महामारी से फटेहाल हुए गरीब परिवार जिनके निवाले के लिए सरकार आटा नही उपलब्ध करा रही उनके बच्चों को पढने के डाटा की नसीहत देकर ऑनलाइन क्लासेज चलाकर गरीबो को शिक्षा से दूर करने की नापाक षड्यंत्र रच रही है. पोस्टर प्रदर्शन विभिन्न प्रखण्डों मे विभिन्न संगठन के नेताओं के नेतृत्व मे किया गया. छपरा सदर के नेतृत्वकर्ता सद्दाब अहमद मजहरी एवं देवेन्द्र कुमार इसुआपुर के नेतृत्वकर्ता रीतेश कुमार, पंचम कुमार, परसा के नेतृत्वकर्ता विकास कुमार, आलोक कुमार, जनता बजार के नेतृत्वकर्ता गोलू सिंह कुशवाहा एव रुपेश कुमार माझी-जलालपुर अमरजीत कुमार, तरैया के नेतृत्वकर्ता कल्पनाथ कुमार एवं संतोष कुमार थे.A valid URL was not provided.

Chhapra: जिले में Lockdown के दौरान सोमवार (20 अप्रैल) से केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी निर्माण कार्य प्रारंभ करने की सशर्त अनुमति दी गयी है. जबकि आमलोग 3 मई 2020 तक लॉकडाउन में ही रहेंगे.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि केवल ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, सिंचाई परियोजनाओं, भवन तथा सभी प्रकार की औद्योगिक परियोजनाओं का निर्माण कार्य की अनुमति प्रदान की गयी है. परन्तु यह अनुमति नगर निकायों की सीमा से बाहर के लिए दी गयी है.
जिलाधिकारी के द्वारा दिनांक 20 अप्रैल 2020 के प्रभाव से ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों को जारी रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित निर्माण सामग्रियों के विक्रेताओें के प्रतिष्ठान को खोलने का आदेश दिया गया है. परन्तु इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन कराना होगा.

पास लेना है अनिवार्य
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्य विभागों के कार्यालय प्रधान को पास निर्गत करने हेतु प्राधिकृत किया गया है. कृषि एवं संबद्ध कार्य हेतु जिला कृषि पदाधिकारी, मत्स्य से संबंधित पास हेतु जिला मत्स्य पदाधिकारी, पशुपालन कार्य हेतु जिला पशुपालन पदाधिकारी, मनेरगा (अभियंता) कार्य हेतु उप विकास आयुक्त, मनरेगा (श्रमिक) से संबंधित कार्य हेतु संबंधित प्रोग्राम पदाधिकारी, मनरेगा, मनरेगा (सामग्री) कार्यपालक अभियंता मनरेगा, पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित योजनाओं यथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, मुख्यमंत्री गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना के क्रियान्वयन हेतु संबंधित मजदूर, कर्मी को पहचान पत्र निर्गत करने हेतु संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव को प्राधिकृत किया गया है.

 

सभी प्रकार के औद्योगिक प्रोजेक्ट, ग्रामीण क्षेत्र के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम स्तर के उद्यम से संबंधित कार्य के लिए महाप्रबंधक, जिला उधोग केन्द्र, सड़क, भवन, सिचाई, लघु सिंचाई आदि विभागों के संवेदक, कार्यकारी एजेंसी के लिए संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता, सड़क, भवन, सिचाई, लघु सिंचाई आदि विभागों के कार्य में श्रमिक एवं सामग्री हेतु संबंधित विभागीय अभियंता, कोल्ड स्टोरेज एवं वेयर हाउस से संबंधित कार्य हेतु अनुमंडल पदाधिकारी, ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित ईट भट्ठा के लिए श्रमिक पास खान निरीक्षक-सह-सक्षम पदाधिकारी, सारण पास निर्गत करेंगे. पंचायतों में कराये जा रहे अपने विभाग से ंसंबंधित जलापूर्ति कार्य एवं चापाकल अधिष्ठापन कार्य हेतु संबंधित संवेदकों से समन्वय स्थापित कर संबंधित कर्मियों, मजदूरों हेतु पहचान पत्र निर्गत करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए सुदढ़तापूर्वक कार्य का संचालन कराने का निदेश कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दिया गया है.

 

किसी भी समस्या को लेकर पंचायतों में जलापूर्ति के कार्य एवं चापाकल अधिष्ठापन का कार्य की प्रगति धीमी नही पड़े इसे पूर्णरुप से सुनिश्चित कराने की जिम्मेवारी कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, सारण की होगी. कार्य स्थल पर हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग एवं सेनिटाईजेसन कार्य का अनुपालन करवाना सुनिश्चित करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है.

• 6वें से 5वें स्थान पर पहुंचा

• राज्य स्वास्थ्य समिति ने जारी की रैंकिग

• 34 स्वास्थ्य सूचकांको पर तय की गयी रैंकिंग

Chhapra: जिले के सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में बढ़ोतरी हुयी है. इसके लिए राज्य स्वास्थ्य समिति नियमित तौर पर जिला स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा भी करती है. इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति ने 34 स्वास्थ्य सूचकांकों की समीक्षा कर जिलावार रैंकिंग जारी की है. जिसमें जिले ने निर्धारित सूचकांकों में प्रगति की है. यही वजह है कि राज्य भर में बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने वाले जिलों की सूची में सारण को 5वां स्थान प्राप्त हुआ है। इस साल जनवरी माह की रैंकिंग में जिले को 6वां स्थान प्राप्त हुआ था। फरवरी माह की रैंकिंग में 5 वां स्थान मिला है।

34 स्वास्थ्य सूचकांकों के आधार पर हुयी रैंकिंग

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति ने 34 स्वास्थ्य सूचकांकों के आधार पर राज्य स्तरीय रैंकिंग जारी की है. जिसमें जिले की स्थिति पहले की तुलना में और बेहतर हुयी है. बेहतर कार्य के बदौलत 5 वां स्थान प्राप्त कर सका है. इससे जिले के समस्त स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साह वर्धन भी हुआ है. साथ ही इस रैंकिंग को बरक़रार रखने के साथ आगे बढ़ने की चुनौती भी अब बढ़ गयी है. इसके लिए जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मियों को बेहतर प्रदर्शन करने होंगे. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में जिला टॉप 3 की सूची में शामिल हो सकेगा. इसमे डीपीएम अरविंद कुमार, जिला अनुश्रवण सह मूल्यांकन पदाधिकारी भानु शर्मा , डीपीसी रमेश चन्द्र प्रसाद समेत सभी स्वास्थ्य कर्मियों का सहयोग सराहनीय है।

इन सूचकांकों को किया गया शामिल

34 स्वास्थ्य सूचकांकों पर रैंकिंग तैयार की गयी है. जिसके लिए 800 अंक निर्धारित किये गए थे. जिसमें गर्भवती महिलाओं का निबंधन, प्रसव पूर्व पहली तिमाही में महिलाओं का निबंधन, संस्थागत प्रसव, आधुनिक परिवार कल्याण के उपायों की दर, सिक न्यू बॉर्न केयर यूनिट में भर्ती बच्चों की संख्या एवं भर्ती रहे दिनों की संख्या , पूर्ण टीकाकरण, खून की कमी दूर करने में आयरन टैबलेट की आपूर्ति, एंबुलेंस का प्रतिदिन परिवहन की दर, पीएचसी स्तर पर प्रति लाख जनसंख्या में हर माह ओपीडी की सेवा उठाने वाले मरीजों की संख्या, लेबोरेटरी में स्वास्थ्य जाँच कराने वाले लोगों की संख्या , अल्ट्रासाउंड की उपयोगिता दर, खोजे गए नए टीबी मरीजों की संख्या, टीबी और कालाजार मरीजों के लिए दवा उपलब्धता की स्थिति , ओपीडी दवाओं की उपलब्धता, पैसे का खर्च, आशा का प्रशिक्षण, आशा का भुगतान, कन्या उत्थान योजना का भुगतान और चिकित्सकों का ओपीडी में प्रदर्शन शामिल किया गया है।

स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में हो रही बढ़ोतरी

क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया कि सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से रैंकिग जारी की गई है। जिसमें जिले को राज्य भर में 5वां स्थान प्राप्त हुआ है. यह स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में हो रही बढ़ोतरी को दर्शाता है. सभी स्वास्थ्य कर्यक्रमों का लाभ समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना जरुरी है. इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग निरंतर प्रयासरत है. आने वाले समय में इससे भी बेहतर रैंकिंग की उम्मीद की जा सकती है.

Chhapra: वैश्विक महामारी को लेकर संपूर्ण लॉकडाउन के बीच ब्रज किशोर किंडरगार्डन की प्राचार्य डॉ उषा सिन्हा ने ऑनलाइन पढ़ाई शुरू कराई है. उन्होंने बताया कि कर्मठ, योग्य, कुशल और प्रशिक्षित शिक्षकों के साथ सरकार द्वारा मिले मार्गदर्शन और अनुशासन का पालन करते हुए बच्चों को घर बैठे सुरक्षित रखकर ऑनलाइन पढ़ाई देने का सुअवसर प्रदान किया गया है, ताकि बच्चों की पढ़ाई का नुकसान ना हो और उनका पाठ्यक्रम भी समय से पूरा हो.

उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के वजह से बाधित हो रही पढ़ाई नई मॉडर्न टेक्नोलॉजी के माध्यम से जुड़कर निराश बच्चे और उनके अभिभावक काफी खुश और संतोष दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अपनी प्रतिपुष्टि ऑनलाइन के जरिए ही सकारात्मक तरीके से शिक्षकों को देंगे. इस माध्यम से बच्चे घर में रहकर नियमित पढ़ाई और शिक्षकों से मिले गृह कार्य में आई कठिनाई को एक दूसरे से साझा कर हल कर सकेंगे.

इस संबंध में अभिभावकों से मिले योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और घर में स्वस्थ और सुरक्षित रहने का संदेश दिया.

Chhapra: कोरोना संक्रमण के दौरान लॉक डाउन के बीच छपरा का अशोक अलंकार आगे आकर लोगों की मदद कर रहा है. अशोक अलंकार द्वारा आम लोगों को बांटने के लिये 10 हज़ार मास्क दिया गया है. मंगलवार से लोगों के बीच मास्क वितरण का कार्य जारी है. अशोक अलंकार के मालिक अरुण कुमार गुप्ता द्वारा जरूरतमंद लोगों की मदद की जा रही है. इसके तहत इस ज्वेलरी शॉप की ओर से जरूरत मंद लोगों के बीच खाद्य सामग्री वितरण कार्य भी किया जा रहा है.

अशोक अलंकार के अरुण कुमार गुप्ता ने बताया कि युवा क्रांति रोटी बैंक को मास्क व खाद्य सामग्री दी गयी है. ताकि लोगों के बीच इसे बांटा जा सके. गुरुवार को अशोक अलंकार के अश्वनी गुप्त द्वारा शहर कस कई इलाकों में 100 से अधिक जरूरमंद परिवारों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करायी गयी. इस दौरान सोशल डिस्टनसिंग का भी पूरा ख्याल रखा गया ताकि किसी भी प्रकार से संक्रमण का खतरा न हो. इस दौरान डॉ सुनील भी मौजूद थे.

इस मौके पर अशोक अलंकार के अश्विनी गुप्ता ने बताया कि फिलहाल लॉक डाउन में दुकानें बंद है ऐसे में व्यापारियों व दुकानदारों को अभी पैसा कमाने का नही सेवा करने का समय है. जितना हो सके हर जरूरतमंद को मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.A valid URL was not provided.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर सरकार और जिला प्रशासन सख्त है. आम जनता की सुरक्षा के मद्देनजर वह सभी प्रयास सरकार और प्रशासन द्वारा किये जा रहे है जिससे कोरोना वायरस का प्रसार ना हो सकें.

जिला प्रशासन द्वारा लगातार lockdown के नियमों का पालन करने, सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने और बेवजह घरों से बाहर सड़कों पर घूमने, बैठने, रहने की मनाही की जा रही है. इसके बावजूद भी लोगों के दिलों दिमाग मे इसका भय नही दिख रहा.

पुलिस की सख़्ती के बाद सड़कों पर भले ही भीड़ नही दिख रही हो लेकिन गलियां रौनक है. शहर के अमूमन हर गली में गप्पेबाजी मंडली जुटी हुई है. बेवजह महिलाएं और युवा भीड़ लगाकर पूरे दिन गलियों में गप्पेबाजी कर रहे है. शहर के कुछ इलाकों को छोड़ दे तो लगभग सभी गलियों का हाल एक जैसा है. शहर की गलियों में पुलिस के पेट्रोलिंग नही हो पा रही है जिसका लोग फ़ायदा उठा रहे है. पहले से अब गालियों में चहलकदमी भी बढ़ चली है. मुख्य मार्गो पर पुलिस की सख्ती को देख लोग गलियों से जाना बेहतर समझ रहे है.

देश और दुनिया मे कोरोना को लेकर हालात बिगड़ रहे है. प्रतिदिन आंकड़ों में इजाफा हो रहा है ऐसे में कुछ लोग यह समझने को तैयार नही है कि कोई भी, इसके चपेट में कही भी, कभी भी आ सकता है.

Lockdown कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने का एक प्रयास है. लेकिन गलियों में गप्पेबाजी वाली मंडली इस उद्देश्य की पूर्ति में बाधक बन रही है. जिला और पुलिस प्रशासन को अब गलियों में भी lockdown के नियमो के प्रचार प्रसार पर बल देने के साथ सख्ती बरतनी होगी. जिससे कि जिले में कोरोना का प्रसार ना हो सकें.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉक डाउन है. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार साफ सफाई पर ज्यादा जोर दे रही है. शहर से लेकर गांव तक सैनिटाइजर का छिड़काव किया जा रहा है. जिससे की इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके.

छपरा नगर निगम ने भी शहरी क्षेत्र के 45 वार्डों में सैनिटाइजर का छिड़काव दूसरे चरण के लॉक डाउन से प्रारंभ किया है. नगर निगम आयुक्त के अनुसार रोस्टर के अनुरूप शहर में सैनिटाइजर का छिड़काव कराया जा रहा है. हालांकि यह कार्य वही किया जाएगा जहां उनका वाहन जा सकता है.

एक घंटे में 326 लोगों ने फेसबुक पर रखी अपनी बात

शहर में सैनिटाइजर छिड़काव को लेकर छपरा टुडे द्वारा अपने फेसबुक पेज के माध्यम से शहर के मोहल्ले में किए जा रहे सैनिटाइजर छिड़काव की जानकारी ली गई. इस पोस्ट के 1 घंटे के अंतराल में कुल 326 फेसबुक यूजर ने अपने कमेंट दिए. यूजर ने कॉमेट में अपने मोहल्ले, वार्ड के नाम के साथ अपना उत्तर दिया. जो चौकाने वाला है. खबर लगाये जाने तक 914 लोगों के कमेंट हमें मिले है.   

इन वार्ड के लोगों ने किये कमेंट

शहर में कुल 45 वार्डोमें से करीब 30 वार्ड में रहने वाले लोगों के साथ अन्य लोगों ने अपनी राय दी. जिसमे वार्ड 1, 2, 3, 4, 5, 7, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 20, 22, 23, 25, 26, 27, 32, 34, 37, 38, 40, 41, 43, 45 में रहने वाले लोग शामिल है. लगभग 95% लोगों ने यह कहा कि उनके मोहल्ले में सेनेटाइजर के छिड़काव का कार्य नहीं हुआ है.वहीं कुछ लोगों ने यह भी कहा कि छिड़काव हुआ है. हालांकि इससे यह प्रमाणित नहीं होता कि नगर निगम ने छिड़काव नहीं किया है. आम लोगों का यह भी कहना है कि शहर के कई वार्डों में सफाई कार्य भी नहीं चल रहा है. 

2 लाख से अधिक की आबादी, करीब डेढ़ लाख लोगों का घर संकीर्ण गलियों में

वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार छपरा नगर निगम के 45 वार्डों में 2 लाख से अधिक लोग रहते हैं. 9 वर्ष बीत जाने के बाद नगर निगम क्षेत्र में एक अनुमान के मुताबिक जनसँख्या में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. छपरा पुराना शहर है, जिसके वार्ड एक ब्रह्मपुर से लेकर वार्ड 45 रौजा तक अगर मुख्य मार्ग को छोड़ दें तो लगभग सभी सड़कें संकीर्ण और तंग गलियां ही हैं. नगर निगम का यह कहना कि सैनिटाइजिंग का काम वही होगा जहां गाड़ी जा सकती है. ऐसे में करीब डेढ़ लाख की आबादी जो खासकर शहरी क्षेत्र के उन गलियों में बसती है वहाँ रहने वाली बड़ी आबादी, वह गालियां इस कार्य से वंचित रहेगी. 

एक गाड़ी और दो कर्मी के सहारे छिड़काव

एक गाड़ी और दो कर्मी शहर पूरे शहर को सैनेटाइज करने में जुटे हैं. वाहन के अंदर से ही बाहर की सड़कों पर फुहारे लगाते हुए सरपट गाड़ी दौड़ रही है. लगता है मानों शहरवासियों की सुरक्षा के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा किया जा रहा हो. हालांकि इस पर भी निगम कर्मियों की अपनी प्रतिक्रिया है. नगर निगम के कर्मी यह कह रहे है कि सिर्फ सड़कों पर छिड़काव किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें: अंततः नगर निगम की खुली नींद, शुरू हुआ सेनेटाइजिंग का काम

उधर कुछ एक वार्ड पार्षद का कहना है कि मुख्य मार्ग पर छिड़काव के बाद नगर निगम के कर्मियों द्वारा गलियों में भी छिड़काव की योजना बन रही है. इसे भी पढ़ें: शहरवासियों ने पूछा आख़िर कब होगा शहर सैनेटाइज, नगर निगम सिर्फ फॉगिग से भगा रहा कोरोना

बहरहाल कोरोना वायरस को लेकर 3 मई तक लॉक डाउन है. पहले चरण में 21 दिन के लॉक डाउन में नगर निगम ने सिर्फ ब्लीचिंग पाउडर एवं एंटी लार्वा का छिड़काव कर शहरवासियों की कोरोना वायरस से सुरक्षा की. वही दूसरे चरण के 19 दिन के लॉक डाउन में सिर्फ वाहन जाने वाली सड़कों पर सरपट वाहनों को दौड़ाकर कर एक बार फिर से लोगों की सुरक्षा कर रही है.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बुधवार को समाहरणालय सभागार में बैंकर्स के साथ बैठक की. इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि बैंको में आने वाले ग्राहकों को कम-से-कम एक मीटर की दूरी पर बैठाने की व्यवस्था करायी जाय ताकि सोशल डिस्टेंसिग मेंटेन हो सके.

उन्होंने कहा कि वैसे बैंक जहाँ अंदर में जगह की कमी है वहाँ बैंक के बाहर में ही पंडाल लगाया जाय तथा उसमें कुर्सी एवं पेयजल की व्यवस्था करायी जाय.साथ ही लोग लाईन में नहीं लगें इसको लेकर टोकन व्यवस्था अपनायी जाय. ग्राहकों की सुविधा के लिए अलग से एक बैंक कर्मी की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय जो लोगों को जरूरी जानकारी उपलब्ध कराते रहें.

सीएसपी केंद्र का सुबह 6 से शाम 6 बजे तक होगा संचालन
जिलाधिकारी ने बैंक से सम्बद्ध सीएसपी संचालकों को सीएसपी केन्द्र का संचालन सुबह के छः बजे से संध्या के छः बजे तक ही कराने का आदेश दिया है. इसके साथ ही सीएसपी संचालक केन्द्र पर आने वाले लोगों को यह बतायें कि वे अपना पैसा बिना भीड़ लगाये सुविधानुसार निकालें. सीएसपी संचालक अपने स्तर से वोलेन्टीयर्स रखें जो सीएसपी केन्द्र पर सोसल डिस्टेंसिंग को मेंटेन कराये.

जिलाधिकारी ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर लोगों की परेशानी बढ़ी है. उसे सामुहिक प्रयास से दूर करना है.

पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भी निकाल सकते है पैसा
बैठक में उपस्थित प्रधान डाकघर छपरा के सीनियर सुपरिटेंडेंट ने बताया कि किसी भी बैंक का पैसा डाकघर से भी निकाला जा सकता है वषर्ते ग्राहक का आधार नम्बर बैंक लिंक्ड हो. डाकघर भी बैंक की तरह कार्य कर रहे हैं.

सीनियर सुपरिन्टेंडेंट ने कहा कि सारण जिला के प्रत्येक पंयाचत में ग्रामीण डाक सेवक मौजूद हैं जिनके माध्यम से सरकार के किसी भी योजना की राशि का भुगतान प्राप्त किया जा सकता है. जरूरतमंद व्यक्ति अपने ग्रामीण डाक सेवक से सम्पर्क करें. उन्होने कहा कि योजनाओं की राशि का भुगतान उप डाकघरों से प्राप्त किया जा सकता है चाहें खाता किसी भी बैंक में हो केवल आधार नम्बर बैंक लिंक्ड होना चाहिए.A valid URL was not provided.

उन्होंने कहा कि यदि कि किसी बैंक में अधिक भीड़ लग रही है तो वहाँ पोस्ट आफिस सहयोग करेगा. वहाँ पोस्टआफिस का एक कर्मी जाकर काउण्टर लगायेगा और लोगों का भुगतान करेगा. उन्होने कहा कि प्रधान डाकघर छपरा में भी नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है जो 06152-242131 पर कार्यरत है. इस नम्बर पर भी सूचना दी जा सकती है.

बैठक में जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक हर किषोर राय, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, उप समाहर्त्ता बैंकिंग, अग्रणी बैंक प्रबंधक सहित सभी बैंकों के प्रबंधक उपस्थित थे. जानकारी जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी ने दी.

Chhapra: बिहार सरकार से प्राप्त पत्र के आलोक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए लगाये गये लॉकडाउन की अवधि में जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा यात्री वाहनों के परिचालन को नियंत्रित करने का निर्देश दिया गया है.

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जिलाधिकारी ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान पैसेन्जर वाहनों का परिचालन पूर्णतः बन्द रहेगा. सरकारी वाहन एवं आपातकानीन सेवा में संलग्न वाहनों को छोड़कर अन्य निजी वाहन बिना किसी आपातकालीन कारण या पास के नहीं चलेंगे. जिलाधिकारी ने कहा है कि आवश्यक सेवा एवं पास प्राप्त दो पहिया वाहनों के अतिरिक्त मोटरसाइकिल अथवा स्कूटी पर डबल राइड अनुमान्य नहीं होगा. पास प्राप्त कार (विधि व्यवस्था एवं आपातकानीन कार्यों में लगे वाहनों को छोड़कर) पर ड्राइवर के अतिरिक्त अधिकतम 2 व्यक्तियों को बैठने की अनुमति होगी. निजी वाहन (मोटरसाइकिल, कार, आदि) से सब्जी, दूध फल, राशन आदि क्रय करने के लिए जाने की अनुमति नहीं होगी. वाहन चालक एवं अन्य सवारी मास्क का प्रयोग आवश्य करेंगे तथा सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखेंगे.

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जिलाधिकारी ने कहा कि निजी वाहनों से यदि कार्यालय, बैंक, अस्पताल एवं अन्य अनुमति प्राप्त संस्थान एवं दुकान व कार्यस्थल पर जाना आवश्यक हो तो ऐसे सभी वाहनों के लिए पास निर्गत किये जायें. पास में प्रस्थान स्थल एवं गंतव्य स्थल का स्पष्ट उल्लेख किया जाय. पास के पीछे चेकिंग हेतु एक लॉगबुग प्रिन्ट कराया जाय, जिसमें पुलिस द्वारा चेकिंग के समय तिथि, स्थान एवं समय अंकित कर पुलिस पदाधिकारी अपना हस्ताक्षर करेंगे.

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जिलाधिकारी ने कहा कि पेट्रोल पम्प पर प्रतिनियुक्त कर्मी भी मास्क का प्रयोग निश्चित रूप से करेंगे तथा पेट्रोल पम्प पर सेनिटाइजर की भी व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाय. बिना मास्क पहने ड्राईवर व सवारी के किसी भी वाहन को पेट्रोल, डीजल की आपूर्ति नहीं की जाय. चेकिंग के दौरान बिना उचित आधार के घूमते पाये जाने पर मोटरयान अधिनियम की धारा-177,179,197,202 एवं अन्य सुसंगत प्रावधानों के अन्तर्गत कार्रवाई करने एवं विशेष परिस्थिति में वाहन जब्त करने का निर्देश दिया है.

Chhapra: Lockdown के दौरान जरूरतमंद लोगों के लिए छपरा के नवाजी टोला स्थित राज भवन विवाह भवन द्वारा अपने मेस में हर रोज जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है. इसे भी पढ़ें: विदेशी नागरिक का सामान बरामद कर पुलिस ने बचाई सारण की लाज 

राजभवन के उत्कर्ष राज ने बताया कि लॉक डाउन में जिन लोगों को भी खाने की समस्या है, उन तक मदद पहुंचाई जा रही है. इसके लिए विशेष रूप से हलवाई लगाकर 500 लोगों के खाने की पैकिंग हो रही है. जिसमें साफ सफाई का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. इसे भी पढ़ें: छपरा के Sharda Classes में 9वीं और 11वीं कक्षा के लिए शुरू होगी ऑनलाइन पढ़ाई, रेजिस्ट्रेशन शुरू

साथ ही खाना बांटने में सोशल डिस्टेंसिंग का भी ध्यान रखा जा रहा है. खाना को पैक कर नेवाजी टोला इलाके समेत शहर के अन्य मुहल्लों में जरूरतमंद लोगों तक पहुँचाया जा रहा है.

Chhapra: कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए छपरा के प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान शारदा क्लासेज ने छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाने का निर्णय लिया है.

इस संदर्भ में संस्था के निदेशक सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि लॉक डाउन के हटने के बाद भी अगले कुछ महीनों तक विद्यालयों एवं कोचिंग के खुलने पर संशय बना रहेगा. ऐसे में छात्रों की पढ़ाई के लिए अभिभावकों के मन में चिंता का भाव है. बहुत सारे अभिभावक ऑनलाइन क्लासेज चालू करने का अनुरोध कर रहे थे. इन सब बातों को ध्यान रखते हुए छात्रों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पढ़ाने की व्यवस्था की गई है.

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9 वीं और 11 वीं के लिए 20 अप्रैल से शुरू होगा बैच

शारदा क्लासेज द्वारा इस 9 वीं कक्षा और 11वीं कक्षा की पढ़ाई के बैच चालू किया जा रहा है. यह दोनों बैच 20 अप्रैल से चालू होंगे. अधिक जानकारी के लिए छात्र संस्था से फोन पर संपर्क कर सकते हैं. जो 7091903847 है.

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12 वीं कक्षा का बैच हो चुका है शुरू, ऐसे होती है ऑनलाइन पढ़ाई

बता दें कि शारदा क्लासेज में 12वीं के छात्रों की बैच पहले से ही चालू है. शिक्षक ऑनलाइन प्लेटफार्म पर दैनिक रूप से वीडियो लेक्चर के माध्यम से छात्रों को पढ़ा रहे हैं तथा होमवर्क भी दे रहे हैं. छात्र इन वीडियोज को देखते हैं तथा होमवर्क को बनाने की कोशिश करते हैं. इस क्रम में होने वाली दिक्कतों को छात्र ऑनलाइन ही शिक्षकों से पूछते हैं तथा शिक्षक वीडियो के माध्यम से इन दिक्कतों का समाधान कर देते हैं.

https://chhapratoday.com/chhapra/jee-main-2020-sharda-classes/?fbclid=IwAR0dYPy-tFZJTidVxWPkWYnu4QpUYP2wx59FdWzQ4l6aH30I8G6BtrtzliA/

ऑनलाइन क्विज व एग्जाम के लिए भी विशेष तैयारी

इसके अलावा ऑनलाइन क्विज और एग्जाम भी लिए तैयारी कराये जा रहे हैं ताकि छात्र अपनी पढ़ाई में पूरी गंभीरता से लगे रहे और इस खाली समय का संपूर्ण रूप से अच्छा इस्तेमाल कर पाए. इस प्लेटफार्म को ज्वाइन करना बहुत ही आसान है. छात्र मोबाइल या लैपटॉप के द्वारा इस प्लेटफार्म से जुड़ सकते हैं. क्वॉरेंटाइन खत्म हो जाने के बाद छात्र वापस पहले की तरह संस्था में आकर पढ़ेंगे.
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Chhapra: Lockdown तोड़ने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त है. इस दौरान सारण पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 42 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की है. इसे भी पढ़ें: छपरा सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से विदेशी पर्यटक का चोरी हुआ सामान सारण पुलिस ने किया बरामद, एक व्यक्ति को किया गिरफ्तार

सारण के पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि Lockdown की अवधि 23 मार्च से 12 अप्रैल तक में जिले में 42 लोगों को इसका पालन नहीं करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. वही 47 प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

उन्होंने बताया कि इस दौरान 1645 वाहनों को जब्त करने की कार्रवाई की गयी है. साथ ही 27 लाख 7 हज़ार 7 सौ की जुर्माना राशि वसूल की है. इसे भी पढ़ें: शहर का पारा 38 डिग्री के पार, धीरे धीरे घट रहा शहर का जलस्तर

Lockdown के दौरान लोगों को बगैर किसी अत्यंत जरुरी काम के बाहर निकलने की मनाही है. बावजूद इसके सड़कों पर निकलने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती बारात रही है.