• जिले के सभी प्रखंडों में पौधारोपण कार्यक्रम का किया गया आयोजन
• आईसीडीएस निदेशालय के निर्देश के आलोक में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित

• पौधा लगाने के लिए आम जनों को भी किया गया प्रेरित
• बच्चों एवं आम लोगों को स्वच्छता के प्रति किया गया जागरूक

Chhapra राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जयंती के अवसर पर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सेविकाओं के द्वारा पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आईसीडीएस निदेशालय के निर्देश पर जिले के सभी प्रखंडों में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान सेविकाओं के द्वारा फलदार पौधे लगाए गए। आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविका, सहायिकाओं द्वारा घर-घर जाकर पोषण से संबंधित फलदार पौधे लगाए गए। सेविकाओं ने आम, पपीता एवं शरीफा आदि के पौधे लगाए तथा इसके गुणों को बताया। लाभुकों को पौधों की देखरेख करने के लिए प्रेरित किया गया। डीपीओ बंदना पांडेय ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण अति आवश्यक है। सभी को एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए। जहां हरियाली होगी, वहीं खुशहाली होगी। इस उद्देश्य के साथ पौधारोपण का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण के साथ पौधों की सुरक्षा करना भी जरूरी है। पौधे लगाने के बाद उसके अच्छी तरह से देखभाल करें तथा नियमित रूप से पानी देते रहें ताकि पेड़ -पौधे सूखे नहीं और भविष्य में एक बड़ा पेड़ के रूप में हमें स्वच्छ हवा, फल, छाँव जैसे सुविधा प्राप्त हो सके।

स्वच्छता अभियान पर भी जोर

आईसीडीएस के डीपीओ बंदना पांडेय ने बताया कि महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर पौधारोपण के साथ ही स्वच्छता पर भी जोर दिया गया। आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा क्षेत्र भ्रमण पर बच्चों को उनके माता-पिता को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। इस मौके पर पूरे जिले में एक साथ स्वच्छता के लिए अभियान चलाया गया। सेविकाओं ने कहा कि हमलोग स्वच्छता के प्रति गंभीर है। देश को स्वच्छ बनाने के लिए ख़ुद गंदगी नहीं फैलाने और दूसरों को गंदनी फैलाने से रोकने की जरूत है। तभी हमारा देश स्वच्छ बन पायेगा।

लगाए गए यह पौधे

आईसीडीएस के जिला परियोजना सहायक आरती कुमारी ने बताया कि आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा अपने-अपने पोषक क्षेत्रों में कई फलदार पौधे लगाए गए। जिसमें पपीता शहजान आम अमरूद तुलसी के पौधे शामिल है।

स्लोगन के माध्यम से किया गया जागरूक

राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला समन्वयक सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि सेविकाओं के द्वारा स्लोगन लेखन के माध्यम से आम जनों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया तथा अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित भी किया गया। सेविकाओं द्वारा- जहां हरियाली वहां खुशहाली, भविष्य हमारा खुशहाल बनेगा अगर आज से वृक्ष बचेगा, एक जीवन हर आंगन स्वच्छ पर्यावरण, पेड़ पौधे हैं मानव के लिए वरदान मत करो इनका अपमान एवं जागरूक बनिए वृक्षों को काटने से बचिए जैसे स्लोगन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया।

Chhapra: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए हुए मार्गो पर चलकर ही देश को स्वच्छ और स्वास्थ्य बनाने की परिकल्पना को साकार किया जा सकता है. उक्त बातें भारत स्काउट एंड गाइड के जिला मुख्य आयुक्त हरेंद्र प्रसाद सिंह ने गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही.

इस मौके पर भारत स्काउट एंड गाइड की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा का पाठ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने पढ़ाया था. जिसे आत्मसात करने की आवश्यकता है. साथ ही देश के युवाओं को स्वस्थ रहने के लिए चलाए जा रहे “फिट इंडिया मूवमेंट” की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रभात फेरी इसका महत्व पूर्ण भाग है, जिसे उन्होंने शुरू किया था. साथ ही स्वच्छता को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने जीवन में शुरू से अंत तक प्रमुख स्थान दिया, जिससे हमें प्रेरणा लेने की जरूरत है.

इस मौके पर जिला संगठन आयुक्त आलोक रंजन ने कहा कि भारत स्काउट एंड गाइड की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के सपनों का भारत बनाने के लिए नियमित रूप से विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है और उनके जीवन चरित्र को अपना आदर्श बनाने का प्रयास भारत स्काउट एंड गाइड की ओर से किया जा रहा है. उन्होंने अपने सम्बोधन में जय जवान जय किसान के स्लोगन के उद्देश्य तथा 1965 के देश की स्थिति में एक दिन के उपवास कार्यक्रम के महत्व पर भी चर्चा की.

Chhapra: जिला निर्वाचन पदाधिकारी -सह- जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा गुरूवार को देर संध्या तक निर्वाची एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग कर विधान सभा आम निर्वाचन-2020 के लिए सभी मतदान केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकाल के तहत् सुविधाएँ सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया.

जिलधिकारी ने कहा कि सभी मतदान केन्द्रों पर हेल्पडेस्क बनाने के लिए स्थान देख लें. हेल्पडेस्क के माध्यम से हीं मतदाताओं को मतदान के लिए ग्लोब्स दिया जाएगा एवं मतदान के पष्चात उनके हाथों को सेनिटाइज किया जाएगा. प्रत्येक मतदान केन्द्र पर हेल्पडेस्क की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. सहायक मतदान केन्द्रों पर भी व्यवस्थायें सुनिष्चित करायी जाय. सभी निर्वाची पदाधिकारी भ्रमण कर मतदान केन्द्रों पर उपलब्ध सुविधाओं को स्वयं देखें और इस संबंध में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी से दो दिनों के अंदर प्रतिवेदन प्राप्त कर जिला को उपलब्ध करायें.

जिलाधिकारी ने कहा कि पिछली चुनावां में जहाँ भी मतदान प्रतिशत कम रहा है या जिला के औसत से कम रहा हैं. वहाँ जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को मतदान के लिए प्रेरित किया जाय. जिलाधिकारी ने कहा कि मतदान की तिथि से पाँच दिन पूर्व बीएलओं के माध्यम से सभी मतदाओं को मतदाता पर्ची निश्चित रूप से बँटवाने की व्यवस्था करें और वितरण का रिपोर्ट संधारित करें.

विडियो कॉफ्रेसिंग में जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्त्ता डॉ गगन, उप विकास आयुक्त अमित कुमार सहित सभी इस विधान सभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी उपस्थित थे.

Chhapra: सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है. नामांकन 5 अक्टूबर तक होगा.

विधान परिषद की इस सीट के लिए अबतक 5 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है.

शुक्रवार को जयप्रकाश विश्वविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ लाल बाबू यादव ने प्रेस वार्ता कर अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की. उन्होंने कहा कि वे 3 अक्टूबर को नामांकन करेंगे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षकों के मान सम्मान के लिए वे चुनाव मैदान में उतर रहें है. उन्होंने कहा कि 18 वर्षों से जो इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहें है उनको हटाने का समय आ गया है.

नामांकन के पूर्व जिला स्कूल के सामने अम्बेडकर भवन में सभा का आयोजन किया जाएगा.

Chhapra: छपरा विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को वोटिंग की जाएगी. फिलहाल किस पार्टी से किसे टिकट मिलेगा यह अभी तय नहीं हो सका है” वहीं दूसरी तरफ विधायक बनने की चाहत में छपरा में डेढ़ दर्जन अधिक नेता लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं.

शहर में जलजमाव बीते कुछ सालों में बड़ा मुद्दा बन गया है, चुनाव के समय लोगों के बीच इस बात की चर्चा है कि जिन इलाकों में ज्यादा जलजमाव है उन इलाकों में नेता कैसे वोट मांगने जाएंगे, शहर के जो इलाके जलमग्न हो गए हैं उनमें इलाके के लोगों का कहना है कि यदि कोई भी वोट मांगने आया तो सबक सिखाया जाएगा.

आपको बता दें कि छपरा शहर के आधा दर्जन से अधिक इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. कई सालों से जनप्रतिनिधियों द्वारा बस आश्वासन ही मिला है, लेकिन इन इलाकों की समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है, जो मोहल्ले जल जमाव से पूरी तरह से त्रस्त हैं, उनमें प्रभुनाथ नगर, शक्ति नगर, उमा नगर कटहरी बाग, गुदरी, सरकारी बाजार, मौना, गांधी चौक से दक्षिण, भगवान बाजार थाना रोड समेत कई अन्य इलाके हैं.

इलाके के लोगों का कहना है कि चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधियों को जलजमाव की समस्या याद आ रही है, लोग वोट मांगने आने वाले जनप्रतिनिधियों को सबक सिखाने की बात कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ लोग सोशल मीडिया पर जनप्रतिनिधियों को कोसते कोसते थक गए हैं, लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो सका है.हर रोज सोशल मीडिया पर शहर के कई मुहल्ले की तस्वीरें सामने आ रही है, जो पूरी तरह से जलमग्न है लोग इसके लिए नगर निगम और जनप्रतिनिधियों को खूब खुश रहे हैं, हालांकि लोगों में यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि जिन इलाकों में सड़कों पर कई फीट पानी लगा हुआ है उधर नेता जनसम्पर्क कैसे करेंगे. पिछले 5 सालों में ना तो प्रभुनाथ नगर की समस्या का समाधान हुआ, ना ही खनुआ नाला साफ हो सका, यहीं नहीं शहर के कई और इलाके जलमग्न होने लगे.

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो फारूक अली की अध्यक्षता में वित्त समिति की बैठक आयोजित की गई.

बैठक की शुरूआत करते हुए समिति के सदस्यगण द्वारा सामान्य परिचय के दौरान विश्वविद्यालय के व्यवस्थित विकास हेतु चर्चा-परिचर्चा किया गया. अधिषद् सदस्य सह बिहार विधान परिषद् सदस्य प्रो वीरेन्द्र नारायण यादव ने परिचय के दौरान विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर आज तक की स्थिति-परिस्थिति से संक्षेप में अवगत कराया.

बैठक में समिति ने सर्वसम्मति से दैनिक वेतन भोगी सफ़ाई कर्मी के वेतन वृद्धि को अनुमोदित किया गया. साथ ही विश्वविद्यालय के विकास को गति प्रदान करने के लिए आवश्यक वस्तुओं को प्राथमिकता के आधार पर क्रम करने का भी अनुमोदन किया गया.

बैठक में प्रति कुलपति प्रो लक्ष्मी नारायण सिंह, वितीय सलाहकार राकेश कुमार मेहता, बिहार विधान परिषद सदस्य प्रो वीरेंद्र नारायण यादव, अधिषद सदस्य मनोज कुमार सिंह, अधिषद सदस्य जफर अहमद गनी, वित्त पदाधिकारी डॉ बसंत कुमार सिंह एवं कुलसचिव ग्रुप कैप्टन श्रीकृष्ण उपस्थित रहे.

Chhapra: जिला दण्डाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा शांतिपूर्ण स्वच्छ एवं भयमुक्त वातावरण में चुनाव सम्पन्न कराने के उद्देश्य से चुनाव प्रकिया संपन्न होने तक अथवा अधिकतम 60 दिनों तक, जो भी पहले हो, दंड प्रकिया संहिता की धारा-144 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए संपूर्ण सारण जिलान्तर्गत निषेधाज्ञा लागू की गयी है.

इस दौरान किसी भी व्यक्ति/राजनीतिक दल/संगठन के द्वारा राजनीतिक प्रयोजन से संबंधित किसी भी प्रकार की सभा, जुलूस, धरना या प्रदर्शन तथा ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग बिना सक्षम प्राधिकार की पूर्वानुमति के नहीं किया जायेगा.

ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग रात्रि 10 बजे से प्राप्तः 6 बजे तक वर्जित रहेगा. कोई भी व्यक्ति अथवा राजनीतिक दल अथवा संगठन किसी प्रकार का पोस्टर, पर्चा, आलेख, फोटो आदि अथवा किसी व्यक्ति विशेष के विरूद्ध आपत्तिजनक पर्चा, आलेख, फोटो आदि का प्रकाशन नहीं करेंगे जिससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंधन होता हो. कोई भी व्यक्ति किसी धर्मिक स्थल का उपयोग राजनीतिक प्रचार के लिये नहीं करेगे एवं साम्प्रदायिक भावना को भड़काने का कार्य नहीं करेंगे। कोई भी व्यक्ति/राजनीतिक दल/संगठन मतदाताओं को डराने/धमकाने एवं किसी भी प्रलोभन में लाने का कार्य नहीं करेंगे. प्रदूषण फैलाने वाली प्रचार सामग्रियों का उपयोग राजनीतिक प्रचार-प्रसार के लिये नहीं किया जायेगा. भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता में परिभाषित कोई भी अपराध करने तथा शांति भंग करने के उद्देश्य से पांच या उससे अधिक व्यक्ति किसी भी स्थान पर एकत्रित नहीं होंगे. कोई भी व्यक्ति आग्नेयास्त्र, तीर-धनुष, लाठी, शला, गांड़ासा, ईट-पत्थर एवं मानव शरीर के लिए घातक कोई भी हथियार लेकर नहीं चलेंगे. यह आदेश परम्परागत ढंग से शस्त्र धारण करने वाले समुदाय पर विधि-व्यवस्था एवं निर्वाचन कार्य पर लगे दंडाधिकारी/निर्वाचन कर्मियों और पुलिस कर्मियों पर लागू नहीं होगा.

यह आदेश जिला दण्डाधिकारी द्वारा बिहार विधानसभा आम चुनाव के अवसर पर निर्गत किये जाने वाले आदेश पर निर्दिष्ट तिथि को निर्दिष्ट स्थान पर शस्त्र अनुज्ञप्तिधारियों द्वारा शस्त्र निरीक्षण कराने एवं शस्त्र जमा करने हेतु शस्त्र ले जाने वाले अनुप्तिधारियां पर शिथिल रहेगा. किसी भी राजनैतिक/गैर राजनैतिक सभा, जुलूस, धरना या प्रदर्शन में किसी भी प्रकार के हथियार यथा आग्नेयास्त्र, तीर-धनुष, लाठी-भाला, गड़ासा का प्रदर्शन नही किया जायेगा.

जिला दण्डाधिकारी के आदेश पूर्व अनुमति प्राप्त सभा/जुलूस/शादी/बरात पार्टी/शव-यात्रा/हाट बाजार/कर्त्तव्य पर तैनात सरकारी कर्मचारी एवं पुलिस बल पर लागू नहीं होगा.

Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद शनिवार की सुुुबह से ही शहर के चौक चौराहों से मतदाताओं को रिझाने वाले प्रत्याशियों के बड़े बड़े बैनर हटने लगे.

शहर के अलावे ग्रामीण क्षेत्रों से भी जिला प्रशासन द्वारा बैनर पोस्टर हटाने का कार्य जारी हो चुका है. शहर के लगभग सभी मुख्य चौराहों के साथ सड़कों के किनारे दीवारों पर लगे सरकारी योजनाओं के पोस्टर भी हटने लगे है. चुनाव आयोग द्वारा बिहार में 3 चरणों मे चुनाव कराने की घोषणा की है.

3 चरणों के तिथियों की घोषणा के साथ ही मतगणना की तारीख भी घोषित हो चुकी है. साथ ही साथ पूरे राज्य में चुनाव आदर्श आचार संहिता को भी लागू कर दिया गया है.

अधिसूचना जारी होने के साथ ही सरकार और भावी प्रत्याशियों के जनलुभावन घोषणाओं, शिलान्यास और उद्घाटन पर विराम लग गया है. इसके साथ राजनेताओं के सभा, रैली सहित अन्य जनलुभावन कार्यो पर भी विराम लग गया है.

कोरोना काल मे हो रहे इस चुनाव को लेकर कई निर्देश जारी किए गए है जिसके अनुसार ही नामांकन, प्रचार प्रसार, सभा की अनुमति मिलेगी.

Chhapra: सारण में फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. पानापुर.गंडक नदी के जलग्रहण क्षेत्रो में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश एवं नेपाल द्वारा वाल्मीकिनगर बराज से लगभग चार लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से सारण में एक बार फिर बाढ़ की आशंका बढ़  गयी है.

जुलाई माह में गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानांतर्गत पकहाँ गांव में सारण तटबंध टूटने से बाढ़ ने जिले के पानापुर ,मशरक ,तरैया ,अमनौर ,मढ़ौरा ,परसा ,दरियापुर आदि प्रखंडों में भारी तबाही मचायी थी .लगभग एक माह तक बाढ़ की विभीषिका झेल चुके लोगो की जिंदगानी धीरे धीरे पटरी पर लौट रही थी  लेकिन एक बार फिर संभावित बाढ़ की आशंका से लोग भयभीत है .

प्राप्त जानकारी के अनुसार तेज बारिश एवं नेपाल द्वारा भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने से पकहाँ स्थित सारण तटबंध एक बार फिर ध्वस्त हो गया है. जिससे बाढ़ का पानी सारण जिले में दुबारा प्रवेश कर जाने की आशंका है .इस बीच जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पदाधिकारियों एवं स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी है एवं सारण तटबंध की सतत निगरानी का आदेश दिया है.

Chhapra: राजद नेता डॉ प्रीतम यादव के नेतृत्व में छपरा के किसानों और नौजवानों ने भारत की सरकार द्वारा पारित किसान बिल के विरोध में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर विरोध मार्च निकाला और धरना दिया.

ट्रैक्टर पर सवार होकर डॉ प्रीतम यादव ने अपने साथियों के साथ भरत मिलाप चौक से मार्च निकाला और यह आक्रोश मार्च नगर पालिका चौक पर धरने के रूप में समाप्त हुआ.

उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डॉ प्रीतम यादव ने केंद्र की सरकार के बिल को किसान विरोधी बताते हुए उसे वापस लेने के लिए चेताया. उन्होंने कहा भारत सरकार ने जिस उतावलापन में अपने पूंजीपति साथियों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों के पेट पर लात मारी है और यह बिल राज्य सभा से बिना बहस बगैर वोटिंग के असंवैधानिक रूप से पास किया यह लोकतंत्र की हत्या है. अन्नदाताओं के पेट पर लात मारना यह देश कभी मंजूर नहीं करेगा.

उन्होंने कहा कि पिछले 6 सालों में मोदी सरकार ने सभी सरकारी उपक्रमों का निजीकरण किया है या उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. जिसका विरोध जवान और किसान आगे आने वाले दिनों में करेंगे.

इस अवसर पर प्रमुख रूप से पवन राय, समाजसेवी दिनेश राय पंकज, मुकुल तिवारी, नैतिक राय, बंटी राय, राकेश सिंह, मुन्ना गुप्ता, तूफान यादव, गुड्डू चंद्रवंशी, राजेंद्र राय, आजाद, प्रदीप राम, इम्तियाज अहमद, शमशेर सिंह, सुरेंद्र गोप, शशि माला, प्रशांत कुमार आदि थे.

पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के साथ-साथ विधान परिषद चुनाव का भी बिगुल बज गया है।बिहार के स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव आयोग ने कार्यक्रम जारी कर दिया है।22 अक्टूबर को विधान परिषद के लिए मतदान की तारीखें तय की गई है।


बिहार के 04 शिक्षक और 04 स्नातक विधान परिषद सीटों के लिए 28 सितंबर को अधिसूचना जारी होगी‌।05 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे और 06 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी।08 अक्टूबर तक नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे।

विधान परिषद के लिए 22 अक्टूबर को मतदान होगा।सुबह 8:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक वोटिंग होगी और 12 नवंबर को मतगणना की तारीख रखी गई है।आपको बता दें कि विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव की मतगणना 10 नवंबर को होगी,जबकि विधान परिषद की 8 सीटों की मतगणना 12 नवंबर को होगी.

मढ़ौरा: केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विल जन विरोधी किसान विरोधी है. केंद्र सरकार के इस जनविरोधी नीति के खिलाफ आज पूरा देश और बिहार आक्रोशित है. इसी के मद्देनजर किसानों के हित में हमारी पार्टी खड़ी है और हम लोग विरोध मार्च कर रहे हैं. उक्त बातें मढ़ौरा के राजद विधायक जितेंद्र कुमार राय ने मढ़ौरा बाजार के के गढ़ देवी चौक पर कहीं.

श्री राय ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार किसानों को गुमराह कर रही है. कि इस कानून से किसानों को लाभ होगा जबकि जीएसटी नोटबंदी का क्या हर्ष हुआ देख चुके हैं. उसी के कारण आज हमारा देश बर्बाद हो रहा है और हमारे प्रधानमंत्री जी इस बिल को किसान का हितैषी बता रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल का स्पष्ट मानना है कि यह बिल किसान विरोधी है इसमें न्यूनतम समर्थन मूल्य जो निर्धारित था पहले से उसे भी समाप्त किया जा रहा है.