Patna: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी। उन्होंने 4233 करोड़ की लागत से जनसुविधा एवं विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और लोकार्पण किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता की सुविधा और ग्राम्य विकास को प्राथमिकता दे रही है। वे योजनाएँ जो सीधे गाँव और किसानों से जुड़ी हैं, उन्हें तेज़ी से पूरा कराया जाएगा।

1000 विवाह मंडपों का शिलान्यास

663 पंचायत सरकार भवनों का शिलान्यास, जिनका निर्माण ग्राम पंचायतों द्वारा 1823 करोड़ की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री कन्या विवाह मंडप योजना अंतर्गत 1000 विवाह मंडपों का शिलान्यास, जिनका निर्माण ग्राम पंचायतों द्वारा ₹500 करोड़ की लागत से किया जाएगा। औरंगाबाद जिले के दाउदनगर बाजार प्रांगण ₹40 करोड़ 46 लाख की लागत से निर्मित का उद्घाटन।

भवन निर्माण विभाग द्वारा 885 करोड़ की लागत से निर्मित 322 पंचायत भवन, स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन द्वारा 825 करोड़ की लागत से निर्मित 367 भवन तथा ग्राम पंचायतों द्वारा 160 करोड़ की लागत से निर्मित 140 पंचायत सरकार भवनों का लोकार्पण।

113 करोड़ से अधिक की राशि सीधे माध्यम से दी गई

कृषि विभाग की इनपुट अनुदान योजना अंतर्गत, अगस्त 2025 की अतिवृष्टि एवं बाढ़ से प्रभावित 2 लाख 41 हजार से अधिक किसानों को 113 करोड़ से अधिक की राशि सीधे माध्यम से दी गई।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अधिकारियों से समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और कहा कि इन योजनाओं से गाँवों की बुनियादी संरचना मजबूत होगी तथा किसानों और आम नागरिकों को सीधा लाभ मिलेगा।

साथ ही बसंतिक (रबी) महाभियान 2025 का शुभारंभ किया है।

Patna, 25 सितंबर (हि.स.)। बिहार में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल होने जा रही है। राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ 26 सितम्बर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहेंगे। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार की दिशा में प्रेरित करने वाला कदम मानी जा रही है।

योजना के पहले चरण में 75 लाख महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा। इसके लिए सरकार की ओर से ₹7,500 करोड़ की राशि का आवंटन किया गया है। योजना की शुरुआत के अंतर्गत प्रत्येक पात्र महिला को 10,000 रुपए की राशि सीधे डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी। अब तक 1.11 करोड़ से अधिक महिलाओं ने इस योजना के लिए आवेदन किया है, जिससे साफ है कि बिहार की महिलाओं में इसे लेकर जबरदस्त उत्साह है।


महिलाओं को मिलेगा रोजगार और आत्मनिर्भरता का अवसर

योजना के तहत मिलने वाली राशि का उपयोग महिलाएं खेती, पशुपालन, हस्तशिल्प, सिलाई-बुनाई, खाद्य प्रसंस्करण और छोटे व्यवसायों की शुरुआत में कर सकेंगी। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाएं इस राशि का प्रयोग करके अपने और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधार पाएंगी। सरकार का मानना है कि यह पहल महिलाओं को सिर्फ रोजगार तक सीमित नहीं रखेगी, बल्कि उन्हें उद्यमिता की दिशा में भी अग्रसर करेगी।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस योजना से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी। स्थानीय स्तर पर छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही, महिलाओं की बढ़ती आर्थिक भागीदारी से परिवार और समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का साझा प्रयास

राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संयुक्त प्रयास से तैयार इस योजना को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इसका उद्घाटन किए जाने को एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक संदेश माना जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि यह योजना महिलाओं की आर्थिक स्वावलंबन की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगी।

उन्होंने कहा कि “आज बिहार की महिलाएं हर क्षेत्र में अपनी भूमिका निभा रही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और व्यवसाय में उनका योगदान बढ़ रहा है। यह योजना उनके सपनों को साकार करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार का ठोस प्रयास है।”

आत्मनिर्भर बिहार की मजबूत नींव

विशेषज्ञ मानते हैं कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना राज्य की अर्थव्यवस्था को नई मजबूती देगी। यह पहल ग्रामीण महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने के साथ-साथ समाज में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण को भी बढ़ावा देगी।

सरकार को उम्मीद है कि यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बिहार के निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाने का अवसर देगी। आने वाले वर्षों में यह योजना न केवल महिलाओं की आर्थिक स्थिति को बेहतर करेगी, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की भी मजबूत नींव रखेगी।

Patna, 23 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव-2025 से ठीक पहले नौकरी-रोजगार से जुड़े करीब दर्जन भर फैसले लिए और उसे कैबिनट से मंजूर करवाया।

बिहार में रहने वाली 60 प्रतिशत से अधिक युवा आबादी को साधने के लिए हर पार्टियां लगी हुई हैं। नीतीश कुमार ने भी सरकार का खजाना इनके लिए खोल दिया है।

नीतीश कुमार ने बीते दो माह में दर्जन भर से अधिक योजनाओं की घोषणा की है, जो सीधे रोजगार से जुड़ा है। जिसके जरिये युवा आबादी को साधने की कोशिश की गई।

गत दो माह में नीतीश सरकार ने 5 साल में एक करोड़ नौकरी-रोजगार का वादा किया जिसे कैबिनेट में हाई लेवल कमेटी बनाने की स्वीकृति दी गई।

सभी परिवार की एक महिला को 210000 तक की आर्थिक सहायता

स्नातक पास करने वालों को नौकरी खोजने के लिए 2 साल तक 1000 रुपये स्वयं सहायता भत्ता, स्वरोजगार के लिए राज्य के सभी परिवार की एक महिला को 210000 तक की आर्थिक सहायता, सभी सरकारी नौकरियों की प्रारंभिक परीक्षा का शुल्क घटकर 100 रुपये और मुख्य परीक्षा नि:शुल्क करने का फैसला, टीआरई-4 शिक्षक भर्ती परीक्षा में डोमिसाइल नीति लागू, युवाओं के कौशल विकास के लिए कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना, बिहार लघु उद्यमी योजना के माध्यम से गरीब परिवारों के स्वरोजगार के लिए 2 लाख तक की सहायता शामिल है।

स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ब्याज मुक्त राशि

इसके लिए सभी सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण में डोमिसाइल लागू, राज्य में औद्योगिक विकास प्रोत्साहन पैकेज 2025 के तहत उद्योगों को मुफ्त जमीन और प्रोत्साहन राशि, मुख्यमंत्री प्रतिज्ञा योजना के तहत युवाओं को इंटर्नशिप के लिए 4000 से 6000 प्रतिमाह राशि, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत ब्याज मुक्त राशि, बंद उद्योगों को फिर से चालू करने के लिए बिहार एमनेस्टी पॉलिसी 2025 के तहत रियायत और सहायता, विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए चयन आयोग के माध्यम से नियमित परीक्षा, बिहार प्लेटफार्म आधारित गिग कामगार अधिनियम 2025 की शुरुआत और निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की नौकरियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देने और उनके विकास के लिए बिहार युवा आयोग का गठन शामिल है।

युवा वोटर की आबादी  3 करोड़ 70 लाख के करीब

चुनाव आयोग के आंकड़ों को देखें तो बिहार में 20 से 29 साल तक के युवा एक करोड़ 55 लाख 90481 है। वहीं, 30 से 39 वर्ष के युवा वोटर 2 करोड़ 4 लाख 24920 है। विधानसभा चुनाव में इस बार 10 लाख के करीब नए युवा वोटर जुड़ रहे हैं। यानी 18 से 40 साल तक के युवा वोटर की आबादी को देखें तो यह 3 करोड़ 70 लाख के करीब पहुंच रहा है। इसके साथ 40 से 49 वर्ष के वोटर की आबादी को भी जोड़ लें तो यह एक करोड़ 69 लाख 2686 है। यानी 50 साल से कम उम्र के वोटरों की आबादी बिहार में 5.50 करोड़ के करीब है।

Chhapra/Patna:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साइंस सिटी का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साइंस सिटी में विज्ञान आधारित 5 गैलरी और 269 रोचक विज्ञान प्रदर्श तथा 4 डी थियेटर आकर्षण के प्रमुख केन्द्र हैं। इसके निर्माण कार्य का हमने कई बार निरीक्षण किया है।
इस साइंस सिटी को आधुनिकतम तकनीकों एवं नवीन विचारों के साथ डिजाइन किया गया है। यह साइंस सिटी विज्ञान और नवाचार का एक ऐसा आधुनिक केन्द्र होगा जो सभी आयु वर्ग के लोगों को आकर्षित करेगा।
उन्होंने कहा कि देश में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को जानने-समझने के लिए यह आकर्षक और अनूठा केन्द्र होगा। यह साइंस सिटी महान वैज्ञानिक एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के प्रति बिहार सरकार की सच्ची श्रद्धांजलि है।

Patna, 8 सितंबर (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को महिलाओं के लिए 80 “पिंक” बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के साथ ही राज्य पथ परिवहन निगम की सभी 1065 बसों में ई-टिकटिंग सुविधा का शुभारंभ किया।

80 पिंक बसों का परिचालन शुरू किया गया है

मुख्यमंत्री ने अणे मार्ग स्थित अपने निवास से बसों को रवाना करने से पूर्व उनका निरीक्षण किया और उसमें उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। इस मौके पर उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण की दिशा में राज्य सरकार द्वारा उठाया गया यह महत्वपूर्ण कदम है। इसके तहत द्वितीय चरण में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की 80 पिंक बसों का परिचालन शुरू किया गया है। इससे महिलाओं का सफर सुरक्षित और आरामदायक हाे सकेगा।

इस अवसर पर राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार एवं कुमार रवि और राज्य परिवहन आयुक्त आशुतोष द्विवेदी सहित अन्य वरीष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

Patna, 8 सितंबर (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के मानदेय में बढ़ोतरी कर दिया है। इसकी जानकारी खुद नीतीश कुमार ने सोमवार को सोशल साइट एक्स पर दी।

7,000 रूपये से बढ़ाकर 9,000 रूपये किया गया 

मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा,” राज्य में बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं के पोषण एवं जीवन स्तर में सुधार करने में आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। उनकी इसी भूमिका का सम्मान करते हुये हमलोगों ने उनके मानदेय में वृद्धि करने का निर्णय लिया है। अब आंगनबाड़ी सेविका का मानदेय 7,000 रूपये से बढ़ाकर 9,000 रूपये तथा आंगनबाड़ी सहायिका का मानदेय 4,000 रूपये बढ़ाकर 4,500 रूपये करने के लिए विभाग को निदेशित किया गया है।”

सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं का मनोबल बढ़ेगा: मुख्यमंत्री 

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवम्बर 2005 में सरकार बनने के बाद से ही हमलोगों ने गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के पोषण तथा स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिये बड़े पैमाने पर काम किया है तथा इसके लिये ‘समेकित बाल विकास परियोजना’ के माध्यम से छह (06) प्रकार की सेवायें प्रदान की जा रही हैं। इन सेवाओं को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से लाभुकों को उपलब्ध कराने में आंगनबाड़ी सेविकाएं एवं सहायिकाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं के अहम योगदान को देखते हुये उनकी मानदेय राशि में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है। इससे सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं एवं सहायिकाओं का मनोबल बढ़ेगा तथा समेकित बाल विकास सेवायें और बेहतर होंगी।

Chhapra : जिले को आज बड़ी सौगात मिलने जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज जिले में 878 करोड़ 84 लाख रुपये की लागत से बनने वाली सात योजनाओं का शिलान्यास और कार्यारंभ करेंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

मुख्यमंत्री का आगमन छपरा के जगदम कॉलेज में शाम 3:25 बजे हेलीकॉप्टर से होगा। इसके बाद वे बिंटोलिया पहुंचकर योजनाओं का शिलान्यास करेंगे।

योजनाओं का विवरण

  • 545 करोड़ 90 लाख की लागत से 400/220/132 केवी जीआईएस उपकेंद्र, छपरा एवं 132 केवी जीआईएस संचार लाइन का निर्माण।
  • 93 करोड़ 62 लाख की लागत से एकमा–मढ़ौरा पथ का चौड़ीकरण।
  • 89 करोड़ 95 लाख की लागत से एनएच-19 के छपरा सेवा पथ का चौड़ीकरण।
  • 60 करोड़ 1 लाख की लागत से HTLS द्वारा रीकन्डक्टरिंग कार्य।
  • 41 करोड़ 66 लाख की लागत से एकमा से डुमाई छपरा तक पथ का चौड़ीकरण।
  • 40 करोड़ 53 लाख की लागत से खैरा–बिंटोलिया पथ का चौड़ीकरण।
  • 7 करोड़ 17 लाख की लागत से एकमा, शीतलपुर और मढ़ौरा ग्रिड उपकेंद्र में कुल 5 अबद्ध 33 केवी लाइन ‘ए’ का निर्माण।

शिलान्यास/कार्यारंभ कार्यक्रम

इस मौके पर ग्रामीण कार्य विभाग मंत्री चन्द्रशेखर चौधरी और ऊर्जा विभाग मंत्री विजेन्द्र कुमार यादव विशिष्ट अतिथि होंगे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता और स्वागत पथ निर्माण विभाग मंत्री नितिन नवीन करेंगे।

साथ ही जिले के सांसद, विधान परिषद सदस्य, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधि भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है। छपरा जगदम कॉलेज और मढ़ौरा में मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर विशेष हेलीपैड तैयार किए गए हैं।

छपरा बिंटोलिया से मढ़ौरा जाने वाले मुख्य मार्गों पर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ाई गई है और पूरे रास्ते पर निगरानी रखी जा रही है। जिला प्रशासन लगातार सतर्क है। डीएम और एसपी स्वयं सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे हैं ताकि कार्यक्रम के दौरान किसी भी प्रकार की चूक न हो।

Patna, 2 सितंबर (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय दारोगा प्रसाद राय की जयंती के अवसर पर नया सचिवालय परिसर के समक्ष स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर मंगलवार को माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

अन्य जनप्रतिनिधियों ने स्व. दोरोगा प्रसाद राय को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए

इस अवसर पर राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद कुमुद वर्मा के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों ने स्व. दोरोगा प्रसाद राय को श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।

बिहार के पूर्व मंत्री और स्व. दारोगा प्रसाद राय के पुत्र चन्द्रिका राय एवं उनके परिजन, बिहार राज्य नागरिक परिषद् के महासचिव अरविंद कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने स्व. दारोगा प्रसाद राय जी की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा आरती पूजन, गीत एवं देश भक्ति गीत का गायन भी किया गया।

 

Patna, 26 अगस्त (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पटना जिला अंतर्गत प्रगति यात्रा के दौरान की गयी घोषणाओं से संबंधित पटना शहरी क्षेत्र (पूर्वी) के लिए भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 341.43 करोड़ रुपये लागत की विभिन्न योजनाओं का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास / कार्यारंभ किया।

341.43 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं का किया शिलान्यास

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि 4 घोषणाओं से संबंधित 5 योजनाओं का शिलान्यास आज किया जा रहा है। इन योजनाओं के क्रियान्वयन से पटना सिटी के लोगों तथा प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में पटना साहिब आनेवाले सिख श्रद्धालुओं को काफी सुविधा होगी।

उन्होंने कहा कि इन योजनाओं के क्रियान्वयन से पटना शहरी क्षेत्र (पूर्वी) के आम लोगों को काफी फायदा होगा। उन्हें बेहतर जनसुविधाएं मिलेंगी।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 158.40 करोड़ रुपये लागत की गायघाट-कंगन घाट-दीदारगंज तक (लंबाई 7.80 किलोमीटर) गंगा के किनारे पुराने पथ के चौड़ीकरण/निर्माण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया।

यातायात सुगम होगा और सड़क सुरक्षा बेहतर होगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पटना सिटी क्षेत्र के लोगों को आवागमन में सुविधा होगी। ट्रैफिक जाम की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी। साथ ही छठ महापर्व और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के लिए गंगा नदी तक पहुंचने में सहूलियत होगी।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 61.95 करोड़ रुपये की लागत से गाय घाट में जेपी गंगा पथ से सटे नदी की ओर डाउन रैंप के निर्माण कार्य का शिलापट्ट अनावरण कर कार्यारंभ किया।

मुख्यमंत्री ने इस इवसर पर कहा कि इस योजना के पूर्ण होने पर जेपी गंगा पथ से गाय घाट उतरने में सुविधा होगी। जेपी गंगा पथ गाय घाट में यू-टर्न व्यवस्था के कारण निरंतर जाम की समस्या बनी रहती है, अब इस कार्य के पूर्ण होने पर जाम से निजात मिलेगी। यातायात सुगम होगा और सड़क सुरक्षा बेहतर होगी।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 99.26 करोड़ रुपये लागत की पटना साहिब में तख्त श्री हरमंदिर साहिब जी, कंगन घाट में मल्टी लेवल पार्किंग के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने भद्र घाट, पटना सिटी में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 14.05 करोड़ रुपये लागत की पटना सिटी के मंगल तालाब में पर्यटकीय सुविधाओं का विकास एवं 7.77 करोड़ रुपये लागत की नागरिक सुविधाओं के विकास कार्य का शिलान्यास भी किया।

अच्छे ढंग से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की तस्वीर लगाएं: मुख्यमंत्री

कार्यक्रम के पश्चात् लौटने के क्रम में मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ पर रुककर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की लगायी गयी तस्वीर को देखा। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस पथ पर जगह-जगह और अच्छे ढंग से लोकनायक जयप्रकाश नारायण की तस्वीर लगाएं।

मुख्यमंत्री अटल पथ पर भी रुके और अधिकारियों को निर्देश दिया कि यहां विभिन्न जगहों पर श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीर लगाएं। उन्होंने कहा कि जेपी गंगा पथ और अटल पथ को साफ-सुथरा, सुसज्जित, सुरक्षित और मेंटेन कर के रखें।

GayaJi: प्रधानमंत्री के सभा में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में हुए विकास कार्यों और आने वाले लक्ष्यों की जानकारी दी।

10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा हो चुका है: नीतीश कुमार

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, सड़क और बिजली समेत सभी क्षेत्रों में तेजी से काम हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2018 में हर घर तक बिजली पहुँचा दी गई थी। पहले घरेलू उपभोक्ताओं को नाम मात्र की छूट दी जाती थी, लेकिन अब यह निर्णय लिया गया है कि राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक उपभोक्ता को 125 यूनिट तक बिजली निःशुल्क दी जा रही है।

रोजगार और नौकरियों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि 2020 में 10 लाख सरकारी नौकरियां देने और 10 लाख रोजगार सृजन का लक्ष्य तय किया गया था। इसमें से 10 लाख सरकारी नौकरियों का लक्ष्य पूरा हो चुका है, जबकि रोजगार के अवसर बढ़कर 39 लाख तक पहुँच चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में यह संख्या 50 लाख से भी अधिक हो जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अगले पाँच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार दिया जाएगा। इसके साथ ही बिहार में नए उद्योग लगाने के लिए आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराया जाएगा।

संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें जनता के लिए ठीक से काम नहीं करती थीं। “24 नवंबर 2005 को जब हमारी एनडीए की सरकार बनी, तभी से बिहार में विकास की रफ्तार शुरू हुई। 2005 के पहले गया की क्या स्थिति थी, यह सब लोग अच्छी तरह जानते हैं।”

उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। जुलाई 2014 के बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता दी गई थी, जिसके तहत सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन और बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि स्वीकृत की गई। इसके बाद फरवरी 2025 के बजट में बिहार मखाना बोर्ड की स्थापना, नए एयरपोर्ट के निर्माण और पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के लिए वित्तीय सहायता की घोषणा की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी प्रयासों से बिहार को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का कार्य जारी है।

Bihar Politics: बिहार की राजनीति में इन दिनों हलचल तेज हो गई है। एसआईआर के विरोध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव “वोटर अधिकार यात्रा” निकाल रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने मीडिया से बात की और कई बड़े बयान दिए।

बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा: निशांत

निशांत कुमार ने कहा कि नीतीश सरकार ने बीते 20 सालों में बिहार के लिए बहुत काम किया है। उन्होंने दावा किया कि पहले 20 लाख रोजगार देने का वादा था, लेकिन सरकार ने 50 लाख नौकरियां दीं। अब एक करोड़ रोजगार देने का वादा किया गया है और उस पर काम भी चल रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य की नौकरियों में बिहार के युवाओं को ज्यादा हिस्सा दिलाने की कोशिश हो रही है। टीआरई-4 की बहाली पर भी सरकार गंभीर है। महिलाओं को रोजगार और सशक्तिकरण में भी राज्य ने काफी काम किया है।

विपक्ष के सवालों पर निशांत ने साफ कहा कि एसआईआर चुनाव आयोग का मामला है, उस पर वही फैसला करेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित गया यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम बिहार को बड़ी सौगात देने वाले हैं।

निशांत कुमार ने आगे कहा कि बीजेपी पहले ही साफ कर चुकी है कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। एनडीए जीतेगा और नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर उठाए गए सवालों पर भी उन्होंने कहा कि सबकुछ ठीक है, कोई परेशानी नहीं है।

patna, 19 अगस्त (हि.स.)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में अनुकंपा के आधार पर माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 4835 विद्यालय लिपिक एवं 518 विद्यालय परिचारी के पदों पर चयनित कुल 5353 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

पटना में 212 विद्यालय लिपिक एवं 28 विद्यालय परिचारी की नियुक्ति की गई है

मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से मणि कुमारी, अमित गौरव, दिव्या राज, किरण कुमारी गुप्ता एवं तूबा अशरफ को नियुक्ति पत्र प्रदान किया। पूरे राज्य में आज 4835 विद्यालय लिपिक एवं 518 विद्यालय परिचारी, अर्थात् कुल 5353 आश्रितों की नियुक्ति की गई है। पटना जिले में 212 विद्यालय लिपिक एवं 28 विद्यालय परिचारी की नियुक्ति की गई है।

नियुक्ति पत्र प्रदान कतरने के मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी नवनियुक्त कर्मियों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं है। मुझे विश्वास है कि सभी नवनियुक्त कर्मी पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।

अनुकम्पा के आधार पर नियोजन ईकाई के माध्यम से शिक्षक के पद पर नियोजन हेतु प्रावधान किया गया

दरअसल, बिहार में वर्ष 2006 से शिक्षा विभाग के अन्तर्गत मृत शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नियोजन ईकाई के माध्यम से शिक्षक के पद पर नियोजन हेतु प्रावधान किया गया। लेकिन मृत शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के आश्रितों की योग्यता शिक्षक पद के लिए नहीं रहने के कारण वर्ष 2020 में नियोजन ईकाई के माध्यम से विद्यालय लिपिक एवं विद्यालय परिचारी के नियत वेतन पर अनुकम्पा के आधार पर नियोजन इकाई के माध्यम से वर्ष 2024 तक नियोजन किया गया।

राज्य सरकार ने वर्तमान में शिक्षकों की तरह अनुकम्पा पर नियुक्ति के लिए विद्यालय लिपिक एवं विद्यालय परिचारी का पद जो राज्य कर्मी के श्रेणी में आते हैं, नियुक्ति के लिए प्रावधान किया गया है। अनुकम्पा पर नियुक्त होनेवाले विद्यालय लिपिक एवं विद्यालय परिचारी का वेतन एवं सेवाशर्त बेहतर हुआ है।