Chhapra: जेल में बंद अपराधियों के द्वारा मोबाइल से बातचीत करते फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. इसी कड़ी में कार्रवाई करते हुए बुधवार सुबह छपरा मंडल कारा में प्रशासन ने छापेमारी की.

एसपी संतोष कुमार और डीडीसी के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन ने लगभग 32 घंटे तक जेल के हर वार्ड को खंगाला. हालांकि इस दौरान पुलिस को कुछ भी हाथ नही लगा.

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सारण के पुलिस कप्तान संतोष कुमार ने बताया कि जेल में मोबाइल चलाने की तस्वीर वायरल हुई थी जिसके बाद जेल प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए 6 मोबाइल बरामद किया था. वही आज जेल में छापामारी की गई लेकिन कुछ भी बरामद नही हुआ है.

आपको बता दें कि तस्वीर वायरल होने के बाद जेल प्रशासन ने 6 मोबाइल बरामद करते हुए जेल में बंद कैदी अविनाश राय, रूपेश सिंह, नितेश कुमार, अनिल कुमार, सुनील कुमार और रोहित कुमार पर भगवान बाजार थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
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Chhapra: छपरा मंडल कारा में लगातार दूसरे दिन सोमवार की सुबह जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और पुलिस कप्तान हर किशोर राय के नेतृत्व में छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान किसी भी तरह का आपत्तिजनक सामान नहीं मिलने की बात प्रशासन ने कही है.

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जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने छापेमारी के बाद कहा कि राज्य सरकार के आदेश के बाद छापेमारी की गई. सभी वार्डों की और विशेषकर मंडल कारा में बने अस्पताल का निरीक्षण किया गया. कोई भी आपत्तिजनक सामान नहीं मिला है.

बताते चलें कि रविवार को पुलिस कप्तान हर किशोर राय के नेतृत्व में छपरा मंडल कारा में छापेमारी की गई थी. छापेमारी के दौरान जेल के विभिन्न वार्डों की तलाशी ली गई. 12 वार्डों के सघन जांच करने के बाद एक चाकू और खैनी के पैकेट बरामद किए गए थे. हालांकि लगातार दूसरे दिन छापेमारी से जेल में हड़कंप मच गया है. ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस को कोई इनपुट मिली होगी जिसको लेकर जेल में लगातार दो दिन छापेमारी की गई है.

छापेमारी के दौरान डीएसपी, एसडीपीओ समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल उपस्थित थे.

Chhapra: यातायात के नए नियमों को लेकर शनिवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन में सारण समाहरणालय में प्रेस वार्ता की. उन्होंने कहा कि यातायात के नियम बदल गए हैं. ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर लोगों को अब पूरी तरह जेब ढीली करनी पड़ेगी. साथ ही पिछले मुकाबले अब 10 गुणा ज्यादा जुर्माना भरना पड़ेगा.

1 सितंबर से ट्रैफिक नियम बदल जाएंगे. इसे कठोरता पूर्वक पूरे जिले में लागू किया जाएगा. छपरा में ट्रैफिक डीएसपी को भी पोस्टिंग पिछले वर्ष हो चुकी है.

जिलाधिकारी ने कहा कि नए कानून में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर 10 गुना ज्यादा जुर्माना बढ़ा दिया गया है और कुछ नए कानून भी बने हैं. इसके तहत नाबालिग गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाते हैं तो उनके अभिभावकों पर ₹25000 जुर्माना किया जाएगा. साथ ही अभिभावकों को 3 साल का कैद होगा. इसके तहत बड़ी कार्रवाई की जाएगी और ड्राइविंग लाइसेंस 25 वर्ष होने तक नहीं बनेगा. साथ ही गाड़ी का रजिस्ट्रेशन भी रद्द किया जाएगा.

इस दौरान डीटीओ ने कहा कि इमरजेंसी वाहन जैसे एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड आदि को साइड नहीं देने वालों पर ₹10000 जुर्माना लगेगा. वहीं बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट के पकड़े जाने पर ₹100 की जगह ₹1000 जुर्माना भरना पड़ेगा. परिवहन नियमों के उल्लंघन पर सबसे कम ₹100 जुर्माना था उसे ₹500 बढ़ाकर कर दिया गया है.

इसके तहत रोड ट्रांसपोर्ट की बसों में बिना टिकट यात्रा करने पर ₹500 जुर्माना, ट्रैफिक पुलिस की आज्ञा का उल्लंघन करने पर ₹2000 जुर्माना. अयोग्य व्यक्ति को गाड़ी चलाने के लिए देना पर अब 500 की जगह ₹5000 जुर्माना लगेगा.

बिना लाइसेंसी वाहन चलाने पर ₹5000 जुर्माना, चालक लाइसेंस के आयोग घोषित होने के बावजूद वाहन चलाना या कंडक्टर लाइसेंस के लिए आयोग घोषित होने के बाद कंडक्टर का काम करने पर ₹10000 जुर्माना लगेगा.

वाहन का डाइमेंशन फैलाने पर 5000 से ₹10000 जुर्माना लगेगा, नशे में ड्राइविंग करने पर 10000, खतरनाक चालन में 2000 छोटे वाहनों  के लिए और 4000 बड़े वाहनों के लिए जुर्माना.

ओवर स्पीड के लिए 1000 से ₹5000 जुर्माना, शराब पीकर गाड़ी चलाने पर 10000 से ₹15000 जुर्माना लगेंगे. वहीं रोड पर रेसिंग करने पर ₹5000 जुर्माना लगेगा.

सड़क सुरक्षा के प्रतिकूल चलने पर 1500, प्रदूषण फैलाने पर 10000, ओवरलोड टू व्हीलर पर ₹2000 जुर्माना और 3 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया जाएगा. जीवन के लिए खतरनाक वस्तु का परिवहन पर 20000 तक का जुर्माना, बिना परमिट गाड़ी चलाने पर 10000, अधिक क्षमता से अधिक लोडिंग करने पर 20 हजार और ₹2000 प्रति टन के लिए जुर्माना लगेगा.

Chhapra: रोटरी छपरा के द्वारा शनिवार को मंडल कारा छपरा में कैदियों के स्वास्थ्य जांच के लिए मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन किया गया.

हेल्थ कैंप का उद्घाटन क्लब की पूर्व गवर्नर डॉ बिंदु सिंह ने किया. इस अवसर पर 124 कैदियों की जांच की गई. जिसमें आंख की बीमारी से ग्रसित 23 कैदी. स्क्रीन के बीमारी से ग्रसित 26 एवं डेंटल के 25 कैदियों का विभिन्न चिकित्सकों ने जांच किया और सलाह दी, वहीं जेल के बागवानी में फलदार पेड़ लगाकर मंडल कारा को सुशोभित किया.

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इस अवसर पर जेल सुपरिटेंडेंट एमके सिन्हा, क्लब के अध्यक्ष डॉ बीके सिन्हा, सचिव अमरेंद्र सिंह, डॉ सुरेश प्रसाद सिंह, शहजाद आलम, वीणा शरण समेत क्लब के सदस्य उपस्थित थे.

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Chhapra: बुधवार की सुबह सदर एसडीओ लोकेश मिश्र के नेतृत्व में छपरा जेल में छापेमारी की गयी. इस दौरान उन्होंने सुबह 6:00 बजे से लेकर लगभग डेड घंटे तक जेल के एक-एक वार्ड में सघन तलाशी अभियान चलाया. इतनी सुबह जेल में तलाशी अभियान चलाए जाने से कैदियों में हड़कंप मच गया.
सदर एसडीओ लोकेश मिश्र ने बताया कि जेल में आज सुबह छापेमारी की गयी है. जिसमें किसी भी संदिग्ध वस्तु की बरामदगी नहीं हुई है. छापेमारी टीम में सदर एसडीओ लोकेश मिश्र, डीएसपी अजय कुमार सिंह के साथ विभिन्न थानों की पुलिस मौजूद थी.

छपरा: मंडल कारा छपरा में शुक्रवार को बंदी दरबार का आयोजन किया गया. बंदियो को संबोधित करते जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद ने कहा कि जो कैदी शिक्षित है, उन्हें मंडल कारा में कम्प्यूटर का प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि कैदी युवको में सृजन की क्षमता विकसित हो सकें.

कैदियो के मांग पर जिलाधिकारी ने कैदियो से कहा कि कैदियो का मेस एवं किचेन में आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. शौचालय को साफ-सुथरा एवं बेहतर बनाया जायेगा. कारा के अन्तर्गत नालियों का साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध करायी जायेगी. उन्होंने मंडल कारा के किचेन एवं मेस के निरीक्षण के दौरान कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण संजीव कुमार हिमांशु को निर्देश दिया कि मंडल कारागार के किचेन एवं मेस की मरम्मति कर आधारभूत सुिवधाएं शीघ्र उपलब्ध कराये.

उन्होंने मंडल कारा के चिकित्सक को निर्देश दिया कि मंडल कारा में कैदियो के लिए दवा की समुचित व्यवस्था की जाय तथा किसी तरह के दवाओ की कमी न हो.

इस अवसर पर उन्होंने कैदियों को संबोधित करते हुए कहा कि कैदियो के द्वारा समस्याओं से अवगत कराया गया है. हम कैदियो को आश्वस्त करते है कि मंडल कारा के अन्तर्गत उन्हें आधारभूत सुविधाएं दी जायेगी, ताकि रोजमर्रे की समस्याओं का समाधान हो सकें. उन्होंने कहा कि मंडल कारा में सीसीटीवी के साथ-साथ टेलीविजन देखने की सुविधा कैदियो की जायेगी. मंडल कारा की क्षमता से डेढ़ गुणा अधिक कैदी है. उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि मेरे जिला में कोई घटना नहीं घटे जिससे लोगो को जेल में बंद होना पड़े. प्रशासन को संविधान के तहत कार्य करना है. उन्होंने कहा कि अनुसंधान के बाद निर्णय का काम न्यायपालिका का होता है. अगर अनुसंधान पुलिस के द्वारा गलत किया जाता है, तो पुलिस पर भी कार्रवाई होती है. पुलिस तंत्र में सुधार हुआ है.

इस अवसर पर मंडलकारा अधीक्षक सुभाष प्रसाद सिंह, सहायक अधीक्षक सह प्रभारी मंडलकारा आनंद कुमार, मंडल कारा के चिकित्सक डाॅ0 प्रभात कुमार, डाॅ0 सुनिल कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी अनिल कुमार चौधरी, कार्यपालक अभियंता भवन निर्माण संजीव कुमार हिमांशु सहित संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.