Chhapra: सारण में कोविड-19 मरीजों का आंकड़ा हज़ार के पार चला गया है. शुक्रवार को सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में 120 नए करोना मरीज मिले हैं. इसमें छपरा शहर के सबसे ज्यादा मरीज हैं. वही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 402 हो गई है. ठीक हुए मरीज की संख्या 597 है. सारण में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 14 से अधिक हो गई है. लेकिन आधिकारिक रूप से अभी 10 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है.

छपरा शहर में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं हर रोज शहर के अलग अलग इलाकों से कई दर्जन मामले सामने आ रहे हैं. जिसके बाद प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. ज्यादातर कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है. वैसे लोग जिनकी तबीयत स्थिर है, जिनमें कोई सेंटर नहीं है उन्हें ही घर पर रहने को कहा जा रहा है. वहीं लक्षण वाले मरीजों को सदर अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया जा रहा है.

शुक्रवार को शहर के कई इलाके कंटेनमेंट जोन घोषित करके सील कर दिया गया. इसमें मुख्य रूप से सलेमपुर दहियावां आदि मोहल्लों को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया गया. कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. इससे पहले गुरुवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अपना सदर अस्पताल का निरीक्षण किया और 7 सुविधाओं का जायजा लिया.

•स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने सभी सिविल सर्जन को जारी किया निर्देश

•साफ-सफाई के लिए सफाई कर्मी व मजदूर की व्यवस्था करने का निर्देश

Chhapra: अब आइसोलेशन सेंटर की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा तथा आइसोलेशन सेंटर की नियमित साफ-सफाई की जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव उदय सिंह कुमावत ने सभी जिला अधिकारी व सिविल सर्जन को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में आइसोलेशन सेंटर की साफ-सफाई एवं हाउसकीपिंग के संबंध में समुचित निर्देश दिए गए हैं। पत्र में आइसोलेशन सेंटर की साफ सफाई का कार्य जिला स्तर पर पूर्व से निर्धारित आउट सोर्स एजेंसी के माध्यम से कराये जाने की बात कही गयी है. साथ ही किसी कारण आउटसोर्स एजेंसी द्वारा आइसोलेशन सेंटर की समुचित साफ-सफाई नहीं होने की स्थिति में सफाई कर्मी की व्यवस्था बिहार श्रम संसाधन विभाग द्वारा निर्धारित मानदंड एवं दैनिक पारिश्रमिक के आधार पर करने के निर्देश दिए गए हैं.

नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश

जारी पत्र में निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक आइसोलेशन सेंटर की नियमित साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके लिए दैनिक मजदूर के रुप में रखे गए सफाई कर्मी को झाड़ू ,पोछा, वाइपर और बाल्टी , डस्टर, 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट, ब्लीचिंग पाउडर, फिनायल लिक्विड, फिनायल गोली, हरपिक आदि समुचित मात्रा में उपलब्ध कराया जाएगा. पत्र में यह बताया गया है कि साफ-सफाई व सेनिटाईजेशन कार्य का पर्यवेक्षण सेंटर के प्रभारी पदाधिकारी करेंगे तथा इनके द्वारा किए गए सत्यापन के आधार पर ही आउटसोर्स एजेंसी या सफाई कर्मी को भुगतान किया जाएगा।

कोविड-19 से बचाव के लिए साफ-सफाई जरूरी

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए साफ सफाई का विशेष महत्व है। इसलिए अपने आसपास तथा कार्यस्थल का नियमित रूप से सफाई करें ताकि कोरोना के संक्रमण के साथ-साथ अन्य संक्रामक बीमारियों से बचाव किया जा सके।

नियमित रूप से किया जाएगा सैनिटाइजेशन

अब आइसोलेशन सेंटर को नियमित रूप से सैनिटाइजेशन किया जाएगा। इसको लेकर भी आवश्यक दिशा- निर्देश जारी किया गया है। आइसोलेशन सेंटर के नोडल पदाधिकारी को नियमित साफ-सफाई तथा सैनिटाइजेशन का कार्य सुनिश्चित कराने के लिए निर्देश दिया गया है।

थूकने की आदत में हो रहा सुधार

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जिस तरह पोस्टर, बैनर के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरुकता लाई गई है, उससे स्वच्छता अभियान को भी गति मिल रही है। राह चलते, ऑफिस व सार्वजनिक जगहों में इधर-उधर थूकने की आदत में सुधार हो रहा है। क्योंकि जो लोग पहले देखकर भी इग्नोर कर देते थे अब वहीं टोकने से भी नहीं चूक रहे है। कोरोना से बचाव को लेकर इधर उधर थूकने पर जुर्माना का प्रावधान किया गया है।

Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के भगवान बाजार में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने पर भगवान बाजार के पूरब छपरा रेलवे स्टेशन चौक से धर्मनाथ धनी द्वार होते हुए पश्चिम में काशी बाजार तक और दक्षिण में भगवान बाजार थाना से उत्तर में माल गोदाम जाने वाली सड़क को रेलवे ट्रैक के पास तक के क्षेत्र को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

जिलाधिकारी के आदेश के अनुसार कंटेन्मेंट जोन में किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा अंचलाधिकारी, छपरा सदर को समस्त आवागमन मार्गां को वार्ड पार्षद के सहयोग से पूर्णतः लॉक करने के आदेश दिए है. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए है.

जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का दायित्व संजय कुमार उपाध्याय, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम को दिया है. जबकी सेनेटाइज गतिविधियों का अनुश्रवण डॉ0 दिलीप कुमार सिंह, जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है.

Chhapra: सारण में कोरोना वायरस के कारण अबतक 2 लोगों की मौत हो गई है. गरखा प्रखंड में एक संदिग्ध मरीज की मौत के बाद उसकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद अब सारण में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 2 हो गई है. वहीं पूरे सारण में अब तक 112 लोग संक्रमित हो चुके हैं.

मंगलवार को सारण में 6 और नए मरीज मिले हैं, जिसमें दरियापुर में बारुण, शिकारपुर में एक तथा मशरख प्रखंड के कुर्ण कुदरिया सहित तीन गांवों में 3 पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसमें एक महिला भी शामिल है.

छपरा के सिविल सर्जन माधेश्वर झा ने बताया कि सारण में अब तक 2 लोगों की मौत हुई है. वही टेस्टिंग प्रक्रिया में भी तेजी ला दी गयी है. उन्होंने बताया कि अब तक 53 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि टेस्ट में तेजी आए इसके लिए पूल सैम्पलिंग के माध्यम से टेस्टिंग चल रही है. जिसमें तीन चार लोगों के ग्रुप बनाकर टेस्टिंग हो रहा है. इसके अलावा तो कम्युनिटी ट्रांसमिशन का पता लगाने के लिए रैंडम टेस्टिंग प्रक्रिया भी चालू कर दी गयी है.

Chhapra: सदर प्रखंड स्थित लोकनायक जय प्रकाश नारायण प्रौद्योगिकी संस्थान (इंजीनियरिंग कॉलेज) में चलाये जा रहे राहत केन्द्र में रह रहे दो व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की सूचना पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निदेश पर इसके आस-पास के क्षेत्रां की सीमा सील कर दी गयी है और इसे कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है. इंजीनियरिंग कॉलेज के पूरब में पकवा इनार ढाला, पश्चिम में छपरा मुफ्स्सिल थाना मोड़, उत्तर में माला ग्राम तथा दक्षिण में रेलवे लाइन के समीप स्थित संस्थान का भाग कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है. कंटेन्मेंट जोन में सभी निजी/सार्वजनिक प्रतिष्टान एवं मार्गों को अगले आदेश तक बंद करने का निदेष जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है. किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, सदर छपरा को निदेशित किया गया है कि समस्त आवागमन मार्गां को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध कर देगें. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय.

जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेश दिया गया है. इसका दायित्व डॉ दिलीप कुमार सिंह जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है. जिलाधिकारी के द्वारा कंटेन्मेंट जोन के भीतर सभी परिवारों को गहन निगरानी में रखने का निदेश देते हुए कहा गया है कि प्रत्येक परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय. कंटेन्मेंट जोन के भीतर की सभी दुकान बंद रहने के कारण प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी सदर छपरा को निदेश दिया गया है कि आवष्यक उपभोक्ता वस्तुओं यथा चावल, दाल, गेहूँ, हरी सब्जी इत्यादि उन पंचायतों के जन वितरण प्रणाली विक्रेता के माध्यम से पैकेट तैयार करा कर डोर टू डोर वितरित करायें. उप समाहर्त्ता भूमि सुधार, सदर छपरा और अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सदर छपरा इस कार्य का सतत् अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है.

प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं आंचलाधिकारी सदर छपरा को निदेश दिया गया है कि बफर जोन में पड़ने वाली सभी पंचायतों/गाँवो में प्रतिदिन तकलीफ वाले रोगियों की सूचना प्राप्त करेंगे. सिविल सर्जन को निदेष दिया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्यों को जिला में निर्धारित किये गये आइसोलेशन एवं क्वेरेन्टाइन सेन्टर में में रखवायेंगे एवं उनका नियमित रूप से जाँच करवायेंगे. समस्त कार्यों को सुनिश्चित कराने हेतु श्री भरत भूषण प्रसाद, अपर समाहर्त्ता विभागीय जाँच एंव अपर अनुमण्डल पदाधिकारी, छपरा सदर-सह-वरीय प्रभारी पदाधिकारी, छपरा सदर को प्रधिकृत किया गया है.

•डब्ल्यूएचओ ने रिपोर्ट में किया स्पष्ट

•पीआईबी के फैक्ट चेक में अफवाह साबित हुआ

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश मे 3 मई तक लॉक डाउन लागू किया गया। ऐसे में ज्यादातर लोग मोबाइल या टेलीविजन पर कोरोना वायरस से संबधित खबर ही ज्यादा देख या पढ़ रहें है। दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर तमाम ऐसे दावे किए जा रहे हैं जिसमें अप्रमाणित घरेलू ​नुस्खे और दवाइयों को कोरोना वायरस का इलाज बताया जा रहा है। इसी तरह एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें कहा जा रहा है कि खूब पानी पीने और गरम पानी में नमक या सिरका मिलाकर गरारा करके कोरोना वायरस के असर को खत्म किया जा सकता है। अगर वह खूब ज्यादा पानी पीता है और गरम पानी में नमक या सिरका मिलाकर गरारा करता है तो इस वायरस को खत्म किया जा सकता है।


अब तक ऐसा कोई अध्ययन सामने नहीं आया है कि बहुत सारा पानी पीने या गर्म पानी और नमक से गरारा करने से कोरोना वायरस का संक्रमण ठीक किया जा सकता है। हालांकि, यह सही है कि नमक मिलाकर गरम पानी का उपयोग किया जाता है। यह गले में खराश और कफ को ठीक करने के लिए एक तरह का घरेलू उपचार है, लेकिन अब तक, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि यह खतरनाक कोरोनो वायरस को भी नष्ट कर सकता है।

कोई प्रमाण नहीं

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसी तरह के एक दावे को खारिज किया है कि नमक वाले पानी से नाक साफ करके कोरोना वायरस का संक्रमण रोका जा सकता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नियमित रूप से खारे पानी से नाक साफ करने से लोगों को संक्रमण से बचाया जा सकता है।

इन बातों को अपनाए

• बार-बार हाथ धोएं.
• लोगों से दूरी बनाकर रहें.
•अपनी आंख, नाक और मुंह को बार-बार न छुएं.
•सांस संबंधी स्वच्छता का अभ्यास करें.
• अगर आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई हो, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें.

• जागरूक रहें और अपने डॉक्टर द्वारा दी गई सलाह का पालन करें

पीआईबी ने किया खंडन

प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने भी इस अफवाह का खंडन किया है कि गरम पानी में नमक या सिरका मिलाकर गरारा करके कोरोनावायरस का इलाज हो सकता है।

• सरकार ने कोरोना जागरूकता के लिए किया वेबसाइट लांच (www.indiafightscovid.com)

• सामाजिक दूरी, कोरोना पर फ़ैल रही अफवाह सहित संक्रमण रोकथाम आदि की मिलेगी जानकारी
• जागरूकता बढ़ाने के लिए ऑडियो एवं विडियो संदेशों को भी किया गया शामिल
• संस्थागत प्रसव जैसी अन्य जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं की भी मिलेगी जानकारी

Chhapra: कोरोना संक्रमण प्रसार की रोकथाम के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. कोरोना से बचने के लिए सरकार द्वारा नियमित तौर पर दिशानिर्देश भी जारी किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में सरकार ने लोगों को कोरोना पर सटीक एवं प्रमाणिक जानकारी देने के उद्देश्य से ‘इंडिया फाइट कोविड’ नाम से वेबसाइट (www.indiafightscovid.com) भी लांच किया है. जिसमें लोगों को कोरोना संबंधित सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध करायी गयी है. कोरोना को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर फैलाई जा रही अफवाहों के कारण लोगों में संशय की स्थिति भी बन रही है. इसे ध्यान में रखते हुए इस वेबसाइट पर अफवाहों के विषय में भी विस्तार से जानकारी दी गयी है. साथ ही संस्थागत प्रसव अन्य जरुरी स्वास्थ्य सेवाओं के विषय में भी सतर्क एवं सावधान रहने की बात बताई गयी है.

सामाजिक दूरी की जगह इमोशनल दूरी न बनायें
कोरोना को लेकर सरकार लगातार सामाजिक दूरी बनाने पर जोर दे रही है. लेकिन सामाजिक दूरी बनाने के क्रम में कई जगह संक्रमितों से भावनात्मक दूरी बनती जा रही है. इसको लेकर ‘इंडिया फाइटस कोविड’ ने आगाह किया है एवं संक्रमितों के प्रति भावनात्मक दूरी नहीं बनाने की अपील की गयी है. कोरोना पर फ़ैल रही भ्रामक जानकरियों से बचने की भी सलाह देते हुए वेबसाइट पर यह जानकारी दे गयी है कि किसी भी कोरोना के विषय में किसी भी तरह की प्रमाणिक जानकारी के लिए भारत सरकार द्वारा लांच की गयी टोल फ्री नंबर 1075 या राज्य सरकार की टोल फ्री नंबर 104 पर कॉल कर ली जा सकती है.

संस्थागत प्रसव की सुविधा है उपलब्ध
कोरोना संक्रमण के बीच कई जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हुयी है. लेकिन राज्य सरकार ने जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं जैसे मातृ स्वास्थ्य सेवा, नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य सेवा, परिवार नियोजन सेवाएं एवं अन्य आपातकालीन सेवाओं को पुनः नियमित किया गया है. वेबसाइट के माध्यम से भी संस्थागत प्रसव को लेकर जानकारी दी गयी है. यह बताया गया है कि कोरोना के कारण कुछ लोगों के मन में भ्रांतियां फैली है कि सारे अस्पताल बंद होंगे या वहाँ सिर्फ कोरोना का ही उपचार किया जा रहा होगा. लेकिन ऐसा बिलकुल भी नहीं है. सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव की सेवा पूर्वत दी जा रही है. इसके लिए गर्भवती महिला के परिवार को अपने आशा एवं एएनएम से संपर्क में रहने ई जरूरत है एवं उन्हें प्रसव की जानकारी देनी है.

इन चीजों पर वेबसाइट में दी गयी है जानकारी
• सामाजिक दूरी के महत्व
• हेल्थ वर्कर सपोर्ट
• घनी आबादी वाले क्षेत्रों में कोरोना की रोकथाम के उपाय
• लॉकडाउन की स्थिति में संस्थागत प्रसव की सेवा
• लॉकडाउन में मानसिक स्वास्थ्य की जरूरत
• कोरोना पर फ़ैल रही विभिन्न अफवाहों की सटीक जानकारी
• कोरोना रोकथाम के उपाय
• लॉकडाउन में डिजिटल पेमेंट
• लॉकडाउन में स्तनपान एवं नवजात देखभाल की जरूरत आदि अन्य जरुरी सेवाओं की भी जानकरी दी गयी है

Chhapra: स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से जंग जीतने के लिए एक नई पहल शुरू की है. अब पल्स पोलियो अभियान के तर्ज पर ही कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर घर-घर जाकर सर्वे व स्क्रीनिंग की जायेगी. इस काम में आंगनबाड़ी, आशा व अन्य उत्प्ररेकों की मदद ली जायेगी. इसको लेकर सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने आवश्यक निर्देश जारी किया है. सर्वे संबंधित कार्य 16 अप्रैल से प्रारंभ हो गया. इसके लिए टीम का गठन किया गया है.

तीन स्तरों पर ली जाएगी सूचना

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि सर्वे कार्य के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा कोविड 19 फॉर्म उपलब्ध कराये गये हैं. इसमें तीन स्तरों पर सूचना उपलब्ध कराने का काम किया जाना है. कोविड 19 फॉर्म के तहत पहला प्रपत्र स्थानीय स्तर पर नियुक्त किये गये दलकर्मी भरेंगे. कोविड 19 फॉर्म के तहत 2, 3 व 3 ए व 4 प्रपत्र को पर्यवेक्षक व फॉर्म 5 जिला स्तर पर भरने का काम किया जायेगा. सर्वे के दौरान प्रत्येक घर में हाउस मार्किंग की जायेगी. संदिग्ध पाये गये व्यक्तियों के घरों पर चिन्हित किया जायेगा.

प्रत्येक दलकर्मी को उपलब्ध कराये जायेंगे सुरक्षा किट

कोविड 19 को लेकर घर घर सर्वे करने वाले प्रत्येक टीम को एक किट जिला द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा. इसमें तीन लेयर वाला 10 पीस मास्क, नॉन स्ट्रॉयल 10 पीस हैंड गलब्स व एक साबुन होंगे. सर्वे के काम में लगे सभी कर्मियों को भ्रमण के लिए पास भी निर्गत किया जाना है. राज्य के अन्य सभी जिलों के जिलांगर्त व विदेश से आये हुए लोगों के गांव व शहर के संबंधित वार्डों में भी गहन सर्वेक्षण का कार्य कर कार्ययोजना तैयार का निर्देश दिया गया है.

ली जाएगी ये जानकारी

पर्यवेक्षक अपने दलकर्मियों के पोषक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक दवा दुकान एवं सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सक से संपर्क कर बुखार के साथ खांसी अथवा सांस लेने में परेशानी वाले चिन्हित मरीजों की विवरणी फॉर्म 3 ए में भरेंगे. दवा दुकान, सामुदायिक व ग्रामीण चिकित्सकों से संदिग्ध मरीजों की विवरणी प्राप्त करने का कार्य अभियान सर्वे के प्रथम दिन तथा छठे दिन किया जायेगा तथा तदनुसार प्राप्त किये गये सूची का सत्यापन कर संदिग्धों की सूची तैयार की जायेगी. इसके बाद यह सूची प्रखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया जाना है.

संदिग्ध पाये गये मरीजों की स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग

कोविड फॉर्म 3 एवं 3 एक में दर्ज आंकड़ों में संदिग्ध लक्षणों के साथ पाये गये व्यक्तियों को कोरेंटाइन करते हुए प्रखंड स्तरीय चिकित्सकों की टीम द्वारा स्क्रीनिंग किये जाने का निर्देश दिया गया है. संदिग्ध मरीजों की जांच हेतु सैंपल संग्रहित किये जायेंगे. स्क्रीनिंग के दौरान सही पाये गये व्यक्तियों को होम कोरेंटाइन हेतु वापस घर भेज दिया जायेगा.

दिये गये हैं वित्तीय दिशा निर्देश भी

कोविड 19 के सर्वे कार्य में लगे प्रत्येक दल कर्मी को प्रतिदिन 200 रुपये की दर से 8 दिनों का भुगतान किया जायेगा. वहीं कोविड 19 के सर्वे कार्य हेतु सुपरवाइजर को प्रतिदिन 400 रुपये की दर से 8 दिनों का भुगतान किया जायेगा. इसमें 300 रुपये मानदेय व 100 रुपये आने जाने के लिए दिया जाना है.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सुबह 10 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे. पीएमओ ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी है.

इससे पहले प्रधानमंत्री ने 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया था. 14 अप्रैल को इस लॉकडाउन का आखिरी दिन है.

 

11 अप्रैल को पीएम मोदी ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी. इस बैठक में कई मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन बढ़ाने का समर्थन किया था. महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे पहले ही 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का एलान कर चुके हैं. महारष्ट्र के अलावा तेलंगाना, पंजाब और ओडिशा ने भी 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, अभी देश में संक्रमण के 9152 मामले हैं. वहीं 308 लोगों की मौत हुई है. हालांकि 856 लोग ठीक भी हुए हैं.

Chhapra: कोरोना संकट में दूसरे राज्यों में फंसे हुए लोगों को मदद दिलाने में राज्य में सारण जिला प्रथम स्थान पर चल रहा है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि अभी तक सारण जिला के कुल 27102 अप्रवासियों के द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किये गये लिंक पर आधार सहित फोटो अपलोड कर सहायता की माँग की गयी है जिसमें जिला प्रशासन के द्वारा 17847 आवेदनों की अनुशंसा कर राज्य सरकार को भेजी गयी है.

राज्य सरकार के द्वारा इन सभी के खातों में एक हजार रूपया डाला जा रहा है. दिनांक 6.4.2020 को 8703 आवेदन अनुशंसित कर राज्य सरकार को भेजे गये थे. राज्य सरकार के द्वारा एक क्लीक पर सभी के खातों में 1000 रूपये की राशि डाल दी गयी. इसे भी पढ़ें: Corona: छपरा जंक्शन पर 7 आइसोलेशन कोच बनकर तैयार, हर तरह की मेडिकल सुविधा उलब्ध

जिलाधिकारी के द्वारा इस कार्य को तीव्र गति से संपादित कराने के लिए एक सेल का गठन किया गया है और प्राप्त आवेदनों का शीघ्रताषीघ्र निष्पादन कर अनुशंसा राज्य सरकार को भेजने का निदेश दिया गया है.

कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर जिलाधिकारी के द्वारा सारण जिला की उत्तर प्रदेश से लगने वाली सीमा को सील करने का निदेश दिया गया है ताकि दूसरे प्रांत से कोई भी व्यक्ति सारण में प्रवेश नही कर सके. अगर कोई व्यक्ति प्रवेश कर जाता है तो उसे सीमा पर ही स्थापित क्वेरान्टाइन सेन्टर में रखा जाय. इसके लिए सभी थानाध्यक्ष, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निदेष दिया गया है. इसे भी पढ़ें: विदेश या दूसरे राज्यों से आये लोगों के दरवाजे पर चस्पाया जा रहा होम क्वारेंटाइन का पोस्टर

Chhapra: जिले में विदेश या दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों की निगरानी की जा रही है. जो लोग विदेश या दूसरे राज्यों से आये है उनको होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है. इन्हें घर से 14 दिनों तक बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जा रही है. ऐसे लोगों की पहचान कर उनके घरों पर पोस्टर चिपकाए जा रहे हैं. प्रत्येक आंगनबाड़ी सेविका और आशा कार्यकर्ता अपने पोषक क्षेत्र में जाकर विदेश और राज्य के बाहर से आने वालों की निगरानी कर रही है. उनके घरों पर कोरोना को लेकर सर्तकता भरी पंपलेट भी चिपका रही है.

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घरों में किए जा रहे क्वारेंटाइन
कोरोना वायरस को लेकर विदेश से जो लोग वापस लौटे हैं उन्हें अपने ही घर में क्वारंटाइन किया जा रहा है. आंगनबाड़ी सेविका व आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा उनके साथ कोरोना से बचने के लिए जानकारी भी साझा की जा रही है. वह उन्हें प्रत्येक घंटे 20 सेंकेड हाथ धोने के तरीकों के साथ रोग प्रतिरोधी क्षमता को विकसीत करने के उपाय भी बता रही है. वह लोगों से क्या करें और क्या न करें के बारे में भी लोगेां के बीच पाय बता रही हैं.

अप्रमाणिक बातें न फैलाएं
आंगनबाड़ी सेविका व आशा लोगों को बता रही हैं कि इसके कम ही मामले सामने आए हैं. कोरोना वायरस से प्रभावित मरीज पूर्णतः ठीक हो सकते हैं. जो भी व्यक्ति बाहर से आए हैं वह जिम्मेदार बनें. सोशल मीडिया में अप्रमाणिक बातें न फैलाएं. केवल डब्ल्यूएचओ और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सूचनाओं पर ही भरोसा करें.

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क्या है आंकड़ा ( 5 अप्रैल तक)

•होम क्वारेंटाइन: 10102
•स्कूल क्वारेंटाइन: 714
•स्कूल स्क्रीनिंग: 5714
•आइसोलेशन वार्ड में भर्ती- 2
•जिला क्वारेंटाइन : 17
•सैंपल कलेक्टेड: सारण में 180, पीएमसीएच में 15
•रिपोर्ट- 51
•पॉजिटिव- 1

Patna: कोरोना वायरस एक ऐसा नाम जो पूरे विश्व मे सदियों तक याद रखा जाएगा. इस महामारी के वैश्विक संक्रमण से हर कोई त्रस्त है. यह कोविड- 19 (COVID-19) वायरस के नाम से भी जाना जा रहा है. एक तरफ दुनिया के वैज्ञानिक इस वायरस के संक्रमण को रोकने की कोशिश में जुटे हैं तो बिहार के गया के एक दंपती ने अपने पहले बच्चे का नाम ही कोविड (COVID) रखा है.

मिली जानकारी के अनुसार गया के कोच प्रखंड के बरगांव निवासी मनीष कुमार की पत्नी प्रियांजली ने गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में शुक्रवार को बेटे को जन्म दिया.

बच्चे के जन्म के दौरान घर से लेकर अस्पताल तक हर जगह कोरोना और कोविड-19 वायरस की ही चर्चा रही. इसकी याद हमेशा रहे, इसलिए दो दिनों तक काफी सोंच-समझकर मनीष व प्रियांजली ने अपने बेटे का नाम कोविड रख दिया है.