Chhapra: कोविड-19 कोरोनावायरस को लेकर गृह सचिव अमित सुभानी ने प्रेस वार्ता कर कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी किया. उन्होंने कहा कि पिछले 1 सप्ताह में कोरोना पॉजिटिविटी रेट बड़ी है. उनमें पटना, बेगूसराय, जमुई, वैशाली, पश्चिमी चंपारण और सारण जिला शामिल है.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 मद्देनज़र बसों मे सीट से आधे पैसेंजर बैठने का निर्देश दिया. वही सरकारी एवं निजी संस्थानों में 50% कर्मियों को दफ्तर आने की अनुमति दी गयी है. शादी समारोह में अब सड़कों पर बैंड के साथ बारात की अनुमति नहीं होगी और लगभग 100 शादी समारोह में शामिल हो पाएंगे.

Chhapra: कोविड-19 कोरोना वायरस के नए पॉजिटिव मरीज की संख्या एका एक गुरुवार को बढ़ गयी. जहां पिछले दिनों यह आंकड़ा प्रतिदिन मिलने का बेहद कम था. गुरुवार के दिन सारण जिले में 86 नए कोरोना पॉजिटिव के नए मामले मिले.

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार प्रतिदिन सारण जिले में लगभग 5 हज़ार लोगों का कोरोना जांच किया जा रहा है. फिलहाल जिले में कोई कंटेनमेंट जोन नहीं है. चिकित्सकों की माने तो बढ़ती ठंड को लेकर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की मिलने की संख्या में और इजाफा हो सकता है.

Chhapra: सारण में कोविड-19 मामलों की रफ्तार धीमी हो गई है. जिले में कोविड-19 के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं लेकिन अब मामलों के बढ़ने की रफ्तार कम हो गयी है. पिछले चार-पांच दिनों से सारण में कोरोनावायरस के मामले पहले के मुकाबले कम आ रहे हैं. वही एक्टिव मरीजों की संख्या भी कम हो गई है.

बिहार सरकार की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार सारण में कोविड-19 मरीजों के आंकड़े पिछले 4-5 दिनों में कम हुए हैं. पांच दिन पहले जिले में कोविड-19 एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 1030 था. लेकिन सोमवार को लगातार चौथे दिन एक्टिव मरीजों संख्या घटकर 755 हो गई है. इसका मतलब मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं और हर रोज नए केस मिलने के मुकाबले उससे ज्यादा लोग प्रतिदिन ठीक हो रहे हैं

यहीं नहीं बिहार में रिकवरी रेट भी काफी सुधर गया है. बिहार में रिकवरी रेट 82 प्रतिशत पहुंच गया है.

छपरा सदर अस्पताल के एसएमओ डाक्टर रंजीतेश ने बताया कि हर दिन सारण 2 से 2.5 हजार लोगों का टेस्टिंग हो रहा है. सोमवार को छपरा में 27 कोविड-19 मरीजों की पुष्टि हुई. उन्होंने बताया कि अभी भी कोविड-19 की लड़ाई लम्बी है. डॉक्टर इससे निबटने के लिए हर तरह से कार्य कर रहे हैं.

SMO में बताया कि सारण के सभी PHC में टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है. साथ ही साथ शहर के प्रत्येक इलाके में टेस्टिंग हो रही है. छपरा के सभी कंटेनमेंट जोन में सभी लोगों का सैंपल टेस्टिंग हो गया है.

Patna: बिहार में फिर से 2884 नए मरीज मिले हैं. जिससे अब कुल आंकड़ा 112759 हो गया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से ताजा अपडेट जारी की गई है. वहीं, एक्टिव केस की बात करें तो बिहार में फिलहाल 31460 कोरोना के एक्टिव मरीज हैं.

इससे पहले बीते दिन मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटे के भीतर 16 लोगों की मौत हुई. इसके बाद ही राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर 558 हो गई है. जिन जिलों में संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं उसमें राजधानी पटना में सबसे ज्यादा 422 पॉजिटिव मरीज मिले है. वहीं, बिहार के बेगूसराय में 103, पूर्वी चंपारण 181, मधुबनी 115, मुजफ्फरपुर में 173, पूर्णिया में 104, रोहतास में 118, सहरसा में 108 और सीतामढ़ी में 113 मामले शामिल हैं.

• अपने आस-पास साफ-सफाई का रखें विशेष ख्याल
• डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
• केंद्रीय स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइन
Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ऐसे में डेंगू को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। जगह-जगह रुके बारिश के पानी से अब मच्छरजनित रोग जैसे मलेरिया, डेंगू व चिकनगुनिया का प्रकोप बढने की संभावना प्रबल हो गई है। आमतौर पर अगस्त एवं सितंबर माह से डेंगू का प्रकोप बढने लगता है। इसके लिए मरीजों की जांच के साथ उनके इलाज के लिए अस्पतालों में अलग वार्ड भी बनाया गया है। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने गाइडलाइन जारी कर लोगों से कोरोना वायरस महामारी के दौर में डेंगू से बचाव की सलाह दी है। गाइडलाइन में बताया गया है कि डेंगू का इलाज संभव है, इसलिए इसके इलाज में किसी भी तरह की लापरवाही करना ठीक नहीं होगा। डेंगू के ईलाज के प्रति किसी तरह की लापरवाही आगे चलकर गंभीर समस्या बन सकती है। स्वास्थ मंत्रालय ने इस बीमारी के लक्षण और रोकथाम के लिए उपाय भी बताएं है।

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कोरोना संक्रमण और डेंगू दोनों में ही रोगी को बुखार आता है। डेंगू के बुखार में उल्टी, सूजन एवं रैशेज होते हैं। डेंगू के गंभीर लक्षण में बार-बार उल्टी आना, सांस तेज चलना, बदन व पेट में दर्द, मसूड़ों में खून निकलना एवं कमजोरी आदि शामिल है। उन्होने बताया लोगों की थोड़ी सी सतर्कता डेंगू के गंभीर नतीजों से बचाव कर सकती है। मच्छर जनित रोगों से बचाव में बेहतर साफ- सफाई की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर इसकी प्रासंगिकता और भी बढ़ जाती है। अपने घर को स्वच्छ रखना तो स्वभाविक है लेकिन साथ में अपने आस-पास भी गंदगी व पानी नहीं जमा होने दें। उन्होंने बताया साफ़ पानी में डेंगू के मच्छर के पनपने की संभावना अधिक होती है। इसलिए घर में जहां भी जमा हो जैसे कूलर व अन्य इस प्रकार की कोई भी जगह तो उसे साफ़ जरूर करें एवं आवश्यकतानुसार मिट्टी का तेल भी पानी में डाल सकते हैं।

ये हैं डेंगू के लक्षण

• अचानक तेज बुखार आना
• सिरदर्द और आंखों में दर्द होना
• मांसपेशियों और जोड़ों में भयानक दर्द
• शरीर में चकत्ते निकलना
• ठंड लगना और बुखार आना
• त्वचा पर लाल चकत्ते बनना
• भूख न लगना
• गले में खराश
• असामान्य रूप से कान, मसूड़ों और पेशाब आदि से ख़ून बहना

कैसे फैलता है डेंगू

डेंगू एडीज एजिप्टी मादा मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर दिन में और रात कभी भी काटता है। इस रोग के वायरस चार प्रकार के होते हैं, जिन्हें सिरोटाइप कहा जाता है। जब मादा मच्छर द्वारा संक्रमित व्यक्ति को काटा जाता है। इसके बाद जब यही मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तब यह वायरस व्यक्ति में चला जाता है और इस तरह यह चक्र लगातार चलता रहता है।

डेंगू से बचने के उपाय
• रोकथाम का सबसे सरल उपाय यह है कि मच्छरों के काटने से खुद को बचाया जाएं.
• दिन में मच्छर के काटने से बचने वाले उत्पादों का प्रयोग करें
मच्छरदानी लगाकर सोएं.
• बाहर जाते समय पूरी बांह और लंबी पैंट का प्रयोग करें. शरीर को मच्छर के काटने से बचने के लिए कीटनाशक का प्रयोग करें.
• जब आप डेंगू प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करें तो शरीर के अधिकांश भागों को ढंक कर रखें.
• मच्छरों की प्रजनन क्षमता को कम करने के लिए पानी के कंटेनर को ठीक तरह से हमेशा कवर करके रखें.

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस का कहर जारी है. देश में अबतक करीब 28 लाख लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं और 52 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 64,531 नए मरीज सामने आए और 1092 लोगों की मौतें हो गई.

स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, देश में अबतक 27 लाख 67 हजार 274 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 52,889 लोगों की मौत हो चुकी है. एक्टिव केस की संख्या 6 लाख 76 हजार हो गई और 20 लाख 37 हजार 870 लोग ठीक हो चुके हैं. ICMR के मुताबिक 18 अगस्त तक कोरोना वायरस के लिए कुल 3 करोड़ 17 लाख 42 हजार 782 सैंपल टेस्ट किए गए, जिनमें से 8 लाख 1 हाजर 518 सैंपल की टेस्टिंग कल की गई.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कोरोना के प्रतिदिन नए मामलों और बीमारी के कारण होने वाली मौत के मामलों में 13 अगस्त से गिरावट देखी गई है. हालांकि मंत्रालय ने कोई ढिलाई बरते जाने को लेकर चेतावनी दी और कहा कि पांच दिन की गिरावट महामारी के संदर्भ में एक छोटी अवधि है. हालांकि मंत्रालय के दावों के बाद आज एक बार फिर 64 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं.

Patna: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राज्य में lockdown को 6 सितंबर तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. सोमवार को इस पर सहमति बनी. बैठक में पहले की तरह ही 6 सितंबर तक प्रतिबंध रखने का निर्णय लिया गया है.

राज्य में लॉकडाउन के दौरान बफर जोन और कंटेनमेंट जोन में सख्ती जारी रहेगी. सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक मार्केट खुला रहेगा.

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Chhapra: कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते प्रभाव और अस्पतालो में सीमित जगह होने के कारण बहुत से लोग होम-क्वारन्टीन में रहते हुए कोरोना बिमारी से लड़ रहे है.

ऐसे में होम-क्वारन्टीन में रहने वाले वैसे लोग जिन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता हो उन्हें लायंस क्लब छपरा सारण ने लायंस ऑक्सीजन सिलेंडर बैक सेवा की शुरूआत की है. लायंस क्लब के जनसमपर्क पदाधिकारी, लायन बासुदेव गुप्ता  ने बताया कि लायंस क्लब छपरा सारण द्वारा ‘स्व. लायन रूपेश चाॅदगोठिया मेमोरियल आक्सीजन सिलेंडर बैंक’ की विधिवत् शुरुआत की गयी है. यह सेवा पूर्णतया निःशुल्क सेवा है. सभी छपरावासी 24×7 इस सेवा का लाभ ले सकते है.

उन्होंने बताया कि इसे प्राप्त करने के लिए कुछ शर्तें भी रखी गयी है.  इससे संबंधित निम्नलिखित सेवा शर्ते बनाई गयी है.

(1) सिलेंडर लेने वाले व्यक्ति को अपने आधार कार्ड की हस्ताक्षर की हुई कॉपी हमारे पास जमा करानी होगी, साथ ही उन्हें अपना मोबाइल नंबर भी देना होगा।

(2) चिकित्सक का पर्चा होना आवश्यक है , जिसमें ऑक्सीजन चढ़ाए जाने का जिक्र होना चाहिए।

(3) सिलेंडर देते समय ₹7500 जमानत राशि के रूप में जमा ली जाएगी , यह राशि सिलेंडर वापस करते समय लौटा दी जाएगी।

(4) सात दिनों में सिलेंडर वापस नहीं करने की स्थिति में उसके बाद प्रतिदिन ₹100 चार्ज किया जाएगा

(5)सिलेंडर वापस करते समय यदि मीटर या अन्य कोई सामान टूटे हुए प्राप्त होंगे तो उसकी राशि जमानत की राशि में से काट ली जाएगी।

इन नंबरों पर कॉल कर प्राप्त कर सकते है लायंस ऑक्सीजन सिलेंडर

1.लायन राजीव दास-मो• 9470849955

2 लायन प्रहलाद कु सोनी – 9431272876

3 लायन पी के सिंह – 9431279646

4 लायन शैलेंद्र कुमार- 9835286688

5 लायन डा•अनिल कुमार- 9431080167

6 लायन एस जेड ए रिजवी-9431216575

7 लायन मणिशंकर मिश्रा-9708566277

8 लायन नागेंद्र कुमार-9835260170

9 लायन नविन कुमार-9430944663

•कार्य को गति देने के लिए प्रधान सचिव ने दिया आवश्यक सुझाव

• जिले में अत्यंत उत्साह के साथ कार्य कर रहे हैं कोरोना योद्धा

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के प्रसार के रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर रोज नए-नए निर्णय लिए जा रहे हैं। साथ ही आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई जा रही है। जिले में कोरोना के जांच में काफी तेजी आई है जिले के कोरोना योद्धा अत्यंत उत्साह के साथ अपने कर्तव्य को निभा रहे हैं। कोविड-19 की जांच व उपचार कार्य को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने सभी जिलाधिकारी को आवश्यक सुझाव तथा दिशा निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि विगत दिनों में कोविड-19 संक्रमण की जांच में काफी तेजी आई है जिले में अत्यंत उत्साहवर्धक कार्य किए जा रहे हैं । इस कार्य को गति देने के लिए कुछ आवश्यक सुझाव दिए जा रहे हैं। जिसका अनुपालन सुनिश्चित कराई जाए।

रैपिड एंटीजन किट से रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद आरटी पीसीआर के माध्यम से होगी जांच

जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि जिन इलाकों में व्यापक रूप से रैपिड एंटीजन किट का प्रयोग किया जा रहा है । वहां पर कोशिश होनी चाहिए कि निगेटिव आने वाले व्यक्तियों की जांच आरटी पीसीआर के माध्यम से कराई जाए। बाढ़ प्रभावित इलाकों में भी इसी प्रकार की कार्रवाई अपेक्षित होगी। सिवान, मधुबनी, नवादा, लखीसराय, अररिया, मधेपुरा मोतिहारी सहरसा शिवहर एवं भागलपुर में आरटी पीसीआर पूल टेस्टिंग के लिए निर्देशित किया गया है।

शाम 6:00 बजे तक सैंपल भेजने का निर्देश

पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि सभी सैंपल शाम 6:00 बजे के पूर्व ही संबंध लैब को भेज दिया जाए । साथ ही साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें भेजे जा रहे हैं सैंपल को सैंपल नंबर वाइज बॉक्स में व्यवस्थित करके ही भेजें। सभी आरटी पीसीआर लैब्स के प्रभारी द्वारा आश्वस्त किया गया है कि जिले से भेजे जाने वाले सैंपल का रिजल्ट 24 घंटे के अंदर निश्चित रूप से दिया जाएगा।

सभी पीएचसी स्तर पर हो रहा है कोरोना का जांच

जिले में कोरोना संक्रमित ओके बढ़ती संख्या के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों में मरीजों के चिकित्सा को लेकर प्रयासरत है सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है ताकि कोरोना के उपचाराधीन को तत्काल चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध हो सके स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना की जांच के लिए जिले के सभी पीएचसी पर रैपिड एंटीजन कीट के माध्यम से टेस्टिंग कराई जा रही है।

30 मिनट के अंदर मिल रहा है रिजल्ट

रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से 30 मिनट के अंदर कोरोना रिपोर्ट मिल रहा है । वही आरटी पीसीआर में रिजल्ट आने में 6 से 24 घंटे लग जा रहे हैं। रैपिड एंटीजन किट में संदिग्ध व्यक्ति की नाक में स्ट्रिप डालकर स्वैब का सैंपल लिया जाता है। किट में सलूशन की तीन ड्रॉप डालकर फ्लूट के साथ मिलाया जाता है। अगर रिपोर्ट में एक लाइन आती है तो रिपोर्ट निगेटिव होती है। लाइन दो हो जाए तो आप कोरोना पॉजिटिव माना जाता है। यह किट सबसे ज्यादा कारगर सिद्ध हो रही है।

Chhapra: सारण में कोविड-19 मरीजों का आंकड़ा हज़ार के पार चला गया है. शुक्रवार को सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में 120 नए करोना मरीज मिले हैं. इसमें छपरा शहर के सबसे ज्यादा मरीज हैं. वही जिले में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 402 हो गई है. ठीक हुए मरीज की संख्या 597 है. सारण में कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 14 से अधिक हो गई है. लेकिन आधिकारिक रूप से अभी 10 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है.

छपरा शहर में कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं हर रोज शहर के अलग अलग इलाकों से कई दर्जन मामले सामने आ रहे हैं. जिसके बाद प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. ज्यादातर कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है. वैसे लोग जिनकी तबीयत स्थिर है, जिनमें कोई सेंटर नहीं है उन्हें ही घर पर रहने को कहा जा रहा है. वहीं लक्षण वाले मरीजों को सदर अस्पताल के आइसोलेशन सेंटर में भर्ती कराया जा रहा है.

शुक्रवार को शहर के कई इलाके कंटेनमेंट जोन घोषित करके सील कर दिया गया. इसमें मुख्य रूप से सलेमपुर दहियावां आदि मोहल्लों को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए सील कर दिया गया. कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने लोगों की चिंताएं बढ़ा दी हैं. इससे पहले गुरुवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने अपना सदर अस्पताल का निरीक्षण किया और 7 सुविधाओं का जायजा लिया.

नई दिल्ली: कोरोना वायरस संकट के बीच कई सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगी हुई है. इस महामारी के बीच जल्द ही स्वतंत्रता दिवस आने वाला है, जिसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. हालांकि, इस बार दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर नजारा कुछ अलग होगा क्योंकि इस बार 15 अगस्त पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान मेहमानों की भीड़ नहीं होगी. ना ही बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.

गृह मंत्रालय के द्वारा जारी गाइडलाइन्स के मुताबिक, इस बार 15 अगस्त के मौके पर काफी कम मेहमानों को न्योता दिया जाएगा. इस दौरान स्कूली बच्चों को नहीं बुलाया जाएगा, बता दें कि 15 अगस्त के मौके पर लाल किले के ठीक सामने बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे मौजूद रहते हैं.

इस दौरान जगह-जगह हैंड सैनिटाइजर होंगे, मास्क पहनकर आना जरूरी होगी. बैठने की व्यवस्था अलग होगी और दो गज की दूरी रखी जाएगी. केंद्रीय मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा कोविड वॉरियर्स को न्योता दिया जा सकता है.

हालांकि, इन 250 मेहमानों में कौन शामिल होगा इसकी फाइनल लिस्ट अभी रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी की जानी बाकी है. दूसरी ओर गृह मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को 15 अगस्त को लेकर गाइडलाइन्स भेज दी हैं. जिनमें राजधानी, जिला, ब्लॉक स्तर पर किस तरह कार्यक्रम मनाया जा सकता है, इसके लिए सावधानियां बताई गई हैं. बता दें कि कोरोना संकट सामने आने के बाद 15 अगस्त का कार्यक्रम पहला बड़ा सरकारी कार्यक्रम होगा.

नई दिल्ली: देश में कोरोना हर रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है. पिछले 24 घंटे के अंदर करीब 50 हजार नए मामले सामने आए हैं और 740 लोगों की मौत हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार सुबह जारी अपडेट के मुताबिक, देश में कुल मरीजों का आंकड़ा 12 लाख 87 हजार 945 हो गया है, जिसमें 30 हजार 601 लोगों की मौत हो चुकी है.

राहत की बात है कि अब तक 8 लाख 17 हजार से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 44 हजार से अधिक एक्टिव केस है. आईसीएमआर के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 1 करोड़ 54 लाख से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं. 23 जुलाई को ही 3 लाख 52 हजार से अधिक टेस्ट किए गए थे.

कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र प्रभावित है. यहां कुल मरीजों का आंकड़ा 3 लाख 47 हजार से अधिक है. अब तक 12 हजार 854 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से अब तक 1 लाख 94 हजार से अधिक मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 1 लाख 40 हजार से अधिक एक्टिव केस है.