New Delhi, 2 जुलाई (हि.स.)। देश में हाल के दिनों में हार्ट अटैक से अचानक मौत के कई मामले देखने को मिले हैं। इसके बाद ये सवाल उठने लगे कि इसका कहीं कोरोना वैक्सीन से कनेक्शन तो नहीं है। ऐसे में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड-19 वैक्सीन को लेकर चल रही इन तमाम अफवाहों को खारिज करते स्पष्ट किया कि देश में कई एजेंसियों के माध्यम से अचानक अस्पष्टीकृत मौतों के मामले की जांच की गई है। इन अध्ययनों ने निर्णायक रूप से स्थापित किया है कि कोरोना टीकाकरण और देश में अचानक मौतों की रिपोर्ट के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है।

भारत में अचानक 18-45 वर्ष की आयु के वयस्कों में होने लगी है मौतों

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि भारत में कोरोना टीके सुरक्षित और प्रभावी हैं, जिनमें गंभीर दुष्प्रभावों के बहुत कम मामले सामने आए हैं। मंत्रालय ने कहा कि अचानक हृदय संबंधी मौतें कई तरह के कारकों के कारण हो सकती हैं, जिनमें आनुवंशिकी, जीवनशैली, पहले से मौजूद बीमारियां और कोविड के बाद की जटिलताएं शामिल हैं। आईसीएमआर और एनसीडीसी अचानक अस्पष्टीकृत मौतों के पीछे के कारणों को समझने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। खासकर 18 से 45 वर्ष की आयु के युवाओं में इसका पता लगाने के लिए, अलग-अलग शोध दृष्टिकोणों का उपयोग करके दो पूरक अध्ययन किए गए। एक पिछले डेटा पर आधारित और दूसरा वास्तविक समय की जांच से जुड़ा हुआ है। आईसीएमआर के राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान (एनआईई) द्वारा किए गए पहले अध्ययन का शीर्षक था “भारत में 18-45 वर्ष की आयु के वयस्कों में अचानक होने वाली मौतों से जुड़े कारक – एक बहुकेंद्रित मिलान केस-कंट्रोल अध्ययन।” यह अध्ययन मई से अगस्त 2023 तक 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 तृतीयक देखभाल अस्पतालों में किया गया था। इसमें ऐसे व्यक्तियों को शामिल किया गया जो स्वस्थ दिखते थे, लेकिन अक्टूबर 2021 और मार्च 2023 के बीच अचानक उनकी मृत्यु हो गई। निष्कर्षों ने निर्णायक रूप से दिखाया है कि कोविड-19 टीकाकरण से युवा वयस्कों में अचानक होने वाली मौतों का जोखिम नहीं बढ़ता है।

अध्ययन पूरा होने के बाद अंतिम परिणाम साझा किए जाएंगे: स्वास्थ्य मंत्रालय

मंत्रालय ने आगे बताया कि इस संबंध में दूसरा अध्ययन किया गया जिसका शीर्षक “युवाओं में अचानक होने वाली अस्पष्टीकृत मौतों के कारणों का पता लगाना”, वर्तमान में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली द्वारा वित्त पोषण और आईसीएमआर के सहयोग से किया जा रहा है। यह एक संभावित अध्ययन है जिसका उद्देश्य युवा वयस्कों में अचानक होने वाली मौतों के सामान्य कारणों का पता लगाना है। अध्ययन के आंकड़ों के शुरुआती विश्लेषण से संकेत मिलता है कि दिल का दौरा, या मायोकार्डियल इंफार्क्शन (एमआई), इस आयु वर्ग में अचानक मौत का प्रमुख कारण बना हुआ है। महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले वर्षों की तुलना में कारणों के पैटर्न में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया है। अधिकांश अस्पष्टीकृत मृत्यु मामलों में, इन मौतों के संभावित कारण के रूप में आनुवंशिक उत्परिवर्तन की पहचान की गई है। अध्ययन पूरा होने के बाद अंतिम परिणाम साझा किए जाएंगे।

 विशेषज्ञों ने दोहराया है कि टीकाकरण को अचानक होने वाली मौतों से जोड़ने वाले बयान झूठे और भ्रामक हैं

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार ये दोनों अध्ययन से पता चलता है कि भारत में युवा वयस्कों में अचानक होने वाली अस्पष्टीकृत मौत का कारण कोविड-19 टीकाकरण से नहीं जुड़ा हुआ है। वैज्ञानिक विशेषज्ञों ने दोहराया है कि कोविड टीकाकरण को अचानक होने वाली मौतों से जोड़ने वाले बयान झूठे और भ्रामक हैं, और वैज्ञानिक आम सहमति से समर्थित नहीं हैं। निर्णायक सबूतों के बिना अटकलें लगाने वाले दावों से टीकों में जनता का भरोसा कम होने का जोखिम है, जिसने महामारी के दौरान लाखों लोगों की जान बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

नई दिल्ली, 10 जून (हि.स.)। देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या सात हजार के करीब पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 324 नए मामले दर्ज किए गए हैं। इस दौरान कोरोना संक्रमित तीन लोगों की मौत हुई है। ये मौतें केरल, दिल्ली और झारखंड में दर्ज की गई हुई हैं।

कोरोना के कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 6815 हो गई है

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 10 जून यानी मंगलवार सुबह आठ बजे तक देश में कोरोना के कुल सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 6815 हो गई है। वहीं इस संक्रमण से 7644 मरीज स्वस्थ हो गये हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना संक्रमण से तीन मरीजों की मौत हुई है। इससे मृतकों की संख्या 68 हो गयी है।

गुजरात में 1109 सक्रिय मामले

मंत्रालय के मुताबिक केरल में अब तक कोरोना के सबसे अधिक मामले आ चुके हैं। केरल में 2053 कोरोना के मामले दर्ज हुए हैं। इसके बाद गुजरात में भी सक्रिय मामले हजार के पार पहुंच गए हैं। गुजरात में 1109 सक्रिय मामले हैं। पश्चिम बंगाल में 747 मामले सामने आए हैं। दिल्ली में मंगलवार को कोरोना के मामलों में कमी आई है। दिल्ली में अब 691 सक्रिय मामले हैं।

Patna, 09 जून (हि.स.)। बिहार की राजधानी पटना में कोराेना के मरीजाें की संख्या बढ़ती जा रही है। बीते कल यानि रविवार काे पटना में कोरोना के आठ नए मरीज सामने आए हैं। इससे राज्यभर में संक्रमितों की कुल संख्या 60 पहुंच गई है। इनमें सक्रिय संक्रमितों की संख्या 39 है, जबकि 21 लोग कोरोना से पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।

पांच लोग निजी अस्पताल और लैब में जांच कराने के बाद संक्रमित पाए गए

सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार रविवार को पांच लोग निजी अस्पताल और लैब में जांच कराने के बाद संक्रमित पाए गए, जबकि दो मरीजों की जांच एम्स पटना में और एक व्यक्ति जांच की एनएमसीएच में हुई है। नए संक्रमित मरीजों में नेऊरा, दानापुर, दीघा, राजीवनगर, कुम्हरार और कंकड़बाग क्षेत्र के लोग शामिल हैं। इन सभी में सर्दी, खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे सामान्य लक्षण पाए गए थे, जिसके बाद इन्होंने जांच कराई।

संक्रमितों में से अधिकांश की पहचान निजी लैबों द्वारा की गई है

सिविल सर्जन डॉ. अविनाश ने बताया कि अब तक पटना में कोरोना से किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि संक्रमितों में से अधिकांश की पहचान निजी लैबों द्वारा की गई है, जबकि एम्स और एनएमसीएच की जांच में संक्रमित मरीजों की संख्या अपेक्षाकृत कम रही है।

Chhapra:  वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के तीसरी लहर से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। इसी कड़ी में बुधवार को सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा छपरा सदर अस्पताल का निरीक्षण किया गया. जिलाधिकारी ने सदर अस्पताल में नवनिर्मित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट, लेबर रूम, इमरजेंसी वार्ड आईसीयू, आरटीपीसीर लैब, टीकाकरण कार्य तथा कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया गया.

इस दौरान जिलाधिकारी ने ऑक्सीजन प्लांट से संबंधित आवश्यक जानकारी सिविल सर्जन से ली. इस दौरान सिविल सर्जन ने डीएम को बताया कि यह ऑक्सीजन प्लांट 1000 लीटर प्रति घंटा ऑक्सीजन का उत्पादन करता है. ऑक्सीजन प्लांट के माध्यम से इमरजेंसी वार्ड तथा आईसीयू वार्ड, कोविड केयर सेंटर में पाइप लाइन के द्वारा अक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है.

जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है और अस्पताल में आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. कोरोना के मरीजों को इस बार ऑक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा. जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की पूर्ति की गई है। सदर अस्पताल में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट के द्वारा प्रति घंटा 1000 लिटर ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है. इससे सारण वासियों को काफी राहत मिलेगी.

साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने का निर्देश:
निरीक्षण के दौरान जिला अधिकारी राजेश मीणा ने सिविल सर्जन समेत अन्य अधिकारियों को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड समेत पूरे परिसर में साफ सफाई का विशेष रूप से ख्याल रखने का निर्देश दिया गया. डीएम ने निर्देश दिया कि इमरजेंसी वार्ड में मरीजों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो इसका ख्याल रखा जाए. मरीजों को कंबल, चादर तथा बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को कोई परेशानी ना हो इसका विशेष रूप से ख्याल रखना है। जच्चा बच्चा दोनों को अस्पताल से घर तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की सुविधा मुहैया कराई जाए और शत-प्रतिशत गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाए।

कोविड केयर सेंटर को तैयार रखें:
इस दौरान जिला अधिकारी राजेश मीणा के द्वारा सदर अस्पताल के जीने में ट्रेनिंग स्कूल में बनाए गए कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया गया। जिला अधिकारी के द्वारा कोविड केयर सेंटर में उपलब्ध बेड आवश्यक उपकरणों ऑक्सीजन की उपलब्धता तथा दवाओं की उपलब्धता की जांच की गई जिला अधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि कोविड केयर सेंटर को क्रियाशील अवस्था में रखा जाए। ताकि जरूरत पड़ने पर कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा सके । जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन भरा कर रखें तथा आवश्यक दवाओं उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड जांच में तेजी लाएं लक्ष्य के अनुरूप सैंपल कलेक्शन करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जाए ताकि संभावित तीसरी लहर से बचाव किया जा सके। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ चंदेश्वर सिंह, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ एसडी सिंह, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी भानु शर्मा समेत अन्य चिकित्सक और कर्मी मौजूद थे।

Chhapra: जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के रोकथाम के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है. ऐसे में रविवार और सोमवार को साप्ताहिक बंदी का आदेश भी जारी किया गया है.

इसी क्रम में सोमवार को जिलाधिकारी निलेश रामचंद देवरे ने पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार के साथ संयुक्त रूप से नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न मुहल्लों में बनाये गए कन्टेनमेंट जोन का निरिक्षण किया. जिलाधिकारी ने निरीक्षण के दौरानकन्टेनमेंट जोन में प्रवेश के रास्तों को मामूली बांस से घेरे जाने पर नगर निगम के सिटी मैनेजर को फटकार लगायी.   
 
जिलाधिकारी ने उप नगर आयुक्त को चिन्हित सभी कन्टेनमेंट जोन को आज संध्या तक निश्चित रूप से मजबूत बांस बल्ला से पूरी तरह बंद करने का निदेश दिया. ताकि उक्त जोन में आमजनों की आवाजाही पर पूर्णतः रोक लगाया जा सके.

इसके साथ ही अंचलाधिकारी सदर को सभी मॉलों को एकदम सील बंद करने का निर्देश दिया. जिलाधिकारी के आदेश के बाद आनन-फानन मेंशहर के कई मॉल को सील करने की करवाई की गयी है.  
जिलाधिकारी ने छपरा नगर निगम अंतर्गत माइकिंग नहीं कराने, आदेश के अनुरूप सभी कन्टेनमेंट जोन का निर्माण नहीं करने, घेरने हेतु बल्ला का प्रयोग नहीं करने एवं घटिया किस्म के बांस का प्रयोग करने के कारण नगर आयुक्त, उप नगर आयुक्त एवं सिटी मैनेजर से स्पष्टीकरण पूछने का आदेश दिया है. 
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पटना: बिहार में कोरोना की दूसरी लहर ने पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था को चरमर्रा दिया है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कुल 101236 सैम्पलों की जांच में 6,133 लोग कोरोना संक्रमित मिले। वहीं सक्रिय मामलों की संख्या 29,078 है जबकि रिकवरी दर कल के 91.40 की अपेक्षा घटकर 89.79 प्रतिशत रही। अकेले राजधानी पटना में 2105 नए मरीज मिले हैं।


बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक गत 24 घंटे में अबतक कुल 2,70,550 मरीज ठीक हुए हैं। वर्तमान में कोविड-19के संक्रिय मरीजों की संख्या 29,078 है। बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 89.79 है।बीते 24 घंटे के दौरान 755 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं।जिसमें पटना में सबसे अधिक मरीज हैं। बिहार में पटना के अलावा भागलपुर में 601, औरंगाबाद में 165, बेगूसराय में 174, भोजपुर में 83, बक्सर में 68, गया में 431, गोपालगंज में 77, जहानाबाद में 131, कटिहार में 81, मुंगेर में 147, मुजफ्फरपुर में 265, सारण में 171, वैशाली में 105 और नवादा में 41 मरीज कोरोना संक्रमित मिले  हैं।

बिहार में खुलेगा 500 बेड का कोविड अस्पताल

बिहार में लगातार बढते जा रहे कोरोना के कहर के बीच एक राहत भरी खबर सामने आ रही है। केंद्र सरकार ने पटना के बिहटा में 500 बेड का कोविड अस्पताल शुरू करने का फैसला लिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज खुद सांसद रामकृपाल यादव को फोन कर इसकी जानकारी दी।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सांसद रामकृपाल यादव को ये जानकारी दी कि केंद्र सरकार ने बिहटा में 500 बेड का कोविड अस्पताल शुरू करने का फैसला ले लिया है. इस अस्पताल को रक्षा मंत्रालय की संस्था डीआरडीओ संचालित करेगी. बिहटा में पहले से बने ईएसआईसी अस्पताल के बिल्डिंग में कोविड अस्पताल शुरू किया जायेगा।

बिहार में पिछले नौ दिन में कोरोनो संक्रमितों की संख्या

07 अप्रैल-1527

08 अप्रैल-1911

09अप्रैल-2174

10 अप्रैल3469

11 अप्रैल3756

12 अप्रैल2999

13 अप्रैल4157

14 अप्रैल4786

15 अप्रैल6133

Chhapra: कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों में 33% कर्मियों के साथ शिक्षक कार्य करेंगे. इस आशय से संबंधित पत्र शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा बुधवार को जारी किया गया.

जारी पत्र के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह द्वारा भी सारण जिले में सभी अवस्थित सरकारी एवं निजी शैक्षणिक संस्थानों को दिनांक 18 अप्रैल तक बंद रखने के साथ-साथ उसमें कार्यरत शिक्षकेतर कर्मी, शिक्षक की उपस्थिति को लेकर दिशा निर्देश जारी किया गया है.

जारी पत्र के आलोक में कहा गया है कि बिहार राज्य अंतर्गत स्थित सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय, महाविद्यालय, कोचिंग संस्थान को 18 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय संसूचित किया गया था.

इस संदर्भ में स्पष्ट दिशानिर्देश देते हुए प्रारंभिक विद्यालयों में 2 शिक्षक होने पर बारी बारी से शिक्षकों के विद्यालय में उपस्थित रहने तथा 2 से अधिक शिक्षक पदस्थापित होने पर वहां प्रतिदिन बारी-बारी से 33% शिक्षक के उपस्थित रहने तथा मध्य विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रतिदिन उपस्थित रहने तथा शेष शिक्षक शिक्षकेतर कर्मी को प्रतिदिन बारी बारी से 33% उपस्थित रहने का दिशानिर्देश जारी किया गया है.

वही विश्वविद्यालय, महाविद्यालय के संदर्भ में सह प्राध्यापक, प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष स्तर एवं ऊपर के सभी पदाधिकारी की प्रतिदिन उपस्थिति तथा सहायक प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष पदाधिकारी एवं उनसे न्यून सभी पदाधिकारी एवं कर्मी बारी-बारी से प्रतिदिन 33% उपस्थित रहने का निर्देश जारी करते हुए इसके अनुपालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है.

Chhapra: जिलाधिकारी डाॅ निलेश रामचन्द्र देवरे के द्वारा अपने कार्यालय कक्ष से वीडियो काॅफेंसिंग कर प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित सभी प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों एवं प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निदेष दिया गया कि बाहर से आने वाले सभी लोगों की कोविड जाँच करायी जाय एवं महाराष्ट्र से आने वाले लोगों पर विशेष नजर रखी जाय.

वैसे लोग जो होम आईसोलेषन में रह रहे हैं उनपर भी नजर रखी जाय ताकि वे अन्य लोगों में घुल-मील नही पायें. इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाय. जहाॅ से भी कोविड पाॅजेटिव मिल रहे हैं वहाॅ आस-पास के 20-25 घरों के सभी लोगों का भी कोविड जाँच करा लिया जाय. अगर कहीं से सूचना मिलती है कि एक व्यक्ति बाहर से आकर घर में छिपकर रह रहा है तो इस पर शीघ्र एक्षन लिया जाय और उस व्यक्ति एवं उसके परिवार के सभी सदस्यों की जाँच करायी जाय। जिलाधिकारी के द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को प्रखंड स्तर पर क्वाॅरंटीन केन्द्र बनाने का निदेष भी दिया गया.

जिलाधिकारी ने कहा कि सारण जिला में कोरोना के अधिकतर मामले शहरी क्षेत्रों खासकर छपरा और सोनपुर में मिला है. यहाॅं पर टीकाकरण में तेजी लायी जाय और टीकाकरण के स्थलों को बढ़ाया जाय। इस पर सिविल सर्जन के द्वारा बताया गया कि शहरी क्षेत्रों में आज से 17 नये टीकाकरण केन्द्र बनाये गये हैं, जिसमें 14 छपरा शहर में, 02 सोनपुर एवं 01 रिविलगंज शहरी क्षेत्र मंे बनाये गये हैं जहाॅ प्रतिदिन 4900 लोगों को टीका दिया जा सकेगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पिछली बार जहाॅ हाॅटस्पाॅट चिन्हित किया गया था (जहाॅ कोरोना पाॅजेटिव ज्यादे संख्या में मिले थे) वहाॅ भी टीकाकरण कराने की प्राथमिकता दी जाय.

सभी अंचल अधिकारियों को निदेष दिया गया कि कोरोना से हुयी मृत्यु से संबंधित अभिलेख शीघ्र जिला आपदा प्रबंधन शाखा को उपलब्ध करा दिया जाय.

बाढ़ प्रभावित सभी अंचलों में आनुग्रहिक राषि का वितरण जो अभी तक लंबित है उसका वितरण शीघ्र करा देने एवं गलत रूप से आनुग्रहिक राषि प्राप्त करने वालों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज करा कर कार्रवाई करते हुए राषि की वसूली का निदेष दिया गया.

विडियोकाॅन्फ्रेंसिंग में जिलाधिकारी ने कहा कि सारण जिला के तीनों अनुमंडल में वृ़़द्धाश्रम बनाया जाना है, जिसके लिए दो से तीन एकड़ जमीन की उपलब्धता होनी चाहिए। इस तरह का जमीन चिन्हित करने के लिए अंचल अधिकारियों को निदेष दिया गया। जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि जून माह तक सभी पंचायतों के लिए राजस्व कर्मचारी, पंचायत सचिव एवं अमीन मिल जाएँगे जो पंचायत सरकार भवन से कार्य करेंगे.

जिलाधिकारी के द्वारा निदेष दिया गया कि वैसे पंचायत सरकार भवन जहाॅ निर्माण कार्य चल रहा है उसे शीघ्र पूर्ण करा लिया जाय एवं जहाॅ पंचायत सरकार भवन नही है उसके लिए 65 डेसीमल जमीन पंचायत के गाँव में हीं चिन्हित कर प्रस्ताव दिया जाय ताकि वहाॅ भी पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा सके.

जिलाधिकारी के द्वारा आसन्न पंचायत चुनाव को देखते हुए गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी और सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को प्रत्येक मतदान केन्द्र संबंधी संचार व्यवस्था बनाकर तुरंत अपलोड करने का निदेष दिया गया. जिलाधिकारी के कहा कम्यूनिकेषन प्लान में सभी जरूरी सूचनाएँ होनी चाहिए.

वीडियोकाॅन्फ्रेंसिंग में जिलाधिकारी के साथ सिविल सर्जन, उप विकास आयुक्त, अपर समाहत्र्ता, अपर समाहत्र्ता विभागीय जाँच, निदेषक डीआरडीए, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, सदर एसडीओ, सदर डीसीएलआर, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी एवं जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी उपस्थित थे.

Chhapra: जिले में कोरोना का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है होली के बाद जिले में इसकी संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है. कोरोना संक्रमण सारण जिले के 15 प्रखंडों में अपना पांव पसार चुका है. जिसमें सबसे ज्यादा छपरा शहर एवं ग्रामीण तथा सोनपुर में मरीजों की संख्या शामिल है. शेष अन्य प्रखंडों में भी धीरे-धीरे इससे संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. जिसको लेकर सभी को सतर्क रहने की जरूरत है.

जिलाधिकारी नीलेश रामचंद्र देवड़े ने मंगलवार को समाहरणालय सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के माध्यम से कोरोना संक्रमण को लेकर बताया कि जिले में अभी 83 एक्टिव केस हैं, जिसमें 80 संक्रमित होम क्वॉरेंटाइन में है, वही दो संक्रमित मरीजों को पटना भेजा गया है. जिले में 26 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. जहां से लगभग 700 से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. इन माइक्रो कंटेनमेंट जोन में 42 संक्रमित मरीज है. मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा छपरा शहर एवं सदर के साथ सोनपुर का इलाके में है.

जिलाधिकारी ने बताया कि कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सभी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल पदाधिकारी से बैठक के माध्यम से अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार जागरूकता मास्क की अनिवार्यता एवं कोविड-19 वैक्सिनेशन को सक्रियता से लागू करने के साथ साथ कोविड-19 के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों की रैपिड टेस्ट करवाने का निर्देश दिया गया.

जिलाधिकारी ने बताया कि कोविड-19 को लेकर बनाए गए कंटेनमेंट जोन में से किसी के भी आने एवं जाने की मनाही है. उन्होंने सभी पदाधिकारियों से कंटेनमेंट जोन के दिशा निर्देशों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है. जिलाधिकारी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि कंटेनमेंट जोन से बाहर आने जाने वाले लोगों पर निगरानी रखी जाए. बाहर आने जाने वालों को चिन्हित कर कोरोना से ठीक होने के बाद उन पर विधि सम्मत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाए.

जिलाधिकारी ने कहा कि सबसे ज्यादा कोविड-19 से बचाव के लिए एहतियात जरूरी है. सारण में एक संक्रमित मरीज से 9 लोग संक्रमित हुए हैं. इस प्रभाव को देखते हुए सब की सुरक्षा जरूरी है.

जिलाधिकारी ने सारण में वैक्सीनेशन को लेकर सभी कर्मियों का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 20 प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र एवं उप केंद्रों पर कोविड-19 वैक्सिनेशन की प्रक्रिया चल रही है. जनता जागरूक है जिसका पता इसी से चलता है कि रविवार को वैक्सीन नहीं होने के कारण बंद वैक्सीनेशन सेंटर के लिए कई जगहों से सीधे फोन आया.

उन्होंने सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के संचालकों से प्रतिष्ठान में आने जाने वाले को मास्क लगाने का निर्देश दिया है. कोविड-19 के नियमों के पालन में लापरवाही बरतने वाले दुकान और प्रतिष्ठान को सील करने का भी निर्देश दिया है.

जिलाधिकारी ने बताया कि होली के बाद से कोविड-19 मरीजों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में जनता को जागरूक होकर इस संक्रमण से निजात पाना होगा. उन्होंने सभी से कोविड-19 का पालन करने मास्क लगाने, सामाजिक दूरी अपनाने तथा 45 वर्ष की उम्र के ऊपर के सभी लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लेने का आग्रह किया है, जिससे कि सारण में इसका प्रभाव समाप्त हो सकें.

प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार भी मौजूद थे.

Chhapra: कोविड 19 टीकारकरण को सुरक्षित तरीके से लोगों तक पहुंचाने की विस्तृत कार्य योजना का खाका स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब-करीब तैयार कर लिया गया है. कोरोना वैक्सीन की कोल्ड चेन मेंटनेंस से जुड़ी तैयारियां तेज हो गई हैं. वैक्सीन को रखने के लिए 6 बड़ा व 10 छोटा आइसलाइंड रेफ्रिजरेटर सदर अस्पताल लाए गए. वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए जगह को भी चिह्नित कर लिया गया है. इनमें ही वैक्सीन को सुरक्षित नियत तापमान पर रखा जाएगा. वहीं प्रखंड स्तर पर भी वैक्सीन को सुरक्षित रखने की योजना पर राज्य स्वास्थ्य समिति कार्य कर रही है. जिला प्रततिरक्षण के कोल्ड चेन टेक्निशियन शक्ति कुमार ने बताया आइसलाइंड रेफ्रिजरेटर में दो से आठ डिग्री तक तापमान पर तथा डीप फ्रिज में -10 से -25 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता है. वैक्सीन को इन्हीं फ्रिज में रखा जाएगा.

21 डीप फ्रीजर व वाल्क-इन-कूलर आना शेष
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा ने बातया कोविड 19 वैक्सीन को रख-रखाव के लिए 21 डीप फ्रीजर का मांग किया गया है. ऐसी उम्मीद है कि यह सभी उपकरण बहुत जल्द जिले को प्राप्त हो जायेगा. फिलहाल राज्य मुख्यालय से 6 बड़ा 10 छोटा आइसलाइंड रिफ्रिजरेटर प्राप्त हुआ है. इसके साथ हीं जिलास्तर पर वैक्सिन को रखने के लिए 9000 लीटर क्षमता वाला वाल्क-इन-कूलर की मांग की गयी है.

9000 लीटर के क्षमता वाला वाल्क-इन-कूलर होगा स्थापित

जिले में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोरेज रूम का बनाया जा रहा है. यहां पर 9000 लीटर के क्षमता वाला वाल्क-इन-कूलर स्थापित किया जायेगा. इसको लेकर विभाग की ओर से कार्य तेजी से किया जा रहा है.सारण प्रमंडल में फिलहाल सारण में ही वाल्क-इन कूलर स्थापित किया जायेगा. सिवान व गोपालगंज जिले के आवांटित वैक्सीन को सारण में ही रखा जायेगा. क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोरेज रूम से ही सिवान व गोपालगंज में टीका का सप्लाई किया जायेगा.

अत्यंत जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीकाकरण के लिए क्यों चुना गया है, इस पर मंत्रालय ने कहा है, सरकार अत्यंत जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता दे रही है कि उन्हें सबसे पहले टीके की खुराक मिले. टीके के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि दस्तावेज मान्य होंगे.

7500 सरकारी व 2300 निजी स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तैयार

जिले में अब 7500 सरकारी व 2300 निजी स्वास्थ्य कर्मियो का डाटा तैयार कर लिया गया है. इन सभी लोगों का डाटा कोविन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है.इसी तरह से आईसीडीएस के करीब 7000 कर्मियों का डाटा बेस तैयार किया गया है.जिनका प्रथम चरण में टीकाकरण कार्य किया जाना है.

Chhapra: कोविड-19 कोरोनावायरस को लेकर गृह सचिव अमित सुभानी ने प्रेस वार्ता कर कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी किया.उन्होंने कहा कि पिछले 1 सप्ताह में कोरोना पॉजिटिविटी रेट बड़ी है. उनमें पटना, बेगूसराय, जमुई, वैशाली, पश्चिमी चंपारण और सारण जिला शामिल है.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 मद्देनज़र बसों मे सीट से आधे पैसेंजर बैठने का निर्देश दिया. वही सरकारी एवं निजी संस्थानों में 50% कर्मियों को दफ्तर आने की अनुमति दी गयी है. शादी समारोह में अब सड़कों पर बैंड के साथ बारात की अनुमति नहीं होगी और लगभग 100 शादी समारोह में शामिल हो पाएंगे.

Chhapra: कोविड-19 कोरोनावायरस को लेकर गृह सचिव अमित सुभानी ने प्रेस वार्ता कर कोरोना को लेकर नई गाइडलाइन जारी किया.उन्होंने कहा कि पिछले 1 सप्ताह में कोरोना पॉजिटिविटी रेट बड़ी है. उनमें पटना, बेगूसराय, जमुई, वैशाली, पश्चिमी चंपारण और सारण जिला शामिल है.

उन्होंने कहा कि कोविड-19 मद्देनज़र बसों मे सीट से आधे पैसेंजर बैठने का निर्देश दिया. वही सरकारी एवं निजी संस्थानों में 50% कर्मियों को दफ्तर आने की अनुमति दी गयी है. शादी समारोह में अब सड़कों पर बैंड के साथ बारात की अनुमति नहीं होगी और लगभग 100 शादी समारोह में शामिल हो पाएंगे.