Chhapra: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तथा विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को गोपालगंज जाने से रोकना लोकतंत्र पर कुठाराघात है. उक्त बातें राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो लालबाबू यादव ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही.

उन्होंने कहा कि तेजस्वी प्रतिपक्ष में अपनी भूमिका और जिम्मेदारी का निर्वाह करने के लिए गोपालगंज के हथुआ थाना अंतर्गत रूपन चक गांव में तिहरी हत्याकांड के प्रभावित परिवार के परिजनों से सहानुभूति मुलाकात के लिए जाना चाहते थे. उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को यह कहा था कि अगर शुक्रवार के सुबह तक हत्याकांड के नामजद अभियुक्त और कटेया के जदयू विधायक पप्पू पांडे की गिरफ्तारी नहीं होती है, तो वे लॉक डाउन के नियमों का पालन करते हुए अपने विधायकों के साथ गोपालगंज मार्च करेंगे. इसके लिए उन्होंने विधिवत रूप से सरकार को परमिशन हेतु पत्र भी लिखा था परंतु आज उनके पटना स्थित आवास पर सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात कर तथा आवास को बैरिकेडिंग कर सरकार ने उन्हें बलपूर्वक गोपालगंज जाने से रोक दिया.

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उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र के साथ भद्दा मजाक है सरकार को चाहिए था कि इस मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष से सौहार्दपूर्ण ढंग से बाते करती और उन्हें सरकारी नियंत्रण में प्रभावित परिवारों से मिलने की इजाजत देती, लेकिन उन्हें पटना में ही लगभग हाउस अरेस्ट की तरह रखकर, जाने से मना करके राज्य सरकार ने संवैधानिक मर्यादाओं का हनन किया है. हम इसकी घोर निंदा एवं भर्तसना करते हैं प्रतिपक्ष के नेता ने राज्य में बढ़ती अपराधिक घटनाओं, लूट, हत्या, नरसंहार, बलात्कार सहित अन्य मांगों को लेकर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है. जिसका भी हम जोरदार समर्थन करते हैं क्योंकि शिक्षकों की हड़ताल एवं उस पर की गई दमनात्मक करवाई, प्रवासी मजदूरों की समस्याओं क्वारंटाइन सेंटर में रहे मजदूरों की दयनीय स्थिति पर विधानसभा में बहस होनी चाहिए ताकि राज्य की जनता वास्तविकता से रूबरू हो सकें.

उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने तेजस्वी की मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो जिले एवं राजभर में सरकार के विरुद्ध नियमानुसार आंदोलन किया जाएगा जिसकी जिम्मेवारी मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की होगी.

Chhapra: नगर पंचायत मढ़ौरा के वार्ड नं0 14 वैश्य टोला सब्जी मंडी में एक व्यक्ति के कोरोना वाइरस से संक्रमित होने की सूचना पर आस-पास के क्षेत्र कॉटेन्मेंट जोन घोषित किया गया.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निदेश के आलोक में वैश्य टोला सब्जी मंडी के आस-पास के क्षेत्र कॉटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

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यहाँ होगा कॉटेन्मेंट जोन
नगर पंचायत मढ़ौरा के वार्ड नं0 14 वैश्य टोला सब्जी मंडी के उत्तर में गैस गोदाम, दक्षिण में मढ़ौरा रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क, पूरब में वैश्य टोला तिनमुहानी और पश्चिम में सब्जी मंडी जाने वाली सड़क तक के क्षेत्र को कॉटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है.

कॉटेन्मेंट जोन में सभी निजी, सार्वजनिक प्रतिष्ठान एवं मार्गों को अगले आदेश तक बंद रहेंगे. किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

 

जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं कार्यपालक पदाधिकारी नगर पंचायत मढ़ौरा को समस्त आवागमन मार्गां को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध करने के निर्देश दिए है. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय.

जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेश दिया गया है. इसका दायित्व डॉ० दिलीप कुमार सिंह जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है. जिलाधिकारी के द्वारा कॉटेन्मेंट जोन के भीतर सभी परिवारों को गहन निगरानी में रखने का निदेश देते हुए कहा गया है कि प्रत्येक परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय. कॉटेन्मेंट जोन के भीतर की सभी दुकान बंद रहने के कारण प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी मढ़ौरा को निदेश दिया गया है कि आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं यथा चावल, दाल, गेहूँ, हरी सब्जी इत्यादि उन पंचायतों के जन वितरण प्रणाली विक्रेता के माध्यम से पैकेट तैयार करा कर डोर टू डोर वितरित करायें. उप समाहर्त्ता भूमि सुधार, मढ़ौरा और अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, मढ़ौरा को इस कार्य का सतत् अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है.

कॉटेन्मेंट जोन की परिधि समाप्त होने से अगले सात किसी की परिधि को बफर जोन घोषित किया गया है. प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी मढ़ौरा को बफर जोन में पड़ने वाली सभी पंचायतों, गाँवो में प्रतिदिन तकलीफ वाले रोगियों की सूचना प्राप्त करेंगे. सिविल सर्जन को निदेश दिया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्यों को जिला में निर्धारित किये गये आइसोलेशन एवं क्वेरेन्टाइन सेन्टर में में रखवायेंगे एवं उनका नियमित रूप से जाँच करवायेंगे.

Chhapra: हर कोई वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है. इस बीच मौसम ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. आसमान से आग बरस रहे हैं. लोगों को घर से निकलना मुश्किल है. पारा 45 डिग्री के पास पहुंच चुका है. गर्मी में चिलचिलाती धूप बढ़ने के साथ ही बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है. जिसमें सबसे अहम है हीट स्ट्रोक यानी लू लगना. लू उन अधिक गर्म और शुष्क हवाओं को कहा जाता है. ऐसे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है तथा अति आवश्यक होने पर ही घरों से बाहर निकलें.

सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि लू लगने पर शरीर का तापमान एकदम बहुत बढ़ जाता है और शरीर में पानी और नमक की ज्यादा कमी हो जाती है. दरअसल जब शरीर का थर्मोस्टेट सिस्टम शरीर को वातारवरण के अनुकूल ठंडा रखने में नाकाम हो जाता है तो शरीर में गर्मी बढ़ जाती है. इससे शरीर की ठंडक कम हो जाती है और लू लग जाती है. साथ ही लू लगने पर शरीर में गर्मी, खुश्की और थकावट महसूस होने लगती है और ज्यादा प्यास लगती है.

पानी की पूर्ति रखें
लू लगने की अहम वजह शरीर में पानी की कमी होना है, इसलिए किसी ना किसी रूप में पानी की पूर्ति कर लें. ऐसे में आप आम का पन्ना लें, जो लू से बचाने में काफी कारगर साबित होता है. इसके अलावा नींबू पानी, सादा पानी, फल का रस, दही, मठ्ठा, जीरा छाछ, जलजीरा, लस्सी आदि के माध्यम से पानी लेते रहें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं.

धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें 
जब भी धूप में बाहर निकलें तो शरीर को ढककर रखें और धूप से बचें. इसके लिए ध्यान रखें कि जब भी आप धूप में जा रहे हैं तो सिर और आंखों को ढककर रखें. आंखों के लिए चश्मे और सिर के लिए कपड़े या टोपी का इस्तेमाल करें. साथ ही अचानक ठंडी जगह से एकदम गर्म जगह पर जाने से बचें. जैसे अगर आप लंबे समय से एसी में बैठे हैं तो एकदम से धूप में ना जाएं.

खाली पेट घर से ना निकलें 
वैसे तो किसी भी मौसम में घर से खाली पेट नहीं निकलना चाहिए, मगर गर्मी में तो ऐसा बिल्कुल ना करें. जब भी कर से निकले तो गर्मी के अनुसार हेल्दी खाना खाएं और फिर बाहर निकलें. साथ में पानी की बोतल ले जाना भी नहीं भूलें.

तरबूज-ककड़ी, खीरा का करें सेवन 
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए तरबूज, ककड़ी, खीरा खाना चाहिए. साथ ही ऐसे फ्रूट पर ज्यादा ध्यान दें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. कहा जाता है कि टमाटर की चटनी, नारियल और पेठा खाने से भी लू नहीं लगती है. वहीं जौ खाना भी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है और आप इसका अलग अलग तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए.

लू के लक्षण
•अचानक शरीर का तापमान बढ़ जाना
•सिर में तेज दर्द का होना
•लू लगने से किडनी, दिमाग और दिल की कार्य-क्षमता पर बुरा प्रभाव पड़ता है
•नाड़ी तथा सांस की गति तेज हो जाती है
•डिहाइड्रेशन के लक्षण नजर आते हैं-चक्कर आना,दस्त लगना,मिचली होना
•त्वचा पर लाल दाने हो जाना
•बार-बार पेशाब आना
•शरीर में जकड़न होना

फाइल फोटो

Chhapra: प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन सारण ने छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता से अपने ऐच्छिक कोष से स्कूलों को राशि देने की मांग की है.

एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा सिंह ने विधायक को पत्र लिखकर कहा है कि संकट के समय में स्कूलों और उनके कर्मचारियों के लिए विधायक को अपने कोष से राशि प्रदान करनी चाहिए. अगर अगर विधायक ऐसा करते हैं, अभिभावकों को फी से राहत मिलेगी.

दरअसल छपरा विधायक डॉ सीएन ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर स्कूलों से ट्यूशन फी आधा माफ करने की मांग की थी. जिसके बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने विधायक से अब कर्मचारियों के भुगतान के लिए उनके ऐच्छिक कोष से राशि की मांग की है.

विधायक द्वारा स्कूलों से फी माफ करने के जवाब में एसोसिएशन ने लिखा है कि प्राईवेट स्‍कूल और स्‍थानीय संचालक, स्‍कूल के शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी भी आपकी क्षेत्र के ही निवासी है. उनकी भी दैनिक आवश्‍यक जरूरते हैं. आपका विचार स्‍वागत योग्‍य तो है परन्‍तु एकपक्षीय है, प्राइवेट स्‍कूल संचालकों एवं ऐसी संस्‍थाओं का महिमा मण्‍डन पिछले दो माह से सोशल मिडिया में सिवाय निंदा के और कुछ नहीं दिख रहा है.

एसोसिएशन ने विधायक से अनुरोध किया है कि इस विपत्ति काल में सभी प्राइवेट स्‍कूलों के कर्मचारियों हेतु अपने एच्छिक कोष से एक समुचित राशि का प्रावधान करें ताकि अभिभावकों के राहत के साथ-साथ, हमारे कर्मचारियों की संवेदनाएँ भी तृप्त होती. यह परिस्थिति पिछले ढ़ाई महीने से है जो विश्‍व स्‍तर पर है. हम संचालक भी अपने सामर्थ्‍य शक्ति का उपयोग कर चुके हैं. तभी हम एक सूत्र में सहयोग की तरह अपने कर्मचारियों को बाँध पाये हैं. परन्‍तु अब आपके सहयोग एवं उच्‍च विचार की जरूरत हैं. ताकि आपकी समदर्शिता बरकरार रह सके.

एसोसिएशन ने लिखा है कि दिल्‍ली उच्‍च न्‍यायालय एवं सर्वोच्‍च न्‍यायालय भी इस संबंध में याचिकाओं पर अपना विचार दे चुकी हैं. हम स्‍कूल एसोसिएशन सभी अभिभावकों के परिस्थितियों से पूर्णत: अवगत है एवं यथा सम्‍भव अपने तरफ से इसका निर्वाह भी कर रहे हैं.

पत्र में लिखा गया है कि प्राइवेट स्‍कूल एसोसिएशन इससे भी परेशान है कि इस वैश्विक महामारी में हमारे क्षेत्रिय विधायक या जन प्रतिनिधि प्राईवेट स्‍कूल के सभी स्‍तर के शिक्षक एवं कर्मचारी के हित में एक सार्थक कदम बढ़ाये. साथ ही उन्होंने लिखा है कि विधायक द्वारा जिलाधिकारी के पास पत्र लिखने से पहले एक बार भी एसोसिएशन से परेशानियों पर चर्चा नहीं की गयी जो खेदजनक है.

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आपको बता दें कि विगत दिनों छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की आधी टयूशन फी को माफ़ करने की मांग की थी. जिसके बाद प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने विधायक को पत्र लिखते हुए ऐच्छिक कोष से मदद की मांग की है.

Chhapra: लॉकडाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों में फंसे बिहार के मजदूरों और छात्रों का आना जारी है. इसी क्रम में गुरुवार को गुजरात के सूरत से पहली Train छपरा जंक्शन पर पहुंची. इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1200 के आस-पास श्रमिक तथा यात्री पहुंचे है.

श्रमिक स्पेशल ट्रेन छपरा के प्लेटफार्म संख्या एक पर सुबह करीब 9:30 बजे पहुंची. पूर्व सूचना के मद्देनजर जंक्शन परिसर और प्लेटफार्म पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. यहां उतरने वाले सभी यात्रियों की जांच की गयी. यात्रियों के समान को सेनेटाइज किया गया.

जिला प्रशासन द्वारा आने वाले यात्रियों के लिए पानी एवं नाश्ते की व्यवस्था भी जंक्शन पर की गई थी. वहीं मेडिकल टीम ने सभी की स्क्रीनिंग की. सभी यात्रियों को भोजन पैकेट और पानी की बोतल देने के बाद उन्हें बसों में उनके गृह जिला के लिए भेजा गया.

जिला परिवहन पदाधिकारी जयप्रकाश नारायण ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 31 जिलों के प्रवासी है लोग आ रहे हैं. जिनके लिए 54 बसों लगाई गई है. छपरा जंक्शन पर जांच के उपरांत उनके संबंधित जिलों में क्वॉरेंटाइन सेंटर तक पहुंचाया जाएगा. वही सारण जिले के विभिन्न प्रखण्डों के प्रवासियों को उनके प्रखण्ड में बने क्वारन्टीन सेंट्ररों तक पहुंचाया जाएगा. जहां इन्हें 21 दिनों तक रखा जाएगा, जिसके उपरांत स्वास्थ्य जांच के बाद घर जाने की इजाजत दी जाएगी.

लंबे समय के बाद घर वापस आये प्रवासियों के चेहरे पर घर पहुंचने की खुशी साफ देखी जा सकती थी.

 

 

Chhapra: सदर प्रखंड स्थित लोकनायक जय प्रकाश नारायण प्रौद्योगिकी संस्थान (इंजीनियरिंग कॉलेज) में चलाये जा रहे राहत केन्द्र में रह रहे दो व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की सूचना पर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के निदेश पर इसके आस-पास के क्षेत्रां की सीमा सील कर दी गयी है और इसे कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है. इंजीनियरिंग कॉलेज के पूरब में पकवा इनार ढाला, पश्चिम में छपरा मुफ्स्सिल थाना मोड़, उत्तर में माला ग्राम तथा दक्षिण में रेलवे लाइन के समीप स्थित संस्थान का भाग कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है. कंटेन्मेंट जोन में सभी निजी/सार्वजनिक प्रतिष्टान एवं मार्गों को अगले आदेश तक बंद करने का निदेष जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है. किसी भी व्यक्ति को इस क्षेत्र से न तो बाहर जाने की इजाजत दी जाएगी और न ही किसी व्यक्ति को बाहर से अंदर आने की इजाजत दी जाएगी.

जिलाधिकारी के द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी, सदर छपरा को निदेशित किया गया है कि समस्त आवागमन मार्गां को संबंधित मुखिया एवं वार्ड सदस्य के सहयोग से पूर्णतः लॉक करते हुए आवागमन अवरुद्ध कर देगें. यदि किसी व्यक्ति द्वारा कंटेन्मेंट जोन से बाहर पलायन किया जाता है अथवा बाहर से अंदर प्रवेश किया जाता है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाय.

जिलाधिकारी के द्वारा इस पूरे क्षेत्र को सेनेटाइज करने का निदेश दिया गया है. इसका दायित्व डॉ दिलीप कुमार सिंह जिला वैक्टर बॉर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी मो0 7717781085 को दिया गया है. जिलाधिकारी के द्वारा कंटेन्मेंट जोन के भीतर सभी परिवारों को गहन निगरानी में रखने का निदेश देते हुए कहा गया है कि प्रत्येक परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य परीक्षण कर विहित प्रपत्र में प्रतिवेदन उपलब्ध करायी जाय. कंटेन्मेंट जोन के भीतर की सभी दुकान बंद रहने के कारण प्रखण्ड आपूर्ति पदाधिकारी सदर छपरा को निदेश दिया गया है कि आवष्यक उपभोक्ता वस्तुओं यथा चावल, दाल, गेहूँ, हरी सब्जी इत्यादि उन पंचायतों के जन वितरण प्रणाली विक्रेता के माध्यम से पैकेट तैयार करा कर डोर टू डोर वितरित करायें. उप समाहर्त्ता भूमि सुधार, सदर छपरा और अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, सदर छपरा इस कार्य का सतत् अनुश्रवण करने का निदेश दिया गया है.

प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं आंचलाधिकारी सदर छपरा को निदेश दिया गया है कि बफर जोन में पड़ने वाली सभी पंचायतों/गाँवो में प्रतिदिन तकलीफ वाले रोगियों की सूचना प्राप्त करेंगे. सिविल सर्जन को निदेष दिया गया है कि संक्रमित व्यक्ति के परिवार के सभी सदस्यों को जिला में निर्धारित किये गये आइसोलेशन एवं क्वेरेन्टाइन सेन्टर में में रखवायेंगे एवं उनका नियमित रूप से जाँच करवायेंगे. समस्त कार्यों को सुनिश्चित कराने हेतु श्री भरत भूषण प्रसाद, अपर समाहर्त्ता विभागीय जाँच एंव अपर अनुमण्डल पदाधिकारी, छपरा सदर-सह-वरीय प्रभारी पदाधिकारी, छपरा सदर को प्रधिकृत किया गया है.

Chhapra: Covid19 महामारी के दौर में जारी लॉकडाउन में डिजिटल तकनीक के माध्यम से सांसद राजीव प्रताप रूडी सारण की जनता के हितों का ख्याल रख रहे है.

सांसद रुडी के विडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा बैठक में आज आपदा सह ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत भी मौजूद थे. बैठक में प्रधान सचिव के अलावे विधायक सीएन गुप्ता, पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल, मंटू सिंह, ज्ञानचंद मांझी, सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता विवेकानन्द, सोनपुर और मढ़ौरा के अनुमंडलाधिकारी समेत जिला के अन्य अधिकारी व जिला भाजपा के अनिल सिंह, जिला प्रवक्ता धर्मेन्द्र चौहान, इंजीनियर सत्येन्द्र कुमार, राकेश सिंह, निरंजन शर्मा सहित 70 कार्यकर्ता उपस्थित थे.

आपदा और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत
प्रत्यय अमृत ने कहा कि हृदय में बसे छपरा से उनका पुराना नाता है, इसी कारण जिले से जुड़ा जब कोई भी मामला उनके संज्ञान में आता है तब पुरानी यादें ताजा हो जाती है. उन्होंने कोविड महामारी में सांसद कंट्रोल रूम द्वारा नागरिकों की हर समय, हर तरह की सहायता को बेहतरीन बताते हुए सराहना की. श्री प्रत्यय ने सारण समेत बिहार राज्य में काम करने वाले चिकित्सकीय व्यवस्था से जुड़े सभी कोरोना वीरों के अथक प्रयास को सलाम करते हुए बधाई दी और कहा कि आज इन सभी के सम्मिलित प्रयास और बल पर ही कोरोना की लड़ाई में यहां तक पहुंचे है. प्रधान सचिव ने बताया कि सारण में मास्क, सेनेटाईजर से लेकर पीपीई किट तक की कोई कमी नहीं है. हर दिन शाम को जिलाधिकारी से वीसी के माध्यम से उनकी बैठक होती है. जिलाधिकारी सेन बेहतरीन काम कर रहे है. उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि यदि सारण में किसी प्रकार की कोई समस्या आये तो वे सीधा मुझसे संपर्क कर सकते है.

सांसद रुडी की कुशल कार्यनीति के संदर्भ में बात करते हुए प्रत्यय अमृत ने कहा कि सड़क विभाग हो या बिजली विभाग और आपदा मे, हर जगह हम सभी को हमेशा सांसद रुडी का मार्गदर्शन मिलता रहा है. किसी कार्य को करने के लिए उसकी कार्ययोजना और तदुपरांत गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए उसकी निगरानी करने का गुर हम सब ने सांसद रुडी से सीखा है. उन्होंने छपरा में किसी भी आवश्यक वस्तु की कमी न होने देने का आश्वासन देते हुए कहा कि यदि राशन वितरण में भी कहीं कोई अनियमितता मिलती है या किसी नागरिक को राशन प्राप्त नहीं हो रहा है तो उसकी सूची उपलब्ध कराने पर उसपर समुचित कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण बिजली की सुदृढ़ व्यवस्था कायम रखने के लिए इस विकट परिस्थिति में भी हमारी टीम काम कर रही है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में राशन वितरण का काम लगभग 90 फिसदी हो चुका है और अब इस संदर्भ में कोई शिकायत भी नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि अगले माह की तैयारी भी पूरी हो चुकी है और खाद्यान्न उपलब्ध हो चुका है जिसका वितरण 1 मई के बाद होगा. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की योजनानुसार सभी पात्र कार्डधारकों के खाते में 1000 की राशि भेजने की प्रक्रिया चल रही है. जिले में कुल 5 लाख राशन कार्डधारक है जिसमें से डेढ़ लाख राशन कार्ड ऐसे है जिनमें कोई न कोई गलती पाई गई है. उन सभी के लिए पंचायत स्तर पर जन वितरण प्रणाली के डीलर के साथ मिलकर उनका आधार कार्ड अपडेट करते हुए बैंक खाते से लिंक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सारण के एक लाख 20 हजार लोग जो राज्य के बाहर फंसे हुए है और जिनका बैंक का खाता और आधार कार्ड बिहार का है उनके खाते में राज्य सरकार के निर्णय अनुसार एक हजार रूपया भेज दिया गया है.

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Chhapra: बदलाव के लिए सकारात्मक सोच जरुरी होती है. बदलाव के लिए ऐसी ही एक सकारात्मक पहल देखने को मिली है छपरा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 33 में, जहाँ वर्षो से कूड़ादान बने मौना-साढ़ा रोड पर वार्ड पार्षद के नेतृत्व में साफ सफाई कराकर पौधारोपण कराया गया है.

मौना-साढ़ा रोड स्थित कॉर्पोरशन बैंक के समीप करीब खनुआ नाले के बगल में वर्षों से कूड़ा दान बन गया था. गंदगी होने से वहां वाहनों की अवैध पार्किंग भी बन गयी थी. प्रशासन को दर्जनों बार पत्राचार के बावजूद भी इस जगह की हालत नही सुधरी. प्रतिदिन यहां दर्जनों मालवाहक वाहनों का अवैध अड्डा बन गया था. खनुआ नाला खुला होने के कारण यहां गंदगी ही गंदगी रहती थी.

वार्ड 33 के तहत आने वाले इस स्थान की साफ सफाई को लेकर वार्ड पार्षद कृष्णा शर्मा ने पहल की है. स्थानीय लोग इस स्थान से गंदगी और अवैध पार्किंग से निजात चाहते थे जिसको लेकर उन्होंने वार्ड पार्षद का सहयोग किया.

कूड़ेदान की साफ सफाई कराई गई. मिट्टी भरा गया, अब उन स्थानों पर पीपल, बरगद के 4 पौधें लगाए गए है. शुक्रवार को स्थानीय लोगों का भी सहयोग मिला. शारीरिक श्रमदान कर स्थानीय लोगों ने पौधारोपण किया.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि इस स्थान से गुजरना ही एक बड़ा टास्क था. गंदगी के कारण बदबू निकलती थी. गंदगी के कारण कई वर्षों से यहां अवैध वाहन पार्किंग बन गया था. जिसके बाद पूरे दिन यहां वाहन चालकों के मजमा लगा रहता था. लॉक डाउन में वाहन का चलना बंद है. लोगों के सहयोग से यह एक बड़ा काम हुआ है.

Chhapra: शहर के साढ़ा ढाला बस स्टैंड खेमाजी टोला के दलित बस्ती में आग लग गयी. बुधवार की देर रात दस झोपड़ीनुमा घरों में अचानक आग लग गई. जिसमें लाखों के सामान जलकर नष्ट हो गए. इस अगलगी की घटना से दलितों पर मुसीबत के पहाड़ खड़ा हो गया है.

सूत्रों के मुताबिक अगलगी की घटना शॉर्ट-सर्किट से बतायी जा रही है. इस लॉकडाउन की स्थिति में दलितों को बेघर होना पड़ा.

गुरुवार को समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर बेघर हुए लोगों को राशन की व्यवस्था कर उनके बीच वितरण किया. इसमें लक्ष्मण चौधरी, दीपक नट, छठी नट, मुन्ना चौधरी, सुदिष्ट सहनी, सुनेहरी देवी, कोरेया सहनी व अन्य दो की घर की पूरी तरह क्षति हुई है.

मौके पर समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने जिला प्रशासन से अविलंब उनलोगों को सुरक्षित जगह रहने की व्यवस्था करने और साथ ही खाने-पीने के लिए भी समुचित इंतजाम करने की बात कही.

उन्होंने इस विकट स्थिति में सांत्वना देते हुए कहा कि घबराने की बात नहीं है. गरीबों व असहायों के प्रति हमेशा खड़ा रहेंगे. किसी भी परिस्थिति में पीड़ितों को खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर नहीं किया जाएगा. जिला प्रशासन से हर सम्भव मदद के लिए कहा जाएगा.

Chhapra: शहर के साढ़ा बस स्टैंड के पास झुग्गियों में बुधवार देर रात आग लग गयी. आग लगने की घटना से आसपास के लोगों में दहशत फैल गयी और सभी आग बुझाने में जुट गए. रात्रि के समय आग लगने के कारण लपटे काफी दूर से भी आसमान में देखी जा रही थी.

स्थानीय लोगों ने अग्निशमन विभाग को सूचना दी जिसके बाद मौके पर पहुंचे अग्निशमन कर्मियों ने आग पर काबू पाया. हालांकि तेज हवा के कारण उन्हें भी काफी मसक्कत करना पड़ा. इस अगलगी में हुए नुकसान का फिलहाल आंकलन किया जा रहा है. किसी के हताहत होने की सूचना फिलहाल नही है.

Chhapra: जिले में Lockdown के दौरान सोमवार (20 अप्रैल) से केवल ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी निर्माण कार्य प्रारंभ करने की सशर्त अनुमति दी गयी है. जबकि आमलोग 3 मई 2020 तक लॉकडाउन में ही रहेंगे.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि केवल ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, सिंचाई परियोजनाओं, भवन तथा सभी प्रकार की औद्योगिक परियोजनाओं का निर्माण कार्य की अनुमति प्रदान की गयी है. परन्तु यह अनुमति नगर निकायों की सीमा से बाहर के लिए दी गयी है.
जिलाधिकारी के द्वारा दिनांक 20 अप्रैल 2020 के प्रभाव से ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों को जारी रखने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित निर्माण सामग्रियों के विक्रेताओें के प्रतिष्ठान को खोलने का आदेश दिया गया है. परन्तु इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से अनुपालन कराना होगा.

पास लेना है अनिवार्य
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी कार्य विभागों के कार्यालय प्रधान को पास निर्गत करने हेतु प्राधिकृत किया गया है. कृषि एवं संबद्ध कार्य हेतु जिला कृषि पदाधिकारी, मत्स्य से संबंधित पास हेतु जिला मत्स्य पदाधिकारी, पशुपालन कार्य हेतु जिला पशुपालन पदाधिकारी, मनेरगा (अभियंता) कार्य हेतु उप विकास आयुक्त, मनरेगा (श्रमिक) से संबंधित कार्य हेतु संबंधित प्रोग्राम पदाधिकारी, मनरेगा, मनरेगा (सामग्री) कार्यपालक अभियंता मनरेगा, पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित योजनाओं यथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, मुख्यमंत्री गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना के क्रियान्वयन हेतु संबंधित मजदूर, कर्मी को पहचान पत्र निर्गत करने हेतु संबंधित पंचायत के पंचायत सचिव को प्राधिकृत किया गया है.

 

सभी प्रकार के औद्योगिक प्रोजेक्ट, ग्रामीण क्षेत्र के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम स्तर के उद्यम से संबंधित कार्य के लिए महाप्रबंधक, जिला उधोग केन्द्र, सड़क, भवन, सिचाई, लघु सिंचाई आदि विभागों के संवेदक, कार्यकारी एजेंसी के लिए संबंधित विभाग के कार्यपालक अभियंता, सड़क, भवन, सिचाई, लघु सिंचाई आदि विभागों के कार्य में श्रमिक एवं सामग्री हेतु संबंधित विभागीय अभियंता, कोल्ड स्टोरेज एवं वेयर हाउस से संबंधित कार्य हेतु अनुमंडल पदाधिकारी, ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित ईट भट्ठा के लिए श्रमिक पास खान निरीक्षक-सह-सक्षम पदाधिकारी, सारण पास निर्गत करेंगे. पंचायतों में कराये जा रहे अपने विभाग से ंसंबंधित जलापूर्ति कार्य एवं चापाकल अधिष्ठापन कार्य हेतु संबंधित संवेदकों से समन्वय स्थापित कर संबंधित कर्मियों, मजदूरों हेतु पहचान पत्र निर्गत करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए सुदढ़तापूर्वक कार्य का संचालन कराने का निदेश कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को दिया गया है.

 

किसी भी समस्या को लेकर पंचायतों में जलापूर्ति के कार्य एवं चापाकल अधिष्ठापन का कार्य की प्रगति धीमी नही पड़े इसे पूर्णरुप से सुनिश्चित कराने की जिम्मेवारी कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, सारण की होगी. कार्य स्थल पर हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग एवं सेनिटाईजेसन कार्य का अनुपालन करवाना सुनिश्चित करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर सरकार और जिला प्रशासन सख्त है. आम जनता की सुरक्षा के मद्देनजर वह सभी प्रयास सरकार और प्रशासन द्वारा किये जा रहे है जिससे कोरोना वायरस का प्रसार ना हो सकें.

जिला प्रशासन द्वारा लगातार lockdown के नियमों का पालन करने, सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने और बेवजह घरों से बाहर सड़कों पर घूमने, बैठने, रहने की मनाही की जा रही है. इसके बावजूद भी लोगों के दिलों दिमाग मे इसका भय नही दिख रहा.

पुलिस की सख़्ती के बाद सड़कों पर भले ही भीड़ नही दिख रही हो लेकिन गलियां रौनक है. शहर के अमूमन हर गली में गप्पेबाजी मंडली जुटी हुई है. बेवजह महिलाएं और युवा भीड़ लगाकर पूरे दिन गलियों में गप्पेबाजी कर रहे है. शहर के कुछ इलाकों को छोड़ दे तो लगभग सभी गलियों का हाल एक जैसा है. शहर की गलियों में पुलिस के पेट्रोलिंग नही हो पा रही है जिसका लोग फ़ायदा उठा रहे है. पहले से अब गालियों में चहलकदमी भी बढ़ चली है. मुख्य मार्गो पर पुलिस की सख्ती को देख लोग गलियों से जाना बेहतर समझ रहे है.

देश और दुनिया मे कोरोना को लेकर हालात बिगड़ रहे है. प्रतिदिन आंकड़ों में इजाफा हो रहा है ऐसे में कुछ लोग यह समझने को तैयार नही है कि कोई भी, इसके चपेट में कही भी, कभी भी आ सकता है.

Lockdown कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने का एक प्रयास है. लेकिन गलियों में गप्पेबाजी वाली मंडली इस उद्देश्य की पूर्ति में बाधक बन रही है. जिला और पुलिस प्रशासन को अब गलियों में भी lockdown के नियमो के प्रचार प्रसार पर बल देने के साथ सख्ती बरतनी होगी. जिससे कि जिले में कोरोना का प्रसार ना हो सकें.