Chhapra: कोरोना वायरस के संकट को देखते हुए छपरा के प्रसिद्ध कोचिंग संस्थान शारदा क्लासेज ने छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से ही पढ़ाने का निर्णय लिया है.

इस संदर्भ में संस्था के निदेशक सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि लॉक डाउन के हटने के बाद भी अगले कुछ महीनों तक विद्यालयों एवं कोचिंग के खुलने पर संशय बना रहेगा. ऐसे में छात्रों की पढ़ाई के लिए अभिभावकों के मन में चिंता का भाव है. बहुत सारे अभिभावक ऑनलाइन क्लासेज चालू करने का अनुरोध कर रहे थे. इन सब बातों को ध्यान रखते हुए छात्रों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर पढ़ाने की व्यवस्था की गई है.

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9 वीं और 11 वीं के लिए 20 अप्रैल से शुरू होगा बैच

शारदा क्लासेज द्वारा इस 9 वीं कक्षा और 11वीं कक्षा की पढ़ाई के बैच चालू किया जा रहा है. यह दोनों बैच 20 अप्रैल से चालू होंगे. अधिक जानकारी के लिए छात्र संस्था से फोन पर संपर्क कर सकते हैं. जो 7091903847 है.

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12 वीं कक्षा का बैच हो चुका है शुरू, ऐसे होती है ऑनलाइन पढ़ाई

बता दें कि शारदा क्लासेज में 12वीं के छात्रों की बैच पहले से ही चालू है. शिक्षक ऑनलाइन प्लेटफार्म पर दैनिक रूप से वीडियो लेक्चर के माध्यम से छात्रों को पढ़ा रहे हैं तथा होमवर्क भी दे रहे हैं. छात्र इन वीडियोज को देखते हैं तथा होमवर्क को बनाने की कोशिश करते हैं. इस क्रम में होने वाली दिक्कतों को छात्र ऑनलाइन ही शिक्षकों से पूछते हैं तथा शिक्षक वीडियो के माध्यम से इन दिक्कतों का समाधान कर देते हैं.

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ऑनलाइन क्विज व एग्जाम के लिए भी विशेष तैयारी

इसके अलावा ऑनलाइन क्विज और एग्जाम भी लिए तैयारी कराये जा रहे हैं ताकि छात्र अपनी पढ़ाई में पूरी गंभीरता से लगे रहे और इस खाली समय का संपूर्ण रूप से अच्छा इस्तेमाल कर पाए. इस प्लेटफार्म को ज्वाइन करना बहुत ही आसान है. छात्र मोबाइल या लैपटॉप के द्वारा इस प्लेटफार्म से जुड़ सकते हैं. क्वॉरेंटाइन खत्म हो जाने के बाद छात्र वापस पहले की तरह संस्था में आकर पढ़ेंगे.
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Chhapra: देशभर में #Coronavirus के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. बिहार में भी #Coronavirus से 64 लोगों को अब तक संक्रमित हो चुके हैं. इसी बीच छपरा से एक अच्छी खबर आई है.

सारण में एकमात्र कोरोना पॉजिटिव मरीज को छपरा सदर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है.

बता दें कि युवक का चौथा कोरोना टेस्ट भी निगेटिव आया है. इससे पहले भी संक्रमित मरीज का तीसरा व दूसरा कोरोना टेस्ट भी नेगेटिव आया था. चौथा टेस्ट नेगेटिव आने के बाद रविवार को व्यक्ति को सदर अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया और युवक घर चला गया. चिकित्सकों ने उसे 15 दिनों के लिए होम क्वारनटाइन रहने की सलाह दी है.

UK की थी ट्रेवल हिस्ट्री
आपको बता दें कि UK से सारण के इसुआपुर लौटा युवक पॉजिटिव पाया गया था. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था. हालांकि युवक का स्वास्थ्य बिल्कुल स्थिर था. वही उसके परिवार वालों का भी #Coronavirus टेस्ट नेगेटिव आया था. इसे भी पढ़ें: Corona Virus: सारण में संक्रमित मरीज मिलने पर जिला प्रशासन अलर्ट, गांव को संक्रमण मुक्त करने के आदेश

सारण में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने के बाद अभी तक एक भी नया पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. जो लोगों के लिए राहत देने वाली खबर है. सारण से शनिवार तक 217 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे. जिसमें 202 मरीजों के नेगेटिव रिपोर्ट आई है. अन्य रिपोर्ट आनी अभी बाकी है.

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Chhapra: देश भर में लॉकडाउन जारी है.  इस बीच एक दारोगा अपने चौकीदार के साथ जाम छलकाते पकड़े गए. दोनों लॉकडाउन में बंद दुकान के भीतर शराब पी रहे थे जिन्हें पुलिसकर्मियों ने ही गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार पुलिसकर्मियों में एसआई जलेश्वर सिंह और नगरा ओपी के चौकीदार संतोष मांझी शामिल हैं.

सारण पुलिस कप्तान हर किशोर राय ने बताया कि गिरफ्तार पुलिसकर्मी पवन टेंट हाउस में शराब पी रहे थे तभी पुलिस ने छापेमारी कर दोनों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया. दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित करने के बाद इन्हें जेल भी भेजा जाएगा.

सारण में पुलिस कप्तान ने पहले भी ऐसे कई लोगों को शराब पीते पकड़ा है जो पुलिस विभाग में कार्यरत थे और इनको जेल भी भेजा गया है लेकिन इसके बावजूद पुलिस कर्मियों द्वारा शराब पीने का मामला सामने आ रहा है.

Chhapra: कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जिले में लॉकडाऊन जारी है. शहर के नगरपालिका चौक, थाना चौक, दरोगा राय चौक, गांधी चौक पर पुलिस की मौजूदगी है. इस सभी चौक चौराहों पर लॉक डाउन पूरी तरह सफल दिख रहा है. इन रास्तों से होकर गुजरने वालो की चेकिंग भी पुलिस लगातार कर रही है.

लेकिन शहर के इन हिस्सों को छोड़कर अन्य चौक चौराहों पर लोग या तो मटरगस्ती कर रहे है या फिर दो चार लोग एकत्रित होकर सड़क पर ही तीन पत्ती का आनंद ले रहे है. जिससे वहां भीड़ एकत्रित हो जा रही है.

कुछ इलाकों में पुलिस की सुस्ती भी दिखाई दे रही है. नगरपालिका चौक पर पुलिस सक्रिय है लेकिन इसी चौक से योगिनियां कोठी से साढ़ा ढाला जाने वाली सड़क पर कई जगहों पर बिना वजह लोग भीड़ जमाकर खड़े रह रहे है. बड़ों की उपस्थिति में बच्चे सड़को पर ही क्रिकेट खेल रहे होते है.

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शहर का मुख्य इलाका साहेबगंज, मौना चौक, साढा ढाला से पुलिस की सुस्ती दिख रही है. यही वजह है कि इन जगहों पर लोग ज्यादा चुस्त दिख रहे है.

मौना चौक एवं साढ़ा ढाला में इन दिनों सब्जियों की दुकान लगाने पर पाबंदी है. लेकिन चौक पर पुलिस की प्रतिनियुक्ति नही होने के कारण सब्जियों की दुकानें लगनी शुरू हो गयी है. इन दुकानों के साथ साथ अन्य दुकानें भी खुलने लगी है. मौना चौक से खनुआ नाला पर बनी सड़क में लोग जगह जगह एकत्रित हो रहे है. जो न सिर्फ लॉक डाउन को पूरी तरह फ्लॉप बना रहा है बल्कि प्रशासन के लिए एक समस्या भी खड़ा कर रहा है. इन जगहों पर लॉक डाउन का पालन हो रहा है ना सोशल डिस्टेंसिंग का लोग घरों से किसी न किसी बहाने निकल कर सड़कों और घूम रहे है.

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जिला प्रशासन ने सब्जियों सहित अन्य जन उपयोगी सामानों को लेकर पहल करते हुए डोर टू डोर डिलेवरी की व्यवस्था कराई गई है. वही सब्जी विक्रेता भी अब गलियों में घर तक पहुंचकर सब्जी पहुंचा रहे है. ऐसे में घरों से निकलना, घरों के दरवाजों पर बैठकर भीड़ एकत्रित करना, बिना वजह सड़कों और घूमना प्रशासन और खुद के लिए परेशानी खड़ी करना है.

कोरोना वायरस संक्रमण तीसरे स्टेज में चलने वाला है. ऐसे में यह उन सभी लोगों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है जो सड़को पर बेवजह घूम रहे है, बल्कि उनके लिए भी मुसीबत है जो विगत 17 दिन से अपने घरों से बाहर नही निकले है. देश मे कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है ऐसे में सभी को सतर्क होकर लॉक डाउन में घर मे रहना जरूरी हो गया है.

Chhapra: कोरोना संकट में दूसरे राज्यों में फंसे हुए लोगों को मदद दिलाने में राज्य में सारण जिला प्रथम स्थान पर चल रहा है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि अभी तक सारण जिला के कुल 27102 अप्रवासियों के द्वारा आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किये गये लिंक पर आधार सहित फोटो अपलोड कर सहायता की माँग की गयी है जिसमें जिला प्रशासन के द्वारा 17847 आवेदनों की अनुशंसा कर राज्य सरकार को भेजी गयी है.

राज्य सरकार के द्वारा इन सभी के खातों में एक हजार रूपया डाला जा रहा है. दिनांक 6.4.2020 को 8703 आवेदन अनुशंसित कर राज्य सरकार को भेजे गये थे. राज्य सरकार के द्वारा एक क्लीक पर सभी के खातों में 1000 रूपये की राशि डाल दी गयी. इसे भी पढ़ें: Corona: छपरा जंक्शन पर 7 आइसोलेशन कोच बनकर तैयार, हर तरह की मेडिकल सुविधा उलब्ध

जिलाधिकारी के द्वारा इस कार्य को तीव्र गति से संपादित कराने के लिए एक सेल का गठन किया गया है और प्राप्त आवेदनों का शीघ्रताषीघ्र निष्पादन कर अनुशंसा राज्य सरकार को भेजने का निदेश दिया गया है.

कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर जिलाधिकारी के द्वारा सारण जिला की उत्तर प्रदेश से लगने वाली सीमा को सील करने का निदेश दिया गया है ताकि दूसरे प्रांत से कोई भी व्यक्ति सारण में प्रवेश नही कर सके. अगर कोई व्यक्ति प्रवेश कर जाता है तो उसे सीमा पर ही स्थापित क्वेरान्टाइन सेन्टर में रखा जाय. इसके लिए सभी थानाध्यक्ष, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को निदेष दिया गया है. इसे भी पढ़ें: विदेश या दूसरे राज्यों से आये लोगों के दरवाजे पर चस्पाया जा रहा होम क्वारेंटाइन का पोस्टर

Chhapra: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक छपरा में कोरोना के इस महामारी की मार झेल रहे जरुरतमंदों तक सहायता पहुंचा रहें है. स्वयंसेवक इन दिनों जरुरतमंदों तक अनाज पहुंचा रहे है.

जिला कार्यवाह सरोज जी ने बताया कि लॉक डाउन में शहर के राजेंद्र महाविद्यालय पानी टंकी के पास सेवा बस्ती और शिव बाजार में जरुरतमंद परिवारों के बीच सूखा राशन वितरित किया जा रहा है. 

उन्होंने बताया कि प्रति परिवार 5 किलो चावल का वितरण किया गया है. संघ द्वारा आगे भी इस कार्य को जारी रखा जायेगा ताकि जरूरतमंद को भोजन मिल सके और इस आपदा में वे अपने को अकेला ना समझे. 

इस कार्य में राहुल कुमार, नितेश कुमार, जितेंद्र कुमार, मिलन कुमार एवं मोहित कुमार आदि स्वयंसेवक सहयोग कर रहे है.

Chhapra: कोरोना वायरस को लेकर सभी पिछले 12 दिनों से लॉक डाऊन का पालन करते हुए अपने घरों में है. प्रशासन द्वारा जारी निर्देशो के अनुरूप अपने अपने घरों की साफ सफाई में ध्यान दे रहे है. लेकिन घर के बाहर की स्थिति को लेकर उन्हें अब अपने स्वास्थ्य की चिंता सता रही है.

खासकर अब जब जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का जानकारी लोगों को मिली है, तब यह चिंता और बढ़ गयी है. कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मरीज जिले में मिलने के बाद जिले के छोटे छोटे प्रखंडों को सैनेटाइज करने का काम स्थानीय सरकारी कार्यालयों द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है लेकिन छपरा नगर निगम सिर्फ फॉगिग से ही कोरोना वायरस भगाने के प्रयास में है.

रिविलगंज नगर पंचायत, मढ़ौरा नगर पंचायत और इसुआपुर, बनियापुर के पंचायतों में भी सैनेटाइज करने का काम शुरू हो चुका है. लेकिन छपरा नगर निगम इस बात पर चिर निद्रा में सोई है.

शहर के लोगों का कहना है कि नगर निगम बनने के बाद सफाई के नाम पर एक वर्ष में करोड़ों रुपये खर्च किये जाते है. लेकिन वर्तमान परिस्थिति में इस वैश्विक महामारी के रोकथाम को लेकर कोई योजना फिलहाल नही दिखती है.

नगर निगम द्वारा जिलाधिकारी के निर्देश पर फॉगिग कराई लेकिन वह सिर्फ दिखाने के लिए कुछ मिनटों में पूरे वार्ड में फॉगिग का कार्य समाप्त हो जा रहा है. घरों में फोगिंग नहीं हो रही है. गाड़ी आती है और तेजी से निकल जाती है.  लोगों का कहना है कि उसमें भी केमिकल की बजाय किरोसिन तेल की स्मैल ज्यादा आती है. एक बार के बाद फॉगिग का कार्य भी नही हुआ. खासकर गलियों की स्थिति और बद्दतर है जहां ना सफाई होती है ना ही फॉगिग.

शहर को सैनेटाइज करने के सवाल पर नगर निगम के कर्मियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा शहर की सफाई कराई जा रही है. सभी वार्डो में मच्छरों से बचाव को लेकर एन्टी लार्वा का छिड़काव कराया गया है. साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव कराया गया है. हालांकि ये कार्य कहा हो रहे है यह नगर निगम के पदाधिकारी ही बता पाएंगे क्योंकि आम लोग तो अभी भी अपने शहर के सैनेटाइज करनी की मांग करते नजर आ रहे है.  

बहरहाल कोरोना महामारी ने सारण में दस्तक दी है. अभी स्थिति सामान्य है. जिला प्रशासन की मुस्तैदी निश्चित तौर ओर इस महामारी पर विराम चिन्ह लगाएगी. लेकिन नगर निगम की स्थिलता आम जनता को अपनी सुरक्षा के प्रति चिंता करने पर विवश कर रही है.

Chhapra: शैक्षणिक संस्थान विवेकानंद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ0 राहुल राज ने लॉक-डाउन की इस विषम परिस्थिति में विद्यार्थियों को घर में पढ़ाई जारी रखने का संदेश दिया है. इस सन्देश के माध्यम से उन्होंने कहा कि यह समय हिम्मत हारने का नही, बल्कि धैर्य और सतर्कता के साथ अपने बुद्धिबल का प्रयोग करने का है.  इस बात से हम सभी भली-भांति अवगत हैं कि नए सत्र हेतु हमारे पास सम्पूर्ण शिक्षण सामग्री उपलब्ध नही है तथा ऐसी स्थिति में हम किसी निजी शैक्षणिक संस्थान में या किसी योग्य शिक्षक के पास पहुँचने में भी असमर्थ हैं.

उन्होंने कहा कि जिले के सभी बच्चों चाहे वे सरकारी, निजी या तकनीकी किसी भी विद्यालय में अध्ययनरत हों, वे इस समय अपनी शिक्षण प्रक्रिया के बीच लंबा अंतराल बिल्कुल न आने दें, क्योंकि ऐसा करने से बच्चों की बुद्धिलब्धि में कमी आने की आशंकाएँ बढ़ जाती हैं तथा इससे उनकी अध्ययन रुचि में भी कमी आने लगती है.

डॉ0 राहुल राज का कहना है कि बच्चे किसी भी माध्यम से अपनी पढ़ाई चाहे जिस भी क्षेत्र में कर रहें हो, निरंतर जारी रखें. आज का युग तकनीकी युग है. अधिकांशतः घरों में लैपटॉप, इंटरनेट, एंड्रॉयड मोबाइल फ़ोन उपलब्ध है. यही वो समय है जब हम इसका उचित सदुपयोग कर सकते हैं. उनका सभी विद्यायर्थियों से आग्रह है कि वे ऑनलाइन स्टडी के माध्यम से अध्ययनरत रहें. इसके जरिये वे किसी भी चयनित वेबसाइट, यूट्यूब इत्यादि या गूगल के माध्यम से अपनी कक्षानुसार, विषयवार, महत्वपूर्ण बिंदुओं को सर्च करके आसानी से घर बैठे ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं.

इस कार्य हेतु उनके माता-पिता उन्हें उत्साहवर्धित करने में एवं सुविधा प्रदान करने हेतु अपना पूर्ण योगदान दें. वे बच्चों पर इस असामयिक अवकाश अवधि में भी अनुशासन, शिक्षा एवं आत्मबल की गति निरंतर बनाये रखें. आप अपने घरेलू कार्यों के साथ-साथ समय-समय पर उनकी गतिविधियों पर पैनी नज़र बनाए रखें.

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सुरक्षा की दृष्टि से बच्चों को कदापि घर से बाहर निकलने की अनुमति न दें. अत्यधिक आवश्यकता पड़ने पर आप स्वयं सामाजिक दूरियाँ बनाते हुए तथा मास्क लगा कर ही बाहर निकलें. उन्हें समय-समय पर हाथों को सैनिटाइज करते रहने एवं अपने आस-पास स्वच्छता बनाये रखने हेतु उत्साहित करें.

“कोरोना” नामक इस खतरनाक वायरस से लड़ने में आप सभी की अहम भूमिका है. किंतु इस संकट की घड़ी में बचाव के साथ-साथ बच्चों की अध्ययन प्रकिया भी अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि आज शिक्षा का ही प्रभाव है जो हमें इस महामारी भरी जंग की जीत में कामयाबी की ओर अग्रसर कर रहा है. अंततः उन्होंने सभी अभिभावकों से नम्रता पूर्ण भाव से यह अपील किया कि आप सभी अपने बच्चों की शिक्षण प्रक्रिया ऑनलाइन के माध्यम से या किसी भी तरीके से जिसमे आप सक्षम हो, निरंतर जारी रखें. अंतराल बिल्कुल न आने दें. क्योंकि ये बच्चें ही हमारे देश के भविष्य हैं, जिसकी नींव हमे मजबूत करनी है.

Chhapra: सारण जिले में कोरोना वायरस संक्रमण से ग्रसित पहला मरीज मिला है. जिसकी पुष्टि जिला प्रशासन ने की है.  जिला प्रशासन ने त्वरित करवाई करते हुए इसुआपुर प्रखंड के संक्रमित गाँव के 3 किलोमीटर की परिधि में क्षेत्र को सील कर दिया है. साथ ही आने और जाने वालों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दी गयी है.

जिला प्रशासन द्वारा जारी सूचना के अनुसार त्वरित रूप से कार्रवाई करते हुए दो पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है जो इस मामले पर पूरी नजर बनाए रखेंगे. यह भी बताया गया है कि पूरे क्षेत्र को सैनेटाइज किया जाए साथ ही साथ इसकी पूरी निगरानी की जाए.

क्वॉरेंटाइन वार्ड में व्यवस्था को किया गया दुरुस्त
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने तथा बचाव के लिए सदर अस्पताल परिसर में जीएनएम स्कूल को क्वॉरेंटाइन वार्ड बनाया गया है. जिसमें कोरोना वायरस के संक्रमित पॉजिटिव मरीज के परिजनों तथा रिश्तेदारों को लाकर भर्ती किया गया है.

साथ ही आइसोलेशन वार्ड में तैनात कर्मचारियों को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट्स उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं.

7 किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित
संक्रमित गांव की परिधि से लेकर सात किलोमीटर की दूरी तक “बफर जोन” घोषित किया गया है. डीएम ने इसुआपुर के बीडीओ तथा अंचल पदाधिकारी को आदेश दिया है कि पंचायत को चारों तरफ से सील कर आवागमन को पूरी तरह बाधित कर दे और अगले आदेश तक उस गांव को क्वानटाइनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है. सभी सरकारी तथा निजी प्रतिष्ठान एवं मार्गो को अगले आदेश तक बंद करने को कहा गया है.

गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश
डीएम ने गांव को संक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया गया है. जिला मलेरिया पदाधिकारी को संक्रमण मुक्त करने के कार्यों की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है क्वरेंटाइनमेंट जोन में रहने वाले सभी परिवारों की गहन निगरानी की जा रही है.

डोर टू डोर पहुंचेगा राशन
जिलाधिकारी ने आदेश दिया है कि इस गांव के सभी परिवारों को आवश्यक राशन सामग्री डोर टू डोर पैकेट तैयार कर आपूर्ति की जाए. इसके लिए प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को जिम्मेदारी दी गई है. बफर जोन में आने वाले सभी स्वास्थ्य संस्थान सरकारी एवं निजी सहित अन्य चिकित्सकीय संस्थाओं को सूचीबद्ध करते हुए बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों की जांच कर सूचना नियमित रूप से प्राप्त करने का भी सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है.

Chhapra: रोटरी क्लब सारण के द्वारा मौना पंचायत भवन पर जरूरतमंदों के बीच खाद्य सामग्री तथा मास्क का वितरण किया गया.

इस अवसर पर रोटरी क्लब सारण के संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने सभी से अपील किया कि अपने आस-पास के जरूरतमंदो का ख्याल रखें तथा उन्हें भोजन उपलब्ध करवायें. हमेशा मास्क पहन कर रहें, हमेशा साबुन से हाथ धोते रहें, अपनी सावधानी हीं कोरोना से बचाव हैं. बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर बिल्कुल भी न निकलें. हमेशा सामाजिक दूरियाँ बना कर रखें.

उन्होंने बताया कि कोरोना एक तरह का संक्रामक वायरस हैं, जिसका संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के जरिए फैलता हैं. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस को हराने के लिए लाॅक डाउन आदेश का समर्थन करें. सजग रहें, सतर्क रहें।

खाद्य सामग्री में चुड़ा, मीठा, नमक, भुजा, पावरोटी, बिस्कुट, लाइफ़बॉय साबुन, माचिस, मास्क आदि का पैकेट सौ परिवारों के बीच वितरित किया गया.

इस अवसर पर अध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, सचिव अजय कुमार गुप्ता, सतीश कुमार अग्रवाल, दिनेश कुमार गुप्ता, भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर, आदि उपस्थित थे.

Chhapra: Corona Virus से उत्पन्न महामारी और इससे बचाव के लिए देश में लगाए गए 21 दिन के लॉक डाउन के दौरान जरूरतमंद लोगों तक ऑल इंडिया रोटी बैंक के सेवादार प्रतिदिन सूखा राशन पहुंचा रहे है.

छपरा शहर में ऑल इंडिया रोटी बैंक के सेवादार अपने निकटतम जरूरतमंद परिवार को चिन्हित कर उन्हें सूखा राशन वितरित कर रहे है. ताकि संकट की इस घड़ी में सभी तक भोजन पहुंच सके.

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ऑल इंडिया रोटी बैंक के रविशंकर उपाध्याय ने बताया कि छपरा में विगत 20 महिने से नॉनस्टॉप रूप से रात्रि के समय जरूरतमन्दों के बीच पका भोजन वितरित की जाती रही है. परंतु आज के हालात को देखते हुए हमने जिला प्रशासन के दिशा निर्देश का पालन करते हुए जरूरतमन्दों के घर तक जाकर उनको सूखा राशन दे रहे हैं. जिसमे लगभग 5 से 7 दिन का भोज्य पदार्थ है. अभी आटा, चावल,आलू का वितरण किया जा रहा है.

निःसंदेह ही मुश्किल के इस हालात में ऑल इंडिया रोटी बैंक का यह प्रयास जरूरतमंदों के लिए मददगार साबित हो रहा है.

नई दिल्ली: लॉकडाउन को लोगों द्वारा गंभीरता से नही लिए जाने को लेकर प्रधानमंत्री ने चिंता व्यक्त की है। उन्होंने राज्य सरकारों से नियमों और कानूनों का पालन करवाने का आग्रह किया है।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर अपनी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने लिखा है कि “लॉकडाउन को अभी भी कई लोग गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। कृपया करके अपने आप को बचाएं, अपने परिवार को बचाएं, निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। राज्य सरकारों से मेरा अनुरोध है कि वो नियमों और कानूनों का पालन करवाएं।

गौरतलब है कि जनता कर्फ्यू के दौरान थाली पीटने के लिए कुछ लोग अपने घरों से बाहर निकल कर सड़कों पर आ गए थे. वही कई शहरों में लॉकडाउन के बावजूद जिन्हें कोई जरूरी कार्य नही है वे भी सड़कों पर आ गए जिससे सुरक्षा के लिए लगाया गया लॉकडाउन प्रभावित हो रहा है.