Chhapra: स्काउट एंड गाइड सारण की ओर से शहर के छठ घाटों पर स्वच्छता अभियान बुधवार को चलाया गया. अभियान की शुरुआत राजेंद्र सरोवर से की गयी.

इस मौके पर भारत स्काउट एंड गाइड सारण के उपाध्यक्ष डॉ सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा के मौके पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं तथा छठ पूजा के दौरान घाट की सफाई के लिए स्काउट एंड गाइड की ओर से महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है. घाट के अलावा आस-पास के इलाके की सफाई की जा रही है.

वही सहायक जिला सचिव उमाशंकर गिरी ने कहा कि समाज सेवा के क्षेत्र में भारत स्काउट एंड गाइड कि अपनी विशिष्ट पहचान रही है तथा सेवा ही इस ही इस संगठन का मूल आधार है. लोक आस्था के इस महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं की सेवा तथा सहायता हमारी संस्कृति का हिस्सा है, जिसे अक्षुण्ण रखने में स्काउट एंड गाइड का महत्वपूर्ण योगदान लंबे समय से रहा है.

इस मौके पर जिला संग़ठन आयुक्त स्काउट आलोक रंजन ने स्काउट एंड गाइड के द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में निरंतर चलाए जा रहे कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से चर्चा की और कहा कि लोक आस्था के महापर्व में स्वच्छता, शुद्धता और पवित्रता का विशेष स्थान है.

स्वच्छता अभियान का नेतृत्व डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप के स्काउट मास्टर अमन राज तथा गाइड कैप्टन रितिका सिंह ने संयुक्त रूप से किया.

इस मौके पर डिस्ट्रिक्ट ओपन ट्रूप के राष्ट्रपति स्काउट अंकित कुमार श्रीवास्तव, राज्य पुरुस्कार स्काउट अमन सिंह, विकाश, चंदन पंडित, गाइड निशा, शारदा और लगभग 55 स्काउट गाइड उपस्तिथ थे. इस दौरान स्काउट एंड गाइड के द्वारा राजेंद्र सरोवर के चारों तरफ के इलाके की व्यापक स्तर पर सफाई की गई.

Chhapra: छठ महापर्व के मद्देनजर विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने रिविलगंज के विभिन्न छठ पूजा घाटों का निरीक्षण किया. विधायक डॉ गुप्ता ने नाथ बाबा  घाट एवं सेमरिया घाट का निरीक्षण किया.

इस दौरान उप समाहर्ता राजू कुमार, अंचलाधिकारी संगीता कुमारी, बीडीओ अर्चना कुमारी, कार्यपालक पदाधिकारी रौशन कुमार मौजूद थे.

इस दौरान विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने छठ व्रतियों से आग्रह किया कि आस्था का पर्व सावधानी एवं सतर्कता से मनाये. साथ ही स्थानीय  प्रशासन को निर्देशित किया कि सभी घाटो के सफाई का पूरा ख्याल रखा जाय. लाइट एवं सुरक्षा का भी ख्याल रहा जाय. खासकर नाथ बाबा घाट पर पानी ज्यादा होने के कारण प्रशासन जहाँ ज्यादा पानी है वहाँ बांस के बल्ला देकर व्रतियों का ध्यान रखा जाय.

इस अवसर पर भाजपा के क्रीड़ा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान, ओबीसी मोर्चा के कार्यसमिति सदस्य राजेश फैशन, नगर मंडल अध्यक्ष अनुरंजन प्रसाद, पूर्व मंडल अध्यक्ष बिपिन बिहारी सिंह, वार्ड 5 के पार्षद प्रतिनिधि संतोष सिंह, सतेंद्र शर्मा, जय प्रकाश चौधरी, जितेश सिंह सहित लोग शामिल हुए.

 Chhapra: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा का चार दिवसीय अनुष्ठान बुधवार से शुरू हो गया. छठ पूजा के पहले दिन व्रतियों ने नहाय-खाय किया.

इसे लेकर सुबह से नदी घाटों पर व्रतियों के पहुँचने का सिनसिला शुरू हुआ. नहाय-खाय पर व्रती स्नान कर साफ़ सफाई के साथ प्रसाद बनाती है. नहाय-खाय के दिन चावल, दाल और कद्दू की सब्जी का भोग लगाया जाता है. जिसके बाद इसे प्रसाद स्वरुप सभी ग्रहण करते है.

छठ पूजा को लेकर जिले के तमाम बाजारों में रौनक देखी जा रही है. पूजा से जुड़े सामानों सूप, दउरा, नारियल, ईंख, फल आदि की के दूकान सजे हुए है.

छठ पूजा को आस्था का महा पर्व कहा गया है. पूजा करने लोग अपने घर आते है. इस बार कोरोना महामारी के कारण कुछ लोग तो अपने गाँव घर ही है वही कुछ लोग जो बहार है वो अब घर आ रहे है.

छठ पूजा को नदी घाटों, तलाबों की सफाई और साज सज्जा का कार्य भी जारी है. व्रती अर्घ्य देने यहाँ पहुंचेंगी. व्रतियों को किसी तरह की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए छठ पूजा घाट समितियों के द्वारा तैयारियां की जा रही है. हालांकि इस बार कोविड19 महामारी के प्रभाव को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से नदी घाटों पर पूजा करने से बचने की अपील की है. आसपास के तालाबों या छतों पर लोग छठ करें ऐसी अपील भी की गयी है.       

        

Chhapra: लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने समाहरणालय स्थित एनआईसी से सारण जिला के सभी एसडीओ, डीसीएलआर, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी के साथ वीडियोकॉफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की.

जिलाधिकारी ने आज हीं थाना स्तर पर सभी पंचायतों की पूजा समितियों एवं जन-प्रतिनिधियों के साथ बैठक और कोविड-19 संक्रमण के परिपेक्ष्य में लोगों से अपील करें कि छठ पर्व को लोग यथा संभव अपने घरों पर हीं मनायें.

जिलाधिकारी के द्वारा पदाधिकारियों को निदेष दिया गया कि सभी छठ घाटों का चाहें वे नदियों के किनारे अवस्थित हैं या तालाब/पोखर के पास, घूम-घूम कर स्वयं निरीक्षण कर लें और संतुष्ट हो लें कि कौन से घाट छठ करने योग्य हैं. वैसे घाट जहाँ फिसलन अधिक है या किसी दूसरे कारण से योग्य नही है, उन्हें खतरनाक घोषित करें तथा इसकी सूचना तत्काल वहाँ के स्थानीय लोगों को माइकिंग करा कर बता दें एवं इस घाट पर खतरनाक घाट का फ्लैक्सी लगा दें.

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी नदी घाटों सहित अधिक पानी वाले गहरे तालाबों के पास दो शिफ्ट में गोताखोर की प्रतिनियुक्ति की जाय. प्रतिनियुक्त गोताखोर का मोबाइल नंबर सभी संबंधित पदाधिकारी अपने पास रखेंगे.

जिलाधिकारी ने कहा कि अधिक भीड़-भाड़ वाले घाटों पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीम भी लगाई जाएगी. सभी घाटों पर नावों की व्यवस्था रखने का निदेश दिया गया.

जिलाधिकारी ने कहा कि घाटों तक जाने वाली सड़क का भी निरीक्षण कर लिया जाय एवं उसे ठीक करा दिया जाय. घाटों पर दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति सभी एसडीओ अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत करना सुनिष्चित करेंगे. जिला स्तर से वरीय पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है. भीड़-भाड़ वाले घाटों पर पानी के अंदर बैरिकेटिंग करा दी जाय तथा वहाँ खतरे का लाल निशान लगा दिया जाय ताकि छठ व्रति उसके आगे पानी में नही जायें. इन घाटों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाने का भी निदेष दिया गया.

जिलाधिकारी ने कहा कि सरकारी नावों को छोड़ कर नदियों में निजी नावों का परिचालन दिनांक 18.11.2020 से छठ पूजा की समाप्ति तक बंद रखा गया है. उन्होंने कहा कि प्रायः ऐसा देखा जाता है कि छठ के दिन पटना की तरफ से लोग नावों के द्वारा नदी में बीच के टापू तक चले आते हैं. ऐसा इस बार नही होना चाहिए. इसको लेकर सोनपुर अनुमंडल पदाधिकारी को विषेष नजर रखने का निदेश दिया गया.

जिलाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों एवं अंचलाधिकारियों को निदेश दिया कि लोगों से बात करें और उन्हें नदी घाटों की जगह निकट के हीं छोटे तालाबों के पास छठ पर्व मनाने के लिए प्रेरित करें. लोग मास्क एवं सेनिटाइजर का उपयोग करें.

जिलाधिकारी ने कहा कि रेलवे ट्रैक के पास स्थित घाटों पर विशेष सावधानी बरतने की आवष्यकता है तथा वहाँ पर भी पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति का निदेश दिया गया.

जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को सभी अस्पतालों को एलर्ट मोड में रखने तथा वहाँ चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिष्चित कराने का निदेश दिया.

महापर्व छठ के अवसर पर छपरा शहर स्थित सभी घाटों का निरीक्षण कर लेने तथा घाटों सहित घाटों पर जाने वाले सभी सड़कों की साफ-सफाई कराने का निदेश नगर आयुक्त को दिया गया. जिलाधिकारी ने कहा कि लोक आस्था का महापर्व छठ को देखते हुए शहरी क्षेत्र की साफ-सफाई के लिए विशेष व्यवस्था की जाय. जिलाधिकारी के द्वारा सभी नगर निकायों के संदर्भ में भी यह निदेष कार्यपालक पदाधिकायिं को दिया गया.

वीडियोकॉफें्रसिंग में जिलाधिकारी के साथ, उप विकास आयुक्त अमित कुमार, अपर समाहर्त्ता विभागीय जाँच भरत भूषण प्रसाद, नगर आयुक्त, संजय उपाध्याय, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, डीसीएलआर सदर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

Chhapra: महापर्व छठ पर्व हर साल कार्तिक मास में शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस साल छठ पूजा 20 नवंबर को की जाएगी. सूर्य देव की आराधना और संतान के सुखी जीवन की कामना के लिए छठ पूजा की जाती है. इसकी शुरुआत 2 दिन पहले चतुर्थी तिथि को नहाय खाय से होती है. फिर पंचमी को लोहंडा और खरना होता है. उसके बाद षष्ठी तिथि को छठ पूजा होती है, जिसमें सूर्य देव को शाम का अर्घ्य अर्पित किया जाता है.

अगले दिन सप्तमी को उगते सूर्य को अर्घ्य देते हैं और फिर पारण करके व्रत को पूरा किया जाता है. तिथि के अनुसार, छठ पूजा 4 दिन की होती है. 20 नवंबर को सूर्योदय 6:48 बजे होगा तथा सूर्यास्त शाम 5:26 बजे होगा. षष्ठी तिथि एक दिन पहले यानी 19 नवंबर को रात 9:58 से शुरू हो जाएगी और 20 नवंबर को रात 9:29 बजे तक रहेगी. इसके अगले दिन सुबह सूर्य को अर्घ्य देने का समय 6:48 बजे है.

Chhapra: बिहार विधान सभा आम निर्वाचन-2020 के अवसर पर भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक, विधान सभा क्षेत्र 116-तरैया एवं 117-मढ़ौरा कृष्ण देव त्रिपाठी (भाप्रसे) के द्वारा आज 116-तरैया विधान सभा क्षेत्र के पानापुर प्रखंड के चकिया पंचायत के पृथवीपुर गाँव के पास सारण तटबंध के आस पास बसे ग्रामीणों से मिल कर स्वच्छ एवं निष्पक्ष मतदान की जानकारी प्राप्त की गई.

वहाँ के ग्रामीणों ने बताया की वे लोग स्वतः मन से मतदान करते हैं और मतदान में कही कोई दबाव नहीं है.

प्रेक्षक के द्वारा गोपालगंज के सीमावर्ती इलाका का भी भ्रमण किया गया एवं सतजोड़ा पंचायत सरकार भवन में केन्द्रीय बल के आवासन का निरीक्षण किया गया.

• मेनू के अनुसार प्रत्येक दिन बेडों पर बिछाया जा रहा अलग-अलग रंग का चादर
• अब मरीजों को घर से नहीं लाना पड़ता है चादर
• अस्पतालों में मिल रही सेवाओं से मरीजों में संतुष्टि


Chhapra: अब अस्पताल के बेड पर प्रत्येक दिन अलग-अलग रंग की चादरें बिछी हुई दिखने लगी है। इसके लिए स्वास्थ्य महकमा नई पहल करते हुए चादर भी उपलब्ध करा रहा है। नई पहल से अस्पताल के बेड भी सतरंगी चादरों के कारण एक अलग लुक में दिखाई दे रहा है। जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में अब मरीजों के बेड पर रंगीन चादर दिख रही है। अब मरीजों को घर से बेड पर बिछाने के लिए चादर नहीं लाना पड़ता है। अस्पताल प्रशासन की इस पहल से मरीजों को बेहतर सुविधा मिल रही है। इससे मरीजों की सेहत सुधरने के साथ उन्हें अच्छा महसूस हो रहा है।

अब घर से नहीं लाना पड़ता चादर
सदर अस्पताल में अपनी माँ का इलाज कराने आये छपरा शहर के सटे साढ़ा निवासी रमेश कुमार का कहना है कि पहले के तुलना में अस्पताल के व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। अब किसी मरीज को अपना चादर नहीं लाना पड़ता है क्योंकि अस्पताल प्रशासन की ओर से चादर उपलब्ध कराया जा रहा है। साफ-सफाई की व्यवस्था भी दुरूस्त की गयी है। जिससे मरीजों को काफी सहुलयित हो रही है।

प्रत्येक दिन अलग-अलग रंग की चादर
स्वास्थ्य संस्थानों में प्रत्येक दिन अलग-अलग रंग की चादर दिख रही है। रविवार को बैगनी, सोमवार को नीला, मंगलवार को आसमानी, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को नारंगी, शनिवार को लाल रंग की चादरें बिछाईं जा रही है।

सभी वार्डों में बेड पर मिल रहा है चादर
इसमें आपातकालीन वार्ड, सिजेरियन वार्ड, शिशु वार्ड, एडिक्शन वार्ड, कालाजार वार्ड, प्री नेटल वार्ड, पोस्ट नेटल वार्ड समेत अन्य वार्ड में बेड की संख्या निर्धारित की गयी है। विभिन्न वार्डों में छह रंग का चादर बिछाना है। योजना के तहत प्रतिदिन अलग-अलग रंग की चादर बिछाई जानी है। वार्ड में चादर चतुर्थ वर्गीय कर्मी और ममता की सहायता से बिछाई जा रही है।

हर दिन बदली जाती है चादर
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने कहा कि चादरों की विशेषता यह है कि अगर अस्पताल के बेड पर किसी दिन कोई मरीज नहीं पहुंचता है तो दूसरे दिन चादर अवश्य ही बदल दी जाती है। सरकार की हिदायत के अनुसार सभी चादरों को अलग-अलग दिन के हिसाब से बिछाना है। वहीं वार्ड में किस दिन कौन से रंग का चादर बिछाया जाएगा, इसकी सूचना भी बोर्ड पर प्रदर्शित किया गया है। जिन्हें देखकर कोई भी मरीज या उनके साथ पहुंचने वाले परिजन भी एतराज दर्ज करा सकते हैं। मरीजों को हर संभव बेहतर सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है।

कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन
• एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें
• सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें
• अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं
• आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें
• छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें

• एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा किया जा रहा है जागरूक

• आरोग्य दिवस पर कोविड प्रोटोकॉल का किया जा रहा है पालन

• टीकाकरण सत्र पर आने वाले लाभार्थियों को किया जा रहा प्रेरित

Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के रोक थाम के लिए स्वास्थ्य विभाग कृत संकल्पित है। विभाग के द्वारा हर स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी आंगनबाड़ी केंद्रों पर आयोजित किये जाने वाले आरोग्य दिवस पर भी लाभार्थियों को कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। टीकाकरण सत्र पर आने वाले महिलाओं बच्चों व उनके परिजनों को कोरोना से बचाव के लिए जारी संदेशों को अनुपालन करने के लिए एएनएम व आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा जागरूक किया जा रहा है। जिले के दरियापुर प्रखंड के यदुरामपुर में आयोजित आरोग्य दिवस पर कार्यरत एएनएम कुमारी अनिता ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए अभी सावधानी हीं बेहतर विकल्प है। क्योंकि फिलहाल इसका वैक्सीन नहीं आया है। इसलिए जरूरी है कि जब भी घर से बाहर निकलें तो चेहरे पर मास्क जरूर लगाये। भीड़भाड़ वाले जगहों पर जाने से बचें। अपने हाथों को नियमित रूप से धोते रहें। सतर्कता बहुत जरूरी है।


बच्चों व महिलाओं को किया प्रतिरक्षित
दरियापुर के केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक शशांक शेखर ने बताया कि आरोग्य दिवस पर आने वाले बच्चों व गर्भवती महिलाओं को प्रतिरक्षित किया गया तथा नियमित टीकाकरण के महत्व पर चर्चा की गयी। एएनएम और आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा महिलाओं की काउंसलिंग भी की गयी। जिसमें नवजात शिशुओं के विशेष देखभाल पर जोर दिया गया। साथ हीं टीकाकरण स्थल पर आनेवाली महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में जानकारी दी गयी तथा स्थाई व अस्थाई साधनों को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया गया। आंगनबाड़ी केंद्रों पर आनेवाली महिलाओं के बीच इच्छानुसार परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का नि:शुल्क वितरण भी किया गया।


टीकाकरण से कई तरह की बीमारियों से होता है बचाव
सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया कि शिशुओं व गर्भवती महिलाओं के नियमित टीकाकरण उन्हें कई तरह की बीमारियों से बचाता है। टीकाकरण से बच्चों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाता है ताकि उनके रोग से लड़ने की क्षमता विकसित हो सके। गर्भवती व नवजात को डिप्थीरिया से बचाने के लिए टीडी के दो टीके दिए जाते हैं। टीबी से बचाने के लिए बीसीजी, हेपेटाइटिस से बचाने के लिए हेप-बी, पोलियो से बचाव के लिए ओपीवी एवं आईपीवी, डिप्थीरिया, परट्यूसिस, टिटनेस, हेपेटाइटिस बी व हिमोफिलेस इंफ्लुएंजी से बचाव हेतु पेंटावेंट, डायरिया से बचाव हेतु रोटा वायरस का टीका, न्यूमोकोकस के संक्रमण से बचाव हेतु पीसीवी, खसरे व रुबेला से बचाव हेतु एमआर और जापानी बुखार से बचाव के लिए जेई का टीका लगाया जा रहा है।

शारीरिक दूरी का रखा जा रहा ख्याल
टीकाकरण के दौरान सभी स्वास्थ्य कर्मियों लाभार्थियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षात्मक यथा: सभी स्तर पर व्यक्तिगत दूरी, कम से कम 6 फीट की दूरी, मुंह को ढक कर रखने, हाथ धोने एवं स्वास्थ्य संबंधित दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है।

कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन 
• एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें
• सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें
• अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं
• आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें
• छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें

Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति के अनुशंसा पर विवि के कुलानुशासक प्रो.कपिलदेव सिंह को लोक सूचना पदाधिकारी बनाया गया है. इस आशय से संबंधित कुलसचिव द्वारा पत्र निर्गत कर दिया गया है.

ज्ञात हो कि प्रो. सिंह के पूर्व इस पद पर विवि के दर्शनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. हरिश्चन्द्र कार्यरत थे. जिन्होंने हाल ही में इस पद से मुक्त करने का आग्रह विवि प्रशासन से किया था जिसके तहत कुलानुशासक प्रो.सिंह को यह जिम्मेवारी दी गई है. पत्र मिलते ही प्रो सिंह ने शुक्रवार को अपना कार्यभार संभाल लिए. इस आशय की जानकारी विवि के पीआरओ ने दी.

Chhapra: यदि आप त्योहार के सीजन में घर जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है. जी हां… रेलवे दीपावली और छठ त्योहारों को देखते हुए यात्रियों की सुविधाओं के लिए और नई ट्रेनें चला रहा है. दरअसल, रेलवे ने फेस्टिव सीजन को देखते हुए कुछ और स्‍पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है.

इन ट्रेनों की बात करें तो इनमें से कुछ दैनिक ट्रेनें हैं जबकि कुछ साप्‍ताहिक…रेलवे चाहता है कि त्‍योहारों पर बढ़ने वाले पैसेंजर लोड को इन नई ट्रेनों के लिए कैटर करने का काम किया जाए. नई टेनों में कोटा से वैष्‍णो देवी कटरा और ऊधमपुर के लिए अलग-अलग ट्रेन शामिल हैं. इसके अलावा प्रतापगढ़ से भोपाल के बीच भी हफ्ते में तीन दिन ट्रेन चलाने का निणर्य रेलवे की ओर से लिया गया है.

एक ट्रेन जबलपुर से कटरा के लिए भी रेलवे चलाएगा. बरेली से भुज के बीच भी एक फेस्टिवल स्‍पेशल ट्रेन रविवार से शुरू होनी है. इसके अलावा रेलवे ने सूरत से छपरा, गोरखपुर से अहमदाबाद, मुजफ्फरपुर से दिल्‍ली के लिए भी खास ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है. हालांकि इन ट्रेनों में कोरोना वायरल संक्रमण को लेकर एहतियात बरतना होगा.

ये भी जान लें…

-रेलवे 24 अक्‍टूबर से हर शनिवार को कोटा से श्री माता वैष्‍णो देवी कटरा (Kota to Mata Vaishno Devi train) के लिए स्‍पेशल ट्रेन चला रहा है. यहां आपको बता दें कि कटरा से रिटर्न जर्नी हर रविवार को तय की गई है.

-28 अक्‍टूबर से कोटा-ऊधमपुर-कोटा (Kota to Udhampur to Kota) के बीच साप्ताहिक ट्रेन चलाने का निर्णय रेलवे की ओर से लिया गया है जो कोटा से हर बुधवार को खुलेगी जबकि ऊधमपुर से गुरुवार को रवाना होगी.

-मध्‍य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हफ्ते में तीन दिन प्रतापगढ़ जंक्‍शन के लिए ट्रेन यात्रियों को मिल सकेगी. 25 अक्‍टूबर से हर मंगलवार, शुक्रवार और रविवार को भोपाल से ट्रेन यात्रियों का मिलेगी. रिटर्न जर्नी सोमवार, बुधवार और शनिवार को रेलवे ने तय किया है.

-मध्‍य प्रदेश के जबलपुर से भी कटरा (Jabalpur to Katra train) के लिए एक साप्ताहिक ट्रेन रेलवे ने दिया है जो 27 अक्‍टूबर से चलेगी. यह ट्रेन हर मंगलवार को रवाना होगी. वहीं कटरा से जबलपुर के लिए हर बुधवार को ट्रेन आपको मिल सकेगी.

-उत्तर प्रदेश के बरेली से गुजरात के भुज के लिए सप्ताह में चार ट्रेनें 25 अक्‍टूबर से रेलवे चलाएगा जो सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को यात्रियों के लिए उपलब्ध होगा. वापसी के लिए बुधवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार को भुज से ट्रेन आपको मिल सकेगी.

-बरेली और भुज के बीच एक और ट्रेन रेलवे चलाएगा जो हफ्ते में तीन दिन यात्रियों के लिए उपलब्ध होगी. पहले वाली ट्रेन कुल 42 फेरे लगाएगी, वहीं इसे 32 फेरों के लिए रेलवे ने तैयार किया है.

-गुजरात के सूरत से बिहार के छपरा (Surat to Chhapra train) के लिए क्‍लोन सुपरफास्‍ट स्‍पेशल ट्रेन रेलवे चलाएगा. ये ट्रेन दो दिन जौनपुर में हाल्‍ट करेगा.

-यूपी के गोरखपुर से गुजरात के अहमदाबाद (Gorakhpur to Ahemadabad) के लिए 4 नवंबर से रोज ट्रेन आपको मिलेगी जो मानिकपुर और खंडवा में भी रुकेगी.

-मुजफ्फरपुर और दिल्‍ली के बीच चलने वाली स्‍पेशल ट्रेन की टाइमिंग को रेलवे ने बदला है. हाजीपुर से यह ट्रेन अब शाम 5.15 की जगह शाम 4.25 बजे से रवाना होगी.

Chhpara: नवरात्री को लेकर लोग घरों में पूजा पाठ में व्यस्त है. कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर इस बार लोग पूजा पंडालों के निर्माण पर रोक है वही मंदिरों में स्थापित होने वाले प्रतिमाओं को लेकर कई जरुरी दिशा निर्देश जारी किये गए है.

नवरात्र के छठे दिन माँ भगवती के पट खुले. शहर के भगवान् बाज़ार मंदिर में प्रतिवर्ष स्थापित होने वाली देवी दुर्गा की प्रतीक के पट षष्ठी को ही खुलते है. बुधवार को देर शाम माता के पट खुले तो दर्शन के लिए लोग पहुंचे. शंख, घंटा, ढोल और नगाड़ों की ध्वनि के साथ माता के पट खोले गए. 

नवरात्री में इस बार मेला लगाने और प्रसाद वितरण पर कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर रोक है. इन सभी दिशा निर्देश के बाच लोग भक्ति भाव से पूजा अर्चना में जुटे हुए है.     

Chhapra: NE रेलवे मजदूर यूनियन के छपरा शाखा के द्वारा बोनस का अलाउंस नहीं करने के विरोध में आज बोनस विरोध दिवस मनाया गया. जिसमें कर्मचारियों ने अपने बोनस की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किए इसमें दोनों शाखा के शाखा मंत्री शशि भूषण प्रसाद एवं अशोक श्रीवास्तव ने डीजल लॉबी छपरा पर विरोध प्रदर्शन किया.

जिसमें छपरा के दोनों शाखाओं के एवं सभी कर्मचारियों ने भाग लिया. उधर विजय कुमार यादव के नेतृत्व में TRD कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसमें सभी कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. जिसमें मणि भूषण राय, वकील माझी, परमानंद यादव, मोहन पटेल, जगदीश महतो, राहुल सिंह, संदीप सेठ, प्रदीप कुमार, चंदन कुमार, सुनील कुमार, सचिन कुमार, गणेश महतो, बिजेश कुमार, शैलेश कुमार शामिल हुए.