Chhapra: कोरोना वायरस यानि कोविड-19 से लोगों की रक्षा करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा आयुष मंत्रालय अब आयुष संजीवनी एप लेकर आगे आया है. इस एप में जहाँ आयुष मंत्रालय की सभी एडवायजरी हैं वहीँ इसमें लोगों के सवाल-जवाब का भी प्रावधान किया गया है. इन्हीं सवाल-जवाब के आंकड़ों के आधार पर यह तय होगा कि आयुष मंत्रालय की सलाह लोगों के लिए कितनी फायदेमंद साबित हो रही है. लोग इस एप पर अपने अनुभव साझा कर सकेंगे कि वह आयुष मंत्रालय की सलाह को कब से अपना रहे हैं और कितने दिनों में फायदा हुआ. इसके अलावा किन दिशा-निर्देशों के पालन से ज्यादा लाभ हुआ है.

कोविड से लड़ने के लिए आयुर्वेद पद्धति के प्रभाव का होगा आकलन
सरकार का प्रयास है कि इस एप का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार हो ताकि और लोग इसका फायदा उठाकर निरोगी काया पा सकें. भारत में पारंपरिक चिकित्सा का लम्बा इतिहास रहा है और आयुर्वेद के क्षेत्र में अग्रणी होने के नाते आयुष मंत्रालय आयुष प्रणालियों के नैदानिक अध्ययन के माध्यम से देश में कोरोना वायरस यानि कोविड-19 की समस्या का समाधान करने के लिए काम कर रहा है. इन्हीं आयुर्वेद से जुड़ीं पद्धतियों पर क्लिनिकल रिसर्च स्टडीज और आयुष संजीवनी एप की शुरुआत की गयी है. यह एप कोविड की रोकथाम के लिए आयुष चिकित्सा प्रणालियों के उपयोग की स्वीकृति और लोगों के बीच इसके प्रभावों से आंकड़े जुटाने में उपयोगी साबित होगा. मंत्रालय लोगों के बीच कोविड की रोकथाम के लिए आयुष प्रभाव का भी आकलन कर रहा है.

एप के जरिये 50 लाख लोगों के आंकड़े जुटाने का लक्ष्य
आयुष संजीवनी एप के जरिये देश भर के 50 लाख लोगों के अनुभवों के बारे में आंकड़े जुटाने का लक्ष्य तय किया गया है. यह आंकड़े कोविड-19 की रोकथाम के लिए आयुष चिकित्सा प्रणालियों के उपयोग की स्वीकृति और लोगों के बीच इसके प्रभावों के आकलन में उपयोगी साबित होंगे.

जनसंख्या आधारित पारम्परिक अध्ययन पर जोर
आयुष मंत्रालय उच्च्च जोखिम वाली आबादी में कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम में आयुर्वेदिक दवाओं के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए जनसँख्या आधारित अध्ययन भी शुरू करने जा रहा है. इससे निवारक क्षमता का पता चल सकेगा. देश में आयुष मंत्रालय के अनुसन्धान परिषदों, राष्ट्रीय संस्थानों व कई राज्यों के माध्यम से यह अध्ययन किया जाएगा. इसके तहत 5 लाख की आबादी को कवर करने की योजना है. यह अध्ययन रिपोर्ट कोविड-19 के उपचार में आयुष पद्धति की क्षमताओं के आकलन के लिए वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर अवसरों के नए द्वार खोलेगी.

कोरोना से बचने के लिए आयुष मंत्रालय की सलाह 

• दिन में बार-बार गुनगुना पानी पिएं
• रोजाना 30 मिनट तक योगा करें
• भोजन में हल्दी, जीरा, धनिया और लहसुन का इस्तेमाल करें
• एक चम्मच या 10 ग्राम च्यवनप्राश का हर रोज सेवन करें
• दिन में एक-दो बार हर्बल चाय/काढ़ा पियें
• दिन में एक/दो बार हल्दी वाला दूध पियें
• तिल या नारियल का तेल या घी सुबह-शाम नाक के छिद्रों में लगायें
• एक चम्मच नारियल या तिल का तेल को मुंह में लेकर इधर-उधर घुमाएँ और गुनगुने पानी के साथ कुल्ला करें (थूक दें)
• गले में खरास या सूखा कफ हो तो पुदीने की पत्तियां व अजवाइन को गर्म कर भाप लें
• गुड़ या शहद के साथ लौंग का पाउडर मिलाकर दिन में दो-तीन बार खाएं

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के सदर प्रखण्ड के पास 27 अप्रैल को स्वास्थ्य कर्मी से हुई लूट की घटना का पुलिस ने उद्भेदन किया है. इस मामले में 3 अपराधियों को गिरफ्तार करते हुए लूट के सामान को भी बरामद किया है.

सारण के पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने बताया कि 23 अप्रैल को नगर थाना क्षेत्र के प्रखण्ड भवन के पास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी पर जा रही महिला स्वास्थ्यकर्मी वसंती देवी से तीन अज्ञात अपराधियों ने चाकू के बल पर सोने की चूड़ी, सोने का कान का टॉप, सैमसंग मोबाइल की लूट कर ली थी. इस मामले में मिले गुप्त सूचना के आधार पर हुस्से छपरा से अभिषेक कुमार को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने बताया कि उसके निशानदेही पर छापामारी कर पंकज कुमार और विकास कुमार को गिरफ्तार किया गया तथा लूटी गई मोबाइल, सोने की चूड़ी, कान का टॉप, चांदी की पायल बरामद कर ली गयी है.

उन्होंने बताया कि अभिषेक कुमार और पंकज कुमार पर पूर्व में आपराधिक इतिहास है. एसपी ने बताया कि पंकज कुमार के घर से लूट की सैमसंग मोबाइल एवम सोने का 2 कंगन, अभिषेक के घर से सोने का कान का झुमका एक जोड़ा, विकास कुमार के घर से सोने का एक कंगन और टाइगर के घर से चांदी का पायल और सोने की चूड़ी बरामद की गई है. इस मामले में एक अन्य अपराधी टाइगर की गिरफ्तारी हेतु पुलिस छापेमारी कर रही है.

Chhapra: सारण जिले में Covid 19 से संक्रमित सभी 8 मरीजों के स्वस्थ होने की खबर से सभी ने खुशी जाहिर की थी. इसी बीच मंगलवार को Covid19 से संक्रमण का एक दो नये मामले सामने आय. मिली जानकारी के अनुसार संक्रमित जिले के जनता बाजार क्षेत्र का निवासी 24 वर्षीय युवक है. मिली जानकारी के अनुसार पहला संक्रमित जिले के जनता बाजार क्षेत्र का निवासी 24 वर्षीय युवक है. वही दूसरा बनियापुर का 27 साल का युवक है.

बताया जा रहा है कि उक्त युवक सारण जिले के लहलादपुर प्रखंड के मिर्जापुर हाईस्कूल क्वॉरेंटाइन सेंटर में रुका है. जहां से लिये गए सेम्पल की रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक महाराष्ट्र से मोतिहारी आया था और उसके बाद मोतिहारी से बस के द्वारा इसे छपरा लाया गया था. उसके बाद से इसे लहलादपुर प्रखंड के मिर्जापुर हाई स्कूल में क्वारनटाइन किया गया था. जिसके बाद इसके सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे.

वही दूसरा मामला बनियापुर प्रखंड के निवासी 27 वर्षीय युवक है. विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है.

इसके बाद सारण के लोगों में एक बार फिर से इस बीमारी से मुक्ति मिलने की खुशी पर ब्रेक लग गया है. जिला में अब फिर से एक सक्रिय मामला सामने आने के बाद लोग चिंतित दिख रहे है.

Chhapra/manjhi: एक माह 20 दिन के लंबे अर्से बाद आख़िरकार फ़िरोज अपनी दुल्हन को लेकर बारात के साथ वापस हुई. बारातियों ने न सिर्फ लड़की पक्ष बल्कि पूरे गांव और सारण जिला प्रशासन का धन्यवाद दिया. बारात में शामिल लोगों के चेहरें पर घर जाने की खुशी झलक रही थी.

मांझी के इनायतपुर के भिखमही में 22 मार्च को कोलकाता के बंडील से आई बारात पूरे 1 माह 20 दिन तक रही. स्थानीय जनप्रतिनिधि विधायक विजय शंकर दुबे एवं अन्य लोगों द्वारा जिला प्रशासन से आग्रह किया. वही वर एवं वधु पक्ष ने बंगाल की मुख्यमंत्री से पत्रचार भी किया. जिसके पश्चात सारण जिला प्रशासन के एडीएम डॉ गगन कुमार द्वारा वाहन पास निर्गत किया गया. बस के आधार पर सभी बाराती मंगलवार को वापस हो गए. स्थानीय लोगों ने भरपूर स्वागत के साथ नम आंखों से विदा किया.

बताते चले कि दाउदपुर थाना क्षेत्र के इनायतपुर टोला भिखमही में 22 मार्च को पश्चिम बंगाल से बारात पहुंची थी. मुस्लिम रीति रिवाज से खुशी खुशी शादी संपन्न हुई. इसी बीच कोरोना वायरस के तेजी से हो रहे फैलाव रोकने के मद्देनजर केंद्र सरकार ने जनता कर्फ्यू के बाद सम्पूर्ण देश में 23 मार्च को ट्रेन बंद करने व 24 मार्च लॉक डाउन की घोषणा कर दी.

जिससे बारातियों सहित दूल्हा व दुल्हन भी बुरी तरह फंस गए. बारातियों ने बीच मे कई बार लौट जाने का प्रयास किया मगर विफल रहे. वे पड़ोस के हीं एक विद्यालय में ठहरे थे. जहाँ एक माह 20 दिन तक स्थानीय लोगों एवं स्वयंसेवी संगठन ने भोजन सहित अन्य समानों की व्यवस्था की गई. इधर घर लौटने की छूट मिलने के बाद दूल्हा व दुल्हन पक्ष ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घर वापसी की गुहार लगाई.

उसके बाद मांझी विधायक विजय शंकर दुबे, मन्नान खां, पड़ोसी रहमत अली व साबिर अली के प्रयास से जिला प्रशासन के सारण एडीएम डॉ. गगन के द्वारा अनुमति- पत्र मिलने के बाद दुल्हन समेत कुल 27 बाराती बस द्वारा पंश्चिम बंगाल के लिए रुकसत हुए. दुल्हन खुशबू के पिता नैमुल्लाह सिद्धिकी ने बड़े सम्मान के साथ बारातियों को विदा किया.

Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने जिले के पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक की. इस दौरान उन्होंने सभी पदाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए.

बैठक में जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों को जिले में सब्जी के व्यवसाय से जुड़े लोगों की covid19 की जांच कराने के आदेश दिए. जिलाधिकारी ने सब्जी के व्यवसाय या सब्जी मंडी से जुड़े कम से कम 15 लोगों का प्रतिदिन सेम्पल कलेक्ट कर जाँच कराने के आदेश दिए है.

आपको बता दें कि शहर की मंडियों में लोग सब्जी विक्रेताओं के संपर्क में आते है. जिससे इनमे किसी के भी संक्रमित पाए जाने पर खरीदार के भी संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाती है. जिसके मद्देनजर प्रशासन ने उनके भी सेम्पल लेकर जांच कराने के आदेश दिए है.

Chhapra: कोविड-19 कोरोना वायरस के तीसरे चरण के लॉकडाउन की वजह से लोगों को काफी परेशानी बढ़ गयी है. दो माह से हुए लॉकडाउन की वजह देश की आर्थिक व्यवस्था भी चरमा गयी. सरकार द्वारा कुछ छूट मिलने के बाद अभी लोगों को राहत नहीं मिली है. इसके लिए पूर्णतः लॉकडाउन टूटने के बाद ही कुछ हो सकता है. उक्त बातें समाजसेवी धर्मेंद्र सिंह ने कही. समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने रिविलगंज प्रखंड के सिताबदियारा में पहुंच सैकड़ों गरीब परिवारों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया. यह वितरण प्रशासन अनुमति व देखरख में प्रभुनाथनगर दक्षिणवारी चक्की बैजुटोला पंचायत में किया गया.

उन्होने कहा कि कोरोना के बढ़ते मरीजों की सांकेतिक आंकड़ा के मुताबिक लोगों को सोशल डिस्टेंसीग का ध्यान रखते हुए उन्हें दो मीटर की दूरी पर राशन दी गयी. पूर्व में कई पंचायत व वार्डों में राशन का वितरण समाजसेवी द्वारा किया जा चुका है. पैकेट की थैली में पैकेट में आटा, चावल, आलू, प्याज, तेल, मसाला, मास्क, ग्लब्स, साबुन, सेनेटाइजर व अन्य जरूरी सामग्री शामिल है.

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार से आग्रह है कि बाहर से आ रहे प्रवासी लोगों की समुचित व्यवस्था कराए जाय. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक और क्वारंटाइन सेंटर में पैक प्रवासी लोगों ने बताया कि खाने-पीने का कोई व्यवस्था ठीक ढंग से नहीं है.

Chhapra: Covid19 महामारी के दौर में जारी लॉकडाउन में डिजिटल तकनीक के माध्यम से सांसद राजीव प्रताप रूडी सारण की जनता के हितों का ख्याल रख रहे है.

सांसद रुडी के विडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा बैठक में आज आपदा सह ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत भी मौजूद थे. बैठक में प्रधान सचिव के अलावे विधायक सीएन गुप्ता, पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल, मंटू सिंह, ज्ञानचंद मांझी, सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता विवेकानन्द, सोनपुर और मढ़ौरा के अनुमंडलाधिकारी समेत जिला के अन्य अधिकारी व जिला भाजपा के अनिल सिंह, जिला प्रवक्ता धर्मेन्द्र चौहान, इंजीनियर सत्येन्द्र कुमार, राकेश सिंह, निरंजन शर्मा सहित 70 कार्यकर्ता उपस्थित थे.

आपदा और ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत
प्रत्यय अमृत ने कहा कि हृदय में बसे छपरा से उनका पुराना नाता है, इसी कारण जिले से जुड़ा जब कोई भी मामला उनके संज्ञान में आता है तब पुरानी यादें ताजा हो जाती है. उन्होंने कोविड महामारी में सांसद कंट्रोल रूम द्वारा नागरिकों की हर समय, हर तरह की सहायता को बेहतरीन बताते हुए सराहना की. श्री प्रत्यय ने सारण समेत बिहार राज्य में काम करने वाले चिकित्सकीय व्यवस्था से जुड़े सभी कोरोना वीरों के अथक प्रयास को सलाम करते हुए बधाई दी और कहा कि आज इन सभी के सम्मिलित प्रयास और बल पर ही कोरोना की लड़ाई में यहां तक पहुंचे है. प्रधान सचिव ने बताया कि सारण में मास्क, सेनेटाईजर से लेकर पीपीई किट तक की कोई कमी नहीं है. हर दिन शाम को जिलाधिकारी से वीसी के माध्यम से उनकी बैठक होती है. जिलाधिकारी सेन बेहतरीन काम कर रहे है. उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि यदि सारण में किसी प्रकार की कोई समस्या आये तो वे सीधा मुझसे संपर्क कर सकते है.

सांसद रुडी की कुशल कार्यनीति के संदर्भ में बात करते हुए प्रत्यय अमृत ने कहा कि सड़क विभाग हो या बिजली विभाग और आपदा मे, हर जगह हम सभी को हमेशा सांसद रुडी का मार्गदर्शन मिलता रहा है. किसी कार्य को करने के लिए उसकी कार्ययोजना और तदुपरांत गुणवत्तापूर्ण कार्य के लिए उसकी निगरानी करने का गुर हम सब ने सांसद रुडी से सीखा है. उन्होंने छपरा में किसी भी आवश्यक वस्तु की कमी न होने देने का आश्वासन देते हुए कहा कि यदि राशन वितरण में भी कहीं कोई अनियमितता मिलती है या किसी नागरिक को राशन प्राप्त नहीं हो रहा है तो उसकी सूची उपलब्ध कराने पर उसपर समुचित कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण बिजली की सुदृढ़ व्यवस्था कायम रखने के लिए इस विकट परिस्थिति में भी हमारी टीम काम कर रही है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि जिले में राशन वितरण का काम लगभग 90 फिसदी हो चुका है और अब इस संदर्भ में कोई शिकायत भी नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि अगले माह की तैयारी भी पूरी हो चुकी है और खाद्यान्न उपलब्ध हो चुका है जिसका वितरण 1 मई के बाद होगा. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की योजनानुसार सभी पात्र कार्डधारकों के खाते में 1000 की राशि भेजने की प्रक्रिया चल रही है. जिले में कुल 5 लाख राशन कार्डधारक है जिसमें से डेढ़ लाख राशन कार्ड ऐसे है जिनमें कोई न कोई गलती पाई गई है. उन सभी के लिए पंचायत स्तर पर जन वितरण प्रणाली के डीलर के साथ मिलकर उनका आधार कार्ड अपडेट करते हुए बैंक खाते से लिंक किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सारण के एक लाख 20 हजार लोग जो राज्य के बाहर फंसे हुए है और जिनका बैंक का खाता और आधार कार्ड बिहार का है उनके खाते में राज्य सरकार के निर्णय अनुसार एक हजार रूपया भेज दिया गया है.

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डोरीगंज: अवतार नगर थाना क्षेत्र के मौजमपुर फुलवरिया टोला गाँव के सामने छपरा पटना मुख्य पथ पर चार पहिया वाहन की ठोकर से एक बाइक सवार व्यक्ति की मौत हो गयी. वहीं बाइक सवार दूसरा युवक जख्मी हो गया.

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घटना दोपहर की है जब डोरीगंज थाना क्षेत्र के पूर्वी बलुआ गाँव निवासी 50 वर्षीय सुभाष राय अपने गाँव के ही मुकेश कुमार के साथ दिघवारा बैंक से पैसे निकालकर घर आ रहे थे तभी अवतार नगर थाना क्षेत्र के मौजमपुर गाँव के सामने पिछे से तेज गति से आ रही सुमो विक्टा गाड़ी ने ठोकर मार दी.

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जिससे सुभाष राय की मौके पर ही मृत्यु हो गयी. वहीं मुकेश कुमार जख्मी हो गया. घटना के बाद स्थानीय के सहयोग से सूचना पर पहुँचे अवतार नगर थाने के एएसआई संतोष जायसवाल एवं अनिल शर्मा ने जख्मी युवक को दिघवारा हॉस्पिटल भेजवाया एवं शव को अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. घटना के बाद सुमो विक्टा का चालक गाड़ी खड़ी कर फरार हो गया.

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घटना की जानकारी पर पहुंचे स्थानीय मुखिया मुन्ना कुमार ने परिजनों को कबीर अन्त्येष्टि योजना के तहत तीन हजार रुपए प्रदान किए. साथ ही स्थानीय मुखिया सहित पैक्स अध्यक्ष अनिल सिंह, राजद नेता धर्मदेव राय, बीडीसी मुल्की राय, बब्लु राय आदि लोगों ने परिजनों को ढ़ाढ़स बधाया.A valid URL was not provided.

Chhapra: तेलपा ग्रिड से निकलने वाला 33 kv राजेंद्र सरोवर फीडर दिनांक 28.04.2020 एवं 29.04.2020 को सुबह 09:00 बजे से दोपहर 03:00 बजे तक 33 kv प्रभुनाथ नगर फीडर के Reconducting कार्य हेतु बंद रहेगा.

33kv राजेंद्र सरोवर बंद होने से 11kv बरहमपुर फीडर, 11KV धर्मनाथ फीडर, 11KV SDS फीडर, 11 kv हॉस्पिटल फीडर एवं 11kv प्रभुनाथ नगर फीडर की विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी. इससे छपरा का पश्चमी भाग प्रभावित रहेगा. जिसमे डाकबंगला रोड, प्रभुनाथ नगर, काशीबाज़ार, गुदरी बाजार, ब्रह्मपुर, धर्मनाथ मंदिर, सत्य नारायण मंदिर, जान टोला, गुट्टीमोर और राजेन्द्र कॉलेज के तरफ के क्षेत्र प्रभवित होंगे.

उक्त जानकारी छपरा टुडे को बिजली विभाग ने दी.

Chhapra: बदलाव के लिए सकारात्मक सोच जरुरी होती है. बदलाव के लिए ऐसी ही एक सकारात्मक पहल देखने को मिली है छपरा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 33 में, जहाँ वर्षो से कूड़ादान बने मौना-साढ़ा रोड पर वार्ड पार्षद के नेतृत्व में साफ सफाई कराकर पौधारोपण कराया गया है.

मौना-साढ़ा रोड स्थित कॉर्पोरशन बैंक के समीप करीब खनुआ नाले के बगल में वर्षों से कूड़ा दान बन गया था. गंदगी होने से वहां वाहनों की अवैध पार्किंग भी बन गयी थी. प्रशासन को दर्जनों बार पत्राचार के बावजूद भी इस जगह की हालत नही सुधरी. प्रतिदिन यहां दर्जनों मालवाहक वाहनों का अवैध अड्डा बन गया था. खनुआ नाला खुला होने के कारण यहां गंदगी ही गंदगी रहती थी.

वार्ड 33 के तहत आने वाले इस स्थान की साफ सफाई को लेकर वार्ड पार्षद कृष्णा शर्मा ने पहल की है. स्थानीय लोग इस स्थान से गंदगी और अवैध पार्किंग से निजात चाहते थे जिसको लेकर उन्होंने वार्ड पार्षद का सहयोग किया.

कूड़ेदान की साफ सफाई कराई गई. मिट्टी भरा गया, अब उन स्थानों पर पीपल, बरगद के 4 पौधें लगाए गए है. शुक्रवार को स्थानीय लोगों का भी सहयोग मिला. शारीरिक श्रमदान कर स्थानीय लोगों ने पौधारोपण किया.

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स्थानीय लोगों का कहना है कि इस स्थान से गुजरना ही एक बड़ा टास्क था. गंदगी के कारण बदबू निकलती थी. गंदगी के कारण कई वर्षों से यहां अवैध वाहन पार्किंग बन गया था. जिसके बाद पूरे दिन यहां वाहन चालकों के मजमा लगा रहता था. लॉक डाउन में वाहन का चलना बंद है. लोगों के सहयोग से यह एक बड़ा काम हुआ है.

Chhapra: शहर के साढ़ा ढाला बस स्टैंड खेमाजी टोला के दलित बस्ती में आग लग गयी. बुधवार की देर रात दस झोपड़ीनुमा घरों में अचानक आग लग गई. जिसमें लाखों के सामान जलकर नष्ट हो गए. इस अगलगी की घटना से दलितों पर मुसीबत के पहाड़ खड़ा हो गया है.

सूत्रों के मुताबिक अगलगी की घटना शॉर्ट-सर्किट से बतायी जा रही है. इस लॉकडाउन की स्थिति में दलितों को बेघर होना पड़ा.

गुरुवार को समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचकर बेघर हुए लोगों को राशन की व्यवस्था कर उनके बीच वितरण किया. इसमें लक्ष्मण चौधरी, दीपक नट, छठी नट, मुन्ना चौधरी, सुदिष्ट सहनी, सुनेहरी देवी, कोरेया सहनी व अन्य दो की घर की पूरी तरह क्षति हुई है.

मौके पर समाजसेवी धर्मेन्द्र सिंह ने जिला प्रशासन से अविलंब उनलोगों को सुरक्षित जगह रहने की व्यवस्था करने और साथ ही खाने-पीने के लिए भी समुचित इंतजाम करने की बात कही.

उन्होंने इस विकट स्थिति में सांत्वना देते हुए कहा कि घबराने की बात नहीं है. गरीबों व असहायों के प्रति हमेशा खड़ा रहेंगे. किसी भी परिस्थिति में पीड़ितों को खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर नहीं किया जाएगा. जिला प्रशासन से हर सम्भव मदद के लिए कहा जाएगा.

Chhapra: आरएसए के संयोजक विवेक कुमार विजय ने कहा कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा लॉक डाउन के बाद अपने शेष परीक्षाएं एवं नामांकन कराने का मॉडल मैं बदलाव करें. विश्वविद्यालय परीक्षा केंद्र अधिक से अधिक बढ़ाने का प्रयास करें. इसके लिए हाई स्कूल एवं इंटर कॉलेजों को भी ले लें. प्रश्न पत्रों की संख्या कम कर के 5 या 6, प्रश्नों के स्थान पर केवल 4- 3 प्रश्नों का ही हल करने, प्रश्न पत्र हल करने के समय में भी कटौती करके 2 घंटे ही मात्र रखें.

उन्होने कहा कि परीक्षा दो पालियो के जगह तीन पालियो में आयोजन करें. इन सारे विकल्पों पर विचार करके जल्द से जल्द लॉक डाउन खत्म होने के बाद परीक्षा का आयोजन कराया जाए, ताकि सत्र नियमित हो सके. नए सत्र में नामांकन हेतु सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कराते हुए. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए छात्र छात्राओं को महाविद्यालय नहीं बुलाया जाए. बल्कि ऑनलाइन वेरिफिकेशन ही कर लिया जाए. स्नातक स्तर पर प्रथम खंड एवं द्वितीय खंड के छात्र छात्राओं को प्रोन्नत कर स्नातक तृतीय खंड में नामांकन लेने का आदेश दे देना चाहिए. विश्वविद्यालय प्रशासन को ताकि सोशल डिस्टेंस का पालन भी हो सके.