पश्चिम चंपारण(बगहा), 28 सितम्बर(हि.स.)। पड़ोसी देश नेपाल के जलग्रहण क्षेत्र व पहाड़ी क्षेत्रों में 48 घंटा से रुक-रुक कर हो रही झमाझम बारिश से गंडक नदी के जलस्तर में फिर एक बार लगातार वृद्धि जारी है। गंडक बराज द्वारा शनिवार की शाम को 5 लाख 1 हजार 6 सौ क्यूसेक पानी छोड़ा गया, लेकिन अभी भी गंडक बराज के जलस्तर में भारी वृद्धि जारी है।इस सन्दर्भ में गंडक बराज के अधीक्षण अभियंता नवल किशोर भारती ने बताया कि जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए गंडक बराज के सभी 36 फाटकों को पूर्ण रूप से खोल दिया गया है।

उन्होंने आगे बताया कि पानी की बढ़ती स्थिति के मद्देनजर गंडक बराज पर तैनात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। उन्होंने आगे बताया कि गंडक बराज के जल स्तर में बनी वृद्धि को देखते हुए रात दिन बराज पर कैंप किया गया है।वहीं पल-पल की रिपोर्ट पर नजर रखी जा रही हैं। नेपाल के जल ग्रहण एवं पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही रूक-रूक झमाझम बारिश होने के कारण गंडक नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है।वही नेपाल के देव घाट से 6 लाख 38 हजार क्यूसेक पानी फोलो किया गया हैं।

जिससे निचले कई इलाकों में फिर से गंडक नदी का पानी फैलने लगा है।

वही गंडक नदी से सटे वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के कक्षा संख्या एम 29 एवं 30 तथा 28 धनहिया दियरा, ठाडी आदि के जंगल में गंडक का पानी और बरसात का पानी फैला रहा है। वन क्षेत्र में बरसाती पानी एवं गंडक नदी का पानी घुसने से वन्य जीव सुरक्षित जगहों की तलाश में ऊंचे स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। गंडक नदी के तटवर्ती गांव चकदहवा,झंडू टोला एसएसबी कैंप, बिन टोली, कान्ही टोला के आलावा ऊत्तर-प्रदेश के शिवपुर, मरचहवा आदि निचले क्षेत्रों में पानी घुसना शुरू हो गया हैं। अभियंता ने बताया कि देर शाम तक 5 लाख से अधिक गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।

वही एसएसबी के झंडाहवा टोला कैंप के साथ-साथ चकदाहवा,कान्ही टोला व बीन टोली आदि गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है। लगभग 600 घरों में शनिवार की अगले सुबह में घुसने के बाद लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिसके चलते बाढ़ का पानी एसएसबी कैंप सहित गांव में घुस गया है। पानी बढ़ने के साथ ही लोग अपने माल -जाल के साथ चकदहवा विद्यालय व ऊंचे बांध पर शरण लेने लगे हैं।

एसएसबी 21 वी वाहिनी झंडूटोला के इंस्पेक्टर सह कंपनी कमांड़र राजेन्द्र कुमार ने बताया कि गंडक नदी का जलस्तर शनिवार की अहले सुबह से अचानक बढ़ गया। जिसके चलते बाढ़ का पानी एसएसबी कैंप के साथ-साथ गांव में प्रवेश कर गया है। लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए एसएसबी के अधिकारी व जवान नाव द्वारा बचाव कार्य में जुटे गए हैं।

पटना, 28 सितंबर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार शाम बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्यक्रम की उच्चस्तरीय समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुये कहा कि राज्य में बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण किया जाय। इस दौरान भूधारकों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो, इसे सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि भूधारकों को डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने के लिये अधिक समय दिया जाय ताकि कार्यालयों में अनावश्यक भीड़ नहीं हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अंचल कार्यालयों में लंबित म्यूटेशन एवं परिमार्जन के मामलों का तेजी से अभियान स्वरूप निष्पादन सुनिश्चित कराया जाय ताकि भूधारकों को समुचित डॉक्यूमेंट्स मिल सके। सर्वे कार्य के लिए डॉक्यूमेंट्स का काम तथा म्यूटेशन, परिमार्जन एवं अभिलेखों के दुरूस्त करने का कार्य समानांतर तरीके से चलते रहना चाहिये।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सर्वेक्षण प्रक्रिया का व्यापक प्रचार-प्रचार सुनिश्चित किया जाय। साथ ही अंचल स्तर पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति हेतु समुचित कार्रवाई की जाय।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उच्च स्तर पर सर्वेक्षण कार्य की सतत् निगरानी एवं समीक्षा करते रहें। भूमि विवाद राज्य में आपराधिक घटनाओं का मुख्य कारण है। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुये कहा कि भू सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण कर भू अभिलेखों का अद्यतीकरण करायें और यह सुनिश्चित करें कि सारे भू अभिलेख डिजिटली भूधारकों को उपलब्ध हो सके। इस संबंध में जन साधारण को जानकारी के लिये समय-समय पर प्रचार-प्रसार के माध्यम से अवगत कराते रहें।

नई दिल्ली, 28 सितंबर (हि.स.)। दिल्ली के रंगपुरी गांव में एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ खाकर अपनी चार बेटियों के साथ खुदकुशी कर ली। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने चारों के शव नजदीकी अस्पताल भिजवाए।

मरने वालों की पहचान हीरालाल, 18 वर्षीय नीतू, 15 वर्षीय निशि, 10 वर्षीय नीरू और 8 वर्षीय निधि के रूप में हुई है। पुलिस ने शुक्रवार को फ्लैट का ताला तोड़कर शवों को बाहर निकाला।

चारों बेटियां दिव्यांग होने के कारण चलने-फिरने में असमर्थ थीं और पत्नी की मौत के बाद हीरालाल अपनी बेटियों की हालत देखकर पूरी तरह से टूट चुका था। उसने बच्चियों को जहरीला पदार्थ खिलाकर खुद भी जान दे दी।

हीरालाल परिवार के साथ रंगपुरी गांव में किराये के मकान में रहता था। वह मूल रूप से बिहार के छपरा जिले के मसरख गांव का रहने वाला था।

हीरालाल वसंत कुंज स्थित एक अस्पताल में कारपेंटर के तौर पर काम करता था। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार सुबह हीरालाल के फ्लैट से बदबू आनी शुरू हुई। इस पर सड़क की दूसरी तरफ स्थित मकान में रहने वाले व्यक्ति ने पुलिस को फोन कर यह जानकारी दी।

श्रीनगर, 28 सितंबर (हि.स.)। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में देवसर के आदिगाम में चल रही मुठभेड़ में तीन सैनिक और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है। सभी घायलों को श्रीनगर के बेस अस्पताल ले जाया गया है।

जानकारी के अनुसार जैसे ही सुरक्षबाल के जवान आतंकी ठिकाने के करीब पहुंचे, आतंकियों ने भारी गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।

समाचार लिखे जाने तक मुठभेड़ जारी थी। सुरक्षाबलों के घेरे में दो-तीन आतंकवादियों के फंसे होने का अनुमान है। इसे देखते हुए अतिरिक्त सुरक्षा बल के जवान बुलाए गए हैं। एक अधिकारी के मुताबिक आतंकियों के लिए की गई घेराबंदी को पूरी तरह मजबूत किया जा रहा है।

 

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पटना, 28 सितंबर (हि.स.)। बिहार में बीते दो दिन से अधिकतर जिलों में भारी से मध्यम दर्जे की बारिश लगातार हो रही है। इस वजह से बिहार से सटे नेपाल और उत्तर बिहार में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

शुक्रवार 12 बजे मध्यरात्रि को गंडक बराज वाल्मीकि नगर से 3 लाख 39 हजार 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। संभावित बाढ़ को लेकर गंडक के निचले इलाके में अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही आज दोपहर 12 बजे कोसी बराज से 6.81 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसकी वजह से कोशी क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ की आशंका तेज हो गई है।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने अगले 24 घंटों के दौरान पांच जिलों , पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज और गोपालगंज में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर रेड अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। शनिवार को आठ जिलों, दरभंगा, मधुबनी, कटिहार, भोजपुर, बक्सर, सहरसा, और समस्तीपुर जिले में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। वर्षा के कारण नदियों में जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, दक्षिण पश्चिम मध्य प्रदेश के आसपास एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। ट्रफ लाइन उत्तर महाराष्ट्र, उत्तर पश्चिम बिहार से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर गुजर रही है। इनके प्रभाव से खासतौर पर दक्षिणी भागों की तुलना में उत्तरी भागों में अत्यंत भारी वर्षा व दक्षिणी भागों में भारी वर्षा की चेतावनी है।

पटना व आसपास इलाकों में शुक्रवार को बूंदाबांदी की स्थिति बनी रही। बीते 24 घंटों में अररिया के फारबिसगंज में सर्वाधिक वर्षा 340.0 मिलीमीटर (मिमी) और राजधानी में 7.8 मिमीलीटर वर्षा दर्ज की गई। अररिया के जोकिहाट में 306.4 मिमी, किशनगंज के चरघरिया में 285.0 मिमी, अररिया के पलासी में 280.8 मिमी, अररिया के रानीगंज में 269.2 मिमी, अररिया के सिकटी में 268.4 मिमी, पूर्णिया के श्रीनगर में 246.6 मिमी, अररिया में 2.4.4 मिमी, सुपौल के राघोपुर में 203.0 मिमी, पूर्णिया के जलालगढ़ में 200.4 मिमी और पूर्णिया के ढेंगराघाट में 193.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई।

नई दिल्ली, 27 सितंबर (हि.स.)। दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की सुगम आवाजाही के लिए भारतीय रेल द्वारा इस वर्ष 6000 से अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इन स्पेशल ट्रेनों का संचालन 1 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच किया जाएगा।

रेलवे अधिकारी के मुताबिक़ हर साल त्योहारों के अवसर पर रेलवे द्वारा स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाता है। इस वर्ष इन स्पेशल ट्रेनों की संख्या में भारी बढ़ोतरी की गई है।

उल्लेखनीय है कि दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पर्वों के दौरान लाखों की संख्या में यात्री सफर करते हैं। यात्रियों की भारी भीड़ को सुगम एवं आरामदायक यात्रा प्रदान करने के लिए रेलवे द्वारा इस वर्ष भी विशेष ट्रेनों का संचालन करने की तैयारी की गई है। दो महीने की अवधि के दौरान ये स्पेशल ट्रेनें 6000 से अधिक फेरे लगाएंगी और बड़ी तादाद में यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का काम करेंगी।

पिछले वर्ष भी भारतीय रेल द्वारा बड़ी संख्या में त्योहार स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया था और इन ट्रेनों ने कुल 4,429 फेरे लगाए थे, जिनके माध्यम से लाखों की संख्या में यात्रियों को आरामदायक यात्रा की सुविधा प्राप्त हुई थी।

जाहिर है कि हर साल दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा के अवसर पर देश भर से बड़ी संख्या में लोग उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर प्रस्थान करते हैं। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए ये त्योहार न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि परिवारों से मिलने का भी एक अहम अवसर होते हैं। हर साल त्योहारों के दौरान यात्रियों की भीड़ की वजह से अधिकांश ट्रेनों में दो-तीन महीने पहले से ही टिकट वेटिंग लिस्ट में चली जाती हैं। इसी को देखते हुए रेलवे द्वारा इस वर्ष भी त्योहारों के अवसर पर स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।

पटना , 27 सितंबर (हि.स.)। राज्य सरकार ने बिहार प्रशासनिक सेवा के 29 अधिकारियों का तबादला किया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार काे तबादले की अधिसूचना जारी कर दी है।

तबादले की सूची के अनुसार समाज कल्याण विभाग के निदेशक प्रशांत कुमार सी.एच. को गोपालंगज का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। जहानाबाद में नए अनुमंडल पदाधिकारी की पोस्टिंग हुई है। सारण के वरीय उपसमाहर्ता राजीव रंजन सिंह काे जहानाबाद का एसडीओ बनाया गया है जबकि जहानाबाद के एसडीओ विकास कुमार को स्थानांतरित कर पटना का वरीय उप समाहर्ता बनाया गया है।

पूर्वी चंपारण की वरीय उप समाहर्ता रश्मि सिंह को आरा सदर का एसडीओ बनाया गया है। पटना के वरीय उप समाहर्ता सतीश रंजन को सुपौल का जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाया गया है। शशांक राज को जहानाबाद का जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अजमल खुर्शीद को कटिहार का जिला भू अर्जन पदाधिकारी बनाया गया है। इनके अलावा कई अधिकारियाें का नाम सूची में शामिल है। सभी अधिकारियाें काे अविलम्ब पदभार ग्रहण करने एवं इसकी सूचना समान्य प्रशासन विभाग पटना काे भेजने का निर्देश दिया गया है।

पटना, 27 सितम्बर (हि.स.)। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को बिहार के युवाओं के साथ दूसरे राज्यों में हो रहे दुर्व्यवहार पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश में बिहार के लोगों का अपमान हो रहा है।

बिहारी व्यक्ति को मूर्ख, अनपढ़ और मजदूर समझा जाता है। आज बिहारी शब्द गाली बन गया है। आज पूरे देश में बिहार के बच्चों का जो अपमान हो रहा है, उसके लिए बिहार के नेता जिम्मेदार हैं।

प्रशांत किशोर ने बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए कहा कि बिहार ज्ञान की धरती रही है। दुनिया भर से लोग शिक्षा और ज्ञान प्राप्त करने के लिए बिहार आते थे। बिहार के नालंदा और विक्रमशिला विश्वविद्यालय पूरी दुनिया में प्रसिद्ध थे।

उन्होंने कहा कि बिहार वह धरती है, जहां देवताओं ने भी ज्ञान प्राप्त किया। एक समय था जब पूरे देश पर बिहार से शासन होता था लेकिन बिहार के नेताओं के जंगलराज और अफसर राज का नतीजा है कि आज बिहार के बच्चे और युवा महज दस से बारह हजार रुपये के लिए पूरे देश में जाकर मजदूरी करने को मजबूर हैं।

उन्हें अपना घर-परिवार छोड़कर दूसरे राज्यों में मजदूरी करनी पड़ती है। साथ ही अपमान और दुर्व्यवहार सहना पड़ता है। इसलिए जन सुराज का संकल्प है कि इस व्यवस्था को बदला जाए। बिहार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, ताकि कोई उन्हें अनपढ़ और मूर्ख कहकर अपमानित न करे।

राजेंद्र स्टेडियम में होगा रावण वध कार्यक्रम

छपरा: विजयादशमी समारोह समिति की आम बैठक सलीम परवेज की अध्यक्षता में हुई। इस आम बैठक में सभी पदाधिकारी एवं सदस्य उपस्थित हुए। बैठक में आगामी होने वाले विजयादशमी समारोह को लेकर विस्तृत चर्चा की गयी। इस वर्ष आयोजन को लेकर और भी बेहतर कैसे हो इसपर सभी सदस्यों ने अपना मंतव्य रखा।

अध्यक्ष सलीम परवेज ने कहा कि विगत वर्ष सफलता पूर्वक विजयदशमी समारोह का आयोजन किया गया है इसके लिए सभी सदस्य पदाधिकारी, सदस्य एवं छपरा कि सम्मानित जनता का विशेष आभार प्रकट करते है। इस समारोह की सफलता में सभी का योगदान होता है और सभी बधाई के पात्र है।

कार्यकारी अध्यक्ष वरुण प्रकाश ने कहा कि पिछले वर्ष विजयादशमी समारोह में बीम शो का आयोजन किया गया था। इस वर्ष भी समिति कुछ बेहतर और अलग करने की कोशिश कर रही है। महामंत्री विभूति नारायण शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना इस वर्ष बजट की बढ़ोतरी हुई है और इस समिति से का युवा एवं प्रतिष्ठित चेहरा को जुड़ने का मौका मिला है। इस वक्त आयोजन बेहतर कैसे हो इस पर समिति की विशेष नजर है।

कार्यकारी महामंत्री राजेश फैशन ने कहा कि विजयदशमी समारोह में इस वर्ष आतिशबाजी के साथ-साथ कई नए आकर्षक स्मोक फायर भी होंगे जो बच्चों के लिए मनोरंजन एवं आकर्षण का केंद्र होगा। जिला प्रशासन के द्वारा प्रत्येक वर्ष महत्वपूर्ण सहयोग मिलता है जो इस वर्ष भी मिलेगा। आयोजन को सफलतापूर्वक संपूर्ण कराता है।

इस अवसर पर अध्यक्ष सलीम परवेज, कार्यकारी अध्यक्ष वरुण प्रकाश, सचिन राजू नयन शर्मा उर्फ़ ददन गिरी, महामंत्री विभूति नारायण शर्मा, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश श्रीवास्तव, अंकेक्षक पवन कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष मदन मोहन सिंह, सत्य प्रकाश यादव, श्याम बिहारी अग्रवाल, संजय कुमार सिंह, संगठन सचिव शंकरदेव सिंह, सहायक सचिव राजीव रंजन, शैलेंद्र सिंगर, अशोक कुमार श्रीवास्तव, संतोष कुमार सिंह, जीशान अहमद, हिमांशु किशोर, शत्रुघ्न राय उर्फ नन्हे राय, विवेक कुमार सिंह, बलवंत सिंह, उपेंद्र शेखर, दिनेश पर्वत, धनंजय कुमार, सुरभित दत्त, गुड्डू शर्मा, सूरज कुमार आदि उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश यादव ने किया।

Chhapra: गंगा नदी एवं सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन अलर्ट है। जिला प्रशासन ने सभी अंचलाधिकारी एवं बाढ़ नियंत्रण के अभियंता लगातार फील्ड में भ्रमणशील रहकर स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही जहाँ भी आवश्यक होगा स्थानीय स्तर पर नाव परिचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश प्रभारी जिलाधिकारी ने दिए हैं।

प्रभारी जिलाधिकारी सह उपविकास आयुक्त ने सभी अंचलाधिकारियों एवं अन्य संबंधित पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक किया। सभी अंचलाधिकारियों, अनुमंडल पदाधिकारी, एवं बाढ़ नियंत्रण के अभियंताओं को लगातार क्षेत्र में भ्रमणशील रहकर स्थिति पर नजर बनाये रखने को कहा गया है। कुछ स्थलों पर जारी कटाव निरोधी कार्यों पर निरंतर निगरानी रखते हुये पूर्ण कराने को कहा गया है।

सभी अंचलाधिकारी आवश्यक होने पर आश्रय स्थल एवं सामुदायिक रसोई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं । इसके लिये आवश्यक पूर्व तैयारी रखने को कहा गया। जहाँ भी यातायात की दृष्टिकोण से नाव आवश्यक हो, वहाँ स्थानीय स्तर पर नाव परिचालन की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

Chhapra: छपरा शहर से सटे निचले क्षेत्रों और रिविलगंज, सदर प्रखण्ड के कई गाँव सरयू नहीं के जलस्तर में वृद्धि होने से बाढ़ से ग्रसित हो गए हैं। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने सामानों और मवेशियों के साथ सुरक्षित स्थानों पर शरण लिए हुए हैं।

मंगलवार को नदी का जलस्तर बढ़ने से परेशानी बढ़ गई है। आवागमन के लिए नाव की व्यवस्था स्थानीय लोगों के द्वारा की गई है जिससे सामानों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

छपरा शहर से सटे रिविलगंज प्रखण्ड के दिलीयारहिमपुर पंचायत में बाढ़ का पानी घुसने से लोग पलायन को विवस हैं। स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि प्रशासनिक पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है। बाढ़ राहत को लेकर पहल शुरू की गई है। 

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नई दिल्ली, 18 सितंबर (हि.स.)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारत बनाम बांग्लादेश टेस्ट श्रृंखला से पहले क्रिकेट की दो सबसे मजबूत हस्तियों, विराट कोहली और गौतम गंभीर के बीच एक विशेष साक्षात्कार का आयोजन किया।

बुधवार को जारी इस साक्षात्कार में कोहली और गंभीर ने अपने अतीत, अपने गहन आईपीएल मुकाबलों और मीडिया और प्रशंसकों द्वारा उनके चारों ओर बनाए गए सर्कल से आगे बढ़ने पर चर्चा की।

दोनों खेल दिग्गजों के बीच यह बातचीत बांग्लादेश के खिलाफ भारत की दो मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले हुई है। बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए टीज़र में कोहली ने गंभीर के साथ लंबे समय से चले आ रहे तनाव को लेकर बातचीत की शुरुआत करते हुए कहा, “तो हम यहां हैं। हम एक लंबा सफर तय कर चुके हैं और सभी मसाला खत्म कर रहे हैं।”

गंभीर ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “यह बातचीत की अच्छी शुरुआत है,” और दोनों खिलाड़ी एक साथ हंस पड़े।

साक्षात्कार के दौरान, गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया में कोहली के शानदार प्रदर्शन को याद किया, जहां कोहली की बल्लेबाजी शानदार थी, जिससे उन्हें क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में से एक के रूप में चिह्नित किया गया।

बदले में, कोहली ने गंभीर से पूछा कि वह मैदान पर हंसी-मजाक के बीच ‘ज़ोन’ में कैसे बने रहने में कामयाब रहे, एक सवाल जिसके कारण खेलों में मानसिक लचीलेपन पर एक व्यावहारिक चर्चा हुई।

गौतम गंभीर ने हास्य के स्पर्श के साथ, सवाल को वापस कोहली की ओर टाल दिया, उन्होंने कोहली के मैदान पर कई विवादों पर बात की और सुझाव दिया कि कोहली इस बात का जवाब देने के लिए बेहतर ढंग से सुसज्जित हो सकते हैं कि बाहरी बातचीत किसी खिलाड़ी के फोकस को कैसे प्रभावित करती है।

कोहली और गंभीर का एक समृद्ध इतिहास है, जिन्होंने 2011 में भारत की एकदिवसीय विश्व कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। टूर्नामेंट के दौरान, गंभीर ने अपने प्लेयर ऑफ द मैच की ट्रॉफी युवा विराट कोहली को सौंपी, जो दो अत्यधिक प्रतिस्पर्धी क्रिकेटरों के बीच एक बंधन की शुरुआत थी। हालाँकि, उनके ऑन-फील्ड रिश्ते हमेशा सहज नहीं रहे हैं।

2013 में, यह जोड़ी एक आईपीएल मैच के दौरान एक मौखिक विवाद में शामिल थी, और उनकी प्रतिद्वंद्विता केवल एक दशक बाद 2023 आईपीएल के दौरान बढ़ी। गंभीर, जो उस समय लखनऊ सुपर जायंट्स के मेंटर थे, और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का नेतृत्व कर रहे कोहली के बीच तीव्र टकराव हुआ, जिसके परिणामस्वरूप दोनों खिलाड़ियों पर जुर्माना लगाया गया।

पिछले तनाव के बावजूद, दोनों के बीच ने हाल ही में दोस्ताना व्यवहार देखा गया। दोनों को 2024 में, चिन्नास्वामी स्टेडियम में कोलकाता नाइट राइडर्स और आरसीबी के बीच एक मैच के दौरान गर्मजोशी से गले मिलते देखा गया था, जो उनके सार्वजनिक मतभेदों के अंत का संकेत था। गंभीर की भारत के मुख्य कोच के रूप में नियुक्ति के बाद से, इस जोड़ी ने अपने मतभेदों को भुलाकर और ड्रेसिंग रूम में एक मजबूत तालमेल बनाते हुए मिलकर काम किया है।