Bettiah, 16 जुलाई (हि.स.)। पश्चिम चंपारण जिला स्थित लौरिया ब्लॉक के बागड़ कुंवर उच्च माध्यमिक विद्यालय में इंटरमीडिएट की करीब 385 छात्राओं का पंजीयन विद्यालय प्रशासन की लापरवाही के चलते नहीं हो पाया, जिससे उन्हें डमी पंजीयन नहीं मिल सका। इसको लेकर आज छत्राओं ने आक्रोशित होकर नेशनल हाईवे 727 को लगभग 45 मिनट तक जाम कर दिया।

छात्राओं ने आरोप लगाया कि सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली की गई है

सूचना मिलने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनीष कर और लौरिया थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और छात्राओं को समझाकर सड़क खाली कराई। अधिकारियों ने छात्राओं को आश्वासन दिया कि लापरवाही बरतने वाले दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मौके पर विद्यालय के सभी शिक्षकों और छात्राओं की उपस्थिति पंजी की भी जांच की गई। छात्राओं ने आरोप लगाया कि जहां सरकार ने इंटरमीडिएट रजिस्ट्रेशन में सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क से अधिक वसूली की गई है।

 

स्कूल के प्रधानाध्यापक देवकांत सिंह ने बताया कि उन्होंने 24 अप्रैल 2025 को ही विद्यालय का पदभार संभाला है। रजिस्ट्रेशन संबंधित कार्य उनके कार्यभार संभालने के पहले का है। बीडीओ और बीओ ने कहा कि मामले की जांच कर वरीय अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जा रही हैं।

 

Chhapra: कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों में 33% कर्मियों के साथ शिक्षक कार्य करेंगे. इस आशय से संबंधित पत्र शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार द्वारा बुधवार को जारी किया गया.

जारी पत्र के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह द्वारा भी सारण जिले में सभी अवस्थित सरकारी एवं निजी शैक्षणिक संस्थानों को दिनांक 18 अप्रैल तक बंद रखने के साथ-साथ उसमें कार्यरत शिक्षकेतर कर्मी, शिक्षक की उपस्थिति को लेकर दिशा निर्देश जारी किया गया है.

जारी पत्र के आलोक में कहा गया है कि बिहार राज्य अंतर्गत स्थित सभी सरकारी एवं निजी विद्यालय, महाविद्यालय, कोचिंग संस्थान को 18 अप्रैल तक बंद रखने का निर्णय संसूचित किया गया था.

इस संदर्भ में स्पष्ट दिशानिर्देश देते हुए प्रारंभिक विद्यालयों में 2 शिक्षक होने पर बारी बारी से शिक्षकों के विद्यालय में उपस्थित रहने तथा 2 से अधिक शिक्षक पदस्थापित होने पर वहां प्रतिदिन बारी-बारी से 33% शिक्षक के उपस्थित रहने तथा मध्य विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रतिदिन उपस्थित रहने तथा शेष शिक्षक शिक्षकेतर कर्मी को प्रतिदिन बारी बारी से 33% उपस्थित रहने का दिशानिर्देश जारी किया गया है.

वही विश्वविद्यालय, महाविद्यालय के संदर्भ में सह प्राध्यापक, प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष स्तर एवं ऊपर के सभी पदाधिकारी की प्रतिदिन उपस्थिति तथा सहायक प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष पदाधिकारी एवं उनसे न्यून सभी पदाधिकारी एवं कर्मी बारी-बारी से प्रतिदिन 33% उपस्थित रहने का निर्देश जारी करते हुए इसके अनुपालन सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है.

Chhapra: सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं के लिए सरकार ने नया निर्देश जारी किया है. जिसके तहत वहां पढ़ने वाले बच्चों को खाद्यान्न एवं राशि उपलब्ध कराई जाएगी. इसको लेकर विभाग ने पत्र जारी करते हुए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमडीएम को त्वरित कार्यवाई का निर्देश दिया है. हालांकि यह कार्य जुलाई माह तक के लिए है.

शिक्षा विभाग के अपर सचिव आरके महाजन ने सभी डीईओ एवं डीपीओ एमडीएम को पत्र जारी कर कहा है कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने काले बच्चों को खाद्यान्न एवं राशि डीबीटी के माध्यम से भेजी जाए.

जारी पत्र में कहा गया है कि कोरोना वायरस को लेकर विद्यालयों में छात्रों का आना बंद है.साथ ही ग्रीष्मावकाश भी था. विद्यालयों में इस कार्य अवधि के लिए मई 24 दिन, जून में 30 दिन एवं जुलाई माह में 26 दिन कुल 80 दिनों के लिए के लिए वर्ग एक से पांच तक के छात्रों को प्रतिदिन 100 ग्राम खाद्यान्न के अनुसार 8 किलो खाद्यान्न तथा प्रतिदिन 4.48 रुपये के अनुसार 358 रुपये एवं वर्ग 6 से 8 तक के प्रति छात्र 150 ग्राम खाद्यान्न के अनुसार 12 किलो खाद्यान्न एवं प्रति छात्र 6.71 रुपये के अनुसार 536 रुपये दिए जाएंगे.

खाद्यान्न का वितरण विद्यालय द्वारा एक पंजी का निर्माण कर छात्रों के अभिभावक के बीच हस्ताक्षर कर किया जाएगा वही निर्धारित राशि डीबीटी के माध्यम से खाते में भेजी जाएगी.

पत्र में यह भी निर्देश दिया गया है कि विद्यालय में उपलब्ध खाद्यान्न के वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सभी अभिभावक मास्क पहनकर आएंगे. साथ ही साथ खाद्यान्न उठाव करने के साथ तुरंत छात्रों के खाते में डीबीटी की राशि भेजी जाए.

Chhapra: शिक्षा विभाग के विभिन्न संभाग में पदाधिकारियों को नए सिरे से प्रतिनियुक्त किया गया है. इससे संबंधित पत्र जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निर्गत करते हुए सभी प्रतिनियुक्त डीपीओ को अपने अपने आवंटित संभाग में प्रभार लेकर कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया है.

डीईओ अजय कुमार सिंह द्वारा जारी पत्र के अनुसार डीपीओ सुनील कुमार गुप्ता को स्थापना शाखा, डीपीओ शकुंतला को लेखा योजना, डीपीओ राजन कुमार गिरी को सर्व शिक्षा अभियान एवं समग्र शिक्षा, मो शारिक अशरफ़ को माध्यमिक शिक्षा साक्षरता एवं प्रशिक्षण तथा डीपीओ संजय कुमार ठाकुर को मध्याह्न भोजन योजना का डीपीओ प्रतिनियुक्त किया गया है.

डीईओ ने कहा है कि विभागीय अधिसूचना के आलोक में 30 जून से सभी कार्यक्रम पदाधिकारी को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी में करने को लेकर प्राधिकृत किया गया है. वही विगत दिनों सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ अमरेंद्र कुमार गोंड का स्थानांतरण सीतामढ़ी होने तथा डीपीओ सुनील कुमार गुप्ता के अधीन स्थापना शाखा एवं मध्याह्न भोजन योजना शाखा का प्रभार होने को लेकर सभी डीपीओ के बीच समान रूप से कार्यो का आवंटन जिला पदाधिकारी से अनुमति प्राप्त कर किया गया है.

Lahladpur: सोमवार को परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर सिंह द्वारा प्रखंड क्षेत्र में शिक्षकों को आगामी पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर पटना में आयोजित एक दिवसीय धरने में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया.

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प्रखंड अध्यक्ष के नेतृत्व में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि सरकार पूरी तरह से शिक्षकों से भयभीत है और तरह-तरह के तरकीब अपना कर वह शिक्षकों को शोषित कर रही है.

एक सोची-समझी रणनीति के तहत शिक्षकों को धरने के लिए गांधी मैदान को ना देना शिक्षकों के प्रति सरकार की मंशा को दर्शाता है.

शिक्षक अगर इस बार अपने के लिए पटना नहीं पहुंचे तो सरकार का हौसला बुलंद होगा. इस हौसले को धराशाई करने के लिए सभी शिक्षकों से आह्वान है कि वह शत प्रतिशत अपनी उपस्थिति पटना में दें. अगर जरूरत पड़ी तो 1 दिन पूर्व ही वह पटना में उपस्थित होकर 5 सितंबर के धरने में वह शामिल हो.

श्री सिंह ने शिक्षकों से मंत्रणा करते हुए कहा कि शिक्षकों के जाने एवं आने की व्यवस्था प्रखंड स्तर पर की जाए. जरूरत के अनुसार वाहनों का प्रबंध एवं साथ ही साथ भोजन तथा पानी की भी व्यवस्था की जाए. जिससे कि जाने वाले शिक्षकों को परेशानी ना हो. बैठक की अध्यक्षता अनुज राय एवं नरेंद्र कुमार राय ने की.

जिसमें मुख्य रूप से हवलदार मांझी, सुमन प्रसाद कुशवाहा, अभिनंदन प्रसाद, जोगिंदर मांझी, कृष्णा राम, अजय कुमार माझी, मुकेश प्रसाद, राज किशोर राय, राजेश्वर प्रसाद, दीनबंधु जी, कृष्णा यादव, अशोक यादव, उमाशंकर महतो, दीपनारायण प्रसाद, बसंत कुमार, मुद्रिका पासवान, अजीत कुमार, संतोष कुमार, अभिषेक कुमार मिश्र, केशव तिवारी सहित कई शिक्षक मौजूद थे.