Chhapra: शहर के बीचों बीच शिल्पी पोखरा की नई तस्वीर सामने आई है. तस्वीर को देखकर आपको भी सुकून मिलेगा. बदहाली का दंश झेल रहे पोखर के दिन बहुरने लगे है. ऐसे में यह तस्वीर शहर को लोगों को एक सुकून देगी.

शिल्पी पोखर का नाम अब शहर के चुनिंदा जगहों में शामिल होगा. लेकिन इसके लिए अभी थोड़ा इन्तेजार करना पड़ेगा. हालांकि काम की गति इसके जल्द पूरा होने का दावा कर रही है.

घनी आबादी के बीच शहर के शिल्पी पोखरा की साफ सफाई और सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है. सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली के तहत शिल्पी पोखरा का जीर्णोद्धार हो रहा है. बुडको द्वारा पोखरे की जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है. शिल्पी पोखर के चारो तरफ टहलने के लिए पथ और पोखर की सजावट का कार्य किया जाना है. जिसके बाद यह शहरवासियों के लिए बेहतर स्थान बन जायेगा जहां सुबह और शाम में लोग समय व्यतीत करेंगे.

बताते चले कि शिल्पी पोखरा शहर के सबसे पुराना पोखरा है जो सरकारी उदासीनता के कारण विलुप्त होने के कागार पर था. नगर निगम द्वारा पोखरे के अस्तित को समाप्त करने की पूरी तैयारी की गई थी उनके द्वारा शहर से निकलने वाले कचड़े को शिल्पी पोखरे में डंप किया जा रहा था. जिसके कारण पोखरे का अस्तित्व विलुप्त हो चुका था.

राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जलजीवन हरियाली के तहत तत्कालीन जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन द्वारा शिल्पी पोखरे का चयन किया गया. जिसपर सरकार द्वारा अनुमोदन के बाद बुडको के द्वारा जीर्णोद्धार का कार्य किया जा रहा है. लेकिन कार्य की गति को देखकर लगता है कि कार्य पूरा होने में एक से दो वर्ष का समय लगेगा.

इसुआपुर: आगामी 19 जनवरी को बनाई जाने वाली मानव श्रृंखला को लेकर प्रखंड के जीविका कार्यालय में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया.

बैठक को संबोधित करते हुए जिले के श्रम अधीक्षक रमेश कमल रत्नम ने कहा कि आगामी 19 जनवरी को जल जीवन हरियाली, नशा मुक्ति, बाल विवाह एवं दहेज प्रथा उन्मूलन के पक्ष में मानव श्रृंखला बनाई जा रही है. अन्य प्रखंडों की तरह इसुआपुर में भी 27 किलोमीटर मानव श्रृंखला प्रस्तावित है.

श्री रत्नम ने बताया कि इसुआपुर के दरवा से लेकर हनुमानगंज, सढ़वाड़ा से रामपुर अटोली चौक एवं टेढ़ा से सहवा होते हुए अमरदह तक कुल 27 किलोमीटर मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाना है.

जिसके लिए माइक्रो प्लानिंग के अनुसार निर्धारित मानव बल की उपस्थिति सुनिश्चित करना शिक्षा विभाग, जीविका, आंगनबाड़ी, आशा सहित अन्य कार्यालयों के पदाधिकारियों का दायित्व है.

श्री रत्नम ने कहा कि माइक्रो प्लानिंग ही इस मानव श्रृंखला के सफल आयोजन दर्शाता है. बेहतर माइक्रो प्लानिंग एवं व्यवस्थित मानव बल की उपस्थिति से इस प्रखंड में सुंदर मानव श्रृंखला का निर्माण किया जा सकता है. जिसमें सबो की भागीदारी होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि प्रखंड के सभी सरकारी कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि इस कार्य में जुट जाएं. जिससे कि 19 जनवरी को इसुआपुर में एक बेहतर हो सके.

उन्होंने कहा कि अगले वर्ष में प्रत्येक सप्ताह जिला कार्यालय द्वारा प्रखंड के गतिविधियों की समीक्षा नियमित रूप से की जाएगी. उन्होंने सभी उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह प्रखंड में मानव श्रृंखला निर्माण के लिए वातावरण का निर्माण करें. प्रभात फेरी, गीत संगीत प्रतियोगिता एवं जनसंपर्क अभियान चलाकर लोगों को प्रेरित कर इस मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए आह्वान करें. जनभागीदारी से यह कार्य निश्चित रूप से सफल होगा.

बैठक में प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार, डॉ वी के सिंह, अंचल पदाधिकारी, जीविका के नवनीत कुमार, केआरपी संतोष कुमार, सहित शिक्षा विभाग के बीआरपी द्वारिका नाथ तिवारी, निशा कुमारी एवं सीआरसीसी रंजीत रंजन सिंह, वीरेंद्र साह, सुषमा कुमारी, संतोष सिंह सहित उच्च विद्यालय के प्राचार्य उपस्थित थे.

Patna: आगामी 19 जनवरी 2020 को बनाई जाने वाले मानव श्रृंखला में जनभागीदारी को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

जल जीवन हरियाली, नशा मुक्ति, बाल विवाह उन्मूलन के पक्ष में आगामी 19 जनवरी को राज्य में मानव श्रृंखला का निर्माण किया जाना है. ऐसे में जनमानस में जागरूकता को लेकर जन शिक्षा निदेशालय द्वारा दोस्तानासफ़र किन्नर कला जत्था के माध्यम से नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर जागरूक किया जा रहा है.

दोस्तानासफ़र की रेशमा प्रसाद ने बताया कि मानव श्रृंखला में शामिल होने के लिए जनता को जागरूक किया जा रहा है. साथ ही साथ जल जीवन हरियाली और नशा मुक्ति को भी जनता को बताया जा रहा है.

मंगलवार को पटना जंक्शन सहित पटना के अन्य क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया गया. इस दौरान कार्यक्रम में जन शिक्षा निदेशालय के सहायक निदेशक रमेश चंद्रा एवं ग़ालिब खान तथा वरिष्ठ नाटककार उदय कुमार द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्य पर चर्चा की गई.

ग़ालिब खान ने कहा की अगला विश्व युद्ध जल के लिए ही होगा इस लिए सभी को पर्यावरण की सुरक्षा के लिए तत्पर होना चाहिए.

इस अवसर पर दोस्तानासफर की संयोजिका रेशमा प्रसाद के नेतृत्व में किन्नर कलाकारों डिमपाल जश्मिन, अनुप्रिया, सोनी, गौरी, सुरभि यादव, रानी, रंजना, मुस्कान एवं मनोज और सनी के द्वारा गीत संगीत एवं नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति हुई.

Chhapra/ Ekma : सूबे के मुखिया नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा के चौथे चरण में जिले के एकमा प्रखंड स्थित छपिया चंवर पहुंचे. रविवार को वैशाली के देशरी कार्यक्रम के बाद श्री कुमार एकमा प्रखंड के परसा पूर्वी पंचायत के तिलकार छपिया गांव के चंवर पहुंचे.

मुख्यमंत्री श्री कुमार ने एकमा के छपिया गांव चंवर में महत्वाकांक्षी जल जीवन हरियाली के तहत किसानों द्वारा विकसित किये गए तालाब, पक्षी विहार, गाय पालन, पशु पालन, मत्स्य पालन के लिए हेचरी प्लांट, बत्तख पालन, तालाब के सौंदर्यीकरण, पौधरोपण, वर्षा जल संचयन, सौर ऊर्जा संयंत्र प्लांट, जीविका की ग्राम आदि के अलावा जल संचयन, कृषि सहित अन्य विभागों द्वारा सरकार की विभिन्न विभागों की लोक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने से संबंधित प्रदर्शनियों का भी अवलोकन व लोकार्पण किया.इस दौरान मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया.

इस दौरान उन्होंने कुछ चयनित किसानों, पशुपालकों के अलावा गठबंधन के सांसद, विधायकों व पदाधिकारियों से भी मुलाकात की.

एकमा के बाद सीएम समाहरणालय पहुंचे. जहां पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सीएम ने अधिकारियों के साथ जल जीवन हरियाली से संबंधित सारण प्रमंडल स्तर की समीक्षा बैठक करके विकास योजनाओं की प्रगति की जानकारी हासिल की.

मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर एकमा से शहर के समाहरणालय तक सड़को की मरम्मती, रंग रोगन किया गया था. छपरा और एकमा दोनों जगहों पर मुख्यमंत्री की झलक पाने को लेकर लोग बेताब थे लेकिन लोगो की हसरत धरी की धरी रह गयी. सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इन्तेजाम और पदाधिकारियों तथा दलीय नेताओ की भीड़ से मुख्यमंत्री का दीदार न हो सका.

इस मौके पर जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय सहित प्रदेश के कई प्रशासनिक अधिकारी और महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, दूरोंधा के अजय सिंह, पूर्व विधायक कृष्ण कुमार उर्फ मंटू सिंह, एकमा विधायक मनोरंजन सिंह उर्फ धूमल सिंह, संतोष महतो, ब्रजेश सिंह सहित जिले के सभी जदयू कार्यकर्ता मौजूद थे.

इसके पूर्व जल जीवन हरियाली यात्रा के चौथे चरण के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुनः तीन दिवसीय यात्रा के तहत रविवार को वैशाली जिले से यात्रा की शुरुआत की. इसके क्रम में सबसे पहले वैशाली जिले के देसरी प्रखंड के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फ्रुट व जल संचयन योजना का अवलोकन किया.

Chhapra: जिले के एकमा प्रखंड स्थित छपिया गांव चंवर में सूबे के मुखिया का आगमन एक नई सुबह को लेकर आया है. प्रखंड के इस छोटे से गांव से लेकर छपरा के आधे शहर तक कि सड़क चमक चमक कर अपने विकास को बयां कर रही है.

शहर के सरकारी भवन की दीवारें भी कम नही है पीछे से वह भी अपने सफेदी पर मानो इतरा रही हो. अचानक हुए इस विकास को देखकर सहसा लोग कह रहे है काश मुख्यमंत्री जी महीने में एक बार जरूर आते. खैर सूबे के मुखिया के आगमन पर पूरा महकमा एकमा से लेकर समाहरणालय सभागार तक दिन रात एक कर लगा हुआ है.

सड़कें, फुटपाथ, सरकारी भवन, विद्यालय, पोखर सभी चमक चमक कर अपने विकास की बात कह रहे है. महीनों से बंद पड़ी सदर अस्पताल का बाहरी परिसर का निर्माण कार्य भी आनन फानन में कराकर रंगा चुका है.

सड़को पर अनाधिकृत रूप से लगने वाले दुकानों और सड़क पर चलने वाले ऑटो, रिक्शा, तिपहिया वाहन सहित कई वाहनों के लिए एडवाइजरी भी जारी की गई है. शहर से छपरा जंक्शन आने जाने वाले रास्ते पर विशेष चौकसी है. ब्रह्मपुर से श्यामचक तक की टूटी सड़क और उड़ती धूल भी दब चुकी है.

करीब 2 घंटे के इस दौरे में मुख्यमंत्री को सारण में किये गए विकास कार्यो की तस्वीर दिखाई जाएगी. लेकिन शहर के पूर्व दिशा में यह तस्वीर भयावह हो जाती है. छपरा शहर से लेकर डोरीगंज तक कि सड़क अब शायद ही किसी को याद हो. छपरा शहर और राजधानी से आनी वाली गाड़ियां अब इस पथ को भूल गयी है.

सारण के विकास की बयार छपरा डोरीगंज मुख्य पथ से कोसो दूर दिख रही है. हालांकि यह मामला केंद्र के अधीन है लेकिन जनता सरकार से ही उम्मीद लगाए बैठी है.

जनता जहां मुख्यमंत्री को एकमा से छपरा महीने में एक बार आने के लिए आग्रह कर रही है वही डोरीगंज के निवासी सिर्फ एक बार इस सड़क से आने की मांग कर रहे है. पूरब और पश्चिम भले ही आपस मे कभी ना मिले लेकिन इन दोनों दिशाओं में जाने वाली सड़क में एकरूपता का इंतजार लोगो को जरूर रहेगा.