छपरा(कबीर): शहर का प्रभुनाथ नगर मुहल्ला इन दिनों पानी में डूबा हुआ है. मुहल्ले की लगभग सभी सड़कों पर जलजमाव है. जिससे यह ईलाका बाढ़ से घिरा दिखाई दे रहा हैं. अधिकत्तर मकान पानी में डूबे हुए है. सड़क किनारे पड़ी खाली जमीनों में लबालब पानी भर जाने से वह सड़क पर आ गया है. इसके आलावे कई ऐसे सड़क भी है जो दिखाई भी नहीं दे रहे हैं. आसपास के लोग तो मज़बूरी वस इस रास्ते से होकर जा रहें हैं. लेकिन अन्य राहगीर तो इसका रुख भी नही कर रहे हैं.

नाला का नही होना जलजमाव का बड़ा कारण
प्रभुनाथ नगर के अधिकतर इलाके में नाला का निर्माण नही है. जो जलजमाव का सबसे बड़ा कारण है. जो मकान बने हुए है उनके नाला का पानी खाली पड़े जमीन में जाता था. इस वर्ष आयी बाढ़ और बारिश के पानी से खाली पड़ी ज़मीन पहले से ही पानी से लबालब है. 14805400_1844575769162384_1360948018_n

 खाली पड़े ज़मीन में पानी भर जाने के बाद अब पानी सडकों पर आ चुका है.

जहाँ देखो पानी-ही-पानी
प्रभुनाथ नगर में में आप जिस ओर नज़र डालेंगे पानी-ही-पानी दिखेगा. कई घर तो ऐसे है जो बिलकुल पानी में डूबे हुए है. प्रतिदिन स्कूल जाने वाले बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. 14804861_1844575762495718_1115865625_n  हाथों में जूता लिए बच्चे स्कूल जाते और आते हुए दीखते है. यह नज़ारा महीनों से देखने को मिल रहा है. प्रशासन को इस समस्या के समाधान के लिए सार्थक प्रयास करने की जरुरत है.

छपरा: शहर के पश्चिमी छोर पर गुरुद्वारा में माता की प्रतिमा स्थापित की जाएगी. दुर्गा पूजा के मौके पर पूजा समिति के सदस्यों द्वारा रात दिन एक कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा हैं.

समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र राय ने बताया कि इस बार माता की प्रतिमा पंजाब के गुरुद्वारा में स्थापित की जा रही हैं. पंडाल का निर्माण कोलकाता के कारीगरों द्वारा एक माह पूर्व से किया जा रहा हैं. उन्होंने बताया कि लाखों रुपए की लागत से यह पंडाल बनाया जा रहा हैं.

पूजा समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी कुवांरी भोज का आयोजन किया जा रहा है. सप्तमी को हलवा, अष्टमी को खीर, नवमी को विशाल भंडारा तथा दशमी को खिचड़ी भोज किया जाएगा.

छपरा: विजयादशमी के अवसर पर प्रत्येक वर्ष होने वाले रावण दहन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गयी है. इस बार लोगों को रावण, कुम्भकर्ण और मेघनाथ के आकर्षक पुतलों को देखने का मौका मिलेगा. जिसके निर्माण में कारीगर जुटे हुए है. 

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रावण के पुतले के निर्माण में जुटे कारीगर                       Photo: Chhapra Today

समारोह की तैयारियों को लेकर बुधवार को राजेंद्र स्टेडियम में आयोजन समिति ने प्रेस वार्ता की. आयोजकों ने बताया कि इस बार रावण का 60 फिट ऊँचा पुतला का निर्माण हो रहा है. जबकि मेघनाथ और कुम्भकर्ण के 55-55 फिट ऊँचे पुतले देखने को मिलेंगे. 

समारोह राजेंद्र स्टेडियम में होगा. इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य अरुण सिंह, श्याम बिहारी अग्रवाल, सत्यप्रकाश यादव आदि उपस्थित थे. 

आपको बता दें कि रावण दहन देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ राजेंद्र स्टेडियम में प्रत्येक वर्ष जुटती है. रावण दहन को देखने के लिए लोग दूर दूर से यहाँ पहुंचते है. इस अवसर पर होने वाली आतिशबाजी देखने लायक होती है.

छपरा: नवरात्र में हर जगह पंडालों का निर्माण हो रहा है. पूजा समितियां जोर शोर से पंडालों को पूरा करने में दिन रात लगी हुई है. कई पूजा समितियों द्वारा अपने पंडाल को अलग रूप दिया जा रहा है.

शहर के टक्कर मोड़ पर गुफा में बाबा बर्फानी को स्थापित करने का कार्य चल रहा है. समिति के सदस्य शशि कुमार ने बताया कि हर बार की तरह इस बार भी पूजा समिति के द्वारा वर्फ से बने बाबा बर्फानी की स्थापना की जा रही है. साथ ही गुफा बनाया जा रहा है. गुफा बनाने के लिए चट्टी और बांस का उपयोग किया जा रहा है. जबकि गुफा के अंदर वर्फ से बने शिव लिंग को स्थापित किया जायेगा. जो देखने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा.

वही दौलतगंज में हर बार की तरह इस बार भी सुरसा के मुहं से निकलते वीर हनुमान की झांकी देखने को मिलेगी. पूजा समिति द्वारा यहाँ भी चट्टी और बांस की सहायता से गुफा का निर्माण कराया जा रहा है. शहरवासियों को ऐसा ही कुछ नजारा दहियावां में भी देखने को मिलेगा जहाँ नारायण चौक से राम राज्य चौक जाने वाली सड़क पर गुफा का निर्माण किया जा रहा है.

मूर्तियों को दिया जा रहा अंतिम रूप

रतनपूरा स्थित सवलिया मंदिर में मूर्ति को अंतिम रूप देता कारीगर

पंडाल के साथ साथ मूर्तियों का निर्माण भी अब अंतिम चरण में पहुँच चूका है. कुछ पूजा पंडालों में मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जा चूका है. जबकि कई पूजा पंडालों में अभी काम बाकी है. जिसे जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश की जा रही है.  

दुर्गा पूजा में इन सभी पंडालों को देखने के लिए छपरावासियों उत्सुक है.

छपरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस को भारतीय जनता पार्टी ने सेवा दिवस के रूप में मनाया. पीएम के जन्मदिवस पर महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल छपरा सदर अस्पताल पहुंचे. जहाँ उन्होंने अस्पताल में इलाजरत मरीजों के बीच फल, मिठाई और वस्त्र वितरण किया. mp

इस अवसर पर सांसद सिग्रीवाल ने छपरा टुडे डॉट कॉम से बताया कि देश का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना जन्म दिन  सेवा दिवस के रूप में मनाने का संकल्प किया है. दिव्यांग लोगों के बीच अपने जन्मदिवस को मना रहे है. ऐसे में हम लोगों के लिए भी सेवा का सन्देश था. जिसके तहत अस्पताल में फल, मिठाई और वस्त्र का वितरण किया गया है.

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इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश प्रसाद, विधायक डॉ सी.एन. गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, शांतनु कुमार सिंह, शैलेन्द्र सेंगर, धर्मेन्द्र चौहान, जय प्रकाश वर्मा, डॉ हरी ओम प्रसाद, चरण दास समेत कई कार्यकर्त्ता उपस्थित थे.

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस को सेवा दिवस के रूप में मना रही है. जिसे लेकर मरीजों के बीच वस्त्र और खाद्य सामानों का वितरण किया गया है.

छपरा: सारण जिला भाजपा के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष रमेश प्रसाद का नागरिक अभिनंदन समारोह का आयोजन स्थानीय राजस्थान होटल के सभागार में किया गया. अभिनन्दन समारोह को संबोधित करते हुए नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष रमेश प्रसाद ने कहा कि पार्टी ने मुझे जो जिम्मेवारी सौंपी है उसे निभाने की पूरी कोशिश करूंगा.उन्होंने अध्यक्ष के चुनाव को सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराए जाने पर पार्टी की स्थानीय इकाई और प्रदेश नेतृत्व का धन्यवाद दिया.

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प्रेस वार्ता करते भाजपा के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष

नवनिर्वाचित अध्यक्ष अपने सम्बोधन के दौरान काफी भावुक दिखे. उन्होंने अध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में उम्मीदवार रहे कुछ लोगों के नाराज हो जाने को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि जो लोग भी नाराज हैं उन्हें सभी लोगों द्वारा मिलकर मना लिया जाएगा. पार्टी का विकास एकजुटता के साथ संगठित होने पर हैं. उन्होंने जिले की नवगठित कमिटी को संगठित होकर कार्य करने तथा केंद्र सरकार की योजनाओ का प्रचार प्रसार करने तथा लोगो को लाभान्वित करने का आह्वान किया.neeraj

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व अध्यक्ष वेदप्रकाश उपाध्याय ने कहा कि नए अध्यक्ष के नेतृत्व में पार्टी निश्चित ही काफी प्रागति करेगी. पार्टी के सभी कार्यकर्त्ता नए अध्यक्ष को जिले में पार्टी के विकास के लिए पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगे. वहीं समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व अध्यक्ष वंशीधर तिवारी एवं अशोक सिंह ने भी नए अध्यक्ष को उनके आगामी कार्यकाल की शुभकामनाएं दीं. स्थानीय विधायक सी.एन.गुप्ता ने महिलाओं को पार्टी में सक्रिय करने पर जोर देने की बात कहते हुए कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर पार्टी के उत्तरोत्तर विकास की बात कही.dscn0062

इसके पूर्व नवनिर्वाचित अध्यक्ष को भाजपा नेता श्यामबिहारी अग्रवाल एवं राजेश फैशन ने अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ देकर अभिनन्दन किया.

अभिनन्दन समारोह में सांसद प्रतिनिधि ई. सत्येंद्र सिंह, ब्रजमोहन प्रसाद, धर्मेन्द्र कुमार सिंह, जयप्रकाश वर्मा, धीरज कुमार सिंह,धर्मेन्द्र चौहान, नीरज कुमार त्रिपाठी, जयप्रकाश वर्मा समेत पार्टी के कई कार्यकर्त्ता एवं वरीय नेता मौजूद रहे. कार्यक्रम का संचालन श्रीनिवास सिंह ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन पूर्व नगर अध्यक्ष संजय सिंह ने किया.

छपरा (सारण):  सारण की ख्याति भारत में ही नहीं पूरे विश्व में स्थापित है. सभ्यता और संस्कृति की धनी सारण की धरती पर कई महान व्यक्तित्वों का अवतरण हुआ है. पर आपने कभी ये विचार किया है कि इस पवित्र भूमि का नाम सारण कैसे हुआ.

वैसे तो ‘सारण’ शब्द के उद्गम का कोई स्पष्ट विवरण नहीं मिलता है. जनरल कनिंघम के अनुसार इस शब्द का उद्गम संस्कृत के ‘सारण’ शब्द से हुआ है. जिसका अर्थ आश्रय स्थल अथवा आश्रय देने वाला होता है. इन्होंने भगवान बुद्ध की एक दंतकथा से इसका सम्बन्ध स्थापित करते हुए कहा था कि बुद्ध ने एक ऐसे दानव का ह्रदय परिवर्तन किया था जो की मानव मांस का भक्षण करता था और अंततः उस दानव ने बौद्ध धर्म को अंगीकार किया.

एक बौद्धधर्मावलंबी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा था कि बौद्धधर्म अंगीकार करते हुए तीन चीजों (बुद्ध, धर्म तथा संघ) के आश्रय की मांग की गई थी. इस दानव के ह्रदय परिवर्तन के सारणोत्सव के उपलक्ष्य में सम्राट अशोक ने एक स्तम्भ का निर्माण कराया था.

जनरल कनिंघम के अनुसार इस स्तम्भ का नाम आश्रय अथवा पनाह स्तम्भ रहा होगा इसकी कीर्ति को देखते हुए इस जिले का नाम ‘सारण’ कर दिया गया होगा.

इसके अतिरिक्त सर्वाधिक सत्य प्रतीत होने वाला यह विचार बताता है कि सारण शब्द ‘सारंगारण्य’ का अपभ्रंश है. अर्थात इसका सम्बन्ध हिरणों के जंगल से है. स्थानीय किंवदंती के अनुसार पूर्व ऐतिहासिक काल में छपरा के सिंघही गाँव में ऋषि श्रृंगी का आश्रम हुआ करता था. जहाँ के जंगलों में हिरणों की अधिकता पाई जाती थी.

इस सम्बन्ध में एक अन्य विचार यह भी है कि सारण शब्द ‘शक्रारण्य’ शब्द का अपभ्रंश है. शक्र का एक अर्थ अर्जुन नाम के वृक्ष से भी है. संभवतः यहाँ के वनों में अर्जुन नाम के वृक्ष की अधिकता रही हो .

छपरा: एमडीएम पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन की जा रही अवैध उगाही को लेकर शिक्षक संघ आक्रोशित है. शनिवार को बिहार अराजपत्रित शिक्षक संघ के शिक्षकों द्वारा एमडीएम पदाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक दिवसीय धरना दिया गया.

शिक्षक संघ के बालेश्वर प्रसाद यादव, कामेश्वर सिंह के नेतृत्व में सैकड़ो शिक्षक ने अपनी एकता का प्रदर्शन किया. धरना को संबोधित करते हुए शिक्षक नेता ने कहा कि एमडीएम पदाधिकारी की कार्यशैली से सभी शिक्षक क्षुब्ध है. डीपीओ द्वारा शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है. विद्यालय में एमडीएम का संचालन होने के बावजूद भी शिक्षको के उपर कार्यवाई की धमकी दी जा रही है. पूरा विभाग भष्टाचार में लिप्त है. स्कूल के निरीक्षण के नाम पर शिक्षकों से अवैध वसूली की जा रही हैं, जिससे सभी त्रस्त है.

शिक्षकों ने विरोध मार्च करते हुए नगरपालिका चौक से थाना चौक तक विरोध मार्च किया. शिक्षकों द्वारा जल्द से जल्द डीपीओ को हटाने की मांग की.

छपरा: छपरा नगर परिषद को नगर निगम का दर्जा मिलते ही शहर को स्वच्छ बनाने की दिशा में पहल शुरू कर दी गई है. नगर परिषद ने शहर के सभी वार्डों में प्लास्टिक डस्टबीन लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी  है.

विदित हो की पूर्व में भी शहर के कई मुहल्लों में लोहे का डस्टबीन लगाया गया था पर रख-रखाव में परेशानी के कारण ये डस्टबीन कई मुहल्लों में औंधे मुंह पड़ा हुआ है. इस बार नगर परिषद द्वारा यह डस्टबीन हर उस छोटे-छोटे जगह पर लगाया जा रहा है जहाँ लोग प्रतिदिन का कचड़ा फेंकते हैं.

नगर परिषद ने लोगों की सुविधा का ख्याल रखते हुए इस योजना को शुरू किया गया है. इस नए डस्टबीन का मेंटेनेंस काफी आसान है. नगरपरिषद के सफाई कर्मी प्रतिदिन इस डस्टबीन में एकत्र कचड़ा को निकाल कर डंपिंग एरिया में फेंकने का काम करेंगे.

छपरा: मनुष्य के पास आँख हैं और अक्षर का ज्ञान नहीं है तो उसका जीवन अंधकारमय हैं. आँख का होना और अक्षर ज्ञान का ना होना मनुष्य के लिए अभिशाप के समान है. उक्त बातें जिलाधिकारी दीपक आनंद ने कही. वे स्थानीय जिला स्कूल परिसर स्थित सभागार में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.  

उन्होंने कहा कि भारत साक्षरता में अभी काफी पीछे है. इसके लिए हम सबो को मिलकर काम करने की जरूरत है. सरकार ने महादलित अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आँचल योजना के जरिए असाक्षर को साक्षर बनाने का कार्य कर रही हैं. टोला सेवक तालिमी मरकज़ और प्रेरक द्वारा यह कार्य किया जाता है.

उन्होंने कहा कि आँखों को रौशनी देने का काम अक्षर ज्ञान के सहारे शिक्षक करता है. उन्होंने “गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पाय, बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दीयो बताय” कहते हुए गुरु के स्थान को बताया.

श्री आनंद ने कहा कि सरकार ने सभी का अधिकार सुनिश्चित किया है लेकिन अशिक्षा के चलते लोग अपने अधिकार को नहीं जान पाते हैं जिसका फायदा दूसरे उठाते हैं. 50 वें अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर हम सबों को संकल्प लेना होगा खासकर युवा वर्ग को हम एक वर्ष में कम से कम 10 निरक्षर को साक्षर बनावे. उन्होंने जिला शिक्षा पदाधिकारी से जिले के सभी प्रधानाध्यापकों द्वारा प्रति छात्र 10 निरक्षर को साक्षर बनाने के लिए कार्यक्रम चलाने का अह्वान किया.

इसके पूर्व कार्यक्रम का विधिवत् उद्घाटन जिलाधिकारी दीपक आनंद, डीईओ चन्द्र किशोर यादव, डीपीओ अवधेश बिहारी, डीपीओ दीलीप कुमार सिंह ने द्वीप प्रज्वलित कर किया.

इस मौके पर शिक्षक नेता राजाजी राजेश, दिनेश सिंह, समरेन्द्र बहादुर, बी सेमिनरी के प्राचार्य हीरा प्रसाद, धर्मनाथ राम, समन्वयक संजय कुमार सिंह, राकेश कुमार मिश्रा, अश्विनी कुमार, सभी केआरपी और समन्वयक, प्रेरक उपस्थित थे.

छपरा: रोटरी क्लब छपरा के द्वारा सोमवार को 43वें इंस्टालेशन सह शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान रोटरी ने समाज और शिक्षा में योगदान के लिए छह शिक्षकों को सम्मानित किया.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रोटरी के वर्ष 2016-17 के अध्यक्ष डॉ सरोज कुमार वर्मा ने क्लब के भविष्य की योजनाओं से उपस्थित लोगों को अवगत कराया.

उन्होंने कहा कि शुरू से ही समाजसेवा करने की उनकी इच्छा रही जिसे रोटरी के साथ जुड़ कर दिशा देने का प्लेटफार्म मिला है. उन्होंने कहा कि रोटरी के दो प्रोजेक्ट महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट्स कुचायकोट में स्थित आँख अस्पताल और महिलाओं को स्वाबलंबी बनाने के लिए सहेली योजना को नई गति प्रदान करने की उनकी योजना है.

रोटरी द्वारा गोद लिए गए गाँव रामनगर में पीने के लिए स्वच्छ जल और शौचालय मुहैया कराना भी प्राथमिकताओं में शामिल है.

कार्यक्रम को मुख्य अतिथि डीजीएन कुमार प्रसाद सिन्हा ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर दो अवकाश प्राप्त शिक्षाकों को भी सम्मानित किया गया. जिनमें राजेन्द्र कॉलेज के पूर्व भौतिकी विभागाध्यक्ष डॉ अनिल कुमार और पहाड़ीचक, सोनपुर के शिक्षक महेश प्रसाद शामिल है.

कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष डॉ शहजाद आलम, सचिव विजय नंदन प्रसाद, पूर्व सचिव आशा शरण, डॉ मृदुल शरण, डॉ एच के वर्मा समेत कई लोगों ने संबोधित किया. मंच संचालन ई. अमरेश मिश्र और धन्यवाद ज्ञापन सुरेश प्रसाद सिंह ने किया.

छपरा: छात्र संगठन RSA के स्थानीय कार्यालय में रविवार को बैठक आयोजित किया गया. बैठक में विश्वविद्यालय अध्यक्ष अर्पित राज (गोलू) ने छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय इकाई का विस्तार किया. advertisement 1

जिनमे नए छात्रों को संगठनों के दायित्व को सौंपा गया. आनंद कुमार गुप्ता, मकसूद आलम और अजय कुमार को विश्वविद्यालय उपाध्यक्ष, रवि कुमार सिंह को प्रधान सचिव, विकास यादव को सचिव, पिंकी कुमारी को छात्रा प्रमुख एवं वेद प्रकाश कुमार को प्रवक्ता घोषित किया गया.