Chhapra: गर्मी आते ही चमकी बुखार का डर सताने लगा है. राज्य सरकार के द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सोशल मीडिया ट्विटर और फेसबुक पर पोस्टर लगाकर जागरुक किया जा रहा हैं.

इन 3 बातों को याद रखें…

बच्चों को रात में सोने से पहले खाना जरूर खिलाएं

सुबह उठते ही बच्चों को भी जगाओ, देखो कहीं बेहोशी या चमकी को तो नहीं

बेहोशी या चमकी दिखते ही तुरंत एंबुलेंस या किसी वाहन से नजदीकी अस्पताल ले जाओ

एंबुलेंस के लिए 102 पर कॉल कर सकते हैं, वहीं अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन 104 पर संपर्क कर सकते हैं.

Chhapra: कोविड 19 टीकारकरण को सुरक्षित तरीके से लोगों तक पहुंचाने की विस्तृत कार्य योजना का खाका स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब-करीब तैयार कर लिया गया है. कोरोना वैक्सीन की कोल्ड चेन मेंटनेंस से जुड़ी तैयारियां तेज हो गई हैं. वैक्सीन को रखने के लिए 6 बड़ा व 10 छोटा आइसलाइंड रेफ्रिजरेटर सदर अस्पताल लाए गए. वैक्सीन को सुरक्षित रखने के लिए जगह को भी चिह्नित कर लिया गया है. इनमें ही वैक्सीन को सुरक्षित नियत तापमान पर रखा जाएगा. वहीं प्रखंड स्तर पर भी वैक्सीन को सुरक्षित रखने की योजना पर राज्य स्वास्थ्य समिति कार्य कर रही है. जिला प्रततिरक्षण के कोल्ड चेन टेक्निशियन शक्ति कुमार ने बताया आइसलाइंड रेफ्रिजरेटर में दो से आठ डिग्री तक तापमान पर तथा डीप फ्रिज में -10 से -25 डिग्री सेल्सियस तापमान रहता है. वैक्सीन को इन्हीं फ्रिज में रखा जाएगा.

21 डीप फ्रीजर व वाल्क-इन-कूलर आना शेष
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार शर्मा ने बातया कोविड 19 वैक्सीन को रख-रखाव के लिए 21 डीप फ्रीजर का मांग किया गया है. ऐसी उम्मीद है कि यह सभी उपकरण बहुत जल्द जिले को प्राप्त हो जायेगा. फिलहाल राज्य मुख्यालय से 6 बड़ा 10 छोटा आइसलाइंड रिफ्रिजरेटर प्राप्त हुआ है. इसके साथ हीं जिलास्तर पर वैक्सिन को रखने के लिए 9000 लीटर क्षमता वाला वाल्क-इन-कूलर की मांग की गयी है.

9000 लीटर के क्षमता वाला वाल्क-इन-कूलर होगा स्थापित

जिले में क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोरेज रूम का बनाया जा रहा है. यहां पर 9000 लीटर के क्षमता वाला वाल्क-इन-कूलर स्थापित किया जायेगा. इसको लेकर विभाग की ओर से कार्य तेजी से किया जा रहा है.सारण प्रमंडल में फिलहाल सारण में ही वाल्क-इन कूलर स्थापित किया जायेगा. सिवान व गोपालगंज जिले के आवांटित वैक्सीन को सारण में ही रखा जायेगा. क्षेत्रीय वैक्सीन स्टोरेज रूम से ही सिवान व गोपालगंज में टीका का सप्लाई किया जायेगा.

अत्यंत जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता

सिविल सर्जन डॉ. माधवेश्वर झा ने बताया स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे के कर्मियों को टीकाकरण के लिए क्यों चुना गया है, इस पर मंत्रालय ने कहा है, सरकार अत्यंत जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकता दे रही है कि उन्हें सबसे पहले टीके की खुराक मिले. टीके के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि दस्तावेज मान्य होंगे.

7500 सरकारी व 2300 निजी स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा तैयार

जिले में अब 7500 सरकारी व 2300 निजी स्वास्थ्य कर्मियो का डाटा तैयार कर लिया गया है. इन सभी लोगों का डाटा कोविन पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है.इसी तरह से आईसीडीएस के करीब 7000 कर्मियों का डाटा बेस तैयार किया गया है.जिनका प्रथम चरण में टीकाकरण कार्य किया जाना है.

Chhapra: छपरा सदर अस्पताल की चिकित्सक व ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ किरण ओझा से छिनतई का मामला सामने आया है. सोमवार की शाम डॉक्टर की किरण ओझा टहलने निकली थी इसी दौरान भरत मिलाप चौक के समीप बाइक सवार बदमाशों ने उनके गले से सोने की चेन छीन कर फरार हो गए. इस घटना को लेकर उनके पति के एम दुबे ने प्राथमिकी दर्ज कराई है.

डॉ किरण ओझा ने बताया कि वह शाम को टहलने निकली थी. इसी दौरान शिव बाजार और भरत मिलाप चौक के बीच रास्ते में दो बाइक सवार बदमाशों ने उनके गले से चेन झपट लिया, जब तक वह कुछ समझ पाती तब तक बाइक सवार बदमाश काफी दूर निकल गए थे. इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की है.

छपरा में इन दिनों छिनतई की घटना काफी बढ़ गई है. शहर के भरत मिलाप चौक से लेकर पार्क के आसपास के इलाकों में काफी लोगों से साथ अपराधिक घटनाएं हो रही हैं. इससे पहले भी शिशु पार्क के पास से महिलाओं से लूटपाट कई बार हो चुका है.

Chhapra: छपरा सदर अस्पताल में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को देखते हुए गुरुवार को कांग्रेस नेताओं ने सिविल सर्जन से मुलाकात की. मुलाकात करके नेताओं ने छपरा में स्वास्थ्य सेवाओं में कमी को दूर करने का आग्रह किया इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष डॉ कामेश्वर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में विभिन्न कांग्रेस नेताओं ने सिविल सर्जन के साथ मुलाकात की और स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए उचित कदम उठाने को लेकर आग्रह किया.

इस दौरान नेताओं ने सिविल सर्जन से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी हासिल की. वही एन्टी रेबीज, एन्टी स्नेक बाईट इंजेक्शन की उपलब्धता के बारे में जानकारी हासिल की.

लचर स्वास्थ्य सेवाओं में लेकर छपरा सदर अस्पताल हमेशा सुर्खियों में रहता है. अस्पताल में इलाज के लिए बेहतर व्यवस्था ना होने के कारण आम लोगों में रोष रहता है. जिले के प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का क्षेत्र होने के बाद भी छपरा सदर अस्पताल में व्यवस्थाएं सुदृढ़ नहीं हो सकी.

Chhapra: बीते कुछ दिनों से शहर में बढे डेंगू के प्रकोप से कई लोग इसकी इसकी चपेट में आ गए हैं. शहर के कई मुहल्लों में दर्जनों लोग इसके चपेट में आने से बीमार हो गए हैं. तेजी से फैल रहे इस खतरनाक बीमारी से अबतक छपरा के दो लोगों की मौत भी हो चुकी है. जिसमें एक चिकित्सक भी शामिल हैं.

शहर के रामलीला मठिया मुहल्ले में डेंगू के सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं. बावजूद इसके सरकारी तंत्र इन सबसे बेखबर है. स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ शहर की सफाई और मच्छरों को मारने के लिए फोगिंग के लिए नगर निगम भी उदासीन दिख रहा है. निगम के द्वारा जो फोगिंग करायी भी जा रही है वो कुछ खास इलाकों के सड़कों तक ही सिमित है. लोगों के घरों गलियों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. फोगिंग के नाम पर निगम केवल औपचारिकता ही पूरा कर रहा है.  

कछुए की चाल से हो रही फॉगिंग

शहर में लगातार बढ़ते ड़ेंगू के प्रकोप के बाद भी नगर निगम द्वारा शहर में कराई जा रही फॉगिंग काफी सुस्ती से की जा रही है. इसके लिये निगम द्वारा जो रोस्टर तैयार किया गया है. उसमे प्रत्येक दिन शहर के दो वार्डों में फोगिंग करनी है. कूल मिलाकर शहर में 45 वार्ड हैं. प्रत्येक दिन दो-दो वॉर्डों में फोगिंग करते करते 22 से 23 दिन लग जाएंगे. जो लोगों के लिए चिंता का विषय है.

लोगों में है ड़ेंगू का डर
निगम कर्मियों के अनुसार बीते 11 अक्टूबर से शहर में फोगिंग शुरू की गई है. इसके तहत शहर के प्रत्येक गली में मोटरसाइकल पर मशीन रखकर फोगिंग करनी है. लेकिन लोगों का कहना है कई इलाकों में यह फोगिंग नही हो रही है. जिससे उन्हें भी ड़ेंगू का डर सताने लगा है.

पांच में 2 मशीनों से ही हो रही फॉगिंग
नगर निगम के पास फॉगिंग के लिए पांच मशीनें उपलब्ध हैं. लेकिन इनमें से मात्र दो को ही शहर में शाम के वक़्त फोगिंग के लिए भेजा रहा है. साथ ही साथ निगम के पास सड़कों पर फोगिंग के लिए एक बड़ा सा मशीन भी है. लेकिन किसी कारणवश वह मशीन निगम परिसर में ही रखा हुआ है. अगर निगम सभी मशीनों को शहर में भेजता है. तो ड़ेंगू के के प्रकोप को कम किया जा सकता है.

 

Chhapra: सोमवार की दोपहर सदर अस्पताल में दो निजी एम्बुलेन्स के चालकों के बीच एक रोगी को पीएमसीएच ले जाने के लिए झड़प हो गयी. जिसके बाद देखते ही देखते अस्पताल परिसर अखाड़े में बदल गया.दोनों पक्षों के बीच जमकर मारपीट
हो गयी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को सड़क दुर्घटना में घायल चालक बीगल मोहम्मद को सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने PMCH रेफर कर दिया. जिसके बाद घायल व्यक्ति को पीएमसीएच ले जाने के लिए लिए दो गुटों में जबरदस्त मारपीट हो गयी.

इस दौरान सदर अस्पताल परिसर में खड़े वाहनों को भी क्षतिग्रस्त किया गया. जिसके बाद लोगों ने मारपीट को रोका. इस घटना में बाद सरकारी एंबुलेंस 102 द्वारा उस रोगी को पीएमसीएच भेजा गया. जिसकी मौत रास्ते में ही हो गई.

 

Panapur: प्रखंड के चकिया पंचायत में बीती रात एक व्यक्ति की संदेहास्पद स्थिति में मौत के बाद लोगों में सनसनी फैल गई. मामला पानापुर थाना क्षेत्र के वृत्त भगवानपुर गांव का है. जहां देर रात एक व्यक्ति का शव नदी किनारे मिलने से गांव में हड़कंप मच गया. मृतक उसी गांव का निवासी 45 वर्षीय ललन रावत बताया जा रहा है. मृतक के गले पर घाव के निशान पाय गये हैं.

इस घटना के बाद परिजनों ने ललन के साथियों पर उसका गला घोंट का हत्या करने का आरोप लगाया है.

परिजनों के अनुसार सोमवार को ललन को उसके कुछ साथी घर से बुलाकर ले गए. जिसके बाद रात 8:30 बजे साथियों ने सूचना दी कि ललन शराब पी के गिरा हुआ है. इसके बाद परिजन जब पहुंचे तो ललन को मृत अवस्था मे पाया. गले पर घाव के निशान दिखने पर परिजनों ने उनके ही साथियों पर हत्या का आरोप लगाया यही.

घटना की सूचना मिलने पर तीन थानों की पुलिस पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर मंगलवार को छपरा सदर अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इस घटना को लेकर पानापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है पुलिस जांच में जुट गई है.

  • सभी वार्डों में घूमकर वस्तु स्थिति की ली जानकारी
  • दवा वितरण कक्ष, ICU का किया निरीक्षण
  • शौचालय का ताला बंद होने से नही कर सके निरीक्षण
  • सभी रजिस्टर को खुद से पलट कर देखा
  • अस्पताल में गन्दगी देख बिफरे मंत्री 

Chhapra: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय शनिवार को छपरा पहुंचे और सदर अस्पताल का निरीक्षण किया. स्वास्थ्य मंत्री ने सदर अस्पताल के सभी वार्डों में घूमकर वस्तु स्थिति की जानकारी लेते क्रम में निर्देश भी देते रहे. जब तक निरीक्षण करते रहे स्वास्थ्य मंत्री तब तक सदर अस्पताल में डॉक्टर से लेकर कर्मचारियों तक में हडकंप मचा रहा. दवा वितरण कक्ष, ICU, डॉक्टरों द्वारा मरीज देखने की जगह आदि जगहों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान सभी रजिस्टर को खुद से पलट कर देखा.

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने सदर अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों की परेशानियों को भी सुना. सदर अस्पताल के ICU में मरीज को भर्ती ना देख स्वास्थ्य मंत्री बिफरे और कहा सभी को PMCH रेफर किया जा रहा है. इसलिए PMCH पर बोझ बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि जिले में ICU लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया है.

इसपर सीएस ने उन्हें अवगत कराया कि इस वर्ष 155 मरीज भर्ती हुए है. डॉक्टर और कर्मियों की कमी के कारण यहाँ मरीजों को भर्ती करने में समस्या आती है.

स्वास्थ्य मंत्री ने इसके बाद SNCU का निरिक्षण किया. इस दौरान सड़क पर कचड़ा देख जिलाधिकारी से नगर निगम से बात कर सफाई का निर्देश दिया.

मीडिया से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि सूबे स्वास्थ्य सेवाएँ को बेहतर करने के लिए लगातार प्रयत्नशील हूँ. जिस जिले में जाता हूँ वहां के अस्पतालों का भ्रमण करता हूँ. जो कमियां दिखती है उसको लेकर अपने अधिकारीयों से बात करता हूँ और फिर उन कमियों को दुरुस्त करने का प्रयास करता हूँ. छपरा सदर अस्पताल की कुछ व्यवस्थाएं अच्छी है, कुछ व्यवस्थाएं बहुत अच्छी है. वही कुछ  कमियां भी दिखाई पड़ी है. जहाँ जहाँ कमियां दिखाई पड़ी है मैंने सीएस को और डीएस को निदेश दिया है अगले दिनों मे जल्द ही ठीक कर लिया जायेगा.

उन्होंने कहा कि छपरा सदर अस्पताल के परिसर में कुछ काम करने की जरुरत है, पूर्व में भी मैंने अधिकारीयों को भेजा था, आज मेरे द्वारा निरीक्षण करने के बाद मै फिर अधिकारिओं को भेजूंगा और व्यस्थाओं को ठीक करूँगा.

अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मियों की कमी को लेकर उन्होंने कहा कि कुछ तकनिकी समस्याएं थी उसे जल्द ही ठीक कर लिया जायेगा.

निरीक्षण के दौरान छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता, अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ़ चोकर बाबा, जिलाधिकारी हरिहर प्रसाद, पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी, जनक सिंह आदि उपस्थित थे.